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Sep 03 2024, 18:56

आरएसएस ने केरल में ही क्यों की वार्षिक समन्वय बैठक, क्या है सियासी मायने?*
#rss_meeting_in_kerala_why 2024 लोकसभा चुनावों के बाद बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की समन्वय बैठक केरल में हुई। 31 जुलाई से 2 अगस्त के बीच ये बैठक लोकसभा चुनावों के बाद हुई और इस बैठक के बाद देश के तीन बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे। इनमें महाराष्ट्र के साथ हरियाणा और झारखंड भी शामिल हैं। ऐसे में बैठक के काफी अहम माना जा रहा है। दरअशल, लोकसभा चुनाव में इस बार पहली बार केरल के त्रिशूर सीट पर बीजेपी को जीत मिली है। वहीं पार्टी तिरुवनंतपुर सीट पर दूसरे नंबर पर रही। यही नहीं बीजेपी को केरल में विधानसभा की 11 सीटों पर बढ़त मिली है। ये संघ द्वारा तैयार किए गए पिच पर ही लड़ने का परिणाम है। ऐसे में अब भाजपा को कर्नाटक के बाद केरल ही दक्षिण का गेटवे नजर आ रहा है और शायद इसी से उत्साहित होकर आरएसएस ने भी अपनी समन्वय बैठक यहीं बुलाने का लक्ष्य रखा। भाजपा का थिंक टैंक कहलाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वार्षिक समन्वय बैठक के आयोजन स्थल को लेकर हर किसी ने हैरानी जताई। केरल को वामपंथी दलों के वर्चस्व के कारण हिंदुत्व विरोधी धारा वाला राज्य माना जाता है। भाजपा लगातार वहां अपनी सियासी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, जिसमें उसे धीरे-धीरे सफलता भी मिल रही है। ऐसे में वहां संघ की राष्ट्रीय बैठक के आयोजन को आम जनता के बीच नेटवर्क बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। केरल में भाजपा लगातार अपनी जड़ें मजबूत करने की कोशिश कर रही है। हिंदुत्व विरोधी विचारधारा वाला राज्य कहलाने वाले केरल में भाजपा खुद को हिंदुओं की आवाज बनाने की जुगत में है। इसमें आरएसएस का पूरा साथ मिल रहा है। इसी तस्दीक कर रहे हैं संघ की ओर से जारी आंकड़े। इसी साल मार्च में आरएसएस ने शाखाओं का डेटा जारी किया था। इसके मुताबिक दक्षिण के राज्य केरल में आरएसएस की 5142 शाखाएं चल रही हैं। देशभर में संघ की करीब 60 हजार शाखाएं चल रही हैं। यानी शाखाओं की कुल हिस्सेदारी में केरल की हिस्सेदारी करीब 9 प्रतिशत है। कम आबादी होने के बावजूद शाखाओं की तेजी से बढ़ती संख्या ने संघ का ध्यान केरल की तरफ खिंचा है। हाल ही में संघ ने शाखाओं की संख्या बढ़ने की वजह से केरल को उत्तर और दक्षिण विभागों में विभाजित किया था। जानकारों के मुताबिक संघ विभाजन का काम तब करती है, जब उसे लगता है कि राज्य में उसने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है। केरल में संघ ने अगले साल तक 8000 शाखा लगाने का लक्ष्य रखा है। *केरल में पहली बार खिला “कमल”* संघ की बनाई हुई जमीन पर बीजेपी धीरे-धीरे फसलें भी उगाने में लगी हुई है। हालिया लोकसभा में केरल में बीजेपी का खाता खुला है। पार्टी को त्रिशूर सीट पर जीत मिली है। वहीं पार्टी तिरुवनंतपुर सीट पर दूसरे नंबर पर रही। लोकसभा चुनाव के आंकड़ों को देखा जाए तो बीजेपी को केरल में विधानसभा की 11 सीटों पर बढ़त मिली है। जिन 11 सीटों पर पार्टी को बढ़त मिली है, उनमें त्रिशूर की 6, अतिंगल की दो और तिरुवनंतपुर की 3 सीटें शामिल हैं। इसके अलावा बीजेपी 9 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही है। इनमें तिरुवनंतपुरम की 3,अतिंगल की 1, अलप्पुझा की 2, पालक्कड की 1 और कासरागोद की 2 सीटें शामिल हैं। *वेट प्रतिशत में बढ़ोतरी* चुनाव आयोग के मुताबिक केरल में बीजेपी को हालिया लोकसभा चुनाव में 19.24 प्रतशित वोट मिले हैं। 2019 के मुकाबले यह 3 प्रतिशत से ज्यादा है। 2019 में बीजेपी को केरल में 15.64 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं 2021 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 12.41 प्रतिशत वोट मिले थे। यानी की इस बार वोट प्रतिशत ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। लेफ्ट और कांग्रेस के इस गढ़ में बीजेपी के इस प्रदर्शन से संघ भी उत्साहित है। *देश के दक्षिणी हिस्से में बीजेपी का सियासी दर्जा बढ़ाने की संभावना* भाजपा लगातार खुद को असली राष्ट्रीय पार्टी साबित करने की कवायद में जुटी है। इसके लिए दक्षिण भारतीय राज्यों में उसकी अहम मौजूदगी जरूरी है, जहां कर्नाटक को छोड़कर बाकी राज्यों में वह अब तक दोयम दर्जे की ही साबित हुई है। हालांकि लगातार कोशिश के चलते उसे तेलंगाना में दूसरे नंबर की पार्टी बनने में सफलता मिली है, जबकि तमिलनाडु में भी उसका वोट प्रतिशत पहले के मुकाबले बढ़ा है। इस बार लोकसभा चुनावों में भाजपा सीटें जीतने में भले ही सफल नहीं हुई, लेकिन वह तमिलनाडु में अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्शाने में सफल रही है। यही हाल आंध्र प्रदेश का भी रहा है। ऐसे में संघ की दक्षिण भारतीय राज्य में वार्षिक बैठक से भाजपा को देश के उस हिस्से में सियासी दर्जा बढ़ाने में मदद मिलने की संभावना आंकी जा रही है।

