आजमगढ़: सड़क दुघर्टना में पति-पत्नी चोटिल

के एम उपाध्याय ,निजामाबाद (आजमगढ़) निजामाबाद थाना क्षेत्र के आजमगढ़ - लखनऊ मुख्य मार्ग पर अजय पुत्र अंता प्रसाद उम्र करीब 35 वर्ष निवासी अनवरा थाना रानी सराय अपनी पत्नी शशिकला को मोटरसाइकिल पर बैठ कर किसी काम से संजयपुर गया हुआ था।‌

संजरपुर से वापस आते समय फरिहा गांव के समीप अचानक रोड पर पशु आ जाने से पशु से बाइक सवार लोगो की टक्कर हो गई। टक्कर से पति और पत्नी दूर छींटक कर जा गिरे । पीछे से तेज रफ्तार में आ रही ट्रक ने मोटरसाइकिल को रौंदते हुए चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। जिससे पति और पत्नी काफ़ी गंभीर घायल हो गए है । स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

आजमगढ़:सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंचे चंद्रशेखर स्मारक ट्रस्ट

के एम उपाध्याय ,निजामाबाद (आजमगढ़)। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने गुरुवार को श्री चंद्रशेखर जी स्मारक ट्रस्ट रामपुर पहुंचे।देश के पूर्व प्रधानमंत्री युवा तुर्क नेता श्री चंद्रशेखर जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।

कहा कि युग युगांतर तक श्री चंद्रशेखर जी जैसा नेता का पैदा होना अत्यंत दुर्लभ है । उनका संघर्षमय जीवन, विषम परिस्थितियों में भी अदम्य साहस और धैर्य हर किसी के लिए आज भी प्रेरणास्रोत है।

श्री राजभर ने कहा की संसद में श्री चंद्रशेखर जी द्वारा दिए गए सार्वभौमिक भाषण का एक-एक शब्द आज के परिवेश में अत्यंत प्रासंगिक है।

श्री राजभर ने कहा कि जब चंद्रशेखर जी संसद में बोलते थे तो हर व्यक्ति उनकी बातों को बड़ी गंभीरता से सुनता था। क्योंकि संसद में अपनी बात को रखने की उनकी शैली अत्यंत निराली थी ।आज के नेताओं को श्री चंद्रशेखर जी की वाकपटुता एवं बात को रखने की कला से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री चंद्रशेखर जी जैसा महान व्यक्तित्व का होना अत्यंत दुर्लभ है। पूरे देश में उनके लाखों अनुयायियों के होने के बाद भी पूर्व मंत्री विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने इस सुनसान इलाके में सबसे पहले उनकी मूर्ति स्थापित कर एक ऐसा आश्रम तैयार किया है। जहां गुरु द्रोणाचार्य के रूप में स्थापित पूर्व पी एम की मूर्ति आने वाली पीढियों के लिए भी राजनीति का ज्ञान प्रदान करने का कार्य करेगी। श्री राजभर ने कहा कि श्री चंद्रशेखर जी के जीवन से प्रेरणा लेकर देश हित में समर्पित भाव से कार्य करने का हर किसी को संकल्प लेना चाहिए।इस अवसर पर पूर्व एम एल सी यशवंत सिंह,अरविंद सिंह,सुनील सिंह बल्लू,अजय सिंह,राम निवास चौहान, अजय जायसवाल ,लालबहादुर सिंह लालू, उदयशंकर चौरसिया,दिलीप मिश्रा,अतुल चौबे, सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।

खनन माफियाओं की लापरवाही से टूटा नहर का पुल

एस के यादव,मार्टीनगंज(आजमगढ़) तहसील क्षेत्र के पुष्पनगर गांव स्थित शारदा सहायक खंड 32नहर पर वर्षो पहले बना हुआ नहर का पुल खनन माफियाओं की लापरवाही से बुधवार की रात को जेसीबी मशीन को पुल से पार करते समय पुल की पूर्वी रेलिग जेसीबी मशीन के धक्के से टूटकर नहर में जा गिरी जिससे क्षेत्रिय नागरिकों में आक्रोश ब्याप्त है ।

