*शनेशनल हाइवे 227ए रामजानकी मार्ग का कार्य समय से पूर्ण करे कार्यदाई संस्था: केन्द्रीय राज्यमंत्री


गोला गोरखपुरI केन्द्रीय राज्यमंत्री ग्रामीण विकास कमलेश पासवान ने राष्ट्रीय राजमार्ग 227ए (रामजानकी मार्ग) का निरीक्षण कर कार्यदाई संस्था को समय से पूरा करने का दिए निर्देश।

गोरखपुर दक्षिणांचल के सुदूर मार्ग हेतु विकास खण्ड गोला के भरौह में केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री कमलेश पासवान ने रा०मा० संख्या 227 ए रामजानकी मार्ग का निरीक्षण किए। रा०मा० सं0-227ए (रामजानकी मार्ग) के किलोमीटर 90.00 से 130.000 (सिकरीगंज से बड़हलगंज) तक टू लेन विथ पेव्ड शोल्डर के अन्तर्गत चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य 39.15 किलोमीटर जिसकी लागत 147.91 करोड राष्ट्रीय मार्ग खण्ड, लो०नि०वि०, गोरखपुर। मैसर्स एस एण्ड पी इन्फ्रास्क्टचर्स डेवलपर्स प्रा० लि०- भारद्वाज यूनिबिल्ड प्रा० लि० (जेवी), द्वारा कार्य पूर्ण करने की तिथि 10.06.2025 है।

केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कार्यदाई संस्था को निर्देश दिया कि रामजानकी मार्ग का सुंदरीकरण और चौड़ीकरण निर्धारित समय सीमा के अंदर अवश्य पूर्ण कर लें जिससे आम जनमानस के आवागमन में असुविधा न हो और कहे कि यह सड़क बन जाने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जनपद लाभान्वित होगा और जनपद देवरिया से गोरखपुर होते हुए प्रभु श्रीराम नगरी अयोध्या तक क्षेत्र की जनता को आने जाने में सुविधा होगी।

इस अवसर पर चिल्लूपार के विधायक राजेश त्रिपाठी, जिला पंचायत सदस्य माया शंकर शुक्ला, नित्यानंद मिश्रा, पार्षद प्रतिनिधि महेश पासवान,ओसडी सुनील पासवान, अधिशासी अभियंता, राष्ट्रीय मार्ग खंड, लोक निर्माण विभाग, गोरखपुर आर0 के0 वर्मा, सहायक अभियंता श्रीमती शांभवी तिवारी एवं मुरलीधर राय, अवर अभियंता श्री जयप्रकाश कश्यप, ईपीसी ठेकेदार मै0 भारद्वाज यूनीबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर विवेक कुमार और भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

*बीएसए ने खजनी के कस्तूरबा गांधी विद्यालय की वार्डन को पत्र भेजकर जवाब मांगा*

जांच में दोषी पाए जाने पर 6 बिंदुओं पर मांगा जवाब

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक क्षेत्र के उसवां बाबू गांव में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं के साथ वार्डेन के द्वारा की गई सख्ती और मारपीट की घटना के वायरल वीडियो और सोशल मीडिया एक्स पर अधिकारियों को टैग किए जाने की घटना के बाद हरकत में आए प्रशासन के द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

चर्चित घटना में बीएसए गोरखपुर रमेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर

सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी एस.के.श्रीवास्तव और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के डीसी रमेश चंद एवं बीईओ खजनी सावन कुमार दूबे ने उसवां विद्यालय पर पहुंच कर घटना की जांच कर रिपोर्ट बीएसए गोरखपुर को सौंप दी। रिपोर्ट के आधार पर वार्डन के खिलाफ विभागीय कार्रवाई से पूर्व बीएसए के द्वारा वार्डेन अचर्ना पांडेय से 6 बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है।

जिनमें छात्राओं शिवांगी, अनुष्का गुप्ता, द्वियांशी कन्नौजिया, रोशनी कुमारी, शालू कुमारी के बयान के अनुसार वार्डेन द्वारा डंडे से पिटाई और छात्राओं को आई गंभीर चोट, छात्राओं द्वारा साबुन,सर्फ, सेनेटरी पैड,काॅपी आदि मांगने पर वार्डन द्वारा अपशब्दों का प्रयोग और देने से मना करने, मेन्यू के अनुसार भोजन न बनवाने, सीसीटीवी कैमरे बंद करके सफाई, झाड़ू-पोछा और हांथों से फिनायल एसिड डाल कर शौचालय साफ कराने, रसोइयों द्वारा भोजन पकाने में गुणवत्ता में घोर लापरवाही, अनुबंधकर्ता द्वारा अधिकारी,निरीक्षणकर्ता व अन्य के साथ अभद्रता, शोषण, टीका टिप्पणी और अनावश्यक रूप से परिसर छोड़ने, कार्य-व्यवहार ठीक न होने तथा अनुशासनहीनता एवं दुर्व्यवहार,जाति सूचक शब्दों के प्रयोग आदि के हवाले से अनुबंध समाप्त करने की चेतावनी देते हुए जवाब मांगा गया है।