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Aug 31 2024, 11:02

केरल के आज से आरएसएस की सालाना समन्वय बैठक, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीएल संतोष होंगे शामिल
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* केरल के पलक्कड़ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की 3 दिवसीय बैठक शनिवार यानी 31 अगस्त से शुरू हो रही है। इस मीटिंग में आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत, सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले समेत सभी सह सरकार्यवाह मौजूद रहेंगे। साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष भी मौजूद रहेंगे। वहीं, इस बैठक से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुलाकात हुई है। इस मुलाकात के दौरान सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी मौजूद थे। जेपी नड्डा के संघ पर दिए विवादित बयान के बाद ये पहली मुलाकात सरसंघचालक मोहन भागवत से हुई है। आरएसएस की यह बैठक 31 अगस्त से 2 सितंबर तक होगी। इसमें आरएसएस से प्रेरित करीब 32 संगठनों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे, जिनके करीब 320 कार्यकर्ता शामिल होंगे। संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक, यह आरएसएस की कार्यकारी बैठक नहीं है, बल्कि उससे जुड़े विभिन्न संगठनों की बैठक है। इस बैठक में आरएसएस से प्रेरित संगठनों के कार्यकर्ता अपने-अपने काम की जानकारी साझा करेंगे और अनुभवों का आदान-प्रदान करेंगे। मीडिटा रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मीटिंग में लोकसभा चुनाव के नतीजे और बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति को लेकर भी चर्चा हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरएसएस की इस समन्वय बैठक में आरएसएस के शताब्दी वर्ष को लेकर चल रही तैयारियों पर भी चर्चा होगी। आरएसएस की स्थापना 1925 में हुई थी। सितंबर 2025 से सितंबर 2026 तक आरएसएस 100 साल होने पर कई कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा इस बैठक में पर्यावरण संरक्षण, पारिवारिक संबंधों को मजबूत करना जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा संघ के सभी 32 सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि अपने-अपने संगठनों की वर्किंग को लेकर रिपोर्टिंग भी करेंगे।

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Aug 03 2024, 14:53

केरल के वन अधिकारियों ने गुफा से 4 बच्चों सहित 6 आदिवासियों को बचाने के लिए वायनाड पहाड़ी पर की कठिन चढ़ाई

#keralalandslidesrescue_wayanad

एक साहसी प्रयास में, केरल वन विभाग के अधिकारी आदिवासी समुदाय के चार बच्चों और उनके माता-पिता को बचाने में कामयाब रहे, जो वायनाड भूस्खलन के बाद एक गुफा में फंसे हुए थे।

कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के हशीस के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने आदिवासी परिवार को बचाया, जिसमें एक से चार साल की उम्र के चार बच्चे शामिल थे। बचाव अभियान में साढ़े चार घंटे लगे। यह परिवार वायनाड के पनिया समुदाय से है, और एक गहरी खाई के सामने एक पहाड़ी की चोटी पर एक गुफा में फंसा हुआ था, "हशीस ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया। हशीस ने कहा कि उन्होंने मां और चार साल के बच्चे को गुफा में फंसे अपने अन्य बच्चों और उनके पिता के लिए भोजन की तलाश में भटकते हुए पाया था।

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आठ घंटे के ऑपरेशन में उनकी बहादुरी के लिए वन विभाग की पीठ थपथपाई, जहां उन्होंने पश्चिमी घाट के जंगली इलाकों में ट्रैकिंग की। पिनाराई विजयन ने पोस्ट किया उनकी वीरता हमें याद दिलाती है कि केरल का लचीलापन सबसे अंधेरे समय में भी चमकता है। आशा में एकजुट होकर, हम पुनर्निर्माण करेंगे और मजबूत होकर उभरेंगे।”

जैसे-जैसे बारिश बढ़ती गई, वन विभाग ने वायनाड में आदिवासी समुदायों के अधिकांश सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया। हशीस ने कहा कि आदिवासी समुदाय वन उत्पादों पर जीवित रहता है और आम तौर पर दूसरों के साथ बातचीत से बचता है। उन्होंने कहा, "हालांकि, ऐसा लगता है कि भूस्खलन और भारी बारिश के कारण वे कोई भोजन नहीं जुटा पाए।"

