ब्रेकिंग: हेमंत सोरेन फिर से होंगे सीएम!, चंपाई सोरेन देंगे इस्तीफा, INDIA गठबंधन की बैठक में फैसला

डेस्क: इस वक्त झारखंड की राजधानी रांची से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां इंडिया गठबंधन के विधायक दल की अहम बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है. इंडिया गठबंधन की इस महत्वपूर्ण बैठक में झारखंड में नेतृत्व बदलाव को लेकर चर्चा हुई है. ऐसे में सूत्रों के अनुसार जो खबर मिल रही है उसके मुताबिक हेमंत सोरेन झारखंड के नए सीएम बन सकते हैं. 

इंडिया गठबंधन के विधायक दल की बैठक हेमंत सोरेन को एक बार फिर से झारखंड का मुख्यमंत्री बनाने की बात पर सहमति बन गयी है. यानि हेमंत सोरेन एक बार फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री बनने वाले हैं.

झारखंड में तीन दिनों से हो रही वारिश,मौसम विभाग ने कुछ जिलों में किया येलो अलर्ट जारी

झारखंड डेस्क 

झारखंड में मानसून के आगमन के बाद अब नियमित बारिश होने लगी.पिछले तीन दिनों से राज्य के कई जिलों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज 17 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें कोडरमा, हजारीबाग रांची पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम का इलाका, बोकारो, दुमका, गोड्डा समेत अन्य जिले शामिल हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक, जुलाई में अच्छी बारिश हो सकती है। प्रदेश में 24 घंटे में सरायकेला सबसे गर्म रहा। यहां का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने आज से लेकर 7 जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में गरज के साथ बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। मौसम विभाग ने आज और कल राज्य के उत्तरी और निकटवर्ती मध्य भाग में भारी बारिश की संभावना जताई है। 4 जुलाई से मौसम विभाग ने किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया है। राज्य में अभी मानसून एक्टिव है।

जुलाई में होंगी अच्छी बारिश

जून महीने में जितनी बारिश होनी चाहिए थी। उतनी नहीं हुई। मौसम विभाग संभावना जता रहा है कि इस महीने अच्छी बारिश होगी। जिससे जून महीने में बारिश में हुई कमी की भरपाई भी हो सकती है। राज्य में अगले 15 दिनों में सामान्य बारिश के आसार हैं।

रांची में कल पुरे दिन छाए आसमान में बादल

रांची में कल बारिश हुई और पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। पिछले दस सालों के आंकड़े बताते हैं कि साल 2017 में 81 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है और 2021 में 42 प्रतिशत अधिक बारिश हुई जबकि 2023 में 36 प्रतिशत कम हुई और 2014 से 2023 के आंकड़े बताते हैं कि इन दो सालों को छोड़कर राज्य में हमेशा कम बारिश हुई।

तापमान में गिरावट, लोगों को मिली राहत

सरायकेला का पारा 37 डिग्री

राज्य के कई जिलों में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है। राज्य में पिछले 24 घंटे के तापमान पर नजर डालें तो सबसे अधिक तापमान सरायकेला में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जबकि न्यूनतम तापमान रांची में 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

यहाँ हुई सबसे अधिक बारिश

राज्य में सबसे अधिक बारिश सिमडेगा के बांसजोर में 74.6 एमएम बारिश हुई। जिन जिलों में अधिकतम तापमान अब भी 35 डिग्री से अधिक है। उनमें जामताड़ा 35.3, गोड्डा 35.4, बहरागोड़ा, 35.8 और पश्चिमी सिंहभूम जहां तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।।

17 वर्षीय छात्रा को सांप काटने से मौत, अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित

 शव को घर लेकर बंगाल से बुलाये गए तांत्रिक ने जिन्दा करने का किया प्रयास, 18 घंटे के बाद पुलिस हस्तक्षेप के बाद किया गया शव का अंतिम संस्कार 

झा. डेस्क 

पटमदा थाना क्षेत्र के लच्छीपुर पंचायत के बांतोड़िया गांव में एक 11 वीँ की छात्रा को सांप काटने से मौत हो गयी.अस्पताल द्वारा मृत घोषित किये जाने के बाद भी उसके परिजनों ने उसका पोस्टमार्टम नहीं करने दिया. गांव वापस लाकर 18 घंटे तक जहर फूक कराया, बाद में पुलिस हस्तक्षेप के बाद उसका पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार कराया गया.

