India

Apr 17 2024, 14:09

असम में पीएम मोदी ने भरी हुंकार, 4 जून 400 पार का दिया नारा

#pm_narendra_modi_assam_rally

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज असम के नलबाड़ी में एक जनसभा को संबोधित किया।असम के नलबाड़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने नार्थ ईस्ट में विकास और शांति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज यह प्रदेश मोदी की गारंटी का गवाह बन गया है। पीएम ने कहा कि जिस नार्थ ईस्ट को कांग्रेस ने सिर्फ समस्याएं दी थी, आज उस नार्थ ईस्ट को हमारी सरकार ने संभावनाओं का नया द्वार बना दिया है। वहीं, पीएम मोदी ने यहां से 4 जून 400 पार का नारा दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि आज रामनवमी का ऐतिहासिक अवसर है। 500 वर्षों के इंतजार खत्म हुआ है। भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। आज प्रभु राम का सूर्य तिलक हुआ है और अयोध्या की पवित्र नगरी में जन्मोत्सव प्रारंभ हुआ है। पीएम मोदी के कहा कि आज पूरे देश में एक नया माहौल है और भगवान राम का यह जन्मदिन 500 साल बाद आया है, जब उन्हें अपना जन्मदिन अपने घर में मनाने का सौभाग्य मिला है।

पीएम ने आगे कहा कि भाजपा वो पार्टी है, जो सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर चलती है। एनडीए सरकार की योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं होता, उनका लाभ हर किसी को मिलता है। अब एनडीए ने ठाना है कि देश के हर नागरिक तक पहुंचकर, जिस सुविधा का वो पात्र है, वो सुविधा उसे दी जाएगी।इसलिए लोग कहते हैं – 4 जून, 400 पार! फिर एक बार मोदी सरकार।

पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी ने गारंटी दी है कि 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। मोदी बिना किसी भेदभाव के उनके इलाज का ख्याल रखेंगे। उन्होंने आगे कहा कि आज पूरे देश में मोदी की गारंटी चल रही है। नार्थ ईस्ट तो खुद ही मोदी की गारंटी का गवाह है। जिस नार्थ ईस्ट को कांग्रेस ने सिर्फ समस्याएं दी थी, उस नार्थ ईस्ट को बीजेपी ने सम्भावनाओं का स्रोत बना दिया है।

WestBengalBangla

Apr 14 2024, 09:25

Handed over the I-League champion trophy to the  Mohammedan Sporting Club players
*Sports News*


Khabar kolkata: The team had already won the I-League champion. The authorities arranged the final match of the I-League against Delhi FC at the Vivekananda Yuvabharati Stadium in Kolkata to allow more fans to watch the game. But Mohammedan did not win the I-League Last match among 30 thousand fans. Andrey Chernyshov's men lost 1-3 at home to Delhi FC.
Delhi took the lead early in the game. Alisher Kholmurodov scored from Pape Gassama's corner in the first seven minutes.However, despite not winning the match on this day, the excitement of Mohammedan was as good as watching. The fans continued to shout after the match. Federation president Kalyan Choubey handed over the trophy to the players on the field. P ic : Sanjay Hazra ( khabar kolkata).

India

Mar 12 2024, 11:10

देश में सीएए लागू होते ही विरोध शुरू, असम में 30 से ज्यादा संगठनों का प्रदर्शन

#reparation_for_a_big_movement_against_caa_in_assam 

देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम ‎‎(सीएए) सोमवार से लागू हो गया है। एक दिन पहले यानी 11 मार्च को ही केंद्र की मोदी सरकार ने इसे लागू करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया। ‎‎2019 में जब इसका कानून संसद में‎ पारित हुआ था, तब देश में कई जगह ‎‎विरोध हुआ था। गुवाहाटी में ऑल‎ असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के‎ बैनर तले लोग सड़कों पर उतरे थे और हिंसा भड़की थी। इसके बाद सीएए का ‎‎मामला थम गया था। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले 4 साल बाद कानून लागू कर दिया गया है। सीएए लागू होने के बाद देशभर से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। बीजेपी और उससे जुड़े संगठन इसे ऐतिहासिक फैसला बता रहे हैं तो वहीं विपक्षी पार्टियों ने इस कानून के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी है।

इधर, असम में सीएए के खिलाफ जमकर विरोध हो रहा है। प्रदेश में केंद्र सरकार की खूब आलोचना हो रही है। अखिल असम छात्र संघ (आसू) और 30 स्वदेशी संगठनों ने सोमवार को गुवाहाटी, बारपेटा, लखीमपुर, नलबाड़ी, डिब्रूगढ़ और तेजपुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में सीएए कानून की प्रतियां जलाई। इसके अलावा असम में 16 दलों के संयुक्त विपक्ष (यूओएफए) ने चरणबद्ध आंदोलन के तहत मंगलवार को राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की है।

बीते दिनों जब गृह ‎‎मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव से ‎‎पहले सीएए लागू करने का बयान दिया, ‎‎उसके बाद आसू ने विरोध की तैयारी‎ शुरू कर दी थी। इस बार 30‎ जनजातीय संगठन और 16 दलों का ‎‎विपक्षी मंच विरोध में उतरा है। एक दिन ‎‎पहले आसू ने राज्य में 12 घंटे की भूख ‎‎हड़ताल भी की थी। अब मंगलवार से‎ राज्य में इनके प्रदर्शन शुरू हो जाएंगे।‎

असम पुलिस सूत्रों के मुताबिक ‎विरोध रोकने के लिए गुवाहाटी में ‎‎जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। ‎कई थाना क्षेत्रों के खाली परिसरों में ‎‎अस्थाई जेलें बनाई जा रही हैं।‎