पुल टूट जाने से कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है ग्रमीणों ने टूटे पुल को अविलंब बनवाए जाने की मांग की है।इस पुल से क्षेत्र के नूरपुर, महुवारा खुर्द महुवारा कला किशुनीपुर, सलाहुद्दीन पुर, हारुनपुर, मतलूबपुर, हड़वां, पुष्पनगर, बिहटा, बूदां, मुहचुरा, आदम मउ, पड़रियांव आदि गांव के लोग इसी पुल से इधर से उधर आते जाते है ।इतना ही नहीं इन खनन माफियाओं के द्वारा धड़ल्ले से बेरोक टोक क्षेत्र में मिट्टी का खनन किया जा रहा है और महंगे

दाम पर ग्राहकों को बेचा जा रहा है साथ ही साथ क्षेत्र के जितनी भी पिच मार्ग है ।

उसपर अनवरत ट्रैक्टर ट्राली से मिट्टी ढुलाई करनें से सभी सम्पर्क मार्ग टूट गये है और असंख्य गड्ढे बन गए है मार्ग पर मिट्टी ढुलाई कर रहे ट्रैक्टर ट्राली से मार्ग पर तमाम मिट्टी गिरती रहती है जो लगातार धूल बनकर उड़ती रहती है जिससे राहगीरो के कपड़े खराब हो जा रहे हैं जेई धीरेंद्र कुमार का कहना है कि टूटा हुआ पुल चार पांच दिन में बनवा दिया जाएगा।

आजमगढ़: बेटी के डोली से पहले उठी पिता की अर्थी

के एम उपाध्याय ,निजामाबाद (आजमगढ़)। तहबरपुुुुर थाना अंतर्गत चकिया दूबे रामपुर गांव में विद्युत करेंट की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।

तहबरपुुुुर थाना अंतर्गत चकिया दूबे रामपुर गांव निवासी लगभग 52 वर्षीय बृजभान राम पुत्र लौटन राम बोर्ड में पंखा चलाने के लिए प्लग खोज रहा था।

तार कहीं कटा था। प्लग खोजते समय विद्युत करेंट की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। बृजभान अपने लड़के के साथ लुधियाना रहता था। बेटी पूजा की दो जून को शादी थी। बेटी की शादी करने की आरमा दिल में रह गई। बेटी की शादी से पहले उसकी अर्थी उठ गई। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

घटना की सूचना मिलते ही उपनिरीक्षक मानचंद  यादव हमराही पुलिस बल के साथ पहुंच गए।शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। 

आजमगढ़ : फूलपुर में भाजपा के बूथ पदाधिकारियों के सम्मेलन में अनिल राजभर ने कहा अन्य जातियों के आरक्षण का विरोध करने वाली हैं सपा

सिद्धेश्वर पाण्डेय,आजमगढ़ । लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी का फूलपुर पवई विधानसभा का बूथ सम्मेलन फूलपुर नगर पंचायत के रामलीला मैदान में आयोजित किया गया । इस दौरान बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में वक्ताओं ने हर बूथ जीतने के टिप्स दिए । वक्ताओं ने बिपक्ष पर जमकर प्रहार किया ।

जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के बुलेट दारू और बुलेट से भाजपा के लोग नही डरे । उन समाजवादियों को जबाब देने का समय आ गया है । कही भी किसी भी भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न नही होने दिया जाएगा । फूलपुर के लाल सोना भरुआ मिर्चा की पहचान के लिए भाजपा की सरकार काम कर रही है ।

मुख्यातिथि प्रदेश के श्रम मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कभी आराम नही करती है ,भारतीय जनता पार्टी का अभियान हर दिन , हर घण्टे ,हर मिनट अपना अभियान चलता रहता है ।

