आपका पिछले जन्म के कर्मफलों को दर्शाती है दशाएं, आइए जानते है कैसे?
सरायकेला : ज्योतिष में दशाओं का महत्वपूर्ण स्थान है और व्यक्ति के जीवन के संपूर्ण घटनाक्रम में यह
अपना विशेष प्रभाव डालती हैं। यह दशाएं ग्रहों द्वारा गत जन्म के कर्मफलों को इस जन्म में दर्शाने का माध्यम है। महादशाओं के गणना की पद्धति में नक्षत्रों पर आधारित दशा पद्धतियाँ अधिक लोकप्रिय हैं।वेदांग ज्योतिष में चंद्रमा जिस नक्षत्र में उस दिन होते हैं वह उस दिन का नक्षत्र कहलाता है व उस नक्षत्र का जो स्वामी ग्रह कहा गया है, उसकी महादशा जन्म के समय मानी जाती है। तदोपरांत क्रम अनुसार प्रत्येक नक्षत्र या ग्रह की महादशा जीवन में आती रहती है।दशा क्रम में सबसे पहले विंशोत्तरी दशा का आगमन होता है और इसी के भितर अन्तर दशा, प्रत्यन्तर दशा, सूक्ष्म दशा, प्राण दशाएं आती हैं। प्रत्येक ग्रह महादशा के काल में सभी ग्रह अपनी-अपनी अंतर्दशा लेकर आते हैं। इसमें प्राण दशा सबसे कम अवधि की होती है और महादशा सबसे अधिक अवधि की मानी जाती है।महादशाओं का चक्र 120 वर्ष में पूरा होता है। इन दशाओं में पहली दशा तो जन्म नक्षत्र पर आधारित है। कौन सी महादशा पहले मिलेगी यह जन्म समय चंद्रमा जिस नक्षर में होता है उस नक्षत्र के स्वामी ग्रह से जतक की महादशा आरंभ होती है। दशाओं के सभी काल क्रम में आपको सभी कुछ मिलता है। जन्म में अगर कोई दशा चल रही है तो यह कतई नहीं माना जाना चाहिए कि उस ग्रह से संबंधित समस्त कर्मो का फल मिल चुका है बल्कि यह संभव है कि संपूर्ण कर्मो का केवल कुछ प्रतिशत ही उस दशा में मिला होगा।*दशाओं का प्रभाव*ज्योतिषी के अनुसार सभी ग्रह अपनी दशा-अन्तर्दशा में सभी प्रकार का फल प्रदान करते हैं। ग्रह सर्वशक्ति संपन्न हैं और अच्छा-बुरा कोई भी फल दे सकते हैं। यह सत्य है कि वे अपनी दशा में आकर ही अपने संपूर्ण अच्छे-बुरे फलों का दर्शन कराती हैं। महादशा शब्द का अर्थ है वह विशेष समय जिसमें कोई ग्रह अपनी प्रबलतम अवस्था में होता है और कुंडली में अपनी स्थिति के अनुसार शुभ-अशुभ फल देता है। ग्रहों की महादशा का समय निम्नानुसार है। सूर्य- 6 वर्ष, चन्द्र-10 वर्ष, मंगल- 7 वर्ष, राहु- 18 वर्ष, गुरु- 16 वर्ष, शनि- 19 वर्ष, बुध- 17वर्ष, केतु- 7 वर्ष और शुक्र- 20 वर्ष की होती है। इन वर्षों में मुख्य ग्रहों की महादशा में अन्य ग्रहों की दशाएं आती हैं, जिसे अन्तर्दशा कहा जाता है। मुख्य ग्रह के साथ अन्तर्दशा के स्वामी ग्रह का भी प्रभाव फल का अनुभव होता है। जिस ग्रह की महादशा होगी, उसमे उसी ग्रह की अन्तर्दशा पहले आएगी अधिक सूक्ष्म गणना के लिए अन्तर्दशा में उन्ही ग्रहों की प्रत्यंतर दशा भी निकली जाती है, जो इसी क्रम से चलती है। इससे अच्छी-बुरी घटनाओं का पता लगाया जा सकता है। किसी ग्रह की महादशा में उसके शत्रु ग्रह की, पाप ग्रह की और नीचस्थ ग्रह की अन्तर्दशा अशुभ होती है। शुभ ग्रह में शुभ ग्रह की अन्तर्दशा अच्छा फल देती है। स्वग्रही, मूल त्रिकोण या उच्च के ग्रह की दशा शुभ मानी जाती होती है। वैदिक ज्योतिष में अनेक दशाओं का वर्णन किया गया हैं परन्तु सरल, लोकप्रिय, सटीक एवं सर्वग्राह्य विंशोत्तरी दशा ही है। सूर्य आत्मा का, चन्द्रमा मन का, मंगल बल का, बुध बुद्धि का, गुरु जीव का, शुक्र स्त्री का और शनि आयु का कारक है। अत: इनकी महादशाओं का फलादेश देश, काल और परिस्थिति को ध्यान में रखकर करना चाहिए फलादेश में परिस्थिति का ध्यान रखना आवश्यक है। जन्म से मृत्यु तक ग्रहों के प्रभाव से विभिन्न प्रकार की सुखद एवं दु:खद घटनाओं से प्रभावित होते है। ग्रह उच्च राशि में हो तो नाम, यश प्राप्त होता है तथा ग्रहों के अशुभ होने पर कष्ट प्राप्त होता है। जन्म नक्षत्र से दशा स्वामी किस नक्षत्र में है ये देखना आवश्यक है। यदि वह अच्छी स्थिति में मित्र या अतिमित्र में है तो शुभ फल प्राप्त होते हैं।
सरायकेला:नीमडीह बीडीओ ने सीएचसी का किया निरीक्षण।





