पुलिस ने लोकसभा चुनाव से पहले एक अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी
सहारनपुर पुलिस ने लोकसभा चुनाव से पहले एक अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी है। पुलिस ने चार अभियुक्तों को अरेस्ट किया है। अभियुक्तों के पास से 20 से अधिक बने और अधबने तमंचे बरामद हुए। पुलिस को मौके से तमंचा बनाने के उपकरण भी बरामद हुए है। आरोपी चुनाव में कुछ बड़ा करने की फिराक में थे।
पुलिस लाइन सभागार में एसपी देहात सागर जैन ने बताया, थाना नकुड़ पुलिस ने चेकिंग के दौरान मुकुल, कृष्णपाल, उत्तम को गंगोह तिरहे से अवैध तमंचे के साथ अरेस्ट किया। पुलिस ने अवैध तमंचों को आरोपियों से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह 14 मार्च को मुर्तजा नामक व्यक्ति से तमंचे लेकर आए है।
थाना नकुड़ पुलिस ने गांव आसराखेड़ी के जंगल में एक भट्टे छापेमारी की। बंद पड़े ईंट भट्टे में अवैध रूप से तमंचा फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस ने मौके से मुर्तजा को अरेस्ट कर लिया। जबकि एक आरोपी आशु भागने में कामयाब हो गया। अवैध तमंचा फैक्ट्री से तीन देशी बंदूक 12 बोर, दो देशी बंदूक 315 बोर, 5 तमंचे 12 बोर, 6 अधबने तमंचे 12 बोर, एक अधबना तमंचा 315 बोर, एक नाल अधबना 12 बोर तमंचा और अन्य अवैध हथियार बरामद हुए है।
चुनाव में सप्लाई करने थे हथियार
पुलिस के अनुसार, आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी गई है। करीब डेढ़ माह से यह फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस ने जिन चारों आरोपियों को अरेस्ट किया है। उसमें से तीन अभियुक्त पहले भी जेल जा चुके हैं। अभियुक्त उत्तम को छोड़कर तीनों पर पूर्व में भी मुकदमा दर्ज है। पुलिस के अनुसार, अभियुक्तों को आगामी चुनाव को लेकर अवैध तमंचों का ऑर्डर मिला था। जिससे चुनाव प्रभावित हो सकता था। हालांकि पुलिस इसको लेकर पूछताछ कर रही है।
मुर्तजा और आशु मुख्य आरोपी
पुलिस के अनुसार, अभियुक्त मुर्तजा और आशु मुख्य अभियुक्त है। मुर्तजा को अरेस्ट कर लिया है। जबकि आशु भागने में कामयाब हो गया है। अभियुक्त मुर्तजा और आशु पहले भी जेल जा चुके हैं। मुर्तजा 2022 के विधानसभा चुनाव के मतदान से ठीक पहले अरेस्ट हुआ था। जेल से निकलने के बाद फिर से उसने तमंचा बनाना शुरू कर दिया।
8 हजार में बेचते थे अवैध तमंचा
पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया, वह अवैध शस्त्र बनाने व बेचने के कारोबार में लिप्त हैं। अवैध हथियार बनाने के लिए कच्चा माल यानी लोहा हरियाणा के यमुनानगर और जलालाबाद से लाते हैं। एक तमंचा तैयार करने में 1500 से 2000 हजार रुपए की लागत आती है। हथियारों को 14 से 15 हजार रुपए में बेचते थे। अभी कुछ ही जगहों पर अवैध तमंचे भेजे हैं। आरोपी मुर्तजा ने बताया कि उसको अवैध तमंचों को बेचकर अच्छी आमदनी हो जाती है। इन्हीं पैसों से वह ऐशो आराम की जिंदगी बिताता है। उसे तमंचा बनाना ही आता है।
Mar 16 2024, 19:29