शाला प्रवेश उत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल हुए सांसद बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर-   रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल गुरुवार को खोरपा स्थित स्वामी आत्मानंद हिंदी/अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय सेजेस के शाला प्रवेश उत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि रहे। बृजमोहन अग्रवाल ने मेधावी विद्यार्थियों को मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही शाला में प्रवेश लेने वाले नए विद्यार्थियों को गणवेश, पाठ्य पुस्तक वितरित की साथ क्लास 9 की छात्राओं को साइकिल का वितरित की।
बृजमोहन अग्रवाल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि, समाज में शिक्षा का हमेशा से ही महत्व रहा है। शिक्षित समाज ही एक शक्तिशाली और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कर सकता है। भाजपा सरकार गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। सरकारी स्कूलों की शिक्षा को और भी बेहतर बनाया जा रहा है। आज राज्य के सरकारी स्कूल में निजी स्कूलों की तरह ही सुविधाएं भी प्रदान की जा रहीं हैं। जिसका नतीजा है कि, सरकारी स्कूल में प्रवेश के लिए लंबी लाइन लग रही है। सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, लाइब्रेरी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।उन्होंने कहा कि, खोरपा स्थित स्वामी आत्मानंद हिंदी/अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय को पीएमश्री स्कूल में शामिल किया गया है जिससे यहां दूसरी सुविधाओं का विकास भी किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि, स्कूल में पढ़ने वाली सभी वर्ग की बच्चियों को साइकिल देने का निर्णय शिक्षा मंत्री पद पर रहते हुए लिया गया था।
उन्होंने कहा कि, गांव का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाए, सभी बच्चे स्कूल जाएं। यह सुनिश्चित करना सरपंच समेत सभी शिक्षकों और स्थानीय लोगों की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी।
कार्यक्रम में अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू, जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल, जनपद सदस्य अनुसुइया बघेल, सरपंच रेखा बघेल, उप सरपंच राम सिंह, विकासखंड शिक्षा अधिकारी धनेश्वरी, प्राचार्य सीमा, शिवानी, विद्यार्थी, अभिभावकगण भी उपस्थित रहे।
जशपुर जिले के ’जशप्योर’ उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री देश भर में, आदिवासी महिलाओं के परिश्रम की मिठास अब पूरे भारत में

रायपुर।      छत्तीसगढ़ का जशपुर जिला अपनी हरी-भरी वादियों के और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यह जिला लोगों को प्रकृति से जोड़ता है और ताजगी का अनुभव करता है। जैसे-जैसे मानसून आता है इसकी खूबसूरती और निखरकर सामने आती है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता का मेल अद्वितीय है। इसी क्षेत्र से उत्पन्न हुआ है ‘जशपुर ब्रांड’ जो आदिवासी महिलाओं द्वारा बनाए गए उच्च गुणवत्ता वाले और स्वास्थ्यवर्धक उत्पादों को बाजार में प्रस्तुत करता है। अब यह ब्रांड केवल स्थानीय बाजार तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे भारत में अपनी जगह बना चुका है, चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन।

महिला समूह की मेहनत का प्रतिफल है जशप्योर

जशपुर जिला हर क्षेत्र में बेहतर कर रहा है। यहां की महिलाएं भी कामयाबी की नई इबारत लिख रही हैं। “जशपुर ब्रांड” इसी का एक बेहतर उदाहरण और उत्कृष्टता का प्रतीक है। “जशपुर ब्रांड” के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के उत्पाद उपलब्ध हैं, जिनमें सबसे अधिक मांग वाले उत्पाद ढेकी कुटा जवा फूल चावल, जो कि अपनी गुणवत्ता और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। पारंपरिक विधियों से तैयार किए गए इस चावल की सुगंध और स्वाद अनूठा है। वही महुआ और मिलेट लड्डू जो महुआ और मिलेट से बने यह लड्डू पौष्टिक और स्वादिष्ट होते हैं। यह लड्डू विशेष रूप से बच्चों और स्वास्थ्य प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हैं।

जशप्योर के उत्पादों की देश भर में मांग

इसी तरह मिलेट आधारित पास्ता, यह पास्ता पारंपरिक गेहूं के पास्ता का एक स्वस्थ विकल्प है, जो स्वास्थ्य के प्रति सजग लोगों के लिए एक उत्तम विकल्प है। इनके अलावा कोदो, कुटकी, रागी, टाऊ एवं महुआ से बने विभिन्न उत्पाद संपूर्ण भारत में अपनी पहचान बना चुके हैं। जशपुर ब्रांड के उत्पादों की मांग अब केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं है। जम्मू-कश्मीर से लेकर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक, “जशपुर ब्रांड” के उत्पादों को अच्छा खासा प्रतिसाद मिल रहा है। इसका मुख्य कारण है उत्पादों की गुणवत्ता और स्वास्थ्यवर्धक गुण।

जशप्योर से जुड़ी महिलाएं बनी आत्मनिर्भर

जशप्योर के तहत बने जशपुर ब्रांड का उद्देश्य केवल व्यापार नहीं है, बल्कि यह आदिवासी महिलाओं का सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने का सफल प्रयास है। इस ब्रांड के माध्यम से इन महिलाओं को रोजगार का अवसर मिला है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिली है। जशप्योर द्वारा निर्मित ‘जशपुर ब्रांड’ का हर उत्पाद इन महिलाओं की मेहनत और समर्पण का प्रतीक है। जशपुर ब्रांड के उत्पाद अब jashpure.com पर उपलब्ध हैं, जहां से इन्हें आसानी से खरीदा जा सकता है। इसके साथ ही, देशभर में विभिन्न ऑफलाइन स्टोर्स पर भी ये उत्पाद उपलब्ध हैं, जो इस ब्रांड की व्यापक पहुंच का प्रमाण हैं।

जशप्योर को लोकप्रिय बनाने प्रशासन प्रयासरत

जशप्योर का यह जशपुर ब्रांड केवल एक व्यापारिक नाम नहीं है, बल्कि यह आदिवासी महिलाओं के परिश्रम, समर्पण और गुणवत्ता की एक कहानी है। जशपुर ब्रांड के माध्यम से अब पूरे भारत में लोग इस स्वाद और गुणवत्ता का आनंद उठा रहे हैं। आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण की यह कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। यह ब्रांड भविष्य में और अधिक लोकप्रिय हो, इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिसका अब सुखद और सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

नई दिल्ली में आयोजित सुशासन संवाद कार्यक्रम में शामिल हुये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री

नई दिल्ली-      छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ सरकार के छह माह पूरे होने पर नई दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित सुशासन संवाद कार्यक्रम में प्रदेश सरकार की उपलब्धियां व राज्य में सुशासन की दिशा में उठाए गए कदमों पर चर्चा की। इस मौके पर उन्होने जनता के सवालों का भी बेबाकी के साथ जवाब दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने संबोधित करते हुये कहा शपथ ग्रहण के पश्चात हमारी सबसे बड़ी चुनौती जनता के भरोसे पर खरा उतरना था। मोदी जी ने जो प्रदेश की आम जनता को गारंटी दी थी, उन्हें पूरा करना था। लेकिन हमने 7 महीने के भीतर ही अधिकांश गारंटियों को पूरा कर जनता का भरोसा पुनः अर्जित कर लिया है। उन्होने कहा छत्तीसगढ़ में जनता का काम साएँ-साएँ हो रहा है, जिससे कमीशनखोरी करने वालों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारी सरकार की नियत और नीति दोनों सही हैं। उन्होने नक्सलवाद के विरुद्ध किए गए कार्यों पर विशेष जोर देते हुये कहा "हमारी सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। हमने सुरक्षा कैंप स्थापित किए हैं और इन इलाकों में विकास कार्यों को तेज किया है। इससे न केवल सुरक्षा बल्कि विकास की दिशा में भी हमें बड़ी सफलता मिली है।"

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में पारदर्शिता और सुशासन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, "हमने प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाया है ताकि जनता को उनकी समस्याओं का समाधान जल्दी और प्रभावी तरीके से मिल सके।"

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुये कहा कि हमने सरकार बनते ही मोदी की गारंटी के अनुरूप 18 लाख 12 हजार 743 जरूरतमंद परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराया। किसानों को 2 साल का बकाया धान बोनस दिया। वादे के अनुरूप 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी शुरू की। राज्य की महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना के अंतर्गत प्रति माह एक-एक हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है। राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 4000 रुपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर अब 5500 रुपए प्रति मानक बोरा कर दी गई है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि उनकी सरकार ने राज्य में विकास और सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, "हम वैल्यू एडिशन कर रहे हैं और आने वाले समय में हमारा सपनों का छत्तीसगढ़ तैयार हो रहा है। राज्य के विकास के लिए हमने कई नई परियोजनाएँ शुरू की हैं और जनता को उनकी आवश्यकता की सभी सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं।"