वहीं, सीएए लागू होने के बाद दिल्ली के कई हिस्सों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अर्धसैनिक बलों के जवानों ने उत्तरपूर्वी हिस्सों, शाहीन बाग, जामिया नगर और अन्य संवेदनशील इलाकों में रात्रि गश्त और फ्लैग मार्च किया है। बता दें कि जब 11 दिसंबर 2019 को संसद में सीएए बिल पारित किया गया था, तब दिल्ली सहित पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसमें 2019-2020 में महीनों तक सीएए विरोधी विरोध प्रदर्शन हुए, जामिया मिलिया इस्लामिया और शाहीन बाग इस आंदोलन का केंद्र था। 2020 की शुरुआत में इस मुद्दे पर शहर के पूर्वोत्तर हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे हुए थे, जिसमें 53 लोग मारे गए और 500 से अधिक घायल हो गए थे।

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Feb 26 2024, 15:57

जब तक मैं ज़िंदा हूं, बाल विवाह नहीं होने दूंगा', असम विधानसभा में विपक्ष पर बरसे सीएम सरमा

#assam_cm_sarma_says_as_long_as_i_am_alive_i_will_not_allow_child_marriage 

असम की हिमंता सरकार ने हाल ही में मैरिज एक्ट पर बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में मुस्लिम मैरिज एंड डाइवोर्स एक्ट 1935 को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया था। जिसके बाद सीएम सरमा लगातार विपक्ष के निशान पर थे। इसी बीच मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा असम विधानसभा में विपक्षियों पर भड़क गए। विधानसभा में ‘मुस्लिम मैरिज एंड डाइवोर्स एक्ट 1935’ के खत्म किए जाने पर सवाल उठा रही कांग्रेस के नेताओं को उन्होंने जमकर खरी-खोटी सुनाई।उन्होंने सदन में दो टूक कहा, ‘जब तक मैं जिंदा हूं, असम में छोटी बच्चियों का विवाह नहीं होने दूंगा।

असम सरकार की ओर से मुस्लिम विवाह कानून को निरस्त किए जाने के बाद कांग्रेस और एआईयूडीएफ जैसी विपक्षी पार्टियों ने भाजपा पर निशाना साधा है। इसका जवाब सोमवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने विधानसभा में दिया। बाल विवाह के मुद्दे पर हो रही चर्चा के दौरान गुस्से में आते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने चुनौती दे डाली। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जब तक वह जिंदा हैं, असम में बाल विवाह नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि मैं आपको राजनीतिक चुनौती देता हूं कि मैं इस दुकान को 2026 से पहले बंद कर दूंगा।

इस बयान के वीडियो को सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, कांग्रेस के लोग सुन लें, जब तक मैं, हिमंता बिस्वा सरमा ज़िंदा हूं, तब तक असम में छोटी बच्चियों का विवाह नहीं होने दूंगा। आप लोगों ने मुस्लिम समुदाय की बेटियों को बर्बाद करने की जो दुकान खोली है, उन्हें पूरी तरह से बंद किए बिना हम चैन से नहीं बैठेंगे।

बता दें कि दो दिन पहले ही असम सरकार ने राज्य में बाल विवाह पर रोक के लिए मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून, 1935 खत्म कर दिया। इसे लेकर शुक्रवार देर रात हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया था। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा था कि '23 फरवरी को असम कैबिनेट ने एक अहम फैसला लेते हुए वर्षों पुराने असम मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून को वापस ले लिया गया है। इस कानून में ऐसे प्रावधान थे कि अगर दूल्हा और दुल्हन शादी की कानूनी उम्र यानी लड़कियों के लिए 18 साल और लड़कों के लिए 21 साल के नहीं हुए हैं, तो भी शादी को पंजीकृत कर दिया जाता था। यह असम में बाल विवाह रोकने की दिशा में अहम कदम है।'

बता दें कि असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने 15 अगस्त 2023 को ऐलान किया था कि वह राज्य में होने वाले बाल विवाह को 2026 तक खत्म कर देंगे। बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार ने 2023 में विशेष अभियान चलाकर हजारों लोगों को गिरफ्तार किया था। अब मुस्लिम विवाह कानून भी खत्म कर दिया गया है, जिसके तहत कम उम्र के लड़कों और लड़कियों की शादी भी करवाई जा सकती थी।

India

Feb 24 2024, 11:03

असम सरकार का बड़ा फैसला, राज्य में मुस्लिम मैरिज एंड डिवोर्स एक्ट खत्म

#assam_muslim_marriage_act_dismissed

असम सरकार ने यूनिफार्म सिविल कोड (यूसीसी) की ओर पहला कदम बढ़ाया है। इस मुहिम में हिमंता सरकार ने मुस्लिम मैरिज और डिवोर्स एक्ट 1935 को खत्म करने का फैसला लिया है।असम कैबिनेट ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम 1935 को रद्द कर दिया। यह निर्णय शुक्रवार रात मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान लिया गया।बता दें कि हाल ही में उत्तराखंड में यूसीसी को लागू किया गया है और यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है।

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि '23 फरवरी को असम कैबिनेट ने एक अहम फैसला लेते हुए वर्षों पुराने असम मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून को वापस ले लिया गया है। इस कानून में ऐसे प्रावधान थे कि अगर दूल्हा और दुल्हन शादी की कानूनी उम्र यानी लड़कियों के लिए 18 साल और लड़कों के लिए 21 साल के नहीं हुए हैं, तो भी शादी को पंजीकृत कर दिया जाता था। यह असम में बाल विवाह रोकने की दिशा में अहम कदम है।'

