केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से उनके निवास में की सौजन्य मुलाकात

रायपुर- केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया आज बीजेपी बजट संवाद कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एक दिवसीय दौरे पर राजधानी रायपुर पहुंचे. कार्यक्रम के बाद वह मीडिया से रूबरू हुए. इसके बाद केंद्रीय मंत्री मांडविया पूर्व सीएम और मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से उनके निवास पर मुलाकात करने पहुंचे, इस दौरान डॉ रमन सिंह ने पुष्पगुच्छ और शॉल भेंटकर उनका स्वागत किया.

विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह के निवास पर इस औपचारिक मुलाक़ात में समसामयिक राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई. इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, मंत्री नेता रामविचार नेताम, टंकराम वर्मा, लखन लाल देवांगन समेत अन्य मंत्री भी मौजूद थे.

बता दें कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान मनसुख मांडविया को चुनाव प्रभारी बनाया गया था. उनके नेतृत्व में राज्य में भाजपा ने चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करते हुए प्रदेश की सत्ता में एक बार फिर वापसी की थी.

बजट संवाद कार्यक्रम में मनसुख मांडविया का संवाद

आज बजट संवाद कार्यक्रम में मनसुख मांडविया ने कहा-” पीएम मोदी का यह बजट युवा और एम्प्लायमेंट पर आधारित है, छत्तीसगढ़ के विकास के लिए अहम है. यह बजट वन उत्पाद को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने वाला बजट है. उन्होंने मोदी टोकन में नहीं टोटल में सोचते हैं. 2047 तक देश को विकसित भारत बनाना है. नरेंद्र मोदी ने 2047 के विकास के मॉडल को रखा है. साल 2047 में देश आजादी का 100 साल मना रहा होगा उस समय देश के विकास को क्या गति मिलेगी वह मोदी के विधान में है. पीएम मोदी ने 2047 के विकास के लिए 4 जाति का पिलर रखा है. गरीब, अन्नदाता, महिला और युवाओं का विकास. इस चारों का विकास करके हम 2047 तक विकसित भारत का संकल्प रख सकते हैं.”

बजट में किसान और खेती पर खास फोकस: “मोदी ने इस बार के बजट में कुल 9 प्राथमिकताएं तय की हैं. इस बार के बजट में मोदी ने किसान और खेती को फोकस किया है. किसान सम्मन निधि. देश के विकास के लिए हम काम कर रहे हैं. 1लाख 52 हजार करोड़ का बजट दिया गया है. किसान के विकास से ही देश की इकोनॉमी को रफ्तार दी जा सकती है. हमारी सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती की तरफ ले जाने का काम कर रही है. 10000 ऐसे केंद्र बनाए जाएंगे जहां से किसानों को ऑर्गेनिक खेती के लिए जानकारी दी जा सके.”

केंद्रीय मंत्री मांडविया ने बताया कि अपॉइंटमेंट के लिए 1लाख 48000 करोड़ इंसेंटिव के द्वारा दिया जाएगा. 12 हजार केंद्र सरकार EPFO को देगी, नौकरी देने वाला 12 हजार देगा. स्किल बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. नौकरी देने वाले लोग आ रहे हैं लेकिन उनको स्किल लोग नहीं मिल रहे हैं. स्किलिंग के लिए हब एंड पब के माध्यम से स्किल मैनपावर तैयार करेंगे. 1 करोड़ युवाओं को हर साल इंटर्नशिप कराएंगे और 4 सालों में चार करोड़ स्किल्ड युवा तैयार करके रोजगार के अवसर बढ़ाएंगे.

छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों के बदले गए राज्यपाल, रामेन डेका बनाए गए छत्तीसगढ़ के नए गवर्नर
नई दिल्ली- देश में छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान सहित 9 राज्यों में राज्यपालों की नियुक्ति की गई है. राष्ट्रपति भवन ने जानकारी देते हुए बताया कि रामेन डेका को छत्तीसगढ़ का नया राज्यपाल बनाया गया है. वहीं झारखंड के नए राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार बनाए गए हैं. इसके साथ ही अन्य राज्यों में भी राज्यपालों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की है. 9 राज्यों में नये राज्यपाल नियुक्तराष्ट्रपति भवन ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत के राष्ट्रपति ने बनवारीलाल पुरोहित का पंजाब के राज्यपाल और संघ शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के रूप में इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. साथ ही राष्ट्रपति ने के. कैलाशनाथन को पुडुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया है. इसके साथ ही 9 राज्यों में राज्यपालों की नियुक्ति की गई है.
1. हरिभाऊ किसनराव बगडे को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
2. जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
3. ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
4. संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
5. रमन डेका को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
6. सी. एच. विजयशंकर को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
7. सी.पी. राधाकृष्णन, जो वर्तमान में झारखंड के राज्यपाल हैं और तेलंगाना के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे हैं, उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
8. गुलाब चंद कटारिया, जो असम के राज्यपाल हैं, उन्हें पंजाब का राज्यपाल और संघ शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक नियुक्त किया गया है.
9. लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, जो वर्तमान में सिक्किम के राज्यपाल हैं, उन्हें असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है और मणिपुर के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है
प्रदेश के ईएसआईसी अस्पतालों की व्यवस्थाएं होंगी दुरूस्त: केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया

रायपुर-  केंद्रीय रोजगार, खेल और श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा है कि राज्य के रायगढ़, कोरबा, भिलाई और रायपुर में संचालित ईएसआईसी अस्पताल में चिकित्सक सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त की जाएगी। उन्होंने श्रम विभाग के प्रस्ताव पर रायगढ़ जिले के लारा और खरसिया में ईएसआईसी औषधालय प्रारंभ किए जाने की सहमति भी दी। इस अवसर पर बैठक में श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, खेल मंत्री टंक राम वर्मा, विधायक किरण देव और सुशांत शुक्ला उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के प्रवास पर रायपुर पहुंचे केंद्रीय रोजगार, खेल और श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज रायपुर स्थित न्यू सर्किट हाउस में मंत्री लखनलाल देवांगन के साथ विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर श्रम विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने केंद्रीय मंत्री श्री मंडाविया को प्रदेश के ईएसआईसी (कर्मचारी राज्य बीमा निगम) अस्पतालों में डॉक्टरों, विशेषज्ञ डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ की कमी के संबंध में अवगत कराया।

मंत्री श्री देवांगन ने बताया की प्रदेश में ईएसआईसी द्वारा रायपुर, भिलाई, कोरबा और रायगढ़ में क्रमशः 100-100 बेड के अस्पतालों का निर्माण कराया गया है। सभी जगह स्वास्थ्य सेवाएं प्रारंभ हो चुकी है, लेकिन कोरबा, भिलाई और रायगढ़ में अब तक आईपीडी की सुविधा शुरु नही हुई है। उक्त दोनों जिलों में क्रमशः 40 हजार और 50 हज़ार श्रमिक परिवार पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में पर्याप्त डॉक्टर और स्टाफ नहीं होने से श्रमिक परिवारों को अन्य शहर रेफर करना पड़ता है। मंत्री श्री देवांगन ने ईएसआईसी के सभी चारों अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर व अन्य सुविधाएं प्रारंभ करने का अनुरोध किया।

इस पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने ईएसआईसी के अधिकारियों को अस्पताल की सारी कमियां दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रम विभाग के प्रस्ताव पर लारा, खरसिया में ईएसआईसी के औषधालय की सहमति दी। बैठक में ईएसआईसी में ईपीएफओ में पंजीकृत श्रमिक समीक्षा हुई। केन्द्रीय श्रम मंत्री ने ईपीएफओ के अधिकारियों पर नाराजगी भी जाहिर की और अद्यतन स्थिति की समीक्षा कर श्रमिकों को पंजीकृत करने के निर्देश दिए गए।

केंद्रीय राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास श्रीमती ठाकुर ने रायपुर में अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की समीक्षा की