उक्त के संदर्भ में वार्डेन अर्चना पांडेय ने बताया कि कुछ लोगों के द्वारा साजिशन उन्हें बदनाम किया जा रहा है।

इस संदर्भ में बीएसए रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिल गई है, अनुमोदन हेतु उच्चाधिकारियों को भेजा गया है।

बता दें कि आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली कुल 70 छात्राएं है और शिक्षिकाओं सहित कुल 14 लोगों का स्टाफ है। कस्बे से दूर स्थित होने के कारण सब्जी, फल और अन्य जरूरत के सामान लाने के लिए दूर जाना पड़ता है, सीमित संसाधनों में विद्यालय का संचालन तथा निर्जन स्थान में छात्राओं की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

जनता दर्शन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुनीं 400 लोगों की समस्याएं,अधिकारियों से बोले, हर पीड़ित की समस्या का हो समयबद्ध व पारदर्शी निस्तारण
गोरखपुर।  गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने समस्या लेकर आए लोगों से आत्मीयता से संवाद करते हुए कहा, ‘घबराइए मत, सबकी समस्या दूर करने को सरकार संकल्पित है। हर पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर सुनिश्चित कार्रवाई करते हुए समस्या का समाधान कराया जाएगा।’ जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने पास में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पीड़ित व्यक्ति की समस्या पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और उसका समयबद्ध व पारदर्शी निस्तारण कराएं।

रविवार सुबह बारिश की आशंका के चलते जनता दर्शन का आयोजन गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में किया गया। इस दौरान आयोजित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 400 लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनका समाधान करने का निर्देश दिया। जनता दर्शन में महिलाओं की संख्या अधिक रही। कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे। एक-एक कर और इत्मीनान से सबकी समस्याएं सुनीं। उन्हें आश्वस्त किया कि वह सभी की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराएंगे। किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रार्थना पत्रों को उन्होंने अधिकारियों को हस्तगत करते हुए निर्देश दिया कि हर समस्या का निस्तारण त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिप्रद होना चाहिए। कुछ लोगों द्वारा जमीन कब्जाने की शिकायत पर उन्होंने कठोर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अफसरों को यह निर्देश भी दिए कि यदि किसी प्रकरण में पीड़ित को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ा है तो इसकी भी जांच कर जवाबदेही तय की जाए। कुछ प्रकरणों पर सीएम योगी ने अफसरों को निर्देशित किया कि वे यह भी पता लगाएं कि यदि किसी पीड़ित को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए।

जनता दर्शन में कुछ लोग इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि इलाज में धन की कमी बाधक नहीं होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज में अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द पूर्ण कराकर शासन में भेजें। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज के लिए पर्याप्त राशि दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने अफसरों से कहा कि हर पात्र व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनवाया जाए जिससे उन्हें इलाज के लिए परेशान न होना पड़े। जनता दर्शन में कुछ महिलाएं अपने बच्चों को लेकर आई थीं। मुख्यमंत्री ने बच्चों को दुलारकर आशीर्वाद दिया। उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा और चॉकलेट गिफ्ट कर उन्हें खूब पढ़ने को प्रेरित किया।

गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान रविवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या परंपरागत रही। मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन करने, अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर मत्था टेकने के बाद सीएम योगी गोशाला में पहुंचे और वहां कुछ समय व्यतीत किया। गोशाला में उन्होंने गोवंश को खूब दुलारा और अपने हाथों से उन्हें गुड़ खिलाया। गोसेवा के बाद मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री ने परिजनों के साथ आए बच्चों से भी मुलाकात की और उनके साथ फोटो खिंचवाई।

पेड़ पर फंदे से लटकता युवक का शव मिला
गोरखपुर। सिकरीगंज इलाके के महुई बुजुर्ग में शनिवार को सुबह लगभग 9 बजे पोखरी के किनारे स्थित पाकड़ के पेड़ पर एक युवक की फंदे से लटकता शव मिला है।ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची सिकरीगंज पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
    
जानकारी के मुताबिक सिकरीगंज थाना क्षेत्र के महुई बुजुर्ग निवासी श्याम चरण (46) का शुक्रवार की रात किसी बात को लेकर पत्नी से विवाद हो गया था।शनिवार को सुबह पत्नी खेत में काम करने व बच्चे स्कूल चले गए।पत्नी जब घर पहुंची तो पोखरी के किनारे ही घर होने के नाते उसकी नजर पाकड़ के पेड़ पर पड़ी जहां श्याम चरण का फंदे के सहारे शव लटका था।