सुशासन संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने दृष्टिकोण और योजनाओं को साझा करते हुए बताया कि उनकी सरकार राज्य के विकास और जनहित के कार्यों के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "हम छत्तीसगढ़ को एक मॉडल राज्य बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

शहरी आजीविका मिशन में अच्छे कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ को मिले पांच राष्ट्रीय पुरस्कार

रायपुर-     भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा शहरी गरीब परिवारों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में उत्कृष्ट कार्यों के लिए आज नई दिल्ली में प्रदान किए गए ‘स्पार्क’ पुरस्कारों में छत्तीसगढ़ का दबदबा रहा। राज्य को इसमें विभिन्न श्रेणियों में पांच पुरस्कार मिले। प्रदेश के तीन शहरों को अपनी-अपनी श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार, एक नगरीय निकाय को द्वितीय पुरस्कार और राज्य स्तरीय पुरस्कारों में छत्तीसगढ़ को पूरे देश में तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल और राज्य मंत्री तोखन साहू ने नई दिल्ली के इंडिया हैबिटॉट सेंटर में आयोजित समारोह में ये पुरस्कार वितरित किए। छत्तीसगढ़ से गए 20 अधिकारियों और लाभार्थियों की टीम ने अपने-अपने निकायों की ओर से ये पुरस्कार ग्रहण किए।

दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डे-एनयूएलएम) में उत्कृष्ट कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित ‘स्पार्क 2023-24’ पुरस्कारों के अंतर्गत दस लाख तक जनसंख्या श्रेणी में बिलासपुर नगर निगम को पूरे देश में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं तीन लाख तक जनसंख्या श्रेणी में रायगढ़ नगर निगम को और एक लाख तक जनसंख्या श्रेणी में भाटापारा नगर पालिका को पूरे देश में प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। चांपा नगर पालिका को 50 हजार तक जनसंख्या श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार मिला। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में श्रेष्ठ कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ को पूरे देश में तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य को गौरवान्वित करने वाली इस उपलब्धि के लिए सूडा और चारों नगरीय निकायों की टीम के साथ ही प्रदेशवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रदत्त ये पुरस्कार राज्य के लिए सम्मान का विषय है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार और कौशल विकास के साथ ही शहरी पथ विक्रेताओं को सहायता प्रदान की जा रही है। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने भी सूडा और पुरस्कार के लिए चयनित नगरीय निकायों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन महिलाओं एवं युवाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध मिशन है। छत्तीसगढ़ इस मिशन में लगातार श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है।

शहरी गरीब परिवारों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में अच्छे कार्यों को रेखांकित करने नई दिल्ली में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पीएम स्वनिधि योजना के नामांकित लाभार्थी जशपुर नगर पालिका के सुमित किस्कु और लोरमी नगर पंचायत के कुशाल राम साहू भी शामिल हुए। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के लाभार्थी के रूप में नामांकित जगदलपुर नगर निगम की हैप्पी महिला स्वसहायता समूह की मृदुला जैन, भिलाई नगर निगम की राधा रानी स्वसहायता समूह की चित्ररेखा साहू, सिटी मिशन प्रबंधक एकता शर्मा और संत कुमार महतो ने भी छत्तीसगढ़ की ओर से समारोह में सहभागिता दी।

राज्य की ओर से इन्होंने ग्रहण किए पुरस्कार

नई दिल्ली के इंडिया हैबिटॉट सेंटर में आयोजित पुरस्कार समारोह में छत्तीसगढ़ को मिला तृतीय पुरस्कार सूडा (राज्य शहरी विकास अभिकरण) के उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील अग्रहरि, राज्य मिशन प्रबंधक विवेक शुक्ला और प्रशांत अमोली ने ग्रहण किया। बिलासपुर नगम निगम के आयुक्त अमित कुमार, रायगढ़ नगर निगम के आयुक्त सुनील चंद्रवशी, सिटी मिशन प्रबंधक केदार पटेल और शुभम शर्मा, भाटापारा नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी लाल अजय बहादुर सिंह और सिटी मिशन प्रबंधक नीरज साहू तथा चांपा नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी और भोला सिंह ठाकुर ने अपने-अपने निकायों की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन, संयुक्त सचिव तथा एनयूएलएम एवं पीएम स्वनिधि के प्रबंध निदेशक राहुल कपूर, पीएम स्वनिधि की संचालक शालिनी पाण्डेय और एनयूएलएम के संचालक सुनील कुमार यादव भी पुरस्कार समारोह में मौजूद थे।

स्काउट्स एंड गाइड्स से युवा पीढ़ी में नेतृत्व, देशभक्ति, सामाजिक सेवा और नैतिक मूल्यों का विकास होता है : बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर-      भारत स्काउट्स एवं गाइड्स का उद्देश्य युवा पीढ़ी में नेतृत्व, देशभक्ति, सामाजिक सेवा, और नैतिक मूल्यों का विकास करना है। युवाओं में समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियों और कर्तव्यों को लेकर जागरूकता लाना है। यह बात रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने गुरुवार को भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के नवीन राज्य परिषद के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों
के शपथ ग्रहण समारोह में कहीं।
बृजमोहन अग्रवाल ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाते हुए कहा कि, सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की गतिविधियों को बढ़ाने की जरूरत है। जिसके लिए सभी शिक्षण संस्थान में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स को शुरू करने के लिए वे पहले ही अधिकारियों को निर्देशित कर चुके है। अब नव निर्वाचित पदाधिकारियों को भी इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है।
उन्होंने ने संगठन के लोगों से यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को गति देते हुए सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में 1 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। आज शपथ लेने वालों में कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, उपाध्यक्ष सुनीता संजय बोहरा, उपाध्यक्ष विजय केशरवानी, उपाध्यक्ष कार्तिकेश्वर स्वर्णकार उपाध्यक्ष, राजेंद्र गोलछा, राज्य मुख्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव, कोषाध्यक्ष मुरली शर्मा शामिल रहे।
सर्वश्रेष्ठ नगरीय निकायों की श्रेणी में चांपा नगर पालिका को मिला द्वितीय स्थान

रायपुर-   छत्तीसगढ़ को दीनदयाल अंत्योदय योजना और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत पांच राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार नगरीय निकायों द्वारा शहरी गरीब परिवारों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने के क्षेत्र में विशेष कार्य करने पर यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।

नगर पालिका चांपा को 50 हजार तक आबादी वाले सर्वश्रेष्ठ नगरीय निकायों की श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया है। केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली के इंडिया हैबिटाट सेंटर में आयोजित समारोह में राज्य शहरी विकास अभिकरण (सूडा) और प्रदेश के चार नगरीय निकायों बिलासपुर, रायगढ़, चांपा और भाटापारा को प्रतिष्ठित ‘स्पार्क 2023-24’ पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्य मंत्री तोखन साहू द्वारा प्रदान किया गया।

स्पार्क अवार्ड मिलने पर कलेक्टर आकाश छिकारा ने नगर पालिका के अधिकारी, कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि स्पार्क-2023-24 पुरस्कार के लिए चांपा नगरीय निकाय का नाम चयनित होना जिले के लिए गौरव की बात है। उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार शहरी गरीब परिवारों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में बेहतरीन कार्यों के लिए ये पुरस्कार दिया गया है। दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में जिले से सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी एवं नगर पालिका सीएमओ भोला सिंह ठाकुर ने यह स्पार्क अवार्ड प्राप्त किया।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर दृष्टिबाधित पार्वती को मिला नया एन्ड्रायड फोन, सेल फोन से सुनकर पढ़ाई कर अपने सपनों को करेगी साकार पार्वती

