Sep 15 2024, 10:34
बड़ी खबर : आय से अधिक संपत्ति मामले में इस वरिष्ठ आईएएस और बालू माफिया की बढ़ी परेशानी, एसवीयू दर्ज करा सकती है एफआईआर
डेस्क : आय से अधिक मामले में फंसे बिहार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस और बालू माफिया सुभाष यादव की परेशानी बढ़ने वाली है। राज्य सरकार द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद आय से अधिक संपत्ति (डीए) और पद का दुरुपयोग कर अवैध कमाई करने के मामले में आईएएस अधिकारी संजीव हंस, पूर्व विधायक गुलाब यादव समेत अन्य पर शिकंजा कस दिया है। इनके खिलाफ विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) मंगलवार को एफआईआर दर्ज कर सकती है।
जांच एजेंसी सूत्रों के अनुसार एफआईआर में संजीव हंस एवं उनकी पत्नी, संजीव हंस के पिता, पूर्व विधायक गुलाब यादव, उनकी पत्नी विधान पार्षद अंबिका गुलाब यादव, बेटी बिन्दु गुलाब यादव तथा सुनील सिन्हा समेत 14 से अधिक लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया जा रहा है। इन सभी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (पीसी एक्ट), भारत न्याय संहिता समेत अन्य सुसंगत धाराओं के तहत आरोप गठित किया गया है।
बताया जा रहा है कि एफआईआर में उस वकील महिला का भी नाम है, जिनके बयान पर संजीव हंस और गुलाब यादव के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज हुआ था। इस महिला के खाते से भी आईएएस अधिकारी समेत अन्य के साथ लेनदेन की बात सामने आई है। ईडी ने पीएमएलए की धारा- 66(2) के तहत इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश राज्य सरकार से की थी। धारा- 66(2) के तहत अनुशंसा करने पर राज्य की एजेंसी को डीए की धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज करना अनिवार्य हो जाता है।
गौरतलब है कि 1997 बैच के आईएएस अधिकारी संजीव हंस समेत एक दर्जन से अधिक नामजद अभियुक्तों पर मामला दर्ज करने से पहले गृह विभाग ने राज्य के महाधिवक्ता से मंतव्य मांगा था। महाधिवक्ता और विधि विभाग से अनुमोदन प्राप्त होने पर एफआईआर की प्रक्रिया शुरू की गई है। गौरतलब है कि एसवीयू के एडीजी नैयर हसनैन खान केंद्र प्रतिनियुक्ति पर चले गए और उन्हें शनिवार को विरमित कर दिया गया। उनके स्थान पर नए एडीजी पंकज कुमार दाराद ने पदभार संभाल लिया है। पदभार संभालते ही यह पहला बड़ा केस उनके महकमा में दर्ज होने जा रहा है।
Sep 16 2024, 09:51