रमज़ान के अंतिम अशरे में इबादत का सिलसिला तेज

गोरखपुर। मुकद्दस रमज़ान का अंतिम अशरा चल रहा है। शनिवार को 26वां रोजा मुकम्मल हो गया। चंद रोज़े और बचे हुए हैं। माह-ए-रमज़ान रुखसत होने वाला है। ईद का त्योहार आने वाला है। ईद के लिए मुस्लिम घरों में तैयारियां तेज हैं। सेवईयों व सूखे मेवों की बिक्री बढ़ गई है। वहीं बाज़ार में ईद की जमकर खरीदारी हो रही है। रोजेदारों के हौसले के आगे सूरज शिकस्त खा चुका है। इबादत का सिलसिला तेज है। तरावीह की नमाज़ पढ़ी जारी है। तिलावत-ए-कुरआन जारी है। एतिकाफ में बंदे खूब इबादत कर रहे हैं। शब-ए-कद्र में पूरी रात जागकर इबादत हो रही है। शबे कद्र की चौथी (27वीं) ताक रात में लोगों ने खूब इबादत की और रो-रो कर दुआएं मांगीं।

ईद रोजेदारों के लिए अल्लाह का ईनाम है : मुफ्ती अख्तर

मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन मन्नानी ने कहा कि हदीस में है कि जब ईद-उल-फित्र की मुबारक रात तशरीफ़ लाती है तो इसे लैलतुल जाइजा यानी ईनाम की रात के नाम से पुकारा जाता है। ईदैन की रात यानी शबे ईद-उल-फित्र और शबे ईद-उल-अज़हा में सवाब के लिए खूब इबादत करनी चाहिए। पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि ईद तो दरअसल उन खुशनसीब मुसलमानों के लिए है जिन्होंने रमज़ानुल मुबारक को रोज़ा, नमाज़ और दीगर इबादतों में गुजारा, तो यह ईद उनके लिए अल्लाह की तरफ से मजदूरी मिलने का दिन है। ईद की नमाज़ से पहले सदका-ए-फित्र अदा कर देना चाहिए। कसरत से सदका देना चाहिए। आपस में मुबारकबाद देना बाद नमाज़े ईद हाथ मिलाना और गले मिलना बेहतर है। इससे भाईचारगी बढ़ती है।

मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक के इमाम मुफ्ती मेराज अहमद कादरी ने बताया कि पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया है कि यदि समाज का एक तबका अपनी जायज़ जरूरतों को पूरा नहीं कर पाता है तो आर्थिक रूप से सम्पन्न लोगों की यह जिम्मेदारी है कि वे उसे खुशहाल ज़िन्दगी बसर करने में मदद करें। यही अल्लाह के नेक बंदों का काम है। इस तरह ईद अमीर-गरीब के बीच की खाई को पाटने में पुल का काम करती है।

सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार के इमाम हाफिज रहमत अली निजामी ने कहा कि माह-ए-रमज़ान के आखिरी दस दिनों में एक अहम रात है जिसे लैलतुल कद्र या शबे कद्र के नाम से जाना जाता है। जिसमें इबादत करने को अल्लाह तआला ने हज़ार महीनों यानी पूरी ज़िंदगी की इबादत से ज़्यादा अफज़ल क़रार दिया है। इसी अहम रात की इबादत को हासिल करने के लिए 2 हिजरी में रमज़ान के रोज़े फ़र्ज़ होने के बाद से पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हमेशा आख़िरी अशरे का एतिकाफ फरमाया करते थे। अल्लाह हम सबको इस मुबारक महीने की कद्र करने वाला बनाए और शबे कद्र में इबादत करने की तौफीक़ अता फरमाए। रमज़ान के बचे रोज़ों में खूब इबादत कर अल्लाह को राज़ी कर लें।

मुकीम शाह जामा मस्जिद बुलाकीपुर के इमाम मौलाना मो. फिरोज निजामी ने कहा कि रमज़ान का तीसरा अशरा जहन्नम से निजात का है। इस अशरे में अल्लाह की इबादत करने वालों को जहन्नम की आग से निजात मिलती है। रमज़ान हमें बताता है कि हर किसी के साथ मिलकर रहें, बुराइयों से बचें। सिर्फ भूखे प्यासे न रहें बल्कि हर गैर मुनासिब काम से बचने की कोशिश करें। मुक़द्दस रमज़ान वो है जो इंसान को इंसानियत के राह पर ले जाता है।