सरायकेला : नीमडीह प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार एस० अभिनव ने समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और अतिरिक्त पीएसी हुंडरू पाथरडीह का निरिक्षण किया गया। नीमडीह प्रखंड विकास पदाधिकारी समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के ओपीडी में महिला, पुरुष का वार्ड, कुपोषण केन्द्र, लेब का निरीक्षण किया, मेडिकल कर्मी की उपस्थिति पंजी का भी निरीक्षण किया गया।

महिला वार्ड में तीन ,पुरुष वार्ड में एक मरीज ऐडमिट था, जिसका उपचार ड्रा० द्वारा चलाया जा रहा हे, आदरदीह के हुंडरू पाथरडीह का ओपीडी, वार्ड, आदि का निरिक्षण हुआ, निरीक्षण में प्रतिवेदन अपने वरिष्ठ पदाधिकारी को भेजा गया।
ओपीडी में 32 पुरुष ,49 महिला का उपचार किया गया।ओपीडी महिला चिकित्सक निमान राशि ,नेत्र युनिट में नेत्र सहायक कर्मी ललित मोहन सिंह,लेब जांच कर्ता भी उपस्थित पाया गया।
सरायकेला : रोहिणी नक्षत्र में खेतों में धान का बीज डालने का कार्य हो गया शुरू


सरायकेला : आज सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर गये है , जिससे खेतों में धान का बीज डालने के लिए किसान भाई आपने खेत में तैयार करने का कार्य शुरू हो गया। 

रोहिणी नक्षत्र में खेतों में धान का बीज डालना शुभ माना गया है।

किसानों का मानना है कि इस नक्षत्र में बीज डालने से खेती अगताह होती है। चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में किसान धान की खेती के लिए खेतो में धान की बीज डाला जा रहा है, चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के किसान हर बर्ष चांडिल डेम कई पानी से लगाकर धान की अच्छी फसल तैयार करते हैं। 

हालांकि, इस क्षेत्र में रोहिणी नक्षत्र के बाद ही अधिकांश किसानो द्वारा अपनी खेतो में बीज डाला जाता है। फिर भी इस नक्षत्र में बीज डालने वालों की संख्या कम नहीं है। रोहिणी नक्षत्र में बीज डालने वाले किसानो के खेत में नवंबर माह में यह फसल तैयार हो जाती है।

राेहिणी में बीज डालने से पौधे होते हैं पुष्ट :किसान 

रोहिणी नक्षत्र में धान का बीज डालने से धान का पौधा ज्यादा तेजी से विकास करता है। रोहिणी नक्षत्र में लगाए गए धान के बीज से अधिक उत्पादन की भी संभावना रहती है।चांडिल प्रखंड के चाकूलिया गांव निवासी किसान मधुसूदन महतो ने बताया की रोहिणी में धरती तपेगी, अच्छी पैदावार की उम्मीद होती है इस साल रोहिणी नक्षत्र में धरती खूब तपेगी। क्योंकि, इस दौरान सूर्य पृथ्वी के काफी निकट रहेगा। यह मानसून के दृष्टिकोण से शुभ संकेत है। इस बार अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है। मिट्टी में नमी आने के बाद खेतों की जोताई होगी। इसके बाद फिर खेतों में पानी भरा जाएगा। खरपतरवार नाशक दवा के छिड़काव के बाद में किसान खेतों में धान का बीज डालेंगे।मान्यता है कि रोहिणी के दिन धान का बीज डाला जाता है। इससे पूर्व किसानों द्वारा खेत की जुताई की जाती है।

 चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के कई गांव में रोहिणी के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है । सोमवार को चांडिल अनुमंडल के नीमडीह समानपुर में शिव पूजा कमेटी द्वारा छऊ नृत्य और मंगलवार को शिव पूजा का आयोजन किया गया।

विदेशी शराब की दुकान में चोरी,उत्पाद विभाग ने लिया जयजा,पुलिस मामले की कर रही छानबीन



सरायकेला : चांडिल डेम रोड स्थित अनुज्ञप्ति प्राप्त् शराब की दुकान मे चोरी की घटना की सूचना मिलने पर जिला उत्पाद विभाग की टीम घटना का जयजा लिया। रविवार की रात्रि नाइट गार्ड की ड्यूटी में मदन प्रामाणिक और जयंत प्रामाणिक ड्यूटी पर थे। रात्रि 12 के आसपास पानी गिरने लगा था । जिसके कारण वह लोगो आपने घर चले गये ।



