गया में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) के प्रधान कार्यालय में 78वां स्वतंत्रता दिवस पर किया गया झंडोतोलन

गया शहर के गोदावरी स्थित हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर के प्रधान कार्यालय में 78वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडोतोलन किया गया। 

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर के जिलाध्यक्ष नारायण प्रसाद मांझी ने किया। 

इस मौके पर रमेश सिंह, शंकर मांझी, छोटू कुशवाहा, सत्येंद्र राय, नन्द लाल मांझी, वीरेंद्र दांगी, मुकेश चौधरी,अनिल यादव, चंदन मांझी, विकास कुमार, राकेश मांझी, वीरेंद्र मांझी, विनय कुमार, उमेश दास, अरुण कुमार, धर्मेंद्र भुइयां, सौरभ कुमार, विजय यादव, जगत नारायण चौधरी सहित कई लोग उपस्थित रहे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

कोलकाता में एक महिला चिकित्सक की निर्मम हत्या के विरोध में शेरघाटी के चिकित्सकों ने ओपीडी सेवा को रखा बंद

गया/शेरघाटी। कोलकता में एक महिला चिकित्सक की निर्मम हत्या के विरोध में अनुमडलीय अस्पताल शेरघाटी के चिकित्सकों ने ओपीडी सेवा बंद रखी।

जिसके कारण कई गंभीर तौर पर बिमार रोगियों को इलाज से वंचित रहे। समर्थमान रोगियों के परिजन येन केन प्रकारेण निजी चिकित्सलायों में इलाज कराने की सूचना है। जबकी आर्थिक तौर पर गरीब रोगियों को इलाज से वंचित रहने की सूचना हैं।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

शेरघाटी पुलिस की गश्ती दल ने दो जगहों पर छापेमारी कर देसी-विदेशी शराब के साथ एक तस्कर को किया गिरफ्तार

गया/शेरघाटी। जिले के शेरघाटी थाना की गस्ती दल ने स्थानीय शहर के दो जगहों पर छापेमारी के दौरान देशी-विदेशी शराब के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार की है। हालांकि एक शराब तस्कर शराब फेककर भागने में कामयाब हो गया।

शेरघाटी थाना के मुताबिक आज नयाबाजर इलाके से अग्रेजी शराब के साथ एक शंकर रजक नामक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास के थैले की तलाशी के दौरान 17लीटर विदेशी शराब बरामद हुए जबकी दुपहिया वाहन से शराब की खेप लेकर गंतव्य की ओर जा रहे तस्कर ने शराब को फेंककर भागने में कामयाब हो गया।

जिसकी तलाशी के दौरान 15 लीटर देसी शराब बरामद हुए हैं। जिसको लेकर सबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए तफ्तीश शुरू कर दी गई है। वहीं, पकड़े गये शराब कारोबारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

गया पुलिस ने फाइनेंस कर्मी से लूट के कई घटनाओं को अंजाम देने वाला गिरोह 4 अपराधी को दबोचा, देसी कट्टा, जिंदा कारतूस सहित अन्य सामग्री बरामद

गया। बिहार के गया में फाइनेंस कर्मी के साथ लूट के कई घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह का गया पुलिस ने चार अपराधियों की गिरफ्तारी कर उद्भेदन किया है। इसकी खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर की है। 

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि अलीपुर, बेलागंज एवं पाई बीघा थाना क्षेत्र से लूटी गई 30,500, एक सोने का लॉकेट, लूटने में प्रयोग किया गया दो मोटरसाइकिल, दो देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, दो मिसफायर कारतूस, दो स्मार्ट मोबाइल फोन और दो कीपैड मोबाइल फोन को बरामद किया गया। गिरफ्तार अपराधी बिट्टू कुमार उर्फ संतन कुमार, शुभम कुमार उर्फ सुरजन कुमार, सोनू कुमार उर्फ विकास कुमार और गौतम कुमार है।

