संयुक्त पारिवारिक संपत्ति के विभाजन और अपनी संपत्ति व्यवस्थापन प्रक्रिया का करें सरलीकरण : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। मात्र 5,000 रुपये के स्टाम्प शुल्क के साथ अपनी अचल संपत्ति को रक्तसंबंधियों के नाम करने की बड़ी सहूलियत देने के बाद उत्तर प्रदेश में अब पारिवारिक विभाजन और व्यवस्थापन में भी बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि एक परिवार के सदस्यों के बीच अचल संपत्ति के बंटवारे तथा जीवित व्यक्ति द्वारा अपनी संपत्ति को अपने परिवारी जनों के नाम किए जाने पर देय स्टाम्प शुल्क भी 5,000 रुपये तय किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक खर्च के कारण प्रायः परिवार में विभाजन की स्थिति में विवाद की स्थिति बनती है और कोर्ट केस भी होते हैं। न्यूनतम स्टाम्प शुल्क होने से परिवार के बीच सेटलमेंट आसानी से हो सकेगा। मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा आम आदमी के ईज़ ऑफ़ लिविंग के लिए अनेक प्रयास किये गए हैं। संपत्ति विभाजन और व्यवस्थापना प्रक्रिया में सरलीकरण से लोगों को और सुविधा होगी।

यह होता है विभाजन

विभाजन विलेख में सभी पक्षकार विभाजित सम्पत्ति में संयुक्त हिस्सेदार होते हैं एवं विभाजन उनके मध्य होता है।

विभाजन विलेख में प्रस्तावित छूट एक ही मृतक व्यक्ति के समस्त लीनियल डीसेंडेंट्स, जो सहस्वामी हों, को आच्छादित करेगी अर्थात यदि दादा की मूल सम्पत्ति में वर्तमान जीवित हिस्सेदार चाचा/भतीजा/भतीजी हैं, तो वह इसका उपयोग कर सकते हैं।

यह होता है व्यवस्थापन

व्यवस्थापन विलेख में व्यवस्थापन कर्ता पक्षकार (जीवित) अपनी व्यापक सम्पत्ति को कई पक्षकारों के मध्य निस्तारित करता है।व्यवस्थापन विलेख में प्रस्तावित छूट के अधीन व्यवस्थापन कर्ता पक्षकार अपने समस्त लीनियल डीसेंडेंट्स/डीसेंडेंट्स, जो किसी भी पीढ़ी के हों, के पक्ष में व्यवस्थापन कर सकता है। अर्थात सम्पत्ति यदि परदादा परदादी जीवित हों, तो उनके पक्ष में, एवं यदि प्रपौत्र/प्रपौत्री जीवित हों, तो उनके पक्ष में भी किया जा सकता है।
लखनऊ में बीच सड़क पर महिला ने लगाई आग, जनता दर्शन में शिकायत करने के लिए पहुंची थी महिला, हालत गंभीर
लखनऊ। राजधानी के गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक महिला ने ज्वलनशील पदार्थ अपने ऊपर डालकर खुद को आग लगा ली है। वह अपने एक साल के बच्चे को भी साथ लायी थी। परिवारिक विवाद के बाद न्याय के लिए मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में आयी थी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस ने झुलसी महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराते हुए मामले की जांच कर रही है।

पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि उन्नाव जनपद में थाना पुरवा की ग्राम छत्ताखेड़ा की रहने वाली अंजली जाटव अपने एक साल के बेटे को लेकर यहां पर आयी थी। विक्रमादित्य मार्ग पर 19बीडी चौराहे के पास महिला ने ज्वलनशील पदार्थ अपने ऊपर उड़ेलकर आग लगा ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे आनन-फानन में इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बतायी जा रही है।डीसीपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में यह मालूम हुआ है कि महिला परिवारिक समस्या से पीड़ित थी। इसी वजह से उन्होंने यहां पर आकर घटना को अंजाम दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जनता दरबार में अपनी फरियाद लेकर आयी थी महिला

