कड़ी सुरक्षा के बीच 5 लाइसेंसी मां दुर्गा की मूर्ति दुखहरनी द्वार से कराया गया पास: देर रात तक सुरक्षा का जायजा लेने के लिए मौजूद रहे DM व SSP

गया। नवरात्र के मौके पर पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए शहर के 5 लाइसेंसी मां दुर्गा की प्रतिमा दुख हरणी मंदिर द्वार से पास कराया जाता है। इसी क्रम में गया शहर के उत्तरी क्षेत्र के 5 लाइसेंसी प्रतिमा को नवरात्र के विजयदशमी के दिन रात्रि को दुखहरणी द्वार से पास कराया गया। यह सिलसिला शनिवार की देर रात तक 01 बजे तक चलता रहा। प्रतिमा दुखरनी द्वार से होते हुए जामा मस्जिद से गुजरती है। इसे लेकर यहां पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की बंदोबस्ती की गई थी।

जिलाधिकारी, डॉ० त्यागराजन एस एम और वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती इस स्थल पर मौजूद थे। दोनों पदाधिकारियों की मौजूदगी में शांतिपूर्ण तरीके से दुखहरणी मंदिर द्वार से प्रतिमा बारी बारी से पास कराया गया। जिला पदाधिकारी देर रात 01:00 बजे तक इस स्थल पर मौजूद रहे। मूर्ति पास कराने को लेकर बारीकी से नजर बनाए रखें ताकि सामाजिक सद्भाव और शांति बना रहे। जिला पदाधिकारी की मौजूदगी रहने से उनके अधीनस्थ पदाधिकारी भी उत्साहित रहे। ऐसे तो दुखहरणी मंदिर द्वार से पास कर जामा मस्जिद के समीप पदाधिकारी मौजूद रहे , लेकिन *प्रतिमा पास होने में थोड़ी सी भी विलंब होने पर खुद जिलाधिकारी एव एसएसपी अपने स्थान से उठकर आम लोगों के बीच चले जाते। उन्हें समझाते और जल्दी-जल्दी प्रतिमा को आगे बढ़ाने का आग्रह कर रहे थे। डीएम के प्रयास को समाज के सभी लोगों ने सराहना की है।

जब तक अंतिम प्रतिमा दुखहरणी मंदिर द्वार से पास नहीं हुआ तब तक जिलाधिकारी एव एसएसपी वहां पर मौजूद रहे। प्रतिमा पास कराते समय डीएम अपने जगह से उठकर अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों की हौसला अफजाई के लिए वहां पहुंच जाते। करीब 4 घंटे की मशक्कत जिलाधिकारी के अथक प्रयास के बाद शांतिपूर्ण तरीके से दुखरनी मंदिर द्वार से मां दुर्गा की 5 प्रतिमाएं पास कराई गई। इस पूरे कार्यक्रम में नगर पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस उपाधीक्षक पीएन साहू, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता राजस्व, ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता, कोतवाली थाना के साथ-साथ काफी संख्या में सुरक्षा बल के जवान और सामाजिक कार्यकर्ता एवं मुस्लिम समुदाय के गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे।

जिनमे मुख्य रूप से नूरानी जी, मोती करीमी, कमांडर जी, अनिल स्वामी, अनंत धीश अमन, जितेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार उर्फ टिबलु सिंह, पूर्व वार्ड पार्षद संतोष सिंह, साहजी कमर, बृजनंदन पाठक, अंकुश बग्गा सहित अन्य पूजा पंडाल के पर्याप्त वोलेंटियर्स उपस्थित थे। जानकारी हो कि गया शहर के उत्तरी क्षेत्र के दुख हरणी मंदिर, तुतबाड़ी, नई गोदाम, गोल पत्थर और झीलगंज में स्थापित लाइसेंसी प्रतिमा दुखरनी मंदिर द्वार से पास पास होती है।

जिले के बाराचट्टी के बीबी पेसरा गांव में पीएनबी सीएसपी शाखा का फीता काटकर हुआ उद्घाटन