कठिन भूभाग

आदिवासियों को बचाने का रास्ता वस्तुतः एक तीव्र ढलान वाला था, विशेषकर भारी वर्षा के बीच। अधिकारियों को चढ़ने के लिए पेड़ों और चट्टानों पर रस्सियाँ बाँधनी पड़ीं, जिसे उन्होंने खतरनाक बताया। उन्होंने आगे कहा, “बच्चे थके हुए थे और हमने उन्हें वही खिलाया जो हम ले गए थे। बाद में, बहुत समझाने के बाद, उनके पिता हमारे साथ आने को तैयार हो गए और हमने बच्चों को अपने शरीर से बांध लिया और वापस यात्रा शुरू कर दी।''

मंगलवार को वायनाड जिले में हुए भूस्खलन के कारण सड़कें, पुल और अन्य सार्वजनिक बुनियादी ढांचे नष्ट हो गए, जिससे लोग इलाकों में फंस गए। भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 308 लोगों की हो गई है, जिससे यह 2018 की बाढ़ के बाद से केरल में आई सबसे खराब प्राकृतिक आपदा बन गई है।

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Aug 03 2024, 10:21

वायनाड लैंडस्लाइड के 3 दिन बाद मरने वालों की संख्या 300 के पार, चौथे दिन भी राहत बचाव कार्य जारी

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केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन से हुई त्रासदी थमने का नाम नहीं ले रही है। आज राहत बचाव कार्य का चौथा दिन है। सेना द्वारा ब्रिज तैयार करने के बाद राहत और बचाव कार्यों में तेजी आई है और सेना के जवान अभी भी मोर्चे पर डटे हुए हैं। इस बीच तीन दिन में अब तक 300 से ज्यादा लाशें मलबे से निकाली जा चुकी हैं। वहीं, अब भी 200 से ज्यादा लोग लापता हैं।

केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन के अब तक मृतकों का आंकड़ा 308 हो चुका है। भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल विकास राणा ने बताया कि आज भी कल की ही तरह विभिन्न जोन्स के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। टीमों के साथ वैज्ञानिक और स्निफर डॉग्स भी मौजूद रहेंगे। सेना के अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोग भी राहत और बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं। 

घटना के तीन दिन बाद बचाव कर्मियों ने शुक्रवार को एक ही परिवार के चार लोगों को पदवेट्टी कुन्नू के पास एक इलाके में सुरक्षित पाया। मुंडक्कई क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाश और बचाव अभियान जारी है। यह इलाका मंगलवार की तड़के को बड़े पैमाने पर भूस्खलन से प्रभावित हुआ था। बचाव कर्मियों ने शुक्रवार को पाया कि परिवार भूस्खलन के बाद अलग-थलग पड़ गया था क्योंकि उनका घर क्षेत्र के बाकी हिस्सों से कट गया था। इस परिवार में दो पुरुष और दो महिलाएं हैं। सेना के एक जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि परिवार को हवाई मार्ग से निकाला जाएगा। सूत्रों ने कहा कि फंसे हुए इस परिवार के रिश्तेदारों की सूचना पर बचाव दल इलाके में पहुंचा था।

वहीं, राज्य के पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने कहा कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 1,374 बचाव कर्मी तलाशी अभियान जारी रखे हुए हैं। ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। बेली ब्रिज के निर्माण के बाद अभियान को गति मिली, जिससे बचाव दलों को सबसे अधिक प्रभावित मुंडक्कई और चूरलमाला बस्तियों में भारी मशीनरी ले जाने में मदद मिली। लगभग 40 बचाव दल और प्रशिक्षित कुत्ते छह क्षेत्रों में तलाशी अभियान चला रहे हैं।

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Jul 31 2024, 10:08

केरल में कुदरत का कहरः वायनाड भूस्खलन में अब तक 143 की मौत, मौसम विभाग ने फिर चेताया

#keralawayanadlandslides

केरल में भारी बारिश ने भीषण तबाही मचाई है। वायनाड जिले में भूस्खलन की कई घटनाओं में अभी तक 146 लोगों की मौत हो चुकी है। सैंकड़ों लोग लापता हैं। सेना की मदद से अब तक 1000 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। वायनाड के दो जगहों पर भारी लैंडस्लाइड मंगलवार के तड़के तकरीबन 2 से 4 बजे के करीब हुआ। लैंडस्लाइड से हुए भीषण हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं सैकड़ों लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका के चलते मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान है।

भारी बारिश का रेड अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की मानें तो खतरा अभी टला नहीं है। वायनाड के पहाड़ी जिले और केरल के सभी उत्तरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटों के भीतर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने केरल के पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वायनाड, कोझिकोड़, कन्नूर और कासरगोड़ जिले में भी अगले तीन घंटे में भारी बारिश होने वाली है। आपदा और लगातार बारिश को देखते केरल के 11 जिलों- कासरगोड, कन्नूर, कोझीकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पलक्कड़, त्रिशूर, इडुक्की, एर्नाकुलम, अलाप्पुझा और पथानामथिट्टा में आज स्कूल और कॉलेज में छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है। 

सेना की टीम मोर्चा संभाला

वायनाड में मंगलवार को भूस्खलन के बाद ही सेना की टीम को सर्च ऑपरेशन के लिए लगा दिया गया था। मंगलवार को लगभग 225 फौजियों की चार टुकड़ियां रेस्क्यू में लगी हुईं थी। इनके अलावा, कम से कम 140 जवानों वाली दो और टुकड़ियों को तिरुवनंतपुरम में स्टैंडबाय पर रखा गया है, ताकि किसी आपात स्थिति में उन्हें हवाई मार्ग से घटना स्थल तक ले जाया जा सके। सेना के अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन के बाद लोगों की मदद और बचाव अभियान में तेजी के लिए भारी मशीनों और स्निफर डॉग की टीमों को हेलिकॉप्टर से पहुंचाया जा रहा है। साथ ही भारतीय केस्ट गार्ड फोर्स ने अपनी आपदा राहत टीमें भी घटनास्थल पर भेजी हैं।

