तीन कथित पत्रकारों द्वारा ढाई लाख की ब्लेकमेलिंग का मामला आया सामने,मामला सराइकेला की है
सरायकेला : पत्रकारिता जिसे समाज में लोग एक प्रतिष्ठा सम्मान जनक काम मानते हैं आज कुछ कथित पत्रकारों ने उसे इतना विकृत कर दिया है कि पत्रकारों के प्रति लोगों की धारना हीं बदलने लगी है। एक मामला
सराईकेला के समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गम्हरिया की है जहाँ एक नवजात बच्चे गायव होने की बात कुछ मीडिया में आयी। इस घटना के बाद मामला पुलिस तक पहुंची और बच्चे को को बरामद कर लिया गया गया।हलाकि इस पूरे प्रकारण में जो बात सामने आयी उससे बच्चा को बच्चे की मां की सहमति से गोद लेने का मामला लगता यह,लेकिन तीन पत्रकार ने बच्चा को गोद लेने वाली महिला को केस में उलझाने का भय दिखाकर ढाई लाख की राशि मांग कर ब्लैकमेलिंग करने लगा।इस से सम्बन्धित एक फोन पर वार्तालाप का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।हलांकी इस ऑडियो क्लिप का स्ट्रीटबज्ज पुष्टि नही करता है परन्तु यह मामला पूरे पत्रकारिता जगत को सकते में डाल दिया है।
क्या है पुरा प्रकारण..?
बांधा झुरिया के निकट बस्ती निवासी एक गरीब महिला पूर्णिमा तांती चार बच्चे की मां है।जैसा कि बताया जा रहा है कि 7 महिने गर्भधारण के बाद वह गर्भपात कराने समुदायिक केंद्र पहुंची लेकिन सात महीने को बच्चे का गर्भपात से कराने से गर्भ वती महिला के जिंदगी पर भी खतरा हो सकता है। यह बताकर वहां कार्यरत एक कर्मचारी ने गर्भवती महिला से कहा कि बच्चे को जन्म देकर जो बच्चा गोद लेना चाहता है उसे गोद दे दो।ऐसा ही होना बताया जा रहा है।इस दौरान अस्पताल में जो प्रक्रिया होती है उसे पुरा नही किया गया था उस में खामियां क्यों और कैसे हुआ यह तो अलग मामला है।लेकिन इस बीच कुछ पत्रकार ने इसे आधार बनाकर ढाई लाख का मांग जो महिला बच्चा ली थी उस से किया जाने लगा।
अब मामला जब ऑडियो वायरल हुआ तो मामला प्रकाश में आया है।अब यह मामला चर्चा में आ गया है।अब देखना है कि पत्रकारिता को कलंकित करने वाले पर क्या कारबाई होती है।
Jun 12 2024, 17:44