गया/बाराचट्टी। गया जिले के बाराचट्टी प्रखंड के बीबी पेसरा गांव में पीएनबी का सीएसपी शाखा का भव्य उद्धघाटन का आयोजन किया गया। पीएनबी सूर्यमंडल शाखा के हेड कैशियर अरुण सिंह, बाराचट्टी भाजपा मंडल अध्यक्ष अमन कुमार सिंह उर्फ विक्की सिंह,बीबी पेसरा पंचायत के पूर्व मुखिया तुलसी पासवान ने सीएसपी शाखा का उद्धघाटन संयुक्त रूप से पिता काटकर किया।

कार्यक्रम के दौरान हेड कैशियर अरुण सिंह ने कहा ने मौके पर मौजूद लोगों को सीएसपी से जुड़ने की सलाह देते हुए कहा कि आज के परिवेश में बैंकों का महत्व काफी बढ़ गया है। वहीं अमन कुमार सिंह ने कहा की छात्रों, किसानों, व्यवसाईयों सहित सभी वर्ग के लोगों को इस सीएसपी से काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कृषि, शिक्षा, पेंशन आदि लाभों के लिए अब अन्य बैंकों का चक्कर नही लगाना पड़ेगा। बीबी पेसरा पंचायत के पूर्व मुखिया तुलसी पासवान ने कहा की इस इलाके के पीएनबी बैंक के ग्राहकों को पैसे की लेनदेन,पासबुक अपडेट करने सहित अन्य छोटे छोटे कामों के लिए मुख्य बैंक शाखा का चक्कर लगाना पड़ता था जिससे समय के साथ साथ भाड़े में पैसे भी खर्च होते थे जिससे राहत मिलेगी और समय का बचत होगी।

इस दौरान उद्धघाटन कर्ताओं ने सीएसपी संचालक अंजय सिंह राठौड़ को सीएसपी शाखा का संचालन सुचारू रूप से चलाने और ग्राहकों को हरसंभव मदद पहुंचाने की सलाह दिया।श्री राठौड़ ने कहा की सीएसपी शाखा न होने से इलाके के लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था मेरा प्रयास रहेगा की लोगो की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बेहतर सुविधा उपलब्ध कराएं।इस मौके पर भारी संख्या में बीबी पेसरा गांव के ग्रामीण मौजूद रहे जिन्होंने सीएसपी शाखा खुलने पर खुशी जाहिर किया है।

गया के गांधी मैंदान में दशहरा पर्व पर बुराई का प्रतीक रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले धू-धू कर जल उठे,

गया। दशहरा पर्व पर बुराई का प्रतीक रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले धू-धू कर जल उठे। 

शहर के गांधी मैंदान में श्री दशहरा कमेटी और जिला प्रशासन की देखरेख में रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राम-रावण युद्ध देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग शहर और ग्रामीण क्षेत्र से एकत्र हुए। रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन हुआ। 

इस अवसर पर मुख्य अतिथि सहकारिता, वन पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार, मगध प्रमंडल आयुक्त प्रेम सिंह मीणा, मगध प्रमंडल पुलिस महानिरीक्षक छात्र नील सिंह, जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम, एसएसपी आशीष भारती, नगर पुलिस अधीक्षक प्रेरणा कुमार आदि मौजूद रहे। 

कार्यक्रम में श्री दशहरा कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार तर्वे, कोषाध्यक्ष संजय पाल, संगठन मंत्री दीपक चड्डा, महामंत्री शिरीष प्रकाश, संयोजक संजय कुमार सेठ, मीडिया प्रभारी रंजीत ब्रह्मपुरिया आदि मौजूद रहे। 

रावण दहन कार्यक्रम में रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले में आग लगाई गयी। बुराई के प्रतीक के पुतले यहां धू-धूकर जल उठे। इससे पहले यहां राम और रावण की सेवा में युद्ध का मंचन हुआ बड़ी संख्या में लोग यहां कार्यक्रम को देखने के लिए शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र से लोग जुटे थे। वहीं सुरक्षा को लेकर गया पुलिस के द्वारा सभी जगह पर पुलिसकर्मियों के तैनाती की गई थी ताकि किसी तरह का कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