जानकारी के अनुसार पटमदा थाना क्षेत्र अंतर्गत लच्छीपुर पंचायत के बांतोड़िया गांव का है। गांव के महेंद्र हांसदा की करीब 17 वर्षीय बेटी चिंतामणि हांसदा को रविवार सुबह करीब 10 बजे खेत में मवेशी चराने के दौरान जहरीले सांप ने पैर में डस लिया।

 तत्काल उसे कुछ समझ नहीं आया। वह करीब दो घंटे तक वहीं रही और धीरे-धीरे जब सांप का जहर शरीर में फैलने लगा तो वह घर लौट गई।

मुंह से निकलने लगा झाग

घर पहुंचने के बाद चिंतामणि ने परिजनों से पानी मांगी। इसके बाद उसके मुंह से झाग निकलना शुरू हुआ तो परिजनों को शक हुआ। पूछताछ में उसने बताया कि शायद किसी सांप ने डस लिया है। वह कुछ भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रही थी। आनन-फानन में उसे एमजीएम अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर आ गए।

 शव को घर ले जाकर बंगाल के एक ओझा से 18 घंटे तक झाड़-फूंक कराते रहें।

गांव में पहुंची पुलिस

गांव में पुलिस-प्रशासन के पहुंचने के बाद परिजन पोस्टमॉर्टम को राजी हुए और सोमवार दोपहर शव को एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया। मामला 

मृत घोषित करने के बाद ओझा से किया संपर्क

एमजीएम अस्पताल के चिकित्सक के मृत घोषित करने के बाद परिजनों ने शव को घर लाकर ओझा से संपर्क किया। इसके बाद उसे जिंदा करने के प्रयास में सोमवार तक झाड़-फूंक चलता रहा। सूचना पाकर पटमदा थाना प्रभारी करमपाल भगत गांव पहुंचे और परिजनों को समझाकर शव को एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा।

पीड़ित परिवार को 4 लाख मुआवजे का है प्रावधान

बता दें कि आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से सर्पदंश से पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपये मुआवजा मिलने का प्रावधान है। बताते हैं कि चिंतामणि पटमदा इंटर कॉलेज, जाल्ला में 11वीं की छात्रा थी। रविवार को स्कूल की छुट्टी होने की वजह से वह खेत में मवेशी चराने गई हुई थी। इस दौरान सांप के डसने से उसकी मौत हो गई।

झारखंड: नीट पेपर लिक मामले में अब दो शिक्षकों पर कसा शिकंजा,सीबीआई ने भेजा समन जाँच के दायरे में और कुछ लोग आ सकते हैं


झारखण्ड डेस्क 

 नीट पेपर लीक में अब जांच का शिकंजा कसता जा रहा है। प्राचार्य की गिरफ्तारी के बाद अब जांच की जद में शिक्षक भी आ गये हैं। हाल के दिनों में नीट पेपर लीक का पूरा फोकस हजारीबाग रहा है। मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अब इस मामले में ओएसिस स्कूल के दो शिक्षकों को सीबीआई ने समन भेजा है और उन्हें पटना सीबीआई के दफ्तर में हाजिर होने का आदेश जारी किया गया है। 

इस मामले में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं। कुरियर कंपनी के साथ-साथ कुछ कोचिंग संस्थानों की गतिविधियों पर भी सीबीआई की नजर है। आशंका है कि पर्चा लीक का कोई बड़ा खेल हजारीबाग में खेला गया है। 

ये सिर्फ एक स्कूल और शिक्षक-प्राचार्य तक सिमटा नहीं है, बल्कि इसके तार कहीं और भी जुड़े हुए हैं। 

लिहाजा सीबीआई उस चेन की तलाश कर रही है, जिसके जरिए यह जाना जा सके प्रश्न पत्र कैसे और कब लीक हुआ। सीबीआई की टीम अभी भी लगातार जांच का केंद्र हजारीबाग को बनाये हुए है। जानकारी मिली है कि गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कुछ कामयाबी तो सीबीआई को मिली है, लेकिन उतनी भी सफलता अब तक नहीं मिल पायी है, जिसके बूते इस परीक्षा के पेपर लीक के मास्टर माइंड तक पहुंचा जा सके। 

आपको बता दें कि यहां से तीन लोगों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. जिसमें ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम और पत्रकार जमालुद्दीन शामिल है। शिक्षकों से पूछताछ में कुछ और कड़ी का जानकारी सीबीआई को मिल सकती है।

राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष अनुपमा सिंह मिली हेमंत सोरेन से,कहा सत्य की हुई जीत,भाजपा के झूठ का हुआ पर्दाफाश

झा. डेस्क 

रांची : राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन की कार्यकारी अध्यक्ष अनुपमा सिंह ने झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हुए आज पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के आवास में मिलकर पुष्प गुछ देकर शुभकामनाएं एवं बधाइयां दी और कहा कि लोकसभा के चुनाव से पूर्व साजिशों के तहत हेमंत सोरेन की बढ़ती लोकप्रियता से केंद्र सरकार डर कर गलत केस में फँसाया.