शोर सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गए।मृतक मजदूरी कर परिवार का पेट पलता था।मृतक की एक लड़की व दो लड़के हैं।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्राओं की पिटाई, हरकत में प्रशासन,खजनी थाने से विद्यालय तक मचा हड़कंप
खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के उसवां बाबू गांव में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में वार्डन द्वारा छात्राओं की पिटाई तथा उन्हें मेन्यू के अनुसार भोजन और अन्य निर्धारित सुविधाएं न मिलने की शिकायत की सूचना वीडियो क्लिप के रूप में सोशल मीडिया एक्स पर अधिकारियों टैग की गईं थी।

जिसके वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आ गया। जिले से सूचना मिलते ही खजनी थाने की पुलिस देर रात कस्तूरबा विद्यालय में पहुंची विद्यालय की छात्राओं तथा वार्डन अर्चना पांडेय से घटना की जानकारी लेने के बाद पुलिस ने स्पष्टीकरण के लिए अगले दिन उन्हें खजनी थाने में बुलाया। पुलिस की प्रारंभिक जांच और छात्राओं के बयान के बाद घटना की पुष्टि होने पर इसकी सूचना जिले पर भेज दी गई।

इस बीच शनिवार को जिले से पहुंचे सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी एस.के.श्रीवास्तव और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के डीसी रमेश चंद ने उसवां विद्यालय पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली। लगभग 3 घंटे तक चली विभागीय जांच और पूछताछ के दौरान विद्यालय की सभी छात्राएं और वार्डन अधिकारियों के साथ भीतर मौजूद रहीं। बाहर आने के बाद भी पूछताछ के संबंध में कोई जानकारी स्थानीय मीडिया को नहीं दी गई।

साथ ही विद्यालय की वार्डन को भी किसी भी प्रकार का बयान मीडिया में न देने की हिदायत दी गई।
स्थानीय मीडियाकर्मियों ने जब वार्डन से बातचीत का प्रयास किया गया तो उन्होंने तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए किसी भी प्रश्न का जवाब देने से इंकार कर दिया। सूत्रों के अनुसार छात्राओं के द्वारा बताया गया है कि वार्डन उनके साथ सख्ती करती हैं, उन्हें मारने पीटने के साथ ही उनसे काम भी कराया जाता है तथा निर्धारित मानकों के अनुसार भोजन, फल, दूध इत्यादि भी छात्राओं को नहीं दिया जाता है।

इस संदर्भ में थानाध्यक्ष खजनी शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि अभी कोई लिखित शिकायत उन्हें नहीं मिली है, यदि छात्राओं या उनके अभिभावकों के द्वारा शिकायत की जाती है तो कार्रवाई की जाएगी।

एबीएसए सावन कुमार दूबे ने बताया कि उच्चाधिकारियों के द्वारा पहुंच कर जांच की गई है। कस्तूरबा विद्यालय का निरीक्षण किया गया है और छात्राओं से घटना की जानकारी ली गई है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
*सीएम योगी ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज को दी 55.43 करोड़ की सौगात, इन सुविधाओं का शुभारंभ*

गोरखपुर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपरीत परिस्थितियों में भी अथक परिश्रम के साथ मरीजों की सेवा करने के लिए डॉक्टरों की सराहना करने के साथ उनसे किसी भी हालत में धैर्य बनाए रखने की सीख दी है। उन्होंने कहा कि पेशेंट और अटेंडेंट के प्रति सेवा भाव के साथ ही पेशेंस का भी रखना बेहद जरूरी है। एक डॉक्टर के प्रति आमजन जो श्रद्धा और सम्मान की भावना रखता है, उसे बड़े मेहनत से संजोए रखना डॉक्टर की जिम्मेदारी है। 

सीएम योगी शनिवार को बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के साथ ही जनहित में विभिन्न नई सुविधाओं का शुभारंभ करने के बाद मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने एमबीबीएस और पैरामेडिकल के छात्रों को टैबलेट व स्मार्टफोन भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब किसी के परिवार का कोई सदस्य बीमार होता है तो उसके तनाव की सहज कल्पना की जा सकती है। कोई मरीज किसी के परिवार का मुखिया होता है तो कोई मरीज किसी परिवार का इकलौता बेटा। हालांकि आयुष्मान योजना और मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मिल रही बड़े पैमाने पर सहायता से पैसे को लेकर तनाव नहीं रह गया है फिर भी बीमार और उसके तीमारदार की अपनी समस्याएं होती हैं। उसके तनाव को समझा जा सकता है और ऐसे में जब किसी मरीज-तीमारदार के साथ मारपीट की घटना हो जाती है तब लोगों में खिन्नता का भाव पैदा होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक डॉक्टर की पहचान योग्यता, सेवा के साथ धैर्य से भी बननी चाहिए क्योंकि डॉक्टर का पेशेंस जवाब दे देगा तो पेशेंट की दिक्कत बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि प्यार के दो बोल से मरीज की स्थिति में बड़ा परिवर्तन आ सकता है, उसे नया जीवन मिल सकता है। 

एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज की तरफ तेजी से आगे बढ़ा यूपी

सीएम योगी ने कहा कि एक दौर वह भी था जब गोरखपुर मंडल में एकमात्र बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था। बस्ती, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन मंडल में एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं थे। जबकि आज कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बहराइच, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी, आजमगढ़ आदि जिलों में मेडिकल कॉलेज बन गए हैं। महराजगंज, शामली और संभल में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज शुरू हो गए हैं, बलरामपुर और बलिया में भी मेडिकल कॉलेज बनने की प्रक्रिया आगे बढ़ी है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की लंबी श्रृंखला खड़ी हो रही है। यूपी एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज की तरफ तेजी से आगे बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष यूपी में 10500 से अधिक एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश होने जा रहा है। इससे डॉक्टरों की कमी को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी। 

स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ होने के आ रहे सुखद परिणाम

सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने नए मेडिकल कॉलेज खोले तो वहीं पुराने मेडिकल कॉलेजों को बेहतरीन सुविधाओं, संसाधनों से आच्छादित किया। स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ होने के सुखद परिणाम आ रहे हैं। नेशनल हेल्थ सर्वे में 2011-14 तक प्रदेश में मातृ मृत्यु दर 285 थी जबकि आज यह घटकर 150 से 165 के बीच आ गई है। इसी तरह शिशु मृत्यु दर पहले 57 प्रति हजार थी जो अब घटकर 30 से 35 के बीच रह गई है। सीएम ने कहा कि हमें स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र को उत्कृष्ट बनाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना होगा। खुद को नए शोध और नई तकनीकी की जानकारी से अपडेट करते रहना होगा। 

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पतन से उत्थान तक का साक्षी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज में नई सुविधाओं का शुभारंभ करते हुए कुछ यूं भावुक हुए कि उन्होंने इसके बदहाल स्थिति से लेकर बदलाव तक की कहानी सबको याद दिला दी। उन्होंने कहा कि वह 30-35 वर्ष से बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पतन से लेकर उत्थान तक कि कहानी देखते रहे हैं। कभी मेडिकल कॉलेज की डिग्री व मान्यता पर खतरा मंडराता था तो प्रति वर्ष बड़े पैमाने पर बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस से होती थी। कभी कभी लगता था कि इसकी मान्यता अब गई कि तब गई। इंसेफेलाइटिस पूर्वी यूपी के लिए अभिशाप बनी हुई थी। बड़ी संख्या में मरीज भर्ती होते थे, कोई सुविधा नहीं थी। एक बेड पर चार बच्चे भर्ती रहते थे। पुरानी बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर इंसेफेलाइटिस वार्ड में पंखा तक नहीं था। टॉयलेट चोक होने से फर्श पर पानी पसरा रहता था। भीषण गर्मी और बदबू से लोगों को चक्कर आने लगता था। 1998 में पहली बार सांसद बनने के बाद से ही उन्होंने राज्य से लेकर केंद्र सरकार के स्तर तक लड़ाई लड़ी। आज छह से सात साल में इस मेडिकल कॉलेज की पूरी तस्वीर ही बदल गई है। इंसेफेलाइटिस के इस साल सिर्फ चालीस मरीज भर्ती हुए और कैजुअल्टी एक भी नहीं है। अंतर विभागीय समन्वय और टीम वर्क से इंसेफेलाइटिस नियंत्रण एक मॉडल बना है जिसे हम देश-दुनिया के सामने रख सकते हैं। 

पीएम मोदी का जताया आभार

अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि पीएम मोदी ने इंसेफेलाइटिस के समाधान के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक दिया। महत्वपूर्ण जांच की सुविधा के लिए आईसीएमआर के रीजनल सेंटर की सौगात दी और गोरखपुर में 2016 में एम्स खोलने की स्वीकृति दी। 

