माओवादी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी मजबूती के साथ डटे हुए हैं हमारे जवान : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अपने दिल्ली दौरे से लौटने के तुरंत बाद बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में माओवादियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में घायल एसटीएफ के 4 जवानों को देखने रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल पहुंचे। इस दौरान उपमुख्यमंत्री अरूण साव और विजय शर्मा भी साथ थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने घायल जवानों का हाल- चाल जाना और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने IED ब्लास्ट में शहीद हुए दो जवानों को नमन करते हुए कहा की हम माओवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी मजबूती के साथ डटे हुए हैं। उन्होंने घायल जवानों के अदम्य साहस की प्रशंसा की और उनका मनोबल बढ़ाया।

उल्लेखनीय है कि बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में माओवादियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में एसटीएफ के 2 जवान शहीद और 4 जवान घायल हो गए थे। घायल जवानों को उनके बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है ।

डॉ. खूबचंद बघेल की 124वीं जयंती समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के डॉ. खूबचंद बघेल व्यावसायिक परिसर, फूल चौक में आयोजित डॉ. खूबचंद बघेल की 124वीं जयंती समारोह में शामिल हुए। उन्होंने डॉ. खूबचंद बघेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने डॉ. खूबचंद बघेल का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि वे छत्तीसगढ़ के स्वप्नदृष्टा थे। एक अच्छे डॉक्टर और साहित्यकार के रूप में उनकी अलग पहचान थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण कर हमारे पुरखों का सपना पूरा किया। हम सभी अटल जी के आभारी हैं। अब इस राज्य को संवारने की जिम्मेदारी हम सभी की है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आप सभी के आशीर्वाद से सरकार के मुखिया का दायित्व मुझे मिला है। हमारी सरकार ने प्रदेश में 7 माह पूरे किए हैं और सरकार बनने के दूसरे ही दिन हमने 18 लाख गरीब परिवारों को आवास देने का काम किया। किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी की। 13 लाख किसानों को दो साल के बकाया धान बोनस का अंतरण, महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को हर महीने एक-एक हजार रुपए सालाना 12 हजार रूपए की सहायता राशि के साथ ही तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए संग्रहण दर 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 5 हजार 500 रुपए प्रति मानक बोरा करने जैसे कई अहम निर्णय लिए हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे पुरखों ने जिस छत्तीसगढ़ का सपना देखा है, उसे आकार देने के लिए हम सभी कार्य कर रहे हैं। हमारे पास खनिज संपदा भरपूर मात्रा में है। हमारे पास कोयला, आयरन, बॉक्साइट, गोल्ड, डायमंड जैसे खनिज उपलब्ध हैं। मिनरल्स के क्षेत्र में भी हमारा छत्तीसगढ़ बहुत समृद्ध है। तरह-तरह के वनोपज हमारे छत्तीसगढ़ की शोभा बढ़ाते हैं, जिनके वैल्यू एडिशन से हम वनवासी भाइयों-बहनों के जीवन को आर्थिक रूप से सशक्त और समृद्ध बना रहे हैं।

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने उपस्थित लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि हम समाज और प्रदेश के विकास में सकारात्मक भूमिका निभाएं । डॉ. खूबचंद बघेल ने समाज में भेदभाव को मिटाने के लिए और गरीब तबके को ऊपर उठाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने समाज में सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने का काम किया।

छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के कार्यकारी अध्यक्ष के के नायक ने डॉ. खूबचंद बघेल के प्रारंभिक जीवन, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका और सामाजिक उत्थान के लिए उनके योगदानों के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर रघुनंदन वर्मा, दशरथ वर्मा सहित छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के पदाधिकारीगण और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

सरकार राज्य में समान नागरिक संहिता लागु करेगी – उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू किया जाएगा. इसे लागू करने के लिए हमारे सामने कोई चुनौती नहीं है. दिल्ली दौरे के दौरान एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बयान दिया है.