45 राहत शिविरों में 3,000 से अधिक लोगों को लाया गया

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया जिले में स्थापित 45 राहत शिविरों में 3,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने बताया कि लोगों को ढूंढने और मदद करने के लिए ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद भी ली जा रही है। इलाके में बारिश की वजह से हालात इतने ज्यादा खराब हैं कि, रेस्क्यू टीम को लोगों के शव निकालने में भी कड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।

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Jul 30 2024, 09:54

केरल के वायनाड में भूस्खलन, 11 लोगों की मौत, सैकड़ों के फंसे होने की आशंका*
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केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सैकड़ों लोगों के फंसने की आशंका है।केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कहा है कि फायरफोर्स और एनडीआरएफ टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। साथ ही एनडीआरएफ की एक और टीम वायनाड पहुंच रही है। तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वायनाड जिले में मेप्पडी के पास भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में मंगलवार तड़के भूस्खलन हुआ। अधिकारियों ने सैकड़ों लोगों के भूस्खलन के मलबे में दबे होने की आशंका जताई है, जबकि अब तक 19 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में थोंडरनाड गांव में रहने वाले नेपाली परिवार का एक 1 साल का बच्चा भी शामिल है। बताया जा रहा है कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। *वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर मौके रेस्क्यू में तैनात* केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि अग्निशमन विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। केएसडीएमए ने बताया कि बचाव अभियान में मदद के लिए कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी वायनाड रवाना किया गया है। इसके अलावा भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और ALH सुलूर से रवाना किए गए हैं। *पीएम मोदी ने हर संभव मदद का दिया भरोसा* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान अभी चल रहा है। केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। पीएम मोदी ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही साथ घायल लोगों को 50,000 रुपए की सहायता दी जाएगी। *राहुल गांधी ने जताया दुख* वायनाड में मेप्पाडी के पास हुए भीषण भूस्खलन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि मेरी हार्दिक संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड के जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान जारी है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है। मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा।

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Jul 21 2024, 18:34

केरल में 14 साल के लड़के की निपाह से मौत, 4 लोग मेडिकल कॉलेज में एडमिट, राज्य में अलर्ट

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केरल में मलप्पुरम जिले के 14 साल के एक लड़के की निपाह वायरस से रविवार को मौत हो गई। उसका यहां इलाज किया जा रहा था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने यह जानकारी दी। वीना जॉर्ज ने बताया कि पीड़ित लड़के को सुबह 10.50 बजे दिल का दौरा पड़ा। इसके बाद उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर भी रखा गया, लेकिन सुबह 11.30 बजे उसकी मौत हो गई।मंत्री ने कहा कि उसका अंतिम संस्कार अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुरूप किया जाएगा।निपाह वायरस के संक्रमण का पता लगने के एक दिन बाद रविवार को उसकी मौत हो गई।

राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि संक्रमित लड़के को ऑस्ट्रेलिया से मिली मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दी गई थी। प्रोटोकॉल के मुताबिक संक्रमित होने के 5 दिन के अंदर इसे दिया जाता है। इस मामले में संक्रमित लड़के को एंटीबॉडी देने में देर हो गई थी।

वीना जॉर्ज के मुताबिक जिस लड़के की मौत हुई है, उसके पिता और चाचा समेत तीन करीबी रिश्तेदार कोझिकोड के मेडिकल कॉलेज अस्पताल की निगरानी में हैं। जबकि बाकी चार परिचितों को मलप्पुरम के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में रखा गया है। इनमें से एक ICU में है। हाई रिस्क वाले मरीजों में किसी में भी निपाह के लक्षण नहीं हैं।

पुणे स्थित ‘राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान’ ने उस किशोर में संक्रमण की पुष्टि की थी। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि बच्चे ने 12 मई को एक निजी क्लीनिक में इलाज की मांग की थी। उसे 15 मई को उसी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में उसे पेरिंथलमन्ना के एक निजी अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया। वहां से उसे कोझिकोड के निजी अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था।

2018 के बाद से 5वीं बार केरल में निपाह का संक्रमण फैला है। इसके बाद 2019, 2021 और 2023 में भी इसके केस मिले थे। इसके लिए अभी तक कोई टीका नहीं बना है। निपाह संक्रमित चमगादड़ों, सूअरों या लोगों के शरीर से निकले लिक्विड के संपर्क में आने से फैलता है। निपाह से संक्रमित लोगों में से 75% मामलों में संक्रमित व्यक्ति की मौत हो जाती है। निपाह संक्रमण को साल 1998-99 में पहली बार पहचाना गया था। मलेशिया के कम्पंग सुंगाई निपाह में इसके मामलों की पुष्‍टि हुई थी। यहां इस संक्रमण की चपेट में 250 से ज्‍यादा लोग आए थे और इस संक्रमण ने पहली बार में ही कोहराम मचा दिया था। निपाह संक्रमण मलेशिया में कम्‍पंग सुंगाई निपाह नाम की जगह पर पहली बार देखा गया था और इसी वजह से इसका नाम निपाह पड़ा।

