अनुवंशिक विज्ञान की जानकारी से स्वास्थ होगा जीवन-अभिनव

खजनी गोरखपुर।अनुवंशिक विज्ञान की बेहतर समझ और जानकारी होने पर हमें वंशानुगत (पीढ़ी दर पीढ़ी) होने वाली कई असाध्य रोगों से बचाव में मदद मिल सकती है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा इस दिशा में विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

खजनी क्षेत्र के खुटहना गांव के सरकारी स्कूल परिसर में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सौजन्य से अनुवंशिक विज्ञान स्वस्थ जीवन की सरल कुंजी तथा उर्जा साक्षरता विषय पर जागरूकता गोष्ठी को संबोधित करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रवक्ता अभिनव त्रिपाठी ने उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने विस्तार सहित जानकारी देते हुए कहा कि समय रहते यदि अनुवंशिक रोगों की पहचान कर ली जाए तो माता- पिता,दादा-दादी,नाना-नानी के द्वारा बच्चों में होने वाली बीमारियों का पता लगाया जा सकता है।

सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉक्टर देव बख्श सिंह ने कैंसर, हीमोफीलिया,डाउन सिंड्रोम, मधुमेह आदि अनुवंशिक रोगों की जानकारी दी। कार्यक्रम के संयोजक सत्येंद्र कुमार ने सौर्य उर्जा के रूप में स्वच्छ ऊर्जा के महत्व को रेखांकित करते हुए उपस्थित जनसमूह को बताया कि अपना देश स्वच्छ प्रदूषणरहित उर्जा के रूप में सौर्य उर्जा के क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है।

आगामी वर्ष 2030 तक भारत दुनियां का सबसे बड़ा सौर्य उर्जा उत्पादक देश बन जाएगा। इस दौरान उन्होंने सौर्य उर्जा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम को अर्द्धचंद्रधारी त्रिपाठी एवं ग्रामप्रधान रूद्र प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया तथा संचालन संजय मिश्रा ने किया। इस दौरान ग्रामप्रधान संगम त्रिपाठी,दिनेश, राम सागर,साधू,मेवाती,बासमती, शारदा,जियना,अनिता,समिना,मैना देवी,उषा,गीता देवी सहित गांव के दर्जनों लोग मौजूद रहे।

माह-ए-रमज़ान 12 या 13 मार्च से होगा शुरू, कैलेंडर जारी ,11 मार्च को देखा जाएगा रमज़ान का चांद


गोरखपुर। चांद के दीदार के साथ 12 या 13 मार्च से माह-ए-रमजाऩ शुरू होगा। मदरसा रज़ा-ए-मुस्तफा, मकतब इस्लामियात, मदरसा जामिया कादरिया तजवीदुल क़ुरआन लिल बनात अलहदादपुर आदि ने रमज़ान कैलेंडर जारी कर दिया है। रमजाऩ कैलेंडर व रमज़ान कार्ड बांटा जाने लगा है। सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जा रहा है।

रमज़ान में सहरी व इफ्तार का समय बहुत अहम होता है। समय से सहरी करने व रोज़ा इफ्तार करने के लिए मदरसा, मकतब व आमजन द्वारा रमज़ान कार्ड व कैलेंडर छपवा कर बांटा जाता है। मुस्लिम घरों व मस्जिदों में रमज़ान की तैयारियां शुरु हो गई हैं। रमजाऩ की रातों में पढ़ी जाने वाली तरावीह की नमाज़ पढ़ाने वाले हाफ़िज़-ए-क़ुरआन मुकद्दस क़ुरआन दोहरा रहे हैं। रमज़ान में रोज़ेदार दिन में रोज़ा रखेंगे और रात में तरावीह की नमाज़ पढ़ेंगे।

इस बार माह-ए-रमज़ान का पहला रोज़ा करीब 13 घंटा 18 मिनट का होगा। जो माह-ए-रमज़ान का सबसे छोटा रोज़ा होगा। वहीं माह-ए-रमज़ान का अंतिम रोज़ा सबसे बड़ा होगा। जो करीब 14 घंटा 07 मिनट का होगा।

