साकीपुर गांव में एक मकान कट कर नदी में समाया

नवाबगंज (गोंडा) ।सरयू नदी के घटते जल स्तर से साकीपुर गांव में एक मकान कट कर नदी में समा गया । करीब दस मकान कटान के कगार पर है। हल्का लेखपाल ओमप्रकाश ने बताया कि एसडीएम तरबगंज विशाल कुमार ने निरीक्षण किया है और नदी किनारे मकानों को खाली करा दिया गया है

मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के साकीपुर गांव का चहलवा मजरा पर सरयू नदी की भृकुटी टेढी होती जा रही है। इस गांव के रहने वाले रामरुप यादव, कप्तान यादव, उभन यादव भाइयो का मकान कट कर सरयू नदी में समा गया है। गांव के पूर्व प्रधान छोटे लाल यादव ने बताया कि चहलवा मजरे मे करीब दस लोगों के पक्के मकान कटान के कगार पर है ।

फिलहाल रामरुप भाइयो का पक्का मकान कट कर पानी मे समा गया है। इस कटान के बाबत हल्का लेखपाल ओमप्रकाश वर्मा ने कहा कि एक पक्का मकान कट गया है। जिसमे तीन भाई रहते थे इसी के बगल नक्छेद का पक्का मकान कटान के कगार पर है, उसे भी खाली करा दिया गया है। एसडीएम तरबगंज विशाल कुमार ने आज चहलवा के लोगों से मिलकर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है, वही छप्पर के कटे मकान को क्षतिपूर्ति दी गई है, आगे जो भी नुकसान होगा उसमे लोगों की मदद करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है ।

*सातवें राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर भव्य पोषण रैली का आयोजन*

गोण्डा- जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने डीएम आवास के सामने से इस रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में पोषण संबंधी जागरूकता फैलाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। डीएम ने सभी उपस्थित जनों को पोषण शपथ दिलाई और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया।

इस आयोजन में जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्या समेत कई अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। सीडीपीओ अभिषेक दुबे, नंदिनी घोष, वंदना, नीतू रावत, रंजीत कुमार, इमरान अली, सरोज तिवारी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने इस रैली को और भी सफल बनाया।

राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन 01 से 30 सितंबर 2024 तक किया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को कुपोषण मुक्त बनाना और प्रधानमंत्री के 'सुपोषण भारत' के विजन को साकार करना है। पोषण अभियान के अंतर्गत 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और किशोरी बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार हेतु जन जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

इस वर्ष की थीम 'समग्र पोषण' है, जिसमें एनीमिया (टेस्ट, ट्रीट, टॉक), वृद्धि निगरानी, ऊपरी आहार, पोषण भी पढ़ाई भी (PBPB), और बेहतर प्रशासन के लिए प्रौद्योगिकी को प्रमुखता दी गई है।

पोषण एवं स्वास्थ्य के 10 मुख्य हस्तक्षेपों में स्तनपान की सही शुरुआत, पूरक आहार की गुणवत्ता, एनीमिया की रोकथाम, और सूक्ष्म पोषण तत्वों की आपूर्ति जैसी महत्वपूर्ण पहल शामिल हैं।

इस अवसर पर डीएम ने कहा कि पोषण अभियान का सफल क्रियान्वयन जन आंदोलन और सामुदायिक भागीदारी के बिना संभव नहीं है।

बाल विकास सेवा एवं पोषण विभाग द्वारा आयोजित रैली ने पोषण के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया, और इसे व्यापक स्तर पर सफल बनाने की अपील की गई।

इस दौरान सीडीपीओ राम प्रकाश, वरिष्ठ लिपिक, साधना साहू, ज्ञानेन्द्र शरण, सौरभ यादव, डीसी राजकुमार, शिव पूजन, राम फ़ेर, कालिका, परेश आनन्द, समेत कार्यकत्रियों की भारी संख्या में उपस्थिति रही।