गौसिया मस्जिद छोटे काजीपुर के इमाम मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी ने बताया कि जरूरतमंद लोगों की ईद को खुशगवार बनाने के लिए मुसलमानों को सदका-ए-फित्र देने का हुक्म दिया गया है। यह उन्हीं लोगों को दिया जा सकता है जो जकात के हकदार हैं यानी गरीब, मजलूम और मिस्कीन मुसलमान। ईद की नमाज़ पढ़ने से पहले अनाज या पैसे की शक्ल में सदका-ए-फित्र निकाल देना चाहिए। अनाज के बजाए उसकी कीमत देना ज्यादा बेहतर है।

थैलेसीमिया पीड़ित मोहम्मद हसन ने रखा ज़िंदगी का पहला रोज़ा

जमुनहिया बाग गोरखनाथ निवासी आसिफ़ महमूद व शीरीन सिद्दीकी के नौ वर्षीय पुत्र मोहम्मद हसन ने जिंदगी का पहला रोजा रखकर खूब इबादत की। पहली कक्षा में पढ़ने वाले हसन थैलेसीमिया जैसी बहुत ही गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। जिसमें हसन को हर महीने खून चढ़ावाया जाता है। हसन ने सुबह परिवार के साथ सहरी खाई। दिन भर इबादत की। भूख, प्यास व तेज धूप की शिद्दत भी हसन की हिम्मत व हौंसले के आगे पस्त नज़र आई। इनके दादा हाजी रईस अहमद ने हौसला बढ़ाया। शाम में जब इफ्तार का वक्त हुआ तो हसन ने अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए परिवार के साथ रोज़ा खोला। हसन को खूब सारे तोहफे व दुआ मिली। जिससे दिनभर की भूख प्यास खुशी में बदल गई।

औरतों पर ईद की नमाज़ वाजिब नहीं : उलमा किराम

उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमजान हेल्पलाइन नंबर पर शनिवार को रोज़ा, नमाज़, जकात, सदका-ए-फित्र व ईद की नमाज़ आदि के बारे में सवाल आते रहे। उलमा किराम ने शरीअत की रोशनी में जवाब दिया।

1. सवाल : औरतों पर ईद की नमाज पढ़ने का क्या हुक्म है? (सफिया वारसी, सूरजकुंड कॉलोनी)

जवाब : ईद की नमाज़ मर्दों पर वाजिब है। औरतों पर ईद की नमाज़ वाजिब नहीं। (मुफ्ती अख्तर)

2. सवाल : क्या औरतें फातिहा दे सकती हैं? (इमरान, जाफरा बाजार)

जवाब : हां। इसमें कोई हर्ज नहीं। (मुफ्ती मेराज)

3. सवाल: बेवा औरत ईद पर नए कपड़े पहन सकती है? (मोईन, झुंगिया बाजार)

जवाब: इद्दत के दिन गुजारने के बाद ईद पर नए कपड़े भी पहन सकती है और हर तरह की जायज़ खुशी में भी शरीक हो सकती है इसमें कोई हर्ज नहीं है। (मौलाना जहांगीर

खजनी पीएचसी में गर्मी से बचाव के लिए ओआरएस घोल की व्यवस्था

खजनी गोरखपुर।खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों और उनके साथ पहुंचने वाले तिमारदारों सहित सभी आगंतुकों के गर्मी से बचाव के लिए ओआरएस घोल पीने के लिए दिए जाने की व्यवस्था की गई है। पीएचसी में ORS (ओआरएस) अर्थात ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्‍ट यूनिट कॉर्नर की स्थापना हुई है। अस्पताल में पहुंचते ही सभी को ओआरएस का घोल पीने के लिए दिया जा रहा है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए हमें पानी पीते रहना चाहिए। पानी की कमी के कारण शरीर में सुस्ती आने लगती है। इसका असर हमारे मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। पानी की कमी अर्थात वाटर डीफिसीऐंसी जब हमारे शरीर में सामान्य पानी की मात्रा कम हो जाती है, तो फिर शरीर में खनिज (नमक और चीनी) का संतुलन बिगाड़ देता है। एक स्वस्थ मानव शरीर में दो-तिहाई से अधिक पानी होता है। डिहाइड्रेशन शरीर में पानी की कमी होना है। उन्होंने बताया कि उल्टी दस्त आने, (डायरिया) अत्यधिक पसीना आने, जलन,किडनी की खराबी, और डाईयूरेटिक के उपयोग से डिहाइड्रेशन होता है। लोग प्यासा महसूस करते हैं, और डिहाइड्रेशन के बिगड़ने पर, उन्हें पसीना और पेशाब आना कम हो सकता है। यदि डिहाइड्रेशन गंभीर हो, तो लोगों को भ्रम और सिर में चक्कर आने की संभावना हो सकती है।

