नई दिल्ली में आयोजित सुशासन संवाद कार्यक्रम में शामिल हुये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री

नई दिल्ली-      छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ सरकार के छह माह पूरे होने पर नई दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित सुशासन संवाद कार्यक्रम में प्रदेश सरकार की उपलब्धियां व राज्य में सुशासन की दिशा में उठाए गए कदमों पर चर्चा की। इस मौके पर उन्होने जनता के सवालों का भी बेबाकी के साथ जवाब दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने संबोधित करते हुये कहा शपथ ग्रहण के पश्चात हमारी सबसे बड़ी चुनौती जनता के भरोसे पर खरा उतरना था। मोदी जी ने जो प्रदेश की आम जनता को गारंटी दी थी, उन्हें पूरा करना था। लेकिन हमने 7 महीने के भीतर ही अधिकांश गारंटियों को पूरा कर जनता का भरोसा पुनः अर्जित कर लिया है। उन्होने कहा छत्तीसगढ़ में जनता का काम साएँ-साएँ हो रहा है, जिससे कमीशनखोरी करने वालों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारी सरकार की नियत और नीति दोनों सही हैं। उन्होने नक्सलवाद के विरुद्ध किए गए कार्यों पर विशेष जोर देते हुये कहा "हमारी सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। हमने सुरक्षा कैंप स्थापित किए हैं और इन इलाकों में विकास कार्यों को तेज किया है। इससे न केवल सुरक्षा बल्कि विकास की दिशा में भी हमें बड़ी सफलता मिली है।"

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में पारदर्शिता और सुशासन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, "हमने प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाया है ताकि जनता को उनकी समस्याओं का समाधान जल्दी और प्रभावी तरीके से मिल सके।"

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुये कहा कि हमने सरकार बनते ही मोदी की गारंटी के अनुरूप 18 लाख 12 हजार 743 जरूरतमंद परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराया। किसानों को 2 साल का बकाया धान बोनस दिया। वादे के अनुरूप 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी शुरू की। राज्य की महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना के अंतर्गत प्रति माह एक-एक हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है। राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 4000 रुपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर अब 5500 रुपए प्रति मानक बोरा कर दी गई है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि उनकी सरकार ने राज्य में विकास और सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, "हम वैल्यू एडिशन कर रहे हैं और आने वाले समय में हमारा सपनों का छत्तीसगढ़ तैयार हो रहा है। राज्य के विकास के लिए हमने कई नई परियोजनाएँ शुरू की हैं और जनता को उनकी आवश्यकता की सभी सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं।"

सुशासन संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने दृष्टिकोण और योजनाओं को साझा करते हुए बताया कि उनकी सरकार राज्य के विकास और जनहित के कार्यों के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "हम छत्तीसगढ़ को एक मॉडल राज्य बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

शहरी आजीविका मिशन में अच्छे कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ को मिले पांच राष्ट्रीय पुरस्कार

रायपुर-     भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा शहरी गरीब परिवारों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में उत्कृष्ट कार्यों के लिए आज नई दिल्ली में प्रदान किए गए ‘स्पार्क’ पुरस्कारों में छत्तीसगढ़ का दबदबा रहा। राज्य को इसमें विभिन्न श्रेणियों में पांच पुरस्कार मिले। प्रदेश के तीन शहरों को अपनी-अपनी श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार, एक नगरीय निकाय को द्वितीय पुरस्कार और राज्य स्तरीय पुरस्कारों में छत्तीसगढ़ को पूरे देश में तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल और राज्य मंत्री तोखन साहू ने नई दिल्ली के इंडिया हैबिटॉट सेंटर में आयोजित समारोह में ये पुरस्कार वितरित किए। छत्तीसगढ़ से गए 20 अधिकारियों और लाभार्थियों की टीम ने अपने-अपने निकायों की ओर से ये पुरस्कार ग्रहण किए।

दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डे-एनयूएलएम) में उत्कृष्ट कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित ‘स्पार्क 2023-24’ पुरस्कारों के अंतर्गत दस लाख तक जनसंख्या श्रेणी में बिलासपुर नगर निगम को पूरे देश में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं तीन लाख तक जनसंख्या श्रेणी में रायगढ़ नगर निगम को और एक लाख तक जनसंख्या श्रेणी में भाटापारा नगर पालिका को पूरे देश में प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। चांपा नगर पालिका को 50 हजार तक जनसंख्या श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार मिला। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में श्रेष्ठ कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ को पूरे देश में तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य को गौरवान्वित करने वाली इस उपलब्धि के लिए सूडा और चारों नगरीय निकायों की टीम के साथ ही प्रदेशवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रदत्त ये पुरस्कार राज्य के लिए सम्मान का विषय है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार और कौशल विकास के साथ ही शहरी पथ विक्रेताओं को सहायता प्रदान की जा रही है। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने भी सूडा और पुरस्कार के लिए चयनित नगरीय निकायों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन महिलाओं एवं युवाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध मिशन है। छत्तीसगढ़ इस मिशन में लगातार श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है।

शहरी गरीब परिवारों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में अच्छे कार्यों को रेखांकित करने नई दिल्ली में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पीएम स्वनिधि योजना के नामांकित लाभार्थी जशपुर नगर पालिका के सुमित किस्कु और लोरमी नगर पंचायत के कुशाल राम साहू भी शामिल हुए। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के लाभार्थी के रूप में नामांकित जगदलपुर नगर निगम की हैप्पी महिला स्वसहायता समूह की मृदुला जैन, भिलाई नगर निगम की राधा रानी स्वसहायता समूह की चित्ररेखा साहू, सिटी मिशन प्रबंधक एकता शर्मा और संत कुमार महतो ने भी छत्तीसगढ़ की ओर से समारोह में सहभागिता दी।

राज्य की ओर से इन्होंने ग्रहण किए पुरस्कार

नई दिल्ली के इंडिया हैबिटॉट सेंटर में आयोजित पुरस्कार समारोह में छत्तीसगढ़ को मिला तृतीय पुरस्कार सूडा (राज्य शहरी विकास अभिकरण) के उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील अग्रहरि, राज्य मिशन प्रबंधक विवेक शुक्ला और प्रशांत अमोली ने ग्रहण किया। बिलासपुर नगम निगम के आयुक्त अमित कुमार, रायगढ़ नगर निगम के आयुक्त सुनील चंद्रवशी, सिटी मिशन प्रबंधक केदार पटेल और शुभम शर्मा, भाटापारा नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी लाल अजय बहादुर सिंह और सिटी मिशन प्रबंधक नीरज साहू तथा चांपा नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी और भोला सिंह ठाकुर ने अपने-अपने निकायों की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन, संयुक्त सचिव तथा एनयूएलएम एवं पीएम स्वनिधि के प्रबंध निदेशक राहुल कपूर, पीएम स्वनिधि की संचालक शालिनी पाण्डेय और एनयूएलएम के संचालक सुनील कुमार यादव भी पुरस्कार समारोह में मौजूद थे।

स्काउट्स एंड गाइड्स से युवा पीढ़ी में नेतृत्व, देशभक्ति, सामाजिक सेवा और नैतिक मूल्यों का विकास होता है : बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर-      भारत स्काउट्स एवं गाइड्स का उद्देश्य युवा पीढ़ी में नेतृत्व, देशभक्ति, सामाजिक सेवा, और नैतिक मूल्यों का विकास करना है। युवाओं में समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियों और कर्तव्यों को लेकर जागरूकता लाना है। यह बात रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने गुरुवार को भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के नवीन राज्य परिषद के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों
के शपथ ग्रहण समारोह में कहीं।
बृजमोहन अग्रवाल ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाते हुए कहा कि, सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की गतिविधियों को बढ़ाने की जरूरत है। जिसके लिए सभी शिक्षण संस्थान में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स को शुरू करने के लिए वे पहले ही अधिकारियों को निर्देशित कर चुके है। अब नव निर्वाचित पदाधिकारियों को भी इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है।
उन्होंने ने संगठन के लोगों से यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को गति देते हुए सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में 1 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। आज शपथ लेने वालों में कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, उपाध्यक्ष सुनीता संजय बोहरा, उपाध्यक्ष विजय केशरवानी, उपाध्यक्ष कार्तिकेश्वर स्वर्णकार उपाध्यक्ष, राजेंद्र गोलछा, राज्य मुख्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव, कोषाध्यक्ष मुरली शर्मा शामिल रहे।
सर्वश्रेष्ठ नगरीय निकायों की श्रेणी में चांपा नगर पालिका को मिला द्वितीय स्थान

