बैकिंग भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी खबर, आईबीपीएस ने सहायक समेत ऑफिसर के पदों के लिए जारी की अधिसूचना, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बैंक क्लर्क और पीओ भर्ती परीक्षाओं की तैयारी में जुटे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर है। देश भर के विभिन्न क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में ग्रुप ए के पदों ऑफिसर (स्केल 1, 2 और 3) तथा ग्रुप बी के पदों ऑफिस असिस्टेंट के पदों पर सीधी भर्ती के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सोनेल सिलेक्शन (आईबीपीएस) द्वारा आयोजित की जाने वाली चयन प्रक्रिया की अधिसूचना शुक्रवार को जारी कर दी गई। आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है।

इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सोनेल सिलेक्शन (आईबीपीएस) की ओर से नई वैकेंसी के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है।

27 जून आवेदन की अंतिम तिथि

आवेदन के लिए अंतिम तिथि 27 जून है। अभ्यर्थी बैकिंग में नौकरी के लिए 27 जून 2024 तक संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट ibps. in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

बता दें कि आईबीपीएस द्वारा हर साल आयोजित की जाने वाली सीआरपी आरआरबी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से देश भर के ग्रामीण बैकों में ऑफिस असिस्टेंट और ऑफिसर स्केल 1, 2 और 3 के हजारों रिक्त पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। वर्ष 2023 में आयोजित हुई इस भर्ती के लिए संस्थान द्वारा 8,611 वेकेंसी निकाली गई थी, जबकि वर्ष 2022 की परीक्षा 8106 पदों के लिए आयोजित की गई थी। इसबार अभी तक पद क्लीयर नहीं किया गया है। उम्मीद है दस हजार रिक्तियों को भरा जाएगा।

मौसम का मिजाज : राजधानी पटना समेत इन जिलों मे अभी गर्मी से नही मिलेगी निजात, 11 जून से प्री-मानसून की बारिश की संभावना*

डेस्क : बिहार में पिछले कुछ दिनों से एकबार फिर मौसम का मिजाज बदला हुआ है। उमस भरी गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। वहीं बीते गुरुवार से राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में तापमान एकबार फिर से 40 डिग्री के पार चला गया है। वहीं भीषण उमस से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम भाग के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद और दक्षिण-मध्य भाग पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय व जहानाबाद जिलों में उमस भरी गर्मी रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार बिहार में आने वाले मंगलवार से प्री-मानसून की बारिश होने की संभावना है। इस दौरान दक्षिण बिहार के मुकाबले उत्तर बिहार के अधिक स्थानों पर आंधी के साथ हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होगी, लेकिन दक्षिण बिहार में भी सामान्य बारिश होने का पूर्वानुमान है। हालांकि, सोमवार तक लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इस दौरान पटना सहित दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-मध्य भागों के जिलों की अधिकतर जगहों पर लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना होगा। इन जिलों में कुछ जगहों पर लू चलने की भी आशंका है। बीते शुक्रवार को प्रदेश के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। वही आज शनिवार को भी इसके बढ़ने के आसार हैं। वहीं प्रदेश में तीन दिनों के दौरान थंडरस्टॉर्म की गतिविधि के कारण कुछ जगहों पर आंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है। शुक्रवार को पटना के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। इस कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास हुआ। पटना के अधिकतम तापमान में 2.9 और न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 40.9 और न्यूनतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। प्रदेश का सबसे गर्म शहर 43.8 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी रहा। पटना सहित 27 शहरों के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी और आठ में गिरावट आई, जबकि पटना सहित सूबे के 35 जिलों के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई।
एनडीए की बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने कह दी ऐसी बड़ी बात, पाला बदलने की आस लगाए बैठे विपक्ष को लग सकता है बड़ा झटका

डेस्क : आज नई दिल्ली में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की बैठक हुई। इस बैठक में एनडीए के सभी नव-निर्वाचित सांसद शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने एनडीए के नेता के तौर पर नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव पेश किया। जिसपर एनडीए में शामिल सभी दलों के सुप्रीमो ने एकसुर में समर्थन की मुहर लगाई। लेकिन इस बैठक में सबसे बड़ी बात जो हुई वह सीएम नीतीश कुमार की ओर से कही गई बात को लेकर है। सीएम ने बैठक में ऐसी बात कह दी जिससे उनके एकबार फिर पाला बदलने की आस लगाए विपक्ष को बड़ा झटका दिया होगा। 

