धान खरीदी की मात्रा में कटौती की फैली अफवाह: कलेक्टर ने दिया स्पष्टीकरण, कहा-

गरियाबंद-  खरीदी की तीसरे दिन आज देवभोग अमलीदर तहसील क्षेत्र के खरीदी केन्द्र में किसानों के बीच खरीदी की मात्रा कटौती की चर्चा होती रही। कुछ जगह पर तो किसानो ने आक्रोश तक दिखा दिया, हालांकि यह केवल अफवाह थी। जिनका टोकन कटा था, वो तय मात्रा के आधार पर धान का विक्रय कर रहे थे। जिन्हें टोकन कटाना था वे ऑनलाइन टोकन भी निर्धारित 21 क्विंटल के आधार पर कटाते रहे। बावजूद इसके मात्रा में कटौती की चर्चा दिन भर होती रही। इस बीच कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने इसे अफवाह बताते हुए, इसपर घ्यान न देने की बात कही है।

कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने कहा कि मात्रा कटौती की खबर अफवाह है और ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। शासन द्वारा तय खरीदी नीति के आधार पर ही धान की खरीदी होगी। प्रति एकड़ तय मात्रा अधिकतम 21 क्विंटल के माप से ही खरीदी की जाएगी।

इसलिए बनी अफवाह की स्थिति

दरअसल, बोगस खरीदी रोकने प्रशासन लगातार कसावट ला रही है। इसी बीच प्रत्येक खरीदी केंद्र को उस क्षेत्र की अनावरी रिपोर्ट भेज दी गई। यह ऑफ लाइन के अलावा एनआईसी में अपलोड भी किया गया। इसके साथ ही पैदावारी के अनुपात में ज्यादा मात्रा बेचने वाले की लिस्ट भी बनाई गई, ताकि जहां संदेह के आधार पर उसका समय रहते सत्यापन किया जा सके।

इस बार सप्ताह भर पहले टोकन कटाने का प्रावधान

आपको बता दे कि धान खरीदी के लिए इस बार टोकन सप्ताह भर पहले कटाने का प्रावधान किया गया है, ताकि बोगस बिक्री या खरीदी के प्रयास का समय रहते निरीक्षण परीक्षण कर उसका निराकरण किया जा सके।

अब तक 6000 से ज्यादा बोरा धान जप्त, 2 दर्जन वाहन भी

गौरलतलब है कि जिला प्रशासन खरीदी के दरम्यान किसानों को सहूलियत देने की दिशा में प्रयास कर रही है, ताकि उत्पादित धान का एक-एक दाना सहूलियत से बेच सके। इसके अलावा आयातित धान पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को देवभोग तहसील में 2 पिकअप के अलावा 1200 बोरा धान जब्त किया गया है। वहीं जिले में अब तक की कार्रवाई की बात करें तो 6000 बोरा धान और अवैध परिवहन में लगे डेढ़ दर्जन वाहनों को भी जब्त किया गया है।

रायपुर नगर निगम के कर्मचारियों ने बनाई कार्यकारी कर्मचारी समिति, समस्याओं को लेकर जल्द महापौर और आयुक्त को सौंपेंगे ज्ञापन

रायपुर-    आज नगर पालिका निगम रायपुर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने शीघ्र नगर निगम रायपुर में विधिवत कर्मचारी महासंघ का निर्वाचन एवं गठन करने निगम कर्मचारी कार्यकारी समिति का गठन किया है. यह कार्यकारी समिति शीघ्र नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मांगों एवं समस्याओं को लेकर नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे, नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, आयुक्त अबिनाश मिश्रा से मिलेगी एवं उन्हें मांग पत्र एवं ज्ञापन देकर शीघ्र समाधान करवाने अनुरोध करेगी.

आज लगभग 400 निगम अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में सहमति से गठित निगम कर्मचारी कार्यकारी समिति में कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद जाधव, कार्यकारी संरक्षकअरुण दुबे, सुरेन्द्र दुबे, कार्यकारी महामंत्री आशुतोष सिंह, कार्यकारी उपाध्यक्ष मोहित कुमार, श्याम सोनी, कार्यकारी महिला उपाध्यक्ष रुचिका मिश्रा, नलिनी साहू, स्वाती साहू जोन 1 में कार्यकारी प्रभारी इस्माइल खान, जोन 2 में राजश्री श्रीवास, जोन 3 में मोहिब खान, जोन 4 में जितेन्द्र निहाल, जोन 5 में आनंद ताम्रकार, जोन 6 में पुरुषोत्तम यदु, जोन 7 में बमशंकर गुप्ता, जोन 8 में चंदन रगड़े, जोन 9 में विजय शर्मा, जोन 10 में महादेव रक्सेल जोन कार्यकारी प्रभारी बनाए गए हैं.