उन्होंने हेमंत सोरेन से मिलकर कहा केंद्र के गलत नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा,इनके धमकियों से हेमंत नहीं डरेगें,नहीं दबेंगें. बल्कि झारखंड और आदिवासियों की आवाज बुलंद करते रहेगें.

झारखंड सरकार यहां के लोगों के पक्ष में नीतियां बना रहे थे जिसे केंद्र सरकार में खलबली घबराहट भरी हुई थी. लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के साथ में प्रचार प्रसार ना कर पाए चुनाव प्रभावित करने की साजिश का ही नतीजा था कि बिना किसी सबूत के 5 महीने मोदी सरकार ने सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर, पहले दबाव बनाया,भय दिखाकर सरकार गिराने की साजिशे रची, जब उसमें सफलता नहीं मिली तो अंत में झूठे आरोप लगाकर भूमि घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में फंसाकर केंद्र की सरकार ने झारखंड के सबसे लोकप्रिय आदिवासी बड़े नेता को जेल भेजने का काम किया.लेकिन भगवान के घर देर है अंधेर नहीं.

 

उन्हें हाई कोर्ट ने जमानत देते हुए कहा कि किसी भी रजिस्टर/ राजस्व रिकॉर्ड में उक्त भूमि के अधिग्रहण और कब्जे में याचिकर्ता की प्रत्यक्ष भागीदारी का कोई संकेत नहीं है आज सच्चाई की जीत हुई है उनके बाहर आने से महागठबंधन एवं कार्यकर्ताओं में नहीं ताकत और नहीं ऊर्जा का संचार होगा मैं विश्वास दिलाती हूं कि झारखंड की जनता इस बार भाजपा को जड़ से उखाड़ फेंकने का काम करेगी.

झारखंड विंधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की रणनीति तय,राज्य के 26% आदिवासी वोट हथियाने के लिए सभी बड़े आदिवासी नेता को उतारा जयेगा मैदान में

झारखंड डेस्क

हेमन्त सोरेन की जमानत और आदिवासी समुदाय में झामुमो के प्रति सहानुभूति भाजपा के लिए अभी सबसे बड़ी चुनोती है।राज्य में आदिवासी समुदाय की 26%वोट है।पिछले लोकसभा चुनाव में जो रुझान रहा उसमे साफ तौर में दिखा कि आदिवासी वोट का प्रतिशत ज्यादा झामुमो के साथ दिखा। 

अब इधर झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गयी है। भाजपा हर हाल में विधानसभा चुनाव में जीत कर झारखंड में डबल इंजन की सरकार बनाना चाहती है।इसके लिए रणनीति की दिशा तय करने के लिए 

 बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंत विश्व शर्मा ने रांची दौरे पर आए ।इस दौरे में जो भाजपा की रणनीति सामने आई उसके अनुसार यह साफ हो गया है कि भाजपा राज्य के आदिवासी वोट को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी तरह से जूट गयी है। 

इसको लेकर 29 जून को एकदिवसीय रांची दौरे पर पहुंचे हिमंत विश्व शर्मा ने पार्टी के सभी जनजातीय नेताओं के साथ मुलाकात की। इस मुलाकात में जो तस्वीरें सामने आयी उससे साफ हो गया कि बीजेपी अब राज्य की 26% आदिवासी वोट को अपना बनाना चाहती है।

दरअसल हिमंत विश्व शर्मा ने रांची दौरे के दौरान बीजेपी की जिन ट्राइबल बड़े नेताओं के साथ मुलाकात की, उन सभी नेताओं को झारखंड विधानसभा में चुनाव लड़ने के लिए उतारा जा सकता है।इस लिस्ट में अगर अरुण उरांव को छोड़ दें तो तो चाहे वह अर्जुन मुंडा हो या फिर सुदर्शन भगत, गीता कोड़ा, सीता सोरेन या फिर समीर उरांव. इन तमाम नेताओं को लोकसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है। लेकिन, झारखंड में यह सभी पार्टी के लिए बड़े ट्राइबल लीडर्स में एक है।

