गढ़वा उपायुक्त के निर्देश पर जनता दरबार के माध्यम से जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने सुनी आम जनता की समस्याएं ।


गढ़वा :- गढ़वा उपायुक्त शेखर जमुआर के निर्देश पर आज जिला आपूर्ति पदाधिकारी रामगोपाल पांडेय द्वारा समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जनता दरबार का आयोजन किया गया। जनता दरबार में आए फरियादियों की समस्याएं बारी-बारी से सुनी गई एवं समस्याओं के निष्पादन हेतु संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया गया।

वहीं जनता दरबार में वनाधिकार अधिनियम के तहत भूमि पट्टा दिलाने,जब्त वाहन को मुक्त कराने, रोजगार/नौकरी देने आदि समेत अन्य समस्याओं को लेकर उपस्थित हुए ग्रामीणों की बारी-बारी से समस्या सुनी गई एवं यथाशीघ्र उनके समस्याओं के निराकरण करने हेतु संबंधित पदाधिकारियों को निदेशित किया गया।...

गढ़वा सदर प्रखंड के तुलबुला ग्राम निवासी सुरेश घासी एवं इंदल घासी ने आवेदन पत्र समर्पित करते हुए वन पट्टा निर्गत करने का अनुरोध किया है। आवेदन के माध्यम से उन लोगों ने बताया कि उनके पास कोई जमीन नहीं है, वें भूमिहीन हैं। वन पट्टा प्राप्त करने हेतु उन्होंने आवेदन दिया है परंतु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी प्रकार वन अधिकार पट्टा प्राप्त करने हेतु खरौंधी प्रखंड के पिपरा निवासी रामजय चेरो, विनोद चेरो, गोकुल चेरो, माथुर चेरो, श्रीकांत पासवान, अखिलेश पासवान, जगदीश राम, योगेंद्र पासवान, बाबूलाल राम, उपेंद्र सिंह आदि कुल 50 आम नागरिकों ने आवेदन समर्पित किया। अजीत कुमार यादव, ग्राम खैराबाद, जिला गिरिडीह आज के जनता दरबार में अपना आवेदन समर्पित करते हुए राजसात वाद के तहत जब्त वाहन को मुक्त कराने के संबंध में आवेदन दिया।

उन्होंने बताया कि न्यायालय के द्वारा सुनवाई होने के उपरांत अभी तक उनके जब्त वाहन को मुक्त नहीं किया गया है, जिसके चलते उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। अतः उन्होंने अपने वाहन को मुक्त करने का अनुरोध किया है। सदर प्रखंड के ग्राम करमडीह की संध्या देवी ने आवेदन समर्पित करते हुए रोजगार उपलब्ध कराने/अनुसेवक के पद पर रखने हेतु अनुरोध किया है। इस प्रकार बारी-बारी से अन्य लोगों ने भी विभिन्न प्रकार की समस्याओं को पदाधिकारी के समक्ष रखा। आमजनों से प्राप्त शिकायतों का समाधान हेतु संबंधित पदाधिकारीयों को आवश्यक कार्रवाई हेतु को निर्देशित किया गया।इन सभी मामलों का तत्काल आवश्यक करवाई करने का निर्देश दिया ।

केंद्र सरकार ने किसानो को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिया गढ़वा में तलाब निर्माण की योजना, जलसंकट से मिलेगा निजात, खेती को मिलेगा बढ़ावा

अभय तिवारी ।

गढ़वा :- झारखंड सरकार के योजना फेल होने के बाद केंद्र सरकार की योजना को धरातल पर उतार कर यहां के लोगो को पानी मिले और किसान आत्म निर्भर बन सके उसके लिए नीति आयोग ने पहल करते हुए गढ़वा जिला में वर्षा की पानी को रोककर ग्रामीण किसान के लिए पहल करते हुए एक नई स्कीम की शुरुआत की है.

जिससे इस योजना से ग्रामीणों को सीधा लाभ मिल सके । 

 गढ़वा जिला विगत कई वर्षों से अकाल की चपेट में है.

