पीएमसीएच के इन 5 डॉक्टरों से स्वास्थ्य विभाग मांगा ने मांगा स्पष्टीकरण, जानिए क्या है मामला

डेसक : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के पांच डॉक्टरों से स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्टीकरण मांगा है। विभाग ने समय पर नहीं आने वाले और लापरवाही बरतने के आरोप में पांच डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा है।

बीते मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने अस्पताल के अधीक्षक आईएस ठाकुर को पत्र लिखा है। इसमें पांचों डॉक्टरों को जल्द स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा गया है।

मिली जानकारी के अनुसार पांचो डॉक्टर 18 जून से 16 जुलाई के बीच डयूटी के लिए समय पर अस्पताल नहीं पहुंच थे।

पीएमसीएच के जिन डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा गया है उनमें हड्डी रोग के विभागाध्यक्ष डॉ.भरत सिंह, मनोचिकित्सा के विभागाध्यक्ष डॉ.नरेंद्र प्रताप सिंह, एनेस्थेसिया के विभागाध्यक्ष डॉ. सुदामा प्रसाद, हड्डी रोग विभाग के प्रोफेसर डॉ.महेश प्रसाद और प्रोफेसर डॉ.राजीव आनंद शामिल हैं।

ऑनलाइन हाजिरी के आधार पर ही शिक्षकों के वेतन का होगा भुगतान, शिक्षा विभाग के ACS ने सभी डीईओ को जारी किया निर्देश

डेस्क : बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए एक बड़ी खबर है। एक अक्टूबर से ऑनलाइन हाजिरी के आधार पर ही उनके वेतन का भुगतान होगा। इसमें तकनीकी परेशानी नहीं हो, इसके लिए विकल्प भी दिया गया है। अर्थात ऑनलाइन हाजिरी बनान के लिए दो विकल्प दिए गए हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने इस प्रक्रिया को स्पष्ट करते हुए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है।

एसीएस की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि सभी शिक्षक अनिवार्य रूप से ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपलब्ध रहें। साथ ही सभी भौतिक रूप से भी उपस्थिति पंजी में हाजिरी दर्ज करेंगे।

शिक्षक 25 जून से ई-शिक्षाकोष मोबाइल ऐप से हाजिरी बना रहे हैं। साढ़े चार लाख अर्थात 80 प्रतिशत शिक्षक प्रतिदिन ऑनलाइन हाजिरी बना रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानाध्यापक और शिक्षक की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए ई-शिक्षाकोष मोबाइल ऐप पर ‘स्कूल एडमिन’ नामक एक नया विकल्प दिया गया है। इसके माध्यम से स्कूल के प्रधानाध्यापक द्वारा भी उपस्थित शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज की जा सकेगी। विभाग ने दोनों विकल्प से हाजिरी बनाने की प्रक्रिया भी विस्तार से बतायी है।

बिहार में पहली बार पंचायती राज विभाग का तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का होगा आयोजन, 27 राज्यों सहित 5 केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि होंग