पत्रकार के चार साल के भतीजे की नाक में फंसा था घड़ी के बैटरी, बनी जान आफत के बीच देर रात भगवान रूपी भाजपा नेता राहुल रंजन, डॉ. तेजस्वी नंदन

ईएनटी डॉ. अंशु प्रयास के बाद बच्चे की बची जान


गया। गया शहर के एक न्यूज चैनल के पत्रकार धीरज सिन्हा के भतीजा का खेलने के दौरान हाथ का छोटा घड़ी के बैटरी अचानक नाक में जाकर फंस गई। इस बीच बनी जान की आफत के बीच देर रात आनन-फानन में पत्रकार धीरज सिन्हा ने अपने भतीजा को लेकर मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों के काफी प्रयास के बाद उन्होंने जवाब दिया कि बच्चे की जान की दिक्कत भी हो सकती है। बेहोशी के बाद ऑपरेशन किया जाएगा और इसमें जान का भी रिक्स हो सकता है। 

पत्रकार धीरज सिन्हा को कुछ समझ में नहीं आया और मगध मेडिकल अस्पताल से बाहर कुछ दलालों ने कई झोलाछाप डॉक्टरों के नाम लेते हुए वहां भर्ती कराने को कहा, उन्होंने इस पर काफी फटकार लगाते हुए वहां से निकल गए, इस बीच थेरपी स्पेशलिस्ट डॉ. अभिषेक रंजन, डॉ. अमन सहित कई डॉक्टरों ने मदद काफी प्रयास किए, लेकिन ईएनटी के डॉक्टर सम्पर्क नहीं हो पाए। वहीं कई निजी अस्पतालों में भर्ती कराना चाहा, लेकिन वहाँ ईएनटी के डॉक्टर न रहने भर्ती न लिए।

उसके बाद पत्रकार धीरज सिन्हा ने रात तकरीबन 1 बजे जिलाधिकारी आवास के समीप डॉ. रतन कुमार के गेट खोलवाने के लिए खड़े ते, तभी भाजपा नेता राहुल रंजन ने पत्रकार धीरज सिन्हा का पूरा परिवार परेशान में देखा और रुककर हाल चाल लिया तो पता चला बच्चे ने घड़ी के बैटरी नाक में फसा हुआ और मगध मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने जिस तरह से जवाब दिया था, उससे और परिवार टेंशन में हो गया, इसके बाद सड़क पर परिवार खड़े थे, भाजपा नेता राहुल रंजन अपने परिवार के साथ पंडाल एवं मूर्ति भर्मण करने के लिए निकले थे। पत्रकार धीरज सिन्हा को खड़ा देखा तो उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी को रोक दिया और हाल-चाल पूछने लगे। इसके बाद पूरी बात को पत्रकार धीरज सिन्हा ने बताया, जिसके बाद कुछ देर के लिए भाजपा नेता राहुल रंजन परेशान हो गए और सोचने लगे कि इस बच्चे का जान हम कैसे बच्चा सकते है। उसने बाद रात 2 बज गयी और बिना कुछ सोचे समझे बिना कुछ विचार किये डॉ. तेजस्वी नंदन के आवास पर कॉल किया तो मैडम ऑपरेशन में थी। 5 मिनट में बाद तुरंत डॉ0 तेजस्वी नंदन ने कॉल किया तो भाजपा नेता राहुल रंजन ने सारी बातों को बताया। 

इसके बाद राहुल रंजन ने डॉक्टर तेजस्वी नंदन से कहा कि मैडम जिसको भी फोन करना पड़े कीजिये... लेकिन इस बच्चे का जान बचा लीजिये। डॉ. तेजस्वी नंदन मैडम ने कहा सर परेशान मत होइए, हम कुछ करते है। 