 नीति आयोग,सेंट्रल कमिटी के टीम और जिला प्रशासन, पानी पंचायत के सयुक्त तत्वधान में एक अनोखी पहल करते हुए गढ़वा जिला के गढ़वा प्रखंड क्षेत्र के परिहारा पंचायत के गांव में बसारत बांध में तालाब निर्माण कार्य कराया जा रहा ताकि यहां के लोगो को पलायन ना करना पड़े और ग्रामीण किसान खुद ही गांव में खेती करते हुए अपना रोजगार कर आत्म निर्भर बन सके. जिससे पलायन पर रोक लगया जा सके ।.....

वही अगर बात किया जाए तो इस तालाब निर्माण से एक तरफ किसानों को पानी मिलेगा तो दूसरी ओर पशु पक्षी को भी राहत मिलेगा जिससे वे अपनी प्यास बुझा सकेगें ।वही ग्रामीण की बात करे तो स्थानीय ग्रामीण किसान ने बताया की यह पानी इस गांव के आसपास रहने वाले लोगो के लिए एक वरदान साबित होगा ।

इस तालाब का निर्माण लगभग सात दशक पूर्व यानी 70 वर्ष पूर्व में हुआ था ।लेकिन आज इस तालाब के मिट्टी एक उपजाऊ मिट्टी के साथ खाद पदार्थ से भरा हुआ मिट्टी हो गया है जिसे किसान अपने बंजर भूमि खेत में इसका उपयोग कर रहे ताकि उनका फसल को ऊर्जा मिले और फसल दुगुना उपज के साथ हो.

 इसके लिए किसान ट्रैक्टर से अपनी खेत के लिए ये मिट्टी ले जा रहे है. वही इस मिट्टी का उपयोग खेत और आने वाला बरसात में इसका उपयोग बागवानी और पेड़ पौधा के जड़ में डालकर उसे मजबूती देंगे जो किसानों के लिए इस मिट्टी का उपयोग एक खाद पदार्थ से कम नहीं होगा.

इस योजना से लगभग दर्जनों तालाब का निर्माण गढ़वा जिला में किया जा रहा है ताकि ग्रामीण किसान पशु पक्षी सहित जंगली जानवरों के लिए भी एक बड़ी वरदान साबित होगा ।

सबसे बड़ी बात यह है की इस तालाब को कम लागत से अच्छा निर्माण गढ़वा के आम किसान जनता के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.

अगर बात किया जाए तो गढ़वा जिला आकांक्षी जिला में आता है और इस तरह के तालाब निर्माण से सीधा लाभ ग्रामीण किसान ले सकते है। और इस तालाब से मछली पालन भी करते हुए अपनी आय को बढ़ा सकते है ।

जिससे मछली पालन कर ग्रामीण अपनी कमाई का जरिया और दूसरे प्रदेशों में जाकर अपना रोजगार ढूढते थे उससे राहत मिल सकता है। 

गढ़वा जिला के लिए इस तरह का तालाब निर्माण एक बहुत बड़ी उपलब्धि के रूप में भी देखा जा सकता है.जिससे इसका सीधा लाभ ग्रामीण क्षेत्र के किसान इसका लाभ ले सकते है.

रंका व रमकंडा प्रखंड मेंं क्रशर प्लांट व पत्थर के खनन कार्य से ग्रामीणों के समक्ष विकट परिस्थिति उत्पन्न ग्रामीण है परेशान


गढ़वा :- गढ़वा जिले के रंका व रमकंडा प्रखंड में दो दर्जन क्रशन प्लांट व खनन क्षेत्र से दोनों प्रखंड के ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रंका प्रखंड के पिंडरा गांव में एमजी कंस्ट्रक्शन प्राईवेट लिमिटेड की ओर से क्रशर व खनन का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणोंं ने बताया कि इस तरह के क्रशर व पत्थर खनन का कार्य रंका प्रखंड में 16 जगह और रमकंडा प्रखंड में आठ जगह स्थापित किया गया है। 