बीआरडी की प्रतिस्पर्धा एम्स से

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मरीजों से बातचीत का अपना अनुभव साझा करते हुए कहा जाता कि आसपास के जिलों में मेडिकल कॉलेज बन जाने के बाद भी उन जिलों, बिहार और नेपाल तक के मरीजों के मन में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रति विश्वास का भाव है। एम्स चिकित्सा क्षेत्र का एक बड़ा नाम है पर उससे भी बड़ी बात है एम्स होने के बावजूद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मरीजों का आना। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब बीआरडी की प्रतिस्पर्धा एम्स से है और इसके लिए यहां के डॉक्टरों को खुद को तैयार रखना होगा। इसके लिए संसाधनों का कोई अभाव नहीं होने दिया जाएगा। 

युवाओं की ऊंची उड़ान में पंख लगाने को खड़ी है सरकार

मुख्यमंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में डिजिटल प्लेटफार्म के महत्व को समझाते हुए कहा कि डिजिटल तरीकों से सेवा देने के लिए कई महत्वपूर्ण संस्थानों से एमओयू किया जा सकता है। मेडिकल छात्रों को डिजिटली सक्षम बनाने के लिए उन्हें टैबलेट-स्मार्टफोन दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं की ऊंची उड़ान में पंख लगाने के लिए सरकार उनके साथ खड़ी है। 

निरीक्षण कर सीएम ने जाना मरीजों का हाल, बाल मरीजों पर बरसाया स्नेह

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल कॉलेज में 500 बेडेड हॉस्पिटल, पीडियाट्रिक आईसीयू, बर्न यूनिट का निरीक्षण कर वहां भर्ती मरीजों का हाल जाना। उन्होंने मरीजों से बातचीत कर उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली और फल वितरित करते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। बाल मरीजों को देखकर सीएम योगी काफी भावुक हो गए। उन्होंने आत्मीय अंदाज में उनसे बात की, चोट लगने के कारण और बीमारी के बारे में पूछा। बाल मरीजों पर उन्होंने खूब स्नेह बरसाया और फल के साथ उन्हें चॉकलेट देकर उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेर दिया। सीएम योगी ने इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट लैब का भी भ्रमण कर वहां के डॉक्टरों से आपातकालीन इलाज के बारे में जानकारी ली। 

एमबीबीएस व पैरामेडिकल के 483 छात्रों में टैबलेट-स्मार्टफोन का वितरण

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 483 एमबीबीएस और पैरामेडिकल छात्रों को टैबलेट-स्मार्टफोन का वितरण भी किया। इनमें से 15 छात्रों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों टैबलेट-स्मार्टफोन प्राप्त हुए। उल्लेखनीय है कि स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत गोरखपुर जिले में योजना के प्रारंभ वर्ष 2021-22 से अब तक 118938 छात्र-छात्राओं को टैबलेट-स्मार्टफोन वितरित किए जा चुके हैं जबकि 22125 टैबलेट के वितरण का कार्य महाविद्यालयों के माध्यम से जारी है। 

इन सुविधाओं का सीएम ने किया शुभारंभ

- 7 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत से सीटी स्कैन मशीन

- जेनेटिक मेडिसिन की ओपीडी

- पीडियाट्रिक्स आर्थोपेडिक्स की ओपीडी

- मिल्क बैंक

- माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सैम्पल कलेक्शन सेंटर

- पैथोलॉजी विभाग में फुली आटोमेटिक टिशु प्रोसेसर, फुली आटोमेटिक यूरिन एनालाइजर, 5 पार्ट सिमेक्स सीबीसी एनलाइजर तथा न्यू एडवांस टेक्नोलॉजी का हारमोन ट्यूमर मेकर डिडक्शन की एलाइनिटी मशीन की स्थापना

- आईएचसी पैनल के रेंज की वृद्धि का कार्य 

 

इनका हुआ लोकार्पण

- 6 करोड़ 12 लाख 62 हजार रुपये की लागत से बर्न यूनिट की स्थापना

- 8 करोड़ 5 लाख 7 हजार रुपये की लागत से फार्मेसी कॉलेज का विस्तार निर्माण कार्य

- 2 करोड़ 67 लाख 79 हजार की लागत से नेशनल इमरजेन्सी लाइफ सपोर्ट लैब की स्थापना

 - 11.25 लाख रुपये की लागत से लिथोट्रिप्सी मशीन

- 97 लाख 90 हजार रुपये की लागत से स्टेडियम की चहारदीवारी का निर्माण कार्य

इस परियोजना का सीएम योगी ने किया शिलान्यास

- 30 करोड़ 31 लाख 35 हजार रुपये की लागत से सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में कार्यरत उपचारिकाओं हेतु 100 सीटेड छात्रावास का निर्माण कार्य

