गोला तहसील क्षेत्र में दिन दहाड़े चल रहा अवैध अस्पताल

अस्पताल की छानबीन करने गए पत्रकारों से संचालक ने की अभद्रता से बात

बता दे की गोला थाना क्षेत्र चंद चौराहे से कौड़ीराम रोड पर बालाजी हॉस्पिटल के नाम से अवैध अस्पताल चल रहा है इतना ही नहीं बल्कि पत्रकारों को ये तक सूचना मिली की यहा पे फर्जी तरीके से अल्ट्रासाउंड भी होता है इसकी सूचना पर जब क्षेत्र के कुछ पत्रकार मौके की जांच करने पहुंचे तो संचालक डा. संजय गुप्ता पत्रकार से अभ्रदता से बात किया और अस्पताल के बाहर भगा दिए वहीं थाना प्रभारी व अवैध अस्पताल संचालक की मिलीं भगत से गोला के कुछ पत्रकार के खिलाफ गोला थाने में तहरीर भी दर्ज की गई है और थाना प्रभारी ने बिना छानबीन के मुकदमा दर्ज करने को कहा है । दिन भर साहब तो थाने में बैठ कर फरियादियों की आवभगत करते हैं । वहीं कुछ दिन पहले गोला में यह अवैध अस्पताल जो बालाजी हॉस्पिटल के नाम से चलता है वहीं एसडीएम गोला को शिक़ायत मिलने पर उस अस्पताल पर छापा मारकर किए छापा मारी मे अस्पताल से अवैध अल्ट्रासाउंड मशीन व बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल मिला था ।

जबकि यह अवैध अस्पताल गोला सीएचसी से मात्र 100 मीटर की दूरी पर ही स्थित है।इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन व जिला प्रशासन व कुछ गोला के वरिष्ठ लोगों के दबाव में गोला अधीक्षक ने पैसा लेकर अल्ट्रासाउंड मशीन छोड़ दी थी, हालांकि बता दे की प्रदेश के मुख्यमंत्री पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक से एक नए जुमले दे रहे है वही मुख्यमंत्री के गृह जनपद मे जब सच दिखानें के लिए गए पत्रकार तो थाने पर तहरीर देकर दलाल बना दिया जाता है वहीं थाना प्रभारी अस्पताल संचालक से पैसा लेकर मुकदमा दर्ज करने की धमकी देते हैं. जबकि वही क्षेत्र के अशोक दुबे ने बुद्धवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत करते हुए कहा की गोला क्षेत्र के बालाजी हॉस्पिटल के नाम से अवैध अस्पताल संचालित हो रहा है जहा संचालक डा. बबीता गुप्ता व डा. संजय गुप्ता द्वारा जन्म पूर्व लिंग निरीक्षण, अवैध अल्ट्रासाउंड व आयुर्वेद की डिग्री पर एलोपैथ की दवा दी जा रही है ऐसा कहते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से इस अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

पेट्रोल पंप पर खड़े ट्रक से मोबाइल चोरी

गोला. क्षेत्र के भीटी स्थित पेट्रोल पंप बारानगर ऑटोमोबाइल्स पे 28 अगस्त की रात एक बजे अज्ञात चोर ने ट्रक के केबिन से किया मोबाइल चोरी. पुलिस को दी तहरीर में टंकी के मालिक राजेश सिंह ने बताया की मेरे पेट्रोल पंप जो की भीटी में स्थित है उसपे 28 अगस्त की रात अज्ञात चोर ने पंप पर खड़े ट्रक के केबिन से मोबाइल चोरी किया उन्होंने तहरीर में एक व्यक्ति का नाम लिखते हुए यह भी लिखा की पंप पे चोरी होने से एक घंटे वह व्यक्ति पंप परिसर में आया और वीडियोग्राफी करने और पंप पे बैठे हुए चौकीदार को धमकाते हुए कहा की तुम्हारे पंप पे फिर चोरी होगी जिसके एक घंटे पश्चात सच में पंप की पूर्वी दीवाल से आए अज्ञात चोर ने खड़े पंप पर खड़े ट्रक से मोबाइल चोरी किया उन्होंने इसकी फोटो व वीडियोग्राफी भी पुलिस को दी है बता दे की बीते शनिवार को भी पंप पर अज्ञात चोरों द्वारा डीजल चोरी किया गया था. इस संबंध में थानाध्यक्ष गोला मधुपनाथ मिश्रा ने कहा की तहरीर मिली है जांच करके आगे की कार्रवाई की जाएगी.