दुनिया को अपने पीछे चलाने वाला भारत बनाने का यह चुनाव है । कुछ देश इस चुनाव में कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों के विपक्षियों को मिलाकर भारत को पीछे करना चाहती है । यह इतिहास बनाने का समय है । हमे दुनिया को पीछे चलाने वाला भारत बनाना है । हमे विकसित भारत के नाम पर काम करना है । हर बूथ 10 प्रतिशत मतदान बढ़ाना है । खतरा कांग्रेस ,बसपा ,सपा को हैं । क्योंकि यह खत्म होने जा रहे हैं ,क्योकि यह समाज को ठगने वाले हैं । अन्य जातियों के आरक्षण का विरोध हर बार सपा सरकार के द्वारा किया गया । पिछड़ो के आरक्षण पर डाका डालने का कार्य सपा मुखिया अखिलेश यादव ने किया है । क्यो अन्य जातियों के आरक्षण का विरोध सपा ने किया ।

संयोजक बिनोद राय , पूर्व विधायक अरुण कांत यादव, घनश्याम पटेल, डॉ मधु मिश्रा , हनुमंत सिंह ,रानू राजभर ,गोबिन्द यादव , अजय गुप्ता , प्रेम सागर ,इंद्रपति सिंह सेवक , भानु चौहान , सूरज अग्रहरि ,सन्तोष पाण्डेय ,रेखा गोस्वामी ,श्रीलाल यादव

अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सूरज श्रीवास्तव एवं संचालन दिलीप सिंह बघेल ने किया ।

आजमगढ़:- कैफी आजमी की पुण्यतिथि पर विशेष, कर चले हम फिदा जान वो तन साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों पद्मश्री के साथ ही फिल्मफेयर अवार्ड से

वी कुमार यदुवंशी,फूलपुर(आजमगढ़): भारत सरकार द्वारा पद्मश्री, फिल्मफेयर अवार्ड सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित मेजवा, फूलपुर और आजमगढ़ को विश्वपटल पर पहचान दिलाने वाले मशहूर शायर, पटकथा लेखक, फिल्मी गीतकार और राजनेता कैफी आजमी को बचपन से ही शेरों शायरी का शौक रहा। मात्र 11 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपनी पहली शायरी इतना तो जिंदगी में किसी की खलल पड़े... पढ़ी थी। मुंबई की चकाचौंध में रहने के बावजूद कैफी आजमी का दिल हमेशा मेजवा के लिए ही धड़कता था। ऐसी ही शख्सियत की पुण्यतिथि उनके पैतृक आवास मेजवा के फतेह मंजिल पर 10 मई को सादगी के साथ मनाई जाएगी।

कैफी आजमी का असली नाम अख्तर हुसैन रिजवी था। आजमगढ़ जनपद के फूलपुर तहसील के मेजवा गांव में 14 जनवरी 1919 को हुआ था। गांव में ही कविताएं पढ़ने का शौक लगा। परिवार के प्रोत्साहन पर खुद भी लिखने लगे। मात्र 11 साल की उम्र में अपनी पहली कविता

इतना तो जिंदगी में किसी की खलल पड़े

हंसने से हो सुकून, न रोने से कल पड़े

जिस तरह हंस रहा हूं, मैं पी-पी के अश्क-ए-ग़म, यूं दूसरा हंसे तो कलेजा निकल पड़े, पढ़ी थी।

1932 में बारह साल की उम्र में जब अतहर हुसैन रिज़्वी को लखनऊ में शियाओं के सबसे बड़े मदरसे ‘सुल्तानुल मदारिस’ में दाखिल कराया गया तो किसी को गुमान भी नहीं होगा कि आगे चलकर अतहर हुसैन कम्युनिस्ट पार्टी का लीडर, ट्रेड यूनियन का नेता, मशहूर शायर-गीतकार, थिएटर एक्टिविस्ट बनेंगे। मदरसे के गेट पर वो रोज एक नज़्म पढ़ते थे। यहीं जब वो एकदिन नज़्म पढ़ रहे थे तो उनपर अली अब्बास हुसैनी की नज़र पड़ी। अली अब्बास हुसैनी ने कैफ़ी की मुलाकात उस वक्त ‘सरफ़राज़’ के संपादक रहे एहतेशाम हुसैन से करायी थी।

कैफी आज़मी उर्दू के महान शायरों में से एक शायर थे। आपने हिंदी फिल्म में कई गीत लिख कर भी फिल्म जगत में अपना नाम बनाया।

रचनाओं के लिए भारत सरकार ने कई तरह के साहित्यिक पुरस्कार से सम्मानित भी किया। इसके अलावा फिल्म हीर-रांझा के संवाद के लिए फिल्मफेयर अवार्ड के साथ ही 1974 में साहित्य और शिक्षा में योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया। फिल्मों में मौका 1951 में फिल्म बुजदिल से मिला। बाद में केवल गीत ही नहीं पटकथाकार के रूप में भी स्थापित हो गए। हीर-रांझा कैफी आजमी की सिनेमाई कविता कही जाती है।

1964 में आई फिल्म हकीकत को कैफी आजमी द्वारा लिखे गीत कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों की वजह से हिट रही। आज भी जब यह गीत बजता है तो देशवासियों का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। हकीकत, कागज के फूल, शमा, शोला और शबनम , हीर-रांझा, अनुपमा, इत्यादि फिल्मों के गाने बहुत मशहूर हुए।

आपकी रचनाओं में गांव की गरीबी की पीड़ा झलकती है। वो मेरा गांव वो मेरे गांव के चूल्हे, कि जिनमें शोले तो शोले धुंआ नहीं मिलता में झलकती है। उर्दू जर्नल मजदूर मोहल्ला का संपादन किया। 1947 में शौकत के साथ शादी के बंधन में बंध गए। शाबान आजमी और बाबा आजमी का जन्म हुआ। अपने गांव मेजवा में स्कूल, सड़क, पोस्टआफिस आदि बनवाने में सहयोग किया। रचनाओं में अवारा सजदे, इंकार एवं आखिरे-शब प्रमुख हैं।

ये गाते हुए कि कर चले हम फिदा जानो-तन साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों कैफी आजमी 10 मई 2002 को इस दुनिया को अलविदा कह गए।

6 दिसंबर 1992 में की घटना के बाद एक नज़्म लिखी दूसरा बनवास। जब भगवान राम 14 साल बनवास काटकर वापस अयोध्या आये थे। पांव सरयू में अभी राम ने धोये भी न थे कि नजर आए वहां खून के गहरे धब्बे, पांव धोये बिना सरयू के किनारे से उठे, राम ये कहते हुए अपने दुआरे से उठे।

ग्रामीणों की शिकायत पर जांच के बाद सस्ते राशन की दुकान की गई निलंबित, मई का स्टॉक भी मिला कम

संतोष कुमार मिश्र बूढ़नपुर आजमगढ़। बूढ़नपुर विकासखंड अहरौला के बीबी पखनपुर गांव में मार्च और अप्रैल महीने में पात्र गृहस्थी व अंत्योदय कार्डधारकों को कोटेदार के द्वारा अंगूठा लगवा कर राशन का वितरण नहीं किया गया गांव के ग्रामीणों के द्वारा मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई थी शिकायत की जांच करने बूढ़नपुर के सप्लाई इंस्पेक्टर विकास सिंह बुधवार को बाबा पालदास कुटी पखनपुर में पहुंचकर सभी कार्ड धारकों का बयान दर्ज किया स्टॉक रजिस्टर कई महीनो से नहीं पूरा किया गया था ।

सभी कार्ड धारकों के द्वारा मार्च और अप्रैल माह का राशन अंगूठा लगाने के बाद नही देने की बात कही इसके अलावा हर महीने में 2 किलो राशन कम देने की शिकायत की गई बयान दर्ज करने के बाद सप्लाई इंस्पेक्टर विकास सिंह के द्वारा स्टॉक रूम पर पहुंचकर स्टॉक की जांच की गई मई माह में उठान किया गया राशन भी कम पाया गया कोटेदार का कोटा निलंबित कर दिया गया है और स्टॉक में मौजूद राशन अटैच किये गये कोटे पर भेजवा दिया गया ।