दरअसल एनडीए की बैठक के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ भी हो जाए, अब हम कहीं नहीं जाने वाले हैं। हम तो चाहते हैं कि पीएम मोदी रविवार के बदले आज ही शपथ ग्रहण कर लें। इसके आगे नीतीश कुमार ने कहा कि जेडीयू नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर अपना समर्थन देता है। पीएम मोदी इस बार हर राज्य का जो कुछ भी बचा हुआ काम है, उसे पूरा करेंगे। हम लोग खुले तौर पर इनके साथ रहेंगे। अब हम कहीं और जाने वाले नहीं हैं। अब तो जिस तरह से भी मोदी जी जो कहेंगे वैसा ही होगा।

इतना ही नहीं इसके बाद नीतीश कुमार ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, इस बार जो थोड़ा इधर -उधर हो गया है, अगली बार वह सबकुछ समेट लिया जाएगा। सब हमलोग के पास आ जाएगा। इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब तो बस यही कहना है कि देश में बहुत काम हुआ है और आगे भी होता रहेगा। बिहार में भी काम हुआ है और अब यही आशा है कि बचा हुआ भी काम अब हो ही जाएगा। हम तो यही चाहते हैं कि मोदी जी जो रविवार को शपथ लेने वाले हैं वह आज ही ले लें। खैर आपने रविवार का दिन तय किया है, तो वह भी अच्छा है।

नीतीश कुमार ने कहा कि अभी जो लोग इधर-उधर जीत गए हैं। वह सब लोग अगली बार हारेंगे। ये सब लोग (विपक्ष) बिना मतलब की बात कर रहे हैं। ये लोग कोई काम किए हैं क्या? आज तक उन्होंने कोई काम नहीं किया है। उन्होंने देश की कोई सेवा नहीं की है। इस बार मोदी को जो मौका मिला है, उससे उन लोगों के लिए आगे कोई गुंजाइश नहीं बचेगी। देश और बिहार अब और आगे बढ़ेगा। बचा हुआ काम भी अब पूरा होगा।

लालू परिवार की बढ़ सकती है मुश्किलें,सीबीआई ने इस मामले मे कोर्ट में दाखिल किया अंतिम चार्जशीट

डेस्क : लोकसभा चुनाव खत्म होते ही एकबार फिर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती है। पिछले सालों से चल रहे लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में दिल्ली के राउज एवेंन्यू कोर्ट ने पूर्व की सुनवाई में मामले में चार्जशीट दायर करने में हो रही देरी को लेकर सीबीआई अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। साथ ही इस मामले में अपना अंतिम चार्जशीट दाखिल करने के लिए आज तक का समय दिया था। जिसका बाद आज सीबीआई ने अपना अंतिम चार्जशीट कोर्ट में दाखिर कर दिया है। सीबीआई ने इस चार्जशीट को 38 उम्मीदवारों और अन्य व्यक्तियों सहित 78 आरोपियों के खिलाफ दाखिल किया है। 

बता दें कि इस मामले में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्य आरोपी हैं। ऐसे में अब इस मामले में यदि सीबीआई के चार्जशीट में लालू परिवार के खिलाफ कुछ लिखा जाता है, तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है।

बता दें नौकरी के बदले जमीन का यह मामला रेलवे की जमीन से जुड़ा हुआ है। जहां नौकरी के बदले जमीन ली गई थी। यह सब तब हुआ जब लालू प्रसाद यादव रेलवे मंत्री थे। साल 2004 से 2009 के बीच विभिन्न रेलवे मंडलों में जमीन लेकर कई लोगों को ग्रुप डी में नौकरी दी गई थी। इसके बाद जमीन लेने वालों से लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के नाम करवाई गई थी। 

सीबीआई ने इस मामले में यह भी आरोप लगाया कि रेलवे में की गई भर्तियां भारतीय रेलवे के मानकों के दिशा निर्देशों के हिसाब से नहीं थीं।

पूर्णिया से नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव का बड़ा बयान, एक साल से ज्यादा नहीं टिक पायेगी केन्द्र में बनने जा रही एनडीए सरकार