उन्नाव से महिला सीएम योगी के जनता दरबार में आई थी। बाहर आने के बाद उसने अपने मासूम बच्चे को सड़क किनारे रख दिया। फिर बैग से पेट्रोल की बोटल निकाली और खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। जब तक लोग व पुलिस कर्मी दौड़े तब तक महिला लगभग सत्तर फीसदी जल चुकी थी। आग बुझाने के बाद महिला चिल्लाने लगी उसे बचा लो। महिला का नाम अंजली और पति का नाम देश राज है। महिला दो दिन पहले भी जनता दरबार आई थी। जिसमें उसे कार्रवाई का आश्वासन मिला था। डीसीपी ने बताया कि महिला का पारिवारिक विवाद में पुरवा थाने में एक मुकदमा दर्ज है। उसकी जांच की जा रही है।

महिला के बैग से मिला एक प्रार्थना पत्र

महिला के पास से एक लाल रंग का बैग मिला है। जिसमें सीएम योगी के नाम लिखा एक प्रार्थना पत्र मिला है। जिसमें लिखा है कि ससुराल वालों ने उससे पैसा और मंगलसूत्र छीन लिया है। पुलिस से शिकायत की तो उसे वापस नहीं दिलवा रही है। पुरवा थाने का दरोगा रिश्वतखोर है। सीएम से शिकायत करने के बाद पुलिस उसे लखनऊ लेने आयी। रास्ते में ले जाते समय समझौता करने के लिए उसे खूब डराया धमकाया। पुलिस पूरे मामले को गंभीरता पूर्वक से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

महिला के आत्मदाह की कोशिश करने के बाद उन्नाव प्रशासन ने दी सफाई

इस पूरे मामले में उन्नाव प्रशासन की तरफ से सफाई दी गई। जिसमें बताया गया कि लखनऊ में एक महिला जिसका नाम अंजलि जाटव पत्नी देशराज है उसके द्वारा ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्महत्या का प्रयास होना संज्ञानित हुआ है । महिला के द्वारा अपने पति तथा ससुरालजनों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है । उक्त प्रकरण में महिला द्वारा जनता दर्शन तथा जिलाधिकारी  के तहसील दिवस में उपस्थित होकर कार्रवाई न होने की बात कही गई थी। जिस पर जिलाधिकारी उन्नाव द्वारा संबंधित पुलिस अधिकारी तथा उपजिलाधिकारी पुरवा को अग्रिम कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था।

पुलिस महिला के पति व देवर को भेज चुकी है जेल

उपरोक्त के अनुपालन में महिला के पति तथा देवर को उप जिलाधिकारी पुरवा के न्यायालय में पांच अगस्त को  प्रस्तुत किया गया था, जिस पर उप जिलाधिकारी पुरवा द्वारा दोनों पक्षों की सुनवाई करते हुए महिला के प्रताड़ना के आरोपित पति तथा देवर को बीएनएसएस के अंतर्गत धारा 127/130/135(3)/170 में जेल भेज दिया गया था । महिला का 1 साल का छोटा बच्चा होना भी संज्ञानात हुआ है जिसे महिला अपने साथ लखनऊ ले गई थी उसकी देखभाल के लिए उचित प्रबंध किए जा रहे हैं ।
प्रधानमंत्री ने वाराणसी में मकान गिरने की घटना में मंडलायुक्त से लिया पीड़िताें का हालचाल

लखनऊ/वाराणसी। विश्वनाथ मंदिर के पास दाे मकान गिरने की घटना का प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने संज्ञान लिया है। उन्हाेंने मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा से इस हादसे काे लेकर बात की है। प्रधानमंत्री द्वारा रेस्क्यू और मौजूदा हालात की मंडलायुक्त से जानकारी ली। हादसे में महिला की मौत पर प्रधानमंत्री ने दुख व्यक्त किया है। उन्हाेंने घायलों का नि:शुल्क इलाज कराने का निर्देश अधिकारियाें काे दिया।

उधर, वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि वाराणसी में चौक थाना क्षेत्र के खोया गली में राजेश गुप्ता व मनीष गुप्ता के जर्जर हाे चुकी मकान बारिश के चलते गिर गये। मकानों के गिरने की सूचना पर रेस्क्यू आपरेशन करा के मलबे में दबे आठ लोगों को बाहर निकाला गया है। घायलों को कबीरचौरा के शिवप्रसाद गुप्त चिकित्सालय भिजवाया गया है।

