*सीएचसी अधीक्षक को धमकी देने वाले युवक गिरफ्तार, चिकित्सकों ने ली राहत की सांस*

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली- जनपद के सकलडीहा सीएचसी अधीक्षक डॉ संजय यादव को बीते सोमवार की देर रात फोन पर धमकी देने वाले और अपशब्दों का प्रयोग करने वाले युवक को कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को बथावर गांव के समीप से गिरफ्तार कर लिया है। जिसके विरुद्ध थाना स्थानीय पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया। वही आरोपी युवक की गिरफ्तारी पर चिकित्सकों की टीम ने पुलिस अधीक्षक व स्थानीय प्रशासन की प्रशंसा किया।

सकलडीहा सीएचसी पर शासन की मंशा के अनुरूप ऑनकॉलिंग डॉक्टर को बुलाकर बीते मई माह से लगातार 45 गरीब परिवार की महिलाओं का ऑपरेशन से प्रसव कराया गया। जिससे क्षेत्र के दर्जनों गांव की महिलाओं के हजारों लाखों की बचत हुई है। इसके साथ ही अन्य चिकित्सकी सुविधा शुरू होने से सीएचसी पर लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है।

सीएचसी प्रशासन की सख्ती से प्राइवेट हॉस्पिटलस के बिचौलिया भी गायब हो गये थे। बीते दिनों सीएचसी अधीक्षक को अज्ञात व्यक्ति की ओर से फोन पर अभ्रद भाषा का प्रयोग करते हुए ऑनकालिंग प्रसव को बंद करने व धमकी दिये जाने की घटना पर पूरे जिले के चिकित्साधिकारियों में हड़कंप मच गया। चिकित्सकों की ओर से आरोपी युवक की गिरफ्तारी को लेकर विरोध भी शुरू कर दिया गया। चिकित्सकों की नाराजगी को लेकर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपी युवक को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए शुक्रवार को दोपहर में दरियापुर बथावर गांव से गिरफ्तार कर लिया है।

इस बाबत केातवाल संजय कुमार सिंह ने बताया कि सीएचसी अधीक्षक को धमकी देने वाला दरियापुर गांव निवासी दिव्य प्रकाश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पकड़ा गया आरोप अपनी गलती स्वीकार करते हुए क्षमायाचना कर रहा है। गिरफ्तारी टीम में उपनिरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद तिवारी,कांस्टेबल अरविंद सिंह,धर्मेन्द्र यादव रहे।

डीएम के आदेश को न्यायालय ने किया खारिज, ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर लटकी तलवार
*श्रीप्रकाश यादव*

चंदौली- जनपद के चहनिया विकास खंड के क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष (ब्लॉक प्रमुख) की कुर्सी पर फिर खतरे की घंटी बज गई है। उच्च न्यायालय ने जिलाधिकारी के एक साल तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं होने का आदेश दिया था, जिसके खिलाफ उच्च न्यायालय ने उस आदेश को निरस्त करते हुए जांच कर अपेक्षित हस्ताक्षर की संख्या के आधार पर तीन दिन के भीतर कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।आपको बता दें कि चंदौली जनपद के चहनिया ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर फिर खतरे में है।

उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अब जिला अधिकारी को नाराज क्षेत्र पंचायत सदस्यों का ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए परेड करना पड़ेगा। उच्च न्यायालय ने जिला अधिकारी के 01.08.24 के आदेश को निरस्त करते हुए जांच कर कार्रवाई पूरा करने का निर्देश दिया है।

चहनिया ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख अरुण जायसवाल के खिलाफ 105 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से लगभग 71 क्षेत्र पंचायत सदस्य उनके खिलाफ हो गए थे और अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए जिलाधिकारी के यहां हलफनामा भी प्रस्तुत किए थे जिसको लेकर जिलाधिकारी ने एक वर्ष तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं होने का आदेश दिया था।
पुलिस की मेहरबानी से ओवर लोड वाहनो के आवागमन से क्षतिग्रस्त हों रहा है बलुआ पुल

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली /चहनियां, क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों से बलुआ पुल क्षतिग्रस्त हो रहा है । आये दिन पुल से दिन ही नही रात में भी ओवरलोड ट्रकों व टैंकर का आवागमन धड़ल्ले से हो रहा है । पुल पर एक दो नही कई जगहों पर छड़ दिखने लगा है । कही बिहार की पुनरावृत्ति न हो जाय।