रायपुर-   छत्तीसगढ़ को दीनदयाल अंत्योदय योजना और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत पांच राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार नगरीय निकायों द्वारा शहरी गरीब परिवारों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने के क्षेत्र में विशेष कार्य करने पर यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।

नगर पालिका चांपा को 50 हजार तक आबादी वाले सर्वश्रेष्ठ नगरीय निकायों की श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया है। केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली के इंडिया हैबिटाट सेंटर में आयोजित समारोह में राज्य शहरी विकास अभिकरण (सूडा) और प्रदेश के चार नगरीय निकायों बिलासपुर, रायगढ़, चांपा और भाटापारा को प्रतिष्ठित ‘स्पार्क 2023-24’ पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्य मंत्री तोखन साहू द्वारा प्रदान किया गया।

स्पार्क अवार्ड मिलने पर कलेक्टर आकाश छिकारा ने नगर पालिका के अधिकारी, कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि स्पार्क-2023-24 पुरस्कार के लिए चांपा नगरीय निकाय का नाम चयनित होना जिले के लिए गौरव की बात है। उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार शहरी गरीब परिवारों को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में बेहतरीन कार्यों के लिए ये पुरस्कार दिया गया है। दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में जिले से सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी एवं नगर पालिका सीएमओ भोला सिंह ठाकुर ने यह स्पार्क अवार्ड प्राप्त किया।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर दृष्टिबाधित पार्वती को मिला नया एन्ड्रायड फोन, सेल फोन से सुनकर पढ़ाई कर अपने सपनों को करेगी साकार पार्वती

रायपुर-  दृष्टिबाधित पार्वती को नया एन्ड्रायड फोन मिलने से वह बेहद खुश है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय तथा जिला प्रशासन दंतेवाड़ा को विशेष धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न वर्गो के कल्याण के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। इसी तारतम्य में मुझे आज जिला प्रशासन की विशेष पहल पर समाज कल्याण विभाग द्वारा नया एन्ड्रायड फोन प्राप्त हुआ है। अब इस सेल फोन के माध्यम से सुनकर पढ़ाई करूंगी तथा अपने सपनों को साकार करने में यह सेल फोन मेरे लिए मददगार होगी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बेटियों की शिक्षा के प्रति सजग है और उन्हें शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने पाठ्य पुस्तक, सायकिल और अन्य सुविधाएं राज्य शासन द्वारा प्रदान की जा रही है। जिससे बेटियों शिक्षित होकर आगे चलकर आत्मनिर्भर बन सके। जिला दन्तेवाड़ा के ग्राम मटेनार के निम्न मध्यमवर्गीय कृषक परिवार की 18 वर्षीय दृष्टिबाधित ’’पार्वती’’ के लिए दृष्टिहीनता पढ़ाई में कभी बाधक नहीं बन पाई। शिक्षा के प्रति इसी ललक को दृष्टिगत रखते हुए प्रोत्साहन स्वरूप जिला प्रशासन द्वारा उसे आज एंड्रॉयड सेल फोन दिया गया। इस संबंध में ’’पार्वती’’ के बड़े भाई मनीराम ने बताया कि उसकी बहन जन्म से ही दृष्टिबाधित थी, परन्तु पढ़ाई लिखाई के प्रति उसका झुकाव बचपन से ही रहा है। अपनी इसी इच्छाशक्ति के बल पर उसने अपनी प्राथमिक शिक्षा की पढ़ाई ग्राम बड़े पनेड़ा से पूरा किया। फिर हाई स्कूल तक की पढ़ाई के लिए उसने जावंगा स्थित सक्षम-2 में दाखिला लिया।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा एजुकेशन हब जावंगा स्थित सक्षम-2 आवासीय विद्यालय में दिव्यांग छात्र-छात्राओं के अध्ययन की विशेष व्यवस्था की गई है। पार्वती पोडियाम ने यहां पर सफलतापूर्वक 12वीं की परीक्षा उर्त्तीर्ण की। वर्तमान में वह रायपुर स्थित डिग्री गर्ल्स कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही है। इस संबंध में उसके भाई का कहना था कि उक्त महाविद्यालय में इसी वर्ष ’’पार्वती’’ ने प्रवेश लिया है। जहां उसके ही समान दृष्टिहीन दिव्यांगों को विशेष तौर पर अध्ययन कराया जाता है। चूंकि अब आधुनिक सेल फोन में दिव्यांगजनों को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रकार के एप की सुविधा उपलब्ध कराया गया है, जिसमें दिव्यांग छात्र-छात्राएं सुनकर ही अपने पाठ्यक्रम को भलि-भांति समझ कर पढ़ाई कर सकते हैं और ’’पार्वती’’ पोडियाम ने ब्रेल लिपि के माध्यम से ही जावंगा के सक्षम-2 आवासीय विद्यालय में शिक्षा प्राप्त की है। परन्तु महाविद्यालय की पढ़ाई के लिए उसे एक एंड्रॉयड फोन की आवश्यकता थी। उसे अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते मोबाईल खरीदने में समस्या आ रही थी।

