सच्चाई का आईना कितना भी धूमिल हो पर बुराई को तने से जड़ तक स्पष्ट दिखा देता है: जिला मंत्री राजेश तिवारी
विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज।सच्चाई का आईना कितना भी धूमिल हो पर बुराई को तने से जड़ तक स्पष्ट दिखा देता है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन के जिला मंत्री ने समाजसेवी प्रमोद द्विवेदी से उनके जनरल मर्चेन्ट शॉप पर हनुमानपुर धरवारा करछना में कही।
स्पष्ट कराते चले कि जिला मंत्री एवं समाजसेवी श्री द्विवेदी के बीच बहुत ही गहरे पारिवारिक एवं मित्रवत सम्बन्ध हैं।समाजसेवी द्विवेदी प्रभू बजरंग बली के बहुत ही बड़े भक्त है और अपने शॉप से सटे स्थल नहर के किनारे स्थित बजरंग बली के मन्दिर में नित सुबह-शाम पूजा-अर्चना करते रहते हैं।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाजसेवी श्री द्विवेदी की इस प्रभू हनुमानभक्ति को देखकर उनके हृदय से उठती तरंग के आध्यात्मिक ज्ञान से आज एक स्वरचित श्लोक प्रभू हनुमान जी चरणों में समर्पित करते हुए समाजसेवी श्री द्विवेदी को यह श्लोक नित बजरंग बली के पाठ में पढ़ने हेतु प्रदान करता हूँ।
श्लोक.........
भक्तरक्षणम गदाधारणम श्रीरामदूतम पुण्याभिपुण्यरूपम।
दुःखदरिद्रनाशनम भूतप्रेतविनाशनम शुभ्याभिशुभरूपम।।
पुण्यप्रसारणम न्यायप्रियम अमरम सत्याभिसत्यरूपम।
नमामि नित केशरीनन्दनम धर्मरक्षणम धर्माभिधर्मरूपम।।
आगे जिला मंत्री ने अपने आध्यात्म चक्षु के ज्ञान उत्सर्जित वाणी में वर्णित किया कि यह समूचा ब्रह्माण्ड ही शून्य में समाहित हो ईश्वर के श्री चरणों में घूम रहा है और ईश्वर के ही इशारे पर सूर्य,चाँद एवं अन्य ग्रह अपने सतह पर परिक्रमा कर रहे हैं एवं ईश्वर के इशारे पर ही वायु,अग्नि,पृथ्वी,जल एवं आकाश अपने तत्वों का संचालन कर जीव-जन्तुओं का निर्माण कर इस सृष्टि में योगदान दे रहे हैं।अन्ततः यह सब ईश्वर से ही उत्पन्न और ईश्वर में ही समाहित हो जाएगा।मनुष्य का परम कर्तव्य सदा ही सत्य एवं न्याय के पथ पर चलते जाना है और दया,करुणा,परोपकार एवं सहानुभूति के मानवीय गुणों को अपने आत्मा में समाहित करते जाना है तभी हम मानव जीवन को परिपूर्ण कर सकेंगे।
जिला मंत्री के इस विराट आध्यात्मिक ज्ञान पुँज को सुनकर वहाँ उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं०शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा जो आज इस जगत की वास्तविक सच्चाई का वर्णन किया गया इसे सुनकर कुछ समय के लिए मैं ठिठक गया एवं अविरल भावविभोर हो गया।जिला मंत्री ने मानव-मुक्ति के मार्ग को कितने ही सरलतम भाषा में समझाया है।इस विराट आध्यात्मिक जगत की वार्ता के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी एवं संघ खण्ड कार्यवाह मेजा विंध्यवासिनी यादव,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल एवं रवि भारतीय सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।
Jul 15 2024, 16:37