शिक्षक भर्ती 2023 के अभ्यर्थी भटकने को मजबूर, अब अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष से की भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी करने की मांग

रायपुर-  शिक्षक भर्ती 2023 के रिक्त पदों में भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी करने की मांग को लेकर आज एक बार फिर से प्रदेश के विभिन्न जिलों से अभ्यर्थी अनुसूचित जनजाति आयोग के दफ्तर पहुंचे. उन्होंने छठी सूची में योग्य अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी करने की मांग की है. साथ ही इसके संबंध में आयोग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. बता दें कि अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम अरुण साव और संचालय के सभी बड़े अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है लेकिन अभी तक मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है.

अभ्यर्थियों ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023 में पूर्व सरकार और लोक शिक्षण संचालनालय (शिक्षा विभाग) द्वारा 4 मई 2023 को 12489 पदों पर भर्ती 2023 का सीधी भर्ती का नोटीफिकेशन जारी किया गया था. इसकी परीक्षा 10 जून 2023 को सम्पन्न हुई और परीक्षा परीणाम 2 जुलाई 2023 को जारी हुआ. जिसमें वर्ग 02 शिक्षक के 5772 पद और व्याख्यता वर्ग 01 का 432 पद को पूर्ण कराने का प्रक्रिया प्रारंभ हुआ था जो कि एक वर्ष पूर्ण होने के बाद भी भर्ती प्रक्रिया इसी को लेकर वर्तमान में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के चलते यह भर्ती प्रक्रिया पांच माह विलम्ब हो गई है.

अभ्यर्थियों का कहना है शिक्षक भर्ती 2023 की बचे रिक्त पदों पर कौशलिंग कराकर यह भर्ती प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण कराने के लिए लोक शिक्षण संचालनालय (शिक्षा विभाग) को निर्देशित किया जाए.

अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और संचनालय के सभी बड़े अधिकारियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं. अब छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह से मुलाकात कर उनसे भी मांग करेंगे.

छत्तीसगढ़ में लोगों से बहुत स्नेह मिला, यहां के मुख्यमंत्री सरल सहज और सबको आगे लेकर जाने वाले - विश्वभूषण हरिचंदन

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के लोगों का मुझे बहुत स्नेह मिला। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के क्षमतावान नेतृत्व में छत्तीसगढ़ बहुत तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ेगा। यहां के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बहुत सरल सहज हैं। वे आर्थिक, सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के साथ पूरे छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल से, बुद्धिजीवियों से और आम जनता से बहुत स्नेह मिला, मैं हमेशा छत्तीसगढ़ के अपने भाइयों-बहनों के साथ खड़ा रहूंगा। इन शब्दों के साथ ही स्टेट हैंगर में हुए विदाई समारोह में जय जगन्नाथ तथा जय जोहार का संबोधन कर निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने छत्तीसगढ़ के निवासियों को भावुक विदाई दी।

निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि विदाई समारोह तो सबके जीवन में होता है। मेरे जीवन में भी हुआ है। मेरा छत्तीसगढ़ में राज्यपाल के रूप में समय बहुत अच्छे से बीता। यहां के लोग बहुत सरल और स्नेही हैं। यह बहुत सुंदर धरती है। यह प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी गरीबों, वंचित और हाशिये में पड़े लोगों को आगे लाने का कार्य कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ में इसका असर दिखता है। आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया गया और लोगों ने इसमें शामिल होकर राष्ट्र के प्रति अपनी भावनाएं प्रकट की।

निवर्तमान राज्यपाल ने कहा कि देश के सभी नागरिकों को अपनी मातृभूमि की बेहतरी के बारे में सोचना चाहिए। अपने समाज को बेहतर समाज बनाने के लिए कार्य करना चाहिए। श्री हरिचंदन ने कहा कि भारत अभी देश की पांचवी आर्थिक महाशक्ति है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है कि शीघ्र ही देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। जैसा कि आप जानते हैं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमारा लोकतंत्र सबके संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा करता है। विश्व राजनीति में भारत की अहम भूमिका है। जिस तरह से दुनिया युद्ध की विभीषिका झेल रही है। हमारे प्रधानमंत्री ने शांति की अपील की है और इसके लिए लगातार अपनी भूमिका निभा रहे हैं। रूस और अमेरिका दोनों मतभेद के दौर से गुजर रहे हैं लेकिन भारत का दोनों से मधुर संबंध है। हम शांति के लिए कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि दुनिया के दो बड़े नेता बाइडेन और पुतिन दोनों ने भारत के महत्व को सराहा है। हमें शांति की दिशा में काम करना है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि निवर्तमान राज्यपाल श्री हरिचंदन के साथ काम करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा। उन्होंने अपने संवैधानिक दायित्वों का पूरी निष्ठा से निर्वहन किया। प्रदेश के विकास को लेकर उनका मार्गदर्शन मिलता रहा।