मेडिकल कॉलेज के लिए भुलाया नहीं जा सकता योगी जी का संघर्ष

लोकार्पण, शिलान्यास व जनहित की कई सुविधाओं के शुभारंभ समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत करते हुए विधायक महेंद्रपाल सिंह ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज को बचाने और इसे बेहतर बनाने के लिए सांसद के रूप में योगी जी द्वारा किए गए संघर्ष को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने प्रदेश में उत्कृष्ट हो रहे हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की चर्चा करते हुए कहा कि सीएम योगी के विजन के अनुरूप वन डिस्ट्रिक्ट-वन मेडिकल कॉलेज का मिशन प्रदेश के चिकित्सा क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री (मत्स्य विकास) संजय निषाद, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा पार्थसारथी सेन शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष दूबे, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

*कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्राओं की पिटाई, हरकत में प्रशासन*

गोरखपुर- क्षेत्र के उसवां बाबू गांव में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में वार्डन द्वारा छात्राओं की पिटाई तथा उन्हें मेन्यू के अनुसार भोजन और अन्य निर्धारित सुविधाएं न मिलने की शिकायत की सूचना वीडियो क्लिप के रूप में सोशल मीडिया एक्स पर अधिकारियों ने टैग की गईं थी। जिसके वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आ गया।

जिले से सूचना मिलते ही खजनी थाने की पुलिस देर रात कस्तूरबा विद्यालय में पहुंची विद्यालय की छात्राओं तथा वार्डन अर्चना पांडेय से घटना की जानकारी लेने के बाद पुलिस ने स्पष्टीकरण के लिए अगले दिन उन्हें खजनी थाने में बुलाया। पुलिस की प्रारंभिक जांच और छात्राओं के बयान के बाद घटना की पुष्टि होने पर इसकी सूचना जिले पर भेज दी गई। इस बीच शनिवार को जिले से पहुंचे सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी एस.के.श्रीवास्तव और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के डीसी रमेश चंद ने उसवां विद्यालय पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली। लगभग 3 घंटे तक चली विभागीय जांच और पूछताछ के दौरान विद्यालय की सभी छात्राएं और वार्डन अधिकारियों के साथ भीतर मौजूद रहीं। बाहर आने के बाद भी पूछताछ के संबंध में कोई जानकारी स्थानीय मीडिया को नहीं दी गई। साथ ही विद्यालय की वार्डन को भी किसी भी प्रकार का बयान मीडिया में न देने की हिदायत दी गई।

स्थानीय मीडियाकर्मियों ने जब वार्डन से बातचीत का प्रयास किया गया तो उन्होंने तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए किसी भी प्रश्न का जवाब देने से इंकार कर दिया। सूत्रों के अनुसार छात्राओं के द्वारा बताया गया है कि वार्डन उनके साथ सख्ती करती हैं, उन्हें मारने पीटने के साथ ही उनसे काम भी कराया जाता है तथा निर्धारित मानकों के अनुसार भोजन, फल, दूध इत्यादि भी छात्राओं को नहीं दिया जाता है।

इस संदर्भ में थानाध्यक्ष खजनी शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि अभी कोई लिखित शिकायत उन्हें नहीं मिली है, यदि छात्राओं या उनके अभिभावकों के द्वारा शिकायत की जाती है तो कार्रवाई की जाएगी।

*एसडीएम की अध्यक्षता में समाधान दिवस में पहुंचे कुल 67 मामलों में 3 का निस्तारण*

गोरखपुर- तहसील में आयोजित अगस्त महीने के पहले समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे एसडीएम कुंवर सचिन सिंह के समक्ष कुल 67 फरियादी अपने प्रार्थनापत्र लेकर पेश हुए। जिनमें 3 मामलों का मौके पर समाधान करा दिया गया। वहीं शेष बचे 64 मामलों के जांच और निस्तारण की जिम्मेदारी संबंधित विभागों के अधिकारियों को सौंपी गई है।

इस दौरान पानापार गांव की महिलाओं चंदन शुक्ला,उषा,चंद्रप्रभा आदि ने तथा भैंसा नाथू गांव के परमेश्वर मौर्या ने अपने भूमि विवाद से संबंधित मामले के समाधान की गुहार लगाई। वहीं डोंड़ो ग्रामसभा के बिहारी बुजुर्ग गांव के निवासी रामप्रसाद विश्वकर्मा ने परिवार के रहने के लिए आवास न होने की समस्या बताई। सबसे अधिक मामले राजस्व विभाग के दूसरे स्थान पर पंचायत राज विभाग तथा तीसरे पर पुलिस विभाग से संबंधित मामले पेश‌ हुए।

