नहीं रहे मिर्जा मसूद, आकाशवाणी की कभी हुआ करते थे आवाज…

रायपुर- प्रसिद्ध रंगकर्मी और आकाशवाणी में वरिष्ठ उद्घोषक मिर्जा मसूद का निधन हो गया. 80 वर्षीय ने रात 3 बजे मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर से कला एवं साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई. 

आकाशवाणी उद्घोषक के तौर पर लंबा कार्यकाल व्यतीत करने वाले मिर्जा मसूद को छत्‍तीसगढ़ सरकार की ओर से चक्रधर सम्मान और चिन्हारी सम्मान प्रदान किया गया था. उनकी कला और रंगमंच के क्षेत्र में छत्‍तीसगढ़ को अलग पहचान दिलाने में अहम भूमिका थी. उनके योगदान को देखते हुए दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया था.

धमतरी जिले के भखारा सेंटर के टीईटी के द्वितीय पाली के परीक्षार्थियों के लिए पुनर्परीक्षा 20 जुलाई को

रायपुर-  छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) ने आगामी 20 जुलाई को धमतरी जिले के महर्षि वेदव्यास शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भखारा में टीईटी की द्वितीय पाली की परीक्षा में शामिल परीक्षार्थियों के लिए पुनः परीक्षा आयोजित करेगा। व्यापम ने यह फैसला उक्त परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को ओएमआर सीट डेढ़ घंटा विलंब वितरित किए जाने की शिकायत सही पाए जाने के मद्देनजर लिया है। व्यापम ने इस परीक्षा सेंटर में ओएमआर सीट विलंब से दिए जाने की शिकायत की जांच धमतरी कलेक्टर से कराई गई थी।

गौरतलब है कि व्यापम द्वारा छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (उच्च प्राथमिक कक्षा 6 से 8 तक अध्यापन हेतु) (टीईटी-2024) का आयोजन 23 जून 2024 को अपरान्ह 2 से 4.45 बजे के मध्य किया गया था। परीक्षा केन्द्र 1520-महर्षि वेदव्यास शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भखारा, जिला धमतरी में द्वितीय पाली में कुल 400 आबंटित परीक्षार्थियों में से 288 अभ्यर्थी उपस्थित हुए थे। इस परीक्षा केन्द्र में उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) विलंब से प्राप्त होने की लिखित शिकायत परीक्षार्थियों ने की थी। इस संबंध में कलेक्टर, धमतरी से तथ्यात्मक प्रतिवेदन मंगाया गया। कलेक्टर, धमतरी ने प्रतिवेदन में यह स्पष्ट रूप से लिखा है कि उक्त केन्द्र में परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) 1.30 घंटे विलंब से अपरान्ह 3.30 बजे वितरित की गई थी। इसको देखते हुए व्यापम ने परीक्षार्थियों के हित में पुनः परीक्षा का विकल्प देने का निर्णय लिया गया है।

व्यापम से प्राप्त जानकारी के अनुसार भखारा परीक्षा केन्द्र में फिर से 288 परीक्षार्थियों के लिए 20 जुलाई 2024 को अपरान्ह 2 से 4.45 बजे तक टीईटी 2024 परीक्षा आयोजित होगी। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 288 परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र लॉगिन उपलब्ध करा दिया गया है। व्यापम ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐसे परीक्षार्थी जोे 20 जुलाई को आयोजित परीक्षा में शामिल होंगे, उनकी पूर्व की उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) को निरस्त माना जायेगा व उनका परिणाम 20 जुलाई को आयोजित होने वाली परीक्षा के उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) के मूल्यांकन के आधार पर घोषित किया जावेगा, जो परीक्षार्थी पुनः परीक्षा में शामिल नहीं होंगे उनका परिणाम 23 जून 2024 की उत्तर पुस्तिका (ओ.एम.आर.) के मूल्यांकन के आधार पर घोषित किया जावेगा।

सुमन ने धागों से रफू कर दी गरीबी, महतारी वंदन योजना की मदद राशि से खरीदी सिलाई मशीन