निगम के सभी विभागों के कर्मचारियों को कर्मचारी कार्यकारी समिति में प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है. कर्मचारी कार्यकारी समिति शीघ्र नगर निगम रायपुर में कर्मचारी महासंघ का विधिवत गठन एवं निर्वाचन करवाने आवश्यक कार्यवाही करेगी. शीघ्र निर्वाचन करवाने सहमति व्यक्त की गई है.

निजी प्रैक्टिस का विरोध करने वाले अब पक्ष में क्यों ? IMA और हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने जताया विरोध

रायपुर-      छत्तीसगढ़ में सरकारी डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के आदेश को लेकर चिकित्सा जगत में हलचल मच गई है। IMA और हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने इस निर्णय का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि, “मैं पहले निजी प्रैक्टिस के खिलाफ था, लेकिन अब जो स्थिति उत्पन्न हुई है, वह उचित नहीं है। आधी-अधूरी तैयारी के बीच सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस को बंद करने का आदेश जारी किया गया है, और इसका मैं विरोध करता हूं।”

डॉ. गुप्ता ने यह भी कहा कि, “सरकारी डॉक्टरों को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, उनकी व्यवस्था पहले की जाए। ड्यूटी समय में यदि कोई डॉक्टर प्राइवेट अस्पताल में सेवा दे रहा है, तो यह बिल्कुल गलत है। विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे डॉक्टरों को सही दिशा दिखाएं।”

गौरतलब है कि मेडिकल शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस बंद करने के आदेश के बाद प्रभावित मेडिकल कॉलेजों के एक दर्जन से अधिक डॉक्टरों ने इस्तीफे की पेशकश की है। इस फैसले से सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों में असंतोष का माहौल है और आगे की स्थिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने गिरिधर मालवीय के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गिरिधर मालवीय के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारतरत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी के प्रपौत्र गिरिधर मालवीय के निधन का समाचार पाकर उन्हें गहरा दुःख पहुंचा है। शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रभु श्री राम से दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की है।
सिमगा नगर पालिका गठित, राज्य शासन ने जारी की अधिसूचना
रायपुर-     राज्य शासन द्वारा बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के सिमगा नगर पंचायत को नगर पालिका गठित करने के संबंध में अधिसूचना जारी की गई है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राजपत्र में इस संबंध में अधिसूचना का प्रकाशन कर दिया गया है। राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना के अनुसार नगर पंचायत सिमगा की सीमाएं ही नगर पालिका परिषद सिमगा की सीमाएं होंगी।
मस्जिदों से तक़रीर का मामला गरमाने के बाद वक्फ बोर्ड ने दिया स्पष्टीकरण, कहा- इमाम धार्मिक तकरीर के लिए है स्वतंत्र
रायपुर-  छत्तीसगढ़ में जुमे की नमाज के दौरान तकरीर के विषयों के लिए इजाजत लेने के मामले के तूल पकड़ने के बाद, वक्फ बोर्ड ने स्पष्टीकरण जारी किया है। बोर्ड ने इस संबंध में सोमवार को छत्तीसगढ़ के सभी जिलों की मस्जिदों के मुतवल्लियों (सदर) के नाम एक पत्र जारी किया, जिसमें कहा गया है कि मस्जिदों के मुतवल्ली और कमेटी के पदाधिकारीयों को सूचित किया जाता है कि मस्जिद में जुमा की नमाज के पूर्व ईमाम साहब के द्वारा जो धार्मिक बयान/ तकरीर किया जाता है, उसके लिए वह स्वतंत्र है।

बोर्ड ने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया है कि जुमा की नमाज के पूर्व यदि मस्जिद में धार्मिक बयान/तकरीर के अतिरिक्त कोई अन्य विषय पर जमात के समक्ष अपनी बात रखनी है तो इसके लिए छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड द्वारा पूर्व में मुतवल्लियों (सदर) के लिए बनाये गये व्हॉट्सअप ग्रुप या फिर पत्राचार के माध्यम से वक्फ बोर्ड से अनुमति लिया जाना जरुरी होगा।

