हमारी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहर विषयक चित्रकला प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
गोरखपुर। राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर एवं सरमाउन्ट इन्टरनेशनल स्कूल, सिद्धार्थपुरम, गोरखपुर के संयुक्त तत्वावधान में विश्व विरासत दिवस के अवसर पर हमारी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहर विषयक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन गुरुवार को सरमाउन्ट इन्टरनेशनल स्कूल के प्रांगण में किया गया। उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि रोहन सिंह, निदेशक, सरमाउन्ट इन्टरनेशनल स्कूल, सिद्धार्थपुरम, गोरखपुर के कर कमलों द्वारा किया। संग्रहालय के उप निदेशक, डॉ0 यशवन्त सिंह राठौर की तरफ से मुख्य अतिथि, प्रधानाचार्य एवं निर्णायक सदस्यों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का समन्वय श्री प्रभाकर शुक्ल, मीडिया प्रभारी एवं प्रबन्ध व्यस्थापक के द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि रोहन सिंह ने कहा कि 18 अप्रैल को मनाए जाने वाले विश्व धरोहर दिवस का उद्देश्य है दुनिया भर में मानव इतिहास से जुड़े ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों को संरक्षित किया जाए, जिसके लिए लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है। ऐसा प्रयास निश्चित रूप से भावी पीढ़ी के युवाओं को अपनी विरासत से परिचित कराने का एक सशक्त माध्यम है। इस चित्रकला प्रतियोगिता में हमें अपने गौरवशाली अतीत की झलक मिलती है। उन्होंने यह भी कहा कि विलुप्त हो रही ऐतिहासिक धरोहरों को सुरक्षित एवं संरक्षित करने की दिशा में विश्व धरोहर दिवस पर राजकीय बौद्ध संग्रहालय गोरखपुर का यह अनूठा प्रयास बड़ा ही सराहनीय है। तदोपरान्त संग्रहालय के उप निदेशक डॉ0 यशवन्त सिंह राठौर ने कहा कि किसी भी देश की पहचान एवं वहां की सभ्यता की जानकारी उस देश की इन धरोहरों से ही होती है। जो निश्चित रूप से देश का गौरव बढ़ाने का काम कर रही हैं। विश्व धरोहर दिवस को साल 1982 में 18 अप्रैल के दिन मनाने की घोषणा की गई थी और इसके 1 साल बाद ही यानी साल 1983 में यूनेस्को महासभा ने इसे पूरी तरह से मान्यता दे दी।
उक्त विषयक चित्रकला प्रतियोगिता को तीन वर्गो में आयोजित किया गया जिसमे कुल 334 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जिसमे प्रत्येक वर्ग में 25-25 कुल 75 चयनित प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। समस्त प्रतिभागियों ने अपने कला कौशल का परिचय देते हुए निर्धारित विषय पर काफी सुन्दर एवं हृदयस्पर्शी चित्र बनाये। निर्णायक मण्डल में कला विशेषज्ञ के रूप में वरिष्ठ चित्रकार कुलवन्त सिंह एवं सुश्री राखी सिंह उपस्थित रही। जिन्होंने उत्कृष्ट चित्रों का चयन किया। तदोपरान्त विजेता प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सान्त्वना पुरस्कार की घोषणा की गयी।
प्रथम वर्ग के विजेता प्रतिभागियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमश: अदिती भट्ट, आराध्या यादव, साक्षी प्रजापति को तथा सान्त्वना पुरस्कार आस्था यादव एवं रित्विक सिंह को प्राप्त हुआ। द्वितीय वर्ग के विजेता प्रतिभागियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमश: श्रेया सिंह, दिव्यांशी यादव, आराध्या सिंह को तथा सान्त्वना पुरस्कार अग्रिम श्रीवास्तव एवं अपर्णा सिंह को प्राप्त हुआ। तृतीय वर्ग के विजेता प्रतिभागियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमश: अनुराग सिंह, नमन त्रिपाठी, निहारिका सिंह को तथा सान्त्वना पुरस्कार प्रत्युश पाण्डेय एवं सांम्भवी शुक्ला को प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में धर्मवीर यादव, प्रधानाचार्य, सरमाउन्ट इन्टरनेशनल स्कूल, सिद्धार्थपुरम, गोरखपुर सहित दुर्गेश चैधरी, मंच संचालिका राम्या केशरवानी एवं अजित यादव आदि सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में संग्रहालय के उप निदेशक, डॉ0 यशवन्त सिंह राठौर ने सभी अतिथियों को उक्त कार्यक्रम के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
Apr 19 2024, 13:58