बलुआ पुल फिर से क्षतिग्रस्त होने लगा है । यहां दिन रात ओवरलोड वाहन ट्रक व टैंकर धड़ल्ले आ जा रहे है । विगत दो वर्ष पूर्व ट्रकों के आवागमन से पुल कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया था । जिसे हिन्दुस्तान अखबार ने मुहिम चलाया तो प्रशासन जागा । किन्तु एक वर्ष बाद कुछ संख्या में ट्रकों का आवागमन हुआ । इन दिनों दिन रात धड़ल्ले से बेरोक टोक ट्रकों व टैंकरों का आवागन फिर से शुरू हो गया है । ओवरलोड वाहन इस कदर आ जा रहे है कि पुल मार्ग पर सरिया कई जगहों पर दिखने लगा है । कही कही तो दो पहिया वाहन इसमे फंसकर गिर जा रहे है ।

पुल के दोनो तरफ सुरक्षा न होने से सरिया में फंसने से दो पहिया वाहन वाले लोगो को गंगा नदी में भी गिरने का खतरा बना रहता है । जब भी कोई ओवरलोड वाहन इस पुल से गुजरता है पुल कम्पन करने लगता है । दो पहिया वाहन,सायकिल सवारी व पैदल आने जाने वाले लोग दिल थाम कर वही बैठ जाते है । जबकि इस पुल से ओवरलोड वाहनों पर विगत तीन वर्ष पहले पूर्व जिलाधिकारी के निर्देश पर रोक लगा दिया गया था । कभी भी बिहार जैसी घटना की पुनरावृत्ति हो सकती है ।

मसाला, फूल और सब्जी की खेती कर मालामाल हो सकते हैं किसान, मिलेगा अनुदान


श्रीप्रकाश यादव

चंदौली। जिले के किसान मसाला, फूल और सब्जी की खेती कर मालामाल बनेंगे। इसकी खेती करने वाले किसानों को सरकारी अनुदान मिलेगा। वहीं उद्यान विभाग की ओर से किसानों को इसका प्रशिक्षण देकर खेती की बारीकियां भी सिखाई जाएंगी।

जिला उद्यान अधिकारी शैलेन्द्र दूबे ने बताया कि शासन की योजनाओं का उद्देश्य किसानों को धान और गेहूं जैसी परंपरागत फसलों के साथ-साथ सब्जी और मसाले की खेती की ओर आकर्षित करना है। इसके तहत, किसानों को शिमला मिर्च और गेंदा फूल जैसी फसलों की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे वे अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे। बताया कि कृषकों के लिए 27 सितंबर को जिला उद्यान कार्यालय परिसर में विशेष आयोजन किया जाएगा, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाली शाकभाजी, मसाले, मिर्च और पुष्प बीजों का निशुल्क वितरण किया जाएगा। यह बीज वितरण उद्यान विभाग की लाभार्थीपरक योजनाओं के तहत किया जाएगा। स्टॉल पर इम्पैनल्ड फर्मों और कंपनियों द्वारा संकर बीज उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे किसानों को खेती में उच्च उत्पादकता और बेहतर मुनाफा मिलेगा।

उन्होंने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य जिले में बागवानी, सब्जी और मसाला उत्पादन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि किसान इन फसलों की खेती कर पारंपरिक खेती से इतर अधिक लाभ कमा सकते हैं। निशुल्क बीज प्राप्त करने के लिए किसानों को अपने आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खतौनी और एक पासपोर्ट साइज फोटो लाना अनिवार्य होगा। 27 सितंबर को सुबह 10:30 बजे पहुंचना होगा। उद्यान विभाग की इस पहल से चंदौली जिले के किसान फूल, सब्जी और मसालों की खेती से नई संभावनाओं का लाभ उठाते हुए अपनी आय बढ़ा सकेंगे।
चंदौली में अटेवा ने पुरानी पेंशन के लिए निकाला आक्रोश मार्च
श्रीप्रकाश यादव