बीबी पखनपुर के दिव्यांग कोटेदार अखिलेश कुमार का कहना वह कोटे का संचालन करता था लेकिन लिखा पढ़ी का काम उसके साथी ही किया करते थे और यह दिक्कत कैसे हुई उसे नहीं पता इस मौके पर अजय सिंह, हरिश्चंद्र, सुरेश गुप्ता, तीरथ प्रजापति, जितेंद्र गौड़,रामआसरे प्रजापति, श्रीप्रकाश मिश्रा, राजेश, फूलचंद, चंदन, प्रीति, मंजू, आदि भारीसंख्या कार्ड धारक मौजूद रहे। इस संबंध में बुढ़नपुर सप्लाई इंस्पेक्टर विकास सिंह ने बताया कि जांच में कार्डधारकों का बयान दर्ज किया गया है सभी लोगों ने अप्रैल माह में राशन नही मिलने की बात कही है स्टॉक रजिस्टर अधूरा है मई के राशन का उठान किया गया है उसमें कई कुंतल राशन कम है।कोटा निलंबित कर दिया गया है बगल के गांव से कोटा अटैच किया जा रहा है। कोटेदार अखिलेश कुमार पर एफआईआर भी हो सकती है।

भारतीय जनता पार्टी में घर वापसी पर पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह ने लगा चौपाल प्रत्याशी के लिए मांगे वोट

संतोष कुमार मिश्रा,बूढ़नपुर आजमगढ़। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी में घर वापसी करने पर पहली बार पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह क्षेत्र भ्रमण के माध्यम से बीवी पखनपुर गांव में चौपाल के माध्यम से भाजपा प्रत्याशी लालगंज के पक्ष में अपील की।

उन्होंने कहा कि हमें मतदान प्रतिशत बढ़ाना है और कमल निशान पर बटन दबाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करना है जिससे देश में पुन: तीसरी बर सरकार बने जिससे विकसित भारत का मिशन पूरा हो सके और देश नई ऊर्जा और विकासके साथ आगे बढ़ सके इस मौके पर बालमुकुंद सिंह, संजय सिंह, राकेश सिंह, मुसाफिर सिंह, रविंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, प्रधान आशीष राय, मनोज सिंह, आदि लोग मौजूद रहे।

बीडीओ के उत्पीड़न से तंग आकर ग्राम पंचायत सचिवों ने किया कार्य बहिष्कार

संतोष कुमार मिश्र बूढ़नपुर आजमगढ़ । जनपद के विकास खंड कोयलसा के ग्राम पंचायत सचिवों, रोजगार सेवकों और मनरेगा कर्मियों ने खंड विकास अधिकारी पर उत्पीड़न करने व धन उगाही करने का आरोप लगाते हुए सामूहिक रूप से कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर इस मामले में उचित कार्यवाही की मांग की।

मुख्य विकास अधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में ग्राम पंचायत सचिवों का आरोप है कि खंड विकास अधिकारी द्वारा जांच के नाम पर अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है और निलंबित करने की धमकी दी जाती है। इसके साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है।

ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष दुर्गा राय ने बताया कि खंड विकास अधिकारी द्वारा स्थलीय सत्यापन के दौरान सचिव सभाराम वर्मा के अशिष्ट शब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्र व्यवहार किया गया जो निंदनीय है। विकास खंड के सभी कर्मचारियों का खंड विकास अधिकारी द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। धन उगाही के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसलिए सभी कर्मचारियों सामूहिक रूप से कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। संगठन द्वारा मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की गई है।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत अधिकारी संघ अध्यक्ष आशीष सिंह, धनंजय यादव, देवेंद्र तिवारी, अभिषेक मिश्रा, आलोक यादव, गौरव सिंह, आलोक कुमार, केशव यादव, पंकज कुमार, सभाराम वर्मा, राजेश वर्मा, अजय यादव, प्रदीप कुमार सिंह, संदीप यादव तमाम लोग मौजूद रहे।

कुल शरीफ़ की रस्म अदा कर मांगी अमनो सलामती की दुआ,हज़रत मुबारक ख़ां शहीद का उर्स संपन्न

