प्रीपेड स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर : अब रिचार्ज खत्म होने पर भी नही कटेगी बिजली, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार में प्रीपेड स्मार्ट मीटर को लेकर मचे घमासान के बीच इसके उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी खबर है। अबतक रिचार्ज खत्म होते ही बिजली कट जाती थी, लेकिन अब उनकी यह परेशानी दूर होने वाली है।

रिचार्ज का पैसा खत्म हो गया है या रिचार्ज किसी कारण वश नहीं हो पा रहा है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। स्मार्ट मीटर में लगे पुश बटन को 20 सेकेंड तक लगातार दबाने पर बिजली तीन दिन यानी 72 घंटे तक बहाल रहेगी। यह सुविधा महीने में एक बार ही विशेष परिस्थिति में मिलेगी। इस दौरान उपभोक्ता रीचार्ज कर सकेंगे। बहुत जल्द ही यह सुविधा शुरू होगी। बैलेंस खत्म होने पर सामान्य परिस्थिति में अभी 24 घंटे तक ही बिजली बहाल रहती है।

जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विद्युत आपूर्ति, स्मार्ट प्रीपेड मीटर एवं तकनीकी संस्थानों के लिए डेडिकेटेड फीडर के संबंध में बैठक की गई। बैठक के बाद प्रेस वार्ता में उन्होंने यह जानकारी दी।

लोड बढ़ने पर 6 महीने पेनाल्टी नहीं

वहीं जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि अभी 24 घंटा पहले बैलेंस खत्म होने और बिजली कटने की सूचना दी जा रही है, लेकिन सरकार के निर्देश पर उपभोक्ताओं को एक सप्ताह पहले से अब सूचना दी जाएगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि बिजली का लोड बढ़ने पर जो पेनाल्टी लगता था वो अब छह महीने तक नहीं लगेगा। इस दौरान अपना बिजली का लोड खुद भी बढ़ा सकते हैं। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा।

बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री को हाईकोर्ट से बड़ी राहत, नाबालिग से दुष्कर्म मामले में मिली अग्रिम जमानत

डेस्क : बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री वृषण पटेल को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। पटना हाईकोर्ट ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले के आरोप में उन्हे अग्रिम जमानत दे दी है। जस्टिस राजेश वर्मा ने बृषण पटेल द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका पर अधिवक्ता अजय ठाकुर और कौशल किशोर को सुनने के बाद यह आदेश दिया।

बता दें बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री वृषण पटेल पर आरोप है कि उन्होंने मुजफ्फरपुर के एक नाबालिक लड़की को नौकरी देने के नाम पर मुजफ्फरपुर से पटना बुलाया और 2 वर्षों तक लगातार उसके साथ बलात्कार करते रहे। बाद में इस मामले को लेकर उक्त लड़की द्वारा एक परिवाद पत्र मुजफ्फरपुर के पॉक्सो कोर्ट में दायर किया गया। इस मामले में पॉक्सो कोर्ट ने श्री पटेल के विरुद्ध संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी कर कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया था।

वृषण पटेल ने इस मामले में मुजफ्फरपुर के पोक्सो कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया था ,जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने पटना हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत की गुहार लगाई गई थी। जिस पर कोर्ट ने सुनवाई करने के बाद पूर्व मंत्री को राहत देते हुए अग्रिम जमानत दे दी।

नेता प्रतिपक्ष के दुबई यात्रा पर बीजेपी का करारा प्रहार, तेजस्वी यादव हमेशा बिहार में मुसीबत के समय विदेश यात्रा पर रहते हैं

 

डेस्क :- बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष इनदिनों अपने परिवार के साथ विदेश यात्रा पर है। तेजस्वी यादव दुबई में छुट्टियां मना रहे है। इधर उनके इस विदेश यात्रा पर बीजेपी ने करारा तंज कसा है। 

भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि कोरोना महामारी हो या बिहार बाढ़ जैसी भीषण आपदा से जूझ रहा हो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी हमेशा बिहार के लोगों की जरूरत के समय में विदेश यात्रा पर रहते हैं। आज भी जब बिहार बाढ़ जैसी भीषण आपदा से जूझ रहा है तो तेजस्वी यादव जी दुबई यात्रा पर हैं, और श्रीमती रोहिणी आचार्य जी सिंगापुर यात्रा पर है। 