हाफिज रहमत अली निज़ामी ने बताया कि सोमवार 11 मार्च को माह-ए-शाबान की 29 तारीख़ है, इसी दिन माह-ए-रमज़ान का चांद देखा जाएगा। अगर चांद नज़र आ गया तो मंगलवार 12 मार्च से रमज़ान शुरु हो जाएगा। अगर चांद नज़र नहीं आया तो बुधवार 13 मार्च से रमज़ान शुरु होगा।

हाफ़िज़ अशरफ रज़ा व हाफ़िज़ सैफ अली बताया कि मुक़द्दस रमज़ान का पहला अशरा रहमत, दूसरा मग़फिरत, तीसरा जहन्नम से आज़ादी का है। रमज़ान रहमत, ख़ैर व बरकत का महीना है। इसमें रहमत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं। जहन्नम के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। शैतान जंजीर में जकड़ दिए जाते हैं। नफ़्ल का सवाब फ़र्ज़ के बराबर और फ़र्ज़ का सवाब सत्तर फ़र्ज़ों के बराबर दिया जाता है।

गोरखपुर के लिए सहरी व इफ्तार का समय

रमज़ान : मार्च /अप्रैल 2024 : दिन : सहरी का अंतिम समय : इफ्तार का समय : इतने घंटे का रोज़ा

1. 12 मार्च : मंगलवार : सहरी सुबह 4:49 बजे : इफ्तार शाम 6:07 बजे : 13 घंटा 18 मिनट

2. 13 मार्च : बुधवार : सहरी सुबह 4:47 बजे : इफ्तार शाम 6:08 बजे : 13 घंटा 21 मिनट

3. 14 मार्च : गुरुवार : सहरी सुबह 4:46 बजे : इफ्तार शाम 6:08 बजे : 13 घंटा 22 मिनट

4. 15 मार्च : शुक्रवार : सहरी सुबह 4:45 बजे : इफ्तार शाम 6:09 बजे : 13 घंटा 24 मिनट

5. 16 मार्च : शनिवार : सहरी सुबह 4:44 बजे : इफ्तार शाम 6:10 बजे : 13 घंटा 26 मिनट

6. 17 मार्च : रविवार : सहरी सुबह 4:43 बजे : इफ्तार शाम 6:10 बजे : 13 घंटा 27 मिनट

7. 18 मार्च : सोमवार : सहरी सुबह 4:42 बजे : इफ्तार शाम 6:10 बजे : 13 घंटा 28 मिनट

8. 19 मार्च : मंगलवार : सहरी सुबह 4:41 बजे : इफ्तार शाम 6:11 बजे : 13 घंटा 30 मिनट

9. 20 मार्च : बुधवार : सहरी सुबह 4:40 बजे : इफ्तार शाम 6:11 बजे : 13 घंटा 31 मिनट

10. 21 मार्च : गुरुवार : सहरी सुबह 4:39 बजे : इफ्तार शाम 6:12 बजे : 13 घंटा 33 मिनट

11. 22 मार्च : शुक्रवार : सहरी सुबह 4:37 बजे : इफ्तार शाम 6:12 बजे : 13 घंटा 35 मिनट

12. 23 मार्च : शनिवार : सहरी सुबह 4:36 बजे : इफ्तार शाम 6:13 बजे : 13 घंटा 37 मिनट

13. 24 मार्च : रविवार : सहरी सुबह 4:35 बजे : इफ्तार शाम 6:13 बजे : 13 घंटा 38 मिनट

14. 25 मार्च : सोमवार : सहरी सुबह 4:34 बजे : इफ्तार शाम 6:14 बजे : 13 घंटा 40 मिनट

15. 26 मार्च : मंगलवार : सहरी सुबह 4:33 बजे : इफ्तार शाम 6:14 बजे : 13 घंटा 41 मिनट

16. 27 मार्च : बुधवार : सहरी सुबह 4:32 बजे : इफ्तार शाम 6:15 बजे : 13 घंटा 43 मिनट