पानी पीना हमारे लिए बहुत ज़रूरी है। जब हमारे शरीर में 1% पानी कि कमी होती है तो हमें प्यास लगती है और जब हमारे शरीर में 10 प्रतिशत तक पानी कम हो जाता है तब हमारी मृत्यु हो जाती है।बता दें कि इस वर्ष अप्रैल माह के पहले सप्ताह से ही तेज धूप और गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। जिसे देखते हुए पीएचसी के एमओआईसी डॉक्टर प्रदीप तिवारी द्वारा सभी को ओआरएस का घोल पिलाने की व्यवस्था की गई है। स्थानीय लोगों में रविशंकर तिवारी, श्रवण शेखर तिवारी, अनिल कुमार, आलोक कुमार, निरंजन,देव मुनि, सूर्य प्रकाश आदि ने अस्पताल की इस व्यवस्था की सराहना की है।

गोरखपुर एयरपोर्ट पर एयरफोर्स की सीएफटी खराब होने से सभी यात्री उड़ानों को रद्द करना पड़ा

गोरखपुर । दिल्ली से आई फ्लाइट लैंडिंग के बाद सभी 6 उड़ानों को आज रद्द कर दिया गया। मुंबई हैदराबाद और दोपहर में दिल्ली जाने वाली और आने वाली सभी फ्लाइट को रद्द किया गया।

जाने वाली तीन और आने वाली तीन उड़ान रद्द हुई. एयरफोर्स की सीएफटी (क्रैश फायर टेंडर) मैं तकनीकी खराबी की वजह से सभी उड़ानों को रद्द करना पड़ा। वर्तमान में गोरखपुर एयरपोर्ट से अभी मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद के लिए इंडिगो की उड़ने उपलब्ध हैं। वायु सेना के पास तीन सीएफटी है जिसमें आज दो खराब हो गई थी। एयरपोर्ट के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीएफटी खराब होने की वजह से उड़ानों को रद्द करना पड़ा।

*कोठां गांव में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन*

गोरखपुर- जिनका मन निर्मल होता है वही भगवान को प्राप्त कर सकते हैं। भगवान के पास कपट वेष में नहीं जाना चाहिए, अभिमानी जीव ईश्वर को कभी नहीं पा सकता।

उक्त विचार प्रयागराज से पधारे कथाव्यास पंडित शिवम शुक्ल ने कोठां गांव में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में पूतना वध, भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं,माखन चोरी, कालिया मर्दन और गोवर्धन पूजा की कथाओं का विस्तार सहित वर्णन करते हुए उपस्थित श्रद्धालु श्रोताओं के समक्ष व्यक्त किए।

कथा व्यास ने मनमोहक स्वरों में रामचरितमानस की चौपाई निर्मल मन जन सो मोहि पावा,

मोहिं कपट छल छिद्र न भावा।।

गा कर सुनाया तो लोग मंत्रमुग्ध हो उठे नंदोत्सव के साथ शुरू हुई संगीतमय् कथा का समापन गोवर्धन भगवान को छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ा कर की गई। भव्य आयोजन में बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग उपस्थित रहे। सुमधुर भक्ति भजनों की धुनों पर श्रद्धालु श्रोता देर रात तक झूमते रहे।

व्यास पीठ से श्री शुक्ल ने बताया कि हमें प्रकृति का सदा सम्मान करना चाहिए, और सृष्टि के सभी जीवों के प्रति दया, करूणा की भावना ही ईश्वर की सच्ची भक्ति है। इस अवसर पर मुख्य यजमान चंद्रभाल त्रिपाठी मटेलू बाबा समेत उनके परिजन क्षेत्रीय संभ्रांत जन और ग्राम वासी उपस्थित रहे।

*सड़क हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौत, दूसरा गंभीर रूप से जख्मी*

गोरखपुर- थाना क्षेत्र के छताईं स्कूल के समीप हुए सड़क हादसे में बाइक सवार दो युवकों में एक की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया पुलिस ने उन्हें एंबुलेंस से गोरखपुर जिला अस्पताल भेजा है।