राज्य की पिछली सरकार समान नागरिक संहिता का विरोध करती रही है. उप मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद समान नागरिक संहिता को लेकर राज्य में एक बार फिर बहस शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि समान नागरिक संहिता के नाम पर आदिवासियों को बरगलाने का काम न करे. यह कब लागू होगा इसकी तारीख बताएं?

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी मुलाकात की. छत्तीसगढ़ की चार प्रमुख रेल परियोजनाओं पर चर्चा की. इन परियोजनाओं में धर्मजयगढ़-पत्थलगांव, लोहरदगा नई लाइन परियोजना, अंबिकापुर-बरवाडीह नई लाइन परियोजना, खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा नई रेल लाइन परियोजना और रावघाट-जगदलपुर नई रेल लाइन परियोजना शामिल है. मुख्यमंत्री साय ने इन परियोजनाओं को शीघ्र शुरू करने का आग्रह किया, जिससे राज्य का सामाजिक और आर्थिक विकास होगा. केंद्रीय रेल मंत्री ने इन परियोजनाओं पर तेजी से कार्य का आश्वासन दिया.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मशहूर रंग निर्देशक और आकाशवाणी के वरिष्ठ उदघोषक मिर्ज़ा मसूद के निधन पर किया शोक व्यक्त

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मशहूर रंग निर्देशक और आकाशवाणी के वरिष्ठ उदघोषक मिर्ज़ा मसूद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मिर्ज़ा मसूद ने अपना पूरा जीवन रंगमंच को समर्पित कर दिया। उनका निधन कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने शोक संदेश में कहा, "मिर्ज़ा मसूद की करिश्माई आवाज़ और अंदाज उन्हें अद्वितीय बनाते थे। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हिंदी ब्रॉडकास्ट कमेंटेटर के रूप में भी अपनी विशेष पहचान बनाई। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2019 में उन्हें चक्रधर सम्मान से नवाज़ा गया था।" मिर्ज़ा मसूद के कला और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा ।

नहीं रहे मिर्जा मसूद, आकाशवाणी की कभी हुआ करते थे आवाज…

रायपुर- प्रसिद्ध रंगकर्मी और आकाशवाणी में वरिष्ठ उद्घोषक मिर्जा मसूद का निधन हो गया. 80 वर्षीय ने रात 3 बजे मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर से कला एवं साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई. 

आकाशवाणी उद्घोषक के तौर पर लंबा कार्यकाल व्यतीत करने वाले मिर्जा मसूद को छत्‍तीसगढ़ सरकार की ओर से चक्रधर सम्मान और चिन्हारी सम्मान प्रदान किया गया था. उनकी कला और रंगमंच के क्षेत्र में छत्‍तीसगढ़ को अलग पहचान दिलाने में अहम भूमिका थी. उनके योगदान को देखते हुए दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया था.

धमतरी जिले के भखारा सेंटर के टीईटी के द्वितीय पाली के परीक्षार्थियों के लिए पुनर्परीक्षा 20 जुलाई को

रायपुर-  छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) ने आगामी 20 जुलाई को धमतरी जिले के महर्षि वेदव्यास शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भखारा में टीईटी की द्वितीय पाली की परीक्षा में शामिल परीक्षार्थियों के लिए पुनः परीक्षा आयोजित करेगा। व्यापम ने यह फैसला उक्त परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को ओएमआर सीट डेढ़ घंटा विलंब वितरित किए जाने की शिकायत सही पाए जाने के मद्देनजर लिया है। व्यापम ने इस परीक्षा सेंटर में ओएमआर सीट विलंब से दिए जाने की शिकायत की जांच धमतरी कलेक्टर से कराई गई थी।