*वनटांगिया समुदाय के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की अनूठी पहल, शौचालयों का किया जा रहा कायाकल्प*

गोण्डा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन है कि उत्तर प्रदेश में कोईप ऐसा जिला, कोई गांव, कोई व्यक्ति विकास की दौड़ में पीछे न छूटने पाए। विकास ऐसा हो, जो न सिर्फ उसके बल्कि उसकी आने वाली पीढ़ियों को लाभान्वित करे। विकास कार्य सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों के अनुरूप हो। मुख्यमंत्री के इस विजन को प्रदेश शासन से लेकर जिला प्रशासन तक आत्मसात किया जा रहा है। गोंडा जनपद में वर्षों से जंगलों में रहकर जीवनयापन करने वाले वनटांगिया समुदाय के लिए एक अनूठी पहल की गई है। स्वच्छता और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों के संदेश के साथ इस समुदाय को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की पहल की गई है।

विकास के इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए जिला प्रशासन ने अब यूनाइटेड नेशंस के सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप गांव के कायाकल्प के प्रयास शुरू किए हैं। इस पहल की शुरुआत पीएम मोदी और सीएम योगी के कोर विजन यानी स्वच्छता के मुद्दे के साथ की गई है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के नेतृत्व में वनटांगिया गांव में बने सभी व्यक्तिगत शौचालयों को स्वच्छ शौचालयों में परिवर्तित किया गया। इसके साथ ही, इन शौचालयों की दीवारों पर सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्यों जिसमें स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, लैंगिक समानता और पर्यावरण संरक्षण जैसी प्रमुख बातों को चित्रित कर बड़े पैमाने पर गांववासियों को जागरूक किया गया।

इस पहल का उद्देश्य न केवल स्वच्छता के महत्व को समुदाय तक पहुँचाना है, बल्कि सतत विकास के लक्ष्यों के प्रति जागरूक करना भी है। "स्वच्छ सुंदर शौचालय, बने हमारे प्रतिष्ठालय" के संदेश के साथ यह अभियान शुरू किया गया, ताकि जंगलों में रहने वाले इस समुदाय को स्वच्छता के प्रति संवेदनशील बनाया जा सके।

स्वच्छता से खुलेंगे स्वास्थ्य और समृद्धि के रास्ते

इस पहल के बारे में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्यों के अनुरूप गांववासियों को लाभान्वित करने से पहले उन्हें इसके प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, "स्वच्छता इसका एक बड़ा घटक है। इससे स्वास्थ्य और समृद्धि के रास्ते खुलते हैं।" इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्वच्छता को प्राथमिकता दी गई है। शौचालयों की दीवारों पर चित्रित सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों से लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के महत्व को समझें और अपने जीवन में इन्हें अपनाएं। इस प्रकार, स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ समाज के हर वर्ग को सतत विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

जिला प्रशासन की इस अनूठी पहल से वनटांगिया समुदाय को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस पहल ने न केवल स्वच्छता के प्रति समुदाय को जागरूक किया है, बल्कि उन्हें सतत विकास के लक्ष्यों के प्रति भी प्रेरित किया है। प्रशासन की यह पहल निश्चित रूप से इस समुदाय के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी और भविष्य में समाज के अन्य पिछड़े वर्गों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