मंडलायुक्त ने बताया कि पूरे घटनाक्रम में छह लोगों का उपचार शिवप्रसाद गुप्त चिकित्सालय में चल रहा है। एक बच्चे की स्थिति नाजुक होने पर उसे ट्रामा सेंटर भिजवाया गया है। घटना में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात रही एक महिला सिपाही भी घायल हुई है, जिसका उपचार चल रहा है। वहीं एक महिला की माैत हाे गई है।

उन्होंने बताया कि घटना के बाद मौके से मलबा हटाने के लिए नगर निगम की टीम पहुंच चुकी है। रेस्क्यू आपरेशन करने वाली एनडीआरएफ की टीम अपना कार्य पूर्ण कर चुकी है। क्षेत्र में अव्यवस्था को रोकने के लिए मौके पर पहुंची वाराणसी पुलिस ने जिम्मा सम्भाल लिया है।
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास दो घर ढहे, मलबे में दबकर नौ लोग घायल, एक महिला की मौत

लखनऊ/वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास आज तड़के दो घर ढह गए। यह मकान लगभग 70 साल पुराने बताए गए हैं। मलबे में कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है। यह हादसा वाराणसी के खोया गली चौराहे पर हुआ है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया। मलबे में दबे लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी भी मलबा हटाने का कार्य जारी है।

वाराणसी के प्रशासनिक अधिकारी और एनडीआरएफ की टीम मौके पर है। राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। इस पर कोई बाधा न आए, इसलिए काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले गेट नंबर चार को फिलहाल बंद कर दिया गया है। मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को एक और दो नंबर गेट से प्रवेश दिया दिया जा रहा है।राहत और बचाव अभियान के दौरान चार लोगों को मलबे से निकाला गया है। चारों को काफी चोट आई हैं। इन सभी को ट्रामा सेंटर भेजा गया है। आशंका है अभी भी कई लोग मलबे में दबे हैं। राहत और बचाव अभियान फिलहाल जारी है।


बताया जा रहा है कि प्रसिद्ध जवाहिर साव कचौड़ी वाले के ऊपर स्थित राजेश गुप्ता और मनीष गुप्ता के इन मकानों के मलबे में आठ लोग दबे थे। स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और बचाव अभियान शुरू किया। कई लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया है, जिसमें गंभीर रूप से घायल एक सिपाही भी शामिल है, जिसे कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा विश्वनाथ मंदिर में ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुई है।दर्दनाक हादसे में नौ लोगों के घायल होने की सूचना है। सभी को मंडलीय अस्पताल में भेजा गया गया है। दर्दनाक हादसे में एक महिला प्रेमलता की मौत हो गई है। हादसे के बाद मौके पर तकरीबन 500 पुलिसकर्मी और एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई। गोदौलिया से मैदागिन वाले मार्ग को बंद कर कर दिया गया।

खोवा गली में दो मकान (28.7 और 28.6) गिरे हैं। 28.6 का मकान अशोक यादव का है। इसमें दो दुकानें हैं, माला-फूल और कचौड़ी की। 28.7 रमेश गुप्ता का मकान है। इसमें भी दो दुकानें हैं। दुकान के मालिक अनूप गुप्ता ने कहा कि हम लोगों ने मंदिर प्रशासन को कई बार शिकायती पत्र दिया था कि यह मकान गिरवा दिया जाए बावजूद इसके प्रशासन ने हमारी एक न सुनी। करीब दस वर्षों से यह मकान जर्जर अवस्था में है।मकान मालिक अशोक यादव और गोरख यादव देर रात अपने मकान की छत पर सोए हुए थे। मकान को हिलता महसूस कर उनकी नींद टूट गई। उन्होंने बरामदे के रास्ते दूसरे के छत पर छलांग लगा दी।