17. 28 मार्च : गुरुवार : सहरी सुबह 4:30 बजे : इफ्तार शाम 6:15 बजे : 13 घंटा 45 मिनट

18. 29 मार्च : शुक्रवार : सहरी सुबह 4:29 बजे : इफ्तार शाम 6:16 बजे : 13 घंटा 47 मिनट

19. 30 मार्च : शनिवार : सहरी सुबह 4:28 बजे : इफ्तार शाम 6:16 बजे : 13 घंटा 48 मिनट

20. 31 मार्च : रविवार : सहरी सुबह 4:27 बजे : इफ्तार शाम 6:17 बजे : 13 घंटा 50 मिनट

21. 1 अप्रैल : सोमवार : सहरी सुबह 4:26 बजे : इफ्तार शाम 6:17 बजे : 13 घंटा 51 मिनट

22. 2 अप्रैल : मंगलवार : सहरी सुबह 4:24 बजे : इफ्तार शाम 6:18 बजे : 13 घंटा 54 मिनट

23. 3 अप्रैल : बुधवार : सहरी सुबह 4:23 बजे : इफ्तार शाम 6:18 बजे : 13 घंटा 55 मिनट

24. 4 अप्रैल : गुरुवार : सहरी सुबह 4:22 बजे : इफ्तार शाम 6:19 बजे : 13 घंटा 57 मिनट

25. 5 अप्रैल : शुक्रवार : सहरी सुबह 4:21 बजे : इफ्तार शाम 6:19 बजे : 13 घंटा 58 मिनट

26. 6 अप्रैल : शनिवार : सहरी सुबह 4:20 बजे : इफ्तार शाम 6:20 बजे : 14 घंटा 00 मिनट

27. 7 अप्रैल : रविवार : सहरी सुबह 4:18 बजे : इफ्तार शाम 6:20 बजे : 14 घंटा 02 मिनट

28. 8 अप्रैल : सोमवार : सहरी सुबह 4:17 बजे : इफ्तार शाम 6:21 बजे : 14 घंटा 04 मिनट

29. 9 अप्रैल : मंगलवार : सहरी सुबह 4:16 बजे : इफ्तार शाम 6:21 बजे : 14 घंटा 05 मिनट

30. 10 अप्रैल : बुधवार : सहरी सुबह 4:15 बजे : इफ्तार शाम 6:22 बजे : 14 घंटा 07 मिनट

अनुवांशिक विज्ञान तथा स्वच्छ ऊर्जा के लिए जागरूकता गोष्ठी

खजनी गोरखपुर।कस्बे के निकट रूद्रपुर गांव के प्रसिद्ध कोटही माता मंदिर परिसर में आज राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सौजन्य से अनुवंशिक विज्ञान स्वस्थ जीवन की सरल कुंजी तथा उर्जा साक्षरता विषय पर जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सौर्य उर्जा के रूप में स्वच्छ ऊर्जा के महत्व को रेखांकित करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय के सीनियर रिसर्च फेलो(एसआरएफ) भरत कुमार गुप्ता ने तथा अनुवंशिक विज्ञान और मानव स्वास्थ से संबंधित विस्तृत जानकारी देते हुए सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉक्टर देव बख्श सिंह ने उपस्थित जनसमूह को जागरूक किया।

बताया गया कि अपना देश स्वच्छ प्रदूषणरहित उर्जा के रूप में सौर्य उर्जा के क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है। वर्ष 2030 तक भारत दुनियां का सबसे बड़ा सौर्य उर्जा उत्पादक देश होगा। इस दौरान सौर्य उर्जा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही अनुवंशिकता के आधार पर पीढ़ी दर पीढ़ी होने वाले रोगों और चिकित्सा तथा शोध विज्ञान द्वारा उन्हें जड़ से खात्म करने के लिए किए जा रहे प्रयासों और शोधों की जानकारी दी गई।