रायपुर।   महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ की महिलाओं की जिदंगी संवार रही है। महिलाएं शासन द्वारा हर महीने मिलने वाले एक हजार रूपए को अपने घर की जरूरतों को पूरा कर रही हैं। कुछ महिलाएं इस राशि को बचाकर अपने जीवकोपार्जन की नई राह बनाने की ओर अग्रसर होने लगी है। बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 4 की निवासी सुमन ने महतारी वंदन योजना से मिली मासिक मदद से एक सेकेण्ड हैंड सिलाई मशीन खरीद ली। जिससे सिलाई कर वे अब अपना घर खर्च चला रही है। पहले वे पड़ोसी के घर जाकर सिलाई करती थी, जिससे उनका मुनाफा नही हो पाता था। स्वयं के सिलाई मशीन खरीदने से अब उन्हें ज्यादा बचत होने लगी है।

सुमन विश्वकर्मा कहती है कि महिला सशक्तिकरण को उत्प्रेरित करने वाली महतारी वंदन योजना के तहत हर माह एक हजार रुपए की राशि उनके खाते में पहुंच रही है। मोदी की गारंटी और विष्णु देव के सुशासन से ही आज मेरे बैंक खाते में प्रतिमाह एक हजार रुपए आ रहे, मुझ जैसी महिलाओं के लिए वरदान है।

प्रदेश में महिलाओ के आर्थिक स्वावलंबन तथा उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर मे सतत सुधार तथा परिवार मे उनकी निर्णायक भूमिका सुदृढ़ करने हेतु, समाज मे महिलाओं के प्रति भेदभाव, असमानता एवं जागरूकता की कमी को दूर करने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर मे सुधार करने तथा आर्थिक स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “महतारी वंदन योजना” लागू किए जाने का निर्णय लिया गया। जिसके अंतर्गत राज्य की विवाहित, विधवा परित्यक्ता और तलाकशुदा जिनकी उम्र 21 वर्ष से अधिक हो ऐसी महिलाओ को प्रतिमाह 1000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 10 मार्च 2024 को महतारी वंदन योजना की शुरूआत की गई थी।

योजना के तहत पहले चरण में करीब 70 लाख से अधिक महिलाओं को लाभार्थी के तौर पर चुना गया है जिनके बैंक खाते में योजना की पांच किश्ते ट्रांसफर कर दी गई हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मार्च से जुलाई तक 05 माह की सहायता राशि 3266 करोड़ 03 लाख रूपए की राशि का भुगतान महिलाओं ने खाते में किया जा चुका है।

नक्सलगढ़ की बदलेगी तस्वीर : बीजापुर कलेक्टर ने रखा रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव, मंत्री और सांसद ने कही ये बड़ी बात…

बीजापुर-    नक्सलवाद के घुप्प अंधेरे से बीजापुर को बाहर लाने जिले के कलेक्टर अनुराग पांडे ने रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव मंत्री केदार कश्यप और सांसद महेश कश्यप के समक्ष रखा है. जिले की परिस्थितियों के लिहाज से कलेक्टर के इस प्रस्ताव को ऐतिहासिक बताया जा रहा है. साथ ही कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने सिंचाई का रकबा बढ़ाने चारों ब्लॉकों में लिफ्ट एरिगेशन की मांग करते हुए तकनीकी सर्वे कराने का आग्रह किया, जिसकी सहमति मंत्री केदार कश्यप ने दी. उन्होंने कहा कि बस्तर की विकास के लिए सरकार सभी उपाय करने को तत्पर है.

जिलास्तरीय समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने जिले के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना रेल कॉरिडोर का प्रस्ताव भी अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया है. उन्होंने कहा, गीदम से भोपालपटनम 126 किलोमीटर, भोपालपटनम से सिरोंचा तक 110 किलोमीटर कुल 236 किलोमीटर रेल कॉरिडोर से चेन्नई, नागपुर, दिल्ली मेन ट्रंक लाइन में बीजापुर की कनेक्टिविटी हो जाएगा. इससे नगरनार का लौह अयस्क एचआरसी, स्ट्रीप एवं एनएमडीसी के खनिज परिवहन में भारी सुविधा होगी एवं लागत भी कम आएगा. रेल कॉरिडोर से सड़क मार्ग पर दबाव भी कम होगा. रेल्वे लाइन प्रस्तावित होने से क्षेत्र में विकास के अवसर बढ़ेंगे, जिला उत्तरोत्तर प्रगति करेगा.