गिरफ्तार अपराधियों पर विभिन्न थाने में कई लूट की आपराधिक मामले दर्ज है। एसएसपी ने बताया कि 8 अगस्त को वादी ने लिखित आवेदन दिया गया था कि अलीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम ज्ञानी बीघा से पैसा कलेक्शन कर टेकारी शाखा जा रहे थे, इस दौरान रास्ता में पावर ग्रेड सादोपुर के पास दो मोटरसाइकिल सवार तीन ने मोटरसाइकिल रुकवा कर पिस्तौल दिखाकर कलेक्शन का रहे पैसा, सोने का लॉकेट, अंगूठी, मोबाइल एवं अन्य कागजात की छिनतई की घटना को अंजाम दिया गया था। 

इस संबंध में लिखित आवेदन पर अलीपुर थाना में कांड संख्या 112/24 दर्ज कर मामले का अनुसंधान किया गया और इस कांड को काफी गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया और छापेमारी कर चार अपराधी को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि इनका लूट का नेटवर्क बिहार और झारखंड में भी फैला है। इसकी जांच की जा रही है। जल्द ही इस मामले में अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी हो सकती है। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

 

आईआईएम बोधगया 20 रैंक चढ़कर 2024 में एनआईआरएफ के 33वें पायदान पर

गया। बिहार जो ऐतिहासिक राज्य होने के साथ ही ज्ञान की भूमि के रूप में प्रसिद्ध है, एक उल्लेखनीय परिवर्तन का गवाह बना। नालंदा और विक्रमशिला जैसे अपने प्राचीन विश्वविद्यालयों के लिए प्रसिद्ध, बिहार की विरासत को आईआईएम बोधगया जैसे संस्थानों द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है, जो उच्च शिक्षा में राज्य की छवि को बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

एनआईआरएफ 2024 में, प्रबंधन श्रेणी के तहत, आईआईएम बोधगया ने 2023 में 53वें रैंक से महत्वपूर्ण 20 रैंक की छलांग लगाते हुए 33वां स्थान हासिल करके एक महत्वपूर्ण उपाधि हासिल की। एनआईआरएफ का लक्ष्य संस्थानों की रैंकिंग के लिए एक व्यापक और मानकीकृत ढांचा प्रदान करके उच्च शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और नैतिकता लाना है, यह छात्रों और अभिभावकों को वस्तुनिष्ठ मापदंडों के आधार पर सूचित निर्णय लेने में सहायता करता है। यह उपलब्धि विशेष रूप से उल्लेखनीय है क्योंकि यह आईआईएम बोधगया को भारत के शीर्ष 50 प्रबंधन संस्थानों में स्थान पाने वाला बिहार का एकमात्र संस्थान बनाती है। बिहार के अन्य संस्थान जैसे एम्स पटना (मेडिकल श्रेणी में 26वें स्थान) और आईआईटी पटना (इंजीनियरिंग श्रेणी में 34वें स्थान) ने समग्र श्रेणी में क्रमशः 99वें और 73वें स्थान पर रहते हुए शीर्ष 100 की सूची में जगह बनाई है।

आईआईएम बोधगया निदेशक प्रो. विनीता एस. सहाय के नेतृत्व में आईआईएम बोधगया ने उत्कृष्टता, सामाजिक सेवा और कौशल उन्नति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में उल्लेखनीय प्रगति की है। समग्र विकास, नवीन शिक्षण विधियों और उद्योग सहयोग पर उनके जोर ने प्रबंधन शिक्षा के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है, जिससे विभिन्न जागरूक लीडरर्स का सृजन हुआ।

आईआईएम बोधगया कैंपस में 26 से अधिक राज्यों के 1400 से अधिक छात्र 5 पूर्ण आवासीय कार्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं, जो इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (आईपीएम), एमबीए, एमबीए-डिजिटल बिजनेस मैनेजमेंट (डीबीएम), एमबीए- हॉस्पिटल एंड हेल्थकेयर मैनेजमेंट (एचएचएम) और पीएचडी हैं। स्टेट-ऑफ़-द-आर्ट सुविधाओं एवं कैम्पस के साथ, यह विकास के लिए एक अनुकूल वातावरण प्रदान करता है। हाल ही में, संस्थान ने अपने एमबीए पाठ्यक्रमों के लिए फाइनल के साथ-साथ ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम में 100% प्लेसमेंट हासिल की।