लोगों को सजग और सचेत करते हुए बताया गया कि आधुनिक चिकित्सा की यह व्यवस्था ही भविष्य में स्वस्थ मानव जीवन का आधार बनेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरस्वती शिशु मंदिर के प्राध्यापक बृजराज मिश्रा ने तथा कुशल संचालन संजय तिवारी ने किया। इस दौरान ग्रामप्रधान संगम उर्फ राहुल त्रिपाठी, अर्द्धचंद्रधारी त्रिपाठी,विमलेश तिवारी सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के संयोजक सत्येन्द्र कुमार ने अनुवांशिक विज्ञान तथा स्वच्छ ऊर्जा के महत्व को जानने के लिए आयोजित साक्षरता कार्यक्रम को रेखांकित करते हुए सभी उपस्थित जनों के प्रति आभार जताया।

इस दौरान विद्यालय की शिक्षिकाएं अरविंद त्रिपाठी,प्रेमशंकर मिश्रा, गंगेश्वर त्रिपाठी,जयप्रकाश त्रिपाठी, बृजेश तिवारी,उमेश दूबे उर्फ मिंटू, गजेन्द्र राम तिवारी,दुर्विजय,सुरेश, श्यामानंद तिवारी,हाजी अकबर, सरस्वती देवी,पूजा,नजीबुन्निशा, जगरोपना देवी,मालती,गुड्डी, माधुरी,प्रेमलता सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।

*गश्त करती रही पुलिस, पिकप वैन ले गए चोर*

खजनी गोरखपुर।बीती रात बांसगांव थाने की हरनहीं चौकी क्षेत्र के भैंसा बाजार कस्बे से घर के बाहर खड़ी बोलेरो पिकप वैन अज्ञात चोर चुरा ले गया, घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।

मिली जानकारी के अनुसार भैंसा बाजार कस्बे के निवासी सोमनाथ की बोलेरो पिकप वैन यूपी 53 सीटी 2263 उनके घर के बाहर खड़ी थी। रात 1.40 बजे अज्ञात चोर ने बेखौफ धड़ल्ले से मास्टर की (चाभी) से गाड़ी का दरवाजा खोला और एक झटके में उसे स्टार्ट कर चंपत हो गया। चोरी की यह घटना घर के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। सूचना मिलने के बाद पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।

जबकि पुलिस रिकार्ड के मुताबिक प्रतिदिन रात्रि गश्त और कस्बों में विशेष निगहबानी की जाती है।

बता दें कि इससे पहले भी खजनी थाने के कंबल कारखाने और भरोहियां के खाद्यान्न गोदाम के बाहर खड़ी पिकप वैन गाड़ियां चोरी हो चुकी हैं जिनका आज तक कोई पता नहीं चला है।

बनते ही उखड़ने लगी सड़क की गिट्टियां,हरनहीं बढ़नी संपर्क मार्ग का घटिया निर्माण

खजनी गोरखपुर।गोरखपुर सिकरीगंज मार्ग पर स्थित हरनहीं चौराहे से खजनी माल्हनपार मार्ग पर स्थित बढ़नी चौराहे को जोड़ने वाला 3 किमी लंबा संपर्क मार्ग वर्षों से टूट-फूट कर जर्जर हो गया था। बीते दिनों इस मार्ग पर गिट्टियां डाल कर निर्माण कार्य शुरू हुआ‌। किंतु उक्त सड़क पर तारकोल डालकर लेपन कार्य पूरा होने के बाद ही वाहनों के आवागमन से गिट्टियां उखड़ने लगी हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस तरह के निर्माण से तो सड़क 6 महीने में ही पूरी तरह से टूट-फूट कर बेकार हो जाएगी।

श्रीभागवत सिंह,रमेश कुमार,उमेश सिंह,पन्नेलाल,सिराजुद्दीन,राम मनोहर,राकेश सिंह,गोपाल सिंह, अनूप,राजेश पांडेय, बालमुकुंद, सुरेंद्र बहादुर सिंह, जयराम सहित दर्जनों लोगों ने कहा कि संपर्क मार्ग के निर्माण में धांधली हो रही है। बनने के तुरंत बाद ही सड़क की गिट्टियां उखड़ने लगी हैं, यदि पैरों में जूते पहन कर उसे सड़क पर रगड़ दिया जाए तो सारी गिट्टियां उखड़ कर निकल जा रही हैं।