कुल 4500 करोड़ की योजना का प्रस्ताव

कलेक्टर ने बताया, प्राथमिक चरण में नेलसनार, भैरमगढ़, जांगला, जैवारम, नैमेड़, बीजापुर, मद्देड़, चेरपल्ली, भोपालपटनम स्टेशन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया. वहीं पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और तेलंगाना के सहयोग से मनचेरियल और सिंरोचा तक विस्तार किया जा सकता है. उक्त प्रस्ताव पर प्रभारी मंत्री केदार कश्यप ने सकारात्मक विचार व्यक्त किया एवं सांसद महेश कश्यप ने इसे एक प्रशंसनीय पहल बताते हुए केन्द्र सरकार से अनुमोदित कराने पूर्ण प्रयास करने की बात कही. उक्त योजना की लागत गीदम से भोपालपटनम तक 2500 करोड़ एवं भोपालपटनम से मनचेरियल तक 2000 करोड़ इस तरह कुल 4500 करोड़ की योजना का प्रस्ताव अवलोकन के लिए प्रस्तुत किया गया.

मंत्री लखन लाल देवांगन ने दिव्यांग खिलाड़ियों को व्हील चेयर किया वितरित
रायपुर-   वाणिज्य, उद्योग, व्यापार एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में कोरबा दिव्यांग व्हील चेयर क्रिकेट फेडरेशन के दिव्यांग खिलाड़ियों को व्हील चेयर प्रदान करके प्रोत्साहित किया एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस दौरान कोरबा लोकसभा सांसद ज्योत्सना महंत उपस्थित थीं।
जिले के 15 दिव्यांग खिलाड़ियों को उनके निरंतर खेल अभ्यास एवं खेल प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्टर अजीत वसंत ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग को निर्देशित किया था कि खिलाड़ियों को आगामी विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उन्हें व्हील चेयर उपलब्ध कराई जाए। आज खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा जिला खनिज न्यास मद से खिलाड़ियों को व्हील चेयर प्रदान की गई। व्हील चेयर पाकर खिलाड़ियों ने खुशी जाहिर की। उल्लेखनीय है कि इन दिव्यांग खिलाड़ियों में से 03 खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट प्रतिस्पर्धा में भाग ले चुके हैं। लक्की सोनी दिव्यांग आईपीएल क्रिकेट प्रतिस्पर्धा में उनका प्रदर्शन कर चुके हैं। व्हील चेयर पाकर खिलाड़ियों ने जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर रामपुर विधायक फूल सिंह राठिया, कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल, पाली-तानाखार विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम, कलेक्टर अजीत वसंत उपस्थित थे।
कोरबा जिले के विकास में मील का पत्थर साबित होगी डीएमएफ की राशि: मंत्री लखनलाल देवांगन

रायपुर- जिला खनिज न्यास संस्थान के अंतर्गत शासी परिषद की बैठक आज कोरबा स्थित कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में वाणिज्य उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की गई बैठक में सांसद कोरबा लोकसभा क्षेत्र ज्योत्सना महंत, विधायक कटघोरा प्रेमचंद पटेल, विधायक पाली-तानाखार क्षेत्र तुलेश्वर सिंह मरकाम, विधायक रामपुर फूल सिंह राठिया, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर सहित अन्य सदस्यों एवं पदेन अध्यक्ष कलेक्टर अजीत वसंत, पदेन सचिव जिला पंचायत सीईओ संबित मिश्रा की उपस्थिति में आयोजित की गई।

बैठक में डीएमएफ अंतर्गत विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा उपरांत मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना सहित जनहितैषी कार्यों को प्रस्ताव में प्राथमिकता दी गई है, जो कि कोरबा के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। देश के प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने खनन प्रभावित क्षेत्रों को विकास से जोड़ने डीएमएफ जैसी व्यवस्था बनाई। उनके इस पहल से पिछड़े एवं खनन प्रभावित क्षेत्र में विकास कार्य संभव हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय प्रदेश सहित कोरबा के विकास के लिए सजग हैं। उन्होंने अनेक विकास कार्यों के लिए बजट में भी प्रावधान किया है। हम सभी जनप्रतिनिधि जनता से जुड़े हुए हैं और जनता की सेवा हम सभी के लिए प्राथमिकता में हैं।