पार्वती ने समाज कल्याण विभाग से सम्पर्क कर सेल फोन के लिए आवेदन किया था। जिला प्रशासन ने आवेदन पर त्वरित पहल करते हुए उसके उज्जवल भविष्य के लिए सेल फोन उपलब्ध करवाया। पार्वती ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब वह निश्चिंत होकर अपने स्नातक की पढ़ाई पूरी कर सकेगी। उसने आगे कहा कि भविष्य में वह शिक्षिका बनाना चाहती है ताकि उसके जैसे अन्य दिव्यांग छात्र-छात्रा शिक्षित होकर समाज में अपना स्थान बना सकें।

साय कैबिनेट की बैठक कल शुक्रवार 19 जुलाई को
रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक 19 जुलाई शुक्रवार को नवा रायपुर में महानदी भवन स्थित मंत्रालय में होगी। बैठक का आयोजन दोपहर 3 बजे किया गया है।
नक्शा बटांकन से सुलझ रही है परिवारों की भूमि संबंधी दिक्कतें, रायगढ़ जिले में 90 हजार खसरों का नक्शा बटांकन पूरा

रायपुर-     छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में गठित नई सरकार में राजस्व संबंधी मामलों का तेजी से निराकरण हो रहा है। रायगढ़ जिले में खसरों का नक्शा बटांकन के अभियान से कई परिवारों की समस्याएं सुलझ रही हैं, वहीं राजस्व अभिलेखों में भी शुद्धता आ रही है। नक्शा बटांकन होने के कारण दो युवाओं को एसईसीएल में नौकरी भी मिली है। बैंक लोन, रजिस्ट्री आदि कार्य हेतु आवश्यक दस्तावेज आसानी से प्राप्त होने के साथ ही भूमि संबंधी विवाद भी सुलझ रहा है।

जिला प्रशासन द्वारा जनसामान्य की सुविधा के लिए रायगढ़ के सभी तहसीलों में नक्शा बटांकन कार्य को अभियान चलाकर पूरा किया जा रहा है। विगत माह दिसम्बर 2023 से अब तक नक्शा बटांकन कार्य में लगभग 18 प्रतिशत की प्रगति आयी है। इस अवधि में लगभग 90 हजार खसरों का नक्शा बटांकन किया गया है। जनसामान्य को खसरा एवं नक्शा के आसानी से उपलब्ध होने पर अब कार्यालय में आना नहीं पड़ रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि खसरा दुरूस्ती के पश्चात नक्शा अपडेशन नहीं होने से ऐसे खसरे काफी संख्या में लंबित रहे हैं, इनका अभियान चलाकर निराकरण किया जा रहा है। कई गांवों में नक्शा बटांकन के काम जो लम्बे समय से लंबित थे, उन्हें शत-प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। तहसील लैलूंगा के रामपुर, कोड़ासिया, ईश्वरपुर, सोहनपुर एवं चिटकीबहार इसी तरह घरघोड़ा अंतर्गत ग्राम छिरभौना, पोरडी, राई, घोघरा में नक्शा अद्यतनीकरण का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण किया गया है।

घरघोड़ा तहसील के घोघरा के बुधेश्वर पिता संतोष ने बताया कि उनकी भूमिस्वामी मद की भूमि का हल्का पटवारी द्वारा मौका स्थल देखकर तुरंत नक्शा बटांकन कर दिया गया। जिसके कारण उसके पुत्र चंद्रकांत साहू एवं पुत्री मेघा साहू को एसईसीएल में नौकरी का लाभ मिल सका। रामकुमार चौहान ने बताया कि उनका ग्राम-तुरेकेला में भूमि कब्जा संबंधी विवाद चल रहा था, जिसका नक्शा बटांकन होने से विवाद का निराकरण हो गया है। इसी जैमुड़ा के गंगाधर पटेल ने बताया कि नक्शा बटांकन होने के बाद उन्हें उनकी भूमि का सीमाचिन्ह ज्ञात हो गया।

किराना दुकान से तरक्की की ओर बढ़ रही बालूद की कमला

रायपुर।    आधुनिक युग में महिलाएं आत्मनिर्भर होकर परिवार को आर्थिक मदद भी कर रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वरोजगार से निरंतर जोड़ा जा रहा है। दन्तेवाड़ा जिले की ग्रामीण महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) प्रयास अब सार्थक हो रहा है। कमला बैंक से ऋण लेकर किराना दुकान शुरू की और आत्मविश्वास के चलते आगे बढ़ते जा रही है।

संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने अनेक योजनाएं संचालित कर रहे हैं, जिनका लाभ महिलाएं उठाकर अपने घरेलू काम-काज के अलावा स्वरोजगार से जुड़ रहीं हैं।

खेती किसानी और घर गृहस्थी के काम के अलावा भी उनकी एक अलग पहचान बन गई है। यह सब महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण से ही संभव है। और इसी के बदौलत ही वे बच्चों की शिक्षा-दीक्षा के खर्च और परिवार की अन्य जरूरतें पूरा करने में हाथ बंटा रही हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। इस क्रम में दन्तेवाड़ा जिला मुख्यालय से 3 किमी दूरी में बसा ग्राम पंचायत बालूद में निवासरत कमला ठाकुर एवं उनका परिवार अपने जीवन-यापन के लिए परंपरागत खेती से ही जुड़ा हुआ था। फिर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के जरिये उन्होंने दिव्या स्व सहायता का गठन किया। इस समूह में अधिकतम सभी 10 महिलाएं निर्धन परिवार से संबंधित थी और सभी महिलाएं गृहिणी ही थी। इन महिलाओं को सी.आर.पी. दीदीयों के द्वारा बिहान योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी गई।

समूह से जुड़ने के पश्चात कमला ठाकुर ने घर के काम एवं खेती के साथ-साथ लघु व्यवसाय करने का विचार किया। इस प्रकार कुछ नया करने की सोच के साथ उन्होंने बिहान के माध्यम से ही ग्राम संगठन के द्वारा 1 लाख 20 हजार ऋण प्राप्त कर किराना दुकान शुरू किया, जिसमें उनके परिवार ने भी उनका साथ दिया और उनके द्वारा समय से ग्राम संगठन से लिये गये ऋण को ब्याज सहित चुकता भी कर दिया गया। इसी आत्मविश्वास के बलबूते उन्होंने अपने दुकान को विस्तार करने के उद्देश्य से पुनः बैंक से ऋण के रूप में 50 हजार रूपए की राशि लेकर अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रही है। अपनी आत्मनिर्भरता की वजह से आज वे अपने परिवार की जिम्मेदारी को सुगमता से निभा रही है। कमला ठाकुर ने कहा कि बिहान से जुड़ने के बाद ही उनके पूरी जिंदगी में बदलाव आया है।

छत्तीसगढ़ को अयोध्या तक मिलेगी सीधी कनेक्टिविटी, नए राष्ट्रीय राजमार्ग का प्रस्ताव, केंद्रीय सड़क निधि के अंतर्गत 1383 करोड़ के कार्यों के स्वीकृत

नई दिल्ली-  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उनके निवास पर मुलाकात की। बैठक में राज्य में चल रही सड़क परियोजनाओं और आदिवासी क्षेत्रों में व अयोध्या तक सीधी कनेक्टिविटी बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने राज्य में सड़क परिवहन को और अधिक सुलभ व सुविधाजनक बनाने के लिए नई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा। जिस पर केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक में उपमुख्यमंत्री अरुण साव और वित्त मंत्री ओपी चौधरी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद, राहुल भगत, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी और भारत सरकार के अधिकारी भी उपस्थित थे।

बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य के सामाजिक एवं आर्थिक उन्नति एवं सुदूर आदिवासी वनांचलों को मुख्य मार्गों से जोड़ने के लिए नए राष्ट्रीय राजमार्ग का प्रस्ताव रखा। मुख्यमंत्री ने रायगढ़-धरमजयगढ़-मैनपाट-अंबिकापुर-उत्तरप्रदेश सीमा तक कुल 282 किमी तक के मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की है। श्री साय ने बताया यह मार्ग प्रदेश के चार जिलों से होकर गुजरता है एवं धार्मिक नगरी अयोध्या से छत्तीसगढ़ राज्य को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है।

मुख्यमंत्री ने कवर्धा-राजनांदगांव-भानुप्रतापपुर-अंतागढ़-नारायणपुर-गीदम-दंतेवाड़ा-सुकमा मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने बताया यह कुल 482 किमी लंबा राज्य के कुल 6 राष्ट्रीय राजमार्गों एवं 5 जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला अति महत्वपूर्ण मार्ग है। इस मार्ग के निर्माण होने से बस्तर का नक्सल प्रभावित क्षेत्र मुख्यमार्ग से जुड़ेगा एवं नक्सल गतिविधियों में कमी आएगी।

इसके साथ ही उन्होंने कहा रायपुर शहर से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं। एनएच 130बी से 53 को जोड़ने वाले मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा यह मार्ग एनएच घोषित होने से रायपुर शहर का रिंग रोड पूर्ण रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग हो जाएगा।

इसके अलावा उन्होंने रतनपुर-लोरमी-मुंगेली-नांदघाट-भाटापारा-बलौदाबाजार मार्ग, केंवची-पेंड्रारोड-पसान-कटघोरा मार्ग, मुंगेली-नवागढ़-बेमेतरा-धमधा-दुर्ग-झलमला मार्ग, राजनांदगाँव-मोहला-मानपुर मार्ग, पंडरिया-बजाग-गाड़ासरई मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री ने रखा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 में कटघोरा से अंबिकापुर तक फोर लेन चौड़ीकरण करने तथा एनएच क्रमांक 53 पर टाटीबंध से तेलीबांधा तक सुरक्षित यातायात की दृष्टि से सरोना चौक, उद्योग भवन, और तेलीबांधा चौक पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण की आवश्यकता बताई है।

इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग के वार्षिक योजना 2024-25 में एनएच 30 धमतरी से जगदलपुर व एनएच 130बी में रायपुर-बलौदाबाजार-सारंगढ़ मार्ग फोर लेन करने का प्रस्ताव रखा है। वहीं, रायपुर-दुर्ग एनएच 53 के दो जंक्शन सिरसा गेट व खुर्सीपार जंक्शन पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण के स्वीकृति का आग्रह किया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय सड़क निधि के अंतर्गत 1383 करोड़ के 13 कार्यों के प्रस्ताव मंत्रालय को भेजे गए हैं। उन्होंने प्रस्तावों को जल्द स्वीकृत करने का अनुरोध किया।

मुलाक़ात के दौरान मुख्यमंत्री ने रायपुर में नवंबर में होने वाले इंडियन रोड कॉंग्रेस का 83वां वार्षिक अधिवेशन में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री को आमंत्रण भी दिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ में सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए विभिन्न प्रस्तावों पर जल्द से जल्द सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया है।

कलेक्टर-एसपी ने चिंगरापगार जलप्रपात स्थल का किया औचक निरीक्षण

गरियाबंद।  प्राकृतिक और वनांचल क्षेत्रों से आच्छादित गरियाबंद जिले के राजिम गरियाबंद मार्ग में स्थित बारूका गांव में चिंगरापगार जलप्रपात पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। जलप्रपात स्थल को पर्यटकों के सुविधा के लिए व्यवस्थित करने, आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था करने तथा प्राकृतिक स्थल में स्वच्छता बनाए रखने के उद्देश्य से कलेक्टर दीपक अग्रवाल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने आज चिंगरा पगार जलप्रपात स्थल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने रिमझिम बारिश के बीच वहां आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था एवं पर्यटकों की सुविधाओं का जायजा लिया।

कलेक्टर श्री अग्रवाल ने पर्यटन स्थल को प्राकृतिक रूप में रखने, दूषित नहीं करने एवं साफ सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने बारिश के मौसम में जलप्रपात स्थल में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही पर्यटकों के गाड़ियों के लिए व्यवस्थित पार्किंग, चेंजिंग रूम, नदी के दोनो किनारे रस्सी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटकों से अधिक जल भराव की स्थिति एवं पत्थरों से सावधानी बरतने की भी अपील की। इस दौरान वन मंडलाधिकारी लक्ष्मण सिंह, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र चंद्राकर, एसडीएम विशाल महाराणा, डीएसपी निशा सिन्हा एसडीओ मनोज चंद्राकर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

पर्यटन स्थल में नशीली चीजों से रहे दूर, जलप्रपात में फिसलन भरी चट्टानों से रहे सतर्क –

इस दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने चिंगरापगार जलप्रपात में विहंगम दृश्य से परिपूर्ण प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेने के अलावा सावधानी भी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि चिंगरापगार पर्यटन स्थल सार्वजनिक जगह है। यहां पर नशीली चीजों को ना ले जाए। साथ ही नशीली पदार्थ का सेवन ना करे। इसके अलावा कलेक्टर ने बारिश के मौसम में जलप्रपात स्थल में फिसलन भरी चट्टानों से भी सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण पत्थरों में शैवाल उग आते है, जिसके कारण पत्थर में फिसलन आ जाती है। पत्थर पर चलने से फिसल कर गिरने का खतरा बना रहता है। इसलिए सावधानी और सतर्क होकर जलप्रपात स्थल पर जाएं।

जलप्रपात स्थल को स्वच्छ रखने में निभाएं भागीदारी –

स्थल निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि प्राकृतिक स्थलों एवं पर्यटन स्थलों को सुरक्षित एवं स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। प्रकृति द्वारा दिए गए चीजों का सदुपयोग करना भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने पर्यटन स्थल में कचरा नहीं फैलाने, उन्हें प्राकृतिक रूप से संरक्षित रखने और पर्यावरण जागरूकता में भागीदारी निभाने की अपील लोगों से की। इस दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जलप्रपात स्थल में पर्यटकों की सुविधाओं के विस्तार के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं विकसित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही पर्यटन स्थल में कचरा नहीं फैलाने से संबंधित सूचना बोर्ड भी लगाने के निर्देश दिए।

विहंगम प्राकृतिक दृश्य से परिपूर्ण है 110 फीट ऊंचा जलप्रपात –

राजधानी रायपुर जाने वाले मार्ग में गरियाबंद से 13 किलोमीटर की दूरी पर चिंगरा पगार जलप्रपात चारों दिशाओं से घनी जंगल, ऊंची पहाड़ों एवं प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है। यह झरना कचना धुरवा एवं बारुका के जंगलों पर स्थित है, जिसकी ऊंचाई लगभग 110 फीट ऊंचा है, जो देखने में बहुत खूबसूरत लगता है। चिंगरा पगार जलप्रपात की सुंदरता का आनंद लेने के लिए सैलानी छत्तीसगढ़ के साथ साथ अन्य राज्यो से भी आते है। चिंगरा पगार जलप्रपात में पर्यटकों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। बरसात के मौसम के लगते ही यहां का जल स्तर काफी बढ़ जाता है, जिसके कारण यह जलप्रपात का नजारा और भी आनंदमयी प्रतीत होता है।