मिली जानकारी के अनुसार देर शाम 8 बजे खजनी गोरखपुर मार्ग से जा रहे यूपी 53 सीएल 6093 बाइक सवार दो युवक अज्ञात ट्रेलर वाहन की चपेट में आकर गंभीर हादसे के शिकार हो गए, जिनमें एक युवक प्रदीप (उम्र लगभग 25 वर्ष) की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल युवक शिवम निषाद (22 वर्ष) को इलाज के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया।

हादसे की सूचना मिलते ही सड़क आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने तत्काल मृत युवक के शव को कब्जे में लेकर घायल युवक को इलाज के लिए भेजा। बताया गया कि बाइक सवार युवकों ने हेलमेट नहीं पहना था।

*कस्बे में आपसी सूझबूझ से सुलझा रास्ते का विवाद*

गोरखपुर- कस्बे में स्थित कोटही माता मंदिर की ओर जाने वाले संपर्क मार्ग पर कुछ ही दूरी पर स्थित संपर्क मार्ग के उत्तर दिशा की ओर जाने वाली एक पतली गली से होकर आने जाने वाले दर्जनों परिवार के लोगों को परेशानी हो रही थी। इतना ही नहीं इस गली से वाहनों का निकलना बेहद मुश्किल था। संकरे रास्ते को दुरुस्त करने के दौरान बगल में स्थित मकान के निवासियों ने आपत्ति जताई।

इस बीच खजनी थाने में पहुंचे इलाके के आधा दर्जन से अधिक लोगों ने अपने हस्ताक्षर सहित प्रार्थनापत्र देकर रास्ते से अवरोध और अतिक्रमण हटाने की मांग की। मामले की सूचना खजनी थाने पर दी गई। थानाध्यक्ष के निर्देश पर दोनों पक्षों के लोगों को थाने पर बुलाया गया। पुलिसकर्मियों ने स्थिती से थानाध्यक्ष को अवगत कराया किंतु विवाद बढ़ने की आशंका को देखकर थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया ने कस्बे के दर्जन भर लोगों के साथ मौके पर पहुंचकर मसले की तफ्सील से जानकारी ली।

इस दौरान रास्ते को अवरूद्ध करने वाले गृहस्वामियों को कड़ी चेतावनी देते हुए थानाध्यक्ष ने मार्ग से अवरोध हटाने का निर्देश दिया। स्थानीय लोगों ने ग्राम प्रधान से मार्ग का निर्माण कराने और जलनिकासी का प्रबंध कराने की मांग की।

खजनी पुलिस थानाध्यक्ष की सूझबूझ से विवाद को दोनों पक्षों की सहमति से सुलझा लिया गया। थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया ने बताया कि विवाद की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचकर जांच की गई और आपसी सहमति से प्रकरण को सुलझा दिया गया है।

फर्जी स्टांप व अवैध मुहर का प्रयोग कर धोखाधड़ी करने के आरोप में कैंट पुलिस ने 7 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

गोरखपुर । जनपद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा धोखाधड़ी के अपराधों पर अंकुश लगाने एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के क्रम में कैंट थाने की पुलिस ने कूट रचित स्टांप तैयार कर प्रतिरूपण द्वारा अवैध मुहर का प्रयोग कर धोखाधड़ी करने के आरोप में 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। वहीं कैंट पुलिस ने उनके कब्जे से कूट रचित न्यायिक व गैर न्यायिक स्टांप जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ 52 हजार 30 रुपए व प्रिंटिंग से संबंधित अन्य उपकरण को भी बरामद किया है।

इस संबंध में पुलिस लाइन के व्हाइट हाउस सभागार में पत्रकार वार्ता कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि वर्ष 2021 में कोर्ट फीस के रूप में 53128 का स्टांप लगाया गया था. मुकदमे में मेरिट के आधार पर निस्तारण होने पर कोर्ट फीस वापस नहीं होती, अभियुक्त द्वारा इसी बात का फायदा उठाने के उद्देश्य से कूट रचित स्टांप विक्रय किया गया था. बाद में सुलह समझौते के आधार पर मुकदमे का निस्तारण लोक अदालत में हुआ था. अत: स्टांप वापसी कोषागार गोरखपुर कार्यालय में किया गया. कूट रचित स्टैंप सदर तहसील गोरखपुर के कोषागार से जारी न होने के कारण इसकी जांच भारतीय प्रतिभूति मुद्रणालय नासिक प्रयोगशाला से कराई गई, तो पांच- पांच हजार के 10 स्टांप कूट रचित पाया गया।