मौका मिलते ही चोरों ने मुख्य गेट का ताला तोड़कर चोरी की घटना कई अंजाम दिया । इस संबंध में चांडिल थाना में अज्ञात लोगो के नाम पर मामला दर्ज कराया गया। दुकान में विभिन्न ब्रांड के विदेशी दारू से भरा हुआ था ।एक दीवार पर कैश बॉक्स लटका हुआ था उसका उठाकर चोर भाग निकले इस क्षेत्र में पुलिस द्वारा रात्रि गस्ती नही होने के कारण इतना बड़ा घटना को अंजाम दिया ।
चोरी की घटना की जानकारी देते हुए उप-निरीक्षक ( एसआई ) शैलेश कुमार ने कहा कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के डेम रोड स्थित अनुज्ञप्ति प्रदत्त देशी शराब की दुकान में 1 लाख 41 हज़ार कैस जो दुकान में रखी हुई थी , वह पैसा भी लॉकर तोड़कर ले गया। साथ ही साथ 50 पैटी विदेशी शराब के विभिन्न ब्रांड के बोतले भी चोरो ने ले गया जिसका कीमत 3 लाख 70 हज़ार 20 रुपये का था। नाइट गार्ड रात्रि को 12 बजे तक ड्यूटी करने के बाद घर चला गया था , सुबह दुकान खोलने पहुंचा तो देखा गया ताला तोड़कर चोरी हुआ है।
हज़ारीबाग में हाथी का आतंक,दारु प्रखंड में एक व्यक्ति को कुचल कर हाथी ने मार डाला,एक व्यक्ति घायल,लोगों में वन विभाग की उदासीनता पर आक्रोश
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झा. डेस्क हजारीबाग जिले में जंगली हाथियों ने आतंक मचा रखा है. जिले के दारू प्रखंड में एक पूर्व मुखिया के पति को हाथी ने कुचलकर मार डाला. हाथियों के हमले में एक अन्य व्यक्ति इस्माइल मियां भी गंभीर रूप से घायल हो गये. उसका इलाज चल रहा है. दारू प्रखंड के बलिया गांव की घटना घटना रविवार (26 मई) की रात की है. घटना की सूचना मिलते ही दारू थाना प्रभारी शफीक खान अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे. मृतक का शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज भेज दिया. बताया जा रहा है कि जिले के दारू प्रखंड के बलिया गांव में जंगली हाथियों के झुंड ने आतंक मचा दिया. एक हाथी ने कविलासी पंचायत की पूर्व मुखिया राखी देवी के पति अशोक रविदास को कुचलकर मार डाला. शाम 7 बजे से ही हाथियों ने गांव में डाल दिया था डेरा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार की रात 7:00 बजे ही हाथियों का झुंड बलिया गांव के मंडप के पास पहुंचकर किसान की सब्जी खाने लगे. इसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी. काफी देर तक वन विभाग की टीम नहीं पहुंची, तो ग्रामीणों ने ही एकजुट होकर हाथी भगाने का प्रयास किया. हाथी भगाने के दौरान हाथियों के झुंड से एक बड़ा हाथी ग्रामीणों की तरफ दौड़ा. आक्रामक हुए हाथी, तअपने-अपने घरों में दुबके लोग हाथी के झुंड के आक्रामक होते ही ग्रामीणों में भगदड़ मच गई. सभी ग्रामीण अपने घर की ओर भागने लगे. भागने के दौरान अशोक राम और और इस्माइल मियां गिर गए. अशोक राम (45) के गिरते ही हाथी ने उसे पटक-पटककर मार डाला. हाथी से बचने के लिए भागते समय 3 बार गिरे इस्माइल मियां इस्माइल मियां ने बताया कि भागने के दौरान 3 बार हम गिर पड़े. मेरा बायां हाथ फ्रैक्चर हो गया. इसके बाद सभी ग्रामीण अपने-अपने घरों में दुबक गए. घटना के बाद हाथियों का झुंड ने पूरे गांव को घेर लिया. रात के करीब 11:00 बजे वन विभाग की टीम सायरन बजाते हुए गांव पहुंची. हाथियों के झुंड ने शव को कई घंटे तक घेरे रखा हाथियों का झुंड मृतक अशोक राम के शव को देर तक घेरे रहा. बड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग ने हाथियों के झुंड को बलिया जंगल की भगाया. झुंड में करीब दो दर्जन से अधिक हाथी हैं. 2 बच्चे भी हैं. ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग की टीम समय पर पहुंच जाती, तो यह घटना नहीं होती. एक व्यक्ति की मौत की सूचना जब वन विभाग को दी गई, तब उसकी टीम गांव में पहुंची. 20 दिन से दारू प्रखंड में हाथियों ने मचा रखा है आतंक बता दें कि करीब 20 दिनों से हजारीबाग के दारू प्रखंड में जंगली हाथियों के झुंड ने डेरा डाल रखा है. हाथियों ने पूरे इलाके में आतंक मचा रखा है. कई लोगों के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. लोगों की फसल भी हाथी खा जा रहे हैं. इसकी वजह से लोग परेशान भी हैं और दहशत में भी हैं. आधा दर्जन से अधिक गांवों में तबाही मचा चुके हैं जंगली हाथी इन जंगली हाथियों ने आधा दर्जन से अधिक गांवों में तबाही मचाई है. खासकर दिगवार, सोनडीहा, बड़वार, दारू खरिका और गडया गांव में. पिछले सप्ताह सुदामा मल्हार के घर में रखा अनाज हाथी खा गए थे. उसे पीडीएस से अनाज मिला था. हाथियों को वन विभाग अब तक खदेड़ नहीं पाया है. इससे ग्रामीणों में आतंक का माहौल है. हालांकि, ग्रामीण अपने स्तर से हाथियों को भगाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनको सफलता नहीं मिल पा रही है. वन विभाग की निष्क्रियता से ग्रामीणों में आक्रोश ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों का यह झुंड दिन में जंगलों में चला जाता है. रात होती है हाथियों का झुंग गांवों में आ जाते हैं. हर दिन किसी न किसी गांव में जाकर उत्पात मचाते हैं. खेतों में लगी मकई व अन्य फसलों को नष्ट कर देते हैं. वन विभाग की निष्क्रियता की वजह से ग्रामीणों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. अब तो हाथियों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी है.
नालसा एवं झालसा द्वारा विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन



सरायकेला : नालसा एवं झालसा व माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश व आदरणीय जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव के निर्देश पर अनुमण्डंलीय विधिक सेवा समिति चांडील की और से PLV कार्तिक गोप ने ग्राम राणी डीह गाँव में ग्रामीण के साथ नशा मुक्ति अभियान कार्यक्रम किया गया l सभी ग्रामवासियो एवं महिलाओं एवं बडों के भी देश के भविष्य और तरक्की के लिए नशा सबसे बड़ी रुकावट है। नशा एक अभिशाप है, पर लोग इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेने को कहा और नशा एक बहुत ही भयंकर गंदगी है, जो की दिन प्रति दिन समाज मे धुए की तरह फैलती जा रही है । नशा करना तो दुर नशा करने के लिए प्रेरित करना भी एक घोर पाप है | नशे से एक घर ही नही अपितु सारा समाज भी खाई मे डुबता नजर आता है जो केवल एक जीव की ही नही बल्कि सारे समाज की बर्बादी है। नशे के कारण लोग दिन प्रति दिन हिंसा,शोषण,बलात्कार,दुर्घटना जैसै अमानवीय कृत्य हो रहे है. इसलिए हमे नशे से दुर करने के लिए उन्हे समझाना चाहिए और नशे के विरूद्ध आवाज उठाना चाहिए जिससे समाज खुशहाल जीवन बिता सकेगा। आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आईए इसे हमसब एकजुटता प्रयास करें। नशा ek सामाजिक समस्या है जो dimak की तरह समाज परिवार और देश को विनाश की ओर ले जाता है !नशा करना अर्थात आत्महत्या करना है।इससे परिवार के परिवार nasty हो जाता है उसकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति मानसिक और एवं शारीरिक स्थिति खराब हो जाती है और एक दिन वह बुरी तरह बर्बाद हो जाता है।कार्यक्रम में उपस्थित ठाकुर दास गोप रानी गोप अनुरुद्ध गोप कामदेव गोप आदि काभी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे!
झालीवुड स्टार मोनिका सिंह ने भी किया मताधिकार का प्रयोग


सरायकेला : राष्ट्र के नवनिर्माण में आम से खास व्यक्तियों ने भी मताधिकार का प्रयोग कर अपना कर्तव्य निर्वहन किया। राढ बंगला, संताली, उड़िया, भोजपुरी आदि भाषाओं के झालीवुड के मशहुर अभिनेत्री मोनिका सिंह ने भी मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने मताधिकार के संबंध में कहा कि राज्य के नागरिकों को देश के संविधान द्वारा प्रदत्त सरकार चलाने हेतु अपने प्रतिनिधि निर्वाचित करने के अधिकार को मताधिकार कहते हैं। लोकतांत्रिक प्रणाली में इसका बहुत महत्व होता है। लोकतंत्र की नींव मताधिकार पर ही रखी जाती है। इस प्रणाली पर आधारित समाज व शासन की स्थापना के लिए आवश्यक है कि प्रत्येक वयस्क नागरिक को बिना किसी भेदभाव के मत का अधिकार प्रदान किया जाय। जिस देश में जितने अधिक नागरिकों को मताधिकार प्राप्त रहता है उस देश को उतना ही अधिक लोकतांत्रिक समझा जाता है। इस प्रकार हमारा देश संसार के लोकतांत्रिक देशों में सबसे बड़ा है क्योंकि हमारे यहां मताधिकार प्राप्त नागरिकों की संख्या विश्व में सबसे बड़ी है।
सरायकेला :लोकतंत्र के महापार्व पर उमस भरी गर्मी में भी मतदान के प्रति लोगों में रहा रूझान