उन्होंने तुरंत ENT SPECIALIST डाॅ0 अंशु कुमार को फोन किया और रिक्वेस्ट कर मरीज को देख लेने की बात कही। डॉ तेजस्वी नंदन मैडम के फोन के बाद पत्रकार धीरज सिन्हा के परिजन डॉ0 अंशु कुमार के आवासीय क्लिनिक आशा सिंह मोड़ गए और निःशुल्क करीब 2 घंटे के इलाज में बच्चा को बचा लिया गया और पत्रकार धीरज का परिजन सकुशल बच्चे के साथ सुबह 4 बजे घर वापस गए। अगर भगवान रूपी भाजपा नेता राहुल रंजन और डॉक्टर तेजस्वी नंदन के रिक्वेस्ट ना होता तो इस बच्चे को बचा पाना बहुत ही मुश्किल था...क्योंकि नवरात्रा का महीना चल रहा था और ऐसे में कई डॉक्टर छुट्टी पर थे। कई डॉक्टरों के पास पत्रकार धीरज सिन्हा ने कॉल किया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं दिया गया। इस नेक कार्य के लिए पत्रकार धीरज सिन्हा ने राहुल रंजन को भगवान के रूप में आने के लिए धन्यवाद दिया और मां दुर्गा ने मदद के लिए भगवान रूपी आपको भेजा है। भाजपा नेता राहुल रंजन, डॉ. तेजस्वी नंदन और ईएनटी डॉ. अंशु जी के प्रयास से बच्चे की जान बची।

गया जिले नक्सल क्षेत्रों में रावण वध के दौरान सुरक्षा व्यवस्था रहेगी पुख्ता: अधिकारियों ने रावण दहन स्थलों का किया निरीक्षण

गया जिले के नक्सल प्रभावित इलाका इमामगंज प्रखंड अंतर्गत रानीगंज में रावण वध के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहेगी। इस दौरान ड्रोन एवं विभिन्न कैमरों से मेला की निगरानी की जाएगी। वहीं दशहरा पर्व के अवसर पर सुरक्षा और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार, प्रखंड बीडीओ संजय कुमार, सीओ सुनीता कुमारी, थाना अध्यक्ष अमित कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने रानीगंज, बिश्रामपुर, पकरी-गुरिया सहित अन्य रावण दहन स्थलों का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने रावण दहन स्थल और रूट चार्ट का निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि रावण के पुतले की ऊँचाई मानक से अधिक न हो, पुतले में तीव्र आतिशबाजी न लगाई जाए, स्थल पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था हो, पार्किंग की उचित व्यवस्था और जनता के आने-जाने के लिए सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, दमकल विभाग को निर्देश दिए गए कि किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए अग्निशमन यंत्र और गाड़ी के साथ आयोजन स्थल पर तैनात रहें। सभी स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल एवं प्रशासनिक अधिकारियों की तैनात रहेंगे। वहीं इस दौरान एसडीपीओ अमीत कुमार ने रावण दहन कार्यक्रम और सुरक्षा बंदोबस्त को लेकर चर्चा की।

ताकि सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके और पर्व शांति और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो। वहीं इस संबंध में इमामगंज प्रखंड बीडीओ संजय कुमार ने बताया कि रानीगंज, बिश्रामपुर, पकरी-गुरिया सहित अन्य रावण दहन स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं रावण वध स्थल पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, वाहन पार्किंग की उचित व्यवस्था और जनता के आने-जाने के लिए सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाए इसको लेकर रावण वध कमेटी के लोगों को कई दिशा निर्देश देते हुए उन्हें अवगत कराया गया है। इसके अलावा, दमकल विभाग को निर्देश दिए गए कि किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए अग्निशमन यंत्र और गाड़ी के साथ आयोजन स्थल पर तैनात रहें।

इसके साथ ही विकट परिस्थिति में इसी तरह की परेशानियां होने पर एंबुलेंस की भी तैनाती किया गया है। वही मेला में भीड़ को देखते हुए सभी रावण दहन स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल एवं प्रशासनिक अधिकारियों तैनात रहेंगे। वहीं इस दौरान रावण वध कमेटी के लोगों को निर्देश दिया गया कि रावण दहन के बाद घर वापसी में रोशनी की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। 4.30 से पांच के बीच रावण दहन कार्यक्रम शुरु कर दें। पुख्ता बैरिकेडिंग का इंतजाम रखें। वहीं अधिकारियों को निर्देश दिया गया सभी प्रवेश व निकास द्वार पर प्रशासनिक व्यवस्था सही रहनी चाहिए। रावण वध के बाद तुरंत ही मैदान से निकलने की होड़ रहती है। इसपर विशेष ध्यान रखना होगा।