इसके संबंध में ऊपर निबंध प्रथम सदर तहसील गोरखपुर के प्रार्थना पत्र के आधार पर मुकदमा अभियोग पंजीकृत किया गया विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि अभियुक्त रवि दत्त मिश्रा को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है. जिससे पूछताछ के दौरान अन्य व्यक्तियों के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई। प्राप्त साक्ष के आधार पर विवेचना की कार्रवाई प्रारंभ की गई. जिसमें ज्ञात हुआ कि अभियुक्त कमरुद्दीन, साहिबजादे व नवाब आरजू उर्फ लालू तीनों मिलकर बिहार के सिवान जिले में अवैध कूट रचित स्टांप, टिकट, करेंसी, नोट आदि स्वयं द्वारा प्रिंटिंग कर तैयार करते थे. जिन्हें उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर सहित अन्य जनपदों व बिहार राज्य में स्टांप वेंडर से संपर्क कर सप्लाई करते थे। वहीं पुलिस ने कुशीनगर जनपद के रहने वाले ऐश मोहम्मद रविंद्र दीक्षित नंदू उर्फ नंदलाल, गोरखपुर जनपद के राम लखन जायसवाल व देवरिया जनपद के संतोष गुप्ता को गिरफ्तार किया है।

अलविदा की नमाज के साथ ईद की तैयारी में जुटे रोजेदार

खजनी गोरखपुर। रमजान के आखरी जुम्मे के दिन आज अलविदा की नमाज में क्षेत्र की सभी मस्जिदों पर रोजेदारों की भारी भीड रही। नमाज के दौरान मस्जिदों पर तकरीरें भी हुई जिसमें सभी रोजेदारों और अकीदतमंदों को तफसील से नेकी की राह पर चलने जरूरतमंद मजलूम बेसहारा लोगों में खैरात तक्सीम करने की जानकारी दी गई।

नगर पंचायत उनवल में ईद के आखिरी जुमे के दिन गौसिया मस्जिद, जामा मस्जिद और अंजुमन इस्लामिया मस्जिद में भारी संख्या में अकीदत के साथ अदा अलविदा जुमा की नमाज अता की गई। हाजी आबाद खां ने बताया कि आज यहां रोजे रखकर अलविदा की नमाज पढ़ने वाले सभी रोजेदार नमाजियों के चेहरे से नूर टपक रहा था और यह मंजर देखने लायक था।

नमाज के बाद दोनों हांथ उठाकर खुदा का शुक्र अदा किया तथा इलाके के अमन-ओ-मान के लिए दुआएं माँगी। खजनी कस्बे में रूद्रपुर की मस्जिद और मदरसे के हाजी शहाबुद्दीन ने बताया कि माह-ए-रमजान में रोजेदारों पर खुदा की मेहर बरसती हैं,इस दौरान किए गए नेकी के हर काम से खुदा मेहरबान होते हैं।

रमजान गुनाहों से तौबा करने और खुदा की दहलीज पर हाजरी लगाने और नेकी कमाने का माह होता है।

इसी के साथ ईद की तैयारियों की खुशियां लोगों के चेहरे बयां करते नजर आए बाजारों में चहल पहल रही लोग ईद के दौरान लगने वाले मेले की तैयारियों में मशगूल रहे। भैंसा बाजार, डुमरैला, आशापार आदि स्थानों के लोग भी अलविदा की नमाज में शामिल हुए। शांति और सुरक्षा व्यवस्था में स्थानीय प्रशासन मुस्तैद रहा।

बैतुल मुकद्दस को आजाद कराने की मुहिम है कुद्स डे : मौलाना शमशाद

गोरखपुर। बैतुल मुकद्दस और मुसलमानो के किब्ला अव्वल पर इजराइल के कब्जे और फिलिस्तीनी मुसलमानो पर हो रहे जुल्म के खिलाफ शुक्रवार को शिया जामा मस्जिद गोरखपुर में अलविदा जुमा की नमाज के बाद शिया फेडरेशन के बैनर तले अंतर्राष्ट्रीय कुद्स डे (यौम अल कुद्स) मनाया गया। बताते चले की कुद्स डे का मतलब होता है मजलूमो का दिन। इसकी शुरूआत ईरान क्रांति के सर्वोच्च लीडर व शिया धर्मगुरु आयतुल्लाह खुमैनी ने किया था।