असम सरकार ने बताया कि मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून खत्म होने के बाद मुस्लिमों की शादी का पंजीकरण भी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत जिला आयुक्त और जिला रजिस्ट्रार कर सकेंगे, जो कि पहले 94 मुस्लिम विवाह रजिस्ट्रार करते थे। सरकार ने एलान किया है कि मुस्लिम विवाह का पंजीकरण करने वाले रजिस्ट्रार्स को हटाया जाएगा और उन्हें एकमुश्त दो-दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। असम सरकार ने कानून हटाने के पीछे तर्क दिया है कि ये कानून अंग्रेजी शासनकाल के दौर के हैं।

इस एक्ट के खत्म होते ही मुस्लिम मैरिज एंड डिवोर्ट एक्ट के तहत काम कर रहे 94 मुस्लिम रजिस्ट्रार भी हटा दिए गए हैं। उन सभी को अब दो लाख रुपये एकमुश्त मुआवजे के साथ देकर उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया जाएगा। मंत्री मल्लबारुआ ने ये भी कहा, इस फैसले के पीछे मुख्य उद्देश्य समान नागरिक संहिता की ओर बढ़ना है और ये अधिनियम, जो अंग्रेजों के जमाने से चला आ रहा है। ये आज अप्रसांगिक हो गया है. इस एक्ट के तहत कई कम उम्र के विवाह होते हैं। यह बाल विवाह को खत्म करने की दिशा में भी एक कदम है, जिसमें 21 साल से कम उम्र के पुरुषों और 18 साल से कम उम्र की महिलाओं की शादी होती है।

बता दें कि हाल ही में आजाद भारत में समान नागरिक संहिता पर कानून पारित करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बना है। इसके कुछ ही दिन के बाद असम ने भी इसी तरह के कानून की दिशा में अपना पहला कदम बढ़ाया है और मुस्लिम विवाह और तलाक अधिनियम को रद्द करने का फैसला किया है।

narsingh481

Feb 22 2024, 18:17

भाजपा के साथ नूरा कुश्ती लड़ रहे कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलःविश्वात्मा
लखनऊ । कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाने की ईमानदार कोशिश करना ही नहीं चाहते। मुसलमानो के प्रति नीति के सवाल को छोड़ दिया जाए तो बाकी मामलों में भाजपा और विपक्षी दल एक ही राह के पथिक है।
उक्त बातें विश्व परिवर्तन मिशन के संस्थापक अध्यक्ष और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक विश्वात्मा ने मंगलदेई के डिस्ट्रिक्ट लाइब्रेरी सभागार में कल से चल रहे चार दिवसीय पुनर्जागरण शिविर के दौरान व्याख्यान देते हुए कहा।

उन्होंने कहा कि किसानों, बेरोजगारों और गरीबों को सब्जबाग दिखाकर उनको धोखा देना, भाजपा और विपक्ष- दोनों की नीति है। असली समस्याओं को उठाकर उनका नकली समाधान परोसना सत्ता और विपक्ष दोनों की रणनीति है, इसीलिए देश की जनता विपक्ष की बजाय प्रचार की प्रचंड शक्ति से लैश भाजपा का साथ खड़े रहना पसंद कर रही है।
राजनीतिक आर्थिक सुधारो पर दर्जन पुस्तकों के लेखक विश्वात्मा ने कहा कि लोगों को साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल भाजपा के साथ नूरा कुश्ती लड़ रहे हैं। विपक्षी दल देश के वोटरों को वोटरशिप अधिकार देने के लिए बनी संसद की गोयल कमेटी की सिफारिशों को लागू नहीं करना चाहते। इसके बावजूद भाजपा को इस बात के लिए कोस रहे हैं कि भाजपा देश का सारा धन मुट्ठीभर खरबपतियों के घर में जमा कर रही है। यदि भाजपा आर्थिक विषमता की खाई लगातार चौड़ी कर रही है तो विपक्षी दल भी नहीं चाहते कि उस खाई को छोटा करने के लिए वोटरशिप अधिकार के लिए कानून बने।

उन्होंने कहा कि भाजपा की तरह विपक्ष भी इस सच्चाई पर पर्दा डालने में लगा है कि गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, पर्यावरण, आतंकवाद, आर्थिक विषमता, निर्यात की जरूरतों और बहुदलीय लोकतंत्र से पैदा होने वाली विविध समस्याएं वास्तव में विश्व स्तरीय समस्याएं हैं। इन समस्याओं का समाधान भी वैश्विक होगा। इन समस्याओं के समाधान के लिए देश के लोगों को अंतर्राष्ट्रीय और वैश्विक अधिकार दिलाना आवश्यक है। श्री विश्वात्मा ने कहा कि ‌इन विषयों पर सत्ताधारी भाजपा भी चुप रहती है और उसको हटाने की मंसा रखने वाले विपक्षी दल भी चुप रहते हैं, इसलिए देश की जनता यह नहीं चाहती कि वह एक सामाजिक और आर्थिक जुल्मी सत्ता को हटाकर दूसरी जुल्मी सत्ता के सिंहासन पर बैठाए। वोटरशिप अधिकार पर अपने व्याख्यान में विश्वात्मा ने कहा कि देश गंभीर संकट में फंस गया है। परंपरागत राजनीतिक दलों और परंपरागत विचारधाराओं से अब देश को संकट से उबारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि अब देश को बचाना नेताओं के वश की बात नहीं है। देश को बचाने के लिए समाज के पुनर्जागरण की जरूरत है। इस काम में विश्व परिवर्तन मिशन और उससे जुड़े हुए संगठन रातों दिन काम कर रहे हैं। यह शिविर 24 फरवरी तक चलेगा।

WestBengalBangla

Jan 28 2024, 14:22

*Bengal, the first win of the season in Ranji Trophy*

Sports News

Kolkata: Last time finalist in Ranji Trophy, Bengal. The wait for the trophy was short lived last season. And this time was waiting for the first victory. Bengal got only five points from the first three matches. Finally the first win of the season. Seven points with bonus. Bengal defeated Assam by an innings and 162 runs. In order to be in the race for the knockouts, the same performance must be done in the remaining matches.