मस्जिदों के इमामों के नाम वक़्फ़ बोर्ड का पत्र –

ओवैसी ने साधा था निशाना

गौरतलब है कि एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज के कथित बयान के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक अकॉउंट पर एक पोस्ट जारी कर इसे संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन बताते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने इस पोस्ट में लिखा- “छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार का वक़्फ़ बोर्ड चाहता है के जुमा का खुतबा देने से पहले खतीब अपने खुतबे की जांच वक़्फ़ बोर्ड से करवायें और बोर्ड की इजाज़त के बिना खुतबा ना दें। अब भाजपाई हमें बतायेंगे के दीन क्या है? अब अपने दीन पर चलने के लिए इनसे इजाज़त लेनी होगी? वक़्फ़ बोर्ड के पास ऐसी कोई क़ानूनी ताक़त नहीं, अगर होती भी तो भी वो संविधान के दफा 25 के ख़िलाफ़ होती।

पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू ने छत्तीसगढ़ में दो उप-राजधानी बनाने की रखी मांग, इन दो जिलों को किया चिन्हांकित

गरियाबंद-   वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने छत्तीसगढ़ में दो उप-राजधानी बनाने की मांग किया है. उन्होंने कहा कि जशपुर और जगदलपुर को उप-राजधानी बनाया जाना चाहिए. दरअसल, चंद्रशेखर साहू दो दिवसीय प्रवास पर गरियाबंद पहुंचे. इस दौरान उन्होंने यह बातें स्थानीय विश्राम गृह में आयोजित प्रेस वार्ता में कही.

चंद्रशेखर साहू ने आगे कहा कि जनजाति गौरव दिवस मनाया जा रहा है. आदिवासी बाहुल प्रदेश में जनजाति के विकास को लेकर सरकार कोई कमी नहीं रख रही है. प्रदेश के जशपुर और जगदलपुर को उप-राजधानी बनाने की इच्छा जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की यह कल्पना थी, इसके लिए वे तत्कालीन सीएम सुंदरलाल पटवा के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था. चंद्रशेखर साहू ने कहा कि वे साय सरकार के समक्ष इस मांग को दोहराएंगे.

उन्होंने भाजपा सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया है, उनकी उन्नति और विकास को लेकर केंद्र और राज्य सरकार योजना बनाकर काम कर रही है. उप-राजधानी बन जाने के बाद विकास कार्य में तेजी जरूर आएगी.

धान खरीदी नीति पर बोले- ओडिशा सरकार भी कर रही अनुकरण

छत्तीसगढ़ सरकार की धान खरीदी नीति को पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने किसान हितैषी बताया है. उन्होंने कहा कि इसकी खासियत के वजह से ओडिशा सरकार भी अनुसरण कर रही है. गरियाबंद के कई धान खरीदी केंद्रों में किसानों से सीधे रूबरू होकर उनकी प्रतिक्रिया जानने के बाद उक्त बाते साहू ने पत्रकारवार्ता में कही है. मरौदा खरीदी केंद्र में शेड की मांग पर चंद्रशेखर साहू ने मंडी एमडी से चर्चा कर शेड की मंजूरी देने आग्रह किया है.

सरकार की नई नीतियों के सवाल पर उन्होंने ने कहा कि नई औद्योगिक नीति लांच हुआ है. जनजातीय क्षेत्रों में उद्योग लगाने प्राथमिकता तय की गई है, जिसमें बिजनेस पार्क भी शामिल है, अनुदान भी दिए जा रहे हैं, जिला को भी लाभ मिलें. 15 एकड़ में 4 करोड़ रुपये का अनुदान होगा.