चंदौली। पुरानी पेंशन बहाली के लिए अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने अब संघर्ष तेज कर दिया है। गुरुवार को अटेवा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों ने जिला मुख्यालय पर आक्रोश मार्च निकाला। जो धरना स्थल से शुरू होकर कलक्ट्रेट तक गया। जहां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा । इसमें पुरानी पेंशन बहाली तक संघर्ष जारी रखने का निर्णय भी लिया गया।

इन दौरान वक्ताओं ने कहा कि पुरानी पेंशन सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों के सामाजिक सुरक्षा व सम्मान की लड़ाई है। सरकार ने इसे छीनकर एक असुरक्षित नवीन पेंशन योजना थोप दी है। इतना ही नहीं अब यूपीएस लागू कर कर्मचारियों के साथ धोखा किया जा रहा है। जबकि इसकी धनराशि कहां जा रही है। इसकी जानकारी न तो सरकार को है और न ही विभागीय अधिकारियों को है।

कहा कि देश के करीब एक करोड़ शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी लगातार ओपीएस की मांग कर रहे हैं। एनपीएस में पेंशन के नाम पर नाममात्र की धनराशि मिलती है। इससे पेंशनर खुद और परिवार का खर्च चलाने में असमर्थ होता है। अब पुरानी पेंशन बहाली होने तक अटेवा का संघर्ष जारी रहेगा। पुरानी पेंशन शिक्षक कर्मचारी के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी हितकारी है।

इस मौके पर जिला संयोजक देवेंद्र प्रताप सिंह, गिरिजेश कुमार दादा, निठोहर सत्यार्थी, अरुण रत्नाकर, कन्हैया लाल गुप्ता, संजय सिंह शक्ति, रिंकू यादव, आनंद पांडेय, संजय कुमार सिंह, दिवाकर सिंह, दुर्गेश कुमार सिंह, निर्मल, संजय मौर्य, मनोज कुमार, एसके शर्मा, शशि प्रकाश, भूपेंद्र सिंह, अजय यादव, मुहम्मद वकील, नितेश सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे।
महाविद्यालय के छात्राओं को एचआईवी के बारे में दी गई जानकारी

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली /चहनियां,क्षेत्र के लोकनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामगढ़ में छात्र छात्राओं को सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज यौन संक्रमित रोग एचआईवी के संक्रमण से बचाव के बारे में जागरूकता अभियान चलाया गया।

पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला अस्पताल के एचआईवी काउंसलर डा0 प्रियेश कुमार सिंह ने एच आई वी के संबंध में भ्रांतियों को विस्तार पूर्वक समझाया ।

इस जानकारी देते हुए पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला अस्पताल के एचआईवी काउंसलर डॉ0 प्रियेश कुमार सिंह ने एचआईवी के संबंध में भ्रांतियों दूर करते हुए कहा कि यह छूने, साथ उठने बैठने या साथ खाना खाने से नहीं फैलता। उन्होंने इससे बचाव एवं सावधानियों पर छात्र छात्राओं से विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही जिला अस्पताल पर उपलब्ध सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी।

इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ0 विनय कुमार सिंह,डॉ0 सर्वेश शर्मा, मदन राम, डॉ0 नीलम प्रजापति,डॉ0 गोविंद नारायण, श्रीमती सरिता प्रजापति, सुश्री रफ्त जहां आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

जिस बेटे के लिए मां ने रखा था जीवितपुत्रिका का व्रत उसी की बांध में डूबकर हो गई मौत, मचा कोहराम
श्रीप्रकाश यादव

चंदौली। चकिया कोतवाली के मूसाखांड़ बांध पर बुधवार की शाम जीवितपुत्रिका के पूजन के दौरान सावन कुमार (13 वर्ष) की बांध में डूबने से मौत हो गई। घटना से मां को गहरा सदमा लगा। वह रोत-रोते अचेत हो गई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।

मूसाखाड़ गांव निवासी अमिताभ बच्चन का पुत्र सावन कुमार अपनी मां और अन्य महिलाओं के साथ जीवित्पुत्रिका व्रत की पूजा के लिए बांध पर गया था। महिलाएं पूजन-अर्चन में व्यस्त थीं। उसी दौरान सावन नहाने के लिए बांध में कूद गया। अचानक वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। वहां मौजूद लोग जब तक कुछ कर पाते तब तक वह गहरे पानी में डूब गया। लोगों ने बांध में कूदकर उसे बाहर निकाला। वहीं चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय ले गए, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