योगी सरकार ने की विकास की शुरुआत

वनटांगिया समुदाय गोंडा जनपद के जंगलों में रहकर अपना जीवन यापन करता है। वर्षों से यह समुदाय विकास की मुख्यधारा से कटा रहा है। यहां रहने वाले लोग जंगलों पर निर्भर रहते हैं और उनके पास बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पहली बार इस समुदाय को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जून 2023 में गोंडा की जिम्मेदारी संभालने के बाद इस समुदाय की दुर्दशा को देखा और उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दिशा में काम शुरू किया। उनके प्रयासों से पहली बार रामगढ़ वनटांगिया गांव में बिजली की सुविधा पहुंचाई गई। सड़कों का निर्माण कराया गया, जिससे गांववासियों को आवागमन में सुविधा हुई। नवंबर 2023 में दीपावली के अवसर पर रामगढ़ वनटांगिया गांव में "वनटांगिया महोत्सव" का आयोजन किया गया। इस महोत्सव का उद्देश्य इस समुदाय को सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करना था। इस महोत्सव में एक ही छत के नीचे सरकार की सभी योजनाओं को लाकर गांववासियों को उनके लाभ के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया गया। यह कदम एक मील का पत्थर साबित हुआ, जिसने इस समुदाय के विकास की दिशा में एक नई शुरुआत की।

बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक कर रहे नई पहल की सराहना

यह पहल वनटांगिया गांवों में एक नई जागरूकता की लहर लेकर आई है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, सभी इस नई पहल की सराहना कर रहे हैं। जिला प्रशासन का मानना है कि यदि इसी तरह से समुदाय के लोगों को जागरूक किया जाए और उनके साथ मिलकर कार्य किया जाए तो निश्चित ही वर्षों से वंचित इस समाज में विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकेगा।

जिलाधिकारी ने आगे कहा कि यह केवल एक शुरुआत है और भविष्य में वनटांगिया समुदाय के लिए और भी कई विकास योजनाएं चलाई जाएंगी। सरकार और प्रशासन की मंशा है कि समाज के हर तबके को विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जाए, ताकि कोई भी नागरिक पीछे न रह जाए। वनटांगिया समुदाय के प्रति जिला प्रशासन की यह पहल साबित करती है कि जब सरकार और समाज मिलकर कार्य करते हैं, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन संभव है। स्वच्छता और सतत विकास की दिशा में यह कदम एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

*मोहर्रम के दौरान विद्युत सुरक्षा तय करने के लिए बनी विशेष समिति, अपर जिला मजिस्ट्रेट (वित्त एवं राजस्व) करेंगे अध्यक्षता*

गोंडा- जिलाधिकारी नेहा शर्मा के निर्देश पर मोहर्रम त्यौहार के दौरान विद्युतजनित घटनाओं से बचाव के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है। इस समिति की अध्यक्षता अपर जिला मजिस्ट्रेट (वित्त एवं राजस्व) द्वारा की जाएगी और इसमें अपर पुलिस अधीक्षक, नगर मजिस्ट्रेट और अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मण्डल, गोंडा भी शामिल हैं।

समिति का मुख्य उद्देश्य ताजिया कमेटियों के साथ समन्वय स्थापित कर ओवर हाइट ताजिया के निर्माण और उनके जुलूस में शामिल करने पर प्रतिबंध लगाने के लिए सहमति बनाना है। यह कदम भविष्य में मोहर्रम त्यौहार के दौरान विद्युतजनित घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है।

बीते दिनों मोहर्रम के दौरान ताजिया जुलूस के समय हुई दुर्घटनाओं के कारण जिला प्रशासन ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ताजिया की ऊंचाई और उनकी मार्ग योजना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। समिति यह सुनिश्चित करेगी कि ताजिया का निर्माण और उनका जुलूस तय मानकों के अनुरूप हो, जिससे विद्युत तारों और अन्य विद्युत उपकरणों से टकराव की संभावना न हो।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा, "यह कदम जिले की सुरक्षा और त्योहारों के शांति पूर्वक आयोजन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम चाहते हैं कि मोहर्रम के दौरान सभी धार्मिक आयोजन सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हों। समिति का उद्देश्य संबंधित ताजिया कमेटियों के साथ मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाना है।"

जिला प्रशासन का यह कदम आगामी त्योहारों को सुरक्षित और सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करें और किसी भी संभावित विद्युतजनित खतरे की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। इससे न केवल दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि त्योहारों का उल्लास भी बना रहेगा।