शासी परिषद की बैठक में मंत्री श्री देवांगन ने विभागों और जन प्रतिनिधियों से प्राप्त विकास कार्यों के प्रस्तावों पर चर्चा की और कहा कि जिले के विकास से संबंधित प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जाएगी। बैठक में सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि डीएमएफ की राशि का विकास कार्यों में उपयोग होना चाहिए। जो भी कार्य कराए जाएंगे उसमें गुणवत्ता का ध्यान जरूर रखा जाना चाहिए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के कार्यों को प्राथमिकता से कराने की बात रखी। विधायक प्रेमचंद पटेल, फूलसिंह राठिया, तुलेश्वर मरकाम और जिला पंचायत अध्यक्ष  शिवकला कंवर ने अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्यों का प्रस्ताव देते हुए बैठक में प्रस्तुत प्रस्तावों से जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना सहित अन्य विकास कार्यों को गति मिलने और क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का निराकरण की बात कही। कलेक्टर अजीत वसंत ने शासी परिषद अन्तर्गत बैठक के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में रिक्त पदों पर शिक्षकों, चिकित्सकों एवं अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भर्ती, विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लोगों को रोजगार से जोड़ने डीएमएफ के माध्यम से किए गए पहल, जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने स्कूल, आंगनबाड़ी भवन के जीर्णाेद्धार, प्रतिभावान विद्यार्थियों को नीट-जेईई की कोचिंग व्यवस्था सहित महत्वपूर्ण आवश्यकताओं के आधार पर विभागों द्वारा मंगाये गये प्रस्तावों के संबंध में बताया। बैठक में लगभग 400 करोड़ की कार्ययोजना पर चर्चा हुई। बैठक में निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई, डीएफओ कटघोरा कुमार निशांत सहित शासी परिषद के सभी सदस्य, अधिकारी उपस्थित थे।

चिर्रा से श्यांग मार्ग, शहर में इंडोर स्टेडियम, लोगों को घर बैठे लैब टेस्ट की सुविधा सहित स्कूल भवनों की स्वीकृति-

जिला खनिज न्यास संस्थान अंतर्गत कोरबा जिले से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। बैठक में विभिन्न कार्यों के लिए सदस्यों द्वारा सहमति दी गई है। डीएमएफ अंतर्गत पर्यटन स्थलों के विकास कार्य हेतु 20 करोड़ रूपए, विद्युत विहीन बसाहटों एवं गांव में विद्युतीकरण हेतु 20 करोड़, सभी पीवीटीजी परिवारों की आजीविका संवर्धन गतिविधि हेतु 05 करोड़, चिर्रा से श्यांग तक आवागमन हेतु सड़क निर्माण के लिए 12 करोड़, पहुंच विहीन अमलडीहा-मालीकछार में सड़क निर्माण हेतु 10 करोड़, यातायात एवं सड़क सुरक्षा अंतर्गत विभिन्न कार्यों के लिए लगभग 2.60 करोड़, नगरीय निकाय एवं अधोसंरचना अंतर्गत टी. पी. नगर में वर्ल्ड क्लास इंडोर स्टेडियम/मिनी स्टेडियम के निर्माण हेतु 25 करोड़, जल उपचार संयंत्र कोहड़िया के पास 02 मेगावाट का सोलर प्लांट प्रदाय एवं स्थापना कार्य हेतु 20 करोड़, इंदिरा स्टेडियम में मरम्मत एवं जीर्णाेद्धार कार्य हेतु 1.76 करोड़, टी. पी. नगर स्थित नए बस स्टैण्ड के मरम्मत हेतु 98 लाख, इंदिरा स्टेडियम में स्वीमिंग पुल मरम्मत हेतु 66 लाख एवं बांकीमोंगरा नगर पालिका में विकास कार्य हेतु 05 करोड़ रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवासीय व्यवस्था हेतु 20 करोड़, अत्याधुनिक सिटी स्कैन मशीन 128 स्लाइस हेतु 10.44 करोड़ तथा लोगों को घर बैठे लैब टेस्ट की सुविधा प्रदान करने 40 लाख रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में जर्जर विद्यालयों के भवन निर्माण/जीर्णाेद्धार/अतिरिक्त कक्ष निर्माण हेतु 20 करोड़, प्राथमिक विद्यालय तथा नगरीय क्षेत्र के विद्यालयों में ब्रेकफास्ट योजना हेतु 10 करोड़, शैक्षणिक गुणवत्ता हेतु विद्यालय स्तर पर रिक्त पदों के विरूद्ध अतिथि शिक्षकों का मानदेय हेतु 05 करोड़, आश्रम तथा छात्रावासों में शौचालय निर्माण हेतु 05 करोड़, सेजेस अंतर्गत विद्यालयों में अधोसंरचना हेतु 20 करोड़, कॉलेज छात्रावास के जीर्णाेद्धार हेतु 2.35 करोड़, मेरिट के आधार पर 50-50 विद्यार्थियों को नीट एवं जेईई की कोचिंग हेतु 04 करोड़ तथा मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप योजना के लिए 50 लाख रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण कार्य प्रस्ताव में शामिल किए गए हैं।