*ईचागढ़ विधानसभा में 75.96 हुआ मतदान* सरायकेला : 42 डिग्री सेल्सियस का तापमान, धूप से शरीर में जलन का अनुभव हो रहा था, उमस से लोग बेहाल। फिर भी मतदान के प्रति ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं में भारी उत्साह देखा गया।



चिलचिलाती धूप में घंटों कतार में खड़े रहकर मतदाताओं ने राष्ट्र के नवनिर्माण के लिए मताधिकार का प्रयोग किया। लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 में रांची लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत ईचागढ़ विधानसभा के मतदाताओं ने जमकर भागीदारी सुनिश्चित किया 75.96 मतदान हुआ। नए वोटरों में उमंग और बुजुर्गों में मतदान के लिए काफी उत्साह रहा। प्रथम बार वोट देने वाले वोटर रघुनाथपुर निवासी विशाखा माहली ने मतदान के उद्देश्य के संबंध में कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में मताधिकार मौलिक अधिकार है।
भारत एक लोकतांत्रिक देश है, यहां मताधिकार से ही देश की विकास का दिशा और दशा तय करती है। भारत में 18 वर्ष उम्र सीमा पार करने के बाद मताधिकार का अधिकार प्राप्त करता है। 2024 के लोकसभा चुनाव में नए मतदाताओं में मतदान के प्रति काफी उत्साह दिखा। सीमा योगी ने कहा कि मताधिकार राष्ट्र के हर नागरिक का मौलिक अधिकार है। मतदान से राष्ट्र का नवनिर्माण होगा। सुनीता माझी ने कहा कि पहला बार लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव में वोट देने में काफी अच्छा लगा। बदलाव होना चाहिए युवाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार उपलब्ध कराना सरकार सुनिश्चित करें। सुभद्रा सिंह ने कहा गांव व देश की विकास के लिए मतदान अवश्य करना चाहिए। सीमा योगी ने कहा कि प्रथम बार मतदान कर आनंद महसूस हो रहा है।
13 बर्ष के बाद आज नक्सल प्रभावित क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीण महिलाओ व पुरुष वोटर मतदान किया


सरायकेला : रांची लोकसभा निर्वाचन 2024 की चुनाव छ्ठे चरण में सरायकेला खरसावां जिला के ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के हेंसकोचा पंचायत के बूथ संख्या 222 एवं 227 में मतदान 2009 बर्ष में होने के बाद, 2024 लोकसभा चुनाव में इस पंचायत के दर्जनों गांव के ग्रामीणों को आज मतदान करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अपने परिवार के सदस्य के साथ बहुमूल्य मतदान कर देश को मजबूत करने की भागीदारी निभाया। विगत 13 बर्ष के बाद आज नक्सल प्रभावित क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीण महिला व पुरुष वोटर को 15 किलोमीटर दूर जंगल होते हुए मतदान करने के लिए पालना गांव पहुंचते थे ओर मतदान केंद्र मतदान करते आए, नक्सल प्रभावित होने कारण इस क्षेत्र में आज तक विकास भी नही हुआ है। पत्रकार द्वारा ग्रामीणों से पूछा गया आपके गांव में मतदान केंद्र होने से आपको 30 किलो मीटर दूरी जाना नही पड़ेगा किसी एक व्यक्ति अपना पक्ष नही रखा ? आज निर्वाचन पदाधिकारी की प्रयास से इस क्षेत्र में लोकतंत्र का हनन होने से बचा। आज भी लोग डरे हुए हे।
भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य डॉक्टर जटा शंकर पांडे जी ने किया मतदान,

सरायकेला : भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य डॉक्टर जटा शंकर पांडे जमशेदपुर पश्चिम विधान सभा के बूथ संख्या 229 पर मतदान करने के बाद जमशेदपुर की प्रबुद्ध जनता से भाजपा के सीसीपक्ष में मतदान कर श्री नरेंद्र मोदी के हाथ को मजबूत करने के लिए श्री विद्युत वर्ण महतो को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की ।