इसके साथी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिया गया है। वहीं इस दौरान बीडीओ संजय कुमार ने क्षेत्र वासियों को दुर्गा पूजा एवं विजयदशमी की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए कहा कि आप लोग इस पर्व को शांतिपूर्वक आपसी भाई-चारे के साथ इस पर्व को मनाने की अपील किया। इस मौके पर एसडीपीओ अमित कुमार, बीडीओ संजय कुमार, सीओ सुनीता कुमारी, इमामगंज थाना अध्यक्ष अमित कुमार, एसआई प्रदीप कुमार, खुशबू कुमारी, मुख्य पार्षद पति धीरज पासवान, उप मुख्य पार्षद पति उपेंद्र रजक, सुरेश गुप्ता, मो. शारीरिक, छकरबंधा पंचायत के मुखिया श्याम सुंदर प्रसाद गुप्ता, पंकज गुप्ता, दिलबहार कुमार, मनोज कुमार तिवारी, राकेश कुमार तैलिक, संतोष सौंणडीक, रवि सिंह सहित अन्य सैकड़ों लोग मौजूद थे।

गया में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा आयोजित नवरात्र पूर्णाहुति महोत्सव का गायत्री शक्तिपीठ में समापन, श्रद्धालुओं ने माता की आराधना और की यज

गया। गया शहर के रामसागर स्थित अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा आयोजित नवरात्र पूर्णाहुति महोत्सव का समापन आज शुक्रवार को दोपहर 1 बजे स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ में संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और माता की आराधना और यज्ञ की।

नवरात्र पूर्णाहुति महोत्सव के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिनमें माता की पूजा-अर्चना, भजन संध्या, यज्ञ और अन्नदान शामिल थे। इस अवसर पर माता के नौ रूपों की पूजा की गई और श्रद्धालुओं ने अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए प्रार्थना की। उपजोन समन्वयक संतोष संगम ने कहा, "नवरात्र पूर्णाहुति महोत्सव हमें माता की शक्ति और उनकी कृपा की याद दिलाता है। यह हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने और माता की भक्ति में लीन होने का अवसर प्रदान करता है।"

इस अवसर पर व्यवस्थापक संजय शर्मा ने भी शिरकत की और श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, "नवरात्र की पूर्णाहुति हमें एकता और सामाजिक सद्भावना का संदेश देता है।" वहीं पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ करने में लगे कार्यक्रम प्रभारी अमित कुमार ने कहा की पूर्णाहुति का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है। गायत्री परिवार, गया जी के तमाम गायत्री साधक पूरी तन्मयता के साथ 8 दिनों गायत्री मंत्र के 24 हज़ार का लघु अनुष्ठान करते हैं , उसके बाद नवमी तिथि को पूर्णाहुति कर कन्या पूजन करके अपना व्रत खोलते हैं। नवरात्र पूर्णाहुति के आयोजन के लिए युवा प्रकोष्ठ, कन्या जागृति मंडल, बाल संस्कारशाला और प्रज्ञा मंडल और स्थानीय निवासियों ने भरपूर सहायता किया। इस अवसर पर सुरक्षा और स्वच्छता के पुख्ता इंतजाम किए गए।

कटिहार जिले से आई एक वृद्ध महिला अपने परिजनों से बिछड़ी: विष्णुपद थाना के पुलिस ने खोज कर मिलाया

गया। बिहार के गया में विष्णुपद थाना की पुलिस को दोपहर 2 बजे सूचना मिली कि कटिहार जिले से आई एक वृद्ध महिला अपने परिजनों से बिछड़ गई है।

सूचना के बाद विष्णुपद थाना की पुलिस ने त्वरित छानबीन करते हुए बिछड़ी वृद्ध महिला के बारे में सूचना प्रसारित कराई गई और खोजने के लिए विष्णुपद थाना के पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों को छानबीन में लगाया गया