खाद्य विभाग की बड़ी कार्रवाई
गरियाबंद- जिले में अमानक खाद्य पदार्थ बेचने वालों पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। अमानक एवं मिथ्याछाप खाद्य सामग्री बेचने पर 7 प्रकरणों में कुल 42 लाख 10 हजार रुपए का जुर्माना खाद्य विक्रेता एवं विनिर्माता पर लगाया है। प्रशासन ने लोगों से यह भी अपील की गई है कि जिले में खाद्य गुणवत्ता से संबंधित शिकायत के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन के मोबाइल नंबर 9340597097 पर कॉल या व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना दे सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि खाद्य सुरक्षा के मद्देनजर कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देशन में विगत वर्ष 2023-24 में कार्यवाही करते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जिले से खाद्य पदार्थाे के 46 विधिक नमूना एवं 19 निगरानी नमूना कुल 65 संकलित किए थे। संकलित नमूना को जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया था। इनमें से कुल 6 नमूनों को अवमानक पाए गए तथा 3 नमूनों को लेबल में त्रुटि होने के कारण मिथ्याछाप घोषित किया गया था। अवमानक एवं मिथ्याद्याप पाए गए खाद्य के प्रकरणों में नियमानुसार जांच पूर्ण कर अपर कलेक्टर न्यायालय के समक्ष प्रकरण प्रस्तुत किया गया। अपर कलेक्टर एवं न्याय निर्णयन अधिकारी अरविंद पांडेय ने अपर कलेक्टर न्यायालय में प्रकरणों की सुनवाई करते हुए 7 प्रकरणों में आदेश पारित किए गए है। इनमें कुल 42 लाख 10 हजार रुपये की शास्ती अधिरोपित की गई है। इन 7 प्रकरणों में जिले में संचालित खाद्य बिक्री संस्थान एवं जिले के बाहर के विनिर्माता भी शामिल है।

इन संस्थानों पर लगाया गया जुर्माना

खाद्य सुरक्षा अधिकारी गरियाबंद तरुण बिरला ने बताया कि साईं गंगा बेवरेजेज पेंड्रा, ब्लाक फिंगेश्वर का उत्पाद प्रांजल एक्वा पैक्ड ड्रिंकिंग वाटर अवमानक पाए जाने पर 1 लाख 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इसी प्रकार आनंद स्वीट्स छुरा का गुलाब जामुन अवमानक पाए जाने पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। राज रेस्टोरेंट गरियाबंद का चिकन बिरयानी अवमानक पाए जाने पर 70 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। राजीव लोचन स्वीट्स राजिम का मोतीचूर लड्डू अवमानक पाए जाने पर 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। मधुबन स्वीट्स गरियाबंद का पनीर अवमानक पाए जाने पर 40 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