रायपुर-  दृष्टिबाधित पार्वती को नया एन्ड्रायड फोन मिलने से वह बेहद खुश है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय तथा जिला प्रशासन दंतेवाड़ा को विशेष धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न वर्गो के कल्याण के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। इसी तारतम्य में मुझे आज जिला प्रशासन की विशेष पहल पर समाज कल्याण विभाग द्वारा नया एन्ड्रायड फोन प्राप्त हुआ है। अब इस सेल फोन के माध्यम से सुनकर पढ़ाई करूंगी तथा अपने सपनों को साकार करने में यह सेल फोन मेरे लिए मददगार होगी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बेटियों की शिक्षा के प्रति सजग है और उन्हें शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने पाठ्य पुस्तक, सायकिल और अन्य सुविधाएं राज्य शासन द्वारा प्रदान की जा रही है। जिससे बेटियों शिक्षित होकर आगे चलकर आत्मनिर्भर बन सके। जिला दन्तेवाड़ा के ग्राम मटेनार के निम्न मध्यमवर्गीय कृषक परिवार की 18 वर्षीय दृष्टिबाधित ’’पार्वती’’ के लिए दृष्टिहीनता पढ़ाई में कभी बाधक नहीं बन पाई। शिक्षा के प्रति इसी ललक को दृष्टिगत रखते हुए प्रोत्साहन स्वरूप जिला प्रशासन द्वारा उसे आज एंड्रॉयड सेल फोन दिया गया। इस संबंध में ’’पार्वती’’ के बड़े भाई मनीराम ने बताया कि उसकी बहन जन्म से ही दृष्टिबाधित थी, परन्तु पढ़ाई लिखाई के प्रति उसका झुकाव बचपन से ही रहा है। अपनी इसी इच्छाशक्ति के बल पर उसने अपनी प्राथमिक शिक्षा की पढ़ाई ग्राम बड़े पनेड़ा से पूरा किया। फिर हाई स्कूल तक की पढ़ाई के लिए उसने जावंगा स्थित सक्षम-2 में दाखिला लिया।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा एजुकेशन हब जावंगा स्थित सक्षम-2 आवासीय विद्यालय में दिव्यांग छात्र-छात्राओं के अध्ययन की विशेष व्यवस्था की गई है। पार्वती पोडियाम ने यहां पर सफलतापूर्वक 12वीं की परीक्षा उर्त्तीर्ण की। वर्तमान में वह रायपुर स्थित डिग्री गर्ल्स कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही है। इस संबंध में उसके भाई का कहना था कि उक्त महाविद्यालय में इसी वर्ष ’’पार्वती’’ ने प्रवेश लिया है। जहां उसके ही समान दृष्टिहीन दिव्यांगों को विशेष तौर पर अध्ययन कराया जाता है। चूंकि अब आधुनिक सेल फोन में दिव्यांगजनों को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रकार के एप की सुविधा उपलब्ध कराया गया है, जिसमें दिव्यांग छात्र-छात्राएं सुनकर ही अपने पाठ्यक्रम को भलि-भांति समझ कर पढ़ाई कर सकते हैं और ’’पार्वती’’ पोडियाम ने ब्रेल लिपि के माध्यम से ही जावंगा के सक्षम-2 आवासीय विद्यालय में शिक्षा प्राप्त की है। परन्तु महाविद्यालय की पढ़ाई के लिए उसे एक एंड्रॉयड फोन की आवश्यकता थी। उसे अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते मोबाईल खरीदने में समस्या आ रही थी।

पार्वती ने समाज कल्याण विभाग से सम्पर्क कर सेल फोन के लिए आवेदन किया था। जिला प्रशासन ने आवेदन पर त्वरित पहल करते हुए उसके उज्जवल भविष्य के लिए सेल फोन उपलब्ध करवाया। पार्वती ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब वह निश्चिंत होकर अपने स्नातक की पढ़ाई पूरी कर सकेगी। उसने आगे कहा कि भविष्य में वह शिक्षिका बनाना चाहती है ताकि उसके जैसे अन्य दिव्यांग छात्र-छात्रा शिक्षित होकर समाज में अपना स्थान बना सकें।

साय कैबिनेट की बैठक कल शुक्रवार 19 जुलाई को
रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक 19 जुलाई शुक्रवार को नवा रायपुर में महानदी भवन स्थित मंत्रालय में होगी। बैठक का आयोजन दोपहर 3 बजे किया गया है।
नक्शा बटांकन से सुलझ रही है परिवारों की भूमि संबंधी दिक्कतें, रायगढ़ जिले में 90 हजार खसरों का नक्शा बटांकन पूरा

रायपुर-     छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में गठित नई सरकार में राजस्व संबंधी मामलों का तेजी से निराकरण हो रहा है। रायगढ़ जिले में खसरों का नक्शा बटांकन के अभियान से कई परिवारों की समस्याएं सुलझ रही हैं, वहीं राजस्व अभिलेखों में भी शुद्धता आ रही है। नक्शा बटांकन होने के कारण दो युवाओं को एसईसीएल में नौकरी भी मिली है। बैंक लोन, रजिस्ट्री आदि कार्य हेतु आवश्यक दस्तावेज आसानी से प्राप्त होने के साथ ही भूमि संबंधी विवाद भी सुलझ रहा है।

जिला प्रशासन द्वारा जनसामान्य की सुविधा के लिए रायगढ़ के सभी तहसीलों में नक्शा बटांकन कार्य को अभियान चलाकर पूरा किया जा रहा है। विगत माह दिसम्बर 2023 से अब तक नक्शा बटांकन कार्य में लगभग 18 प्रतिशत की प्रगति आयी है। इस अवधि में लगभग 90 हजार खसरों का नक्शा बटांकन किया गया है। जनसामान्य को खसरा एवं नक्शा के आसानी से उपलब्ध होने पर अब कार्यालय में आना नहीं पड़ रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि खसरा दुरूस्ती के पश्चात नक्शा अपडेशन नहीं होने से ऐसे खसरे काफी संख्या में लंबित रहे हैं, इनका अभियान चलाकर निराकरण किया जा रहा है। कई गांवों में नक्शा बटांकन के काम जो लम्बे समय से लंबित थे, उन्हें शत-प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। तहसील लैलूंगा के रामपुर, कोड़ासिया, ईश्वरपुर, सोहनपुर एवं चिटकीबहार इसी तरह घरघोड़ा अंतर्गत ग्राम छिरभौना, पोरडी, राई, घोघरा में नक्शा अद्यतनीकरण का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण किया गया है।

घरघोड़ा तहसील के घोघरा के बुधेश्वर पिता संतोष ने बताया कि उनकी भूमिस्वामी मद की भूमि का हल्का पटवारी द्वारा मौका स्थल देखकर तुरंत नक्शा बटांकन कर दिया गया। जिसके कारण उसके पुत्र चंद्रकांत साहू एवं पुत्री मेघा साहू को एसईसीएल में नौकरी का लाभ मिल सका। रामकुमार चौहान ने बताया कि उनका ग्राम-तुरेकेला में भूमि कब्जा संबंधी विवाद चल रहा था, जिसका नक्शा बटांकन होने से विवाद का निराकरण हो गया है। इसी जैमुड़ा के गंगाधर पटेल ने बताया कि नक्शा बटांकन होने के बाद उन्हें उनकी भूमि का सीमाचिन्ह ज्ञात हो गया।

किराना दुकान से तरक्की की ओर बढ़ रही बालूद की कमला

रायपुर।    आधुनिक युग में महिलाएं आत्मनिर्भर होकर परिवार को आर्थिक मदद भी कर रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वरोजगार से निरंतर जोड़ा जा रहा है। दन्तेवाड़ा जिले की ग्रामीण महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) प्रयास अब सार्थक हो रहा है। कमला बैंक से ऋण लेकर किराना दुकान शुरू की और आत्मविश्वास के चलते आगे बढ़ते जा रही है।

संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने अनेक योजनाएं संचालित कर रहे हैं, जिनका लाभ महिलाएं उठाकर अपने घरेलू काम-काज के अलावा स्वरोजगार से जुड़ रहीं हैं।

खेती किसानी और घर गृहस्थी के काम के अलावा भी उनकी एक अलग पहचान बन गई है। यह सब महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण से ही संभव है। और इसी के बदौलत ही वे बच्चों की शिक्षा-दीक्षा के खर्च और परिवार की अन्य जरूरतें पूरा करने में हाथ बंटा रही हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। इस क्रम में दन्तेवाड़ा जिला मुख्यालय से 3 किमी दूरी में बसा ग्राम पंचायत बालूद में निवासरत कमला ठाकुर एवं उनका परिवार अपने जीवन-यापन के लिए परंपरागत खेती से ही जुड़ा हुआ था। फिर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के जरिये उन्होंने दिव्या स्व सहायता का गठन किया। इस समूह में अधिकतम सभी 10 महिलाएं निर्धन परिवार से संबंधित थी और सभी महिलाएं गृहिणी ही थी। इन महिलाओं को सी.आर.पी. दीदीयों के द्वारा बिहान योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी गई।

समूह से जुड़ने के पश्चात कमला ठाकुर ने घर के काम एवं खेती के साथ-साथ लघु व्यवसाय करने का विचार किया। इस प्रकार कुछ नया करने की सोच के साथ उन्होंने बिहान के माध्यम से ही ग्राम संगठन के द्वारा 1 लाख 20 हजार ऋण प्राप्त कर किराना दुकान शुरू किया, जिसमें उनके परिवार ने भी उनका साथ दिया और उनके द्वारा समय से ग्राम संगठन से लिये गये ऋण को ब्याज सहित चुकता भी कर दिया गया। इसी आत्मविश्वास के बलबूते उन्होंने अपने दुकान को विस्तार करने के उद्देश्य से पुनः बैंक से ऋण के रूप में 50 हजार रूपए की राशि लेकर अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रही है। अपनी आत्मनिर्भरता की वजह से आज वे अपने परिवार की जिम्मेदारी को सुगमता से निभा रही है। कमला ठाकुर ने कहा कि बिहान से जुड़ने के बाद ही उनके पूरी जिंदगी में बदलाव आया है।