भाजपा का पोस्टर वार: प्रदेश में हो रहे अपराधों को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना, कहा- कांग्रेस के संरक्षण में पल रहे गुंडे-बदमाश

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहे अपराध को लेकर प्रदेश की सियासत तेज है. सत्ताधारी भाजपा और विपक्ष की कांग्रेस पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. एक तरफ कांग्रेस राज्य की भाजपा सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम साबित करने में लगी है, तो वहीं आज भाजपा ने सोशल मीडिया पर कार्टून पोस्टर जारी कर कांग्रेस पर निशाना साधा है.

भाजपा ने सूरजपुर हत्याकांड में आरोपी एनएसयूआई जिला अध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी (सूरजपुर) की गिरफ्तारी को लेकर कार्टून पोस्टर जारी करते हुए लिखा है कि प्रदेश में हो रहे आपराधिक गतिविधियों में कांग्रेसियों का हाथ है. गुंडे हो या शांति व्यवस्था बिगाड़ने वाले अपराधी कांग्रेस के संरक्षण में पल रहे हैं. राज्य में अराजकता फैलाने वाले सभी दोषियों पर विष्णु का सुदर्शन चलेगा.

देखें भाजपा का ट्वीट-

कस्टम मिलिंग का चावल जमा नहीं करने पर पांच राइस मिलर्स की राजसात होगी अमानत राशि…

रायगढ़- समय पर कस्टम मिलिंग का चावल जमा नहीं करने वाले पांच राइस मिल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. कलेक्टर ने खाद्य विभाग को अमानत राशि राजसात करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ दस अन्य राइस मिल संचालकों को भी अंतिम नोटिस जारी किया गया है, जिसका एक सप्ताह के भीतर जवाब देना होगा. 

खाद्य विभाग ने कलेक्टर कार्तिकेय गोयल के आदेश पर कार्यवाही शुरू की है. कस्टम मिलिंग के बाद राइस मिल संचालकों को समय सीमा के भीतर चावल जमा करना होता है. दो दिन पहले कलेक्टर ने समीक्षा बैठक में जानकारी ली थी.

पांच राइस मिल संचालकों ने नोटिस के बाद भी चावल जमा करने की पहल नहीं की है. इस पर बंसल उद्योग, मंगल ग्रेनस, इसमुंडा राइस मिल, श्री राम राइस मिल और मां दुर्गा फूड्स प्रोडेटेट की अमानत राशि राजसात की जाएगी.

रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा उप-निर्वाचन : निर्वाचन व्यय की निगरानी के लिए 9 उड़नदस्तों और 12 एसएसटी का गठन
रायपुर-   भारत निर्वाचन आयोग द्वारा रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा के लिए उप-निर्वाचन के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण अंतर्गत निर्वाचन व्यय की निगरानी के लिए संपूर्ण जिले में 19 सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। साथ ही नौ उड़नदस्ता दल (एफएसटी), 12 स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी) और दो वीडियो अवलोकन दलों (वीवीटी) का गठन किया गया है। इनके साथ ही निर्वाचन व्यय पर कड़ी निगरानी के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी, रायपुर द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में चार स्थैतिक नाकों की भी स्थापना की गई है। टिकरापारा थाना के अंतर्गत देवपुरी में, पुरानी बस्ती थाना के अंतर्गत भाठागांव में, आजाद चौक थाना के अंतर्गत अग्रसेन चौक में और कोतवाली थाना के अंतर्गत सुभाष स्टेडियम में ये स्थैतिक नाके स्थापित किए गए हैं।
सूरजपुर हत्याकांड में शामिल NSUI जिलाध्यक्ष गिरफ्तार, CM साय बोले – मुस्तैदी से काम कर रही पुलिस, अपराधियों पर होगी सख्त कार्रवाई
रायपुर-  सूरजपुर दोहरे हत्याकांड मामले में NSUI जिला अध्यक्ष की गिरफ्तारी पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, अपराधी कितने दिनों तक छिपकर रहेगा, अपराधी कोई भी हो, उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी. आरोपी पकड़ में भी आ गया है. वह सीतापुर की घटना का भी मुख्य अभियुक्त था.

सीएम साय ने कहा, छत्तीसगढ़ की पुलिस बहुत मुस्तैदी से काम कर रही है. हमारे गृह मंत्री ऊर्जावान हैं. उनके नेतृत्व में नक्सलवाद के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं.

एनएसयूआई ने जिलाध्यक्ष को पद से हटाया

इधर एनएसयूआई ने सूरजपुर डबल मर्डर मामले में शामिल एनएसयूआई जिला अध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी को पद से हटाया दिया है. इसका आदेश एनएसयूआई के प्रदेश प्रभारी आकाश चौधरी ने जारी किया है.

डिस्लेक्सिया एक सीखने की अक्षमता

रायपुर-       डिस्लेक्सिया जागरूकता सप्ताह 14 अक्टूबर से 18 अक्टूबर 2024 तक मनाया जा रहा है। डिस्लेक्सिया पर विशेष कार्य कर रही समाजसेविका डॉ. गार्गी पांडेय जो चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट व काउंसलर है उनके द्वारा जागरूकता सप्ताह में विभिन्न माध्यमो से लोगो तक डिस्लेक्सिया के लक्षण , पहचान के साथ इसपर सुधार के संबन्ध में जानकारी लोगो को दी जा रही है।डॉ. गार्गी पांडेय ने बताया कि डिस्लेक्सिया एक विशिष्ट सीखने की अक्षमता है जो मूल रूप से न्यूरोबायोलॉजिकल है डिस्लेक्सिया से पीड़ित कई बच्चे एक जैसे अक्षरों और शब्दों के साथ भ्रमित रहते हैं। लिखते समय अक्षरों को उल्टा करना—उदाहरण के लिए, on के बजाय no और was के बजाय saw—या भ्रमित करने वाले अक्षर—उदाहरण के लिए, d के बजाय b, m, के बजाय w, h के बजाय n—सामान्य है है जिसके कारण पढ़ने, लिखने, और वर्तनी में दिक्कत होती है. यह एक मस्तिष्क आधारित विकार है, जो दिमाग में ध्वनियों और प्रतीकों को जोड़ने में परेशानी पैदा करता है.

डिस्लेक्सिया से पीड़ित लोगों को अक्सर इन समस्याओं का सामना करना पड़ता है:

- शब्दों को पढ़ने में दिक्कत होना

- शब्दों को डिकोड करने में दिक्कत होना

- ज़ोर से पढ़ने में गति और सटीकता का कम होना

- वर्तनी में गड़बड़ियां होना

डिस्लेक्सिया के बारे में कुछ और बातेंः

- डिस्लेक्सिया से जुड़े कुछ लक्षणों को प्री-स्कूल शिक्षक भी पहचान सकते हैं.

- ज़्यादातर लोगों को बचपन में ही डिस्लेक्सिया का पता चल जाता है.

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित लोगों की बुद्धि सामान्य होती है, लेकिन वे अपेक्षित स्तर से काफ़ी कम पढ़ते हैं.

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित लोगों को अक्सर एक शब्द के भीतर अलग-अलग ध्वनियों को पहचानने में दिक्कत होती है.

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित लोगों को विराम चिह्नों और व्याकरण नियमों को याद करना भी मुश्किल होता रोकें। डिस्लेक्सिया एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुसार, नामांकित भारतीय छात्रों में से लगभग 15 प्रतिशत डिस्लेक्सिया से पीड़ित हैं। डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों के व्यवहार में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं:

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों में आत्म-सम्मान की कमी हो सकती है. वे खुद को बेवकूफ़ समझते हैं और अपनी कमज़ोरियों को छिपाने के लिए जटिल रणनीतियां अपनाते हैं.