क्या हुआ खुल गए, बच्चे पढ़ लिए तो पढ़ लिए

डीएम के आदेश के बाद भी खुले विद्यालयों पर बोले एसडीएम

गोला कस्बा में स्थित दो विद्यालयों ने जिलाधिकारी के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए शुक्रवार को भी विद्यालय चलाया उसके बाद जैसे ही उन्हें पता चला की इसकी सूचना पत्रकारों तक पहुंच गई है वे तुरंत विद्यालय बंद करने लगे, हालांकि तब तक विद्यालय के खुले होने की फोटो वायरल हो चुकी थी. बता दें कि जिलाधिकारी के आदेश पर कक्षा एक से बारहवीं तक के स्कूलों को तीस व इकतीस तारीख को बंद करने का आदेश जारी किया गया है।जिसके अनुपालन में कस्बे की लगभग सभी स्कूल बंद रहे लेकिन एस राम पब्लिक स्कूल गोपालपुर, झरकटा व एसके एकेडमी देवारी बारी, भैसही खुला रहा। जब विद्यालय खुलने के बारे में संचालक से इसके बारे में पूछा गया तो वे कहने लगे की गलती हो गई अब नही खुलेगा, अभी छुट्टी कर दे रहे है जिसके बाद जैसे ही इसकी सूचना। विद्यालय प्रबंधक को मिली वे तुरंत ही अपने लोगो से फोन करवाकर व स्वयं भी पत्रकारों से मिलकर बातचीत करने व समझौते की बात करने लगे उसके बावजूद पत्रकार नही माने और जब इस संबंध में एसडीएम गोला राजू कुमार से बताया गया तो उनका अलग ही रुख देखने को मिला उनसे बोला गया की सर ऐसे ऐसे विद्यालय माननीय जिलाधिकारी महोदय के आदेश के बाद भी आज खुले रहे तो उन्होंने कहा की बच्चे पढ़ चुके तो बोला गया हा पढ़ चुके, तब एसडीएम साहब ने बोला की क्या हुआ डीएम साहब का आदेश था तो अगर विद्यालय खुला बच्चे पढ़ लिए तो पढ़ लिए उसमे कौन सा बड़ा अपराध हो गया आप बताइए उसमे क्या दिक्कत है, ये शहर तो नही है जहा लॉ एंड आर्डर की प्रॉब्लम होगी, अब इसमें ध्यान देने की बात ये है अगर एसडीएम साहब ही ऐसा बोलेंगे की क्या हुआ विद्यालय खुल गया और अगर एसडीएम साहब को डीएम साहब के आदेश को तोड़ना बड़ा अपराध नहीं दिखाई दे रहा तो आम जनता तो ऐसे नियमों जिनको सख्ती से पालन करना होता है उनको आसानी से तोड़ेगी ही तोड़ेगी. वही इस संबंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी गोला उदय शंकर राय से कहा गया तो उन्होंने कहा की मामले की जांच कराई जाएगी.

समझौते का बनाने लगे दबाव

जैसे ही विद्यालय के प्रबंधक को पता चला की उनके विद्यालय खुले होने की जानकारी पत्रकारों को पता चल गई वे तुरंत अलग-अलग तरीके से लोगो से फोन करके दबाव बनाने की कोशिश करने लगे इसके बावजूद जब पत्रकार नही माने तो वे उनसे चौराहे आदि जगहों पर मिलकर मामले को दबाने की कोशिश करने लगे.

बता दे की बीते 23 तारीख को भी डीएम के आदेश के बाद भी क्षेत्र के एक स्कूल संचालित पाया गया था, जिसपे बात करने पर विद्यालय के प्रबंधक ने बताया था की विद्यालय बंद की जानकारी नहीं है.