डेस्क : पूर्णिया से नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव का केन्द्र में एकबार फिर से नरेन्द्र मोदी की अगुवाई बनने जा रही एनडीए सरकार को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। पप्पू यादव ने कहा है कि केन्द्र में बनने वाली नई एनडीए सरकार एकसाल से ज्यादा नहीं टिक पायेगी। 

दरअसल पप्पू यादव आज शुक्रवार को दरभंगा पहुंचे। जहां उनके समर्थकों के द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। वहीं इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए पप्पू यादव ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की बधाई देते हुए कहा कि देश की जनता ने नरेंद्र मोदी को बहुमत नहीं दिया है।यह इसलिए क्योंकि उनके नाम पर चुनाव लड़ा गया। उनके नाम पर 65 से 70 सीट कम आए। 400 पर की बात तो छोड़िए बहुमत भी नहीं मिला। वह अपनी सरकार भी नहीं बना पाए। 

वहीं पप्पू यादव ने कहा कि मुझे लगता है कि यह सरकार साल भर से ज्यादा नहीं चल पाएगी। जिस जदय और टीडीपी के समर्थन से सरकार बनने जा रही है उसमें नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू गांधी विचारधारा के लोग हैं। वही उन्होंने कहा कि 2024 के नवंबर में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। क्योंकि उनको लग रहा है कि लोकसभा में जो सीट मिली है। अगर विधानसभा का चुनाव 2024 में होगा तो परिणाम उनके अनुरूप आएगा। वहीं उन्होंने चंद्रबाबू नायडू के संदर्भ में कहा कि जब उनको लगेगा कि साउथ में मोदी का असर गलत हो रहा है। तो नायडू भी भागेंगे।

पप्पू यादव ने कहा कि हम नरेंद्र मोदी से आग्रह करेंगे कि आप देश के प्रधानमंत्री हैं। आप नीतिगत और रोजगार पर बात करेंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा। आप गरीबों की बात करे। गरीबी खत्म करने की बात करिए। हाथ जोड़कर कहता हूं हिंदू मुस्लिम की राजनीति छोड़ दीजिए। वही उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद और अपेक्षा रखता हूं नीतीश और चंद्रबाबू नायडू से कि एनडीए की सरकार में हिंदू मुसलमान की राजनीति नहीं होने देंगे।

शिक्षा विभाग के नये अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने जारी किया आदेश, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक के लंबी छुट्टी पर जाने के बाद शिभा विभाग के अपर मुख्य सचिव का प्रभार डॉ. एस सिद्धार्थ को दिया गया है। अब उन्होंने एक आदेश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि सभी जिलों में कार्यरत शिक्षा विभाग के हर पदाधिकरी और कर्मचारी को दस से 15 स्कूलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी मिलेगी। तीन महीने तक इन्हीं 10-15 स्कूलों का निरीक्षण करेंगे और संपूर्ण देखरेख में वह रहेंगे। उप विकास आयुक्त जिलों के कार्यरत कर्मियों को स्कूल का आवंटन करेंगे। 

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बीते गुरुवार को इसे लेकर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है। जिसमें विभाग ने साफ कहा है कि स्कूलों की निरीक्षण व्यवस्था को और सशक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि पदाधिकारियों और कर्मियों को जिन स्कूलों की जिम्मेदारी मिलेगी, वह पूरा समय देंगे और संपूर्णता में अवलोकन करेंगे। साथ ही प्रधानाध्यापक से बात कर स्कूल संचालन में आने वाली कठिनाई पर विमर्श करेंगे और बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार करेंगे। 

साथ ही विद्यार्थियों के पास पाठ्यपुस्तक की उपलब्धता, विद्यार्थियों के नामांकन की स्थिति, अनामांकित बच्चों का नामांकन कराना, मूल्यांकन की स्थिति, बच्चों के पास आधारकार्ड की उपलब्धता आदि कार्य देखेंगे। शिक्षकों की समय पर उपस्थिति, समय-सारणी के साथ स्कूल में पढ़ाई हो रही है या नहीं, आधारभूत संरचना की स्थिति, बेंच-डेस्क की उपलब्धता आदि देखेंगे। विभाग ने यह भी निर्देश दिया है कि उप विकास आयुक्त हर तीन माह पर निरीक्षण करने वाले हर पदाधिकारी-कर्मी को स्कूल आवंटन का रोस्टर परिवर्तित करेंगे।