एसडीएम के साथ मौजूद तहसीलदार गोपाल कृष्ण त्रिपाठी, नायब तहसीलदार राम सूरज प्रसाद, राकेश कुमार शुक्ला,आपूर्ति विभाग से गोपाल, पंचायत विभाग के रामपाल चकबंदी अधिकारी राजीव कुमार, सहायक चकबंदी राजन प्रसादसहित अन्य विभागों के आधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। उप जिलाधिकारी कुंवर सचिन सिंह, तहसीलदार कृष्ण गोपाल त्रिपाठी, नायाब तहसीलदारगण हरीश यादव, रामसूरत प्रसाद, राकेश कुमार शुक्ला, चकबंदी अधिकारी राजीव कुमार, सहायक चकबंदी राजन प्रसाद एवं अन्य अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

*71वीं अखिल भारतीय रेलवे पुरुष एवं महिला बैडमिंटन चैंपियनशिप का समापन, प्रतिभागियों में मेडल का किया वितरण*

गोरखपुर- पूर्वोत्तर रेलवे क्रीड़ा संघ (नरसा) के तत्त्वावधान में सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम, गोरखपुर में आयोजित 71वीं अखिल भारतीय रेलवे (पुरुष एवं महिला) बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2024-25 के अन्तिम दिन मुख्य अतिथि महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर ने पुरुष एवं महिला वर्ग में विजेता एवं उप विजेता टीम को पुरस्कार, प्रशस्ति-पत्र एवं पदक देकर सम्मानित किया तथा व्यक्तिगत मुकाबले में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पदक एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर महाप्रबन्धक सौम्या माथुर ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुये कहा कि 71वीं अखिल भारतीय रेलवे (पुरुष एवं महिला) बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2024-25 में क्षेत्रीय रेलों, उत्पादन इकाइयों, मेजबान पूर्वोत्तर रेलवे सहित भारतीय रेल की टीमों ने प्रतिभाग किया। सुश्री माथुर ने पुरुष एवं महिला वर्ग में विजेता एवं उप विजेता टीमों तथा खिलाड़ियों एवं उनके कोचों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में अन्य खिलाड़ियों ने भी उच्च स्तरीय खेल के साथ खेल भावना का प्रदर्शन किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये खिलाड़ी राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर देश एवं भारतीय रेल को गौरवान्वित करेंगे। महाप्रबन्धक ने कहा कि इस चैम्पियनशिप का आयोजन करना पूर्वोत्तर रेलवे के लिये गर्व का विषय है। चैम्पियनशिप को आयोजित कराने के लिये नरसा द्वारा बैडमिंटन हॉल के रेनोवेशन हेतु कड़ी मेहनत की गई, जिसके फलस्वरूप इस चैम्पियनशिप को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया जा सका। उन्होंने चैम्पियनशिप के आयोजन में सराहनीय योगदान देने वाले सपोर्टिंग स्टाफ की प्रशंसा की।

महाप्रबन्धक ने कहा कि गोरखपुर में अखिल भारतीय रेलवे बैडमिंटन के आयोजन से पूर्वांचल के युवा एवं उदीयमान खिलाड़ियों को बैडमिंटन के नये गुर सीखने को मिला तथा बैडमिंटन प्रेमियों का भरपूर मनोरंजन हुआ। इस तरह के आयोजन से देश के कोने-कोने से आये खिलाड़ी एक-दूसरे की संस्कृति से अवगत होते हैं और बहुत कुछ सीखते हैं।

इसके पूर्व, अध्यक्ष/नरसा एवं मुख्य प्रशासनिक/निर्माण अभय कुमार गुप्ता ने महाप्रबन्धक, प्रमुख विभागाध्यक्ष एवं खिलाड़ियों का स्वागत किया। उन्होंने पुरुष एवं महिला वर्गों में विजेता एवं उप विजेता टीमों तथा खिलाड़ियों को बधाई दी और कहा कि रेलवे स्पोट्र्स प्रमोशन बोर्ड द्वारा इस चैम्पियनशिप के आयोजन का दायित्व पूर्वोत्तर रेलवे को सौंपा गया, जिसे ध्यान में रखकर नरसा द्वारा बैडमिंटन हॉल के नवीनीकरण का कार्य पूरा किया गया, जिसमें 03 बैडमिंटन कोर्ट तैयार किये गये तथा सिंथेटिक मैट बिछाये गये, जिससे खिलाड़ियों को उन्नत खेल सुविधा मिल सके। अध्यक्ष/नरसा ने कहा कि पाँच दिवसीय इस प्रतियोगिता में क्षेत्रीय रेलों, उत्पादन इकाइयों एवं मेजबान पूर्वोत्तर रेलवे सहित पुरुष वर्ग में 19 तथा महिला वर्ग में 09 टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में लगभग 200 मैच खेले गये। प्रतियोगिता के लिये टीम नरसा ने अथक परिश्रम कर तैयारियाँ पूरी कीं, जिसके फलस्वरूप यह प्रतियोगिता सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। गुप्ता ने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के लिये पूर्वाेत्तर रेलवे पर अच्छा माहौल व्याप्त है।