डेस्क : राजधानी पटना में पहली बार सभी राज्यों के पंचायती राज विभाग का तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन होगा। 10 से 12 सितंबर तक होने वाले इस तीन दिवसीय कार्यशाला में बिहार के अलावा 27 राज्यों सहित पांच केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बात की जानकारी पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने दी है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कार्यशाला में 800 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे। उद्घाटन केन्द्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह करेंगे। अभी तक पंचायती राज मंत्रालय की ओर से छह राज्यों पंजाब, महाराष्ट्र, केरल, ओडिशा, जम्मू एवं कश्मीर और आंध्रप्रदेश में राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा चुका है। बिहार में आयोजित होनेवाले वाली कार्यशाला का थीम ‘सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण और सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत’ रखी गयी है। कार्यशाला में विभिन्न राज्यों में किये जा रहे बेहतर व नवाचारी प्रयोगों को साझा किया जाएगा। वीडियो के माध्यम से प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। कार्यशाला में पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से सामाजिक सुरक्षा सहित चार-पांच मुद्दों पर चर्चा होगी। त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थानों के माधयम से विकास को लेकर साथ थीम पर चर्चा होगी, इसमें गरीबी मुक्त एवं उन्नत आजीविका पंचायत, स्वस्थ्य पंचायत, चाइल्ड फ्रेंडली पंचायत, जल पर्याप्त पंचायत, स्वच्छ एवं हरित पंचायत, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाली पंचायत, सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण और सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत, सुशासन वाली पंचायत और महिला हितैषी पंचायत रखा गया है। पंचायतों में विकास की विभिन्न प्रकार की चुनौतियां हैं। इसमें बहु आयामी गरीबी, जन स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, लैंगिक असमानता, पीने का पानी, स्वच्छता और सफाई के अलावा पर्यावरण शामिल हैं। आजीविका का साधनों का विकास भी एक चुनौती है। अभी तक छह थीम पर अलग-अलग राज्यों में कार्यशाला का आयोजन किया जा चुका है। बिहार में आयोजित होनेवाले कार्यशाला में सातवें थीम सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण और सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत पर विशेष चर्चा होगी।
राज्य खेल अकादमी राजगीर और बिहार खेल विश्वविद्यालय का कल 29 अगस्त को सीएम नीतीश कुमार करेंगे उद्घाटन*

डेस्क : नालंदा में राज्य खेल अकादमी राजगीर और बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 29 अगस्त को करेंगे। यह जानकारी खेल विभाग के प्रधान सचिव बी राजेन्दर ने भवन निर्माण सचिव कुमार रवि के साथ सूचना भवन में प्रेस कान्फ्रेंस कर दी। दोनो अधिकारियों ने बताया कि यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कार्य 60 फीसदी पूरा हो चुका है, शेष कार्य मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा। राज्य खेल अकादमी और क्रिकेट स्टेडियम संचालन के लिए 114 पदों पर नियुक्ति होगी। खेल विवि संचालन के लिए 33 पदों पर नियुक्ति होगी। प्रधान सचिव ने बताया कि बिहार खेल निदेशालय का रजिस्ट्रार स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति लेने वाले आईएएस रजनीकांत बनाए गए हैं। बिहार खेल विश्वविद्यालय में प्रथम कुलपति की निुयक्ति होने पर वे कुलपति का कार्य भी देखेंगे। खेल विश्वविद्यालय के माध्यम से शारीरिक शिक्षा, खेल विज्ञान, खेल प्रौद्योगिकी, खेल प्रबंधन और खेल प्रशिक्षण के क्षेत्र में खेल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। राज्य खेल अकादमी के प्रथम निदेशक के रूप में आईपीएस रविंद्रण शंकरण की प्रतिनियुक्ति की गई है। सहायक निदेशक राज्य खेल अकादमी के रूप में अनुमंडल पदाधिकारी राजगरी को प्रतिनियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य खेल अकादमी के उद्घाटन के मौके पर राज्य के 9 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धि के अनुसार नगद पुरस्कार और सम्मान दिया जाएगा। क्रिकेट स्टेडियम के संचालन के लिए विभिन्न कोटि के स्थाई 81 पदों और संविदा पर 33 पदों पर नियुक्ति होगी। स्थायी नियुक्ति होने तक संविदा पर तत्काल नियुक्ति की जाएगी। इसमें विभिन्न खेलों के लिए 48 प्रशिक्षक (कोच) नियुक्त होंगे। यहां प्रशिक्षकों के भी प्रशिक्षण की सुविधा होगी। खेल अकादमी में 300 बालक और 150 बालिका छात्रावास होगा। कॉमन मेस में 325 लोगों के एक साथ खाने की सुविधा होगी। यहां एथलेटिक्स ट्रैक, फुटबॉल स्टेडियम, हॉकी टर्फ स्टेडियम, स्वीमिंग पुल, बास्केट बॉल, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, लॉनटेनिस, कुश्ती, भारोत्तोलन, कबड्डी, बैडमिंटन कोर्ट, तीरंदाजी, शुटिंग, टेबुल टेनिस, तलवारबाजी, विलियर्ड, जुडो, ताइक्वान्डो, साइक्लिंग, वेलोड्रोम खेलों के इंडोर और आउटडोर स्टेडियम का निर्माण हो रहा है। बीते 19 जून को इन खेलों के विशेषज्ञों के दल ने राज्य खेल अकादमी सह क्रिकेट स्टेडियम निर्माण कार्य का स्थल निरीक्षण किया और इसे बेहतर माना था। भारत का दूसरा सबसे बड़ा खेल पुस्तकालय यहां बन रहा है। वहीं भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि 750 करोड़ से राज्य खेल अकादमी सह अंतरराष्ट्रीय सतर के आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण 2018 में शुरू हुई थी। क्रिकेट स्टेडियम में पवेलियन, रिवर्स पवेलियन, जेनरल स्टैंड, मीडिया, हॉस्पिटैलिटी, कैटरिंग, वीआईपी प्लेयर्स स्टैंड, अभ्यास क्रिकेट पिच सहित पार्किंग की सुविधा होगी।
पटना के गांधी मैदान में दो दिवसीय श्री कृष्ण जन्मोत्सव की हुई शुरुआत, आज होगी दही-हांडी प्रतियोगिता*