विदाई समारोह के मौके पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, खेल मंत्री टंकराम वर्मा तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े भी मौजूद रही। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस मौके पर पहुंचे। मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्लै, राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद एवं बासवराजू भी मौके पर मौजूद रहे।

भारत को ओलंपिक में मिला एक और पदक, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मनु भाकर एवं सरबजोत को पदक जीतने पर दी बधाई
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने पर मनु भाकर एवं सरबजोत को हार्दिक शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड स्पर्धा में आप लोगों ने देश के लिए गौरव हासिल किया, इसके लिए आपको बहुत सारी शुभकामनाएं। अपने संदेश में उन्होंने लिखा है कि सुश्री मनु पहली भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक ही ओलंपिक खेल में दो पदक हासिल किए हैं यह विशेष उपलब्धि है।
निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को दी गई भावभीनी विदाई

रायपुर-    निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को आज राजभवन में भावभीनी विदाई दी गई। वे आज भुवनेश्वर (ओड़िशा) के लिए रवाना हो गए। इस अवसर पर प्रथम महिला सुप्रभा हरिचंदन भी उपस्थित थी।

राज्यपाल के प्रस्थान से पूर्व उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने राजभवन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात की और आर्शीवचन दिया। उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ की कृपा से आप सभी लोग सदैव समृद्ध और सुखी रहें। राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पुष्पवर्षा कर श्री हरिचंदन का अभिवादन किया।

इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार, विधिक सलाहकार भीष्म प्रसाद पाण्डेय एवं उपसचिव हिना अनिमेष नेताम सहित राजभवन के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के 10वें राज्यपाल रामेन डेका आज रायपुर पहुंचेंगे, 31 को हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दिलाएंगे इन्हें शपथ

रायपुर- छत्तीसगढ़ के 10वें राज्यपाल रामेन डेका आज रायपुर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उनका स्वागत कर सकते हैं। बिलासपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा 31 जुलाई को नए राज्यपाल को शपथ दिलाएंगे। ये कार्यक्रम रायपुर के राजभवन में आयोजित होगा। अब तक प्रदेश के राज्यपाल रहे विष्वभूषण हरिचंदन अब छत्तीसगढ़ छोड़ गृह प्रदेश ओडिशा जा रहे हैं। उन्हें किसी अन्य प्रदेश का राज्यपाल नहीं बनाया गया है।

27 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छत्तीसगढ़, राजस्थान, झारखंड, पंजाब समेत 10 राज्यों के राज्यपालों की नई नियुक्ति की थी। झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन अब महाराष्ट्र के राज्यपाल होंगे। अब तक वहां रमेश बैस महाराष्ट्र के गवर्नर थे। बैस छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं और रायपुर लोकसभा सीट से 7 बार सांसद रहे हैं। उन्हें कहीं भी राज्यपाल इसबार नहीं बनाया गया। लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को हटाकर ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम के राज्यपाल का पद सौंपा गया है। माथुर छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रभारी रह चुके हैं।

एयरपोर्ट पर दिया जाएगा गार्ड ऑफ ऑनर

असम के सीनियर भाजपा नेता रामेन डेका मंगलवार को जब रायपुर पहुंचेंगे उनका खास स्वागत होगा। पुलिस के जवान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। प्रदेश के अन्य मंत्री भी उनका स्वागत करने एयरपोर्ट जा सकते हैं। प्रदेश के 10वें राज्यपाल डेका का जन्म 1 मार्च 1954 को असम के कामरूप जिले के सुआलकुची में हुआ था। वे असम की मंगलदोई लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर दो बार सांसद रह चुके हैं। वह BJP के संस्थापक सदस्यों में भी हैं। असम बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं।

