Mirzapur : पत्रकार उत्पीड़न के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग, थानाध्यक्ष ने 3 दिन की मांगी मोहलत, दिया कार्रवाई का भरोसा
मीरजापुर। सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी द्वारा वाराणसी से प्रकाशित प्रतिष्ठित समाचार पत्र के संवाददाता को लाठी से मारने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मड़िहान कोतवाली प्रभारी से मिला है। कोतवाली प्रभारी ने तीन दिन की मोहलत लेते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बताते चलें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मड़िहान के चिकित्सा अधिकारी राधेश्याम वर्मा द्वारा 13 अगस्त, 2024 को द्वेष वश हिन्दी दैनिक आज अखबार के पत्रकार के साथ दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार किया गया था, जब वह समाचार संकलन करने सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र मड़िहान गए हुए थे।
उसी वक्त पीछे से आकर उनपर लाठी लेकर हमला बोल दिया गया था। जहां से किसी तरह पत्रकार अपनी बाइक सहित जान बचा कर भाग निकले थे।
बताया गया कि पत्रकार को भद्दी-भद्दी गाली देते हुए चिकित्सा अधिकारी ने लाठी लेकर वार करना चाहा तब तक पत्रकार वहां से बचकर भाग निकले थे वरना उनके साथ कोई भी अनहोनी हो सकती थी। मामले का शीशी टीवी फुटेज आने के बाद मामला दूध का दूध पानी का पानी हो गया है।
इस संबंध में पीड़ित पत्रकार ने चिकित्सक अधिकारी द्वारा उत्पीड़न किए जाने के बाद स्थानीय थाने में लिखित तहरीर दी गई थी, लेकिन उसमें कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हुआ है।
जिसके संबंध में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के तहसील अध्यक्ष रघुबर प्रसाद मौर्य की अगुवाई में मंगलवार को संगठन के दर्जनों पत्रकार सदस्य ने थाना प्रभारी मड़िहान से मिल कर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। जिसपर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने 3 दिन का मोहलत मांगते हुए पूर्ण कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
उन्होंने कहा कि 3 दिन का समय दे दीजिए एफआईआर अवश्य दर्ज हो जाएगी। इस मौके पर उपस्थित लोगों में महेन्द्र सिंह, शिवनाथ गुप्ता, पीड़ित पत्रकार अरुण कुमार पाण्डेय, सर्वेश दुबे, टीएन सिंह, वसंत मिश्रा, सुभाष मिश्रा, विनोद कुमार, सुनील गोंड़, प्रियतोष दुबे, सुनील गुप्ता, ओमप्रकाश मिश्रा, आलोक उपाध्याय, अंकित चौरसिया, रोमित सेठ, निखिल उपाध्याय सहित दर्जनों की संख्या पत्रकार उपस्थित रहे।
Aug 21 2024, 19:15