मौके पर मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक संवेदना जताई है। मंडलायुक्त ने बताया कि इस क्षेत्र में लगभग 50 लोगों को नोटिस दी गई है ताकि उनकी मरम्मत करवा दी जाए। नगर निगम के माध्यम से उन्हें कहीं और रहने को कहा जाएगा।मरम्मत के बाद अपने मकान में शिफ्ट करें। महिला की मौत पर मंडलायुक्त ने कहा कि उनके गले पर कोई भारी सामान गिर गया था। मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। बाकी नौ लोगों का रेस्क्यू किया गया है। मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
डीसीपी पूर्वी द्वारा थाना गोमतीनगर विस्तार का किया आकस्मिक निरीक्षण
लखनऊ । पुलिस उपायुक्त पूर्वी शशांक सिंह द्वारा थाना गोमतीनगर विस्तार का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान थाना परिसर, थाना कार्यालय, सीसीटीएनएस रूम, सम्पत्ति गृह व महिला हेल्प डेस्क चेक किया गया।इस दौरान सम्पत्ति गृह में सामान के रखरखाव को बेहतर करने के निर्देश भी दिए।

इस मौके पर थाना कार्यालय में ड्यूटी पर मौजूद मुंशी व महिला हेल्प डेस्क अधिकारी से पूछताछ की एवं आवश्यक निर्देश दिए।पुलिस उपायुक्त पूर्वी ने थाना क्षेत्र में निरंतर प्रभावी रूप से पेट्रोलिंग, अपराध नियंत्रण व बीट क्षेत्र में भ्रमण करने एवं थाना परिसर में साफ-सफाई रखने और अनावश्यक रूप से लम्बित पड़े वाहनों एवं मालों के विधिक निस्तारण के लिए भी निर्देशित किया गया।
लखनऊ में बुजुर्ग महिला की हत्या
लखनऊ। सरोजनीनगर के एलडीए कॉलोनी में सोमवार दोपहर को एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच कर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया है।

पुलिस उपायुक्त दक्षिणी तेज बहादुर सिंह ने बताया कि सरोजनी नगर के एलडीए कॉलोनी में सेक्टर एफ में स्व.अशोक कुमार उर्फ काका की पत्नी श्रद्धा देवी (70) अकेली रहती थी। आसपड़ोस के लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि किसी ने उनकी हत्या कर दी है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की बारीकी से जांच कर साक्ष्य जुटाया है। घटना का खुलासे के क्राइम ब्रांच के साथ सर्विलांस टीम को लगाया गया है।

यूपी में कमजोर हुआ मानसून, हल्की से मध्यम होगी बारिश

लखनऊ/कानपुर। मौसमी गतिविधियां अब उत्तर प्रदेश के अनुकूल नहीं है और मानसून मध्य प्रदेश होते हुए राजस्थान में सक्रिय हो गया है। इससे आगामी दिनों उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के ही आसार हैं। मौसम विभाग का कहना है कि मौसमी पैटर्न बदला तो हो सकता है कि तीन दिन बाद भारी बारिश हो, नहीं तो 15 अगस्त के बाद ही उत्तर प्रदेश में भारी बारिश देखने को मिल सकती है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि डीप डिप्रेशन अब उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्वी राजस्थान की ओर बढ़ गया है और डिप्रेशन में कमज़ोर हो गया है। यह संभवतः उत्तर-पूर्वी राजस्थान से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और 24 घंटों के भीतर धीरे-धीरे कमज़ोर होकर एक गहरा निम्न दबाव बन जाएगा। ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश में मानसून कमजोर हो गया है और मानसून की ट्रफ लाइन भी खिसक गई है। मानसून की द्रोणिका अब जैसलमेर, अजमेर (डिप्रेशन का केंद्र), सतना, बालासोर और फिर दक्षिण-पूर्व से होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में पहुंच रही है। उत्तर प्रदेश में आगामी दिनों स्थानीय स्तर पर खण्डवार हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। इस दौरान मेघ गर्जन व तेज हवाएं भी चलेंगी और मंगलवार को तापमान भी बढ़ सकता है।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 34.0 और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 76 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 71 प्रतिशत दर्ज की गई। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 16.2 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहेंगे। इस दौरान तेज हवाओं एवं गरज चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।
गोमतीनगर छेड़छाड़ प्रकरण में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, आरोपी है नाबालिग, अब तक 25 लोग की हो चुकी है गिरफ्तारी