डेस्क : राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बीते मंगलवार को श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट की ओर से दो दिवसीय कृष्ण जन्मोत्सव की शुरुआत की गई। इसमें बड़ी संख्या में राजधानीवासी शामिल हुए। जन्मोत्सव का शुभारंभ राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया। वहीं मौके पर विधान सभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, मंत्री प्रेम कुमार समेत कई नेता और गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण देश की पहचान हैं। वे हम सभी के रोम-रोम में बसे हैं। हमें भी श्रीकृष्ण की तरह बनना चाहिए। कृष्ण हमारे आदर्श हैं। मुख्य अतिथि बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के कई रूप हैं। सभी रूपों में उन्होंने मानवता का संदेश दिया है। वहीं मौके पर मौजूद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि उनके उपदेशों को जीवन में उतारने की जरूरत है। साथ ही मौके पर मंत्री प्रेम कुमार, मंत्री-सह-प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी श्रीकृष्ण के गीता के ज्ञान को जीवन में अपनाने पर जोर दिया। वहीं आयोजन के आज दूसरे दिन बुधवार को दोपहर 12 बजे से गांधी मैदान में दही-हांडी प्रतियोगिता शुरू होगी। श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट के चेयरमैन कमल नोपानी ने कहा कि दही हांडी के प्रथम विजेता को 1.5 लाख, दूसरे को 1 लाख और तृतीय स्थान प्राप्त करनेवाले को 51 हजार रुपए पुरस्कार दिया जाएगा। प्रतियोगिता में शामिल होनेवाली सभी टीमों को सांत्वना पुरस्कार के तहत 11-11 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।
राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए उपेन्द्र कुशवाहा और मनन कुमार मिश्र, दोनो ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश का जताया आभार

डेस्क : बिहार से राज्यसभा के रिक्त दो सीटों के उपचुनाव में एनडीए के दोनो प्रत्याशी निर्विरोध रुप से निर्वाचित हुए है। आज मंगलवार को बीजेपी की ओर से बार काउंसिल अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा और रालोमो अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के निर्विरोध निर्वाचित किए जाने की घोषणा की गई और उन्हें सर्टिफिकेट दिया गया।

इस दौरान दोनों नवनिर्वाचित सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया। उनके निर्वाचन के दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार चौधरी सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे।

इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्यसभा की सदस्यता के लिए निर्विरोध निर्वाचित होने के उपरांत आज पुनः मुझे संसद के गौरवशाली उच्च सदन में जाने का अवसर मिला है। यह अवसर मुझे देश को विकसित राष्ट्र और बिहार को एक विकसित राज्य बनाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के संकल्प को पूरा करने में अपना और अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा का योगदान सुनिश्चित करने के लिए मिला है।

उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मेरा यह संकल्प है कि राज्य एवं देश के लाखों करोड़ों शोषित-वंचित जमात के लोगों की आवाज़ संसद में बुलंद करूँगा। अपने बिहार जैसे पिछड़े राज्यों में गरीबों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं, गुणवतापूर्ण शिक्षा और बेरोजगार नौजवानों के लिए रोजगार के अलावे देश में दलितों, आदिवासियों, अतिपिछड़ों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं तथा सामान्य जाति के गरीबों के लिए देश के उच्चतर न्यायालयों में जज बनने के लिए अलोकतांत्रिक तरीके से बंद रखे गए दरवाजों को खोलने इत्यादि जैसे गंभीर मुद्दों को पूरी ताकत से उठाऊंगा।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा को यह अवसर प्रदान करने के लिए मैं अपनी और पार्टी के सभी कार्यकर्ता साथियों की तरफ़ से भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा साहब सहित एनडीए के सभी नेताओं एवं देश व विशेष रूप से बिहार में हमारे एवं हमारी पार्टी के प्रति स्नेह और सहानुभूति रखने वाले हजारों लाखों राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं और आमजनों को ह्रदय से धन्यवाद एवं आभार ज्ञापित करता हूं।

औरंगाबाद पहुंचे जदयू के मगध प्रभारी किया गया भव्य स्वागत, विद्यानंद विकल स्वागत से अभिभूत विद्यानंद विकल ने कही यह बात

औरंगाबाद :- जदयू के मगध प्रभारी विद्यानंद विकल आज मंगलवार को औरंगाबाद पहुंचे। जहां जदयू नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। मगध प्रभारी के औरंगाबाद पहुंचने की सूचना पाते ही जदयू के रफीगंज के पूर्व विधायक सह जिलाध्यक्ष एवम 20 सूत्री उपाध्यक्ष औरंगाबाद अशोक सिंह ने श्री सिंह निर्देशानुसार उनका स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया। वहीं इस दौरान जिला मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू ने मगध प्रभारी को फूल मालाओं से स्वागत किया। 

समर्थकों का इतना प्यार और अपनापन देखकर मगध प्रभारी ने भाव-विह्वल हो गए। जिला कार्यालय जनता दल यू दानी बीघा बस स्टैंड के सामने औरंगाबाद में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान विद्यानंद विकल ने कहा कि आप सभी पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकताओं के बदौलत ही आज जदयू राष्ट्रीय फलक पर पहुंच चुकी है। 

उन्होंने कहा कि आपलोग सदैव इसी प्रकार का प्यार, विश्वास और अपनापन पार्टी के प्रति बनाए रखे। वहीं जदयू जिलाध्यक्ष ने कहा कि मगध प्रभारी विद्यानंद विकल के नेतृत्व में हमारी पार्टी बदलाव की ओर अग्रसर है। संगठन स्तर पर कई बदलाव दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार से बाहर भी हम अपनी पहचान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनाने में सफल हो रहे हैं। 

जदयू जिला मुख्य प्रवक्ता राजा बाबू ने कहा कि आज कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन के कारण पार्टी नित्य नई बुलंदियों को छू रही है। औरंगाबाद मगध प्रभारी ने कहा कि मै मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मैं मांग करता हूं कि हमारी पार्टी औरंगाबाद जिला अंतर्गत कम से कम आने वाले 2025 विधानसभा में पांच सीट पर चुनाव लड़े। विधानसभा के नबीनगर ,रफीगंज, ओबरा औरंगाबाद और गोह सीट पर अपनी दावेदारी पेश करे।

वहीं इस दौरान औरंगाबाद जदयू नेताओं ने विद्यानंद विकल को पुनः मगध प्रभारी बनाने पर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई।