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर आज रायपुर पहुंची केंद्रीय राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास सावित्री ठाकुर ने नया रायपुर स्थित विश्राम गृह में महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न योजनाओं की समीक्षा और उनके प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करना था। बैठक के दौरान, श्रीमती ठाकुर ने अधिकारियों से विभिन्न योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की और वर्तमान चुनौतियों और उनके समाधान के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों के विकास के लिए संचालित योजनाओं का प्रभावी ढंग से कार्यान्वयन सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है।

श्रीमती ठाकुर ने कहा कि अधिकारी जमीनी स्तर पर योजनाओं की स्थिति का नियमित निरीक्षण करें और महिलाओं और बच्चों की बेहतरी के लिए हरसंभव मदद करें। उन्होंने कहा कि हमारे देश का भविष्य बच्चों और महिलाओं के हाथ में है, और उनके सर्वांगीण विकास के लिए हमें प्रतिबद्ध रहना होगा। बैठक में महतारी वंदन योजना, एकीकृत बाल विकास कार्यक्रम, बाल संरक्षण योजना, आंगनवाड़ी सेवाएं, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, और सखी वन स्टॉप सेंटर जैसी योजनाओं की समीक्षा की गई। श्रीमती ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लाभार्थियों तक योजनाओं की जानकारी पहुँचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाएं और उन्हें योजना के लाभ से अवगत कराएं।

इस अवसर पर सचिव एवं आयुक्त शम्मी आबिदी ने राज्य में महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं और उनकी अद्यतन प्रगति की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में संचालक, महिला एवं बाल विकास तुलिका प्रजापति सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के पहले ही दिन 4241 आवेदनों का मौके पर निराकरण, नगरीय निकायों में आज से शुरू हुए शिविरों में मिले कुल 7757 आवेदन

रायपुर-   प्रदेश के नगरीय निकायों में आज से प्रारंभ हुए जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के पहले ही दिन लोगों के 4241 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया। प्रदेश के सभी 184 नगरीय निकायों में आयोजित शिविरों में आज जन समस्याओं और जन सुविधाओं से संबंधित कुल 7757 आवेदन प्राप्त हुए। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने आज स्वयं जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के पहले दिन सभी नगर निगमों के आयुक्तों और संभागीय क्षेत्रीय कार्यालयों के संयुक्त संचालकों से फोन पर बातकर शिविरों के सुचारु संचालन के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को पूरी संवेदनशीलता के साथ शहरवासियों के आवेदनों का त्वरित निराकरण करने को कहा है।

10 अगस्त तक चलेगा जनसमस्या निवारण पखवाड़ा

नगरीय निकायों में आज से शुरू जनसमस्या निवारण पखवाड़ा 10 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में वार्डवार शिविरों का आयोजन कर लोगों की समस्याओं का निदान किया जाएगा। इन शिविरों में स्थानीय प्रशासन में लंबित शिकायतों का त्वरित निदान किया जाएगा और नागरिकों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविर में मौजूद रहकर समस्याओं का निराकरण यथासंभव मौके पर ही करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने छत्तीसगढ़ के खेल प्रतिभाओं को सराहा

रायपुर-   केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने छत्तीसगढ़ के जैवलिन थ्रो के 16 वर्षीय खिलाड़ी विजय यादव की तारीफ की और ओलंपियन नीरज चोपड़ा से प्रेरणा लेने कहा। उन्होंने श्री यादव को शाबासी देते हुए कहा कि इतने कम उम्र में यह उम्दा प्रदर्शन है। सरगुजा जिले के इस खिलाड़ी ने 68 मीटर से अधिक की लंबी दूरी तक भाला फेंककर अपना दम दिखाया। केन्द्रीय खेल मंत्री राजधानी रायपुर के कोटा स्थित स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में खिलाड़ियों से मुलाकात करने पहुंचे थे।

केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मांडविया ने छत्तीसगढ़ की महिला फुटबॉलर सुश्री किरण पिस्दा का भी उत्साहवर्धन किया। किरण ने क्रोएशिया के फर्स्ट क्लास टीम डब्ल्यूएफसी डिनामो जाग्रेब की ओर से प्रोफेशनल खिलाड़ी के तौर पर यूरोपियन फुटबॉल प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुकी है। पिछले पांच वर्षों से वह रायपुर फुटबाल अकादमी ट्रेनिंग ले रही थी। सुश्री किरण केरला बालस्टर्स वुमन और सेतु एफसी के लिए भी खेल चुकी है। उन्होंने कहा कि हमारी देश की बेटिया इसी तरह खेल का प्रदर्शन कर देश का नाम रौशन करेंगे।

केन्द्रीय खेल मंत्री ने खेलों इंडिया लघु केंद्र में वेटलिफ्टिंग के खिलाड़ियों से मुलाकात की और खेलों में उनके प्रदर्शन को सराहा। राज्य के अलग-अलग जिलों से खेल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका मनोबल बढ़ाते हुए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। तीरंदाजी, फुटबॉल, एथलेक्टिक्स के खिलाड़ियों को भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। कृषि मंत्री रामविचार नेताम, खेल मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक सुशांत शुक्ला, खेल सचिव हिमशिखर गुप्ता, नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा व खेल संचालक तनुजा सलाम और बड़ी संख्या में खिलाड़ी भी उपस्थित थे।

केन्द्रीय मंत्री ने खेलों इंडिया सेंटर में दिए जा रहे खेल सुविधाओं और श्रमिकों के लिए संचालित योजनाओं की समीक्षा की

रायपुर-    केन्द्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दो जिलो में जल्द ही खेलों इंडिया सेंटर की स्वीकृति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा खेलों इंडिया सेंटरों में अधोसंरचना निर्माण के लिए भरपूर मदद दी जाएगी। केन्द्रीय खेल मंत्री न्यू सर्किट हाउस में खेल एवं श्रम विभाग की विभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, विधायक किरण देव सिंह, सुशांत शुक्ला भी उपस्थित थे।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के 31 जिलों में खेलों इंडिया सेंटर का संचालन किया जा रहा है। दो जिलों में खेलों इंडिया सेंटर की स्वीकृति मिलने के बाद राज्य के सभी जिलों में खेलों इंडिया सेंटर प्रारंभ हो जाएंगे। इससे राज्य के खेल प्रतिभाओं को निखरने का अवसर मिलेगा। इन सेंटरों में 1181 खिलाड़ियों को विभिन्न खेलों में प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं।

केन्द्रीय खेल मंत्री ने कहा कि राज्य में खेल एवं खिलाड़ियों के संवर्धन और विकास के लिए राज्य में उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग किया जाए। राज्य में स्थापित उद्योगों से खेलों के लिए सीएसआर मद से राशि उपलब्ध कराने के प्रयास किया जाए। खेलों इंडिया के तहत राज्य में स्थापित सभी सेंटरों में खेलों के लिए आवश्यक सभी संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

श्रम विभाग की समीक्षा करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री मांडविया ने कहा कि राज्य के श्रमिकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही केन्द्रीय एवं राज्य योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ दिलाए जाएं। औद्योगिक संस्थानों में श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए औषधालयों में आवश्यक उपकरण और विशेषज्ञों के साथ-साथ आवश्यक दवाईयों का भण्डारण पर्याप्त रूप से हो। उन्होंने कहा कि औद्योगिक संस्थानों में श्रमिकों को उनके कौशल के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराएं। श्रमिकों के लिए आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था के साथ-साथ सिकलसेल के परीक्षण एवं उपचार की भी व्यवस्था की जाए।

वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम विभाग मंत्री लखन लाल देवांगन और खेल मंत्री टंक राम वर्मा ने राज्य में खेलों के विकास के लिए स्कूल स्तर से ही बच्चों को सुविधाएं और प्रशिक्षण की व्यवस्था पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि खेल मैदान में आवश्यक संसाधन एवं सुविधाओं के साथ-साथ खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।