और बिछड़ी वृद्ध महिला को खोज कर परिजनों से मिलाया गया है। गया पुलिस की इस संवेदनशीलता एवं तत्परता के लिए उक्त वृद्ध महिला के परिजन ने हार्दिक आभार प्रकट किया।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया सेंट्रल जेल में बंद कैदी ने गैस पाइपलाइन योजना का काम करने वाली कंपनी के निदेशक से मांगी एक करोड़ की रंगदारी: हत्या करा देने का धमकी

गया। बिहार के गया सेंट्रल जेल में बंद सजायाफ्ता कुख्यात अंकुर चौबे ने जेल के अंदर से ही रंगदारी की मांग कर सनसनी फैला दी है. उसने बिहार -झारखंड में गैस पाइपलाइन योजना का काम करने वाली कंपनी एचयूआईवी कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक उज्ज्वल कुमार से एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी है.

गया जेल से कुख्यात अंकुर चौबे ने मोबाइल कॉल कर रंगदारी की राशि मांगी है. रंगदारी की राशि नहीं देने पर 15 दिनों के भीतर हत्या कर देने की धमकी दी है. बताया जा रहा है, कि गैस पाइपलाइन योजना का कार्य करा रही एचयूआईवी कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक उज्जवल कुमार के अलावे उनके भाई धीरेंद्र कुमार को भी अंकुर चौबे ने कॉल किया है.

अंकुर चौबे हत्या के एक मामले में गया सेंट्रल जेल में बंद है. अंकुर चौबे सजायाफ्ता है. जानकारी के अनुसार बिहार-झारखंड में गैस पाइपलाइन योजना का काम करने वाली कंपनी के निदेशक का गांव मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज थाना के बैरिया गांव में है. इस मामले की प्राथमिकी मुजफ्फरपुर थाने के साहिबगंज थाने में दर्ज कराई गई है.

वहीं, इस तरह का मामला सामने आने के बाद मुजफ्फरपुर के साहिबगंज थाना की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. प्राथमिकी दर्ज कर मोबाइल का सीडीआर खंगाला जा रहा है. वहीं, कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. गया जेल में बंद अंकुर चौबे ने आखिर कैसे मोबाइल से उज्ज्वल कुमार को धमकी भरा कॉल किया और एक करोड़ की रंगदारी की राशि मांगी. फिलहाल विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है. जानकारी के अनुसार इस तरह की धमकी गया जेल में बंद कुख्यात अंकुर चौबे के द्वारा मोबाइल से दिए जाने के बाद उज्जवल कुमार और उनके परिवार के लोग दहशत में है.

वहीं, इस तरह के मामले की जानकारी मिलते ही गया सेंट्रल जेल के अधीक्षक मामले की छानबीन में जुट गए हैं. गौरतलब हो, कि गया सेंट्रल जेल से पहले भी कई ऐसे मामले आ चुके हैं, जिसमें मोबाइल से कॉल कर कुख्यात अपराधी रंगदारी की डिमांड करते रहे हैं और जान मारने की धमकी देते रहे हैं. अब एक बार फिर से गया सेंट्रल जेल से जुड़ा यह मामला सामने आया है.

रिपोर्ट: मनीष कुमार

डीएम-एसएसपी ने रावण दहन के तैयारियों का किए निरीक्षण, स्पॉट पर किए ब्रीफिंग: प्रवेश एवं निकासी गेट पर सभी प्रशासनिक व्यवस्था रखें दुरुस्त

गया। जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा गांधी मैदान में विजयदशमी के दिन आयोजित होने वाले रावण दहन के तैयारियों का निरीक्षण एव स्पॉट पर ब्रीफिंग किया। उन्होंने रावण दहन आयोजक तथा नगर निगम को सख्त निर्देश दिया कि रोशनी की पुख्ता इंतजाम रखें ताकि किसी भी व्यक्ति को रावण दहन के पश्चात घर वापसी में रोशनी की कोई समस्या ना रहे। 