जिससे इस कार्य से दोनों ही प्रखंड के एक दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हो रहे हैं। वहीं दिन रात भारी भरकम वाहनों की आवागमन से लोग ग्रामीण लोग काफी परेशान है। पत्थर खनन के लिए लगातार ब्लास्टिंग का कार्य किया जा रहा है। जिससे कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। वहीं डस्ट से मनुष्य के साथ-साथ मवेशियों को भी दिक्कत हो रही है। पत्थर खनन के लिए जिस स्थान का लीज लिया गया है। 

वहां पर जमीन के नीचे 100 फीट अंदर तक पत्थर निकाला जा रहा है। वहीं पर बड़े-बड़े पत्थर के चट्‌टान को तोड़कर कंक्रीट (छरी) में मशीनों के माध्यम से बदल दिया जा रहा है।

वही गांव के ग्रामीण एक जगह इकट्ठा होकर गांव के ग्रामीण मुकेश प्रजापति, राजकुमार यादव, छलकनियां देवी, उषा देवी, सविता देवी, सहोदरी देवी, तलुका देवी आदि ग्रामीणों ने कहा कि शासन-प्रशासन को हमलोगोंं की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। कोई सुनने वाला ही नहीं है। गांव की हालत बद से बदत्तर हो गई है। इसी तरह से सरकार पत्थर खनन का कार्य कराती रही तो गांव-गांव के उजड़ जाएंगे। ग्रामीण पलायन को मजबूर हो जाएंगे। 

वही ग्रामीणों ने कहा कि क्रशर प्लांट व पत्थर माईंस से सिर्फ हमलोग ही परेशान नहीं हैं। मवेशियोंं को भी रखना मुश्किल हो गया है। डस्ट से बीमारी होने का खतरा बना हुआ है। महिलाओं ने कहा कि खाना बनाने से लेकर खाना खाने में भी समस्या है। डस्ट के कारण सांस लेना मुश्किल हाे गया है। सरकार क्या सोच कर जंगल व जमीन दोनों को बर्बाद कर रही है।

:- वही इस बात की जानकारी मिलने के बाद पूर्व विधायक सतेंद्र नाथ तिवारी ने कहां की नियम का खुलेआम हो रहा है उल्लघंन, ग्रामीणों की समस्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी 

 वहीं इस तरह के उत्खनन से परेशान होकर ग्रामीणों ने पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी को गांव में बुलाकर स्थिति से अवगत कराया। मौके पर पूर्व विधायक ने कहा कि विकास कार्य होना अच्छी बात है। लेकिन नियम के अनुसार होनी चाहिए। नियम को ताख पर रखकर व अधिकारियोंं व पदाधिकारियों के गलत रिपोर्ट पर लीज देना अपराध है। 

ग्रामीणों की समस्या को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले से मुख्यमंत्री, खनन सचिव को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि रंका सीओ नियम का पालन नहीं किए है। लीज देने से पहले लीज के नियम का पालन अवश्य होना चाहिए। स्कूल, ग्रामीणोंं के मकान, नेशनल पार्क, स्टेट हाईवे, जल स्त्रोत से दूरी होनी चाहिए। 

मगर स्थल पर देखा जा सकता है। कि पदाधिकारियोंं ने कितना नियम का पालन किया है। पूर्व विधायक ने कहा कि स्थानीय विधायक सह मंत्री मिथिलेश कुमार ने ठाकुर गढ़वा-रंका विधानसभा क्षेत्र को तबाह करने का काम किया है। पूरे क्षेत्र में अराजकता का माहौल उत्पन्न हो गया है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोग पूरी तहर से त्रस्त हाे चुके हैं। मंत्री बालू के बाद अब पत्थर खनन कर क्षेत्र को लूटने का काम कर रहे हैं। इस कार्य में चाईबासा के साथ-साथ अन्यंत्र राज्योंं के लोगों को बुलाकर क्षेत्र को लुटवाने का काम कर रहे हैं। 

विरोध करने पर असमाजिक तत्वों से ग्रामीणोंं को डराया धमकाया जा रहा है। ग्रामीण पूरी तरह से सहमे हुए हैं। वहीं गरीब, किसान, मजदूर सभी जागरूक हो चुके हैं। समय आने पर फैसला लेंगे।

उर्दू स्कूलों की स्थिति मायूस करने लायक, पुस्तकें व शिक्षकों की है जरूरत।

जिलावार समीक्षा कर राज्य सरकार को भेजेंगे रिपोर्ट।

गढ़वा :गढ़वा जिला में आबादी के अनुरूप अल्पसंख्यकाें को उनका हक मिलना चाहिए। इसके लिए आयोग कृतसंकल्पित है। राज्य में उर्दू स्कूलों की स्थिति मायूस करने लायक है। बच्चों को पर्याप्त पुस्तकें नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण पढ़ाई करने में परेशानी हो रही है।

 शिक्षकों की बहाली भी नहीं हुई है। सरकार को इससे संबंधित रिपोर्ट सौंपी जाएगी और अल्पसंख्यकों से संबंधित समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। उक्त बातें राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने परिसदन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। जिसमें अल्संख्यकों की भागीदारी सुनिश्चित हो, इस पर जोर दिया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि सरकार की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ अल्संख्यकों तक पहुंचे। आयोग की कमेटी लगातार विभिन्न जिलों का दौरा कर रही है। जिलावार समीक्षा की जा रही है। सभी जिलों से संयुक्त रिपोर्ट बनाकर राज्य स्तरीय कमेटी में पेश की जाएगी। 

साथ ही इसमें लिए गए निर्णय से राज्य सरकार को अवगत कराया जाएगा। अभी तक कमेटी द्वारा आठ जिलों का दौरा किया गया है। शेष जिलों का भी भ्रमण किया जाएगा।

अल्पसंख्यकों को शिक्षा देने में अभी तक कमियां पाई गई है। मिशनरीज की स्कूलें बेहतर काम कर रही है। मगर उर्दू स्कूल की स्थिति ठीक नहीं है। गढ़वा जिले में 200 मदरसा का संचालन निजी मदद से चल रहा है। मात्र एक मदरसा सरकार से अनुदान प्राप्त है। अन्य मदरसों को अनुदान मिले इसके लिए सरकार से मांग करेंगे। इसके लिए मदरसा संचालक भी प्रयास करें। जल्द उर्दू शिक्षकों की भी बहाली कराई जाएगी। 

उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा के मामले में मुस्लिमों की स्थिति ठीक नहीं है। बच्चों को पढ़ाएं हम उन्हें उनका हक दिलाएंगे। सरकारी विद्यालयों में अतिरिक्त विषय के रूप में उर्दू की पढ़ाई होनी है मगर शिक्षक ही नहीं है। ऐसे में परेशानी हो रही है। सभी समस्याओं से सरकार को अवगत कराया जाएगा। पत्रकार वार्ता में आयोग के सदस्य डा. एम तौसिफ, बरकत अली आदि उपस्थित थे।

भाजपा कार्यकर्ता अपने लिए नहीं बल्कि देश के लिए करते हैं काम : श्याम नारायण दुबे ।

गढ़वा :- गढ़वा भाजपा के जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद महतो की अध्यक्षता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई। मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप मेंं पार्टी के वरिष्ठ नेता श्याम नारायण दुबे उपस्थित थे। मौके पर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओंं ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्र्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। 

मौके पर श्याम नारायण दुबे ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन राष्ट्र को समर्पित रहा है। वे सत्ता नहीं बल्कि देश परिवर्तन के लिए संकल्पित थे। वे कहते थे कि देश में दो संविधान दो प्रधान दो निशान नहीं चलेगा। 

जब 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर देश में एक कानून को स्थापित किया। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी आजाद भारत में केंद्रीय मंत्री बने थे। लेकिन उन्होंने देखा कि आजादी के बाद बनी कांग्रेस सरकार देश हित में काम नहीं कर रही है तो उन्होंने तुरंत केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दिया और 1951 में जनसंघ का स्थापना किया जो बाद में भाजपा बनी। 

भाजपा जिला प्रभारी बिपिन बिहारी सिंह ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आदर्शो पर चलकर हम राष्ट्र को प्रगति के मार्ग पर बहुत आगे ले जा सकते हैं। भाजपा कार्यकर्ता अपने लिए नहीं बल्कि देश के लिए काम करते हैं। भाजपा नेता अलखनाथ पांडेय ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बताए हुए रास्ते पर चलकर ही हम देश को सुरक्षित रख सकते हैं। पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन राष्ट्र को समर्पित रहा था। उनका कहना था कि देश में दो संविधान दो प्रधान दो निशान नहीं चलेगा। 

जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद महतो ने कहा कि जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो वृक्ष जनसंघ के रूप में खड़ा किया था आज वह भाजपा के रुप में बड़ा बट वृक्ष बनकर तैयार है भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बताए मार्ग पर चलकर देश में नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री दिया। जिसने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को पूरा करने का काम किया है। भाजपा नेता सूरज गुप्ता ने कहा कि पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बताए हुए मार्ग पर कार्यकर्ता को चलने की जरूरत है। तभी पार्टी संगठन के विचार को लोगों तक पहुंचा सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन भाजपा जिला महामंत्री संतोष दुबे व धन्यवाद ज्ञापन जिला उपाध्यक्ष संजय भगत ने किया। मौके पर भाजपा नेता ओम प्रकाश तिवारी, विनय चौबे, भगत सिंह साहू हरेंद्र दुबे, गौरी बिंद, ब्रजेश उपाध्याय, मुन्ना तिवारी, राजकुमार मधेसिया, ब्रजेंद्र पाठक मुरली श्याम सोनी, मीडिया प्रभारी विवेकानंद तिवारी, उत्तम पांडेय, राजीव रंजन तिवारी, अखिलेश तिवारी, कृपाल सिंह, अंजनी तिवारी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष रितेश चौबे, सुप्रीत केशरी, उदय कुशवाहा, चंदन जायसवाल, दामोदर गुप्ता, विकास तिवारी, विनोद जायसवाल, विवेक तिवारी, शोभा जायसवाल, कंचन जायसवाल, संदीप दुबे, शिवनारायण चंद्रा, गौतम दुबे, पुष्प रंजन आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

सेफ्टीटैंक से गैस रिसाव होने से कोलझिकी विद्यालय के पांच बच्चे बेहोश, मचा अफरा तफरी गढ़वा

गढ़वा :- गढ़वा जिले के बंशीधर नगर प्रखंड अंतर्गत कोलझिंकी गांव में सेफ्टीटैंक से गैस रिसाव होने से उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोलझिकी की चार छात्राएं बेहोश हो गई। 

घटना दोपहर की है। बेहोश होने की सूचना मिलते ही स्कूल में अफरा तफरी मच गई। स्कूल के शिक्षकों ने तत्काल इसकी सूचना अनुमंडल प्रशासन को दी।वही एसडीओ प्रभाकर मिर्धा के निर्देश पर कार्यपालक दंडाधिकारी हंस हेंब्रम, थाना प्रभारी आदित्य कुमार नायक एवं अनुमंडल अस्पताल की डीएस डॉ सुचित्रा कुमारी के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने आनन फानन में स्कूल पहुंच कर बीमार बच्चियों की स्वास्थ्य जांच की। 

स्कूल में ही बच्चियों को स्लाईन चढ़ाया गया और दवा दी गई।जिसके बाद सभी के सेहत में सुधार हुआ। 

घटना के संबंध में बताया गया की स्कूल के बगल में स्थित इम्तेयाज अंसारी के सेप्टिक टैंक से निकले गैस के कारण उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोलझिकी में अध्ययनरत चार छात्राएं वर्ग आठ की तबस्सुम खातून, वर्ग सात के रुखसाना खातून, वर्ग छह के आलिया खातून, वर्ग पांच के गुलाम गौस एवं वर्ग चार के असमीना खातून बेहोश हो गई। 

इधर इस घटना के बाद स्कूल पहुंचे कार्यपालक दंडाधिकारी हंस हेम्ब्रम ने घटना की विस्तृत जांच की। जांच के दौरान कार्यपालक दंडाधिकारी ने बताया की मामले की जांच की जा रही है बच्चियों की स्थिति अब ठीक है।

 उन्होंने बताया की मौके पर मौजूद थाना प्रभारी को पूरे मामले की जांच कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का भी निर्देश दे दिया गया है, दोषी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा।