हमें अच्छे शिक्षक की भी भूमिका अदा करनी होगी तो ही शिक्षक दिवस मनाना सफल होगा : प्राचार्य
श्री शिक्षा निकेतन स्कूल में हुआ शिक्षक दिवस का आयोजन
गया। शहर के नैली रोड खटकाचक स्थित श्री शिक्षा निकेतन स्कूल में शिक्षक दिवस समारोह बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर विद्यालय को सुंदर ढंग से सजाया गया। विद्यालय की प्राचार्य पूनम सिन्हा के साथ सभी शिक्षक शिक्षिकाओं एवं बच्चों ने भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि किया।
साथ ही विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं एवं बच्चों ने केक काटकर डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन मनाया। इस मौके पर विद्यालय में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची महाबोधि मंगलम आरोग्य ट्रस्ट के चीफ ट्रस्टी सह कुमार मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ नीलम महाजन एवं विद्यालय की प्राचार्या पूनम सिन्हा ने दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। जहां विद्यालय के बच्चों ने पुष्प वर्षा, तिलक एवं तुलसी का पौधा देकर मुख्य अतिथि डॉ महाजन का स्वागत किया वहीं प्राचार्या श्रीमति सिन्हा ने उन्हें अंग वस्त्र एवं विष्णु चरण देकर अभिनंदन किया।
डॉ महाजन ने विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं सहित प्राचार्य को प्रशंसा पत्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया और शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए अपने कार्य में निरंतर अग्रसर रहने की प्रेरणा दी। इस मौके पर डॉ महाजन ने बच्चों अभिभावक को एवं सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने विद्यालय अपने संस्थान के प्रति हमेशा ईमानदार बनकर रहने की आवश्यकता है। क्योंकि हमारी पहचान व्यक्तिगत नहीं है बल्कि हमारी पहचान हमारे संस्थान से है। उन्होंने आगे रामायण का प्रसंग सुनाते कहा कि जब हनुमानजी राम जी का संदेश लेकर माता सीता से मिलने लंका के अशोक वाटिका पहुंचे थे उन्होंने अपना परिचय महाबली हनुमान, हनुमान के रूप में नहीं देते हुए कहा था "राम दूत मैं मातु जानकी, सत्य शपथ करुणा निधान की" माता जानकी मेरा परिचय यही है कि मैं प्रभु श्री राम का एक दूत हूँ।
इसलिए हमारी पहचान हमारे संस्थान से होनी चाहिए। इस मौके पर विद्यालय की प्राचार्य पूनम सिन्हा ने सभी शिक्षक शिक्षकों को उपहार देकर सम्मानित किया। वहीं विद्यालय के अध्यक्ष पूनम कुमारी ने प्राचार्य श्रीमती सिन्हा को अंग वस्त्र एवं उपहार देकर शिक्षक दिवस एवं हरतालिका तीज की बधाई दी। इस मौके पर प्राचार्या श्री मति सिन्हा ने कहा किशिक्षक दिवस मनाने के साथ हमें अच्छे शिक्षक की भी भूमिका अदा करनी होगी तो ही वास्तव में शिक्षक दिवस मनाने का मतलब चरितार्थ होगा। हमें अपने बच्चों को खेल-खेल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की आवश्यकता है। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भी करते थे कि सिर्फ किताबी शिक्षा से नहीं बल्कि बच्चों को उचित माहौल और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देनी चाहिए। आगे श्रीमती सिन्हा ने सभी लोगों को शिक्षक दिवस एवं हरितालिका तीज की हार्दिक शुभकामनाएं दी। पूरा कार्यक्रम प्राचार्य पूनम सिन्हा के दिशा निर्देशन में एवं उपप्राचार्य रूपा गुप्ता की देखरेख में संपन्न हुआ। वही विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर किस्सा लिया।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Sep 05 2024, 20:04