26 सितंबर को बाबा बागेश्वर आएंगे गया: नहीं लगेगा दिव्य दरबार, भक्तों के लिए करेंगे भागवत पाठ, जानिए कहां ठहरेंगे
गया। बिहार के गया जिले में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले की शुरूआत हो गयी है। पितृपक्ष मेले के बीच बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री गया पधार रहे हैं। जहां दिव्य दरबार तो नहीं लगेगा लेकिन वे भक्तों के लिए भागवत पाठ जरूर करेगें। पितृपक्ष मेले को लेकर उनका आवासन गयाधाम से कई किलोमीटर दूर बोधगया में होगा। बताया जा रहा है कि पिछले साल की भांति इस वर्ष भी वे अपने भक्तों के लिए भागवत गीता का पाठ करेंगे।
26 सितंबर को बाबा बागेश्वर गया को पहुंचेंगे
![]()
बताया जा रहा है, कि बाबा बागेश्वर धाम के आचार्य जी पंडित धीरेंद्र शास्त्री 26 सितंबर को गया पधारेंगे. हालांकि उनका आवासन बोधगया में होगा. बोधगया में भागवत कथा कराएंगे. गया में रहे उनके गयापाल पंडा गजाधर लाल कटरियार ने भी इसकी पुष्टि की है. कहा है, कि बाबा बागेश्वर के हवाले से साफ कर दिया गया है, कि वह 26 सितंबर को गया धाम पहुंचेगें और दो अक्टूबर तक तक प्रवास होगा.
बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दादा और परदादा गया धाम को आ चुके हैं. गया धाम को पहुंचकर उनके द्वारा पिंडदान किया गया था. इसका प्रमाण गयापाल पंडा के पास मौजूद है. बताया जाता है, कि फसली संवत के अनुसार 1398 में बाबा बागेश्वर के दादा गया जी को आए थे. बाबा बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दादा भगवान दास गर्ग उर्फ सेतु लाल गर्ग फसली संवत 1398 में जो कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1988 होता है, को आए थे और पितरों का पिंडदान किया था. उससे पहले उनके परदादा मुरलीधर भी गया जी को आ चुके हैं और पिंडदान कर चुके हैं. इसका प्रमाण गयापाल पंडा गजाधर लाल कटारिया के बही खाते में मौजूद है. बाबा बागेश्वर धाम के पंडा होने के कारण गयापाल पंडा गजाधर लाल कटरियार का उड़ीसा भवन एक बार फिर से चर्चित हो रहा है.
इस संबंध में गयापाल पंडा गजाधर लाल कटरियार बताते हैं, कि बाबा बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री पिछले बार यानी कि वर्ष 2023 में गया जी आए थे. वे मध्य प्रदेश के छतरपुर गढ़ा से आते हैं. उनके गयापाल पुरोहित के रूप में मैं हूं. कहा, कि उनका बागेश्वर धाम है. पिछली बार को पंडित धीरेंद्र शास्त्री आए थे. पूर्व में उनके दादा परदादा भी आ चुके हैं. पिछली बार जब बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री आए थे, तो उन्होंने संपर्क साधा था, कि कौन उनके तीर्थ पुरोहित हैं. उनके गांव जिले के अनुसार उनके पूर्वजों का बही खाता मेरे यहां है. मेरे पूर्वजों ने उनके दादा और परदादा के आगमन पर उनके पितरों के लिए पिंडदान कराया था. वही, बही खाते को देखकर पिछले साल आए बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री काफी हर्षित हुए थे.
वही, बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बही खाते का दर्शन किया था और बड़े चाव से देखा था. यह भी कहा था, कि वह जो गया जी के बारे में सुनते थे, आज प्रत्यक्ष देखा. वही, बही खाते में बाबा बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने दस्तखत भी किए थे. गजाधर लाल कटरियार ने बताया कि पिछली बार वे गया में आए थे, तो भागवत कथा किया था. उनके शिष्य श्राद्ध करते हैं और हमसे संपर्क करते हैं. इस बार भी गया धाम पहुंचने के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री भागवत कथा करेंगे और उनके शिष्य श्राद्ध कराएंगे.
गयापाल पंंडा गजाधर लाल कटरियार ने बताया कि 26 सितंबर को पंडित धीरेंद्र शास्त्री गया में आएंगे और बोधगया में उनका प्रवास रहेगा. उनका स्वागत है, कि वह गया जी में पधारेंगे. सनातन का उत्थान करने वाले बाबा बागेश्वर का वे स्वागत करते हैं. वह करीब एक सप्ताह तक रहेंगे, जो कि 2 अक्टूबर की तारीख तक प्रवास करने की बात बताई जाती है.
रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया। बिहार के गया जिले में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले की शुरूआत हो गयी है। पितृपक्ष मेले के बीच बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री गया पधार रहे हैं। जहां दिव्य दरबार तो नहीं लगेगा लेकिन वे भक्तों के लिए भागवत पाठ जरूर करेगें। पितृपक्ष मेले को लेकर उनका आवासन गयाधाम से कई किलोमीटर दूर बोधगया में होगा। बताया जा रहा है कि पिछले साल की भांति इस वर्ष भी वे अपने भक्तों के लिए भागवत गीता का पाठ करेंगे।


गया। गया शहर के चांद चौरा पीएनबी बैंक के सामने राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के द्वारा लगाए गए स्टॉल शिविर का गया के जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम और एसएसपी आशीष भारती ने फीता काटकर उद्घाटन किया।

गया। बिहार के गया में एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर पितृपक्ष मेला 2024 को सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर मेला क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।
गया/शेरघाटी। जिले के शेरघाटी थाना की पुलिस ने मंगलवार को लम्बे वर्षो से फरार एक आरोपी को गिरफ्तार की है। पकड़ा गया आरोपी प्रदीप कुमार थाना क्षेत्र के गांव मझनपुर का वासी हैं।
गया/शेरघाटी। जिले के शेरघाटी प्रखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्म दिवस पर आज कठार मोड़ स्थित पार्टी कार्यालय में नगर अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने उनके चित्र पर केक काटकर जन्मदिन मनाया।
गया। जिले के बोधगया प्रखंड के छाछ गांव में विगत कई दिनों से हो रही बारिश से जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. बारिश का पानी गांव में घुस गया है, जिस कारण ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ी हुई हैं. इतना ही नहीं खेत मे लगी धान की फसल भी पानी में डूब गई है. ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में कई बार स्थानीय प्रशासन को लिखित सूचना दी गई. लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं हुआ. घर में रखा खाने-पीने का सामान भी बारिश के पानी में बह गया है.
वहीं, जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने आज स्वयं स्पॉट पर पहुंचकर पूरे स्थिति का निरीक्षण किया एवं अधिकारियों से पूरी जानकारी लिया है। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि स्वयं एवं अतिरिक्त 04 टीम लगाकर 48 घंटे के अंदर फसल क्षति का पूरी तरह सर्वे करवाये। उन्होंने कहा कि जो सड़क, वर्षा के पानी बहाव के कारण कटी है, उसे तेजी से मरम्मत करवाया जाएगा। बांध बनाकर रोड को संरक्षित किया जाएगा। उक्त गांव जो नदी के सटे हुए हैं उन गांव के सड़क के किनारे बांध लगाया जाएगा साथ ही प्रोटेक्शन वर्क का काम करवाया जाएगा। इसके अलावा गुरियावा गांव तक बांध बनाया जाएगा। सड़क के दोनों तरफ जहां-जहां पानी ओवरफ्लो होने की संभावना है, वहां पर निरीक्षण किया जाएगा, उसी के आधार पर बांध बनाया जाएगा।
गया। मंगलवार को पितृपक्ष मेला का उद्घाटन समारोह में गया नगर निगम के मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान को मंच पर बैठने का जगह नहीं दिए जाने पर वह मंच से नीचे ऊतरकर वापस लौट गए। प्रशासन के इस रवैये से निगम के जनप्रतिनिधियों में उनके विरुद्ध नाराजगी दिखी। पार्षद गजेंद्र सिंह, उपेंद्र कुमार, अनुपमा देवी, ओम यादव, राजीव कुमार, गोपाल कुमार, डिम्पल कुमार, रणधीर कुमार गौतम सहित पार्षदों ने संयुक्त रूप से कहा कि हर बार पितृपक्ष मेला की व्यवस्था में निगम की और से 80 प्रतिशत काम लिया जाता है। लेकिन जिला प्रशासन शहर के प्रथम नागरिक के रूप गया नगर निगम के मेयर के प्रोटोकॉल को अनदेखा करते है।
गया। पितरों को मोक्ष दिलाने की कामना के साथ मंगलवार से पिंडदान शुरू हो गया। त्रिपाक्षिक गयाश्राद्ध करने वालों ने मुख्य रूप से पुनपुन घाट पर तर्पण कर पूर्वजों को मोक्ष दिलाने की कामना की। पुनपुन नहीं जाने वाले तीर्थयात्री गया शहर के गोदावरी तालाब में कर्मकांड शुरू किया।
Sep 18 2024, 17:32
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
150.3k