किशोर की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। पुत्र की दीर्घायु और मंगलकामना के लिए उसकी मां ने व्रत रखा था, उसी दौरान उसकी मौत ने मां को गहरा आघात लगा। वह रोत-रोते अचेत हो जा रही थी। थाना प्रभारी अतुल कुमार प्रजापति ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई की गई।
चंदौली में अलग-अलग घटनाओं में तीन की मौत, छानबीन में जुटी पुलिस, एक की मौत संदिग्ध

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली। जिले में अलग-अलग घटनाओं में दो युवकों सहित तीन की मौत हो गई। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर पुलिस जांच में जुटी है। मुगलसराय कोतवाली अंतर्गत धरना गांव के समीप ट्रेन से गिरकर युवक की मौत हो गई जबकि बबुरी थाना क्षेत्र के हटिया जरखोर गांव के पास संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क किनारे युवक का शव मिला। हालांकि पुलिस का कहना है कि बाइक से गिरकर मौत हुई है। वहीं धानापुर थाना क्षेत्र के अवाजापुर गांव के पास सड़क दुर्घटना में 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई।

मुगलसराय कोतवाली अंतर्गत रेलवे चौकी के धरना गांव के पास ट्रेन से गिरकर 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड के आधार पर शिनाख्त नन्हेलाल पुत्र गेंदनलाल निवासी कौही परौर शाहजहांपुर के रूप में हुई है। चौकी प्रभारी हेमंत यादव ने बताया कि परिजनों को सूचना दे दी गई है वो शव लेने आ रहे हैं।

सड़क किनारे मिला युवक का शव

बबुरी थाना क्षेत्र के हटिया जरखोर गांव के पास सड़क किनारे 38 वर्षीय युवक का शव मिला। पास ही में उसकी बाइक भी पड़ी थी। मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस भी पहुंच गई। बबुरी थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक बटपुरवा गांव का रहने वाला था। युवक कीर्तन में आया था। वापस लौटते समय बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

सड़क दुर्घटना में व्यक्ति की मौत

धानापुर थाना क्षेत्र के भदाहूं पुलिस चौकी अंतर्गत अवाजापुर शहीद कैप्टन विजय प्रताप सिंह महाविद्यालय के समीप तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। दुर्घटना में भदाहूं गांव निवासी जय सिंह मौर्य 45 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां उनकी मौत हो गई। जय सिंह सूरत में ट्रक चलाते थे। छुट्टी लेकर घर आए थे। अगले मंगलवार को उन्हें वापस लौटना था। टिकट भी करा चुके थे।
जिउतिया व्रत: लक्ष्मीकुण्ड मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना


श्रीप्रकाश यादव

चंदौली / वाराणसी। लक्ष्मीकुंड एक प्राचीन पवित्र स्थल है, जिसे मां लक्ष्मी का निवास माना जाता है। पुरानी मान्यता के अनुसार, जो भी व्यक्ति इस कुंड में स्नान करता है, उसके जीवन में समृद्धि और धन की कमी नहीं रहती। जिउतिया व्रत के समय, यहां विशेष धार्मिक आयोजनों का आयोजन किया जाता है, और माताएं गंगा स्नान के बाद लक्ष्मीकुंड में आकर जल अर्पण करती हैं। कुंड के पवित्र जल का धार्मिक महत्व है, और इसे लक्ष्मी देवी की कृपा प्राप्ति का प्रतीक माना जाता है।

जिउतिया व्रत, जिसे जीवित्पुत्रिका व्रत भी कहा जाता है, काशी समेत पूरे देश में अत्यंत धार्मिक भावनाओं के साथ मनाया जाता है। यह व्रत माताओं द्वारा अपनी संतान की लंबी उम्र, स्वस्थ जीवन और समृद्धि के लिए किया जाता है। मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल के तराई क्षेत्रों में यह व्रत बहुत प्रसिद्ध है। जिउतिया व्रत आश्विन महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है, और इस व्रत की मान्यता है कि इसे करने से संतान की रक्षा होती है। इस व्रत का आध्यात्मिक पहलू और धार्मिक महत्ता गंगा और काशी जैसी पवित्र स्थलों से और अधिक बढ़ जाती है।