उन्होंने निर्देश दिया कि हर हाल में 4:30 से 5:00 के बीच रावण दहन कार्यक्रम प्रारंभ करते हुए 5:15 बजे तक हर एक व्यक्ति गांधी मैदान परिसर को खाली कर दें। उन्होंने कहा कि बैरीकटिंग का पुख्ता इंतजाम रखें। सभी प्रवेश एवं निकास गेट पर सभी प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त रखें। गांधी मैदान परिसर तथा सभी गेटों के समीप पी एस सिस्टम सुचारू रखें। सभी गेट पर डीएफएमडी के माध्यम से जांच करते हुए मैदान में प्रवेश करवाये। रावण दहन के पश्चात आम लोगो को तुरंत ही ग्राउंड से निकलने की होड़ रहती है, इसपर विशेष ध्यान रखना होगा। सभी ब्लॉक/ गैंग में पर्यपत ड्राप गेट रखे साथ मे सभी ड्राप गेट पर पर्याप्त पदाधिकारी एवं पुलिस बल रखे, ताकि तुरंत ड्राप गेट को खोल सके और पंक्तिबद्ध आम जनों को निकास करवा सके। 

डीएम ने भवन विभाग के अभियंता को निर्देश दिया कि मैदान में किये जाने वाले बैरिकेटिंग का ब्लू प्रिंट ले आउट तैयार करे, और उसी अनुरूप मजबूती से बैरिकेटिंग करे। मैदान में कोई भी किसी भी प्रकार का जानवर प्रवेश नहीं करें इसे सुनिश्चित करें। गांधी मैदान में फायर सेफ्टी का भी पूरा व्यवस्था रखें। वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रोड के किनारे किसी भी हाल में ठेला नहीं लगे इसे सुनिश्चित करावे। 

कंट्रोल रूम, पर्याप्त सीसीटीवी, पर्याप्त संख्या में ड्रोन की पूरा व्यवस्था रखें। लगातार माइकिंग भी करवाते रहे। उन्होंने प्रतिनियुक्त सभी पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने निर्धारित समय पर ही गांधी मैदान में हर हाल में ड्यूटी स्थान पर पहुंच जाएं एवं जब तक अंतिम व्यक्ति परिसर से बाहर नहीं चला जाए तब तक अपने ड्यूटी स्थान पर बने रहेंगे। ट्रैफिक के पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि रावण वध कार्यक्रम संपन्न होने के पश्चात ट्रैफिक सुचारू रूप से चला रहे इस पर विशेष ध्यान देना होगा। इसके लिए अभी से ही पूरा प्लान तैयार कर लें। गांधी मैदान में प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वह अपने वाहन को ग्वाल बीघा संवाद सदन के परिसर में एवं गांधी मैदान के समीप लाइब्रेरी के जमीन पर वाहनो को पड़ाव करेंगे किसी भी हाल में सड़क पर कोई भी वाहन नहीं लगे इसे ध्यान रखा जाएगा। 

उन्होंने पुलिस के वरीय पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने साथ हर हाल में वायरलेस सेट साथ में रखें ताकि जरूरी सूचनाओं का आदान-प्रदान आसानी से हो सके। गांधी मैदान कैंपस में कुल 12 सेक्टर एवं 8 गैंगवे बनाए गए हैं, जहां पब्लिक अपनी सुविधा के अनुसार रावण दहन कार्यक्रम देख सकेंगे। इसके पश्चात जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा गांधी मैदान के पूरे परिसर का घूम घूम कर निरीक्षण किया। जहां रोशनी की कमी पाई गई तुरंत वहां वैकल्पिक अतिरिक्त रोशनी की व्यवस्था करवाने का निर्देश दिए। उन्होंने बैरिकेटिंग के मजबूती को भी देखा। आवागमन पूरी सुगमता से रहे इसके लिए उबर खाबर रास्ते को पूरी तरह समतल करने को निर्देश दिया है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में भोज के बाद डायरिया का कहर: दो बच्चों और एक महिला की हुई मौत, 50 से अधिक बीमार, गांव में पसरा सन्नाटा

गया. बिहार के गया के बोधगया प्रखंड अंतर्गत गांव डायरिया का कहर फैल गया है. डायरिया से जहां तीन की मौत हो गई है, वहीं 50 से अधिक बीमार हुए हैं. दो बच्चों और एक महिला की मौत हो जाने की खबर है. कुछ अस्पताल में तो कुछ निजी क्लीनिक में अपना इलाज करवा रहे हैं. वहीं गया के सिविल सर्जन ने कहा है, कि मेडिकल टीम को गांव में भेजा गया है.