गौरतलब है कि व्यापम द्वारा छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (उच्च प्राथमिक कक्षा 6 से 8 तक अध्यापन हेतु) (टीईटी-2024) का आयोजन 23 जून 2024 को अपरान्ह 2 से 4.45 बजे के मध्य किया गया था। परीक्षा केन्द्र 1520-महर्षि वेदव्यास शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भखारा, जिला धमतरी में द्वितीय पाली में कुल 400 आबंटित परीक्षार्थियों में से 288 अभ्यर्थी उपस्थित हुए थे। इस परीक्षा केन्द्र में उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) विलंब से प्राप्त होने की लिखित शिकायत परीक्षार्थियों ने की थी। इस संबंध में कलेक्टर, धमतरी से तथ्यात्मक प्रतिवेदन मंगाया गया। कलेक्टर, धमतरी ने प्रतिवेदन में यह स्पष्ट रूप से लिखा है कि उक्त केन्द्र में परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) 1.30 घंटे विलंब से अपरान्ह 3.30 बजे वितरित की गई थी। इसको देखते हुए व्यापम ने परीक्षार्थियों के हित में पुनः परीक्षा का विकल्प देने का निर्णय लिया गया है।

व्यापम से प्राप्त जानकारी के अनुसार भखारा परीक्षा केन्द्र में फिर से 288 परीक्षार्थियों के लिए 20 जुलाई 2024 को अपरान्ह 2 से 4.45 बजे तक टीईटी 2024 परीक्षा आयोजित होगी। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 288 परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र लॉगिन उपलब्ध करा दिया गया है। व्यापम ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐसे परीक्षार्थी जोे 20 जुलाई को आयोजित परीक्षा में शामिल होंगे, उनकी पूर्व की उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) को निरस्त माना जायेगा व उनका परिणाम 20 जुलाई को आयोजित होने वाली परीक्षा के उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) के मूल्यांकन के आधार पर घोषित किया जावेगा, जो परीक्षार्थी पुनः परीक्षा में शामिल नहीं होंगे उनका परिणाम 23 जून 2024 की उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) के मूल्यांकन के आधार पर घोषित किया जावेगा।

सुमन ने धागों से रफू कर दी गरीबी, महतारी वंदन योजना की मदद राशि से खरीदी सिलाई मशीन

रायपुर।   महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ की महिलाओं की जिदंगी संवार रही है। महिलाएं शासन द्वारा हर महीने मिलने वाले एक हजार रूपए को अपने घर की जरूरतों को पूरा कर रही हैं। कुछ महिलाएं इस राशि को बचाकर अपने जीवकोपार्जन की नई राह बनाने की ओर अग्रसर होने लगी है। बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 4 की निवासी सुमन ने महतारी वंदन योजना से मिली मासिक मदद से एक सेकेण्ड हैंड सिलाई मशीन खरीद ली। जिससे सिलाई कर वे अब अपना घर खर्च चला रही है। पहले वे पड़ोसी के घर जाकर सिलाई करती थी, जिससे उनका मुनाफा नही हो पाता था। स्वयं के सिलाई मशीन खरीदने से अब उन्हें ज्यादा बचत होने लगी है।

सुमन विश्वकर्मा कहती है कि महिला सशक्तिकरण को उत्प्रेरित करने वाली महतारी वंदन योजना के तहत हर माह एक हजार रुपए की राशि उनके खाते में पहुंच रही है। मोदी की गारंटी और विष्णु देव के सुशासन से ही आज मेरे बैंक खाते में प्रतिमाह एक हजार रुपए आ रहे, मुझ जैसी महिलाओं के लिए वरदान है।

प्रदेश में महिलाओ के आर्थिक स्वावलंबन तथा उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर मे सतत सुधार तथा परिवार मे उनकी निर्णायक भूमिका सुदृढ़ करने हेतु, समाज मे महिलाओं के प्रति भेदभाव, असमानता एवं जागरूकता की कमी को दूर करने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर मे सुधार करने तथा आर्थिक स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “महतारी वंदन योजना” लागू किए जाने का निर्णय लिया गया। जिसके अंतर्गत राज्य की विवाहित, विधवा परित्यक्ता और तलाकशुदा जिनकी उम्र 21 वर्ष से अधिक हो ऐसी महिलाओ को प्रतिमाह 1000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 10 मार्च 2024 को महतारी वंदन योजना की शुरूआत की गई थी।