काशी, जिसे वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, एक पवित्र तीर्थ स्थल है। यह स्थान सिर्फ भगवान शिव का धाम नहीं है, बल्कि यहां मां लक्ष्मी की भी विशेष महत्ता है। जिउतिया व्रत के दौरान काशी में माता लक्ष्मी के दर्शन और पूजन का विशेष महत्व होता है। काशी में बुधवार भोर से ही मां लक्ष्मी के दर्शन पूजन के लिए महिलाओं का तांता लगा रहा। लक्सा स्थित मां लक्ष्मी के मंदिर में महिलाएं कतारबद्ध होकर दर्शन कर रही हैं। काशी में जिउतिया व्रत करने वाली माताएं मां लक्ष्मी के प्रति अपनी भक्ति अर्पित करती हैं ताकि उनके घर में धन, समृद्धि और संतानों की सुरक्षा बनी रहे।

जिउतिया व्रत का इतिहास पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। इसमें राजा जीमूतवाहन की कथा विशेष रूप से प्रचलित है, जिन्होंने अपनी प्रजा के नागों की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था। इस कथा के माध्यम से माताएं अपने बच्चों की रक्षा और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। जिउतिया व्रत का पालन काशी जैसे पवित्र स्थलों पर करना, इस व्रत को और अधिक फलदायी बनाता है। काशी, गंगा के तट पर स्थित होने के कारण, आत्मिक शुद्धि का केंद्र माना जाता है। इस पवित्र भूमि पर मां लक्ष्मी के दर्शन से माताओं को दैवीय कृपा प्राप्त होती है।

काशी में मां लक्ष्मी का पूजन

जिउतिया व्रत के दौरान, काशी में मां लक्ष्मी के मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है। यहां की परंपरा और आस्था के अनुसार, माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्रत रखने वाली माताओं को न केवल संतान सुख की प्राप्ति होती है, बल्कि उनके घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती। काशी में जिउतिया व्रत करने वाली माहिलाए गंगा में स्नान कर, लक्ष्मी मां के मंदिर में जाकर पूजा करती हैं, और मां लक्ष्मी से संतान की लंबी उम्र, सुख और समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

मां लक्ष्मी का विशेष मंदिर

काशी में लक्ष्मीकुंड के पास स्थित लक्ष्मी मां का मंदिर अत्यधिक प्रसिद्ध है। लक्ष्मीकुंड का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है, और जिउतिया व्रत के दौरान यहां बड़ी संख्या में महिलाएं पूजा-अर्चना करने आती हैं। यह मंदिर मां लक्ष्मी के भक्तों के लिए एक अद्भुत स्थान है, जहां वे मां लक्ष्मी के चरणों में अपने परिवार और संतान की समृद्धि और सुरक्षा की प्रार्थना करती हैं।

जिउतिया व्रत के दौरान काशी में पूजा

जिउतिया व्रत का पालन तीन दिनों तक किया जाता है और काशी जैसे पवित्र स्थलों पर इसका खास महत्व है। व्रत की शुरुआत नहाय-खाय से होती है, जिसमें व्रती महिलाएं गंगा या लक्ष्मीकुंड में स्नान करती हैं। इसके बाद वे सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं। यह भोजन पूर्ण रूप से शुद्ध होता है, जिसमें कोई भी तामसिक वस्त्रों का प्रयोग नहीं किया जाता।

अगले दिन व्रती महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, जिसमें वे पूरे दिन बिना जल ग्रहण किए मां लक्ष्मी और जीवित्पुत्रिका की पूजा करती हैं। काशी में मां लक्ष्मी की विशेष पूजा के दौरान महिलाएं लक्ष्मीकुंड या अन्य मां लक्ष्मी के मंदिर में जाकर दीप जलाती हैं, और मां लक्ष्मी से अपने परिवार और संतान की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं।

अंतिम दिन, पारण के दिन, महिलाएं पूजा के बाद व्रत तोड़ती हैं। काशी में पारण के समय महिलाएं मां लक्ष्मी के नाम से विशेष प्रसाद बनाकर वितरित करती हैं और मंदिरों में जाकर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद लेती हैं।