राज्यपाल को शपथ दिलाने का ये है नियम

प्रदेश के CM और मंत्रियों को राज्यपाल शपथ दिलाते हैं। मगर राज्यपाल को शपथ कौन दिलाएगा इसका नियम तय है। भारत के संविधान अनुच्‍छेद 159 अनुसार राज्‍यपाल को राज्‍य के हाईकोर्ट के मुख्‍य न्‍यायमूर्ति ही शपथ दिलाते हैं। इस वक्त बिलासपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा हैं।

भाजपा महिला युवा मोर्चा की मंडल उपाध्यक्ष ने वरिष्ठ नेत्री पर लगाए गंभीर आरोप, वीडियो में रोते हुए सीएम और प्रदेश अध्यक्ष से लगाई मदद की गुहार
दंतेवाड़ा- जिला भाजपा की राजनीति में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। किरंदुल की रहने वाली भाजपा महिला युवा मोर्चा की मंडल उपाध्यक्ष बबिता गिरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में वे रोते हुए कह रही हैं कि वरिष्ठ भाजपा नेत्री मीरा तिवारी, जो वर्तमान में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं, उनके खिलाफ बेहद गंदे आरोप लगाती हैं और किसी के भी साथ उनका नाम जोड़ती हैं।

बबिता गिरी ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, “यदि मीरा तिवारी जी इसी तरह करती रहीं तो मुझे आत्महत्या करनी पड़ेगी।” बबिता ने यह भी बताया कि जिला भाजपा के सभी पदाधिकारियों को उनकी व्यथा की जानकारी है, लेकिन इसके बावजूद मीरा तिवारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

बबिता ने अपने हालात का बयां करते हुए कहा, “मैं किसी पुरुष भाजपाई नेता के बगल में बैठ नहीं सकती। कोई पुरुष मुझे बैठाना भी नहीं चाहता, क्योंकि उसे भी डर है कि कहीं उसका नाम जोड़ कर उसे बदनाम न कर दिया जाए। जिला भाजपा में मैं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हूं। यदि मुझे आत्महत्या करनी पड़ी तो इसके लिए सिर्फ मीरा तिवारी जिम्मेदार होंगी।”

इस वीडियो के वायरल होने के बाद जिला भाजपा में हड़कंप मच गया है। अब सभी की नजरें भाजपा नेतृत्व पर हैं कि वे इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। अब देखना यह होगा कि भाजपा नेतृत्व इस गंभीर आरोप पर क्या कार्रवाई करता है और बबिता गिरी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
राजधानी समेत सभी जिलों में कमजोर रहा मानसून, प्रदेश में 30 जुलाई से फिर अच्छी बारिश की संभावना
रायपुर-   छत्तीसगढ़ में लगातार हफ्तेभर से अच्छी बारिश के बाद सोमवार को मानसून कमजोर रहा. राजधानी रायपुर में सुबह हल्की बारिश के बाद पूरे दिन बदली छाई रही. वहीं अन्य जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 30 जुलाई मंगलवार से प्रदेश में फिर से मानसून सक्रीय होगा और अच्छी बारिश होगी. मौसम वैज्ञानकों ने मंगलवार को प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है.

ऐसा रहा सोमवार को प्रदेश का मौसम

सोमवार शाम तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई वहीं कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई सबसे ज्यादा भानुप्रतापपुर स्टेशन और राजनांदगांव में 8CM  दर्ज की गई. वहीं प्रदेश का अधिकतम तापमान बलरामपुर में  34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई और सबसे न्यूनतम तापमान दुर्ग में 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई.

बारिश का कहर

छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश के चलते नदी नाले उफान पर है. बीते दिन रविवार को बस्तर संभाग में लगातार बारिश के चलते लगातार पुल पर बांध टूटने, और घरों की छत ढह जाने से हादसे हो रहे हैं. रविवार शाम कांकेर के किसकोड़ो गांव में तेज बारिश के चलते मकान ढहने से 6 महीने की मासूम बच्ची की मौत हो गई और बच्ची की मां को गंभीर चोट आई है, जिसे नारायणपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

उधर कोंडागांव में NH-30 के जुगानी पुल को पार करते वक्त एक युवक तेज बहाव में बह गया. लगभग 1 घंटे की मशक्कत के बाद उसे रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया. इसके अलावा कोंटा में शबरी और आंध्रप्रदेश के भद्राचलम में गोदावरी नदी के जलस्तर बढ़ने से छत्तीसगढ़ से आंध्रप्रदेश का सड़क संपर्क टूट गया है.