आईआईएम बोधगया की सामाजिक सेवा और कौशल उन्नति के प्रति प्रतिबद्धता स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाने एवं समावेशी विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई विभिन्न पहलों में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। संस्थान नियमित रूप से कार्यशालाएं, प्रशिक्षण कार्यक्रम, सामुदायिक आउटरीच और प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी) आयोजित करता है, जो बिहार के युवाओं के लिए कौशल बढ़ाने और अवसर प्रदान करने पर केंद्रित है। उत्कृष्टता और सामाजिक सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ, संस्थान भविष्य के भावी लीडर्स को आकार देने के साथ-साथ बिहार की वृद्धि और विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

डीएम की अध्यक्षता में विभिन्न सरकारी विद्यालयों में नामांकित छात्रों के जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड बनवाना सहित अन्य बिंदुओ पर की बैठक

गया। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में विभिन्न सरकारी विद्यालयों में नामांकित छात्रों के जन्म प्रमाण पत्र/आधार कार्ड बनवाना सहित अन्य बिंदुओ पर शिक्षा विभाग के तमाम पदाधिकारी एव सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गई। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि हर हाल में 22 अगस्त तक सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले शतप्रतिशत बच्चों का आधार कार्ड बनवाना सुनिश्चित किया जाए।

डीएम ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी को दायित्व दे कि अपने सभी विद्यालयों से समन्वय कर आधार कार्ड से बंचित बच्चो को आवेदन एकत्रित करते हुए उन बच्चो को आधार कार्ड बनवाये। डीएम ने कहा कि आधार कार्ड बनाने में मुख्य रूप से बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है, सभी bdo जन्म प्रमाण पत्र बच्चो का बनवाने के लिये आवेदन जनरेट करवाये। प्राप्त आवेदनों के विरुद्ध पंचयात सचिव एव अन्य पंचायत स्तरीय पदाधिकारी के माध्यम से वेरिफिकेशन करवाते हुए उनका जन्म प्रमाण पत्र बनवाये, ताकि आधार कार्ड भी तुरन्त बनवाया जा सके। सभी bdo इसकी प्रतिदिन प्रगति की समीक्षा भी करेंगे।

डीएम ने कहा कि यदि किसी विद्यालय से बच्चो का आवेदन प्राप्त नही हो पा रहा, तो संबंधित विद्यालय के प्रधाध्यपक से सर्टिफिकेट प्राप्त करे उनके विद्यालय में सभी बच्चो का आधार कार्ड बन चुका है। कोई बच्चा आधार कार्ड से बंचित नही है। साथ ही सभी beo की पूरी जिम्मेदारी होगी कि छुटे हुए बच्चो का जन्म प्रमाण पत्र तेज से बनवाकर निर्गत भी करवाएंगे। डीएम ने सभी bdo को कहा कि वर्तमान समय मे शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में हर प्रखंड एव पंचयात स्तर पर बड़े पैमाने पर पदाधिकारी एव कर्मी की उपलब्धता करवाया है। बीआरपी, बीपीएम सहित पूरी टीम हर प्रखंड एव पंचयात में उपलब्ध है। इसके पश्चात डीएम ने कहा कि वर्तमान समय मे शिक्षा के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर संरचना का निर्माण शिक्षा विभाग द्वारा करवाया जा रहा है। इसकी क्वालिटी की जांच बेहद जरूरी है। विशेष कर बाउंडरी वाल, क्लास रूम निर्माण, नए विद्यालय भवन निर्माण, टॉयलेट निर्माण, पेयजल हेतु बोरींग निर्माण शामिल है। सभी bdo पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने क्षेत्र में बन रहे संरचनाओं की जांच करे। मानक से कम गुणवत्ता रहने पर रिपोर्ट करे, ताकि आगे की विधिवत कार्रवाई किया जा सके।