इस अवसर पर महासचिव/नरसा पंकज कुमार सिंह ने विजेता एवं उप विजेता खिलाड़ियों को बधाई देते हुये कहा कि पूर्वाेत्तर रेलवे के खिलाड़ियों के साथ सभी खिलाड़ियों ने खेल भावना का परिचय देते हुये खेला। श्री सिंह ने क्षेत्रीय रेलों एवं उत्पादन इकाइयों से आये अधिकारियों, खिलाड़ियों तथा आयोजन सफल बनाने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस चैम्पियनशिप के व्यक्तिगत मुकाबले के पुरुष एकल में दक्षिण पूर्व रेलवे के आयुष शेट्टी एवं सिद्धार्थ प्रताप सिंह को प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ तथा मध्य रेलवे के कौशल धरमामर तृतीय स्थान पर रहे। महिला एकल में पश्चिम मध्य रेलवे की श्रीयांशी परदेशी को प्रथम, मध्य रेलवे की वैदही चैधरी को द्वितीय एवं उत्तर रेलवे की अनुरा प्रभु देसाई को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। पुरुष युगल में दक्षिण पश्चिम रेलवे के साई प्रतीक एवं शंकर प्रसाद की जोड़ी प्रथम, दक्षिण मध्य रेलवे के टी. हेमा नागेन्द्र बाबू एवं मध्य रेलवे के प्रतीक रानाडे की जोड़ी द्वितीय तथा दक्षिण पश्चिम रेलवे के गणेश विट्टालजी एवं पृथ्वी राॅय की जोड़ी तृतीय स्थान पर रही। महिला युगल में पश्चिम मध्य रेलवे की भारती पाल एवं उत्तर रेलवे की कनिका कंवल को प्रथम, उत्तर रेलवे की अनुरा प्रभु देसाई एवं दक्षिण मध्य रेलवे की रिया मुखर्जी को द्वितीय तथा पश्चिम मध्य रेलवे की श्रीयांशी परदेशी एवं मध्य रेलवे की वैदही चैधरी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। मिश्रित युगल में दक्षिण पश्चिम रेलवे के पृथ्वी राॅय एवं उत्तर रेलवे की कनिका कंवल प्रथम, पश्चिम मध्य रेलवे के नितिन कुमार एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की दीक्षा चैधरी द्वितीय तथा दक्षिण पूर्व रेलवे के मंजीत एवं उत्तर मध्य रेलवे की शिवानी सिंह तृतीय स्थान पर रही। पुरुष युगल के 50 वर्ष से अधिक आयु में पूर्वोत्तर रेलवे के अनिल कुमार एवं संजीत प्रधान को पहला तथा अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आर.डी.एस.ओ.) के जी.के. श्रीवास्तव एवं मनोज कुमार को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ।

आज अन्तिम मुकाबले में मिश्रित युगल में दक्षिण पश्चिम रेलवे के पृथ्वी राॅय एवं उत्तर रेलवे की कनिका कंवल की जोड़ी ने पश्चिम मध्य रेलवे के नितिन कुमार एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की दीक्षा चैधरी की जोड़ी को कड़े मुकाबले में 2-1 से हराकर मुकाबला अपने नाम किया।

इस अवसर पर प्रमुख विभागाध्यक्ष, प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूर संचार इंजीनियर राजेश कुमार पाण्डेय, प्रमुख वित्त सलाहकार संजीव जैन, वरिष्ठ उप महाप्रबन्धक नीलमणि, उपाध्यक्ष/नरसा श्री सुनील कुमार गुप्ता, नरसा के पदाधिकारी, वरिष्ठ रेल अधिकारी, कर्मचारी, खिलाड़ी, बैडमिंटन प्रेमी उपस्थित थे। प्रतियोगिता के आयोजन में सहायक क्रीड़ाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने सराहनीय योगदान दिया।

*तहसील के वकीलों ने हरदोई में अधिवक्ता की निर्मम हत्या पर रोष जताया, विरोध में एसडीएम को सौंपा ज्ञापन*

गोरखपुर- तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने हरदोई में अधिवक्ता कनिष्क महरोत्रा के घर में घुस कर निर्मम हत्या करने के आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी करने, रासुका के तहत कठोर कार्रवाई और आश्रित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग करते हुए अधिवक्ताओं की सुरक्षा और अधिवक्ता कोष की मांग करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित पत्रक एसडीएम खजनी कुंवर सचिन सिंह को सौंपा।

प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी देते हुए तहसील के अधिवक्ताओं ने न्याय की मांग की। एसडीएम ने अधिवक्ताओं का पत्रक जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।