लखनऊ। राजधानी के गोमतीनगर में जलभराव के दौरान एक युवती से छेड़छाड़ के मामले में फरार चल रहा मुख्य आरोपित को पुलिस ने कानपुर में रहने वाली मौसी के घर से गिरफ्तार किया है। वह नाबालिग है। इस मामले में अब तक 25 लोग गिरफ्तार किये जा चुके, जिनमें तीन नाबालिग हैं। यह पूरा मामला चर्चित होने के बाद कई पुलिसकर्मी भी निलंबित हुए थे।

जलभराव के दौरान एक युवती से छेड़छाड़ की गई थी

डीसीपी ने बताया कि सोमवार को बताया कि 31 जुलाई को गोमती नगर में जलभराव के दौरान एक युवती से छेड़छाड़ की गई थी। इस मामले में तब से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिन्हित कर गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में पुलिस ने कानपुर से एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है, जो घटना के बाद पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए मौसी के यहां छिपकर रह रहा था। वह मूलरूप से लखनऊ के इंदिरानगर में रह रहा था। हाईस्कूल में पढ़ाई करता है और पिता बढ़ई हैं।

पुलिस की कई टीमों ने 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली

डीसीपी ने बताया कि इस मामले में लापरवाही को लेकर कई पुलिसकर्मी भी निलंबित और कई अधिकारी हटाए गए थे। शासन ने इसे गंभीरता से लेकर सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। इसी के बाद से आरोपितों की धरपकड़ का अभियान चल रहा है। पुलिस की कई टीमों ने 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। कई सोशल मीडिया अकाउंट देखे गए। इनकी मदद से हुड़दंग में शामिल आरोपियों की पहचान की गई।अब तक पच्चीस लोग गिरफ्तार हुए हैं। इनमें कई आरोपितों के खिलाफ सेवन सीएल के तहत कार्रवाई की गयी है।

पुलिस पर भी हुई थी कार्रवाई

गोमतीनगर में बुधवार को मरीन ड्राइव पुल के पास युवती से छेड़छाड़ कर अश्लीलता करने के मामले में मुख्यमंत्री की सख्ती पर बीते बृहस्पतिवार को डीसीपी पूर्वी, एडीसीपी पूर्वी, एसीपी गोमतीनगर को हटा दिया गया था। वहीं, गोमतीनगर इंस्पेक्टर समेत अंबेडकर पार्क चौकी के सभी पुलिसकर्मी (दो दरोगा व दो सिपाही) निलंबित कर दिए गए थे। सभी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
सीएम योगी की पहल पर जनप्रतिनिधियों ने थामा बाढ़ पीड़ित किसानों का हाथ

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर जनप्रतिनिधियों ने बाढ़ से पीड़ित किसानों का हाथ थाम लिया। 20 दिन में 43558.04 हेक्टेयर फसलों के बाढ़ से क्षतिग्रस्त होने के कारण कृषि निवेश अनुदान के रूप में प्रदेश के 157471 किसानों को लगभग 80 करोड़ की धनराशि वितरित की गई। मुख्यमंत्री की पहल पर किसानों को सरकार की तरफ से निरंतर सहायता प्रदान की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कुशीनगर की जानी पीड़ा, दी 'राहत'

राहत आयुक्त कार्यालय, राजस्व विभाग के अनुसार चार अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर में 5918 लाभार्थियों को कृषि निवेश अनुदान का वितरण किया। कुशीनगर में ही खड्डा विधायक विवेकानंद पांडेय ने कृषि निवेश के लिए अनुदान के रूप में धनराशि का वितरण किया।

चार अगस्त को बलरामपुर में भी किया गया वितरण

बलरामपुर के सदर तहसील में विधानसभा सदस्य पलटूराम ने 40 और उतरौला में विधायक रामप्रताप वर्मा ने 15 पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया। तुलसीपुर विधानसभा में विधायक कैलाशनाथ शुक्ल ने 30 व्यक्तियों को राहत सामग्री दी।