*मनकापुर रेलवे स्टेशन पर खाद्य पदार्थों की जांच*

गोंडा- शनिवार को एफ० एस० डब्ल्यू० ऑन व्हील्स ने मनकापुर रेलवे स्टेशन पर विभिन्न खाद्य पदार्थों की जांच की। प्रयोगशाला द्वारा खाद्य पदार्थ की जांच की गई। दुकानदारों को जागरूक किया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनकापुर मनीष मल्ल ने दुकानदारों से खाद्य कारोबार का पंजीकरण करने के लिए जागरूक किया।

मनकापुर रेलवे स्टेशन परिषद में बनी दुकानों के दुकानदारों ने अपने-अपने खाद्य सामग्री की जांच कराई तथा शास्त्री नगर और गांधीनगर के भी दुकानदारों के खाद्य पदार्थों की जांच की गई, जिन लोगों के खाद्य पदार्थ में कोई कमी आई उन्हें तत्काल उसे हटाने के लिए जागरूक किया गया।

*पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, फर्जी पुलिस बनकर लोगों से अवैध उगाई करने वाला गिरफ्तार*

संभल- सदर कोतवाली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। फर्जी पुलिस बनकर लोगों से अवैध उगाई करने वाला मुबारक उर्फ सलमान को पुलिस ने धर दबोचा है।

आरोपी के पास से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन एक पुलिस की कॉलर पट्टी गाड़ी में लगा पुलिस का हूटर, पुलिस का डंडा और डायरी बरामद की गई है। आरोपी के ऊपर कानूनी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जिला संयुक्त चिकित्सालय में मेडिकल परीक्षण कराकर जेल भेजने की तैयारी कर रही है। संभल अपर पुलिस अधीक्षक श्री चंद्र ने घटना की दी जानकारी।

*गैंगस्टर ऐक्ट में वांछित दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार*

गोण्डा- अपर पुलिस अधीक्षक गोण्डा पूर्वी मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी नगर सौरभ वर्मा के नेतृत्व में थाना को0नगर पुलिस द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0सं0-665/24, धारा 3(1) यू0पी0 गैंगस्टर ऐक्ट से सम्बन्धित 02 गैंगस्टरों, मो0 खलील, चांद बाबू उर्फ तौफीक को उनके मालवीय नगर स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया गया।

बता दें कि 6 जुलाई की रात प्र0नि0 को0 नगर मनोज कुमार पाठक मय फोर्स शांति व्यवस्था हेतु रात्रि गस्त में रवाना थे कि सूचना प्राप्त हुई कि गैंगस्टर ऐक्ट के वांछित अभियुक्तगण मालवीय नगर स्थित अपने घर पर मौजूद है प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस बल द्वारा बताये गए स्थान पर दबिश दोनों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तगणों का एक आपराधिक गिरोह है। इस गिरोह द्वारा जमीनों पर फर्जी बैनामा एवं धोखाधडी के अपराधों से अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी है। गिरफ्तार अभियुक्तगणों के विरूद्ध थाना को0 नगर पुलिस द्वारा अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की गयी।

*विधायक ने डीएम और एसपी के साथ सम्पूर्ण समाधान दिवस में सुनी फरियादियों की समस्याएं*

गोण्डा- जनपद के समस्त तहसीलों में शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें तहसील सदर गोण्डा में विधायक सदर गोण्डा प्रतीक भूषण सिंह एवं डीएम व एसपी ने आये हुये फरियादियों की समस्याओं को सुना तथा शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को प्रेषित किया गया। जनसुनवाई के दौरान तहसील सदर गोण्डा में कुल 85 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये जिसमें 06 प्रार्थना पत्रों का मौके पर ही निस्तारित कर दिया गया है शेष को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत प्रकरण का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करते हुये आख्या तहसील में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।

संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि समाधान दिवस में प्राप्त होने वाले शिकायतों के निस्तारण हेतु टीम गठित किया जाय, तथा टीम के द्वारा शिकायत का मौके पर स्थलीय जांचकर गुणवत्ता के साथ निस्तारण करना सुनिश्चित किया जाय।

संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान उन्होंने कहा कि अवैध अतिक्रमण के मामले में संयुक्त रूप से राजस्व एवं पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जाकर निस्तारित कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि तालाब जमीन की पैमाइश, अवैध कब्जा, चकरोड, नाली, अवैध अतिक्रमण आदि को पुलिस फोर्स के साथ हटवाने का कार्य करें। शिकायतकर्ताओं को मौके पर बुलाएं। उसके आने पर लिखित रूप से उल्लेख करें और निस्तारण के प्रकरण का फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी भी करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण मौके पर जाकर पूरी गुणवत्ता के साथ करें अन्यथा संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

संपूर्ण समाधान दिवस के अंत में जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित सभी संबंधित विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण करना सुनिश्चित करें।

लाखों कांवरियों को 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रति किया जागरूक, शिविर के माध्यम से की बच्चों व कांवरियों की मदद

गोण्डा- कजरी तीज के शुभ अवसर पर महिला कल्याण विभाग की 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन द्वारा जागरूकता कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमे बच्चो, आम जनमानस व कांवरियों को विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। काफी बच्चो व कांवरियों को अपने साथी या परिजनों के साथ जलाभिषेक करने आये हुए भटक जाने पर उनको शिविर के माध्यम से मिलावाया गया।

शिविर का जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने जायजा लिया। इसके साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज रावत, नगर मजिस्ट्रेट, परियोजना निदेशक चंद्रशेखर, जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी गौरव स्वर्णकार ने कैम्प का निरीक्षण किया तथा दिशा निर्देश प्रदान किये गए। गुरुवार की सुबह से आयोजित इस शिविर में कर्मचारियों द्वारा लगातार जागरूकता का कार्य निर्वाहन किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर चाइल्ड हेल्पलाइन आशीष मिश्रा, वन स्टॉप सेंटर मैनेजर चेतना सिंह, सीडब्लूसी से मनोज उपाध्याय, काउंसलर नीतू त्रिपाठी, काउंसलर  दीपशिखा शुक्ला, केस वर्कर निधि त्रिपाठी, ऋचा तिवारी, डालसा से कंचन सिंह, सुपरवाइजर  शान्तनु उपाध्याय, माखनलाल तिवारी, अलका पांडेय, विशेष कुमार, अमित पांडेय, शिवा कनोजिया, केस वर्कर देवमणि मिश्र, देवीदयाल तिवारी, हितेश भारद्वाज, मुकेश भारद्वाज, आँचल गुप्ता, सत्यप्रकाश सिंह आदि शामिल रहे।
ढाई करोड़ की ठगी करने के मामले में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

नवाबगंज (गोंडा) । स्थानीय थाने मे जमीन दिलाने के नाम पर ढाई करोड़ रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तीन लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं मे मुकदमा दर्ज किया गया है।थानाध्यक्ष निर्भय नरायन सिंह ने बताया कि धोखाधड़ी सहित विभिन्न मामलों मे मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है ।

मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र का इस्माइलपुर दुगार्गंज महेशपुर लोलपुर कटराशिवदयालगंज कटराभोगचंद सहित आधा दर्जन गांवो मे भू-माफियाओं द्वारा किसानो व गरीबो की पट्टे की भूमि को धारा अस्सी कराकर लगातार बेचने के मामले मे चर्चा मे रहा है इन गांवो मे जमीन की खरीद फरोख्त अयोध्या मंदिर निर्माण के बाद तेजी से हुआ कुछ माफियाओं ने तो सरयू नदी से निकली दरिया के आसपास भी जमीन लेकर अपना घर मकान व फैक्ट्री बना लिया है इन मामलों मे स्थानीय लेखपाल राजस्व टीम की भूमिका शुरू से संदिग्ध है तरबगंज तहसील मे बीते 10 सालो मे नवाबगंज थाने के आधा दर्जन गांवो मे करीब सैकड़ों जमीनें खरीदी और बेची जाती हैं।

