दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश कुमार खीची ने मारी बाजी,बने नए मेयर
नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव में आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश कुमार खीची की जीत हुई है. उनको भाजपा उम्मीदवार किशन लाल ने कड़ी टक्कर दी. महेश कुमार खीची ने महज तीन वोट से जीत दर्ज की. मेयर पद के लिए कुल 265 वोट पड़े लेकिन, इसमें से दो वोट अमान्य करार दे दिए गए.
महेश कुमार खीची को 133 वोट पड़े, जबकि भाजपा के किशन लाल को 130 वोट पड़े. जानकारी के मुताबिक, आप आदमी पार्टी के कई पार्षदों की तरफ से क्रॉस वोटिंग की गई. इसके अलावा डिप्टी मेयर पद चुनाव से भाजपा उम्मीदवार नीता बिष्ट ने नाम वापस ले लिया, जिससे आम आदमी पार्टी के रविंद्र भारद्वाज निर्विरोध जीत गए.
इस दौरान महेश कुमार खीची ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सहित शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि पार्टी के छोटे से कार्यकर्ता को इतना बड़ा पद दिया है. वहीं तीन वोट से जीत दर्ज करने पर उन्होंने कहा कि जीत जीत होती है, चाहे जितने वोटों से हो. इसके अलावा क्रॉस वोटिंग को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे मतभेद हो जाते हैं, उन्हें ठीक कर लिया जाएगा. दिल्ली की सफाई व्यवस्था को हम ठीक करेंगे. उन्हे अरविंद केजरीवाल ने X पर पोस्ट कर बधाई भी दी.
मैं उन सभी पार्षदों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझे जीत दिलाई है.इसके साथ ही मैं पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का तहे दिल से धन्यवाद करना चाहूंगा. हमारे शीर्ष नेतृत्व का भी मैं दिल से धन्यवाद करता हूं. - महेश कुमार खीची, मेयर, दिल्ली
दिल्ली का विकास करना है उद्देश्य: इसके अलावा महज पांच महीने के कार्यकाल मिलने को लेकर महेश कुमार खीची ने कहा कि उन्हें जितना भी समय मिला है, वह दिल्ली के विकास के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि एक छोटे से कार्यकर्ता को इतने बड़े पद पर पहुंचाने का काम सिर्फ आम आदम पार्टी ही कर सकती है।
चुनाव प्रक्रिया बेहद सुचारू रही और विश्वास दिलाया कि सभी पार्षद पूरी मेहनत के साथ दिल्ली के विकास के लिए काम करेंगे. हमारा एकमात्र उद्देश्य दिल्ली का विकास करना है और वह हम किसी भी कीमत पर करके रहेंगे।
कौन हैं महेश कुमार खीची: गौरतलब है कि महेश खींची करोल बाग के देवनगर से पार्षद हैं. वह दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रैजुएट हैं. उन्होंने दिल्ली के मोतीलाल नेहरू कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई की है. शैली ओबेरॉय के बाद अब वह मेयर पद की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे. मेयर पद के लिए अप्रैल 2024 में आम आदमी पार्टी और भाजपा की ओर से प्रत्याशी घोषित कर दिए गए थे. लेकिन, पीठासीन अधिकारी ने यह कहकर फाइल लौटा दी थी कि मुख्यमंत्री की तरफ से कोई सिफारिश नहीं थी.
नहीं पहुंची स्वाती मालीवाल: इसके चलते नया मेयर चुने जाने तक शैली ओबेरॉय का कार्यकाल बढ़ाया गया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उन दिनों जेल में थे, इसलिए वह इस संबंध में किसी भी प्रकार की सिफारिश नहीं कर पाए थे. इस चुनाव में सांसद स्वाति मालीवाल वोट डालने नहीं पहुंचीं. वहीं कांग्रेस पार्शद सबिला बेगम ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी को समर्थन दे दिया.
Nov 15 2024, 19:06