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों में सामाजिक कौशल की कमी हो सकती है. उन्हें सामाजिक अनुकूली व्यवहार और व्यक्तित्व में कई समस्याएं हो सकती हैं.

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों में मनोविकृति और विक्षिप्तता की समस्या हो सकती है.

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों को ध्यान बनाए रखने में दिक्कत हो सकती है. वे "हाइपर" या "अस्थिर" प्रतीत हो सकते हैं.

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों को पढ़ने या स्कूल से जुड़ी गतिविधियों से बचने की कोशिश हो सकती है.

- डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों को लग सकता है कि वे अपने साथियों की तरह होशियार नहीं हैं.

डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों को लग सकता है कि वे मदद से परे हैं और दूसरों की तरह सीखने में सक्षम नहीं होंगे. डिस्लेक्सिया को ठीक नही किया जा सकता, लेकिन लगातार प्रयास से उसे दबाया जा सकता, ट्रेनिंग और टेक्निक के द्वारा इसे सुधारा जा सकता है।

अंबिकापुर से हवाई सेवा की तैयारी, पीएम मोदी 20 अक्टूबर को प्रदेशवासियों को समर्पित करेंगे मां महामाया एयरपोर्ट
अंबिकापुर-  रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर के बाद अब प्रदेश के चौथे शहर अंबिकापुर से नियमित हवाई सेवा की तैयारी शुरू हो गई है. इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को दिल्ली से वर्चुअल जुड़ते हुए दरिमा स्थित मां महामाया एयरपोर्ट को प्रदेशवासियों को समर्पित करेंगे. 

अंबिकापुर-मैनपाट मार्ग पर ग्राम दरिमा में वर्ष 1950 से हवाई पट्टी थी, जिसका विकास हवाई अड्डे के रूप में किया गया है. विमान सेवा शुरू होने के पहले से ही दरिमा का हवाई पट्टी विशिष्टजनों के प्रवास का गवाह रही है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी दो बार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार विमान से दरिमा आ चुके हैं. अब भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना उड़ान योजना के तहत दरिमा एयरपोर्ट को नियमित उड़ान के लिए लाइसेंस मिल गया है.

निजी विमानन कम्पनी को मिलेगा जिम्मा

अम्बिकापुर के दरिमा विमानतल से हवाई सेवा के लिए केंद्र सरकार निजी विमानन कम्पनी को ठेका देगी. अंबिकापुर के निकटतम बिलासपुर एयरपोर्ट से देश के विभिन्न महानगरों के लिए अलायंस एयर कम्पनी द्वारा सुविधा मुहैया कराई जा रही है.

रायपुर दक्षिण उपचुनाव : मुख्यमंत्री साय ने कहा- विपक्ष को कमजोर नहीं समझते, लेकिन हम रिकॉर्ड मतों से जीतेंगे

रायपुर-   रायपुर दक्षिण उपचुनाव का बिगुल बच चुका है. तारीख के ऐलान के साथ राजनीतिक दल खासकर भाजपा और कांग्रेस जोर-शोर से चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आत्मविश्वास भरा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम इस चुनाव को एक चुनौती मानते हैं. सामने वाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए. रायपुर दक्षिण सीट भारतीय जनता पार्टी की है, बृजमोहन अग्रवाल 8 बार लगातार विजयी हुए हैं. विधानसभा चुनाव 2023 में बड़े मार्जिन से जीते हैं. निश्चित रूप से इस सीट को भाजपा भारी मतों से जीतेगी.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने यह बयान हरियाणा दौरे पर रवाना होने से पहले दिया. मुख्यमंत्री साय के साथ उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा भी हरियाणा के लिए रवाना हुए. मुख्यमंत्री साय ने दौरे को लेकर कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में जा रहे हैं, दोनों उपमुख्यमंत्री भी साथ जा रहे हैं. शपथ के बाद प्रधानमंत्री के साथ बैठक भी है.

रायपुर दक्षिण विधानसभा में उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. नामांकन की प्रक्रिया 18 अक्टूबर से शुरू होगी. नामांकन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर होगी. 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी होगी. वहीं नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है.

बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023 में बृजमोहन अग्रवाल ने शानदार जीत दर्ज की थी. जिसके बाद भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हें शिक्षा विभाग सौंपा गया था. उसके बाद लोकसभा चुनाव 2024 में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को रायपुर लोकसभा से टिकट दी गई थी, जिसमें उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की थी. उनकी जीत के बाद रायपुर दक्षिण एक मात्र ऐसी सीट है, जहां उपचुनाव हो रहा है.

ED को मिली आरोपियों से जेल में पूछताछ की अनुमति, नार्को टेस्ट पर 26 अक्टूबर को होगी सुनवाई

रायपुर-    छत्तीसगढ़ में कथित 500 करोड़ रुपये के कोयला घोटाला मामले में गिरफ्तार सूर्यकांत तिवारी, रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर समेत कस्टम मिलिंग घोटाले के आरोपी रोशन चंद्राकर को ACB/EOW की विशेष कोर्ट में पेश किया गया। मामले में दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की मांग पर सभी आरोपियों से जेल में पूछताछ करने की अनुमति दी है। मामले में अब अगली सुनवाई 26 अक्टूबर को होगी।

बता दें कि इससे पहले EOW ने कोयला घोटाले के आरोपी सूर्यकांत तिवारी, रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर समेत कस्टम मिलिंग घोटाले के आरोपी रोशन चंद्राकर का नार्को, पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाने की अनुमति के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया था। इसके विरोध में बचाव पक्ष ने आज कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराई है। अब 26 अक्टूबर को दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद कोर्ट अपना निर्णय सुनाएगी। सभी आरोपी फिलहाल EOW की न्यायिक रिमांड पर रायपुर जेल में बंद हैं।

ईओडब्ल्यू के वकील सौरभ कुमार पांडे ने बताया कि कोयला घोटाला मामले में ईडी की जांच चल रही है। अनुसंधान में कई जानकारियां सामने आई हैं। साथ ही कई लोगों के बयान में गिरफ्तार आरोपियों की संलिप्तता की जानकारी मिली है, जिसकी पुष्टि के लिए कोर्ट से पूछताछ की अनुमति मांगी गई है।

क्या है कोयला घोटाला मामला?

छत्तीसगढ़ में कथित 500 करोड़ रुपये के कोयला घोटाला मामले में लेवी वसूली का मामला ईडी की रेड में सामने आया था। आरोप है कि कोयला परिवहन के दौरान कोयला व्यापारियों से वसूली करने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था। खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर विश्नोई ने इसके लिए 15 जुलाई 2020 को आदेश जारी किया था। इसके लिए सिंडिकेट बनाकर वसूली की जाती थी। पूरे मामले का मास्टरमाइंड कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया था।

रायपुर दक्षिण उपचुनाव की तैयारी में जुटे भाजपाई : संगठन महामंत्री साय और स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने ली बैठक
रायपुर-   रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव की तारीख घोषित होते ही भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. आज एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में आवश्यक बैठक हुई, जिसमें प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, स्वास्थ्य मंत्री और रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के संयोजक श्यामबिहारी जायसवाल ने भाजपाइयों को मार्गदर्शन देते हुए उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा की रिकॉर्ड मतों से जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया.

बता दें कि रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के लिए 18 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी और 13 नवंबर को मतदान के बाद 23 नवंबर को नतीजा जाएगा. भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने आज रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर बैठक ली, जिसमें रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के सभी प्रमुख पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता उपस्थित थे.