योजना के तहत पहले चरण में करीब 70 लाख से अधिक महिलाओं को लाभार्थी के तौर पर चुना गया है जिनके बैंक खाते में योजना की पांच किश्ते ट्रांसफर कर दी गई हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मार्च से जुलाई तक 05 माह की सहायता राशि 3266 करोड़ 03 लाख रूपए की राशि का भुगतान महिलाओं ने खाते में किया जा चुका है।

नक्सलगढ़ की बदलेगी तस्वीर : बीजापुर कलेक्टर ने रखा रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव, मंत्री और सांसद ने कही ये बड़ी बात…

बीजापुर-    नक्सलवाद के घुप्प अंधेरे से बीजापुर को बाहर लाने जिले के कलेक्टर अनुराग पांडे ने रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव मंत्री केदार कश्यप और सांसद महेश कश्यप के समक्ष रखा है. जिले की परिस्थितियों के लिहाज से कलेक्टर के इस प्रस्ताव को ऐतिहासिक बताया जा रहा है. साथ ही कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने सिंचाई का रकबा बढ़ाने चारों ब्लॉकों में लिफ्ट एरिगेशन की मांग करते हुए तकनीकी सर्वे कराने का आग्रह किया, जिसकी सहमति मंत्री केदार कश्यप ने दी. उन्होंने कहा कि बस्तर की विकास के लिए सरकार सभी उपाय करने को तत्पर है.

जिलास्तरीय समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने जिले के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव भी अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया है. उन्होंने कहा, गीदम से भोपालपटनम 126 किलोमीटर, भोपालपटनम से सिरोंचा तक 110 किलोमीटर कुल 236 किलोमीटर रेल कॉरिडोर से चेन्नई, नागपुर, दिल्ली मेन ट्रंक लाइन में बीजापुर की कनेक्टिविटी हो जाएगा. इससे नगरनार का लौह अयस्क एचआरसी, स्ट्रीप एवं एनएमडीसी के खनिज परिवहन में भारी सुविधा होगी एवं लागत भी कम आएगा. रेल कॉरिडोर से सड़क मार्ग पर दबाव भी कम होगा. रेल्वे लाइन प्रस्तावित होने से क्षेत्र में विकास के अवसर बढ़ेंगे, जिला उत्तरोत्तर प्रगति करेगा.

कुल 4500 करोड़ की योजना का प्रस्ताव

कलेक्टर ने बताया, प्राथमिक चरण में नेलसनार, भैरमगढ़, जांगला, जैवारम, नैमेड़, बीजापुर, मद्देड़, चेरपल्ली, भोपालपटनम स्टेशन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया. वहीं पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और तेलंगाना के सहयोग से मनचेरियल और सिंरोचा तक विस्तार किया जा सकता है. उक्त प्रस्ताव पर प्रभारी मंत्री केदार कश्यप ने सकारात्मक विचार व्यक्त किया एवं सांसद महेश कश्यप ने इसे एक प्रशंसनीय पहल बताते हुए केन्द्र सरकार से अनुमोदित कराने पूर्ण प्रयास करने की बात कही. उक्त योजना की लागत गीदम से भोपालपटनम तक 2500 करोड़ एवं भोपालपटनम से मनचेरियल तक 2000 करोड़ इस तरह कुल 4500 करोड़ की योजना का प्रस्ताव अवलोकन के लिए प्रस्तुत किया गया.