इस अवसर पर इमाम जमात जुमा शिया जामा मस्जिद मौलाना शमशाद अब्बास कुम्मी ने कहा कि कुद्स डे मस्जिद ए अक्सा पर इजराइल के अवैध कब्जे के विरोध में एक लोकतांत्रिक एंव शांतिपूर्ण प्रदर्शन का दिन है।ईरान में सन 1979 में इस्लामी क्रांति के रहबर हजरत आयतुल्लाह इमाम खुमैनी साहब ने यह एलान किया था कि माहे रमजान के अलविदा जुमे को सारी दुनिया कुद्स दिवस के रूप में मनाएं, तभी से हर वर्ष यह आयोजन किया जाता है।

मौलाना ने कहा कि बैतुल मुकद्दस और मुसलमानो के किब्ला अव्वल जैसी मुबारक जगहों पर अमेरीकी सरकार की साजिशों से इज्रार्इीलियों ने कब्जा कर रखा है। उन्होेने फिलिस्तीन के निवासियों पर जुल्म व सितम के पहाड़ तोड़ रखे हैं जिसका उदाहरण पूरी दुनिया में नही मिलता। वह निर्दोष फिलिस्तीनी मुसलमानों का कत्ल-ए-आम कर रहे हैं।

मौलाना ने कहा कि जब तक फिलिस्तीनी मुसलमानों के साथ न्याय नही होगा उस वक्त तक दुनिया में सही अर्थो में न्याय नही होगा।

इस मौके पर मौलाना डॉ0 सयैद फैयाज मोहसिन आब्दी ने कहा कि हमारी खुशनसीबी है कि हम उस मुल्क के बाशिंदे हैं जहां पर हमें हर तरह का प्रोटेस्ट करने की अपनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी रीति रिवाज को अंजाम देने की आजादी है। नमाज जुमा के बाद दुनिया के हर मुल्क में यौमे कुद्स का प्रोटेस्ट हो रहा है । इजराइल में भी प्रोटेस्ट शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि जुल्म के खिलाफ आवाज उठाना इंसानियत है और हमारा देश हमेशा जुल्म के खिलाफ और इंसानियत के साथ रहा है।

इस मौके पर एजाज रिजवी एडवोकेट, शबाहत हुसैन रिजवी एडवोकेट, साबिर हुसैन, आफताब हुसैन, अहमर रिजवी एडवोकेट, सिब्ते हसन, रफत हुसैन, सुल्तान हैदर, कदर रिजवी, तालिब, अस्करी, मोहम्मद, मंजर, जाफर, कुमैल, सैफी, विक्की, सोनू, शामू आदि विरोध प्रदर्शन के दौरान उपस्थित रहे।

भागवत कथा से मिलता है प्रेम और भक्ति मार्ग, कृष्णजन्म की कथा सुन झूम उठे श्रोता

उनवल खजनी गोरखपुर। भजन के लिए बुढ़ापे का इंतजार न करें क्योंकि जीवन भर हम जो भी कार्य करते हैं, वही अंत समय में हमें याद आते हैं। इसलिए भजन बचपन से ही प्रारंभ कर देना चाहिए। अमृत जाने में पिएं या अनजाने में वह सदा हितकर ही होता है। भगवन्नामामृत भी ऐसा ही है।

क्षेत्र के कोठां गांव में चल रही साप्ताहिक श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में प्रयागराज से पधारे कथाव्यास शिवम शुक्ल ने श्रद्धालु श्रोताओं को भगवान कृष्ण के जन्म की कथा सहित प्रियव्रत वंश के वर्णन, नरकों के वर्णन, समुद्र मंथन, गजेंद्र मोक्ष, भक्त प्रह्लाद चरित्र, अजामिल की कथाओं का विस्तार सहित वर्णन करते हुए बताया कि भागवत कथा से प्रेम और भक्ति का मार्ग मिलता है। इस दौरान उत्साह के साथ कृष्ण जन्मोत्सव का भव्य आयोजन किया गया।

संगीतमय कथा में नंद घर आनंद भयो और अन्य सुमधुर भजनों की धुनों पर श्रद्धालु श्रोता भक्ति आनंद में देर रात तक झूमते रहे। कृष्ण जन्मोत्सव की कथा में यजमान चंद्रभाल त्रिपाठी भानु प्रकाश मिश्रा, अरविंद पाठक, विनोद मिश्रा, आनन्द स्वरूप श्रीवास्तव, कामाख्या नारायण सिंह, लक्ष्मी शंकर मिश्रा, विद्या शंकर मिश्रा, राजेश सिंह ,लल्लन सिंह, गौरव सिह, संतोष राम त्रिपाठी, हरीश त्रिपाठी, आनन्द त्रिपाठी सहित ग्रामवासीयों और स्थानीय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही।