पुलिस परीक्षा में अभ्यर्थियों को परीक्षा पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का सक्रिय सदस्य गिरफ्तार
लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 में अभ्यर्थियों को परीक्षा पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य दयाशंकर यादव को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम दयाशंकर यादव पुत्र राजाराम निवासी-148 गढ़चम्पा मऊआइमा, जनपद प्रयागराजहै। इसके कब्जे से एक मोबाइल, एक एडमिट कार्ड की छाया प्रति और पांच हजार रुपये नकद बरामद किया है।
यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 से सम्बन्धित अभ्यर्थियों से धन उगाही का प्रयास कर परीक्षा में नकल कराने, साल्वर उपलब्ध कराकर परीक्षा की सुचिता व पारदर्शिता को भंग करने का प्रयास करने वाले गिरोह को चिन्हित कर उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के लिए शासन एवं उच्चाधिकारीगण द्वारा निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के क्रम में शैलेश प्रताप सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई, प्रयागराज के पर्यवेक्षण में निरीक्षक जय प्रकाश राय एसटीएफ फील्ड इकाई, प्रयागराज के नेतृत्व में टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।
मऊआइमा से एसटीएफ ने दबोचा
रविवार को निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, उ.नि. धर्मेन्द्र सिंह, मुख्य आरक्षीगण प्रभंजन पाण्डेय, विकास तिवारी, सुनील कुमार, अजय कुमार यादव, आरक्षी किशन चन्द्र व आरक्षी चालक रविकान्त सिंह की टीम जनपद प्रयागराज के थाना क्षेत्र मऊआइमा में आपराधिक अभिसूचना संकलन में भ्रमणशील थी। इसी दौरान मुखबिर द्वारा बताया गया कि यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के अभ्यर्थियों को परीक्षा में नकल कराकर उनसे मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह का सक्रिय सदस्य दयाशंकर यादव उपरोक्त रामफल इनारी चौराहे से मलखानपुर जाने वाली रोड थाना क्षेत्र मऊआइमा, कमिश्नरेट प्रयागराज के पास मौजूद है। इस सूचना पर भ्रमणशील टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुंचकर अभियुक्त दयाशंकर यादव उपरोक्त को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।
पास कराने का वादा करके पहले ले लेते थे दो- दो लाख
पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्त दयाशंकर यादव द्वारा बताया गया मैं और अभिताभ मिश्रा मिलकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओें में अभ्यर्थियों को पास कराने का वादा कर अभ्यर्थियों से पहले दो-दो लाख रूपये ले लेकर ठगी करते हैं। हम लोगों द्वारा अभ्यर्थियों को यह भी आश्वासन दिया जाता है कि प्रश्न पत्र में जिसका उत्तर आपको पूर्णतः आ रहा हो उसी को उत्तर पुस्तिका में लिखियेगा। जिन प्रश्नों का उत्तर न आता हो उसे खाली ही छोड़ दिजियेगा। हम लोगों की परीक्षा कराने वाली एजेंसी से सेटिंग है और बाद में उत्तर पुस्तिका में एजेंसी के माध्यम से सही उत्तर लिखवाकर पास करा देगें। ऐसा झूठ कहकर हम लोग अभ्यर्थियों को झाँसे मे लेकर से पैसा ले लेते हैं।
रेलवे में नौकरी दिलवाने के नाम पर लिया था पैसा
इसी प्रकार पूर्व में रेलवे में नौकरी दिलवाने के नाम पर राम कैलाश पुत्र शंकर लाल पटेल, निवासी सराय सुलतान पूरे मकदूम थाना मऊआइमा, जनपद प्रयागराज से 3,50,000/- रूपये लेकर कूटरचित नियुक्ति पत्र दिया गया था, जिसके सम्बन्ध में मेरे विरूद्ध थाना मऊआइमा पर मु0अ0सं0-75/ 2019 धारा-406/419/420/467/468/504/506 भादवि का अभियोग पंजीकृत हुआ था। गिरफ्तार अभियुक्त दयाशंकर यादव उपरोक्त के विरूद्ध थाना मऊआइमा, कमिश्नरेट प्रयागराज में मु0अ0सं0-276/2024 धारा-318 भारतीय न्याय संहिता 2023 व धारा-11(7) उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण अध्यादेश) 2024 का अभियोग पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जाएगी।
Aug 26 2024, 10:34