जयश्री कार्नर गरियाबंद में पैक्ड आटा अवमानक एवं मिथ्या छाप पाए जाने पर जयश्री कॉर्नर के जीवेश सिन्हा पर 25 हजार रुपए, मनीष लाहोरी नवापारा राजिम पर 25 हजार रुपए एवं विनिर्माता सखी एग्री फूड प्रोडक्ट्स बरोंडा तहसील तिल्दा जिला रायपुर के श्रीचंद कच्छेला पर 13 लाख रुपए का जुर्माना अधिरोपित किया गया है। इसी प्रकार गुरुकृपा प्रोविजन स्टोर्स कौन्दकेरा जिला गरियाबंद में बिकने वाले कमल सूजी उत्पाद मिथ्याछाप पाए जाने पर संचालक अजय बांधे पर 15 हजार रुपए, कमल फूड्स प्रालि राजनांदगांव तथा 4 निदेशकों को मिलाकर 25 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

ज्ञात हो कि विगत वर्षाे में खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जिले में समय-समय पर कार्यवाही करते हुए कुल 74 अवमानक, मिथ्याछाप एवं असुरक्षित पाए गए। खाद्य के प्रकरणों को जांच उपरांत सक्षम न्यायालयों में प्रस्तुत किया जाकर उक्त प्रकरणों मे अब तक से 53 प्रकरणों में दोषसिद्धि उपरान्त कुल 54 लाख 36 हज़ार रुपए का अर्थदंड आरोपित किया जा चुका है।

खाद्य संस्थानों में रखे साफ सफाई, ग्राहक भी रहे जागरूक

वर्षा ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए जिले के मिठाई दुकान संचालकों को निर्देशित किया गया है कि दुकानों में साफ़ सफाई बनाकर रखे एवं मिठाई बनाते समय कृत्रिम रंगों का प्रयोग नियमानुसार मात्रा में करें। अधिक मात्रा में रंग पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। मिठाई दुकान संचालकों को विक्रय के लिए प्रदर्शित और भंडारित मिठाइयो पर विनिर्माण तिथि एवं एक्सपायरी दिनांक भी अंकित करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। जिले के स्थाई एवं अस्थाई फ़ूड वेंडरों को निर्देशित किया गया है कि खाद्य को तलने हेतु सही क्वालिटी के तेल का उपयोग करे एवं एक ही तेल को 2-3 बार से ज्यादा तलने के लिए उपयोग ना करें। खाद्य को परोसने अथवा पार्सल करने के लिए अखबारी कागज का उपयोग न करें, अपने ठेले, खोमचे, दुकान आदि के आसपास पर्याप्त सफाई रखें। खाद्य तैयार करने के लिए सही गुणवत्ता वाली कच्ची सामग्री का प्रयोग करें।

आमजनों से की अपील

आमजनों से भी अपील की गई है कि त्योहारी सीजन एवं बरसाती मौसम में किसी भी खाद्य को खरीदते समय पर्याप्त सावधानी बरते, पैक खाद्य को क्रय करते समय उसकी विनिर्माण तिथि, एक्सपायरी डेट, विनिर्माता का पूरा पता, एफएसएसएआई लाइसेंस, बैच नंबर आदि देखकर खरीदे। यदि पैकेट पर एक्सपायरी डेट पढने योग्य ना हो तो उस खाद्य को ना ख़रीदे। मिठाई खरीदते समय उसकी विनिर्माण तिथि का पता लगाए। ऐसे खाद्य जिनमें ज्यादा कृत्रिम रंगों का प्रयोग किया गया है के सेवन से भी बचना चाहिए खाद्य कि गुणवत्ता से सम्बंधित शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 9340597097 पर कॉल अथवा व्हाट्सएप कर सकते हैं।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने IED ब्लास्ट में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि, अपना जन्मदिन नहीं मानाने का लिया निर्णय

रायपुर-  बस्तर के बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में माओवादियों के आईईडी ब्लास्ट में एसटीएफ के 2 जवान भारत साहू और सतेर सिंह शहीद हो गए और 4 जवान घायल हो गए. इस हृदय विदारक घटना ने पूरे राज्य को स्तब्ध कर दिया है. उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस दर्दनाक घटना से आहत होकर अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है. उन्होंने अपने सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से भी अपील की है कि आज जब उनके भाई शहीद हुए है तब उनका मन आहत व व्यथित है वे उनका जन्मदिन न मनाए और इस कठिन समय में शहीद जवानों और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करें.