Photo courtesy by:CAB

WestBengalBangla

Jan 27 2024, 18:02

*Bengal is dreaming of 'first' victory under the light of Suraj*

Sports News

Khabar kolkata: Will the first win of the season come? Bengal is in that hope. Bengal got only 5 points in the first three matches in the Ranji Trophy this time. The last match was at home against Chhattisgarh. Both teams scored only 1 point as two innings did not end. Bengal, however, had a chance of at least three points. 83 overs were played on the last day even though a lot of time was wasted in bad light. Bengal needed 8 wickets. The bowlers could not. Those bowlers are showing the dream of winning in Assam.Bengal scored a huge score of 405 runs in the first innings against Assam. Captain Manoj Tiwari scored a century after the mistake. The captain's 30th century in his first-class career. Then he was out. Abhishek Podel, the keeper batsman, returned to zero on this day. Lower order gave great confidence to Bengal. Karan Lal scored 52 runs. Suraj Sindhu Jaiswal is the biggest achievement of Bengal. He proved once again how good his bat hand is in this match. Suraj played an innings of 52 runs.Two half-centuries in the lower order put Bengal in the driver's seat.

Photo courtesy by : CAB

India

Jan 22 2024, 11:19

राहुल गांधी को असम में मंदिर जाने से रोका गया, विरोध में धरने पर बैठे, बोले- आज सिर्फ एक व्यक्ति मंदिर जा सकता है

#rahul_gandhi_was_stopped_from_going_to_temple_in_assam

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नौवें दिन सोमवार को राहुल गांधी असम के नगांव पहुंचे। वे यहां बोर्दोवा थान में संत श्री शंकरदेव के जन्मस्थल पर दर्शन करने आए थे, लेकिन उन्हें एंट्री नहीं दी गई। मंदिर में जाने से रोके जाने के बाद राहुल गांधी धरने पर बैठ गए। उनके साथ कांग्रेस के अन्य नेता और समर्थक धरने पर बैठ गए हैं।

कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याया यात्रा इस वक्त असम से गुजर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी असम के वैष्णव विद्वान श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान पर पूजा-अर्चना करने के लिए जाने वाले थे, लेकिन जैसे ही वे वहां पहुंचे उन्हें मंदिर जाने से रोक दिया गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

इस घटना के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, हम मंदिर में जाने की कोशिश कर रहे हैं। हमें बुलाया गया था और अब हमें जाने नहीं दिया जा रहा है। हम कुछ भी जबरदस्ती नहीं करेंगे, हम यहां अपनी यात्रा करने आए हैं, हम तो उसने कारण जानना चाह रहे हैं। राहुल गांधी ने ये भी कहा- लगता है आज सिर्फ़ एक ही व्यक्ति (पीएम नरेंद्र मोदी) मंदिर जा सकता है।

क्या पीएम तय करेंगे कि मंदिर में कौन जाएगा-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने मंदिर में जाने से रोके जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों से पूछा कि क्या अब यह प्रधानमंत्री मोदी तय करेंगे कि मंदिर में कौन जाएगा? हम कोई समस्या पैदा नहीं करना चाहते, केवल मंदिर में पूजा करना चाहते हैं।

सबकुछ राज्य सरकार के दबाव में हो रहा-जयराम रमेश

वहीं, कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश ने कहा है कि ये सबकुछ राज्य सरकार के दबाव में हो रहा है। रमेश के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के दो विधायकों ने मंदिर के मेनेजमेंट से समय लिया था, मंदिर प्रबंधकों को भी कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन अब राज्य सरकार के दबाव के बाद ये सबकुछ किया जा रहा है। जयराम रमेश ने कहा है कि पहले हमें सुबह सात बजे आने को कहा गया था पर अब कहा जा रहा है कि हम शाम तीन बजे तक मंदिर में नहीं जा सकते।

India

Jan 03 2024, 10:27

असम में सुबह-सुबह भीषण सड़क हादसा, बस-ट्रक की टक्कर में 12 की मौत, 30 घायल

#road_accident_in_assam_12_killed 

असम के गोलाघाट जिले में बुधवार की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। यात्री बस और ट्रक की भीषण टक्कर में कम सेकम 12 लोगों की मौत हो गई है।घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची है। बस में फंसे हुए लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से निकलकर स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया गया है। इनमें कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस का कहना है कि बस में बैठे लोग पिकनिक पार्टी के लिए अठखेलिया से बलिजान की तरफ जा रहे थे। रास्ते में ही यह बस एक ट्रक से टकरा गई। पुलिस ने बताया कि बस 45 यात्रियों को लेकर करीब 3 बजे पिकनिक के लिए निकली थी।रास्ते में ही कोयले से लदे ट्रक से उसकी टक्कर हो गई।

बताया जा रहा है कि कोयले से लदा ट्रक मार्गेरिटा से आ रहा था। तभी दोनों की जोरदार भिड़ंत हो गई। पुलिस ने बताया इस हादसे में 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। शवों को पोस्टमोर्टम के लिए भेज दिया गया है। सभी घायलों को जोरहट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सभी घायलों की हालत खराब बताई जा रही है।