लोकसभा चुनाव में भले ही इन नेताओं का परफॉर्मेंस बहुत बेहतर नहीं रहा है।लेकिन, पार्टी इन सभी बड़े चेहरों को विधानसभा चुनाव में मौका दे सकती है। इससे पार्टी लोकसभा चुनाव में एसटी सीटों पर हार की कहानी से आगे बढ़़कर विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर एक नया मोड़ दे सकती है। इसके साथ ही 26% आदिवासी समाज के सामने एक बड़ा मैसेज भी दिया जा सकता है।दरअसल लोकसभा चुनाव के बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि पार्टी के जिन बड़े नेताओं को हार मिली है अब विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका क्या होगी.वैसे इन सभी नेताओं की अपने क्षेत्र में कैडर वोट पर अच्छी पकड़ है।

फिलहाल सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है कि हिमंत विश्व शर्मा का रांची दौरा पार्टी आलाकमान के इसी मैसेज के साथ फिक्स किया गया था।आइए आपको बताते हैं कि 29 जून को हिमंत विश्व शर्मा ने जिन ट्राइबल नेताओं के साथ मुलाकात की है अगर उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारा गया तो उनका क्षेत्र कौन सा हो सकता है।

समीर उरांव- गुमला

सुदर्शन भगत- लोहरदगा

अर्जुन मुंडा- खरसावां

गीता कोड़ा- जगन्नाथपुर

सीता सोरेन/जयश्री सोरेन

 ;(बेटी)- जामा

अरुण उरांव- अभी तय नहीं

इस लिस्ट में अरुण उरांव ने फिलहाल कोई चुनाव नहीं लड़ा है।हालांकि उन्होंने लोकसभा चुनाव में लोहरदगा सीट से कोशिश जरूर की थी लेकिन टिकट सुदर्शन भगत को दिया गया था। वैसे अरुण उरांव मूल रूप से गुमला के सिसई विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले हैं. ऐसे में उनकी इच्छा लोहरदगा या फिर गुमला के ही किसी विधानसभा क्षेत्र से हो सकती है।

विधानसभा अपने कर्मियों को प्रोन्नत करने के लिए किया है परीक्षा का आयोजन


झारखंड विधानसभा में पूर्व स्पीकर इंदर सिंह नामधारी और आलमगीर आलम के कार्यकाल में नियुक्त हुए 400 से अधिक कर्मियों की बहाली पर सवाल उठे हैं. इससे संबंधित मामला हाइकोर्ट में भी चल रहा है. इस बीच विधानसभा अपने चतुर्थवर्गीय कर्मियों को कनीय सचिवालय सहायक व निम्न वर्गीय लिपिक के साथ-साथ सुरक्षा प्रहरी पद पर प्रोन्नत करने जा रही है.

14 जुलाई को केराली स्कूल में होगी सीमित परीक्षा

प्रोन्नति के लिए 14 जुलाई को सीमित प्रतियोगिता परीक्षा केराली स्कूल में दिन के 11 से 2 बजे तक होगी. परीक्षा में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी हिस्सा ले सकते हैं. परीक्षा पास होने पर वे कनीय सचिवालय सहायक के निम्नवर्गीय लिपिक के पद पर प्रोन्नत होंगे. सुरक्षा प्रहरी के लिए शारीरिक टेस्ट भी होगा.

स्नातक या इसके समकक्ष दे पाएंगे सचिवालय सहायक की परीक्षा

झारखंड विधानसभा में सचिवालय सहायक के पद पर प्रोन्नति के लिए स्नातक या इसके समकक्ष योग्यता रखी गयी है. परीक्षा सामान्य हिंदी, सामान्य ज्ञान और गणित की होगी. कनीय सचिवालय सहायक या निम्नवर्गीय लिपिक पद के इच्छुक कर्मियों को कंप्यूटर टाइपिंग का भी ज्ञान होना चाहिए.

सुरक्षा प्रहरी के लिए दौड़, लांग जंप और हाइ जंप का प्रावधान

वहीं, सुरक्षा प्रहरी के लिए इच्छुक कर्मियों को एक किलोमीटर दौड़, छह फीट लांग जंप और तीन फीट हाइ जंप पास करना होगा. इसके लिए न्यूनतम 40 अंक लाना अनिवार्य होगा. सफल कर्मियों की सेवा आरक्षण नियम के अनुरूप तय होगी. इस पद के लिए 3 जुलाई तक आवेदन करना होगा.