गोरखपुर। नार्मल स्थित दरगाह पर हज़रत मुबारक ख़ां शहीद अलैहिर्रहमां के सालाना उर्स के अंतिम दिन कुल शरीफ़ की रस्म रिवायत के मुताबिक अदा की गई। हिन्दू-मुस्लिम एकता के साथ दुनिया में अमनो सलामती, फिलिस्तीन में मुसलमानों पर हो रहे जुल्म से निज़ात के लिए खास दुआ मांगी गई।

दरगाह पर साझा संस्कृति परवान चढ़ रही थी। हिंदू-मुस्लिम दोनों धर्मों के पुरुष, महिला व बच्चे पहुंचे। दिन भर हज़रत की दरगाह पर अकीदतमंदों का तांता लगा रहा।

कुल शरीफ के दौरान दरगाह सदर इकरार अहमद ने पैग़ाम दिया कि दीन-ए-इस्लाम हमेशा से भाईचारा, समानता और अमन की बात करता आया है और इसी पर यकीन करता है। इस संदेश को जन-जन जक पहुंचाने में औलिया किराम ने बहुत मेहनत की है। औलिया किराम दिलों को जोड़ते हैं। ऐसे ही औलिया किराम में हज़रत मुबारक ख़ां शहीद भी शामिल हैं। जिनके दर पर पहुंचने वाला ग़रीब भी फैज़ पाता है और अमीर भी।

औलिया किराम की बारगाह से तौहीद, इत्तेहाद और भाईचारगी का सबक मिलता है। औलिया किराम को मानना यकीनन खुश नसीबी है।

उन्होंने कहा कि हज़रत मुबारक खां शहीद ने गोरखपुर में दीन-ए-इस्लाम की पक्की बुनियाद डाली। जिन्होंने अल्लाह की वहदानियत और कुरआन की अजमत का आईना दिखाया। नेक लोगों का जिक्र ईमान और अकीदे में मजबूती पैदा करने का बेहतरीन जरिया है।

इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत कुरआन-ए-पाक की तिलावत से हुई फिर नात शरीफ़ पढ़ी गई। अंत में दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। सामूहिक रूप से दरूदो सलाम पढ़कर दुआ मांगी गई।

अंतिम दिन दरगाह पर अकीदतमंदों की खूब भीड़ उमड़ी। जोहर की नमाज़ के बाद सभी में लंगर बांटा गया। सभी ने मिलकर लंगर खाया और अल्लाह का शुक्र अदा किया। दूर-दराज से आए अकीदतमंदों ने फातिहा पढ़कर अपने व मुल्क की सलामती के लिए दुआ मांगी। सुबह से ही चादर चढ़ाने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा।

देर रात तक चला कव्वाली का मुकाबला

दरगाह परिसर में रात की नमाज़ के बाद दिल्ली व कानपुर के कलाकारों के बीच कव्वाली का जबरदस्त मुकाबला हुआ। दिल्ली के वसीम साबरी व उनके साथियों ने शानदार कव्वाली पेश कर महफिल में वाहवाही लूट ली। रात की नमाज़ के बाद जो कव्वाली का दौर शुरु हुआ तो फज्र की अज़ान तक चलता रहा। वहीं कानपुर के शरीफ़ परवाज़ व उनके साथियों ने एक से बढ़कर एक कव्वाली पेश की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। लोगों ने कव्वालों द्वारा गाई कव्वाली का आनंद लिया। इनाम से भी नवाजा।

इस मौके पर दरगाह सदर इकरार अहमद, सैयद शहाब, शमशीर अहमद शेरु, कुतुबुद्दीन, रमज़ान, हाजी कलीम फरजंद हाजी खुर्शीद आलम खैरुल बशर अहमद हसन समसुल आरफीन अब्दुल्ला मुर्तुज़ा हुसैन रहमानी एजाज अहमद कमरुल हक हमजा खान इमरान सादिक कलीम सैफ अंसारी गुलाम फरीद सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।