लालू परिवार हमेशा से बिहार की जनता के बीच में सिर्फ चुनाव के समय में अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए सिर्फ वोट मांगने के लिए जाता हैं और बिहार के आपदा-विपदा जनता की पीड़ा के समय विदेश यात्रा पर चला जाता है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी पुनः बिहार में बाढ़ जैसी भीषण आपदा के समय में भी अपना गैर जिम्मेदराना रवैया प्रदर्शित कर रहे हैं और सिर्फ विदेश से सोशल मीडिया एक्टिविस्ट बन कर खाना पूर्ति कर के चेहरा चमकने का काम कर रहे हैं। यहां तक की उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर की भी याद नहीं आ रही है।

श्री सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी के पास चार्टर्ड प्लेन में जन्मदिन मनाने का और सावन में मटन और नवरात्रि में मछली खाकर सनातन संस्कृति का अपमान करने का समय रहता है। लेकिन बिहार की जनता पर आई हुई आपदा के समय में उनके दुख पीड़ा में उनके बीच उनके साथ खड़ा रहने का समय नहीं रहता है।

जबकि वहीं मा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने बिहार को बाढ़ से राहत और बचाव कार्य के लिए 655.60 करोड़ रुपये की विशेष सहायता राशि देने का काम किया हैं। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार पूरी तत्परता के साथ बाढ़ पीड़ितों के दुख के समय में कदम से कदम मिलाकर बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने का काम कर रहा हैं। साथ ही बिहार भाजपा भी अपने बिहार के लोगों के प्रति पूरी तत्परता के साथ उनके पीड़ा के समय बाढ़ पीड़ितों के जरूरी संसाधनों के साथ खड़ा है। और बाढ़ पीड़ितों तक पूरी जिम्मेदारी के साथ राहत सामग्री पहुंचाने का काम कर रहा है।

कहा है कि बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में लगातार बाढ़ पीड़ितों के बीच में जाकर के राहत का कार्य कर रही है और उनके जरुरत के जरूरी संसाधन मुहैया करा रही है।

महज 2 महीने के अंदर जदयू के नए राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा ने संभाला 2025 के विस का चुनाव कमान, जानिए कौन है यें जिनपर सीएम नीतीश ने जताया है इतना बड़ा भरोसा

डेस्क : बिहार की सत्ताधारी जदयू में इनदिनों एक नाम बड़ा चर्चा मे है। इसके पीछे कारण भी है। जिस नाम को लेकर चर्चा जोरों पर है उन्होंने महज तीन महीने पहले ही पार्टी ज्वाइन किया। पार्टी मे शामिल होते ही उन्हें राष्ट्रीय महासचिव जैसा पद मिला। वहीं अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें अगले साल 2025 में होने वाले विधान सभा चुनाव की जिम्मेवारी दे दी है। दरअसल ये पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा है। इनकी पार्टी में इंट्री के साथ ही ऐसी भी चर्चा है कि ये नीतीश कुमार के उतराधिकारी हो सकते है।

मनीष वर्मा ने 2025 के लिए नीतीश कुमार के चुनावी अभियान की कमान संभाल ली है। मनीष वर्मा इनदिनों मुजफ्फरपुर से जेडीयू के कार्यकर्ता से संवाद के लिए यात्रा पर हैं। उनकी यह यात्रा 20 जनवरी तक चलेगी और इस दौरान हर कार्यक्रम में मनीष वर्मा मुख्य अतिथि होंगे। मनीष वर्मा की इस बिहार यात्रा को तेजस्वी यादव के कार्यकर्ता संवाद यात्रा के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन अहम सवाल ये है कि आखिर मनीष वर्मा कौन हैं, जिन्हें नीतीश कुमार ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है। जिन पर इतना भरोसा जताया है।

कौन है मनीष वर्मा

मनीष ओडिशा कैडर के 2000 बैच के अधिकारी थे और नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने 2021 में नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले लिया था। कहा जाता है कि उन्होंने यह कदम नीतीश कुमार के कहने पर उठाया था।इसके बाद से ही वो नीतीश कुमार के करीबी के रूप में काम कर रहे थे। वो बिना किसी पद के ही पिछले एक साल से जेडीयू की संगठनात्मक गतिविधियों में लगे हुए थे। वहीं जुलाई में जदयू में शामिल हुए।जैसा की पहले से यह कयास लगाया जा रहा था कि उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया जा सकता है और हुआ भी वैसा ही।

21 साल प्रशासनिक सेवा में रहे नालंदा जिले के है मनीष वर्मा

50 वर्षीय मनीष वर्मा का ताल्लुक बिहार के नालंदा जिले से है। बता दें सीएम नीतीश कुमार का शुरुआती जीवन बख्तियारपुर, नालंदा और कल्याण बिगहा जैसे इलाकों में बीता है। वहीं मनीष वर्मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वजातिए भी है। मनीष वर्मा के पिता डॉक्टर अशोक वर्मा बिहारशरीफ के मशहूर डॉक्टर थे। मनीष वर्मा ने बिहार शरीफ के सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने के बाद पटना से आगे की शिक्षा हासिल की। फिर आईआईटी दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। साल 2000 में यूपीएससी क्रैक करने से पहले मनीष वर्मा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में नौकरी करते थे।

यूपीएससली क्रैक करने पर उन्हें ओड़िसा कैडर मिला और इनकी पहली पोस्टिंग कालाहांडी में हुई और उसके बाद उन्हें एसडीएम के तौर पर रायगढ़ जिले के गुनूपुर में तैनाती मिली। वर्मा ने प्रशासनिक सेवा के 12 साल ओडिशा में बिताए उसके बाद डेप्यूटेशन पर उन्हें बिहार भेजा गया। पटना और पूर्णिया के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के तौर पर सेवा देने के बाद 2016 से 2021 के दौरान वे मुख्यमंत्री के सेक्रेट्री भी रहे। डेप्यूटेशन खत्म होने के बाद वर्मा ने ओडिशा नहीं जाने का फैसला किया और 2021 में वीआरएस ले लिया।

जेडीयू में मनीष वर्मा की भूमिका

मनीष वर्मा बिना किसी पद के ही पिछले एक साल से जेडीयू की संगठनात्मक गतिविधियों में लगे हुए थे।वे जेडीयू के लोकसभा चुनाव अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हुए। उन्होंने उन सभी 16 लोकसभा सीटों का लगातार दौरा किया, जहां से जेडीयू चुनाव मैदान में थी। जेडीयू ने इस बार के लोकसभा चुनाव में 12 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके बाद जेडीयू ने केंद्र में नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब अगले साल 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने की अहम जिम्मेवारी उन्हें मिली है।

बिहार के पूर्व मंत्री बृजबिहारी हत्याकांड मामले में सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला : पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला समेत दो को उम्र कैद,पूर्व सांसद सूरजभान समेत ये बरी

डेस्क : बिहार के चर्चित पूर्व विज्ञान एंव प्राद्यौगिकी मंत्री बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड मामले को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाया है। सुप्रीमो ने पटना हाईकोर्ट के आदेश को रद्द करते हुए पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला समेत दो लोगों को दोषी करार देते हुए उम्र् कैद की सजा सुनाई है। वहीं कोर्ट ने पूर्व सांसद सूरजभान सिंह समेत 6 आरोपियों को इस मामले में बरी कर दिया है।

बता दें बिहार के पूर्व मंत्री बृज बिहार सिंह की हत्या वर्ष 1998 में उस समय कर दी गई थी जब वे आईजीआईएमएस में इलाज के लिए भर्ती थे। बृज बिहारी सिंह को आईजीआईएमएस कैंपस में गोलियों से भून दिया गया था। घटना के बाद पूरे बिहार मे हड़कंप मच गया था।

इस मामले में निचली अदालत ने 8 आरोपियों को साल 2009 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वहीं पटना हाईकोर्ट ने इस मामले में पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, पूर्व विधायक विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला, राजन तिवारी समेत आठ आरोपियों को बरी कर दिया था। हाईकोर्ट के फैसले के खिला पूर्व मंत्री की पत्नी और भाजपा नेता रमा देवी के अलावा सीबीआई ने भी पटना हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए देश की सबसे बड़ी अदालत में याचिका दाखिल की थी।

सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच ने 21 और 22 अगस्त को सुनवाई पूरी करते हुए आदेश को सुरक्षित रख लिया था। अब न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, संजय कुमार और आर महादेवन की पीठ ने अपना फैसला सुना दिया है।

बड़ी खबर : राजद के प्रदेश महासचिव को अपराधियों ने मारी गोली, गंभीर हालत में निजी अस्पताल में चल रहा इलाज

डेस्क : बिहार में अपराधियों के हौसले काफी बुलंद हो गए है। आए दिन वे हत्या, लूट और लोगों को गोली मारने जैसी घटना को अंजाम देकर आराम से चलते बन रहे है। ताजा मामला मुंगेर जिले से सामने आया है। जहां अपराधियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है। अपराधियों ने राजद के प्रदेश महासचिव पंकज यादव को आज सुबह गोली मार दी है। घटना में गंभीर रुप से घायल पंकज यादव को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद इलाके में दहशत व्याप्त है। पुलिस मामले की जांच मे जुटी है।

मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह कासिम बाजार थाना क्षेत्र के नौलक्खा नवटोलिया निवासी राजद के प्रदेश महासचिव पंकज यादव को अपराधियों ने उस समय गोली मार दी जब वह रोजाना की तरह घर के पास हीं मुंगेर जमालपुर मुख्य मार्ग पर स्थित नौलक्खा के पास हवाई अड्डा मैदान में मॉर्निंग वॉक कर रहे थे ।

गोली मारने के बाद अपराधी वहां से फरार हो गए। वहीं मैदान में उनके साथ टहल रहे अन्य लोगों के द्वारा तुरंत उन्हें उठा शहर के निजी नर्सिंग होम नेशनल अस्पताल में इलाज के लिय भर्ती कराया , जहां उनका इलाज चल रहा है ।

वहीं सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। घायल के पिता और प्रत्यक्षदर्शी ने बताया की आज सुबह जब पंकज मॉर्निंग वॉकिंग कर रहा था तो दो बाइक सवार जिसमे एक मिट्ठू यादव और नमन यादव पहले तो हवाई अड्डा आ पंकज यादव को निशाना बना तीन गोली चलाई और जब हल्ला हुआ तो फायरिंग करते वह भाग निकला जबकि मिट्ठू यादव के अन्य साथी पहले से रेकी कर रहे थे। साथ ही बताया की मिट्ठू यादव कल भी उसके घर आया था और किसी केस में पंकज यादव से पुलिस ने पैरवी करने को कह रहा था जिसे पंकज ने नकार दिया था और आज उसने यह घटना कर दी । घटना के बाद पूरा परिवार दहशत में है ।

मौके पर पहुंचे सदर डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि घटना को ले कुछ लोगों का नाम सामने आया है। जिसको ले पुलिस छापेमारी कर रही है , साथ ही एक मिट्ठू यादव का भी नाम आया है जो अपराधी सावन यादव का बहनोई है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तार के लिए छापेमारी कर रही है।

दुर्गापूजा को लेकर प्रशासन की पूरी तैयारी : राजधानी पटना और आसपास के क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात, सभी थाने को यह आदेश

डेस्क : कलश स्थापना के साथ आज गुरुवार 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि का अनुष्ठान शुरू हो गया। दस दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दौरान किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो इसे लेकर पटना जिला प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है।

शारदीय नवरात्र को लेकर राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में पांच हजार से अधिक पुलिस बल की तैनाती की गई है। पटना जिले की आबादी करीब 72 लाख है। ऐसे में करीब 1400 लोगों पर एक जवान की तैनाती की गई है। सप्तमी, अष्टमी, नवमी और दशमी के रोज सभी पूजा पंडालों के अलावा भीड़ वाले जगहों पर पुलिस विशेष नजर रखेगी।

डाकबंगला, पटनासिटी, कदमकुआं, खाजपुरा और बोरिंग रोड जैसे इलाकों में सादे लिबास में भी पुलिस के जवान और अफसर तैनात रहेंगे। दशमी को गांधी मैदान व उसके चारों ओर कड़ा पहरा रहेगा। रावण वध के रोज गांधी मैदान के आसपास स्थित ऊंची इमारतों पर भी पुलिस तैनात रहेंगे, जबकि पर्व के समय सिटी समेत अन्य इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जायेगी।

डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि शारदीय नवरात्र शुरू होने के दिन से ही पुलिस टीम अलग-अलग इलाकों में फ्लैग मार्च करेगी। वैसे स्थान जहां पूर्व में घटनाएं हुई हैं, उन्हें चिह्नित कर अलग से जवानों की तैनाती होगी।

सप्तमी से दशमी तक बदली रहेगी यातायात व्यवस्था

उन्होंने बताया कि सप्तमी से दशमी तक राजधानी की यातायात व्यवस्था बदली रहेगी। डाकबंगला, पटना जंक्शन, खाजपुरा, पटनासिटी जैसे इलाकों में भीड़ के समय गाड़ियों के आवागमन पर रोक रहेगा। रावण वध के दिन गांधी मैदान और उसके आसपास के इलाके में वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दिया जाएगा। जल्द ही यातायात पुलिस इसकी अधिकारिक घोषणा कर सकती है।

लोगों से जबरन चंदा वसूली पर होगी कार्रवाई

वहीं एसएसपी ने सभी थानेदारों को यह निर्देश दिया है कि अपने इलाके में वे जबरन चंदा वसूली करने वालों पर नजर रखें। अगर कोई भी इसकी शिकायत करता है तो उसे गंभीरता से लेकर कार्रवाई की जाये। पटना पुलिस की एक टीम सोशल मीडिया पर पैनी नजर रख रही है। फेसबुक, एक्स, व्हाट्स एप, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स पर अगर किसी ने आपत्तिजनक कंटेंट अपलोड किया तो उसके उपर तुरंत कार्रवाई होगी।

दुर्गापूजा को लेकर प्रशासन की पूरी तैयारी : राजधानी पटना और आसपास के क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात, सभी थाने को यह आदेश

डेस्क : कलश स्थापना के साथ आज गुरुवार 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि का अनुष्ठान शुरू हो गया। दस दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दौरान किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो इसे लेकर पटना जिला प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है।

शारदीय नवरात्र को लेकर राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में पांच हजार से अधिक पुलिस बल की तैनाती की गई है। पटना जिले की आबादी करीब 72 लाख है। ऐसे में करीब 1400 लोगों पर एक जवान की तैनाती की गई है। सप्तमी, अष्टमी, नवमी और दशमी के रोज सभी पूजा पंडालों के अलावा भीड़ वाले जगहों पर पुलिस विशेष नजर रखेगी।

डाकबंगला, पटनासिटी, कदमकुआं, खाजपुरा और बोरिंग रोड जैसे इलाकों में सादे लिबास में भी पुलिस के जवान और अफसर तैनात रहेंगे। दशमी को गांधी मैदान व उसके चारों ओर कड़ा पहरा रहेगा। रावण वध के रोज गांधी मैदान के आसपास स्थित ऊंची इमारतों पर भी पुलिस तैनात रहेंगे, जबकि पर्व के समय सिटी समेत अन्य इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जायेगी।

डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि शारदीय नवरात्र शुरू होने के दिन से ही पुलिस टीम अलग-अलग इलाकों में फ्लैग मार्च करेगी। वैसे स्थान जहां पूर्व में घटनाएं हुई हैं, उन्हें चिह्नित कर अलग से जवानों की तैनाती होगी।

सप्तमी से दशमी तक बदली रहेगी यातायात व्यवस्था

उन्होंने बताया कि सप्तमी से दशमी तक राजधानी की यातायात व्यवस्था बदली रहेगी। डाकबंगला, पटना जंक्शन, खाजपुरा, पटनासिटी जैसे इलाकों में भीड़ के समय गाड़ियों के आवागमन पर रोक रहेगा। रावण वध के दिन गांधी मैदान और उसके आसपास के इलाके में वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दिया जाएगा। जल्द ही यातायात पुलिस इसकी अधिकारिक घोषणा कर सकती है।

लोगों से जबरन चंदा वसूली पर होगी कार्रवाई

वहीं एसएसपी ने सभी थानेदारों को यह निर्देश दिया है कि अपने इलाके में वे जबरन चंदा वसूली करने वालों पर नजर रखें। अगर कोई भी इसकी शिकायत करता है तो उसे गंभीरता से लेकर कार्रवाई की जाये। पटना पुलिस की एक टीम सोशल मीडिया पर पैनी नजर रख रही है। फेसबुक, एक्स, व्हाट्स एप, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स पर अगर किसी ने आपत्तिजनक कंटेंट अपलोड किया तो उसके उपर तुरंत कार्रवाई होगी।

एक समय अपराध के लिए जाना जाता था राजधानी पटना का यह इलाका, आज बदल गई है पूरी तस्वीर

डेस्क : बीते बुधवार 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर बिहारवासियों और खासकर राजधानी पटनावासियों को एक बड़ा तोहफा मिला। सीएम नीतीश कुमार ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर राजधानी पटना के गर्दनीबाग में नवनिर्मित बापू टावर का उद्घाटन किया। वर्ष 2018 में 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। 7 एकड़ में 12938 करोड़ की लागत से इसका निर्माण हुआ है।

10503 वर्ग मीटर में दो भवन बने हैं। इसमें एक वृताकार छह मंजिला और दूसरा पांच मंजिला गोलाकार भवन है। यह देश का पहला भवन है, जिसके बाहरी भाग पर 35 टन तांबे की परत लगाई गई है। गोलाकार भवन के भू-तल पर 60 लोगों की क्षमता का ऑडिटोरियम है।

यह टावर गर्दनीबाग के साथ साथ यह राज्य के लोगों के लिए एक बड़ा उपहार है। सैलानियों की आवाजाही बढ़ने से इस इलाके में आने वाले समय में और बेहतरी की आस है। सबसे बड़ी बात यह है कि कभी राजधानी पटना के यह इलाका अपराध और हिंसा के लिए जाना जाता था। आलम यह था कि रात की बात तो छोड़ दीजिए दिन में भी इस इलाके में लोग आने से डरते थे। रात में यह पूरा इलाका सन्नाटा और अंधेरे में तब्दील हो जाता है। लेकिन टावर का निर्माण परियोजना के साथ ही इलाके की सड़कें चौड़ी हो गई हैं। गर्दनीबाग फ्लाईओवर के आसपास अंधेरे की आगोश में रहने वाला इलाका बुधवार की रात दुधिया रोशनी से नहा रहा था। लोग गांधी मैदान के बाद बापू को समर्पित इसे सबसे बड़ी परियोजना बता रहे हैं।

हिंसात्मक घटनाओं की वजह से अपराध का हॉट स्पॉट कहे जाने वाले इस क्षेत्र को अहिंसा के पुजारी की स्मृतियों से जोड़ने के महत्वाकांक्षी प्रयासों ने गर्दनीबाग की पूरी तस्वीर ही बदल दी है।

बापू टावर व अन्य भव्य निर्माणों से पटना के सुन्दरतम क्षेत्र में तब्दील हो रहे इस इलाके के लोगों में खुशी है। आसपास के लोगों का कहना है कि एक लंबे समय तक उपेक्षित पड़े गर्दनीबाग का कायाकल्प हो गया है।

कलश स्थापना के साथ आज से शारदीय नवरात्र की हुई शुरुआत, पहले दिन मां शैलपुत्री की हो रही पूजा अर्चना

डेस्क : कलश स्थापना के साथ आज गुरुवार 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि का अनुष्ठान शुरू हो गया। आज पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना हो रही है। देवी मंत्रों के आह्वान के बीच श्रद्धालु सुबह से आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना में लीन हो गए। अगले नौ तिथियों तक मां की स्तुति से राजधानी के घर, मंदिर और पूजा पंडाल गुंजायमान होंगे।

आज गुरुवार के दिन प्रतिपदा होने के कारण मां दुर्गा का आगमन पालकी या डोली पर सवार होकर हो रहा है। कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह 6.15 मिनट से 7.22 बजे तक माना गया। हालांकि अभिजीत मुहूर्त सुबह 11.46 बजे से दोपहर 12.33 मिनट तक रहेगा। वैसे दोपहर 3.17 बजे तक कलश की स्थापना की जा सकेगी।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार आज गुरुवार को हस्त नक्षत्र दिन में 3.17 मिनट तक रहेगा। इसके बाद चित्रा नक्षत्र शुरू हो जाएगा। शास्त्रत्तें में चित्रा नक्षत्र में कलश स्थापना नहीं करने की हिदायत है। इसलिए श्रद्धालु सुबह से दोपहर 3.17 तक कलश स्थापना कर मां भगवती के नौ दिवसीय पूजन की शुरुआत करेंगे। इस वर्ष शारदीय नवरात्र 3 अक्टूबर गुरुवार से शुरू होकर 11 अक्टूबर को समाप्त होगा। 12 अक्टूबर को विजयादशमी होगी।