किसानों की उम्मीदों पर फिरा बेमौसम बारिश का 'पानी',खड़ी फसल हुई बर्बाद

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र में भारी बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। एक ओर किसानों की गेहूं,सरसों,मटर, जौ आदि की फसलें पक कर तैयार होने लगी हैं, वहीं दूसरी ओर बेमौसम बारिश और तेज हवाओं से पौधे खेतों में बिछ गए हैं।

बीते दो दिनों से हो रही बारिश ने रविवार शाम को तेज हवा के झोंकों के साथ तुफानी रूख अपना लिया जिसके कारण खेतों में खड़ी फसलें अब जमीन पर जा टिकी हैं। कटने को तैयार हो रही फसलों की ऐसी हालत देख कर किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं और उनकी परेशानियां बढ़ गई हैं।

क्षेत्र में कहीं मूसलाधार तो कहीं रिमझिम बारिश हो रही है। इससे फसलों को काफी नुकसान हुआ है। बेमौसम बारिश और कुछ स्थानों पर ओला पड़ने से किसानों की बेहतर फसल की उम्मीदों पर पानी फिर गया है, और खेतों में खड़ी फसल और किसानों की उम्मीदें दोनों मुरझा गई हैं।

जयंती पर याद किए गए भारत केसरी गामा पहलवान,खजनी कस्बे में लगी प्रतिमा पर पुष्पांजलि

खजनी गोरखपुर।रूद्रपुर ग्रामसभा के निवासी रहे भारत केसरी पहलवान स्वर्गीय चंद्रप्रकाश मिश्रा उर्फ गामा पहलवान की जयंती के अवसर पर उन्हें याद किया गया। मल्ल कला (कुस्ती) में अपने गांव कुल ही नहीं बल्कि क्षेत्र का नाम राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रौशन करने वाले गामा पहलवान की 53 वीं जयंती के अवसर पर खजनी कस्बे में लगी उनकी भव्य प्रतिमा पर माल्यार्पण पुष्पार्चन करते हुए उन्हें नमन किया गया।

इस अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए रूद्रपुर खजनी के स्वर्गीय ब्रह्मदेव मिश्र व स्वर्गीय रामनारायण मिश्र स्मृति व्यायामशाला तथा गामा पहलवान जन कल्याण ट्रस्ट के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दर्जनों पहलवानों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

इस अवसर पर अभिजीत मिश्रा,

एडवोकेट आदित्य मिश्र,शुभम मिश्रा,अभिनव तिवारी,आदर्श राम त्रिपाठी,अतुल तिवारी, गणेश त्रिपाठी,विशाल गौंड़, सुधांश दूबे, सुदामा यादव,अजय समेत दर्जनों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।

ओएसडी नमन वर्मा के घर पहुंचे सीएम, दिवंगत पिता को दी श्रद्धांजलि

गोरखपुर। गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार शाम अपने विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रखर वर्मा के घर पहुंचे और उनके दिवंगत पिताजी नरेंद्र नाथ वर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

बेतियाहाता निवासी धर्मेंद्र वर्मा का विगत दिनों निधन हो गया। वह महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सदस्य थे। उनके पुत्र प्रखर वर्मा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ओएसडी हैं। आज उनके आवास पहुंचकर सीएम योगी ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की और परिजनों को ढांढस बंधाया।

राष्ट्रीय सेवा योजना के साप्ताहिक शिविर में सामूहिक स्वच्छता एवं बौद्धिक गोष्ठी

खजनी गोरखपुर।राष्ट्रीय सेवा योजना के साप्ताहिक शिविर में क्षेत्र के वीर बहादुर सिंह पीजी कॉलेज हरनहीं महुरांव की राष्ट्रीय सेवा योजना के तीन प्रमुख इकाईयों महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी,वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के द्वारा एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन उदा सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर महुरांव हरनहीं में किया गया।