इन जमीन के बचाने के लिए अन्नदाता किसान यूनियन जिलाध्यक्ष सत्यनरायन दुबे ने हाल ही मे जिले पर हडताल भी किया था पर कोई असर नहीं पडा ।ताजा मामला दिल्ली निवासी अशोक कुमार ने पुलिस अधीक्षक को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई तब पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने थाने पर निर्देश देकर के दर्ज कराए मुकदमा दर्ज मुकदमे में बताया गया है कि वादी अयोध्या सिटी डेवलपर लिमिटेड का डायरेक्टर है।जिसका कार्यालय दुगार्पुरी कालोनी जनौरा अयोध्या स्थिति है। कंपनी के निर्देश पर पर अयोध्या के आसपास जमीन की खरीद फरोख्त के लिए कई बार अयोध्या गया था।इसी दौरान अयोध्या के दंत धावन कुंड निवासी शैलेन्द्र चौहान से उसकी मुलाकात हुई। शैलेन्द्र चौहान ने अपने आपको जमीन का एजेंट बताया तथा अपने माध्यम से जमीन दिलाने का आश्वासन दिया।

इसके बाद उसने थाना क्षेत्र के इस्माइल पुर गांव निवासी आशुतोष कुमार तथा बस्ती जिले पैकोलिया थाना के महादेवा निवासी श्रीपति लाल से मुलाकात कराई। जिन्होंने अपने आपको प्रापर्टी डीलर बताया। उक्त तीनों लोगों ने मिलकर उन्हें अयोध्या व गोंडा के आसपास की कई जमीनों की खसरा खतौनी दिखाई।जिसे गहराई से जांच करने पर पता चला कि उक्त खतौनी कूटरचित तरीके से तैयार की गई है। आशुतोष कुमार ने अपने आपको को इस्माइल पुर गांव का ग्राम प्रधान बता कर कई लोगों से मुलाकात करा कर बताया यह सभी लोग उनके गांव के किसान है।उसके बाद उक्त लोगों ने गोरखनाथ -अयोध्या फोरलेन हाइवे पर इस्माइल पुर गांव में एक होटल के किनारे 400 विस्वा जमीन दिखा कर उनके भूस्वामियों से मुलाकात कराई।

उसके बाद जमीन का सौदा तय होने के बाद उक्त सभी लोगों के खाते में पैसा डलवाया गया।उसके बाद उक्त लोगों ने कंपनी के साथ धोखाधड़ी करते हुए किसी दूसरे के नाम रजिस्ट्री करवा दिया। पीड़ित ने बताया कि उक्त तीनों लोगों के ऊपर विश्वास करके इनके साथ एक इकरानामा 9 फरवरी को तीस लाख रुपए तथा 18 फरवरी को उन्नीस लाख रूपए का अग्रिम भुगतान भी किया था। उक्त एमओयू में वर्णित शर्तों के तहत कुल ढाई करोड़ रुपए का भुगतान कंपनी ने उक्त तीनों लोगों तथा संबंधित भूस्वामियों को किया था।

परंतु उक्त लोगों ने मेरी कंपनी के पक्ष में रजिस्ट्री न करा कर धोखाधड़ी कर अन्य किसी के पक्ष में रजिस्ट्री करवा दिया।जिन जमीनों को इन्होंने अपना कह कर दिखाया था उस जगह पर इकरारनामा में संबंधित गाटा संख्या भी नहीं था। उक्त लोगों ने जमीन दूसरी दिखाई और इकरारनामा दूसरी जगह जमीन का कराया।वह बाहरी होने की वजह से इनके द्वारा बिछाए जाल में फंस गया। अपना पैसा वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी उक्त लोगों के द्वारा दी जाती है। प्रभारी निरीक्षक निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।