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Jul 11 2024, 13:55

साइंटिस्ट नंबी नारायणन को कैसे फंसाया गया? सीबीआई ने किया खुलासा

#nambi_narayanan_case_cbi_charge_sheet_in_kerala_court_revealed_truth 

साल 1994 के जिस इसरो जासूसी केस में देश के शीर्ष वैज्ञानिकों में से एक नम्बी नारायणन और 3 अन्य वैज्ञानिकों को फँसाकर उनका करियर खत्म कर दिया गया और देश को क्रायोजेनिक रॉकेट इंजन के विकास में पीछे हो जाना पड़ा, वो पूरा मामला ही फर्जी था। भारत के पद्म विभूषण प्राप्‍त स्‍पेस साइंटिस्‍ट नंबी नारायण से जुड़े 1994 के जासूसी कांड में सीबीआई की चार्जशीट बुधवार को सामने आई।सीबीआई ने केरल की अदालत में दायर अपने आरोपपत्र में कहा है कि 1994 का इसरो जासूसी मामला झूठा था। इसमें दावा किया गया कि केरल पुलिस के तत्कालीन स्‍पेशल ब्रांच अधिकारी ने मालदीव की एक महिला को भारत में अवैध रूप से हिरासत में रखने को सही ठहराने के लिए यह षडयंत्र रचा था।

सीबीआई ने तिरुवनंतपुरम में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में अपना यह आरोपपत्र दाखिल किया है। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में यह दावा किया कि पुलिस ने नारायणन और मालदीव की दो महिलाओं मरियम रशीदा और फौजिया हसन सहित पांच अन्य को जासूसी मामले में कथित रूप से फंसा दिया था। सीबीआई ने कहा कि केरल पुलिस के एक पूर्व विशेष शाखा अधिकारी ने इसकी साजिश रची थी। मालदीव की एक महिला को अवैध हिरासत में रखने को सही ठहराने के लिए यह केस गढ़ा गया था, क्योंकि उसने उसके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। 

सीबीआई ने कहा कि एसपी के पद से रिटायर्ड हुए तत्कालीन स्‍पेशल ब्रांच अधिकारी एस विजयन ने मालदीव की नागरिक मरियम रशीदा के यात्रा दस्तावेज और हवाई टिकट छीन लिए थे ताकि वो देश छोड़कर नहीं जा सके। महिला ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। एजेंसी ने आगे कहा कि विजयन को पता चला कि वह इसरो के वैज्ञानिक डी शशिकुमारन के संपर्क में थी और उसके आधार पर रशीदा और उसकी मालदीव की दोस्त फौजिया हसन पर निगरानी रखी गई।

सीबीआई ने कहा कि पुलिस ने महिलाओं के बारे में सहायक खुफिया ब्यूरो (SIB) को भी सूचित किया था, लेकिन विदेशी नागरिकों की जांच करने वाले आईबी अधिकारियों को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। सीबीआई ने कहा कि इसके बाद, रशीदा को विदेशी अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया, क्योंकि वह बिना वैध वीजा के देश में समय से अधिक समय तक रह रही थी। इस बारे में तिरुवनंतपुरम के तत्कालीन पुलिस आयुक्त और तत्कालीन एसआईबी उप निदेशक को जानकारी थी।

सीबीआई ने अपने आरोपपत्र में कहा कि जब रशीदा की विदेशी अधिनियम के तहत हिरासत की अवधि समाप्त होने वाली थी, तो विजयन द्वारा प्रस्तुत एक झूठी रिपोर्ट के आधार पर, उसे और हसन को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत एक मामले में फंसाया गया और उनकी हिरासत जासूसी मुद्दे की जांच के लिए गठित एसआईटी को सौंप दी गई। सीबीआई ने कहा कि इसके बाद एसआईटी ने नारायणन सहित चार इसरो वैज्ञानिकों को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने आरोपपत्र में कहा है कि उसकी जांच से पता चला है कि जासूसी का मामला “शुरुआती चरण से ही कानून का दुरुपयोग” था, जब मालदीव की नागरिक मरियम रशीदा को अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था और कथित तौर पर विजयन के प्रस्ताव को ठुकराने के लिए देश में अधिक समय तक रहने के लिए फंसाया गया था।

एयरोस्पेस इंजीनियर नंबी नारायणन ने भारत के कई रॉकेटों में इस्तेमाल किए जाने वाले विकास इंजन को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जासूसी के आरोपों के बाद, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें गंभीर शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी गईं। यह यातना 50 दिनों तक चली, जिसके दौरान उनकी प्रतिष्ठा और करियर को बहुत नुकसान पहुंचा।

Streetbuzznews

Jul 10 2024, 17:39

P K Sunil Kumar..The singer with the evergreen voice

P.K Sunil Kumar , a renowned Playback Singer and Stage Performer , has made a successful mark in the Malayalam and Tamil movie sectors for 35 years. Renowned for his distinct, heartfelt singing and flawless musical abilities, P.K Sunil Kumar has mesmerized crowds on over 3,000 platforms, within India and internationally, such as the Gulf nations.P.K Sunil Kumar started his music journey by learning Carnatic music from well-known musicians like Sri Malabar Sukumaran, Sri Kaduthuruthy Radhakrishnan, and Sri Palai C.K. Ramachandran. He is recognized as a top-tier artist of All India Radio and Doordarshan due to his extensive expertise and talent. During his professional journey, Sri P.K SunilKumar  has performed vocals for more than 40 movie soundtracks and over 250 music albums, showcasing a collection of over 2,000 songs.

Sunil 's musical contributions have received widespread recognition . He has been recognized with various esteemed accolades for his commitment to his art, such as the Devarajan Sangeetha Puraskaram, Kalyanji Anandji Award (2019), SPB Award (2020), M.S. Baburaj Yuva Pratibha Award, and the Cochin Haneefa Best Male Singer Award. He was recently recognized with the Lions International Music Award for his outstanding work in Malayalam cinema.

Sunil  has been fortunate enough to share the stage with some of the industry's most famous singers. He has worked with iconic musicians such as KJ Yesudas, Jayachandran, Brahmanandan, M.G. Sreekumar, S. Janaki, P. Susheela, P. Madhuri, B. Vasantha, Vani Jayaram, L.R. Eswari, Lathika, Ambili, K.S. Chithra, Sujatha, Manjari, Sadhana Sargam, Ranjini Jose, Vidhu Prathap, Anwar Sadath, and Shaan.

P.K Sunil Kumar, in addition to his singing abilities, has collaborated with numerous respected music composers like Dakshinamoorthy, Rajamani, M.K. Arjunan, Kannur Rajan, Rajesh Babu K. Sooranad, Harikumar Hareram, and Pootheri Raghukumar. Working with lyricists such as Sreekumaran Thampi, Kaithapram Damodaran Namboothiri, Gireesh Puthenchery, P.K. Gopi, Vayalar Sarath Chandra Varma, Prabhakaran Narukara, and Nishanth Kodamana have strengthened his position in the industry. Sunil Kumar  is famous for his outstanding live performances in addition to his renowned playback singing. He is recognized for his talent in providing  spontaneous musical performances, demonstrating his unique technique and precise  “Laya”, which enhances the charm of every song. Music enthusiasts from both India and other countries have gathered to witness his performances, establishing him as a dynamic performer.

He is the creator of "Voice of Calicut," a popular band in Kerala that has revived renowned singers from the golden era for live performances. His commitment to music and his captivating presence on stage have garnered him a strong following in the music industry. Sunil's exceptional skills have not only been acknowledged in the Malayalam film industry, but also in his outstanding projects "Zha'' and "Binary." He was awarded the prestigious Kerala Film Critics Award in 2021 for his outstanding singing skills on the song "Shariyeth Thottathu'' from the film "Perfume." This recognition solidifies Sri P.K SunilKumar 's standing as a talented and skilled artist, highlighting his diverse contributions to Malayalam cinema.

SunilKumar 's transformation from a budding artist to a renowned playback singer showcases his skill and commitment. His lasting influence on the Malayalam and Tamil film sectors, along with his steadfast dedication to musical excellence, continues to motivate and delight viewers globally.

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తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Jun 29 2024, 19:12

చూడటానికి సంప్రదాయనీ.. పనులు మాత్రం సుద్దపూసనీ తలపిస్తాయి

Kerala Crime News ఈ అమ్మాయి చూడటానికి సంప్రదాయనీలా ఉంటుంది. కానీ ఆమె చేసే పనులు సుద్దపూసనీ తలపిస్తుంటాయి. కానీ పోలీసులు సైతం ఖంగుతినేలా చేసింది. ఆమె ఏం చేసిందంటే..?

వ్యాపారం చేయడంలో ఈ అమ్మాయి ముందు ఎవరైనా దిగదుడుపే. విలాసవంతమైన జీవితం.. గోవా, బెంగళూరు ట్రిప్స్. ఎక్కడకు వెళ్లినా పెద్ద పెద్ద హోటల్స్‌లోనే బస. తనకు నచ్చినట్లు లైఫ్ లీడ్ చేస్తుంది. తాను చేసే బిజినెస్ డబ్బుతోనే ఎంజాయ్ చేస్తుంది. ఇక్కడ ఓ డౌట్ రావొచ్చు. బిజినెస్ చేస్తున్నదంటే.. అసలు తీరిక ఉండదు కదా అని.

మరీ ఇవన్నీ ఎలా మేనేజ్ చేసుకుంటుందని. ఆమె చేసే వ్యాపారం అలాంటి, ఇలాంటిది కాదు.. పోలీసులు సైతం ఖంగుతిన్నారు. ఇంతకు ఆ వ్యాపారం ఏంటనేగా.. మాదక ద్రవ్యాల సరఫరా. అవాక్కయ్యారు కదా. రెండు కోట్ల విలువైన డ్రగ్స్ స్వాధీనం కేసులో తాజాగా ఈ మహిళను అరెస్టు చేశారు. ఈమెది గాడ్స్ ఓన్ కంట్రీ అయిన కేరళ.