सिद्धार्थनगर, शाहजहांपुर और लखीमपुर खीरी में भी किसानों को दी गई सहायता राशि

चार अगस्त को ही डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल ने बाढ़ प्रभावित 125 व्यक्तियों को कृषि निवेश, मृतक-पशु अनुग्रह, गृह अनुदान स्वरूप कलेक्ट्रेट सभागार में राहत धनराशि का वितरण किया। लखीमपुर खीरी में विधान परिषद सदस्य अनूप गुप्ता, विधायक योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, अमन गिरी, विनोद शंकर अवस्थी ने 200 पीड़ितों को कृषि निवेश अनुदान का वितरण किया। तीन अगस्त को शाहजहांपुर के ददरौल विधानसभा में विधायक अरविंद सिंह ने 31 व्यक्तियों को कृषि निवेश अनुदान दिया।

श्रावस्ती व पीलीभीत के प्रभावित किसानों का भी सरकार ने पकड़ा हाथ

26 जुलाई को श्रावस्ती विधायक रामफेरन ने मकान क्षति होने से प्रभावित पीड़ितों को सरकार की तरफ से सहायता राशि उपलब्ध कराई। जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्र ने 132 लोगों को सहायता राशि वितरित की। 24 व 25 जुलाई को पीलीभीत के बीसलपुर में विधायक विवेक वर्मा और बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानन्द ने भी पीड़ितों को सहायता राशि प्रदान की।
उपचुनाव में भाजपा को जिताने के लिए सरकार और संगठन मिलकर तैयारियों में जुटेंगे, सीएम योगी खुद संभालेंगे चुनावी कमान
लखनऊ । प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों के होने वाले उपचुनाव में भाजपा को जिताने के लिए सरकार और संगठन मिलकर तैयारियों में जुटेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से गठित 30 मंत्रियों की टीम के अलावा सीएम, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल भी दो-दो सीटों पर चुनावी तैयारियों पर नजर रखेंगे। सीएम आवास पर सोमवार को हुई टीम-30 की बैठक में उपचुनाव की रणनीति बनाई गई। वहीं, मुख्यमंत्री सभी प्रभारी मंत्रियों से विधानसभावार अब तक की तैयारियों के बारे में फीडबैक भी लिया।

प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं। इसकी तैयारी के लिए मुख्यमंत्री ने 30 मंत्रियों की टीम बनाकर क्षेत्र में भेजा था। सीएम ने हर सीट पर तीन-तीन मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है। वहीं, भाजपा प्रदेश संगठन की ओर से भी पदाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को बूथ स्तर तक के संगठन की स्थिति के साथ ही समुदायवार जनता से अलग-अलग संवाद करके भाजपा को लेकर फीडबैक जुटाने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने 'टीम-30' की यह तीसरी बैठक बुलाई थी।

पांच कालीदास मार्ग पर हुई बैठक में पहले सभी सभी मंत्रियों ने अपने-अपने प्रभार वाले विधानसभा सीटों पर चुनाव की तैयारियों के साथ जनता से मिले फीडबैक की जानकारी से योगी को अवगत कराया। सीएम ने सभी मंत्रियों पर संगठन के पदाधिकारियों को बेहतर समन्वय के साथ फील्ड में ही रहने के साथ ही जनता के साथ लगातार संवाद करते रहने को कहा है। मुख्यमंत्री ने सभी को बूथवार जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए अलग समुदाय के प्रभावशाली पदाधिकारियों के नेतृत्व में टीम बनाने को कहा है।

सीएम योगी ने निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और उन्हें जनता के बीच में बने रहने को कहा है। सीएम ने सभी मंत्रियों से बूथवार जातीय समीकरण के लिहाज से बनी टीमों से लगातार संपर्क में बने रहने के भी निर्देश दिए हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों से कहा कि कमजोर बूथों को मजबूतों करते हुए वहां के लिए विशेष कार्ययोजना भी तैयार करें। साथ ही विपक्ष के भ्रामक प्रचारों को लेकर विशेष तौर पर सतर्क रहें। अगर ऐसी स्थिति कहीं मिलती है तो जनता के बीच ऐसी भ्रामक अफवाहों का खंडन करें और उन्हें वास्तविक मुद्दों के बारे बताएं भी।