श्रम विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी. ने अवगत कराया कि राज्य के श्रमिकों का पंजीयन कर श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। राज्य के प्रवासी श्रमिकों के लिए विभिन्न राज्यों में प्रवासी संसाधन केन्द्र अर्थात मोर चिन्हारी भवन का निर्माण किया जा रहा है। इससे प्रवासी श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर सहयोग मिल सकेगा। इस अवसर पर खेल विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, संयुक्त सचिव तारन प्रकाश सिन्हा, खेल संचालक तनुजा सलाम सहित संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

धरसीवां में सांसद बृजमोहन अग्रवाल, मतदाताओं का जताया आभार

रायपुर-      रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल मतदाताओं का आभार व्यक्त करने शनिवार को धरसीवां पहुंचे। जहां उन्होंने मतदाता अभिनंदन समारोह में स्थानीय मतदाताओं एवं पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया और लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।

कृषि उपज मण्डी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, लोकसभा चुनाव में मिली जीत पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों की जीत हैं। जिन्होंने मोदी की गारंटी और विष्णु के सुशासन पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने जनता के बीच में भ्रम फैलाने की कोशिश की कि, भाजपा सरकार आने पर संविधान को बदल देगी। लेकिन कांग्रेस की इन चालबाजियों को रायपुर की जनता अच्छे से समझ गई और उनके झांसे में नहीं आई।

बृजमोहन अग्रवाल ने आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस को सबक सिखाने और सभी सीटों पर कमल खिलाने की पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता से अपील की।

रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शनिवार को धरसीवां में मतदाता अभिनंदन समारोह के स्थानीय मतदाताओं और कार्यकर्ताओं का मंत्री अनुज शर्मा, पूर्व विधायक देव जी भाई पटेल, अशोक बजाज, जिला अध्यक्ष ग्रामीण श्याम नारंग, महामंत्री अनिल अग्रवाल, मंडल अध्यक्ष के के वर्मा, भरत सोनी, नरेंद्र ठाकुर समेत पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

विधानसभा सत्र को लेकर कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र, रायपुर में हुए विधानसभा के घेराव आंदोलन जैसे मामलों को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रायपुर के राजीव भवन कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत शामिल थे। महंत और बघेल ने प्रदेश में फर्जी नक्सल एनकाउंटर मामले को लेकर एक बड़ा बयान दिया।

चरणदास महंत ने कहा कि- प्रदेश में आम लोगों की हत्या के बाद उनके शवों के पास पुलिस भरमार बंदूक रख रही है। उन्हें नक्सली बता रही है। यह बात महंत ने 24 जुलाई को विधानसभा में भी उठाई थी। विधानसभा में हुई चर्चा को लेकर महंत ने प्रेस कॉन्फेंस में बताते हुए कहा- सदन में मैंने असलियत को रखने की कोशिश की। बस्तर के थानों में पहले से जमा भरमार बंदूक हैं। उन भरमार बंदूकों को ले जाते हैं और जहां आम आदमी की हत्या हो जाती है या इनके गोली से जो आम आदमी मर जाता है, उस शव के सामने पुरानी भरमार बंदूक को रख देते हैं। फिर उसको नक्सली घोषित कर देते हैं या करने की कोशिश करते हैं।

महंत ने आगे कहा- आप सोचिए कब से भरमार बंदूक का चलन हमारे देश में बंद हो चुका है। नक्सली जो बड़े-बड़े आधुनिक मशीन गन रखते हैं, जिनके पास लांचर है वह क्या भरमार बंदूक का उपयोग करते होंगे। मैंने सरकार से सदन में पूछा कि क्या कभी आपने भरमार बंदूकों की जांच कराई है ? उसकी संख्या कितनी है ? सिर्फ हमारे आम नागरिकों को नक्सली बताने में भरमार बंदूक का उपयोग हो रहा है। सदन में हमनें सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाई है।