इस मौके पर जदयू जिला मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू,जदयू जिला उपाध्यक्ष पप्पू ज्वाला सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष ओंकारनाथ सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र चंद्रवंशी, जदयू जिला सचिव रितेश कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष उदय कुमार सिंह, औरंगाबाद नगर अध्यक्ष मुजफ्फर कादरी , जिला महासचिव नागेंद्र सिंह , प्रखंड अध्यक्ष औरंगाबाद राकेश सिंह ,समा इमाम , प्रखंड अध्यक्ष देव बृजेश सिंह, जिला महासचिव धर्मेंद्र वर्मा , जदयू नेता अरविंद पासवान एवं सभी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

नेता प्रतिपक्ष अपने विधानसभा क्षेत्र का सूध लेते नहीं, वे भला बिहार की जनता का क्या चिन्ता करेंगे : अरविन्द सिंह

डेस्क :- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके अनुज पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव पर बड़ा तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव अपने विधानसभा क्षेत्र का तो शुद्ध लेते नहीं वें भला बिहार की जनता का क्या चिन्ता करेंगे। तेजस्वी यादव तो सिर्फ सोशल मीडिया पर नजर आते हैं अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर की जनता के बीच में नहीं, जिन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के जनता के बीच में होना चाहिए था वह सिर्फ सोशल मीडिया पर दिखाई देते हैं। 

वहीं तेज प्रताप यादव जो महुआ की जनता को तो भूल ही गए हैं कम से कम हसनपुर कि जनता की चिंता करनी चाहिए थी। उनके बीच में उनके सुख-दुख में अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों के बीच में रहना चाहिए था वह भी सिर्फ सोशल मीडिया पर एक्टिविस्ट बन कर रह गए है। वें सिर्फ रील बनाने में व्यस्त रहते हैं जिन्हें रियल दुनिया में अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों के बीच में व्यस्त रहना चाहिए था वह सोशल मीडिया की दुनिया में व्यस्त रहते है और अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों के सुख-दुख की कोई सूध नहीं हैं।

श्री अरविन्द ने कहा कि एनडीए सरकार पर उंगली उठाने से पहले तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव जरा अपने विधानसभा क्षेत्रों में किए गए विकास कार्यों का, तथा अपने पिता के कार्यकाल में हुए अपहरण और हत्या, नरसंहारों का भी लिस्ट जारी करें,।

जबकि वहीं एनडीए सरकार ने अपने अथक प्रयास से बिहार में बड़े रिफॉर्म्स जमीन पर उतारे है। बिहार के लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए एनडीए सरकार ने बिहार को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू यादव जी के कुशासन वाले जंगलराज से निकालकर, रिफॉर्म्स का मार्ग पर चलते हुए बिहार में सुशासन की स्थापना तक का सफर तय किया है। 

राजद के समय के जंगलराज की हर चुनौती को पार करते हुए एनडीए सरकार ने समृद्ध बिहार बनाने का काम किया हैं। दूसरी ओर जब नीति सही होती है, नीयत साफ होता है और पूर्ण समर्पण से राज्य का कल्याण ही मंत्र होता है, तो निश्चित ही परिणाम बेहतर प्राप्त होते हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को यह समझना चाहिए की सिर्फ सोशल मीडिया पर बयान बहादुर बनने से काम नहीं चलता है, जमीन पर हकीकत में उतरकर काम करना पड़ता हैं।

लेकिन यह सब बातें भला राजद के नेताओं को कहां से समझ में आएंगी जो अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों की चिंता नहीं करते हैं वह भला बिहार की जनता की क्या चिंता करेंगे।

बड़ी खबर : पटना जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के स्कूल रहेंगे बंद, जिलाधिकारी ने जारी किया आदेश

डेस्क : पटना जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 31 अगस्त तक बंद रहेंगे। पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने मंगलवार को आदेश जारी किया है।

जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार गंगा नदी का जल स्तर खतरे के निशान के ऊपर होने और नदी की धारा के तेज होने के कारण स्कूल के बच्चों और शिक्षकों के जीवन और स्वास्थ पर खतरा हो सकता है। इसी को लेकर शनिवार 31 अगस्त तक पटना जिले के विभिन्न प्रखंडों के पंचायतों में दियारा स्थित विद्यालयों को बंद किया जाता है।

जारी आदेशानुसार जिले के अथमलगोला के रामनगर दियारा, बाढ़ के इब्राहिमपुर, बख्तियारपुर के विरैया रूपस, हरदासपुर दियारा, काला दियारा, रूपस महाजी, दानापुर प्रखंड के अकिलपुर, गंगहारा, हतनपुर, माधवपुर, कासिमचक, मानस, पानापुर पतलापुर हैवसपुर, फतुहा के मोमिन्दपुर, मनेर के गंगहरा, पतलापूर, मोकामा के शिवनार और पटना सदर के नकटा टोला दियारा में अवस्थित कुल 76 विद्यालयों को बाढ़ के कारण एक सप्ताह तक बंद करने का आदेश दिया गया है।

बताते चले कि पटना में 23 अगस्त को दो नावों की टक्कर के बाद BPSC शिक्षक 25 वर्षीय अविनाश कुमार की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गयी थी। पानी के तेज बहाव में वो बह गये लेकिन अभी तक लाश का कोई अता-पता नहीं चल सका। घटना दानापुर थाना क्षेत्र के फक्कड़ महतो घाट की थी। 23 अगस्त दिन शुक्रवार की सुबह 8 बजे अविनाश अन्य शिक्षकों के साथ स्कूल जा रहे थे तभी यह घटना हुई थी। इस घटना के बाद लाश की तलाश में एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर लगातार लगे रहे लेकिन कोई अता पता नहीं चल सका। इस घटना के बाद नाव से नदी पार कर स्कूल जाने वाले शिक्षक काफी डरे हुए हैं।

शिक्षकों के डर और विरोध के साथ ही गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी को देखते हुए अब जिलाधिकारी ने बाढ़ग्रस्त इलाकों में स्कूल बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है।

उत्तर-पूर्व भारत के सरकारी क्षेत्र का सबसे बड़ा नेत्र अस्पताल होगा IGIMS, 188 करोड़ की लागत से 154 बेड के चक्षु अस्पताल का हो रहा निर्माण

डेस्क : राजधानी पटना स्थित इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में निर्माणाधी नेत्र अस्पताल उत्तर-पूर्व भारत के सरकारी क्षेत्र का सबसे बड़ा नेत्र अस्पताल होगा। 188 करोड़ की लागत से 154 बेड के चक्षु अस्पताल का निर्माण कार्य चल रहा है। बीते सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को निरीक्षण के दौरान इसका निर्माण तेजी से करने का निर्देश दिया।

इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सीएम के सचिव अनुपम कुमार व कुमार रवि, सीएम के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा, संस्थान के निदेशक डॉ. बिन्दे प्रसाद, उपाधीक्षक डॉ. मनीष मंडल आदि मौजूद रहे।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस विशिष्ट अस्पताल के बचे कार्यों का निर्माण तेजी से करें। कार्य पूर्ण होने के बाद आंख से संबंधित रोगों का विशिष्ट तरीके से इलाज होगा, जिससे मरीजों को सहूलियत होगी। राज्यवासियों को इस अस्पताल के रूप में आंख के रोगों के बेहतर इलाज के लिए एक और विकल्प मिलेगा। सीएम ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की भी अधिकारियों से जानकारी ली। सीएम ने प्रथम तल पर जाकर ओपीडी, वार्ड एरिया, ऑपरेशन थियेटर रूम, जेनरल वार्ड आदि का निरीक्षण किया। 

वहीं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सीएम को बताया कि 188 करोड़ की लागत से 154 बेड का यह चक्षु अस्पताल अपने आप में विशिष्ट होगा। कार्निया एंड रिफ्रेक्टिव, ग्लूकोमा, रेटिना एवं यूबिया के इलाज की बेहतर सुविधा होगी। पेडिएट्रिक व न्यूरो ऑप्थल्मोलॉजी का बेहतर इलाज होगा। अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सुविधा भी उपलब्ध होगी।