राहुल गांधी के बयान पर मंत्री ओपी चौधरी का तीखा प्रहार, कहा-

रायपुर-   लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट 2024-25 पर सदन में चर्चा में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा. राहुल गांधी के भाषण पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा कांग्रेस ने पांच दशकों तक देश को “पंजे के चक्रव्यूह” में फंसाए रखा, जिससे युवाओं, किसानों और नारी शक्ति की प्रगति रुकी रही. चौधरी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति का कल्याण हो रहा है, जबकि कांग्रेस केवल “ब्लेम गेम” की राजनीति कर रही है.

मंत्री ओपी चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, पांच दशकों तक देश तो पंजे के चक्र में में फंसा हुआ था. आज गरीब, युवा, अन्नदाता, नारी शक्ति, ज्ञान का पीएम मोदी के नए-नए योजनाओं के तहत कल्याण हो रहा है तो कांग्रेस ब्लेम गेम की राजनीति पर उतर आई है. उनको जवाब देना चाहिए की पांच दशकों तक उन्होंने क्यों देश की शक्ति, ऊर्जा, युवा, नारी, किसान को रोक करके रखा था. 1971 में गरीबी हटाओ का नारा लगाते रहे लेकिन गरीबी इनसे हटी नहीं. आज पीएम मोदी देश को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए कम कर रहे हैं. तो पंजे के चक्रव्यूह कहने के बजाय आज यह झूठा ब्लेम गेम कर रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि एक पुरानी परंपरा रही है हलवा सेरेमनी बजट में होती है. कांग्रेस के जमाने से और बरसों से दशकों से यह परंपरा रही है. उसका इस तरह किसी भी एक अच्छे चीज देश की जनता के लिए है तो यह परंपरा रही है. उसकी आलोचना करना बहुत ही गलत है. क्या राहुल गांधी को 1 लाख 48 हजार करोड़ खर्च करके 4 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार के लिए कम करना हलवा नजर आ रहा है. क्या राहुल गांधी को एक करोड़ युवाओं की इंटर्नशिप की व्यवस्था पांच हजार प्रति माह के एडिशल सपोर्ट के साथ करना उनको हलवा नजर आ रहा है ? ग्रीन ग्र हाउस इफेक्ट के कारण जो क्लाइमेट चेंज हो रहा है उससे सामना करने के लिए जो ब्रीड डिवेलप की जा रही है वो राहुल गांधी को क्या हलवा नजर आ रहा है? 11 लाख 11 हजार एक सौ ग्यारह करोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने की कोशिश का प्रावधान राहुल गांधी को हलवा नजर आ रहा है? उनको जवाब देना चाहिए.

जनसमस्या निवारण शिविरों में मिल रहे आवेदनों को निराकृत करने बनाएं प्रभावी व्यवस्था – अरुण साव

रायपुर-      उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने आज वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में 27 जुलाई से शुरू हुए जनसमस्या निवारण पखवाड़ा की समीक्षा की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में सभी नगर निगमों के आयुक्तों तथा नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को जनसमस्या निवारण शिविरों में मिल रहे आवेदनों को निराकृत करने प्रभावी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को जन अपेक्षाओं के अनुरूप काम करने को कहा। उन्होंने शहरों की समस्याओं के निदान और जन सुविधाएं विकसित करने के लिए व्यापक हित में योजना बनाने के निर्देश दिए। नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. और संचालक कुंदन कुमार भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बैठक में जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के तहत आयोजित वार्डवार शिविरों के सुचारु संचालन के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों के आवेदनों का त्वरित निराकरण करने को कहा। उन्होंने कहा कि हर वार्ड में आयोजित किए जा रहे शिविर आवेदन लेने का शिविर नहीं है। आवेदनों का तत्परता से निराकरण इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य है। श्री साव ने सभी आयुक्तों और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को शिविरों में सकारात्मक परिणाम के लिए बधाई दी। उन्होंने ज्यादा संख्या में मौके पर ही लोगों की समस्याएं निराकृत करने वाले नगरीय निकायों की पीठ थपथपाई और हौसला अफजाई की। उन्होंने बांकी बचे दिनों में भी जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के प्रभावी आयोजन के निर्देश दिए। शिविरों में आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए राशि जारी करने की बात भी कही।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने शिविरों के अनुभव के आधार पर कार्ययोजना बनाने को कहा। उन्होंने प्रधानमंत्री स्वनिधि और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ देने शिविरों में स्टॉल लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के अंतर्गत वार्डों में आयोजित हो रहे शिविरों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा, जिससे कि लोगों को अपने वार्ड में आयोजित हो रहे शिविर के बारे में पहले से जानकारी हो और वे अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए शिविर में पहुंच सके।

समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के शुरूआती तीन दिनों में प्रदेश भर में कुल 19 हजार 598 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 17 हजार 310 आवेदन मांगों से और 2288 आवेदन शिकायतों से संबंधित हैं। शिविरों में प्राप्त हुए करीब 40 प्रतिशत यानि 7747 आवेदनों को मौके पर ही निराकृत किया गया है। इस दौरान प्राप्त 1092 आवेदनों के दूसरे विभागों से संबंधित होने के कारण निराकरण के लिए संबंधित विभागों को भेजा गया है।

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित शिविरों के बहुत अच्छे परिणाम आ रहे हैं। आप सभी अच्छा आयोजन कर रहे हैं। इसी तरह 15 दिनों तक काम करना है। उन्होंने हितग्राहीमूलक कार्यों को मौके पर करने के साथ ही सामुदायिक सुविधाओं जैसे पानी, नाली, बिजली की समस्या इत्यादि का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पट्टा, सड़क, नाली, बिजली जैसी मांग आने पर इन्हें किसी भी मद से करने का प्रस्ताव भेज सकते हैं। सीएसआर और डीएमएफ मद से भी कार्य करा सकते हैं। उन्होंने शिविरों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करने को कहा। उप मुख्यमंत्री श्री साव के साथ मंत्रालय में समीक्षा बैठक में राज्य शहरी विकास अभिकरण (सुडा) के सीईओ शशांक पाण्डेय, नगरीय प्रशासन विभाग के अपर संचालक पुलक भट्टाचार्य और संयुक्त संचालक एस.के. सुंदरानी भी मौजूद थे। वहीं सभी नगर निगमों के आयुक्त, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी तथा नगरीय प्रशासन विभाग के पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों के संभागीय संयुक्त संचालक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक में जुड़े।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में इन अधिकारियों-कर्मचारियों के हुए तबादले

रायपुर- राज्य सरकार ने लोक यांत्रिकी विभाग में बड़ी संख्या में तबादले किये हैं। कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता सहित उप अभियंता और टेक्निशियन के तबादले हुए हैं।

देखिये लिस्ट-

 
छत्तीसगढ़ में युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा में उठाए सवाल

रायपुर-    रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए रोजगार और कौशल विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोकसभा में बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। जिसपर श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे ने बताया कि, केंद्र सरकार, छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में रोजगार के लिए अनेकों कदम उठा रही है। रोजगार सृजन के साथ रोजगार क्षमता में सुधार केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। देश 15 से 29 आयुवर्ग के युवाओं के लिए देश में अनुमानित बेरोजगारी दर वर्ष 2022-23 के दौरान 10 फीसदी रही जबकि छत्तीसगढ़ के लिए यह दर 7.1 फीसदी थी।

सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों जैसे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, ग्रामीण विकास, आवास और शहरी, वित्त, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय आदि अलग-अलग रोजगार सृजन योजनाएं कार्यान्वित कर रहे हैं जैसे प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी), महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एमजीएनआरईजीएम), पं. दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई), ग्रामीण स्वरोजगार और प्रशिक्षण संस्थान (आरए‌मईटीआई), दीन दयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएबाई-एनयूए‌लएम), प्रधान मंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) आदि में रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए पूंजीगत व्यय में वृद्धि शामिल है।

बृजमोहन अग्रवाल ने कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय से छत्तीसगढ़ में कौशल विकास प्रशिक्षण में नामांकित उम्मीदवार, आवंटित धन राशि और केंद्रों का विवरण भी मांगा। जिसपर कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने जानकारी दी है कि, मंत्रालय वर्ष 2015 से अपनी प्रमुख योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) का कार्यान्वयन कर रहा है, जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ सहित देश भर में युवाओं को अल्पावधि प्रशिक्षण (एसटीटी) के माध्यम से कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करना तथा पूर्व शिक्षण मान्यता के माध्यम से कौशलोन्नयन एवं पुनकौशलीकरण विकास प्रदान करना है। विगत तीन वर्षों के दौरान पीएमकेवीवाई के अंतर्गत छत्तीसगढ़ से 32हजार से ज्यादा उम्मीदवार नामांकित किए गए है जिसमे से 19810 महिला और 12193 पुरुष है। इतना ही नहीं राज्य से 670 महिलाओं समेत कुल 1283 उम्मीदवारों का नियोजन किया गया है। छत्तीसगढ़ में फिलहाल पीएमकेवीवाई के 192 प्रशिक्षण केंद्र संचालित हो रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में रेडियो सेवा को बेहतर बनाने के लिए सांसद बृजमोहन ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र
रायपुर-     रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में आकाशवाणी की रेडियो सर्विस को बेहतर बनाने के लिए रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती के लिए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है।बृजमोहन अग्रवाल ने लिखा है कि, छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर के आकाशवाणी केन्द्र में स्वीकृत 30 पदों में से 20 पद रिक्त हैं। जिन्हे शीघ्र पूर्ति की आवश्यकता है। साथ ही पर्याप्त संख्या में स्टाफ नहीं होने के कारण आदिवासी अंचल जगदलपुर (बस्तर) में सी-बैंड अप-लिंग आरएनयू सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद भी, यहां केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं का स्थानीय भाषा में सप्ताह में केवल एक ही दिन प्रसारण होता है, जिससे आदिवासी भाई-बंधु को समाचारों और अन्य जानकारियां को नियमित रूप से सुनने में में समस्या आती है। जिसके लिए बृजमोहन अग्रवाल ने तत्काल कारवाई की मांग की जाए।
राजधानी में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर से की मुलाकात, शहर के वार्डों के परिसीमन में गड़बड़ी को लेकर सौंपा ज्ञापन