राज्यपाल रमेन डेका ने विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) एमबी ओझा के निधन पर उन्हें दी श्रद्धांजलि

रायपुर-    राज्यपाल रमेन डेका आज विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) एमबी ओझा के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके मौलश्री विहार स्थित निवास पर गए और उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया।

उल्लेखनीय है की स्वर्गीय श्री ओझा ने1971 के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और युद्ध में भारत की विजय के साक्षी भी रहे। उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण मिशनों में सभी को अपने अद्भुत शौर्य एवं पराक्रम से परिचित कराया।

184 नगरीय निकायों के कर्मचारियों ने किया अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान, 6 सूत्रीय मांगों को लेकर करेंगे प्रदर्शन
रायपुर-    छत्तीसगढ़ के 184 नगरीय निकायों के कर्मचारी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर 11 दिसंबर 2024 से नवयुक्त अधिकारी-कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल करने जा रहे हैं. कर्मचारियों की मुख्य मांगों में निकाय के कर्मचारियों को ट्रेजरी के माध्यम से वेतन भुगतान करने, ओल्ड पेंशन योजना लागू करने, अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने, कर्मचारियों को  पदोन्नति करने, छठवें व सातवें वेतनमान की एरियर राशि प्रदान करने, ठेका पद्धति समाप्त करने संबंधी मांगे शामिल है.

संघ के अध्यक्ष ने बताया है कि 12 नवंबर 2024 से 14 नवंबर 2024 तक बिलासपुर में 6 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल किया जा चुका है, लेकिन शासन द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं

नवयुक्त अधिकारी कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सोनी ने बताया, कि 6 सूत्रीय मांगों पर शासन कोई सार्थक पहल नहीं कर रही है. अब तक सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है. नगरी निकाय के कर्मचारी आगामी नगरी निकाय चुनाव में कर्मचारी वा परिवार के सदस्य मतदान में भाग नहीं लेंगे. इस संबंध में कर्मचारियों से निकाय चुनाव मतदान में भाग नहीं लेने संबंधी प्रपत्र भरवाकर जिला कलेक्टर बिलासपुर व विभागीय मंत्री नगरी प्रशासन को पत्र भेजा गया है.

प्रांतीय अध्यक्ष ने बताया है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कई नगरी निकायों में 01 से 03 माह का वेतन भुगतान लंबित है. इसी संबंध में विभागीय मंत्री अरुण साव ने नगरी निकाय के अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं, कि नगरी निकायों के कर्मचारियों को 1 तारीख को वेतन भुगतान किया जाना अनिवार्य है. राज्य शासन द्वारा इस संबंध में 1 तारीख को वेतन भुगतान करने के लिए आदेश भी जारी किया गया है. लेकिन निकायों के अधिकारी आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं.

इसलिए अब सरकार की तरफ से मांगे पूरी नहीं किए जाने के कारण 184 नगरी निकाय कर्मचारी 11 दिसंबर 2024 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.

इन मांगो को लेकर करेंगे अनिश्चित कालीन हड़ताल:

1. लंबित वेतन भुगतान सहित 1 तारीख को ट्रेजरी के माध्यम से वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए.

2. ⁠नगरीय निकायों में प्लेसमेंट ठेका पद्धति को समाप्त किया जाए.

3. नगरीय निकायों में ओल्ड पेंशन योजना शीघ्र ही लागू किया जाए.

4  नगरीय निकायों में मृतक कर्मचारी के परिवारों के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए.

5. नगरीय निकायों में 12 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले कर्मचारियों को शीघ्र ही पदोन्नति का लाभ दिया जाए.

6. छठवें एवं सातवें वेतनमान की एरियर राशि का भुगतान शीघ्र किया जाए.

देश का 56वां टाइगर रिजर्व बना गुरु घासीदास-तमोर पिंगला उद्यान, नोटिफिकेशन जारी

रायपुर-    साय सरकार ने एक और ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए गुरु घासीदास-तमोर पिंगला क्षेत्र को देश के 56वें बाघ अभयारण्य (टाइगर रिजर्व) के रूप में अधिसूचना जारी किया है. यह कदम वन्यजीव संरक्षण और बाघों के संरक्षण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा. बता दें कि यह नया बाघ अभयारण्य 2,829 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. वन मंत्री केदार कश्यप ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.

मंत्री कश्यप ने एक्स पर लिखा है – दहाड़ें और तेज होगी। जैसे-जैसे भारत बाघ संरक्षण में नए मील का पत्थर छू रहा है, हमने छत्तीसगढ़ में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला को 56वें बाघ अभयारण्य के रूप में अधिसूचित किया है. गुरु घासीदास-तमोर पिंगला बाघ अभयारण्य 2,829 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. भारत एक ऐसे हरित भविष्य की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है, जहां मनुष्य और जानवर सद्भावनापूर्वक सहवास कर सकें. प्रदेशवासियों को बधाई.