इस गांव में फैला डायरिया का कहर

गया के बोधगया प्रखंड अंतर्गत मंझौली गांव में डायरिया का कहर फैल गया है. एक-एक परिवार के कई लोग डायरिया से बीमार हो गए हैं. 50 से अधिक जहां बीमार हुए हैं, वही, डायरिया के कारण तीन की मौत होने की बात सामने आ रही है. मृृतको में दो बच्चे भी शामिल है. वही, मेडिकल टीम अब गांव में पहुंचकर पूरे मामले का मुआयना ले रही है और बीमार लोगों का इलाज करने में जुटी है.

डारिया से दो बच्चे और महिला की मौत 

डायरिया से दो बच्चों के मौत हो गई है. वही एक महिला की भी जान चली गई. ग्रामीणों के अनुसार 10 वर्षीय बालक मिथुन कुमार, कंचन देवी की 7 वर्षीय पुत्र पुत्री गौरी कुमारी एवं नरेश यादव की पत्नी की मौत डायरिया से हो गई है. मझौली गांव में स्थित विद्यालय में मेडिकल कैंप लगाया गया है, जहां दर्जनों लोगों का इलाज चल रहा है.

भोज खाने के बाद हुए बीमार 

जानकारी के अनुसार एक भोज में लोग पहुंचे थे. इसके बाद डायरिया का कहर सामने आया. डायरिया के पीड़ित लोग अपना इलाज करवा रहे हैं. डायरिया के प्रकोप के कारण गांव में दहशत भी है. दहशत इतनी है, कि कुछ लोग दूसरे स्थान को भी चले गए हैं. ग्रामीण बताते हैं, कि 100 के करीब लोग डायरिया से बीमार हैं. मंगलवार की शाम को 10 वर्षीय मिथुन कुमार की मौत हुई थी. अब तक कुल तीन मौतें हो चुकी है, जिसके बाद गांव में दहशत व्याप्त है.

तीन मौतों के बाद गांव में दहशत 

वहीं, तीन मौतों के बाद गांव में दहशत है. लोग डरे हुए हैं. हालांकि कई एंबुलेंस के साथ मेडिकल टीम पहुंची है. बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पहुंचे डॉक्टर अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद ओआरएस, सलाइन, ब्लीचिंग पाउडर, जिंक व अन्य मेडिकल उपकरणों के साथ हम लोग यहां पहुंचे हैं. गांव में कैंप कर इलाज किया जा रहा है.

कई स्थानों पर करा रहे इलाज

जानकारी के अनुसार डायरिया से पीड़ित लोग कई स्थानों पर पहुंचकर अपना इलाज करवा रहे हैं. बताया जा रहा है, कि कुछ लोग बोध गया अस्पताल में है तो कुछ लोग करमौनी, बोधगया, दोमहान में भर्ती हुए हैं. फिलहाल गांव में एक डर बना हुआ है. डायरिया से तीन मौतों के बाद लोगों में दहशत व्याप्त है. वहीं, गया के सिविल सर्जन के निर्देश पर मेडिकल टीम वहां पहुंची है और इलाज में जुटी है. गंभीर रूप से बीमार लोगों को बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जा रहा है.

कुछ लोगों की डायरिया से मौत होने की खबर है, मेडिकल टीम को निर्देशित किया गया है: सिविल सर्जन

गया के सिविल सर्जन डा. प्रभात कुमार ने बताया कि बोधगया के मझौली गांव में डायरिया फैलने की सूचना मिली है. सूचना मिलते ही मेडिकल टीम को निर्देश दिया गया है. मेडिकल टीम गांव में पहुंची है और वहां कैंप लगाकर डायरिया से बीमार लोगों का इलाज कर रही है. कुछ लोगों के मौत की भी सूचना मिल रही है.