झारखंड की चिकित्सा व्यवस्था:राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में आज भी है समुचित संसाधन,और चिकित्सक,कर्मचारी का अभाव

झारखंड डेस्क

झारखंड अलग राज्य को बने हए 24 साल पूरा होने जा रहा है। लेकिन किसी राज्य के बुनियादी ढांचा को मजबूत बनाने के लिए मौलिक चीज है चिकित्सा ,शिक्षा और रोजगार । कोई राज्य के विकास के लिए ये तीन महत्वपूर्ण व्यवस्था है।हम इस एपिशोड में चर्चा करेंगे झारखंड के चिकित्सा व्यवस्था कितना मज़बूत हो पाया है।और लगातार इस तीनो व्यवस्था में झारखंड कहाँ है।

आज हम चर्चा करेंगे राज्य सरकार द्वारा संचालित सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की।ओर सबसे क्रिटिकल चिकित्सा न्यूरो विभाग की है। 

राज्य के बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के न्यूरो सर्जरी विभाग है। यह विभाग इसीलिए सबसे ज्यादा मायने रखता है कि इस विभाग में एक साल में लगभग 1800 मरीजों की सर्जरी हुई है। इसमें 250 ब्रेन ट्यूमर और 300 स्पाइन की सर्जरी शामिल हैं। यह इलाज इतना महंगा है और इतना क्रिटिकल की गरीब जनता की निर्भरता राज्य के सरकारी अस्पताल पर हीं निर्भर रहना पड़ता है। इसलिए रिम्स जैसे अस्पतालों को इस विभाग को काफी सुविधायुक्त करना जरूरी है।लेकिन इन 24 सालों में ऐसा नही हो पाया।

यहां ओपीडी में भी हर दिन 150-200 मरीजों को परामर्श दिया जाता है।डॉक्टरों की कमी के कारण सर्जरी और मरीजों को परामर्श देने में काफी परेशानी हो रही है। इसके अलावा विभाग के ओटी में जरूरी मशीनें 12 से 15 साल पुरानी हैं, जो बीच-बीच में खराब होती रहतीं हैं. ऐसे में इन मशीनों को तत्काल बदलने की जरूरत है।

न्यूरो विभाग में अभी 3 डॉक्टर हैं जो देते हैं सेवा

विभाग में फिलहाल सिर्फ 3 डॉक्टर हैं। ऐसे में इमरजेंसी सर्जरी को प्राथमिकता देनी पड़ती है. वहीं, रूटीन सर्जरी के लिए मरीजों को रिम्स में 30 से 45 दिनों तक इंतजार करना पड़ता है। वर्तमान में इस विभाग के वार्डों में 140 बेड हैं, जबकि 225 मरीज भर्ती हैं। कई मरीज कॉरिडोर और दूसरे विभागों के वार्ड में भर्ती हैं।

ओपीडी में यहां 4 दिन मरीजों को दिया जाता है परामर्श

विभाग में 4 दिन ओपीडी में मरीजों को परामर्श दिया जाता है। शनिवार को निदेशक सह न्यूरो सर्जन डॉ राजकुमार परामर्श देते हैं। विभाग में एक सीनियर चिकित्सक डॉ आनंद की यूनिट है, जिसमें असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ गौतम दत्ता और डॉ सौरभ कुमार मिलकर मरीजों का इलाज और सर्जरी करते हैं. वहीं, 13 एकेडमिक सीनियर रेजीडेंट (पीजी स्टूडेंट) और दो नन एकेडमिक सीनियर रेजीडेंट हैं।

नर्सिंग स्टाफ की भी है कमी

आइसीयू में मरीजों की देखभाल के लिए जरूरत से कम नर्सिंग स्टाफ है। यहां 40 मरीजों की देखभाल का जिम्मा दो से तीन नर्सों पर है। इसके अलावा सिर्फ 2 ड्रेसर हैं। इस कारण कई मरीजों की समय पर ड्रेसिंग नहीं हो पाती है। अगर इस विभाग में एनएमसी का निरीक्षण हो जाये, यहां पीजी की सीटें घट सकती हैं।