India

Apr 17 2024, 14:09

असम में पीएम मोदी ने भरी हुंकार, 4 जून 400 पार का दिया नारा

#pm_narendra_modi_assam_rally

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज असम के नलबाड़ी में एक जनसभा को संबोधित किया।असम के नलबाड़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने नार्थ ईस्ट में विकास और शांति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज यह प्रदेश मोदी की गारंटी का गवाह बन गया है। पीएम ने कहा कि जिस नार्थ ईस्ट को कांग्रेस ने सिर्फ समस्याएं दी थी, आज उस नार्थ ईस्ट को हमारी सरकार ने संभावनाओं का नया द्वार बना दिया है। वहीं, पीएम मोदी ने यहां से 4 जून 400 पार का नारा दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि आज रामनवमी का ऐतिहासिक अवसर है। 500 वर्षों के इंतजार खत्म हुआ है। भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। आज प्रभु राम का सूर्य तिलक हुआ है और अयोध्या की पवित्र नगरी में जन्मोत्सव प्रारंभ हुआ है। पीएम मोदी के कहा कि आज पूरे देश में एक नया माहौल है और भगवान राम का यह जन्मदिन 500 साल बाद आया है, जब उन्हें अपना जन्मदिन अपने घर में मनाने का सौभाग्य मिला है।

पीएम ने आगे कहा कि भाजपा वो पार्टी है, जो सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर चलती है। एनडीए सरकार की योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं होता, उनका लाभ हर किसी को मिलता है। अब एनडीए ने ठाना है कि देश के हर नागरिक तक पहुंचकर, जिस सुविधा का वो पात्र है, वो सुविधा उसे दी जाएगी।इसलिए लोग कहते हैं – 4 जून, 400 पार! फिर एक बार मोदी सरकार।

पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी ने गारंटी दी है कि 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। मोदी बिना किसी भेदभाव के उनके इलाज का ख्याल रखेंगे। उन्होंने आगे कहा कि आज पूरे देश में मोदी की गारंटी चल रही है। नार्थ ईस्ट तो खुद ही मोदी की गारंटी का गवाह है। जिस नार्थ ईस्ट को कांग्रेस ने सिर्फ समस्याएं दी थी, उस नार्थ ईस्ट को बीजेपी ने सम्भावनाओं का स्रोत बना दिया है।

WestBengalBangla

Apr 14 2024, 09:25

Handed over the I-League champion trophy to the  Mohammedan Sporting Club players
*Sports News*


Khabar kolkata: The team had already won the I-League champion. The authorities arranged the final match of the I-League against Delhi FC at the Vivekananda Yuvabharati Stadium in Kolkata to allow more fans to watch the game. But Mohammedan did not win the I-League Last match among 30 thousand fans. Andrey Chernyshov's men lost 1-3 at home to Delhi FC.
Delhi took the lead early in the game. Alisher Kholmurodov scored from Pape Gassama's corner in the first seven minutes.However, despite not winning the match on this day, the excitement of Mohammedan was as good as watching. The fans continued to shout after the match. Federation president Kalyan Choubey handed over the trophy to the players on the field. P ic : Sanjay Hazra ( khabar kolkata).

India

Mar 12 2024, 11:10

देश में सीएए लागू होते ही विरोध शुरू, असम में 30 से ज्यादा संगठनों का प्रदर्शन

#reparation_for_a_big_movement_against_caa_in_assam 

देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम ‎‎(सीएए) सोमवार से लागू हो गया है। एक दिन पहले यानी 11 मार्च को ही केंद्र की मोदी सरकार ने इसे लागू करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया। ‎‎2019 में जब इसका कानून संसद में‎ पारित हुआ था, तब देश में कई जगह ‎‎विरोध हुआ था। गुवाहाटी में ऑल‎ असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के‎ बैनर तले लोग सड़कों पर उतरे थे और हिंसा भड़की थी। इसके बाद सीएए का ‎‎मामला थम गया था। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले 4 साल बाद कानून लागू कर दिया गया है। सीएए लागू होने के बाद देशभर से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। बीजेपी और उससे जुड़े संगठन इसे ऐतिहासिक फैसला बता रहे हैं तो वहीं विपक्षी पार्टियों ने इस कानून के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी है।

इधर, असम में सीएए के खिलाफ जमकर विरोध हो रहा है। प्रदेश में केंद्र सरकार की खूब आलोचना हो रही है। अखिल असम छात्र संघ (आसू) और 30 स्वदेशी संगठनों ने सोमवार को गुवाहाटी, बारपेटा, लखीमपुर, नलबाड़ी, डिब्रूगढ़ और तेजपुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में सीएए कानून की प्रतियां जलाई। इसके अलावा असम में 16 दलों के संयुक्त विपक्ष (यूओएफए) ने चरणबद्ध आंदोलन के तहत मंगलवार को राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की है।

बीते दिनों जब गृह ‎‎मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव से ‎‎पहले सीएए लागू करने का बयान दिया, ‎‎उसके बाद आसू ने विरोध की तैयारी‎ शुरू कर दी थी। इस बार 30‎ जनजातीय संगठन और 16 दलों का ‎‎विपक्षी मंच विरोध में उतरा है। एक दिन ‎‎पहले आसू ने राज्य में 12 घंटे की भूख ‎‎हड़ताल भी की थी। अब मंगलवार से‎ राज्य में इनके प्रदर्शन शुरू हो जाएंगे।‎

असम पुलिस सूत्रों के मुताबिक ‎विरोध रोकने के लिए गुवाहाटी में ‎‎जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। ‎कई थाना क्षेत्रों के खाली परिसरों में ‎‎अस्थाई जेलें बनाई जा रही हैं।‎