रायपुर- कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर गौरव कुमार सिंह से मुलाकात की और परिसीमन में गड़बड़ी को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस मुलाकात में पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे, जिला अध्यक्ष गिरीश देवांगन, पंकज शर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता उपस्थित थे।

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में परिसीमन में गड़बड़ी के कई बिंदुओं को उठाया है। ज्ञापन में कहा गया है कि 2011 की जनगणना के बाद एक बार परिसीमन किया गया था, और उसी जनगणना को आधार बनाकर 2024 में पुनः परिसीमन किया गया, जो नगर निगम के संविधान के विपरीत है।

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वार्डों के नामों को दूसरे वार्डों में परिवर्तित कर दिया गया है और कई वार्डों की सीमाएं समान रूप से नहीं बनाई गई हैं, जिससे अनेक विसंगतियां उत्पन्न हो गई हैं। 2021 में जनगणना होनी थी, जो कि नहीं की गई, जिसके कारण वार्ड का पुनर्गठन एवं आरक्षण प्रभावित हो रहा है। इससे वार्ड के नागरिकों को वार्ड क्रमांक बदलने के कारण अपने निवास की जानकारी के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, पासपोर्ट और संबंधित सभी दस्तावेजों को सुधारने में कठिनाइयां आ रही हैं।

प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया कि सेटेलाइट सर्वे के आधार पर सभी घरों को चिन्हांकित किया गया और बोर्ड लगाकर शासनी ने खर्च किया, जिसे पुनः किया जा रहा है। इसके अलावा, भूमि पंजीयन में कलेक्टर गाइडलाइन बदलने से विरोधाभास की स्थिति बनेगी, जिससे अनेक समस्याएं उत्पन्न होंगी। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपकर इन समस्याओं का समाधान करने की मांग की है।

कांग्रेस का ज्ञापन –

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल द्वारा कलेक्टर गौरव कुमार सिंह को सौंपा गया ज्ञापन.
शिक्षक भर्ती 2023 के अभ्यर्थी भटकने को मजबूर, अब अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष से की भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी करने की मांग

रायपुर-  शिक्षक भर्ती 2023 के रिक्त पदों में भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी करने की मांग को लेकर आज एक बार फिर से प्रदेश के विभिन्न जिलों से अभ्यर्थी अनुसूचित जनजाति आयोग के दफ्तर पहुंचे. उन्होंने छठी सूची में योग्य अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी करने की मांग की है. साथ ही इसके संबंध में आयोग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. बता दें कि अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम अरुण साव और संचालय के सभी बड़े अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है लेकिन अभी तक मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है.

अभ्यर्थियों ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023 में पूर्व सरकार और लोक शिक्षण संचालनालय (शिक्षा विभाग) द्वारा 4 मई 2023 को 12489 पदों पर भर्ती 2023 का सीधी भर्ती का नोटीफिकेशन जारी किया गया था. इसकी परीक्षा 10 जून 2023 को सम्पन्न हुई और परीक्षा परीणाम 2 जुलाई 2023 को जारी हुआ. जिसमें वर्ग 02 शिक्षक के 5772 पद और व्याख्यता वर्ग 01 का 432 पद को पूर्ण कराने का प्रक्रिया प्रारंभ हुआ था जो कि एक वर्ष पूर्ण होने के बाद भी भर्ती प्रक्रिया इसी को लेकर वर्तमान में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के चलते यह भर्ती प्रक्रिया पांच माह विलम्ब हो गई है.

अभ्यर्थियों का कहना है शिक्षक भर्ती 2023 की बचे रिक्त पदों पर कौशलिंग कराकर यह भर्ती प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण कराने के लिए लोक शिक्षण संचालनालय (शिक्षा विभाग) को निर्देशित किया जाए.

अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और संचनालय के सभी बड़े अधिकारियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं. अब छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह से मुलाकात कर उनसे भी मांग करेंगे.

छत्तीसगढ़ में लोगों से बहुत स्नेह मिला, यहां के मुख्यमंत्री सरल सहज और सबको आगे लेकर जाने वाले - विश्वभूषण हरिचंदन

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के लोगों का मुझे बहुत स्नेह मिला। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के क्षमतावान नेतृत्व में छत्तीसगढ़ बहुत तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ेगा। यहां के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बहुत सरल सहज हैं। वे आर्थिक, सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के साथ पूरे छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल से, बुद्धिजीवियों से और आम जनता से बहुत स्नेह मिला, मैं हमेशा छत्तीसगढ़ के अपने भाइयों-बहनों के साथ खड़ा रहूंगा। इन शब्दों के साथ ही स्टेट हैंगर में हुए विदाई समारोह में जय जगन्नाथ तथा जय जोहार का संबोधन कर निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने छत्तीसगढ़ के निवासियों को भावुक विदाई दी।

निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि विदाई समारोह तो सबके जीवन में होता है। मेरे जीवन में भी हुआ है। मेरा छत्तीसगढ़ में राज्यपाल के रूप में समय बहुत अच्छे से बीता। यहां के लोग बहुत सरल और स्नेही हैं। यह बहुत सुंदर धरती है। यह प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी गरीबों, वंचित और हाशिये में पड़े लोगों को आगे लाने का कार्य कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ में इसका असर दिखता है। आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया गया और लोगों ने इसमें शामिल होकर राष्ट्र के प्रति अपनी भावनाएं प्रकट की।

निवर्तमान राज्यपाल ने कहा कि देश के सभी नागरिकों को अपनी मातृभूमि की बेहतरी के बारे में सोचना चाहिए। अपने समाज को बेहतर समाज बनाने के लिए कार्य करना चाहिए। श्री हरिचंदन ने कहा कि भारत अभी देश की पांचवी आर्थिक महाशक्ति है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है कि शीघ्र ही देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। जैसा कि आप जानते हैं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमारा लोकतंत्र सबके संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा करता है। विश्व राजनीति में भारत की अहम भूमिका है। जिस तरह से दुनिया युद्ध की विभीषिका झेल रही है। हमारे प्रधानमंत्री ने शांति की अपील की है और इसके लिए लगातार अपनी भूमिका निभा रहे हैं। रूस और अमेरिका दोनों मतभेद के दौर से गुजर रहे हैं लेकिन भारत का दोनों से मधुर संबंध है। हम शांति के लिए कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि दुनिया के दो बड़े नेता बाइडेन और पुतिन दोनों ने भारत के महत्व को सराहा है। हमें शांति की दिशा में काम करना है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि निवर्तमान राज्यपाल श्री हरिचंदन के साथ काम करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा। उन्होंने अपने संवैधानिक दायित्वों का पूरी निष्ठा से निर्वहन किया। प्रदेश के विकास को लेकर उनका मार्गदर्शन मिलता रहा।

विदाई समारोह के मौके पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, खेल मंत्री टंकराम वर्मा तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े भी मौजूद रही। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस मौके पर पहुंचे। मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्लै, राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद एवं बासवराजू भी मौके पर मौजूद रहे।

भारत को ओलंपिक में मिला एक और पदक, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मनु भाकर एवं सरबजोत को पदक जीतने पर दी बधाई
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने पर मनु भाकर एवं सरबजोत को हार्दिक शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड स्पर्धा में आप लोगों ने देश के लिए गौरव हासिल किया, इसके लिए आपको बहुत सारी शुभकामनाएं। अपने संदेश में उन्होंने लिखा है कि सुश्री मनु पहली भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक ही ओलंपिक खेल में दो पदक हासिल किए हैं यह विशेष उपलब्धि है।
निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को दी गई भावभीनी विदाई

रायपुर-    निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को आज राजभवन में भावभीनी विदाई दी गई। वे आज भुवनेश्वर (ओड़िशा) के लिए रवाना हो गए। इस अवसर पर प्रथम महिला सुप्रभा हरिचंदन भी उपस्थित थी।

राज्यपाल के प्रस्थान से पूर्व उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने राजभवन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात की और आर्शीवचन दिया। उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ की कृपा से आप सभी लोग सदैव समृद्ध और सुखी रहें। राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पुष्पवर्षा कर श्री हरिचंदन का अभिवादन किया।

इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार, विधिक सलाहकार भीष्म प्रसाद पाण्डेय एवं उपसचिव हिना अनिमेष नेताम सहित राजभवन के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।