 बार्ड के बाथरूम में दरवाजा तक है नहीं

न्यूरो सर्जरी विभाग के वार्ड में मामूली सुविधाओं का भी अभाव है. वार्ड में मरीजों की भीड़ की वजह से बेड को भी बेतरतीब तरीके से रखना पड़ रहा है। बाथरूम में दरवाजा तक नहीं है, जिससे मरीज और परिजनों को परेशानी होती है। कई वार्डों का बाथरूम जाम रहता है, जिससे परिजनों को दूसरे वार्ड में जाना पड़ता है।

मरीजों की संख्यां के अनुसार दो ओटी की है जरूरत

न्यूरो सर्जरी विभाग में 2 ऑपरेशन थियेटर (ओटी) हैं. मरीजों की भीड़ को देखते हुए यहां और 2 ओटी की जरूरत है। इसका प्रस्ताव प्रबंधन को भेजा गया है। ओटी में जरूरी मशीनें काफी पुरानी हैं, जिन्हें बदलने की जरूरत है। माइक्रोस्कोप, बाइपोलर डायथर्मी मशीन और एनेस्थीसिया वर्क स्टेशन की नयी मशीनें खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। सी-आर्म मशीन के लिए निविदा निकाली गयी है, लेकिन सिर्फ एक कंपनी रुचि दिखा रही है. इसकी वजह से निविदा नहीं हो पा रही है।

क्या कहते हैं रिम्स के पीआरओ

इस सम्बंध में रिम्स के पीआरओ से जानकारी लेने पर बताया कि न्यूरो सर्जरी विभाग की ओटी के लिए नयी मशीन खरीदने लिए निविदा की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने के लिए संपदा विभाग की बैठक हो चुकी है. शीघ्र बाथरूम आदि की मरम्मत की जायेगी. फैकल्टी की कमी दूर करने के लिए आवेदन निकाला गया है, जो प्रक्रिया में है.

डॉ राजीव कुमार, पीआरओ, रिम्स

मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन कल 2 जुलाई को 1500 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास


झा.डेस्क

रांची : मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन दो जुलाई को राज्यवासियों को 1500 करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे। इस अवसर पर जल संसाधन, पथ निर्माण विभाग व भवन निर्माण मंत्री बसंत सोरेन भी मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन दो जुलाई को राज्यवासियों को 1500 करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे। इस अवसर पर जल संसाधन, पथ निर्माण विभाग व भवन निर्माण मंत्री बसंत सोरेन भी उपस्थित रहेंगे। उप राजधानी दुमका से योजनाओं का शिलान्यास-उद्घाटन होगा। इसका सबसे अधिक लाभ संथाल के सभी छह जिलों को मिलेगा।

इस दौरान कई महत्वपूर्ण सड़क-पुल व प्रखंड भवन सहित सिंचाई परियोजनाओं की सौगात मिलेगी। इनमें कई नई योजनाएं भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम को देखते हुए तीनों विभाग तैयारी कर रहे हैं। संंबंधित जिला प्रशासन को भी इस संबंध में दिशा-निर्देश दिया गया है।

तेतुलमारी नगरीकला के झाड़ियों में मिला एक लावारिस स्कूटी*

झा. डेस्क

धनबाद : तेतुलमारी थाना क्षेत्र के नगरीकला के पास जंगली झाड़ियों में ग्रामीणों ने रविवार को ;(जेएच 10 सी डब्लु 8333) नंबर की एक लावारिस स्कूटी को देख तेतुलमारी थाना को सूचित किया तुरंत पुलिस ने मौके पर पहुँच कर उक्त वाहन को अपने कब्जे में लेकर थाना ले गयी।

वही लोगों ने बताया कि

उक्त नीले रंग की स्कूटी जिसमे कई जगह खरोंच भी लगा हुआ है 

 वह लगातार दो दिनों से झाड़ीयो के समीप देखा जा रहा था। यह देख लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चा होने लगी। कुछ लोगों का कहना था कि कहीं अपराधिक घटना को अंजाम देकर अपराधियों ने उक्त स्कूटी को झाड़ी में रखकर चल दिया हो तो किसी ने कहा कि चोरी की गई वाहन होगी जिसे झाड़ी में फेंका गया है। 

स्कूटी के समीप से पानी की खाली बोतल व वियर के बोतल भी देखा गया।

इस संबंध में तेतुलमारी थानेदार लव कुमार चौधरी ने कहा कि उक्त स्कूटी को ईस्ट बसुरिया थाना की पुलिस को सौंप दिया गया है आगे जांच पड़ताल की जा रही है।