वहीं, सीएए लागू होने के बाद दिल्ली के कई हिस्सों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अर्धसैनिक बलों के जवानों ने उत्तरपूर्वी हिस्सों, शाहीन बाग, जामिया नगर और अन्य संवेदनशील इलाकों में रात्रि गश्त और फ्लैग मार्च किया है। बता दें कि जब 11 दिसंबर 2019 को संसद में सीएए बिल पारित किया गया था, तब दिल्ली सहित पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसमें 2019-2020 में महीनों तक सीएए विरोधी विरोध प्रदर्शन हुए, जामिया मिलिया इस्लामिया और शाहीन बाग इस आंदोलन का केंद्र था। 2020 की शुरुआत में इस मुद्दे पर शहर के पूर्वोत्तर हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे हुए थे, जिसमें 53 लोग मारे गए और 500 से अधिक घायल हो गए थे।

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Feb 26 2024, 15:57

जब तक मैं ज़िंदा हूं, बाल विवाह नहीं होने दूंगा', असम विधानसभा में विपक्ष पर बरसे सीएम सरमा

#assam_cm_sarma_says_as_long_as_i_am_alive_i_will_not_allow_child_marriage 

असम की हिमंता सरकार ने हाल ही में मैरिज एक्ट पर बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में मुस्लिम मैरिज एंड डाइवोर्स एक्ट 1935 को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया था। जिसके बाद सीएम सरमा लगातार विपक्ष के निशान पर थे। इसी बीच मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा असम विधानसभा में विपक्षियों पर भड़क गए। विधानसभा में ‘मुस्लिम मैरिज एंड डाइवोर्स एक्ट 1935’ के खत्म किए जाने पर सवाल उठा रही कांग्रेस के नेताओं को उन्होंने जमकर खरी-खोटी सुनाई।उन्होंने सदन में दो टूक कहा, ‘जब तक मैं जिंदा हूं, असम में छोटी बच्चियों का विवाह नहीं होने दूंगा।

असम सरकार की ओर से मुस्लिम विवाह कानून को निरस्त किए जाने के बाद कांग्रेस और एआईयूडीएफ जैसी विपक्षी पार्टियों ने भाजपा पर निशाना साधा है। इसका जवाब सोमवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने विधानसभा में दिया। बाल विवाह के मुद्दे पर हो रही चर्चा के दौरान गुस्से में आते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने चुनौती दे डाली। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जब तक वह जिंदा हैं, असम में बाल विवाह नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि मैं आपको राजनीतिक चुनौती देता हूं कि मैं इस दुकान को 2026 से पहले बंद कर दूंगा।

इस बयान के वीडियो को सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, कांग्रेस के लोग सुन लें, जब तक मैं, हिमंता बिस्वा सरमा ज़िंदा हूं, तब तक असम में छोटी बच्चियों का विवाह नहीं होने दूंगा। आप लोगों ने मुस्लिम समुदाय की बेटियों को बर्बाद करने की जो दुकान खोली है, उन्हें पूरी तरह से बंद किए बिना हम चैन से नहीं बैठेंगे।

बता दें कि दो दिन पहले ही असम सरकार ने राज्य में बाल विवाह पर रोक के लिए मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून, 1935 खत्म कर दिया। इसे लेकर शुक्रवार देर रात हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया था। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा था कि '23 फरवरी को असम कैबिनेट ने एक अहम फैसला लेते हुए वर्षों पुराने असम मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून को वापस ले लिया गया है। इस कानून में ऐसे प्रावधान थे कि अगर दूल्हा और दुल्हन शादी की कानूनी उम्र यानी लड़कियों के लिए 18 साल और लड़कों के लिए 21 साल के नहीं हुए हैं, तो भी शादी को पंजीकृत कर दिया जाता था। यह असम में बाल विवाह रोकने की दिशा में अहम कदम है।'

बता दें कि असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने 15 अगस्त 2023 को ऐलान किया था कि वह राज्य में होने वाले बाल विवाह को 2026 तक खत्म कर देंगे। बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार ने 2023 में विशेष अभियान चलाकर हजारों लोगों को गिरफ्तार किया था। अब मुस्लिम विवाह कानून भी खत्म कर दिया गया है, जिसके तहत कम उम्र के लड़कों और लड़कियों की शादी भी करवाई जा सकती थी।

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Feb 24 2024, 11:03

असम सरकार का बड़ा फैसला, राज्य में मुस्लिम मैरिज एंड डिवोर्स एक्ट खत्म

#assam_muslim_marriage_act_dismissed

असम सरकार ने यूनिफार्म सिविल कोड (यूसीसी) की ओर पहला कदम बढ़ाया है। इस मुहिम में हिमंता सरकार ने मुस्लिम मैरिज और डिवोर्स एक्ट 1935 को खत्म करने का फैसला लिया है।असम कैबिनेट ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम 1935 को रद्द कर दिया। यह निर्णय शुक्रवार रात मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान लिया गया।बता दें कि हाल ही में उत्तराखंड में यूसीसी को लागू किया गया है और यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है।

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि '23 फरवरी को असम कैबिनेट ने एक अहम फैसला लेते हुए वर्षों पुराने असम मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून को वापस ले लिया गया है। इस कानून में ऐसे प्रावधान थे कि अगर दूल्हा और दुल्हन शादी की कानूनी उम्र यानी लड़कियों के लिए 18 साल और लड़कों के लिए 21 साल के नहीं हुए हैं, तो भी शादी को पंजीकृत कर दिया जाता था। यह असम में बाल विवाह रोकने की दिशा में अहम कदम है।'