मंत्री लखन लाल देवांगन ने दिव्यांग खिलाड़ियों को व्हील चेयर किया वितरित
रायपुर-   वाणिज्य, उद्योग, व्यापार एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में कोरबा दिव्यांग व्हील चेयर क्रिकेट फेडरेशन के दिव्यांग खिलाड़ियों को व्हील चेयर प्रदान करके प्रोत्साहित किया एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस दौरान कोरबा लोकसभा सांसद ज्योत्सना महंत उपस्थित थीं।
जिले के 15 दिव्यांग खिलाड़ियों को उनके निरंतर खेल अभ्यास एवं खेल प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्टर अजीत वसंत ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग को निर्देशित किया था कि खिलाड़ियों को आगामी विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उन्हें व्हील चेयर उपलब्ध कराई जाए। आज खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा जिला खनिज न्यास मद से खिलाड़ियों को व्हील चेयर प्रदान की गई। व्हील चेयर पाकर खिलाड़ियों ने खुशी जाहिर की। उल्लेखनीय है कि इन दिव्यांग खिलाड़ियों में से 03 खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट प्रतिस्पर्धा में भाग ले चुके हैं। लक्की सोनी दिव्यांग आईपीएल क्रिकेट प्रतिस्पर्धा में उनका प्रदर्शन कर चुके हैं। व्हील चेयर पाकर खिलाड़ियों ने जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर रामपुर विधायक फूल सिंह राठिया, कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल, पाली-तानाखार विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम, कलेक्टर अजीत वसंत उपस्थित थे।
कोरबा जिले के विकास में मील का पत्थर साबित होगी डीएमएफ की राशि: मंत्री लखनलाल देवांगन

रायपुर- जिला खनिज न्यास संस्थान के अंतर्गत शासी परिषद की बैठक आज कोरबा स्थित कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में वाणिज्य उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की गई बैठक में सांसद कोरबा लोकसभा क्षेत्र ज्योत्सना महंत, विधायक कटघोरा प्रेमचंद पटेल, विधायक पाली-तानाखार क्षेत्र तुलेश्वर सिंह मरकाम, विधायक रामपुर फूल सिंह राठिया, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर सहित अन्य सदस्यों एवं पदेन अध्यक्ष कलेक्टर अजीत वसंत, पदेन सचिव जिला पंचायत सीईओ संबित मिश्रा की उपस्थिति में आयोजित की गई।

बैठक में डीएमएफ अंतर्गत विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा उपरांत मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना सहित जनहितैषी कार्यों को प्रस्ताव में प्राथमिकता दी गई है, जो कि कोरबा के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। देश के प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने खनन प्रभावित क्षेत्रों को विकास से जोड़ने डीएमएफ जैसी व्यवस्था बनाई। उनके इस पहल से पिछड़े एवं खनन प्रभावित क्षेत्र में विकास कार्य संभव हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय प्रदेश सहित कोरबा के विकास के लिए सजग हैं। उन्होंने अनेक विकास कार्यों के लिए बजट में भी प्रावधान किया है। हम सभी जनप्रतिनिधि जनता से जुड़े हुए हैं और जनता की सेवा हम सभी के लिए प्राथमिकता में हैं।

शासी परिषद की बैठक में मंत्री श्री देवांगन ने विभागों और जन प्रतिनिधियों से प्राप्त विकास कार्यों के प्रस्तावों पर चर्चा की और कहा कि जिले के विकास से संबंधित प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जाएगी। बैठक में सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि डीएमएफ की राशि का विकास कार्यों में उपयोग होना चाहिए। जो भी कार्य कराए जाएंगे उसमें गुणवत्ता का ध्यान जरूर रखा जाना चाहिए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के कार्यों को प्राथमिकता से कराने की बात रखी। विधायक प्रेमचंद पटेल, फूलसिंह राठिया, तुलेश्वर मरकाम और जिला पंचायत अध्यक्ष  शिवकला कंवर ने अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्यों का प्रस्ताव देते हुए बैठक में प्रस्तुत प्रस्तावों से जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना सहित अन्य विकास कार्यों को गति मिलने और क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का निराकरण की बात कही। कलेक्टर अजीत वसंत ने शासी परिषद अन्तर्गत बैठक के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में रिक्त पदों पर शिक्षकों, चिकित्सकों एवं अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भर्ती, विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लोगों को रोजगार से जोड़ने डीएमएफ के माध्यम से किए गए पहल, जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने स्कूल, आंगनबाड़ी भवन के जीर्णाेद्धार, प्रतिभावान विद्यार्थियों को नीट-जेईई की कोचिंग व्यवस्था सहित महत्वपूर्ण आवश्यकताओं के आधार पर विभागों द्वारा मंगाये गये प्रस्तावों के संबंध में बताया। बैठक में लगभग 400 करोड़ की कार्ययोजना पर चर्चा हुई। बैठक में निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई, डीएफओ कटघोरा कुमार निशांत सहित शासी परिषद के सभी सदस्य, अधिकारी उपस्थित थे।

