रंका व रमकंडा प्रखंड मेंं क्रशर प्लांट व पत्थर के खनन कार्य से ग्रामीणों के समक्ष विकट परिस्थिति उत्पन्न ग्रामीण है परेशान
गढ़वा :- गढ़वा जिले के रंका व रमकंडा प्रखंड में दो दर्जन क्रशन प्लांट व खनन क्षेत्र से दोनों प्रखंड के ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रंका प्रखंड के पिंडरा गांव में एमजी कंस्ट्रक्शन प्राईवेट लिमिटेड की ओर से क्रशर व खनन का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणोंं ने बताया कि इस तरह के क्रशर व पत्थर खनन का कार्य रंका प्रखंड में 16 जगह और रमकंडा प्रखंड में आठ जगह स्थापित किया गया है।
जिससे इस कार्य से दोनों ही प्रखंड के एक दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हो रहे हैं। वहीं दिन रात भारी भरकम वाहनों की आवागमन से लोग ग्रामीण लोग काफी परेशान है। पत्थर खनन के लिए लगातार ब्लास्टिंग का कार्य किया जा रहा है। जिससे कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। वहीं डस्ट से मनुष्य के साथ-साथ मवेशियों को भी दिक्कत हो रही है। पत्थर खनन के लिए जिस स्थान का लीज लिया गया है।
वहां पर जमीन के नीचे 100 फीट अंदर तक पत्थर निकाला जा रहा है। वहीं पर बड़े-बड़े पत्थर के चट्टान को तोड़कर कंक्रीट (छरी) में मशीनों के माध्यम से बदल दिया जा रहा है।
वही गांव के ग्रामीण एक जगह इकट्ठा होकर गांव के ग्रामीण मुकेश प्रजापति, राजकुमार यादव, छलकनियां देवी, उषा देवी, सविता देवी, सहोदरी देवी, तलुका देवी आदि ग्रामीणों ने कहा कि शासन-प्रशासन को हमलोगोंं की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। कोई सुनने वाला ही नहीं है। गांव की हालत बद से बदत्तर हो गई है। इसी तरह से सरकार पत्थर खनन का कार्य कराती रही तो गांव-गांव के उजड़ जाएंगे। ग्रामीण पलायन को मजबूर हो जाएंगे।
वही ग्रामीणों ने कहा कि क्रशर प्लांट व पत्थर माईंस से सिर्फ हमलोग ही परेशान नहीं हैं। मवेशियोंं को भी रखना मुश्किल हो गया है। डस्ट से बीमारी होने का खतरा बना हुआ है। महिलाओं ने कहा कि खाना बनाने से लेकर खाना खाने में भी समस्या है। डस्ट के कारण सांस लेना मुश्किल हाे गया है। सरकार क्या सोच कर जंगल व जमीन दोनों को बर्बाद कर रही है।
:- वही इस बात की जानकारी मिलने के बाद पूर्व विधायक सतेंद्र नाथ तिवारी ने कहां की नियम का खुलेआम हो रहा है उल्लघंन, ग्रामीणों की समस्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी
वहीं इस तरह के उत्खनन से परेशान होकर ग्रामीणों ने पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी को गांव में बुलाकर स्थिति से अवगत कराया। मौके पर पूर्व विधायक ने कहा कि विकास कार्य होना अच्छी बात है। लेकिन नियम के अनुसार होनी चाहिए। नियम को ताख पर रखकर व अधिकारियोंं व पदाधिकारियों के गलत रिपोर्ट पर लीज देना अपराध है।
ग्रामीणों की समस्या को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले से मुख्यमंत्री, खनन सचिव को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि रंका सीओ नियम का पालन नहीं किए है। लीज देने से पहले लीज के नियम का पालन अवश्य होना चाहिए। स्कूल, ग्रामीणोंं के मकान, नेशनल पार्क, स्टेट हाईवे, जल स्त्रोत से दूरी होनी चाहिए।
मगर स्थल पर देखा जा सकता है। कि पदाधिकारियोंं ने कितना नियम का पालन किया है। पूर्व विधायक ने कहा कि स्थानीय विधायक सह मंत्री मिथिलेश कुमार ने ठाकुर गढ़वा-रंका विधानसभा क्षेत्र को तबाह करने का काम किया है। पूरे क्षेत्र में अराजकता का माहौल उत्पन्न हो गया है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोग पूरी तहर से त्रस्त हाे चुके हैं। मंत्री बालू के बाद अब पत्थर खनन कर क्षेत्र को लूटने का काम कर रहे हैं। इस कार्य में चाईबासा के साथ-साथ अन्यंत्र राज्योंं के लोगों को बुलाकर क्षेत्र को लुटवाने का काम कर रहे हैं।
विरोध करने पर असमाजिक तत्वों से ग्रामीणोंं को डराया धमकाया जा रहा है। ग्रामीण पूरी तरह से सहमे हुए हैं। वहीं गरीब, किसान, मजदूर सभी जागरूक हो चुके हैं। समय आने पर फैसला लेंगे।
Jul 10 2024, 13:40