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और समाज और सरकार उनके अमर बलिदान को स्मरणित रखेगी ! उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि शहीद जवानों की आत्मा को शांति मिले और घायल जवान जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाएं. उन्होंने कहा कि इस दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण घटना हमें यह सोचने पर विवश कर दिया है कि बस्तर की सेवा के लिए हमारे जवान कितने कठिन परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं.

शहीद जवानों के परिवारों के साथ खड़ा है पूरा प्रदेश

उपमुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सुरक्षा बलों की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की और उन्हें हर संभव सहायता और साथ देने का वचन दिया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार माओवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करेगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके. उन्होंने कहा कि शहीद जवानों के परिवारों के साथ पूरा प्रदेश खड़ा है. उन्होंने कहा कि शहीद जवानों का बलिदान देश के प्रति उनकी अटूट निष्ठा और समर्पण का प्रतीक है और हमें उनकी वीरता पर गर्व है. हमारे जवानों की शहादत हमें हमेशा याद रखना चाहिए और उनके सम्मान में हमें एकजुट रहकर देश की सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध रहना है.

उपमुख्यमंत्री बनने के बाद पहला जन्मदिन

गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का जन्मदिन न मनाने का फैसला उनके गहरे मानवीय संवेदनाओं और देशभक्ति का प्रतीक है. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला जन्मदिन था, जिसके चलते उनके समर्थक काफी उत्साहित थे. जन्मदिन के लिए जोर-शोर से तैयारियां भी की जा रही थीं. कवर्धा सहित पूरे राज्य के विभिन्न स्थानों में जन्मदिन मनाने की तैयारियां चल रही थीं, लेकिन उपमुख्यमंत्री शर्मा के अपना जन्मदिन नही मनाने के निर्णय के बाद तैयारियों को अचानक रोक दिया गया है.

शाला प्रवेश उत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल हुए सांसद बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर-   रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल गुरुवार को खोरपा स्थित स्वामी आत्मानंद हिंदी/अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय सेजेस के शाला प्रवेश उत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि रहे। बृजमोहन अग्रवाल ने मेधावी विद्यार्थियों को मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही शाला में प्रवेश लेने वाले नए विद्यार्थियों को गणवेश, पाठ्य पुस्तक वितरित की साथ क्लास 9 की छात्राओं को साइकिल का वितरित की।
बृजमोहन अग्रवाल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि, समाज में शिक्षा का हमेशा से ही महत्व रहा है। शिक्षित समाज ही एक शक्तिशाली और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कर सकता है। भाजपा सरकार गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। सरकारी स्कूलों की शिक्षा को और भी बेहतर बनाया जा रहा है। आज राज्य के सरकारी स्कूल में निजी स्कूलों की तरह ही सुविधाएं भी प्रदान की जा रहीं हैं। जिसका नतीजा है कि, सरकारी स्कूल में प्रवेश के लिए लंबी लाइन लग रही है। सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, लाइब्रेरी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।उन्होंने कहा कि, खोरपा स्थित स्वामी आत्मानंद हिंदी/अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय को पीएमश्री स्कूल में शामिल किया गया है जिससे यहां दूसरी सुविधाओं का विकास भी किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि, स्कूल में पढ़ने वाली सभी वर्ग की बच्चियों को साइकिल देने का निर्णय शिक्षा मंत्री पद पर रहते हुए लिया गया था।
उन्होंने कहा कि, गांव का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाए, सभी बच्चे स्कूल जाएं। यह सुनिश्चित करना सरपंच समेत सभी शिक्षकों और स्थानीय लोगों की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी।
कार्यक्रम में अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू, जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल, जनपद सदस्य अनुसुइया बघेल, सरपंच रेखा बघेल, उप सरपंच राम सिंह, विकासखंड शिक्षा अधिकारी धनेश्वरी, प्राचार्य सीमा, शिवानी, विद्यार्थी, अभिभावकगण भी उपस्थित रहे।
जशपुर जिले के ’जशप्योर’ उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री देश भर में, आदिवासी महिलाओं के परिश्रम की मिठास अब पूरे भारत में