वहीं रायगढ़ जिले में बारिश के चलते महानदी उफान पर थी. इसके चलते शनिवार को सरिया ब्लॉक के डूब क्षेत्र के गांव फरसारामपुर, नदीगांव, सुरसी, ठेंगागुड़ी, लिप्ती, बोरदा, सुरजगढ़, रानीडीही, कोर्रा, पोरथ, तोरा में लगभग 200 एकड़ खेतों में पानी भर गया था. सोमवार को खेतों का पानी कम हुआ लेकिन पूरे एक दिन तक खेतों में लबालब पानी भरा रहा. हालांकि अब भी कुछ खेतों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे किसान चिंतित हैं.
संसद में उठा सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनाने का मुद्दा, छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ल ने शून्यकाल के दौरान की मांग
रायपुर- छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ल ने आज संसद में शून्यकाल के दौरान सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता देने की मांग की। सांसद राजीव शुक्ल ने कहा कि हाल ही में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किए गए उत्खनन से पता चला है कि सिरपुर कभी बौद्धों के लिए एशिया के प्रमुख शैक्षिक केंद्रों में से एक था। यहां के हिंदू, जैन, और बौद्ध मंदिरों का समूह, जो पांचवीं सदी से संबंधित है, इस स्थल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्वता को दर्शाता है। लक्ष्मण मंदिर, राम मंदिर, गंगेश्वर मंदिर और बौद्ध हेड जैसे प्रमुख स्थल अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित कर चुके हैं।



राजीव शुक्ल ने कहा कि सिरपुर की प्राचीन संरचनाओं की उपस्थिति और उनके संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए, इसे वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता देने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाए और इसके संरक्षण और रखरखाव के लिए कदम उठाए जाएँ।


शुक्ल ने यह भी बताया कि इस मान्यता से सिरपुर की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी और छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक महत्वता को बढ़ावा मिलेगा। इस प्रस्ताव की स्वीकृति से सिरपुर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया जा सकेगा और इसके लिए आवश्यक संरक्षण प्रयासों को बल मिलेगा।
लोकसभा में BJP के सचेतक बने सांसद संतोष पांडे, देखें आदेश

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी ने राजनांदगांव से सांसद संतोष पांडे को लोकसभा में पार्टी के सचेतक (व्हीप) का कार्यभार सौंपा गया है. भाजपा संसदीय दल के कार्यालय सचिव डॉ. शिव शक्ति नाथ बख्शी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को सांसदों के नामों की एक लिस्ट प्रेषित की है, जिसमें मुख्य सचेतक (चीफ व्हीप) और सांसद संतोष पांडेय समेत 16 सांसदों का नाम शामिल जिन्हें सचेतक (व्हीप) बनाया गया है.

 

छात्रावास भवन निर्माण में भारी लापरवाही, मंत्री ओपी चौधरी के निर्देश पर छग गृह निर्माण मंडल के प्रभारी उपायुक्त निलंबित

रायपुर- राजधानी रायपुर के एकलव्य खेलकूद प्रकल्प परिसर, रायपुर छात्रावास भवन एवं स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण कार्य में गड़बड़ी की शिकायत पर पर्यावरण एवं आवास मंत्री ओपी चौधरी ने मामले को गंभीरता से लिया. मंत्री के निर्देश पर छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के प्रभारी उपायुक्त संदीप साहू को निलंबित किया गया है. वहीं इस मामले में शामिल अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. मंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि गुणवत्ताविहीन कार्य करने और काम में लापरवाही बरतने वाले किसी भी अधिकारी को बक्शा नहीं जाएगा.
बता दें कि वनवासी विकास समिति के लिए एकलव्य खेलकूद प्रकल्प परिसर रायपुर में 15.23 करोड़ की लागत से बनने वाले छात्रावास भवन के लिए कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल को नोडल एजेंसी बनाया था. यह राशि एनएमडीसी और एसईसीएल के सीएसआर मद से प्राप्त की गई. संदीप साहू द्वारा तैयार किए गए प्रारंभिक अनुमानों और 10 फरवरी 2022 को स्वीकृत अनुमानों में विसंगतियां पाई गईं है. इन अनुमानों के आधार पर टेंडर स्वीकृत हुआ, जिसके परिणामस्वरूप प्रारंभिक स्वीकृत राशि 1.35 करोड़ से अधिक 6.47 करोड़ की अतिरिक्त बजट आवश्यकता उत्पन्न हुई. यह असंगति तकनीकी लेखा प्रकोष्ठ (TAC) द्वारा 15 फरवरी 2022 को निरीक्षण में नोट की गई.संदीप साहू ने सही आंकड़े प्रस्तुत नहीं किए और अतिरिक्त धनराशि के अनुमोदन के लिए गलत जानकारी दी गई. इससे 1,35,63,573 रुपए की सार्वजनिक निधि का दुरुपयोग हुआ है. वनवासी विकास समिति के पदाधिकारियों डॉ. अनुराग जैन सचिव, पुरुषोत्तम विधानी, राघव जोशी, रामनाथ कश्यप ने इस कार्य में हो रही गड़बड़ी और अनियमितता की शिकायत पर्यावरण एवं आवास मंत्री ओपी चौधरीआवास से की थी. इस मामले में मंत्री ने तत्काल संज्ञान लेते हुए आयुक्त कुदंन कुमार को मामले की जांच के आदेश दिए थे.जांच के दौरान तत्कालीन कार्यपालन अभियंता संदीप साहू द्वारा बिना प्रशासकीय स्वीकृति और तकनीकी स्वीकृति प्राप्त कार्य कराने व छलपूर्वक पूर्व में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कर लिए गए कार्य की तकनीकी स्वीकृति प्राप्त करने, प्राक्कलन बिना सहायक अभियंता और उप-अभियंता के हस्ताक्षर के प्रस्तुत करने और स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का कार्य बिना प्रशासकीय स्वीकृति एवं तकनीकी स्वीकृति करा लेने का दोषी पाया गया. अधिकारी द्वारा फर्नीचर आदि की खरीदी के लिए ठेकेदार मेसर्स गणपति इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिलासपुर को 1,35,63,573 रुपए का भुगतान माह जनवरी, 2023 में किया गया है, जबकि उस समय सिविल कार्य पूरा नहीं हुए थे.ठेकेदार को उक्त प्रयोजन से भुगतान किए जाने पूर्व निक्षेपदाता विभाग अथवा संस्था जिसे निर्मित भवन हस्तांतरित किया जाना था, अर्थात् वनवासी विकास समिति से सहमति प्राप्त नहीं की गई थी. संदीप साहू ने सामग्रियों को राशि के भुगतान से पूर्व सामग्रियों की वास्तविक कीमत और उसकी गुणवत्ता का सत्यापन न कराते हुए मनमाने ढंग से ठेकेदार को भुगतान कर उसे लाभान्वित किया है. इस मामले की जांच रिपोर्ट आते ही मंत्री ओपी चौधरी ने त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए.जांच में पाया गया कि संदीप साहू ने आवश्यक दस्तावेजों का रखरखाव नहीं किया और निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया. उनके कार्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील) नियम, 1965, और छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1966 के उल्लंघन में पाए गए हैं.मंत्री के निर्देश पर आयुक्त छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल ने तत्कालीन कार्यपालन अभियंता संदीप साहू को निलंबित करते हुए मुख्यालय प्रक्षेत्र बिलासपुर निर्धारित किया है. इस मामले में शामिल अन्य अधिकारी नीतू गणवीर कार्यपालन अभियंता, ताराचंद सिन्हा सहायक अभियंता एवं राजकुमार परस्ते उप-अभियंता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.इस मामले में आईएएस कुंदन कुमार ने कहा कि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल एक गहन जांच करेगा, ताकि इस प्रकार की विसंगतियों दूर किया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सके. संबंधित अधिकारी, निर्माण और विकास गतिविधियों में पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.