मौसम अलर्ट : राजधानी पटना समेत बिहारवासियों को अभी उमस भरी गर्मी से नहीं मिलेगी निजात, बीच-बीच में हो सकती है थंडरस्टॉर्म की गतिविधि*


डेस्क : बीते कुछ दिनों से एकबार फिर राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में उमस भरी गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। तापमान में गिरावट आने के बावजूद उमस भरी गर्मी से लोग परेशान है। इसी बीच मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में अभी तीन दिनों यानी रविवार तक उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान दक्षिण बिहार के मुकाबले उत्तर बिहार में तापमान कम रहने के आसार हैं। उत्तर बिहार में थंडरस्टॉर्म की गतिविधि अधिक होने के कारण तापमान नियंत्रित रहेगा।वहीं दक्षिण बिहार में भी बीच-बीच में थंडरस्टॉर्म की गतिविधि हो सकती है। इस कारण कुछ घंटों के लिए उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी। लेकिन उसके बाद फिर उमस भरी गर्मी सताएगी। राज्यभर में औसत तापमान 38 से 40 डिग्री तक रहने का अनुमान है। पटना में गुरुवार सुबह थंडरस्टॉर्म की गतिविधि होने के कारण 30 से 35 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चली। इस कारण कई जगहों पर पेड़ भी गिर गए। इसमें एक लोगों के जान-माल की क्षति होने की सूचना है। सुबह के समय बादल छाया रहा। लेकिन, दोपहर बाद सूरज की तल्खी ने राजधानी वासियों को परेशान किया। प्रदेश के अधिकतर शहरों में गुरुवार को थंडरस्टॉर्म की गतिविधि होने से अधिकतम तापमान में गिरावट आई। पटना सहित 6 शहरों के अधिकतम तापमान में जहां बढ़ोतरी हुई, वहीं 29 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट आई। राजधानी के अधिकतम तापमान में 0.6 डिग्री के बढ़ोतरी हुई। पटना का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, प्रदेश का सबसे गर्म जिला 41.1 डिग्री सेल्सियस के साथ वैशाली रहा।
नौकरी की तलाश मे जुटे युवाओं के लिए खुशखबरी : जल्द ही स्वास्थ्य विभाग में इन पदों पर 45 हजार होगी बहाली*

डेस्क : नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग में जॉब मिलने का मौका मिल सकता है। इसका एलान राज्य सरकार की ओर से किया गया है। दरअसल लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लागू होने के वजह से अबतक किसी भी सरकार एलान पर रोक लगी हुई थी। लेकिन चुनाव के समापन के बाद अब आचार संहिता भी खत्म हो गया। अब राज्य में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े 45 हजार पदों पर बहाली होगी। इसमें 21 हजार 387 एएनएम और जीएनएम के पद शामिल हैं। इसके अलावा चिकित्सक, दंत चिकित्सक, नर्स, एएनएम, जीएनएम, सीएचओ और पारा मेडिकल सहित अन्य रिक्त पदों पर नियुक्ति होगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने चार माह में बहाली प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि रिक्त पदों का रोस्टर तय करते हुए नियुक्ति पूरा कराएं। *इन पदों पर होगी बहाली* मिली जानकारी के अनुसार एएनएम और जीएनएम के अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 1339 सहायक प्राध्यापक, 3523 विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी, 396 सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। संविदा के आधार पर 1290 सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी की बहाली होगी।
लोकसभा चुनाव में निर्दलिए ने कई सीटों पर बिगाड़ा समीकरण : कही दिग्गजों की हुई हार तो कही तीसरे स्थान पर खिसके

डेस्क : बिहार में इसबार के लोकसभा चुनाव में निर्दलियों ने सभी दलों के समीकरण को बिगाड़ने मे बड़ी भूमिका निभाई। नतीजा यह हुआ कि निर्दलियों के चुनाव मैदान में आने के कारण जहां कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। वही कई तीसरे स्थान पर खिसक गए। 

काराकाट में बीजेपी से टिकट नही मिलने के कारण भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह निर्दलिए चुनाव मैदान में उतर गए। उनकी चुनावी सभा भीड़ तो बड़ी जुटी, लेकिन वे मैदान तो नहीं मार पाए। बदले में एनडीए प्रत्याशी उपेन्द्र कुशवाहा की हार जरुर हो गई। वहीं इसका फायदा माले प्रत्याशी राजाराम सिंह को मिला और वे 3 लाख 80 हजार 581 वोट लाकर चुनाव जीत गए। निर्दलीय पवन सिंह को 2 लाख 74 हजार 723 और तीसरे स्थान पर रहे रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को 2 लाख 53 हजार 876 मत मिले। 