असम सरकार ने बताया कि मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून खत्म होने के बाद मुस्लिमों की शादी का पंजीकरण भी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत जिला आयुक्त और जिला रजिस्ट्रार कर सकेंगे, जो कि पहले 94 मुस्लिम विवाह रजिस्ट्रार करते थे। सरकार ने एलान किया है कि मुस्लिम विवाह का पंजीकरण करने वाले रजिस्ट्रार्स को हटाया जाएगा और उन्हें एकमुश्त दो-दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। असम सरकार ने कानून हटाने के पीछे तर्क दिया है कि ये कानून अंग्रेजी शासनकाल के दौर के हैं।

इस एक्ट के खत्म होते ही मुस्लिम मैरिज एंड डिवोर्ट एक्ट के तहत काम कर रहे 94 मुस्लिम रजिस्ट्रार भी हटा दिए गए हैं। उन सभी को अब दो लाख रुपये एकमुश्त मुआवजे के साथ देकर उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया जाएगा। मंत्री मल्लबारुआ ने ये भी कहा, इस फैसले के पीछे मुख्य उद्देश्य समान नागरिक संहिता की ओर बढ़ना है और ये अधिनियम, जो अंग्रेजों के जमाने से चला आ रहा है। ये आज अप्रसांगिक हो गया है. इस एक्ट के तहत कई कम उम्र के विवाह होते हैं। यह बाल विवाह को खत्म करने की दिशा में भी एक कदम है, जिसमें 21 साल से कम उम्र के पुरुषों और 18 साल से कम उम्र की महिलाओं की शादी होती है।

बता दें कि हाल ही में आजाद भारत में समान नागरिक संहिता पर कानून पारित करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बना है। इसके कुछ ही दिन के बाद असम ने भी इसी तरह के कानून की दिशा में अपना पहला कदम बढ़ाया है और मुस्लिम विवाह और तलाक अधिनियम को रद्द करने का फैसला किया है।

narsingh481

Feb 22 2024, 18:17

भाजपा के साथ नूरा कुश्ती लड़ रहे कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलःविश्वात्मा
लखनऊ । कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाने की ईमानदार कोशिश करना ही नहीं चाहते। मुसलमानो के प्रति नीति के सवाल को छोड़ दिया जाए तो बाकी मामलों में भाजपा और विपक्षी दल एक ही राह के पथिक है।
उक्त बातें विश्व परिवर्तन मिशन के संस्थापक अध्यक्ष और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक विश्वात्मा ने मंगलदेई के डिस्ट्रिक्ट लाइब्रेरी सभागार में कल से चल रहे चार दिवसीय पुनर्जागरण शिविर के दौरान व्याख्यान देते हुए कहा।

उन्होंने कहा कि किसानों, बेरोजगारों और गरीबों को सब्जबाग दिखाकर उनको धोखा देना, भाजपा और विपक्ष- दोनों की नीति है। असली समस्याओं को उठाकर उनका नकली समाधान परोसना सत्ता और विपक्ष दोनों की रणनीति है, इसीलिए देश की जनता विपक्ष की बजाय प्रचार की प्रचंड शक्ति से लैश भाजपा का साथ खड़े रहना पसंद कर रही है।
राजनीतिक आर्थिक सुधारो पर दर्जन पुस्तकों के लेखक विश्वात्मा ने कहा कि लोगों को साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल भाजपा के साथ नूरा कुश्ती लड़ रहे हैं। विपक्षी दल देश के वोटरों को वोटरशिप अधिकार देने के लिए बनी संसद की गोयल कमेटी की सिफारिशों को लागू नहीं करना चाहते। इसके बावजूद भाजपा को इस बात के लिए कोस रहे हैं कि भाजपा देश का सारा धन मुट्ठीभर खरबपतियों के घर में जमा कर रही है। यदि भाजपा आर्थिक विषमता की खाई लगातार चौड़ी कर रही है तो विपक्षी दल भी नहीं चाहते कि उस खाई को छोटा करने के लिए वोटरशिप अधिकार के लिए कानून बने।

उन्होंने कहा कि भाजपा की तरह विपक्ष भी इस सच्चाई पर पर्दा डालने में लगा है कि गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, पर्यावरण, आतंकवाद, आर्थिक विषमता, निर्यात की जरूरतों और बहुदलीय लोकतंत्र से पैदा होने वाली विविध समस्याएं वास्तव में विश्व स्तरीय समस्याएं हैं। इन समस्याओं का समाधान भी वैश्विक होगा। इन समस्याओं के समाधान के लिए देश के लोगों को अंतर्राष्ट्रीय और वैश्विक अधिकार दिलाना आवश्यक है। श्री विश्वात्मा ने कहा कि ‌इन विषयों पर सत्ताधारी भाजपा भी चुप रहती है और उसको हटाने की मंसा रखने वाले विपक्षी दल भी चुप रहते हैं, इसलिए देश की जनता यह नहीं चाहती कि वह एक सामाजिक और आर्थिक जुल्मी सत्ता को हटाकर दूसरी जुल्मी सत्ता के सिंहासन पर बैठाए। वोटरशिप अधिकार पर अपने व्याख्यान में विश्वात्मा ने कहा कि देश गंभीर संकट में फंस गया है। परंपरागत राजनीतिक दलों और परंपरागत विचारधाराओं से अब देश को संकट से उबारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि अब देश को बचाना नेताओं के वश की बात नहीं है। देश को बचाने के लिए समाज के पुनर्जागरण की जरूरत है। इस काम में विश्व परिवर्तन मिशन और उससे जुड़े हुए संगठन रातों दिन काम कर रहे हैं। यह शिविर 24 फरवरी तक चलेगा।

WestBengalBangla

Jan 28 2024, 14:22

*Bengal, the first win of the season in Ranji Trophy*

Sports News

Kolkata: Last time finalist in Ranji Trophy, Bengal. The wait for the trophy was short lived last season. And this time was waiting for the first victory. Bengal got only five points from the first three matches. Finally the first win of the season. Seven points with bonus. Bengal defeated Assam by an innings and 162 runs. In order to be in the race for the knockouts, the same performance must be done in the remaining matches.