काशी में जिउतिया व्रत का सांस्कृतिक और धार्मिक प्रभाव

काशी हमेशा से धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। जिउतिया व्रत के दौरान काशी में विशेष माहौल देखने को मिलता है। यह व्रत केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। काशी में जिउतिया व्रत करने वाली महिलाओं का एक समूह बनता है, जो एक साथ देवी लक्ष्मी की पूजा और भजन-कीर्तन करती हैं। इस धार्मिक अवसर पर पूरे परिवार के लोग भी व्रत में शामिल होकर पूजा करते हैं।
जिउतिया व्रत के दौरान काशी के बाजारों और मंदिरों में विशेष रौनक देखने को मिलती है। दुकानों में व्रत से संबंधित पूजन सामग्री की बिक्री होती है, और महिलाएं मां लक्ष्मी के लिए विशेष रूप से सजाए गए पूजन थाल खरीदती हैं। मंदिरों में भव्य सजावट होती है और लक्ष्मीकुंड के पास भक्तों की भीड़ रहती है, जो इस पवित्र कुंड में स्नान करने और मां लक्ष्मी के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते हैं।

मां लक्ष्मी से विशेष प्रार्थना

जिउतिया व्रत के दौरान, काशी में माता लक्ष्मी के दर्शन के समय व्रती माताएं अपने बच्चों की खुशहाल जिंदगी के लिए मां लक्ष्मी से विशेष प्रार्थना करती हैं। वे अपनी संतान के उज्ज्वल भविष्य, स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए मां लक्ष्मी से आशीर्वाद मांगती हैं। साथ ही, वे यह भी प्रार्थना करती हैं कि उनके घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहे।
काशी में जिउतिया व्रत के दौरान मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना से माताएं अपने परिवार की खुशहाली और समृद्धि सुनिश्चित करती हैं। मां लक्ष्मी की कृपा से उनका जीवन धन-धान्य और समृद्धि से परिपूर्ण होता है, और यह मान्यता है कि जिउतिया व्रत का पालन करने से माताओं की संतान को हर संकट से सुरक्षा मिलती है।

असंतुलित कार गिरी नहर में बहने लगे 5 सैलानी काफी मशक्कत से बची जान

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली/ जनपद के चकिया कोतवाली के लतीफशाह बंधे पर घूमने के लिए जा रहे सैलानियों की कार असंतुलित होकर कर्मनाशा नदी के नहर में गिर गई, जिससे कार नहर के पानी के तेज बहाव में कार बहने लगी और किसी तरह कार में सवार पांच लोगों ने तैर कर अपनी जान बचाई। इस घटना का वीडियो जोरों से वायरल हो रहा है।

आपको बता दें कि चंदौली जनपद के चकिया कोतवाली क्षेत्र के लतीफ शाह बंधे पर मुगलसराय के रहने वाले पांच युवक पिकनिक मनाने के लिए जा रहे थे कि इस दौरान बंधे से निकली कर्मनाशा नहर के किनारे जा रहे सैलानियों की गाड़ी असंतुलित होकर कर नहर में गिर गई। तेज पानी के बहाव होने के कारण कार बहने लगी और उसमें सवार पांचों लोग डूबने लगे ।

स्थानीय लोगों ने बताया कि किसी तरह कार से बाहर निकलकर पहले तो कार को बचाने की कोशिश किया, लेकिन उनका कोई तकनीक काम नहीं किया तो अपनी जिंदगी बचाने के लिए कार को छोड़कर किसी तरह तैर कर बाहर हुए।

बताया जा रहा है कि पानी के साथ बह रही कार कुछ आगे जाकर नहर में समा गई। आस पास के लोगों द्वारा घटना की जानकारी तत्काल चकिया थाना अध्यक्ष को दी गई। मौके पर चकिया पुलिस पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल में जुट गई।

इस संबंध में सीओ चकिया ने बताया कि पिकनिक मनाने के लिए मुगलसराय से आ रहे पांच युवक कार में सवार थे और लतीफ शाह बंधे से ही निकली हुई कर्मनाशा नहर की पटरी से असंतुलित होकर कार नहर के तेज बहाव में बहने लगी, किसी तरह पांचों युवकों ने कार से निकलकर तैरते हुए अपनी जान बचाई। कार भी नहर में समा गई है, उसे निकालने की कोशिश की जा रही है।