इसी तरह सीवान में एनडीए प्रत्याशी विजयलक्ष्मी देवी को 3 लाख 86 हजार 508 मत मिले। वहीं। राजद छोड़ निर्दलिए प्रत्याशी के तौर चुनाव लड़ी हेना शहाब को 2 लाख 93 हजार 651 और राजद के अवध बिहारी चौधरी को 1 लाख 98 हजार 823 मत मिले। इस तरह राजद के वरिष्ठ नेता और साफ-सुथरी छवि होने के बावजूद अवध बिहारी चौधरी तीसरे स्थान पर खिसक गए। हेना शहाब ने राजद के वोट बैंक में ही बड़ी सेंध लगाई। जिसका सीधा फायदा जदयू की विजय लक्ष्मी को हुआ। 

बक्सर और सारण में भी जीत का अंतर निर्दलीय को मिले मत से कम रहा। बक्सर में आनंद मिश्रा ने एनडीए तो ददन यादव ने महागठबंधन के वोटबैंक में सेंधमारी की। यहां राजद के सुधाकर सिंह ने भाजपा के मिथिलेश तिवारी को 30 हजार मतों से हराया। निर्दलीय आनंद मिश्रा को 47 हजार 409 और ददन यादव को 15836 मत मिले।

चुनाव से ठीक पहले कांग्रे मे अपनी पार्टी का विलय करने वाले पप्पू यादव को महागठबंधन से टिकट नहीं मिला और निर्दलिए मैदान में उतर गए। उन्होंने जीत भी हासिल कर ली। उनके निर्दलिए मैदान में आने से सीधा नुकसान संतोष कुशवाहा को हुआ और चुनाव हार गए।

बिहार के विस, विप और राज्यसभा के खाली हुए इन सीटों पर जल्द होगा उपचुनाव

डेस्क : लोकसभा चुनाव में इसबार कई विधायक, विधान पार्षद और राज्यसभा सांसद ने चुनाव लड़े थे। इनमें कुछ को जीत हुई है। अब लोकसभा परिणाम घोषित होने के साथ ही यह भी तय हो गया कि बिहार में विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव होगा। इसके अलावा राज्यसभा की दो सीटें और विधान परिषद की एक सीट पर भी उपचुनाव होना तय हो गया है। खाली हुए इन पदों को भरने की कार्रवाई जल्द ही शुरू होगी।

लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों से दर्जनभर विधायकों ने किस्मत आजमाई थी। सबसे अधिक राजद के टिकट पर ही विधायकों ने चुनाव लड़ा था। हालांकि सभी को सफलता हाथ नहीं लगी। राजद के दो विधायक लोकसभा के लिए चुने गए। रामगढ़ के राजद विधायक सुधाकर सिंह बक्सर से लोकसभा का चुनाव जीते हैं। अब रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होना तय है। इसी तरह बेलागंज के राजद विधायक सुरेन्द्र प्रसाद यादव जहानाबाद से लोकसभा का चुनाव जीते हैं। इस कारण बेलागंज में उपचुनाव होना तय है।

वहीं, हम के संरक्षक व पूर्व उपमुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इमामगंज (सुरक्षित) के विधायक हैं। मांझी गया (सुरक्षित) लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं। ऐसे में इमामगंज में उपचुनाव होना तय है। इसी तरह तरारी के विधायक सुदामा प्रसाद आरा से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। इस कारण तरारी में उपचुनाव होना तय है। 

राज्यसभा के दो सांसद भी लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इसमें राजद की डॉ. मीसा भारती और भाजपा के विवेक ठाकुर हैं। मीसा भारती वर्ष 2022 में दुबारा राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं। उनका कार्यकाल अभी 2028 तक है। वहीं भाजपा के विवेक ठाकुर अप्रैल 2020 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। अभी इनका दो साल का कार्यकाल बचा हुआ है। मीसा और विवेक ठाकुर के बचे हुए कार्यकाल के लिए जल्द ही उपचुनाव होंगे।