Photo courtesy by:CAB

WestBengalBangla

Jan 27 2024, 18:02

*Bengal is dreaming of 'first' victory under the light of Suraj*

Sports News

Khabar kolkata: Will the first win of the season come? Bengal is in that hope. Bengal got only 5 points in the first three matches in the Ranji Trophy this time. The last match was at home against Chhattisgarh. Both teams scored only 1 point as two innings did not end. Bengal, however, had a chance of at least three points. 83 overs were played on the last day even though a lot of time was wasted in bad light. Bengal needed 8 wickets. The bowlers could not. Those bowlers are showing the dream of winning in Assam.Bengal scored a huge score of 405 runs in the first innings against Assam. Captain Manoj Tiwari scored a century after the mistake. The captain's 30th century in his first-class career. Then he was out. Abhishek Podel, the keeper batsman, returned to zero on this day. Lower order gave great confidence to Bengal. Karan Lal scored 52 runs. Suraj Sindhu Jaiswal is the biggest achievement of Bengal. He proved once again how good his bat hand is in this match. Suraj played an innings of 52 runs.Two half-centuries in the lower order put Bengal in the driver's seat.

Photo courtesy by : CAB

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Jan 22 2024, 11:19

राहुल गांधी को असम में मंदिर जाने से रोका गया, विरोध में धरने पर बैठे, बोले- आज सिर्फ एक व्यक्ति मंदिर जा सकता है

#rahul_gandhi_was_stopped_from_going_to_temple_in_assam

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नौवें दिन सोमवार को राहुल गांधी असम के नगांव पहुंचे। वे यहां बोर्दोवा थान में संत श्री शंकरदेव के जन्मस्थल पर दर्शन करने आए थे, लेकिन उन्हें एंट्री नहीं दी गई। मंदिर में जाने से रोके जाने के बाद राहुल गांधी धरने पर बैठ गए। उनके साथ कांग्रेस के अन्य नेता और समर्थक धरने पर बैठ गए हैं।

कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याया यात्रा इस वक्त असम से गुजर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी असम के वैष्णव विद्वान श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान पर पूजा-अर्चना करने के लिए जाने वाले थे, लेकिन जैसे ही वे वहां पहुंचे उन्हें मंदिर जाने से रोक दिया गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

इस घटना के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, हम मंदिर में जाने की कोशिश कर रहे हैं। हमें बुलाया गया था और अब हमें जाने नहीं दिया जा रहा है। हम कुछ भी जबरदस्ती नहीं करेंगे, हम यहां अपनी यात्रा करने आए हैं, हम तो उसने कारण जानना चाह रहे हैं। राहुल गांधी ने ये भी कहा- लगता है आज सिर्फ़ एक ही व्यक्ति (पीएम नरेंद्र मोदी) मंदिर जा सकता है।

क्या पीएम तय करेंगे कि मंदिर में कौन जाएगा-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने मंदिर में जाने से रोके जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों से पूछा कि क्या अब यह प्रधानमंत्री मोदी तय करेंगे कि मंदिर में कौन जाएगा? हम कोई समस्या पैदा नहीं करना चाहते, केवल मंदिर में पूजा करना चाहते हैं।

सबकुछ राज्य सरकार के दबाव में हो रहा-जयराम रमेश

वहीं, कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश ने कहा है कि ये सबकुछ राज्य सरकार के दबाव में हो रहा है। रमेश के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के दो विधायकों ने मंदिर के मेनेजमेंट से समय लिया था, मंदिर प्रबंधकों को भी कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन अब राज्य सरकार के दबाव के बाद ये सबकुछ किया जा रहा है। जयराम रमेश ने कहा है कि पहले हमें सुबह सात बजे आने को कहा गया था पर अब कहा जा रहा है कि हम शाम तीन बजे तक मंदिर में नहीं जा सकते।

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Jan 03 2024, 10:27

असम में सुबह-सुबह भीषण सड़क हादसा, बस-ट्रक की टक्कर में 12 की मौत, 30 घायल

#road_accident_in_assam_12_killed 

असम के गोलाघाट जिले में बुधवार की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। यात्री बस और ट्रक की भीषण टक्कर में कम सेकम 12 लोगों की मौत हो गई है।घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची है। बस में फंसे हुए लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से निकलकर स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया गया है। इनमें कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस का कहना है कि बस में बैठे लोग पिकनिक पार्टी के लिए अठखेलिया से बलिजान की तरफ जा रहे थे। रास्ते में ही यह बस एक ट्रक से टकरा गई। पुलिस ने बताया कि बस 45 यात्रियों को लेकर करीब 3 बजे पिकनिक के लिए निकली थी।रास्ते में ही कोयले से लदे ट्रक से उसकी टक्कर हो गई।

बताया जा रहा है कि कोयले से लदा ट्रक मार्गेरिटा से आ रहा था। तभी दोनों की जोरदार भिड़ंत हो गई। पुलिस ने बताया इस हादसे में 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। शवों को पोस्टमोर्टम के लिए भेज दिया गया है। सभी घायलों को जोरहट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सभी घायलों की हालत खराब बताई जा रही है।