रायपुर।      छत्तीसगढ़ का जशपुर जिला अपनी हरी-भरी वादियों के और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यह जिला लोगों को प्रकृति से जोड़ता है और ताजगी का अनुभव करता है। जैसे-जैसे मानसून आता है इसकी खूबसूरती और निखरकर सामने आती है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता का मेल अद्वितीय है। इसी क्षेत्र से उत्पन्न हुआ है ‘जशपुर ब्रांड’ जो आदिवासी महिलाओं द्वारा बनाए गए उच्च गुणवत्ता वाले और स्वास्थ्यवर्धक उत्पादों को बाजार में प्रस्तुत करता है। अब यह ब्रांड केवल स्थानीय बाजार तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे भारत में अपनी जगह बना चुका है, चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन।

महिला समूह की मेहनत का प्रतिफल है जशप्योर

जशपुर जिला हर क्षेत्र में बेहतर कर रहा है। यहां की महिलाएं भी कामयाबी की नई इबारत लिख रही हैं। “जशपुर ब्रांड” इसी का एक बेहतर उदाहरण और उत्कृष्टता का प्रतीक है। “जशपुर ब्रांड” के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के उत्पाद उपलब्ध हैं, जिनमें सबसे अधिक मांग वाले उत्पाद ढेकी कुटा जवा फूल चावल, जो कि अपनी गुणवत्ता और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। पारंपरिक विधियों से तैयार किए गए इस चावल की सुगंध और स्वाद अनूठा है। वही महुआ और मिलेट लड्डू जो महुआ और मिलेट से बने यह लड्डू पौष्टिक और स्वादिष्ट होते हैं। यह लड्डू विशेष रूप से बच्चों और स्वास्थ्य प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हैं।

जशप्योर के उत्पादों की देश भर में मांग

इसी तरह मिलेट आधारित पास्ता, यह पास्ता पारंपरिक गेहूं के पास्ता का एक स्वस्थ विकल्प है, जो स्वास्थ्य के प्रति सजग लोगों के लिए एक उत्तम विकल्प है। इनके अलावा कोदो, कुटकी, रागी, टाऊ एवं महुआ से बने विभिन्न उत्पाद संपूर्ण भारत में अपनी पहचान बना चुके हैं। जशपुर ब्रांड के उत्पादों की मांग अब केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं है। जम्मू-कश्मीर से लेकर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक, “जशपुर ब्रांड” के उत्पादों को अच्छा खासा प्रतिसाद मिल रहा है। इसका मुख्य कारण है उत्पादों की गुणवत्ता और स्वास्थ्यवर्धक गुण।

जशप्योर से जुड़ी महिलाएं बनी आत्मनिर्भर

जशप्योर के तहत बने जशपुर ब्रांड का उद्देश्य केवल व्यापार नहीं है, बल्कि यह आदिवासी महिलाओं का सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने का सफल प्रयास है। इस ब्रांड के माध्यम से इन महिलाओं को रोजगार का अवसर मिला है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिली है। जशप्योर द्वारा निर्मित ‘जशपुर ब्रांड’ का हर उत्पाद इन महिलाओं की मेहनत और समर्पण का प्रतीक है। जशपुर ब्रांड के उत्पाद अब jashpure.com पर उपलब्ध हैं, जहां से इन्हें आसानी से खरीदा जा सकता है। इसके साथ ही, देशभर में विभिन्न ऑफलाइन स्टोर्स पर भी ये उत्पाद उपलब्ध हैं, जो इस ब्रांड की व्यापक पहुंच का प्रमाण हैं।

जशप्योर को लोकप्रिय बनाने प्रशासन प्रयासरत

जशप्योर का यह जशपुर ब्रांड केवल एक व्यापारिक नाम नहीं है, बल्कि यह आदिवासी महिलाओं के परिश्रम, समर्पण और गुणवत्ता की एक कहानी है। जशपुर ब्रांड के माध्यम से अब पूरे भारत में लोग इस स्वाद और गुणवत्ता का आनंद उठा रहे हैं। आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण की यह कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। यह ब्रांड भविष्य में और अधिक लोकप्रिय हो, इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिसका अब सुखद और सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।