भरमार बंदूक वाली बात पर आगे भूपेश बघेल ने कहा- हमारी सरकार की बैठक थी। तब यूनिफाइड कमांड की बैठक हुई थी। मैंने कहा था की भरमार बंदूक कि जब्ती दिखाएंगे तो मैं मालखाने में जाकर भरमार बंदूक की गिनती करूंगा। उसके बाद से 5 साल तक आप देखेंगे की भरमार बंदूक जब्ती में बड़ी गिरावट आई थी, और अब फिर से जब से भाजपा की सरकार आई है तब से भरमार बंदूक को दिखाया जा रहा है।

बघेल ने आगे कहा- इसका कारण यह है कि दबाव है कि आपको गिरफ्तारियां करनी हैं। आपको एनकाउंटर करके बताना है तो दबाव पूर्वक यदि पुलिस से कार्रवाई करवाएंगे तो गलती ही करेंगे। उनको तो उपलब्धि बताना है, इसलिए किसी को भी गिरफ्तार कर रहे हैं किसी का भी एनकाउंटर कर रहे हैं ।

गृह मंत्री ने क्या कहा था, इस मामले में

24 जुलाई को विधानसभा की कार्रवाई के दौरान जब चरणदास महंत ने भरमार बंदूक को शवों के पास रखने की बात की तो जवाब गृह मंत्री विजय शर्मा ने दिया था। शर्मा ने कहा था- इस तरीके से विषय का प्रस्तुतीकरण करना कि कोई खत्म (निधन) हो गया, और उसके पास में जाकर बंदूक रखकर फोटो खींच दिए, यह विषय स्वीकार्य नहीं है। ऐसा कहना भी बिल्कुल उचित नहीं है।

गृहमंत्री ने सदन में जानकारी देते हुए कहा था- वैसे एक और जानकारी आई है वह मैं आपके सामने रख देता हूं अभी तक भरमार बंदूक का मामला नहीं है, प्रदेश में नक्सली मुठभेड़ में 1 दिसंबर से लेकर 30 जून 2024 के बीच पांच एक-47 बरामद हुई है। 1 एसएलआर एलएमजी, 1 इंसास एलएमजी, 2 राइफल, 9 छोटे बड़े बीजीएल लॉन्चर नक्सलियों से मिले हैं। विधानसभा में कांग्रेसी नेताओं को लेकर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि आप जवानों की शहादत और सुरक्षा बलो को लेकर इस तरह की बात नहीं कर सकते। आपको माफी मांगनी होगी, जवानों की शहादत पर यह बात करना गलत है। किसी निर्दोष को जवानों ने नहीं मारा है और आप नक्सलियों का साथ देना बंद करें।

लोक परीक्षा अनुचित साधन निवारण अधिनियम पर आयोजित हुई कार्यशाला

रायपुर-   छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, नवा रायपुर अटल नगर में शुक्रवार को लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) अधिनियम, 2024 (द पब्लिक एक्जामिनेशन, प्रीवेंशन ऑफ अनफेयर मींस, एक्ट 2024) पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में केन्द्र सरकार द्वारा पारित नये कानून के प्रावधानों के संदर्भ में आयोग के पैनल अधिवक्ता डॉ. सुदीप अग्रवाल, अधिवक्ता उच्च न्यायालय द्वारा उक्त कानून के संबंध में व्याख्यान दिया गया। विदित हो कि उक्त कानून 21 जून 2024 से भारत सरकार द्वारा लागू किया गया है, जिसके तारतम्य में उत्तरप्रदेश तथा बिहार सरकार द्वारा भी इस कानून को राज्य की परीक्षाओं में लागू करने का अध्यादेश पारित किया गया है।

छत्तीसगढ़ राज्य में इस कानून को लागू करने के लिए लोक सेवा आयोग द्वारा शासन को पत्र प्रेषित किया गया है। कार्यशाला में आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण वर्मा, सदस्य डॉ. सरिता उईके, सदस्य संतकुमार नेताम एवं आयोग के सचिव पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, विधिक सलाहकार सुधीर कुमार, परीक्षा नियंत्रक लीना कोसम एवं विधि अधिकारी अपूर्व श्रीवास्तव उपस्थित रहे।