डीएम ने कहा कि आगे नए शीरे से जो भी संरचना संबंध के कार्य है, उसके लिये प्रार्थमिकता सूची 15 दिनों के अंदर तैयार करे, ताकि उसी अनुरूप विद्यालयो का चयन कर, उन विद्यालयो का कार्य करवाया जा सके। डीएम ने कहा कि सरकारी विद्यालयो का निरीक्षण हर सप्ताह शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों द्वारा करवाया जाता है साथ ही समय समय पर टोला सेवक द्वारा भी स्कूलों का विजिट किया जाता है। बाबजूद भी छूट हुए बच्चो का विद्यालयो में इनरोलमेंट कम है। डीएम ने कहा कि सभी bdo अपने क्षेत्र के बीएलओ को लगा कर, टोला का सर्वे करवाये और बच्चो के गार्जिन को जागरूक एव प्रेरित करे कि अपने बच्चो को विद्यालय में इनरोलमेंट करवाये। विदित हो कि सभी बीएलओ प्रायः किसी न किसी विद्यालय से जुड़े रहते हैं, इस कारण उन्हें पूरी जानकारी है कि कौन कौन बच्चे का इनरोलमेंट नही हुई है। साथ ही सभी bdo हर दिन अपने क्षेत्र के blo से प्रगति की जानकारी भी लेते रहेंगे।

डीएम ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रायः सूचना प्राप्त होती है कि पंचायत सचिव नियमित कार्यालय नही आ रहे या पंचयात सरकार भवन में नही बैठ रहे, इसे सुनिश्चित करवाये की हर दिन पंचायत सचिव उपस्थित रहे एव पंचयात सरकार भवन में बैठे। रोस्टर भी बनाये की किस दिन किस जगह पंचयात सचिव बैठेंगे। और उसे पंचायत सरकार भवन में प्रदर्शित भी करे, ताकि आम जनता को जानकारी हो सके कि पंचयात सचिव आज कहा बैठेंगे। डीएम ने कार्यपालक अभियंता phed को निर्देश दिया कि छुटे हुए टोला, छुटा हुआ बसावट का तेजी से सर्वे करवाये एव वहां नल जल योजना संचिलत करवाये। तेजी से स्टीमेट तैयार करते हुए विभाग को भेजे। 

मेजर रिपेयरिंग संबंधित बचे योजनाएं विशेष कर बोरींग फैल वाले योजनाओं में तेजी से बोरींग करवाये साथ ही स्टैंड पोस्ट भी लगाकर लोगो को पानी देना सुनिश्चित करवाये। डीएम ने कहा कि नल जल योजना वार सोर्स पॉइंट अर्थात जहां पर बोरींग हुई है, उसके समीप वाटर हार्वेस्टिंग बनवाये, ताकि पानी रिचार्ज हो सके। डीएम ने कहा कि ज़िले के फ्लोराइड संबंधित कही कोई मामला नही आये, इसके लिये नियमित रूप से टोला वार पानी की जांच करवाते रहे। पूर्व से चिन्हित फ्लोराइड एफक्टेड पॉइंट पर फ्लोराइड से पानी फिल्टर की मशीन संस्थापित है, उन मशीनों की भी लगातर जांच करते रहे कि मशीन फंक्शनल रहे।

कबीर अंत्योष्टि योजना की समीक्षा में डीएम ने कहा कि अपने क्षेत्र में  कबीर अंत्योष्टि के तहत जिन्हें लाभ दिया जा रहा है, उनका संबंधित जानकारी पोर्टल पर अपलोड करवाये, ताकि आगे की राशि जनरेट हो सके। सभी bdo को निर्देश दिया कि कबीर अंत्योष्टि योजना के तहत बचे हुए आवेदनों को एंट्री तेजी से करवाये। बैठक में उप विकास आयुक्त, ज़िला पंचायत राज पदाधिकारी, ज़िला शिक्षा पदाधिकारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता phed सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

