स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को धमकी देने का आरोपी वाराणसी से गिरफ्तार

रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को जान से मारने की धमकी देने के आरोपी युवक जयंत कुमार सिंह को कल गुरुवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसे वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र में एक रोडवेज बस से पकड़ा। आरोपी जयंत सिंह पेशे से एक डॉक्टर हैं, जिन्होंने नॉर्थ-ईस्ट से एमबीबीएस की पढ़ाई की है और हाल ही में पीजी के लिए नीट (NEET) भी क्वालीफाई किया है।

पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने स्वास्थ्य मंत्री को जान से मारने की धमकी देने की बात से साफ इनकार किया है। उसने बताया कि उसने सिर्फ यह पूछा था कि मंत्री को रोहिंग्या लोगों से इतनी हमदर्दी क्यों है। आरोपी का एक घर मेघालय के शिलांग में भी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद बोकारो पुलिस वाराणसी के लिए रवाना हो गई है।

गौरतलब है कि 7 सितंबर को देर रात मंत्री इरफान अंसारी को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी। मंत्री के अनुसार, आरोपी युवक ने उनसे कहा था कि "तुम बस इंतजार करो, तुम्हें बहुत जल्द उड़ा देंगे" और "जिस तरह वहां मुसलमानों का सफाया कर दिया, उसी तरह अब झारखंड की बारी है और तुम्हें भी मिटा देंगे।"

एमबीबीएस दाखिलों में फर्जी सर्टिफिकेट का खेल, जांच एजेंसियों की चुप्पी पर सवाल

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नीट (NEET) दाखिलों को लेकर लगातार नए-नए फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। ताज़ा मामला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर एमबीबीएस में दाखिला लेने का है। इस खुलासे के बाद तीन साल पहले आयुष कॉलेजों में फर्जी दाखिलों की गड़बड़ी फिर से चर्चा में आ गई है।

सीबीआई ने भी इस केस को हाथ नहीं लगाया

सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार ने बीएएमएस, बीएचएमएस और बीयूएमएस दाखिलों की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध किया था, लेकिन एमबीबीएस दाखिलों पर रहस्यमयी चुप्पी साध ली। इसी वजह से सीबीआई ने भी इस केस को हाथ नहीं लगाया। फिलहाल आयुष कॉलेजों की फर्जी एडमिशन जांच एसटीएफ कर रही है और अंतिम आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी है।

कई कॉलेज संचालकों की संलिप्तता के ठोस सबूत मिले थे

पिछली जांचों में तत्कालीन मंत्री, प्रमुख सचिव और कई कॉलेज संचालकों की संलिप्तता के ठोस सबूत मिले थे। कई संचालक गिरफ्तार भी हुए थे। अब ताज़ा मामले में यह आशंका गहराती जा रही है कि एमबीबीएस समेत अन्य कोर्सों में भी बड़े पैमाने पर फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए दाखिले हुए हैं।

अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई

मेरठ के एक निजी मेडिकल कॉलेज में भी अल्पसंख्यक का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर दाखिले का मामला सामने आया था, जिसकी जांच ईओडब्ल्यू कर रही है। लेकिन अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जांच एजेंसियों की धीमी कार्रवाई और सरकार की चुप्पी से मेडिकल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
झारखंड में NEET UG 2025 एमबीबीएस काउंसलिंग शुरू: 26 जुलाई तक करें पंजीकरण

झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा बोर्ड (JCECEB) ने NEET UG 2025 एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है। जो छात्र मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार 26 जुलाई 2025 तक ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।

यह काउंसलिंग प्रक्रिया उन सभी उम्मीदवारों के लिए है जिन्होंने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) 2025 उत्तीर्ण की है और झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश पाने के इच्छुक हैं। JCECEB यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर रहा है कि प्रवेश निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो।

पंजीकरण के बाद, JCECEB 29 जुलाई 2025 को मेरिट सूची जारी करेगा। इस मेरिट सूची में उम्मीदवारों के NEET UG स्कोर और अन्य पात्रता मानदंडों के आधार पर उनकी रैंकिंग शामिल होगी। मेरिट सूची जारी होने के बाद, आगे की काउंसलिंग प्रक्रिया जैसे सीट आवंटन और दस्तावेज़ सत्यापन के चरण शुरू होंगे।

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे JCECEB की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से नज़र रखें ताकि वे किसी भी महत्वपूर्ण अपडेट या घोषणा से न चूकें। समय सीमा से पहले पंजीकरण पूरा करना सुनिश्चित करें और यह भी जांच लें कि सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार हैं। यह प्रक्रिया झारखंड के भावी डॉक्टरों के लिए पहला कदम है, और JCECEB यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि यह प्रक्रिया सभी के लिए सुचारू और कुशल हो।

कोटा से उठी उड़ान, बलिया में रचा इतिहास: NEET 2025 में संस्कृति सिंह की बाजीगरी, गांव इनामीपुर में हुआ भव्य स्वागत
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)।बेटियां अब केवल घर की चौखट तक सीमित नहीं रहीं—बल्कि वो आज पूरे देश में अपनी प्रतिभा और परिश्रम से परचम लहरा रही हैं। इसी की जीती-जागती मिसाल बनी हैं नगरा क्षेत्र की संस्कृति सिंह, जिन्होंने NEET 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 720 में से 616 अंक प्राप्त किए और ऑल इंडिया में 1200वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया। बलिया जिले के इनामीपुर गांव निवासी संस्कृति ने यह सफलता कोटा, राजस्थान में रहकर कठिन परिश्रम और अनुशासन के बल पर हासिल की है। उनके पिता अजीत सिंह व माता किरण सिंह की आँखों में बेटी की सफलता से गर्व और आंसू दोनों थे। संस्कृति की इस कामयाबी पर गांव, समाज और पूरे जिले में जश्न का माहौल है। संस्कृति के बलिया आगमन पर जैसे ही वह नरहीं चहटी (नगरा) पहुंचीं, वहां क्षेत्रवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया। ढोल-नगाड़े, फूल-मालाएं और मिठाइयों के साथ संस्कृति का अभिनंदन किया गया। चारों तरफ सिर्फ एक ही नाम गूंज रहा था—"संस्कृति सिंह ज़िंदाबाद!" इस अवसर पर उनकी बड़ी बहन रजनी सिंह ने उन्हें अपने हाथों से मिठाई खिलाकर आशीर्वाद दिया। ग्रामीणों ने गर्व से कहा कि आज इनामीपुर की बेटी नहीं, बल्कि पूरे बलिया की बेटी बन गई है संस्कृति। वर्तमान ग्राम प्रधान राजू सिंह, जो खुद शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय माने जाते हैं, ने भी इस सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि "संस्कृति जैसे बच्चों से ही गांव की तक़दीर बदलेगी।" संस्कृति, पूर्व प्रधान राजन सिंह की भतीजी हैं, जिन्होंने शुरू से ही उनकी पढ़ाई को लेकर विशेष रुचि ली। इस मौके पर सतीश सिंह, उमेश पांडे, राजीव सिंह, विजय प्रकाश प्रजापति, राजन सिंह सहित अनेक क्षेत्रीय गणमान्य लोगों ने उनकी इस कामयाबी को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। वर्तमान समय में जब गांवों की बेटियों को आगे बढ़ने के मौके कम मिलते हैं, ऐसे में संस्कृति की ये उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि अगर संकल्प मजबूत हो तो संसाधनों की कमी भी रास्ता नहीं रोक सकती। गांव के छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने उनके घर पहुंचकर उन्हें बधाइयाँ दीं। खास बात यह रही कि संस्कृति की सफलता को सिर्फ शैक्षणिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। संस्कृति सिंह का सपना है कि वह डॉक्टर बनकर ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवा में योगदान दें। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरुजनों और परिवार के सहयोग को दिया। बलिया के शिक्षा जगत में संस्कृति की यह कामयाबी एक नई उम्मीद की किरण बनकर उभरी है। निस्संदेह, इनामीपुर गांव की बेटी ने इस बार NEET की बाजी मार ली है—और पूरे जनपद को गर्व से भर दिया है।
विशाखा वैभव ने NEET परीक्षा 2025 में 720 के बिरुध 550 अंक प्राप्त कर शानदार सफलता हासिल की





मोतिहारी NEET परीक्षा 2025 में विशाखा वैभव ने 720 के बिरुध 550 अंक प्राप्त कर शानदार सफलता हासिल की है ।माता माधुरी कुमारी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बेलहिया में शिक्षिका के पद पर कार्यरत है,जबकि पिता बैजू कुमार गुप्ता,+2 विद्यालय पंचरुखा,बंजरिया में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं ।विशाखा वैभव का कहना है कि उनकी सफलता का श्रेय माता, पिता और गुरुजनों का है ।विशाखा डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती है ।इन्होंने सफलता हासिल कर जिला का नाम रोशन किया है।विशाखा वैभव स्थानीय एसपीएन महाविधालय के पूर्व प्रो० किशोरी भारती के नातीन है . प्रसन्नता जाहिर करने वालों में किशोरी प्रसाद भारती,प्रभु साह, सोनालाल साह,डॉ.प्रभात कुमार,पंकज कुमार एव प्रदीप कुमार आदि शामिल हैं ।
Mathiit Leads Kerala Again in JEE Main & Advanced 2025: Trivandrum Topper, Olympiad Achievers, and Board Brilliance

Mathiit, widely recognized as the best IIT JEE / NEET coaching institute in Kerala, has once again set new academic benchmarks with its extraordinary performance in JEE Main 2025, board exams, and prestigious Olympiads. The institute’s year-after-year consistency in producing top ranks across multiple domains has reaffirmed its position as Kerala’s most result-oriented coaching center.

जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन रायपुर के अध्यक्ष बने डॉ. रेशम सिंह, नई कार्यकारिणी का भी हुआ गठन

रायपुर- डॉ. रेशम सिंह पीजी छात्र जनरल सर्जरी विभाग को सर्वसम्मति से जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA) रायपुर का नया अध्यक्ष चुना गया है। उनके नेतृत्व में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें उपाध्यक्ष पद पर डॉ. राजेन्द्र झरिया, डॉ. शिल्पा, डॉ. संजू और डॉ. वीरेंद्र वारते को चुना गया है। वहीं डॉ. स्वास्तिक भट्टाचार्य को सचिव और डॉ. अमित बंजारा को सह-सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

डॉ. रेशम सिंह NGO “SANKALAP – A Mission” के संस्थापक एवं सलाहकार मंडल के सदस्य हैं। उनके नेतृत्व में अब तक हजारों निःशुल्क मेडिकल कैंप, रक्तदान शिविर तथा NEET-UG जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु शैक्षिक सहायता कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किए गए हैं।

मेडिकल समुदाय में डॉ. रेशम सिंह के नेतृत्व में अनेक परिवर्तन हुए हैं, इनमें प्रमुख उपलब्धियां निम्नलिखित हैं:

-अंडरग्रेजुएट एवं पोस्टग्रेजुएट मेडिकल काउंसलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित कर भ्रष्टाचार का समापन

-200-पॉइंट रोस्टर नीति को प्रभावी रूप से लागू कराना

-विषयों के आवंटन की प्रणाली में सुधार करते हुए लकी ड्रा की जगह व्यवस्थित रोस्टर प्रणाली लागू कराना

इन सुधारों के परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ राज्य की मेडिकल काउंसलिंग अब पूर्णतः पारदर्शी एवं निष्पक्ष हो चुकी है। समस्त जूनियर डॉक्टरों को डॉ. रेशम सिंह के नेतृत्व से व्यापक अपेक्षाएँ हैं और उनके अध्यक्ष चुने जाने से चिकित्सकीय समुदाय में उत्साह का वातावरण है।

डीन प्रोफेसर डॉ. विवेक चौधरी एवं मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर डॉ. संतोष सोनकर ने डॉ. रेशम सिंह को शुभकामनाएं देते हुए आश्वस्त किया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में कार्यरत जूनियर डॉक्टरों — जो मरीजों की सेवा में प्रथम पंक्ति में खड़े रहते हैं — उनके लिए समुचित सुरक्षा, भयमुक्त कार्य वातावरण और संतुलित ड्यूटी शेड्यूल सुनिश्चित किया जाएगा।

यह प्रयास न केवल डॉक्टरों के मनोबल को बढ़ाएगा, बल्कि आम जनता को बेहतर एवं सुलभ चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी।

साथ ही छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स फेडरेशन (CGDF) के अध्यक्ष डॉ. हीरा सिंह लोधी ने पत्र जारी कर डॉ. रेशम सिंह को बधाई दी और उत्साहपूर्वक कहा कि “उगते हुए सूरज को कोई रोक नहीं सकता।” उन्होंने विश्वास जताया कि अब समस्त चिकित्सक मिलकर चिकित्सा व्यवस्था में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर करेंगे और आम जनमानस के हित में चिकित्सा सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लाएंगे।

नीट पेपर लीक मामले में फरार संजीव मुखिया पर कसा शिकंजा, 3 लाख का इनाम घोषित

डेस्क : नीट पेपर लीक मामले में फरार चल रहे संजीव मुखिया पर बिहार पुलिस ने इनाम घोषित किया है. अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान) कुंदन कृष्णन की ओर से इसे लेकर आदेश जारी किया गया है. विभिन्न मामलों में वांछित फरार अपराधकर्मियों का पता बताने वाले या उनकी जानकारी देने वालों को बिहार पुलिस इनाम देगी. पेपर लीक आरोपी संजीव मुखिया के साथ ही दो अन्य अपराधियों को लेकर इनाम घोषित किया गया है.

नालंदा जिले के नगरनौसा थानाक्षेत्र के रहने वाले संजीव मुखिया के खिलाफ कुल 4 मामले दर्ज हैं. वह इन 4 कांडों में फरार चल रहा है जिसे लेकर बिहार पुलिस ने 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है. उसका पता बताने की जानकारी भी पुलिस गुप्त रखेगी. इसी तरह नालंदा के ही सोहसराय बिहार शरीफ थानाक्षेत्र के शुभम कुमार की गिरफ्तारी के लिए भी इनाम घोषित किया गया है. उसकी गिरफ्तारी में सहयोग करने वाले को एक लाख रूपये का इनाम दिया जाएगा. वहीं अरवल के करपी थाना के राजकिशोर कुमार के लिए भी एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है.

बता दें संजीव मुखिया नालंदा जिले के नगरनौसा थानाक्षेत्र का रहने वाला है. वह NEET पेपर लीक का मास्टरमाइंड है.संजीव मुखिया नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर काम कर रहा था.

सूत्रों के अनुसार संजीव मुखिया ने प्रति छात्र 40 लाख रुपए की मोटी रकम के बदले प्रश्न पत्र लीक किया गया था. संजीव मुखिया का परीक्षा घोटालों से पुराना संबंध रहा है. 2016 में सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में इनका नाम सामने आया था. बीपीएससी शिक्षक बहाली पेपर लीक मामले में जेल की हवा मुखिया खा चुका है. इसका बेटा डॉ. शिव कुमार, जो पीएमसीएच से एमबीबीएस है, वर्तमान में जेल में बंद है.

बिहार पुलिस ने अब संजीव मुखिया की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है. इसके पहले कई अन्य जांच एजेंसियों ने संजीव मुखिया पर शिकंजा कसने के लिए अलग अलग जगहों पर छापामारी की थी. हालांकि इसके बाद भी वह गिरफ्तार नहीं किया जा सका. ऐसी खबरें आई थी कि वह नेपाल में छिपा है लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई और ना ही वह पुलिस की गिरफ्त में आया. अब पुलिस ने उसके खिलाफ 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है.

NEET PG 2024 काउंसलिंग में नियमों की अनदेखी, बिना पात्रता के अभ्यर्थी को मिला बोनस अंक, जांच की उठी मांग

रायपुर- छत्तीसगढ़ राज्य के मेडिकल कॉलेजों में NEET PG 2024 काउंसलिंग में बोनस अंक प्रदान करने में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. कुछ अभ्यर्थियों को तीन वर्ष की अनिवार्य सेवा पूरी किए बिना ही 30% बोनस अंक दे दिए गए, जिससे मेरिट लिस्ट प्रभावित हुई है. इस संबंध में नीट पीजी 2024 के स्टूडेंट्स ने स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त सह संचालक को शिकायत पत्र सौंपा है.

शिकायत के अनुसार, चिकित्सा शिक्षा विभाग की नियमावली में स्पष्ट प्रावधान है कि जो अभ्यर्थी 31 जनवरी 2024 तक निर्धारित क्षेत्र में 3 वर्ष की सेवा पूर्ण कर लेते हैं, उन्हें ही इन-सर्विस रिजर्वेशन और बोनस अंक का लाभ दिया जाता है. लेकिन इस वर्ष कई अभ्यर्थियों ने गलत जानकारी देकर बोनस अंक प्राप्त कर CIMS में प्रवेश ले लिया.

 

शिकायतकर्ताओं ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए संबंधित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की पुनः जांच और उनके एडमिशन रद्द करने की मांग की है. साथ ही, वास्तविक मेरिट अभ्यर्थियों को उनका न्यायसंगत स्थान देने की अपील की है.

शिकायतकर्ताओं का कहना है कि 31 जनवरी 2024 तक जिन अभ्यर्थियों ने निर्धारित क्षेत्र में 3 वर्ष की सेवा पूर्ण की हो, उन्हें ही इन-सर्विस रिजर्वेशन का लाभ मिलना चाहिए, जिसमें उनके कार्य क्षेत्र के अनुसार प्राप्त अंकों में बोनस जोड़ा जाता है. लेकिन इस वर्ष MD/MS पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर भावेश पटेल को बिना 3 वर्ष की सेवा पूर्ण किए ही 30% बोनस अंक दे दिए गए और उन्हें MD डर्माटोलॉजी में CIMS बिलासपुर में प्रवेश दिया गया. जो कि अन्य NEET PG अभ्यर्थियों के साथ धोखा है.

बिहार में सरकारी परीक्षाओं में गड़बड़ी पर होगी सख्त कार्रवाई, आर्थिक अपराध इकाई ने कसी नकेल*
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पटना : सरकारी परीक्षाओं में कदाचार और प्रश्न पत्र लीक को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय और आर्थिक अपराध इकाई ने आज संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन और एडीजी आर्थिक अपराध सुनील कुमार ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर 10 साल की सजा और उनकी चल-अचल संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कई कोचिंग सेंटर और परीक्षा केंद्र भी जांच के दायरे में हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई कि 2012 से अब तक 10 मामलों में 545 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। 249 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए बिहार में 2005 से पीएमएलए एक्ट लागू है। परीक्षा में गड़बड़ी करने पर 10 साल की सजा और संपत्ति जब्त करने का प्रावधान है। परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों का एक डेटाबेस तैयार किया गया है। कई आरोपियों के तार दूसरे राज्यों से भी जुड़े हैं। NEET परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले संजीव मुखिया की संपत्ति कुर्क की जाएगी। बिहार के तीन बड़े कोचिंग सेंटर आर्थिक अपराध इकाई के रडार पर हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए जल्द ही वारंट जारी किया जाए संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में अधिकारियों ने साफ कर दिया कि परीक्षा में गड़बड़ी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों को कठोर सजा मिलेगी और कानून के दायरे में सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को धमकी देने का आरोपी वाराणसी से गिरफ्तार

रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को जान से मारने की धमकी देने के आरोपी युवक जयंत कुमार सिंह को कल गुरुवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसे वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र में एक रोडवेज बस से पकड़ा। आरोपी जयंत सिंह पेशे से एक डॉक्टर हैं, जिन्होंने नॉर्थ-ईस्ट से एमबीबीएस की पढ़ाई की है और हाल ही में पीजी के लिए नीट (NEET) भी क्वालीफाई किया है।

पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने स्वास्थ्य मंत्री को जान से मारने की धमकी देने की बात से साफ इनकार किया है। उसने बताया कि उसने सिर्फ यह पूछा था कि मंत्री को रोहिंग्या लोगों से इतनी हमदर्दी क्यों है। आरोपी का एक घर मेघालय के शिलांग में भी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद बोकारो पुलिस वाराणसी के लिए रवाना हो गई है।

गौरतलब है कि 7 सितंबर को देर रात मंत्री इरफान अंसारी को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी। मंत्री के अनुसार, आरोपी युवक ने उनसे कहा था कि "तुम बस इंतजार करो, तुम्हें बहुत जल्द उड़ा देंगे" और "जिस तरह वहां मुसलमानों का सफाया कर दिया, उसी तरह अब झारखंड की बारी है और तुम्हें भी मिटा देंगे।"

एमबीबीएस दाखिलों में फर्जी सर्टिफिकेट का खेल, जांच एजेंसियों की चुप्पी पर सवाल

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नीट (NEET) दाखिलों को लेकर लगातार नए-नए फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। ताज़ा मामला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर एमबीबीएस में दाखिला लेने का है। इस खुलासे के बाद तीन साल पहले आयुष कॉलेजों में फर्जी दाखिलों की गड़बड़ी फिर से चर्चा में आ गई है।

सीबीआई ने भी इस केस को हाथ नहीं लगाया

सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार ने बीएएमएस, बीएचएमएस और बीयूएमएस दाखिलों की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध किया था, लेकिन एमबीबीएस दाखिलों पर रहस्यमयी चुप्पी साध ली। इसी वजह से सीबीआई ने भी इस केस को हाथ नहीं लगाया। फिलहाल आयुष कॉलेजों की फर्जी एडमिशन जांच एसटीएफ कर रही है और अंतिम आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी है।

कई कॉलेज संचालकों की संलिप्तता के ठोस सबूत मिले थे

पिछली जांचों में तत्कालीन मंत्री, प्रमुख सचिव और कई कॉलेज संचालकों की संलिप्तता के ठोस सबूत मिले थे। कई संचालक गिरफ्तार भी हुए थे। अब ताज़ा मामले में यह आशंका गहराती जा रही है कि एमबीबीएस समेत अन्य कोर्सों में भी बड़े पैमाने पर फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए दाखिले हुए हैं।

अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई

मेरठ के एक निजी मेडिकल कॉलेज में भी अल्पसंख्यक का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर दाखिले का मामला सामने आया था, जिसकी जांच ईओडब्ल्यू कर रही है। लेकिन अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जांच एजेंसियों की धीमी कार्रवाई और सरकार की चुप्पी से मेडिकल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
झारखंड में NEET UG 2025 एमबीबीएस काउंसलिंग शुरू: 26 जुलाई तक करें पंजीकरण

झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा बोर्ड (JCECEB) ने NEET UG 2025 एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है। जो छात्र मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार 26 जुलाई 2025 तक ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।

यह काउंसलिंग प्रक्रिया उन सभी उम्मीदवारों के लिए है जिन्होंने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) 2025 उत्तीर्ण की है और झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश पाने के इच्छुक हैं। JCECEB यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर रहा है कि प्रवेश निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो।

पंजीकरण के बाद, JCECEB 29 जुलाई 2025 को मेरिट सूची जारी करेगा। इस मेरिट सूची में उम्मीदवारों के NEET UG स्कोर और अन्य पात्रता मानदंडों के आधार पर उनकी रैंकिंग शामिल होगी। मेरिट सूची जारी होने के बाद, आगे की काउंसलिंग प्रक्रिया जैसे सीट आवंटन और दस्तावेज़ सत्यापन के चरण शुरू होंगे।

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे JCECEB की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से नज़र रखें ताकि वे किसी भी महत्वपूर्ण अपडेट या घोषणा से न चूकें। समय सीमा से पहले पंजीकरण पूरा करना सुनिश्चित करें और यह भी जांच लें कि सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार हैं। यह प्रक्रिया झारखंड के भावी डॉक्टरों के लिए पहला कदम है, और JCECEB यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि यह प्रक्रिया सभी के लिए सुचारू और कुशल हो।