प्रदेश संगठन महामंत्री साय ने बैठक में मंडल, शक्ति केंद्र एवं बूथ स्तर की जानकारी ली एवं बैठक में आए सभी लोगों का मार्गदर्शन किया. संगठन महामंत्री पवन साय ने कहा कि जनता का जो विश्वास हम पर लगातार कायम है वह विश्वास हमें फिर प्राप्त करना है. इस मौके पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के संयोजक श्यामबिहारी जायसवाल ने भी चुनाव के मद्देनजर आवश्यक मार्गदर्शन देते हुए आगामी उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा की रिकॉर्ड मतों से जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया.

बैठक में भाजपा संभाग प्रभारी सौरभ सिंह, पूर्व सांसद सुनील सोनी, दक्षिण विधानसभा प्रभारी विजय केसरवानी जिला अध्यक्ष जयंती पटेल, महामंत्री रमेश सिंह ठाकुर, सत्यम दुबा, मोहन एंटी मंत्री अकबर अली, भाजपा मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल सच्चिदानंद उपासना सुभाष तिवारी, जेपी शर्मा, मिर्जा एजाज बाग, मीनल चौबे, सरिता वर्मा, सरिता दुबे, मनोज वर्मा, मंडल अध्यक्ष महेश शर्मा, मुकेश पंजवानी, सालिक ठाकुर, प्रवीण दौवड़ा उपस्थित थे.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कोलता समाज वार्षिक स्नेह सम्मेलन व बंधु मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए

महासमुंद-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बसना विकासखंड के गढ़फुलझर में बाबा बिसाशहे कुल कोलता समाज द्वारा आयोजित बाबा बिसाशहे कुल कोलता समाज वार्षिक स्नेह सम्मेलन व बंधु मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय रामचंडी मंदिर पहुंच कर पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। साथ में छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल, ओ.पी. चौधरी, सांसद रूपकुमारी चौधरी, बसना विधायक सम्पत अग्रवाल, महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, सरायपाली विधायक चातुरी नंद मौजूद थे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कोलता समाज द्वारा आयोजित गरिमामय कार्यक्रम मे शामिल होना सौभाग्य की बात है। सौभाग्य है कि आप सबका दर्शन लाभ लेने आए है। उन्होंने कोलता समाज को रामचंडी दिवस और शरद पूर्णिमा की बधाई दी। कोलता समाज द्वारा मुख्यमंत्री का हुलहुली बजाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह समाज बड़ा शिक्षित, समृद्ध है। यह समाज भारतीय समाज, संस्कृति एवं परंपरा को लेकर चलने वाला समाज है, जो दूसरे समाज को प्रेरणा देने वाला समाज है, कृषक समाज है। उन्होंने कहा कि ओडिशा की संस्कृति प्राचीन संस्कृति है और छत्तीसगढ़ मुख्य रूप से सामाजिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक रूप से इस राज्य से जुड़ा है। दोनों प्रदेश के लोगों का रोटी-बेटी का संबंध है। दोनों के अचार-विचार मिलते हैं।

श्री साय ने कहा कि मोदी की गारंटी के अनुरूप हम काम कर रहे है। तेंदूपत्ता संग्रहण के माध्यम से 13 लाख परिवारों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिससे आदिवासी और वनवासी समुदायों की आजीविका को बढ़ावा मिल रहा है। रामलला दर्शन योजना से लाखों श्रद्धालुओं को धार्मिक यात्रा और दर्शन की सुविधा दी जा रही है, जिससे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने युवाओं से नशा के खिलाफ जागरूक होने की अपील की, जिससे समाज स्वस्थ और प्रगतिशील बन सके। उन्होंने सभी को शासकीय योजना का लाभ लेने आह्वान भी किया और कहा कि समाज के सभी वर्ग सामने आएं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने गढ़फुलझर मे सर्व समाज मंगल भवन के लिए 50 लाख रूपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रामचंडी गढ़ फुलझर क्षेत्र को पर्यटन के रूप मे विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उड़ीसा और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली सड़क को बेहतर और उन्नत बनाया जाएगा, जिससे परिवहन और संपर्क में सुधार होगा, और दोनों राज्यों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध मजबूत होंगे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री दयाल दास बघेल ने सभी समाज के लिए सर्व मंगल भवन के लिए घोषणा के लिए अनुरोध किया। इस अवसर पर वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 21 क्विंटल धान की खरीदी का प्रबंध किया है, साथ ही किसानों को बोनस भी प्रदान किया जा रहा है। 18 लाख गरीब परिवारों को आवास उपलब्ध कराने की योजना है। 9 लाख 25 हजार गरीबों को पहली किश्त वितरित की गई है। 70 लाख महिलाओं (दीदियों) को हर महीने 1,000 रुपये की सहायता दी जा रही है। ऐसे मुख्यमंत्री का अभिनन्दन है।

सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि यहां मौजूद होना सौभाग्य की बात है। इस अवसर पर उन्होंने उड़ीसा और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली सड़क के उन्नयन की मांग की।

बसना विधायक सम्पत अग्रवाल ने कहा कि रनेश्वर रामचंडी मंदिर सिद्ध मंदिर है। यहाँ जो भी मन्नत मांगी जाती है पूरी होती है। यह क्षेत्र आदिवासी राजा का गढ़ रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप मे विकसित करने और कोरिडोर बनाने की मांग की है। पद्मपुर से गढ़फुलझर सड़क को क़ृषि महाविद्यालय खोलने सर्व जन मंगल भवन, 100 बिस्तर अस्पताल, बसना मे ट्रामा सेंटर, अधूरे जोक परियोजना, फुलवारी ग्राम को राजस्व रिकॉर्ड मे दर्ज करने की मांग उनके द्वारा की गई।

कार्यक्रम में पूर्व सांसद चुन्नी लाल साहू, पूर्व राज्य मंत्री पूनम चंद्राकर, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू सहित समाज के पदाधिकारी, सदस्य और बड़ी संख्या मे श्रद्धांलुगण मौजूद थे।

मान्यता है कि प्रभु श्रीराम जी द्वारा रावण से रण में विजय पाने हेतु देवी की 9 दिन तक देवी की उपासना की गई थी। राम साधक के रूप के कठोर साधना कर चंडी को प्रसन्न किये, उनसे विजयी होने का आशीर्वाद प्राप्त किया। उसी समय से देवी के उस स्वरुप का नाम रनेश्वर रामचंडी पड़ा। माता रनेश्वर रामचंडी बाबा बिशा सहे कोलता समाज की कुल देवी के रूप में फुलझर के गढ़ में प्रतिष्ठित हैं। जहाँ एक और राजा तालाब और एक और रानी तालाब है। यहाँ आदिवासी भैना राजा का राज्य था. जिन्होंने गुरु नानक देव जी को 4 एकड़ भूमि देकर एवं गांव का नाम नानक सागर कर सम्मानित किया। सन 2004 में रनेश्वर रामचंडी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई। तब से प्रत्येक वर्ष रामचंडी दिवस का आयोजन धूमधाम से होता हैं। यह आयोजन का 20वा वर्ष है। छत्तीसगढ़ में 306, गांव में कोलता समाज निवासरत है। जिसे 4 अंचल में विभाजित किया गया है, जिसके अंतर्गत 30 शाखा सभा आते हैं, प्रत्येक 100, व्यक्ति में एक ग्राम प्रतिनिधि होते हैं. कोलता समाज प्रमुख रूप से क़ृषि कार्य करते हैं. सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और परंपरा तथा जड़ से जुड़े रहने वाले होते हैं। शिक्षा के प्रति विशेष आग्रह रखने वाले, धार्मिक तथा सेवाभावी होते हैं।

रामचंडी दिवस में छत्तीसगढ़ के 8 तथा ओड़िसा के 12 जिले के लोग उपस्थित होते होते हैं. इस कार्यक्रम में कोलता समाज के अलावा अन्य समाज के लोग भी उपस्थित होते हैं। यह पर्व और माता का यह स्वरुप शक्ति और मर्यादा का समन्वित रूप है।