గత నెల 19న కేరళలోని పుయ్యింగడి ఎటక్కల్ ప్రాంతంలోని ఓ అద్దె ఇంట్లో డ్రగ్స్ వ్యాపారం జరుగుతోందన్న పక్కా సమాచారం అందుకున్న పోలీసులు.. తనిఖీలు నిర్వహించగా.. రెండు కోట్లకు పైగా విలువైన డ్రగ్స్ స్వాధీనం చేసుకున్నారు. అయితే పోలీసులు వస్తున్నారని తెలిసి ఇద్దరు వ్యక్తులు పరారయ్యారు. మొత్తం రూ. 2 కోట్ల విలువ చేసే డ్రగ్స్ స్వాధీనం చేసుకున్నారు. ఈ ఘటనపై దృష్టి సారించిన ప్రత్యేక దర్యాప్తు బృందం.. నిందితుల కోసం ముమ్మరంగా గాలింపు చర్యలు చేపట్టింది. నిలంబూరుకు చెందిన షైన్ షాజీని తొలుత అరెస్టు చేశారు. ఆ తర్వాత మరో నిందితుడు పెరువన్నముళికి చెందిన అల్బిన్ సెబాస్టియన్‌ను అరెస్టు చేసి కుమిలిలో రిమాండ్‌కు తరలించారు.

నిందితుల్ని విచారించగా.. విస్తుపోయే విషయాలు వెలుగుచూశాయి. వీరే కాదూ.. వీటి వెనుక మరో కిలాడీ లేడీ ఉందని గుర్తించారు. అయితే అసలైన స్మగ్లర్‌గా జుమీ అని నిర్దారించారు. షైన్ షాజీ డ్రగ్స్ కొరియర్ చేసేందుకు ఆమెనే వినియోగించే వాడని విచారణలో తేలింది. బెంగళూరు నుండి టూరిస్టు బస్సుల ద్వారా ఆమెతో డ్రగ్స్ రవాణా చేయించేవాడు. పోలీసులకు నిందితులు పట్టుబడటంతో ఆమె కూడా బెంగళూరులో తలదాచుకుంది. ఆమెను కూడా పోలీసులు బెంగళూరులో అరెస్టు చేశారు. మద్యానికి బానిసైన జుమీ.. డ్రగ్స్ కొరియర్ చేయడం ద్వారా వచ్చే ఆదాయంతో విలాసవంతమైన జీవనాన్ని గడిపేది. తరచుగా గోవా, బెంగళూరు టాప్ హోటల్లోనే బస చేసేది. ఈ కేసులో మొత్తం ముగుర్ని పోలీసులు అరెస్టు చేశారు. డ్రగ్ కేసులో మరెవరైనా ఉన్నారేమోనన్న కోణంలో దర్యాప్తు కొనసాగుతుంది.

India

Sep 03 2024, 18:56

आरएसएस ने केरल में ही क्यों की वार्षिक समन्वय बैठक, क्या है सियासी मायने?*
#rss_meeting_in_kerala_why 2024 लोकसभा चुनावों के बाद बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की समन्वय बैठक केरल में हुई। 31 जुलाई से 2 अगस्त के बीच ये बैठक लोकसभा चुनावों के बाद हुई और इस बैठक के बाद देश के तीन बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे। इनमें महाराष्ट्र के साथ हरियाणा और झारखंड भी शामिल हैं। ऐसे में बैठक के काफी अहम माना जा रहा है। दरअशल, लोकसभा चुनाव में इस बार पहली बार केरल के त्रिशूर सीट पर बीजेपी को जीत मिली है। वहीं पार्टी तिरुवनंतपुर सीट पर दूसरे नंबर पर रही। यही नहीं बीजेपी को केरल में विधानसभा की 11 सीटों पर बढ़त मिली है। ये संघ द्वारा तैयार किए गए पिच पर ही लड़ने का परिणाम है। ऐसे में अब भाजपा को कर्नाटक के बाद केरल ही दक्षिण का गेटवे नजर आ रहा है और शायद इसी से उत्साहित होकर आरएसएस ने भी अपनी समन्वय बैठक यहीं बुलाने का लक्ष्य रखा। भाजपा का थिंक टैंक कहलाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वार्षिक समन्वय बैठक के आयोजन स्थल को लेकर हर किसी ने हैरानी जताई। केरल को वामपंथी दलों के वर्चस्व के कारण हिंदुत्व विरोधी धारा वाला राज्य माना जाता है। भाजपा लगातार वहां अपनी सियासी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, जिसमें उसे धीरे-धीरे सफलता भी मिल रही है। ऐसे में वहां संघ की राष्ट्रीय बैठक के आयोजन को आम जनता के बीच नेटवर्क बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। केरल में भाजपा लगातार अपनी जड़ें मजबूत करने की कोशिश कर रही है। हिंदुत्व विरोधी विचारधारा वाला राज्य कहलाने वाले केरल में भाजपा खुद को हिंदुओं की आवाज बनाने की जुगत में है। इसमें आरएसएस का पूरा साथ मिल रहा है। इसी तस्दीक कर रहे हैं संघ की ओर से जारी आंकड़े। इसी साल मार्च में आरएसएस ने शाखाओं का डेटा जारी किया था। इसके मुताबिक दक्षिण के राज्य केरल में आरएसएस की 5142 शाखाएं चल रही हैं। देशभर में संघ की करीब 60 हजार शाखाएं चल रही हैं। यानी शाखाओं की कुल हिस्सेदारी में केरल की हिस्सेदारी करीब 9 प्रतिशत है। कम आबादी होने के बावजूद शाखाओं की तेजी से बढ़ती संख्या ने संघ का ध्यान केरल की तरफ खिंचा है। हाल ही में संघ ने शाखाओं की संख्या बढ़ने की वजह से केरल को उत्तर और दक्षिण विभागों में विभाजित किया था। जानकारों के मुताबिक संघ विभाजन का काम तब करती है, जब उसे लगता है कि राज्य में उसने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है। केरल में संघ ने अगले साल तक 8000 शाखा लगाने का लक्ष्य रखा है। *केरल में पहली बार खिला “कमल”* संघ की बनाई हुई जमीन पर बीजेपी धीरे-धीरे फसलें भी उगाने में लगी हुई है। हालिया लोकसभा में केरल में बीजेपी का खाता खुला है। पार्टी को त्रिशूर सीट पर जीत मिली है। वहीं पार्टी तिरुवनंतपुर सीट पर दूसरे नंबर पर रही। लोकसभा चुनाव के आंकड़ों को देखा जाए तो बीजेपी को केरल में विधानसभा की 11 सीटों पर बढ़त मिली है। जिन 11 सीटों पर पार्टी को बढ़त मिली है, उनमें त्रिशूर की 6, अतिंगल की दो और तिरुवनंतपुर की 3 सीटें शामिल हैं। इसके अलावा बीजेपी 9 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही है। इनमें तिरुवनंतपुरम की 3,अतिंगल की 1, अलप्पुझा की 2, पालक्कड की 1 और कासरागोद की 2 सीटें शामिल हैं। *वेट प्रतिशत में बढ़ोतरी* चुनाव आयोग के मुताबिक केरल में बीजेपी को हालिया लोकसभा चुनाव में 19.24 प्रतशित वोट मिले हैं। 2019 के मुकाबले यह 3 प्रतिशत से ज्यादा है। 2019 में बीजेपी को केरल में 15.64 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं 2021 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 12.41 प्रतिशत वोट मिले थे। यानी की इस बार वोट प्रतिशत ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। लेफ्ट और कांग्रेस के इस गढ़ में बीजेपी के इस प्रदर्शन से संघ भी उत्साहित है। *देश के दक्षिणी हिस्से में बीजेपी का सियासी दर्जा बढ़ाने की संभावना* भाजपा लगातार खुद को असली राष्ट्रीय पार्टी साबित करने की कवायद में जुटी है। इसके लिए दक्षिण भारतीय राज्यों में उसकी अहम मौजूदगी जरूरी है, जहां कर्नाटक को छोड़कर बाकी राज्यों में वह अब तक दोयम दर्जे की ही साबित हुई है। हालांकि लगातार कोशिश के चलते उसे तेलंगाना में दूसरे नंबर की पार्टी बनने में सफलता मिली है, जबकि तमिलनाडु में भी उसका वोट प्रतिशत पहले के मुकाबले बढ़ा है। इस बार लोकसभा चुनावों में भाजपा सीटें जीतने में भले ही सफल नहीं हुई, लेकिन वह तमिलनाडु में अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्शाने में सफल रही है। यही हाल आंध्र प्रदेश का भी रहा है। ऐसे में संघ की दक्षिण भारतीय राज्य में वार्षिक बैठक से भाजपा को देश के उस हिस्से में सियासी दर्जा बढ़ाने में मदद मिलने की संभावना आंकी जा रही है।

India

Aug 31 2024, 11:02

केरल के आज से आरएसएस की सालाना समन्वय बैठक, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीएल संतोष होंगे शामिल
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* केरल के पलक्कड़ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की 3 दिवसीय बैठक शनिवार यानी 31 अगस्त से शुरू हो रही है। इस मीटिंग में आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत, सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले समेत सभी सह सरकार्यवाह मौजूद रहेंगे। साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष भी मौजूद रहेंगे। वहीं, इस बैठक से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुलाकात हुई है। इस मुलाकात के दौरान सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी मौजूद थे। जेपी नड्डा के संघ पर दिए विवादित बयान के बाद ये पहली मुलाकात सरसंघचालक मोहन भागवत से हुई है। आरएसएस की यह बैठक 31 अगस्त से 2 सितंबर तक होगी। इसमें आरएसएस से प्रेरित करीब 32 संगठनों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे, जिनके करीब 320 कार्यकर्ता शामिल होंगे। संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक, यह आरएसएस की कार्यकारी बैठक नहीं है, बल्कि उससे जुड़े विभिन्न संगठनों की बैठक है। इस बैठक में आरएसएस से प्रेरित संगठनों के कार्यकर्ता अपने-अपने काम की जानकारी साझा करेंगे और अनुभवों का आदान-प्रदान करेंगे। मीडिटा रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मीटिंग में लोकसभा चुनाव के नतीजे और बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति को लेकर भी चर्चा हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरएसएस की इस समन्वय बैठक में आरएसएस के शताब्दी वर्ष को लेकर चल रही तैयारियों पर भी चर्चा होगी। आरएसएस की स्थापना 1925 में हुई थी। सितंबर 2025 से सितंबर 2026 तक आरएसएस 100 साल होने पर कई कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा इस बैठक में पर्यावरण संरक्षण, पारिवारिक संबंधों को मजबूत करना जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा संघ के सभी 32 सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि अपने-अपने संगठनों की वर्किंग को लेकर रिपोर्टिंग भी करेंगे।