कोटा से उठी उड़ान, बलिया में रचा इतिहास: NEET 2025 में संस्कृति सिंह की बाजीगरी, गांव इनामीपुर में हुआ भव्य स्वागत
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)।बेटियां अब केवल घर की चौखट तक सीमित नहीं रहीं—बल्कि वो आज पूरे देश में अपनी प्रतिभा और परिश्रम से परचम लहरा रही हैं। इसी की जीती-जागती मिसाल बनी हैं नगरा क्षेत्र की संस्कृति सिंह, जिन्होंने NEET 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 720 में से 616 अंक प्राप्त किए और ऑल इंडिया में 1200वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया। बलिया जिले के इनामीपुर गांव निवासी संस्कृति ने यह सफलता कोटा, राजस्थान में रहकर कठिन परिश्रम और अनुशासन के बल पर हासिल की है। उनके पिता अजीत सिंह व माता किरण सिंह की आँखों में बेटी की सफलता से गर्व और आंसू दोनों थे। संस्कृति की इस कामयाबी पर गांव, समाज और पूरे जिले में जश्न का माहौल है। संस्कृति के बलिया आगमन पर जैसे ही वह नरहीं चहटी (नगरा) पहुंचीं, वहां क्षेत्रवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया। ढोल-नगाड़े, फूल-मालाएं और मिठाइयों के साथ संस्कृति का अभिनंदन किया गया। चारों तरफ सिर्फ एक ही नाम गूंज रहा था—"संस्कृति सिंह ज़िंदाबाद!" इस अवसर पर उनकी बड़ी बहन रजनी सिंह ने उन्हें अपने हाथों से मिठाई खिलाकर आशीर्वाद दिया। ग्रामीणों ने गर्व से कहा कि आज इनामीपुर की बेटी नहीं, बल्कि पूरे बलिया की बेटी बन गई है संस्कृति। वर्तमान ग्राम प्रधान राजू सिंह, जो खुद शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय माने जाते हैं, ने भी इस सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि "संस्कृति जैसे बच्चों से ही गांव की तक़दीर बदलेगी।" संस्कृति, पूर्व प्रधान राजन सिंह की भतीजी हैं, जिन्होंने शुरू से ही उनकी पढ़ाई को लेकर विशेष रुचि ली। इस मौके पर सतीश सिंह, उमेश पांडे, राजीव सिंह, विजय प्रकाश प्रजापति, राजन सिंह सहित अनेक क्षेत्रीय गणमान्य लोगों ने उनकी इस कामयाबी को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। वर्तमान समय में जब गांवों की बेटियों को आगे बढ़ने के मौके कम मिलते हैं, ऐसे में संस्कृति की ये उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि अगर संकल्प मजबूत हो तो संसाधनों की कमी भी रास्ता नहीं रोक सकती। गांव के छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने उनके घर पहुंचकर उन्हें बधाइयाँ दीं। खास बात यह रही कि संस्कृति की सफलता को सिर्फ शैक्षणिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। संस्कृति सिंह का सपना है कि वह डॉक्टर बनकर ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवा में योगदान दें। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरुजनों और परिवार के सहयोग को दिया। बलिया के शिक्षा जगत में संस्कृति की यह कामयाबी एक नई उम्मीद की किरण बनकर उभरी है। निस्संदेह, इनामीपुर गांव की बेटी ने इस बार NEET की बाजी मार ली है—और पूरे जनपद को गर्व से भर दिया है।
विशाखा वैभव ने NEET परीक्षा 2025 में 720 के बिरुध 550 अंक प्राप्त कर शानदार सफलता हासिल की





मोतिहारी NEET परीक्षा 2025 में विशाखा वैभव ने 720 के बिरुध 550 अंक प्राप्त कर शानदार सफलता हासिल की है ।माता माधुरी कुमारी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बेलहिया में शिक्षिका के पद पर कार्यरत है,जबकि पिता बैजू कुमार गुप्ता,+2 विद्यालय पंचरुखा,बंजरिया में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं ।विशाखा वैभव का कहना है कि उनकी सफलता का श्रेय माता, पिता और गुरुजनों का है ।विशाखा डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती है ।इन्होंने सफलता हासिल कर जिला का नाम रोशन किया है।विशाखा वैभव स्थानीय एसपीएन महाविधालय के पूर्व प्रो० किशोरी भारती के नातीन है . प्रसन्नता जाहिर करने वालों में किशोरी प्रसाद भारती,प्रभु साह, सोनालाल साह,डॉ.प्रभात कुमार,पंकज कुमार एव प्रदीप कुमार आदि शामिल हैं ।
Mathiit Leads Kerala Again in JEE Main & Advanced 2025: Trivandrum Topper, Olympiad Achievers, and Board Brilliance

Mathiit, widely recognized as the best IIT JEE / NEET coaching institute in Kerala, has once again set new academic benchmarks with its extraordinary performance in JEE Main 2025, board exams, and prestigious Olympiads. The institute’s year-after-year consistency in producing top ranks across multiple domains has reaffirmed its position as Kerala’s most result-oriented coaching center.

जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन रायपुर के अध्यक्ष बने डॉ. रेशम सिंह, नई कार्यकारिणी का भी हुआ गठन

रायपुर- डॉ. रेशम सिंह पीजी छात्र जनरल सर्जरी विभाग को सर्वसम्मति से जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA) रायपुर का नया अध्यक्ष चुना गया है। उनके नेतृत्व में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें उपाध्यक्ष पद पर डॉ. राजेन्द्र झरिया, डॉ. शिल्पा, डॉ. संजू और डॉ. वीरेंद्र वारते को चुना गया है। वहीं डॉ. स्वास्तिक भट्टाचार्य को सचिव और डॉ. अमित बंजारा को सह-सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

डॉ. रेशम सिंह NGO “SANKALAP – A Mission” के संस्थापक एवं सलाहकार मंडल के सदस्य हैं। उनके नेतृत्व में अब तक हजारों निःशुल्क मेडिकल कैंप, रक्तदान शिविर तथा NEET-UG जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु शैक्षिक सहायता कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किए गए हैं।

मेडिकल समुदाय में डॉ. रेशम सिंह के नेतृत्व में अनेक परिवर्तन हुए हैं, इनमें प्रमुख उपलब्धियां निम्नलिखित हैं:

-अंडरग्रेजुएट एवं पोस्टग्रेजुएट मेडिकल काउंसलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित कर भ्रष्टाचार का समापन

-200-पॉइंट रोस्टर नीति को प्रभावी रूप से लागू कराना

-विषयों के आवंटन की प्रणाली में सुधार करते हुए लकी ड्रा की जगह व्यवस्थित रोस्टर प्रणाली लागू कराना

इन सुधारों के परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ राज्य की मेडिकल काउंसलिंग अब पूर्णतः पारदर्शी एवं निष्पक्ष हो चुकी है। समस्त जूनियर डॉक्टरों को डॉ. रेशम सिंह के नेतृत्व से व्यापक अपेक्षाएँ हैं और उनके अध्यक्ष चुने जाने से चिकित्सकीय समुदाय में उत्साह का वातावरण है।

डीन प्रोफेसर डॉ. विवेक चौधरी एवं मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर डॉ. संतोष सोनकर ने डॉ. रेशम सिंह को शुभकामनाएं देते हुए आश्वस्त किया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में कार्यरत जूनियर डॉक्टरों — जो मरीजों की सेवा में प्रथम पंक्ति में खड़े रहते हैं — उनके लिए समुचित सुरक्षा, भयमुक्त कार्य वातावरण और संतुलित ड्यूटी शेड्यूल सुनिश्चित किया जाएगा।

यह प्रयास न केवल डॉक्टरों के मनोबल को बढ़ाएगा, बल्कि आम जनता को बेहतर एवं सुलभ चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी।

साथ ही छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स फेडरेशन (CGDF) के अध्यक्ष डॉ. हीरा सिंह लोधी ने पत्र जारी कर डॉ. रेशम सिंह को बधाई दी और उत्साहपूर्वक कहा कि “उगते हुए सूरज को कोई रोक नहीं सकता।” उन्होंने विश्वास जताया कि अब समस्त चिकित्सक मिलकर चिकित्सा व्यवस्था में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर करेंगे और आम जनमानस के हित में चिकित्सा सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लाएंगे।

नीट पेपर लीक मामले में फरार संजीव मुखिया पर कसा शिकंजा, 3 लाख का इनाम घोषित

डेस्क : नीट पेपर लीक मामले में फरार चल रहे संजीव मुखिया पर बिहार पुलिस ने इनाम घोषित किया है. अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान) कुंदन कृष्णन की ओर से इसे लेकर आदेश जारी किया गया है. विभिन्न मामलों में वांछित फरार अपराधकर्मियों का पता बताने वाले या उनकी जानकारी देने वालों को बिहार पुलिस इनाम देगी. पेपर लीक आरोपी संजीव मुखिया के साथ ही दो अन्य अपराधियों को लेकर इनाम घोषित किया गया है.

नालंदा जिले के नगरनौसा थानाक्षेत्र के रहने वाले संजीव मुखिया के खिलाफ कुल 4 मामले दर्ज हैं. वह इन 4 कांडों में फरार चल रहा है जिसे लेकर बिहार पुलिस ने 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है. उसका पता बताने की जानकारी भी पुलिस गुप्त रखेगी. इसी तरह नालंदा के ही सोहसराय बिहार शरीफ थानाक्षेत्र के शुभम कुमार की गिरफ्तारी के लिए भी इनाम घोषित किया गया है. उसकी गिरफ्तारी में सहयोग करने वाले को एक लाख रूपये का इनाम दिया जाएगा. वहीं अरवल के करपी थाना के राजकिशोर कुमार के लिए भी एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है.

बता दें संजीव मुखिया नालंदा जिले के नगरनौसा थानाक्षेत्र का रहने वाला है. वह NEET पेपर लीक का मास्टरमाइंड है.संजीव मुखिया नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर काम कर रहा था.

सूत्रों के अनुसार संजीव मुखिया ने प्रति छात्र 40 लाख रुपए की मोटी रकम के बदले प्रश्न पत्र लीक किया गया था. संजीव मुखिया का परीक्षा घोटालों से पुराना संबंध रहा है. 2016 में सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में इनका नाम सामने आया था. बीपीएससी शिक्षक बहाली पेपर लीक मामले में जेल की हवा मुखिया खा चुका है. इसका बेटा डॉ. शिव कुमार, जो पीएमसीएच से एमबीबीएस है, वर्तमान में जेल में बंद है.

बिहार पुलिस ने अब संजीव मुखिया की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है. इसके पहले कई अन्य जांच एजेंसियों ने संजीव मुखिया पर शिकंजा कसने के लिए अलग अलग जगहों पर छापामारी की थी. हालांकि इसके बाद भी वह गिरफ्तार नहीं किया जा सका. ऐसी खबरें आई थी कि वह नेपाल में छिपा है लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई और ना ही वह पुलिस की गिरफ्त में आया. अब पुलिस ने उसके खिलाफ 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है.

NEET PG 2024 काउंसलिंग में नियमों की अनदेखी, बिना पात्रता के अभ्यर्थी को मिला बोनस अंक, जांच की उठी मांग

रायपुर- छत्तीसगढ़ राज्य के मेडिकल कॉलेजों में NEET PG 2024 काउंसलिंग में बोनस अंक प्रदान करने में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. कुछ अभ्यर्थियों को तीन वर्ष की अनिवार्य सेवा पूरी किए बिना ही 30% बोनस अंक दे दिए गए, जिससे मेरिट लिस्ट प्रभावित हुई है. इस संबंध में नीट पीजी 2024 के स्टूडेंट्स ने स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त सह संचालक को शिकायत पत्र सौंपा है.

शिकायत के अनुसार, चिकित्सा शिक्षा विभाग की नियमावली में स्पष्ट प्रावधान है कि जो अभ्यर्थी 31 जनवरी 2024 तक निर्धारित क्षेत्र में 3 वर्ष की सेवा पूर्ण कर लेते हैं, उन्हें ही इन-सर्विस रिजर्वेशन और बोनस अंक का लाभ दिया जाता है. लेकिन इस वर्ष कई अभ्यर्थियों ने गलत जानकारी देकर बोनस अंक प्राप्त कर CIMS में प्रवेश ले लिया.

 

शिकायतकर्ताओं ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए संबंधित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की पुनः जांच और उनके एडमिशन रद्द करने की मांग की है. साथ ही, वास्तविक मेरिट अभ्यर्थियों को उनका न्यायसंगत स्थान देने की अपील की है.

शिकायतकर्ताओं का कहना है कि 31 जनवरी 2024 तक जिन अभ्यर्थियों ने निर्धारित क्षेत्र में 3 वर्ष की सेवा पूर्ण की हो, उन्हें ही इन-सर्विस रिजर्वेशन का लाभ मिलना चाहिए, जिसमें उनके कार्य क्षेत्र के अनुसार प्राप्त अंकों में बोनस जोड़ा जाता है. लेकिन इस वर्ष MD/MS पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर भावेश पटेल को बिना 3 वर्ष की सेवा पूर्ण किए ही 30% बोनस अंक दे दिए गए और उन्हें MD डर्माटोलॉजी में CIMS बिलासपुर में प्रवेश दिया गया. जो कि अन्य NEET PG अभ्यर्थियों के साथ धोखा है.

बिहार में सरकारी परीक्षाओं में गड़बड़ी पर होगी सख्त कार्रवाई, आर्थिक अपराध इकाई ने कसी नकेल*
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पटना : सरकारी परीक्षाओं में कदाचार और प्रश्न पत्र लीक को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय और आर्थिक अपराध इकाई ने आज संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन और एडीजी आर्थिक अपराध सुनील कुमार ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर 10 साल की सजा और उनकी चल-अचल संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कई कोचिंग सेंटर और परीक्षा केंद्र भी जांच के दायरे में हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई कि 2012 से अब तक 10 मामलों में 545 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। 249 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए बिहार में 2005 से पीएमएलए एक्ट लागू है। परीक्षा में गड़बड़ी करने पर 10 साल की सजा और संपत्ति जब्त करने का प्रावधान है। परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों का एक डेटाबेस तैयार किया गया है। कई आरोपियों के तार दूसरे राज्यों से भी जुड़े हैं। NEET परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले संजीव मुखिया की संपत्ति कुर्क की जाएगी। बिहार के तीन बड़े कोचिंग सेंटर आर्थिक अपराध इकाई के रडार पर हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए जल्द ही वारंट जारी किया जाए संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में अधिकारियों ने साफ कर दिया कि परीक्षा में गड़बड़ी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों को कठोर सजा मिलेगी और कानून के दायरे में सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।