चिर्रा से श्यांग मार्ग, शहर में इंडोर स्टेडियम, लोगों को घर बैठे लैब टेस्ट की सुविधा सहित स्कूल भवनों की स्वीकृति-

जिला खनिज न्यास संस्थान अंतर्गत कोरबा जिले से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। बैठक में विभिन्न कार्यों के लिए सदस्यों द्वारा सहमति दी गई है। डीएमएफ अंतर्गत पर्यटन स्थलों के विकास कार्य हेतु 20 करोड़ रूपए, विद्युत विहीन बसाहटों एवं गांव में विद्युतीकरण हेतु 20 करोड़, सभी पीवीटीजी परिवारों की आजीविका संवर्धन गतिविधि हेतु 05 करोड़, चिर्रा से श्यांग तक आवागमन हेतु सड़क निर्माण के लिए 12 करोड़, पहुंच विहीन अमलडीहा-मालीकछार में सड़क निर्माण हेतु 10 करोड़, यातायात एवं सड़क सुरक्षा अंतर्गत विभिन्न कार्यों के लिए लगभग 2.60 करोड़, नगरीय निकाय एवं अधोसंरचना अंतर्गत टी. पी. नगर में वर्ल्ड क्लास इंडोर स्टेडियम/मिनी स्टेडियम के निर्माण हेतु 25 करोड़, जल उपचार संयंत्र कोहड़िया के पास 02 मेगावाट का सोलर प्लांट प्रदाय एवं स्थापना कार्य हेतु 20 करोड़, इंदिरा स्टेडियम में मरम्मत एवं जीर्णाेद्धार कार्य हेतु 1.76 करोड़, टी. पी. नगर स्थित नए बस स्टैण्ड के मरम्मत हेतु 98 लाख, इंदिरा स्टेडियम में स्वीमिंग पुल मरम्मत हेतु 66 लाख एवं बांकीमोंगरा नगर पालिका में विकास कार्य हेतु 05 करोड़ रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवासीय व्यवस्था हेतु 20 करोड़, अत्याधुनिक सिटी स्कैन मशीन 128 स्लाइस हेतु 10.44 करोड़ तथा लोगों को घर बैठे लैब टेस्ट की सुविधा प्रदान करने 40 लाख रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में जर्जर विद्यालयों के भवन निर्माण/जीर्णाेद्धार/अतिरिक्त कक्ष निर्माण हेतु 20 करोड़, प्राथमिक विद्यालय तथा नगरीय क्षेत्र के विद्यालयों में ब्रेकफास्ट योजना हेतु 10 करोड़, शैक्षणिक गुणवत्ता हेतु विद्यालय स्तर पर रिक्त पदों के विरूद्ध अतिथि शिक्षकों का मानदेय हेतु 05 करोड़, आश्रम तथा छात्रावासों में शौचालय निर्माण हेतु 05 करोड़, सेजेस अंतर्गत विद्यालयों में अधोसंरचना हेतु 20 करोड़, कॉलेज छात्रावास के जीर्णाेद्धार हेतु 2.35 करोड़, मेरिट के आधार पर 50-50 विद्यार्थियों को नीट एवं जेईई की कोचिंग हेतु 04 करोड़ तथा मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप योजना के लिए 50 लाख रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण कार्य प्रस्ताव में शामिल किए गए हैं।