*भगवान राम विवाह कथा श्रवण कर भाव विभोर हुए श्रोता, पांडाल में रही भक्तो की भारी भीड़*
विश्वनाथ प्रताप सिंह सिंह
प्रयागराज- श्री मदभागवत राम कथा के छठवें दिन सुप्रसिद्ध भागवत प्रवक्ता पंडित पवन द्विवेदी जी महाराज द्वारा पंडाल में उपस्थित सैकड़ों की संख्या में भक्तो को बतलाया की भगवान श्रीरामचंद्र, लक्ष्मण, भरत ,शत्रुधन, चारो भाईयो की शादी हो कर वापस राजा दशरथ जी की चारों बाहुएं अपनी ससुराल अयोध्या आई। सारे अयोध्या में चारों तरफ खुशियां ही खुशियां छा गई और सारे नाते रिश्तेदार अपने-अपने घर चले गए लेकिन विश्वामित्र महाराज रुक गए। वो कई दिनों तक अपने घर नहीं गए और अयोध्या में ही रह गए और उनका जाने का मन नहीं था।
एक दिन राजा दशरथ बोले महराज मैं आपको विदाई में क्या दूं, ये सारा दिया हुआ धन आपका ही है। तब विश्वामित्र महाराज जी भोलेनाथ सकल संपदा तुम्हारी मैं सेवक सेतु सूत नारी। हे राजन मैं तो अपना सारा राजपाठ आपको दे दिया हमें कुछ नहीं चाहिए। हमें अब अनुमति दें मैं अब घर को प्रस्थान करुंगा और आशीर्वाद देकर जंगल की तरफ चल पड़े। उसके बाद राजा दशरथ अपने राज पाठ का कार्य संभालने लगे
कथा समाप्ति के उपरांत विशाल प्रसाद वितरण कार्यक्रम में सभी लोगो ने बड़ चढ़ के हिस्सा लिया। कथावाचक प0 पवन जी महाराज ने उपस्थित सभी भक्तो से अनुरोध किया कि कल कथा का सातवां दिन है और कल फूलों की होली खेली जाएगी। अतः सभी लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपष्ठित रहे।




Mar 24 2024, 13:26
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