छात्र जदयू नेता उत्तम कुशवाहा ने SBAN कॉलेज के विभिन्न समस्याओं को लेकर कुलपति को सौंपा ज्ञापन

गया। छात्र जदयू मगध विश्वविद्यालय अध्यक्ष उत्तम कुशवाहा ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशि प्रताप शाही को 

SBAN कॉलेज दरेहटा लारी के छात्रों की विभिन्न समस्याओं को कुलपति के समक्ष रखा एवं चार सूत्री मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।

इस मौके पर मगध विश्वविद्यालय अध्यक्ष उत्तम कुशवाहा ने बताया कि SBAN कॉलेज दरेहटा लारी कॉलेज के प्राचार्ज डॉ मेघन प्रसाद जी के द्वारा छात्रों का दोहन किया जा रहा है जिसके खिलाफ हमारी टीम ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को चार सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौपा है।

स्नातक 24-28 में समस्त वर्ग की छात्राएं एवं एससी एसटी छात्रों से नामांकन के नाम पर अवैध वसूली जो की 3000 से लेकर 3400 तक की गई है उसे अभिलंब वापस किया जाए

स्नातक 24 -28 वर्ग के नामांकन में सेकंड मेरिट लिस्ट में सैकड़ो चयनित विद्यार्थियों का नामांकन क्यों नहीं लिया गया। SBAN कॉलेज दरेहटा लारी के प्राचार्ज के रवैया छात्र हित में न रहकर छात्रों से हमेशा उलझते और लड़ते रहते हैं।

SBAN कॉलेज दरेहटा लारी में छात्रों को पीने की समस्या एवं क्लास रूम में बिजली की समस्याओं की व्यवस्था अभिलंब करवाई जाए

इन सभी मांगों को लेकर छात्र जदयू के विश्वविद्यालय अध्यक्ष उत्तम कुशवाहा ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात कर ज्ञापन सोपा साथ ही कहा कि प्राचार्ज के द्वारा जबरन छात्रों से नामांकन के नाम पर पैसा वसूला जा रहा है जबकि मगध विश्वविद्यालय की सारे कॉलेजे में एससी-एसटी एवं समस्त वर्ग की छात्रों का पैसा माफ है। साथ ही उत्तम कुशवाहा ने कहां की प्राचार्ज की पहले की भी इतिहास को देखा जाना चाहिए कि जिस जिस कॉलेज में गए हैं वहां का इनका कार्यकाल कैसा रहा है, साथ ही उत्तम कुशवाहा ने कहा कि जिस जगह पर यह कॉलेज स्थित है।

वहां के आसपास के अरवल के कुर्था के बच्चे जो ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं उनके लिए 3000 और 3400 का रकम बहुत बड़ा होता है जबकि सरकार की योजनाएं हैं की समस्त वर्ग की छात्राएं एवं एससी एसटी छात्र का नामांकन निशुल्क हो तो यह कैसे पैसा ले सकते हैं, जो पैसा लिए है उसे अभिलंब वापस करें। अगर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया छात्र जदयू उग्र आंदोलन करने पर बाघ्य होगी। इसी क्रम में मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर शशी प्रताप शाही ने तुरंत एक जांच कमेटी बनाने का छात्र कल्याण पदाधिकारी को आदेश दिया और जांच करके तुरंत रिपोर्ट विश्वविद्यालय को देने को कहां।

साथ ही उन्होंने विश्वास दिलाया कि इसमें दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी और जितने भी विद्यार्थियों का नामांकन कॉलेज के प्राचार्ज के द्वारा नहीं किया गया उन सभी विद्यार्थियों का नामांकन किया जाएगा। मौके पर मगध विश्वविद्यालय के जदयू के महासचिव प्रेम प्रकाश, पुरुषोत्तम राज, गया कॉलेज के उपाध्यक्ष सत्यम सिंह मौर्य, उपाध्यक्ष सौरभ चंद्रवंशी, राहुल प्रजापति, अंकुश शर्मा उपस्थित रहे।

मगध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 78वां स्वतंत्रा दिवस के पूर्व संध्या पर प्लेग्रुप के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया प्रस्तु

गया। गया शहर के कुजापी स्थित मगध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 78वां स्वतंत्रा दिवस के पूर्व संध्या पर विद्यालय के प्लेग्रुप के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अनिल कुमार (असिस्टेंट प्रोफेसर) इतिहास व पुरातत्त्व विभाग दक्षिण बिहार केंद्रीय व विश्वविद्यालय ( गया ), विद्यालय प्राचार्य प्रवीण रंजन गांधी, विशिष्ट अतिथि डॉ ० प्रदीप कु०, गरिमामई उपस्थिति नीतिश कुमार हलचल, अमृत राज शोधार्थी दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, समाजिक कार्यकर्ता सुधीर कुमार, स्वयंसेवी संस्था "कौंसिल आफ मगध वूमेन एम्पावरमेंट" के सचिव तमकनत व अध्यक्ष नवीन रंजन ने दीप प्रज्वलित के साथ देश के शहीदों पर पुष्पांजलि कर कार्यक्रम को शुरुआत किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व आगत अतिथियों को अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ व मोमेंटो देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में नौनिहाल बच्चों ने ऐ मेरे वतन , तुझे मेरी कसम, केसरिया भारत, रंग दे बसंती, ऐ वतन -वतन मेरे आबाद रहे तू, फैसी ड्रेस आदि एक से बढ़कर एक देशभक्ति गानों पर नृत्य प्रस्तुत किया। विद्यालय प्राचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की ताकत इसकी अद्वितीय विविधता में निहित है।

बहुसंख्यक संस्कृतियों, परंपराओं , भाषाओं और मान्यताओं का समृद्ध मिश्रण है। मुख्य अतिथि डॉ० अनिल कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि इस स्वतंत्रता दिवस पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश की प्रगति में अपना योगदान देंगें।।कार्यक्रम में धन्यवाद झापन सचिव तमकनत ने किया। मंच का संचालन सिस्टर सोनाली अंजली जांन व शिक्षिका स्मिता कुमारी, मनोरमा, रेखा रानी, अनामिका जांन, बेबी कुमारी सहित सैकड़ों अभिभावक मौजूद हुए।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

कल 15 अगस्त को राजधानी पटना की बदली रहेगी यातायात व्यवस्था, घर से निकलने से पहले जान ले पूरा रुट

डेस्क : कल गुरुवार 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पटना के एतिहासिक गांधी मैदान में राजकीय समारोह का आयोजन होगा। जिसमें सीएम नीतीश कुमार सहित कई वीवीआईपी शिरकत करेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर स्वतंत्रता दिवस के दिन राजधानी पटना के यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। गांधी मैदान और आसपास की सड़कों पर आम वाहन नहीं चलेंगे। सुबह सात बजे से समारोह की समाप्ति तक कई मार्ग बंद रहेंगे।

ट्रैफिक एसपी अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि मुख्य सड़कों पर वाहनों की पार्किंग पर भी प्रतिबंधित रहेगा। व्यावसायिक वाहनों के आवागमन पर भी रोक रहेगी। इन वाहनों को परिवर्तित मार्ग से गंतव्य के लिए भेजा जाएगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही पुलिस उनके वाहन जब्त करेगी।

यातायात पुलिस के अधिकारी ने बताया कि गांधी मैदान में मुख्यमंत्री सुबह नौ बजे तिरंगा फहराएंगे। फ्रेजर रोड पर डाकबंगला चौराहा से जेपी गोलम्बर के रास्ते मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित वीवीआईपी का कारकेड गांधी मैदान में आएगा। वीवीआईपी के आवागमन में कोई बाधा उत्पन्न ना हो और सुरक्षा को लेकर 15 अगस्त की सुबह सात बजे से समारोह की समाप्ति तक गांधी मैदान और आसपास की सड़कों पर आम वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। वीवीआईपी और आपातकालीन वाहनों को छोड़कर किसी भी वाहन को न्यू डाकबंगला रोड से एसपी वर्मा रोड में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

सिटी बसें, ऑटो और व्यावसायिक वाहन वैकल्पिक मार्ग से चलेंगे। चिरैयाटाड़ दुर्गा मंदिर के ऊपर और नीचे से गोरिया टोली की तरफ और जीपीओ गोलंबर से मालवाहक का परिचालन बुद्ध मार्ग में नहीं होगा। आर ब्लॉक गोलंबर आयकर गोलंबर की और इन वाहनों के चलने पर रोक रहेगी। नेहरू पथ पर डुमरा चौकी से भट्टाचार्या चौराहा तक व पुलिस लाइन तिराहा से व्यावसायिक वाहन पूरब गांधी मैदान की ओर नहीं जएंगे। इंजीनियरिंग कॉलेज से सिटी बसें गांधी चौराहा, मछुआटोली दरियापुर तिराहा से नाला रोड-पीरमुहानी-सीडीए बिल्डिंग गोलंबर-गोरियाटोली होते हुए पटना जंक्शन जायेंगी एवं इसी मार्ग से आ सकेंगी। सिटी की ओर से आने वाले ऑटो / ई-रिक्शा मुसल्लहपुर हाट होते हुए बारी पथ में खजांची रोड तक आएंगे।

कार्य में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों पर सख्त हुआ राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, 400 सीओ समेत 37 जिलों के इन पदाधिकारियों को शोकॉज नोटिस

डेस्क : बिहार का राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कार्य में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ सख्ती शुरु कर दिया है। विभाग ने योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं करने वाले सीओ समेत संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जमीन से संबंधित दस्तावेज और अभिलेख की ऑनलाइन कॉपी मुहैया कराने को लेकर डिजिटल हस्ताक्षर करने में लापरवाही बतरने वाले 400 सीओ और 37 जिलों के जिला अभिलेखागार पदाधिकारी को विभाग ने शोकॉज किया गया है। इन्हें 15 दिनों में इसका कारण बताने का निर्देश दिया गया है।

हाल ही विभागीय मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद सचिव जय सिंह के स्तर से इससे संबंधित आदेश जारी किया गया है। 

गौरतलब है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीन से संबंधित दस्तावेज या अभिलेखों की स्कैन कॉपी ऑनलाइन मुहैया कराने की योजना शुरू कर रखी है। दस्तावेजों की श्रेणी के आधार पर जिला अभिलेखागार पदाधिकारी और सीओ (अंचलाधिकारी) का डिजिटल हस्ताक्षर अनिवार्य है, तभी यह दस्तावेज वैध माना जाता है। मगर इसमें लापरवाही बरतने के मामले उजागर हुए हैं। 

विभागीय समीक्षा में यह बात सामने आई कि जमीन दस्तावेजों की ऑनलाइन कॉपी जारी करने से संबंधित अब तक 14 हजार 495 आवेदन आए हैं। इनमें 4 हजार 888 आवेदन डिजिटल हस्ताक्षर करके सीओ और संबंधित जिला अभिलेखागार पदाधिकारी ने जारी किए। मगर 9 हजार 408 मामले ऐसे हैं, जो 90 दिनों यानी 3 महीने से अधिक समय से लंबित पड़े हैं। इसके मद्देनजर सभी संबंधित पदाधिकारियों से कारण पूछा गया है। ऑनलाइन दस्तावेज जारी करने वाली इस योजना में सीओ समेत संबंधित पदाधिकारी के पास आवेदनों को रद्द करने का अधिकार नहीं होता है।

इस कारण इनके पास ये सभी आवेदन लंबित दिख रहे हैं। पदाधिकारियों को नियमानुसार, दो से तीन दिन में इन्हें जारी कर देना होता है।