कार्यक्रम के दौरान पीजी कॉलेज के स्वयंसेवक और सेविकाओं ने विद्यालय परिसर की सफाई की तथा परिसर के सुंदरीकरण के लिए क्यारियों का निर्माण कर उसमें आकर्षक फूल पत्तियां तथा औषधीय पौधे लगाए। साथ ही ग्रामवासियों को स्वच्छता का महत्व बताते हुए सामूहिक स्वच्छता अभियान चलाया और गांव के सार्वजनिक संपर्क मार्गों पर बिखरे कूड़े कचरे की सफाई की। अपराह्न पर्यावरण संरक्षण पर बौद्धिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कार्यक्रम प्रभारी डॉक्टर पुष्पा पांडेय ने स्वयंसेवक विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण को साफ सुथरा रखने के लिए अपने आसपास नियमित सफाई रखना आवश्यक है।

अपने आसपास के वातावरण को तरोताजा और स्वच्छ रखने के लिए तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण,पौधों की रक्षा पर ध्यान देना,जलाशयों की सफाई, जल का सदुपयोग,पॉलिथीन का सामूहिक बहिष्कार करना और लोगों को इसके लिए जागरूक करना आवश्यक है। इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अरुण कुमार नायक,युसूफ आजाद प्राध्यापक सुमंत मौर्य,श्रीनारायण त्रिपाठी,डॉक्टर इंद्रजीत सिंह, डॉक्टर पुष्पा मिश्रा,नसीम बानो, शैलेंद्र कुमार आदि ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया।

इस अवसर पर पीजी कॉलेज की तीनों इकाईयों के स्वयंसेवक विद्यार्थी तथा अन्य लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने किया एम्स गोरखपुर में ब्लड बैंक और डायलिसिस यूनिट का लोकार्पण

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गोरखपुर में ब्लड बैंक और 10 बेड की डायलिसिस यूनिट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने इन दोनों सुविधाओं को जनता के लिए महत्वपूर्ण सौगात बताने के साथ डॉक्टरों को मरीज के साथ अच्छ व्यवहार करने, सकारात्मक प्रतिस्पर्धी बनने तथा निरंतर रिसर्च करते को प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि किसी मरीज की आधी बीमारी डॉक्टर के अच्छे व्यवहार से ही दूर हो जाती है। इसलिए ऐसा व्यवहार हो कि मरीज डॉक्टर से प्रभावित होकर जाए।

ब्लड बैंक, डायलिसिस यूनिट के उद्घाटन और दोनों का निरीक्षण करने के बाद एम्स के ऑडिटोरियम में आयोजित लोकार्पण समारोह में सीएम योगी ने कहा कि नकारात्मकता किसी को कभी भी आगे नहीं बढ़ाती है। दूसरों का पैर खींचने वाला कभी खुद इसी कृत्य का शिकार हो जाता है। जबकि सकारात्मकता हमेशा आगे बढ़ने की राह दिखाती है। यदि कोई चिकित्सक नकारात्मक सोच का है तो मरीज का बेहतर उपचार नहीं कर सकता।

डॉक्टर को सदैव यह ध्यान रखना होगा कि वह मानवता की सेवा से जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री ने इंसेफेलाइटिस और कोरोना नियंत्रण में अंतर विभागीय समन्वय वाले टीम वर्क मॉडल का अनुभव साझा करते हुए कहा एम्स जैसे मेडिकल संस्थान में श्रेष्ठ परिणाम के लिए सकारात्मकता और टीम वर्क जरूरी है।

नोट करने की डालें आदत, व्यावहारिक अनुभव ही वास्तविक ज्ञान

सीएम योगी ने चिकित्सकों से मेडिकल सर्विस क्वालिटी और रिसर्च पर फोकस करने का आह्वान किया। कहा कि किताबी ज्ञान परीक्षा पास कराने के काम आता है जबकि मरीज के इलाज के दौरान मिला अनुभव ही डॉक्टर के लिए वास्तविक ज्ञान होता है। अधिकाधिक व्यावहारिक अनुभव हासिल करने के लिए डॉक्टर को ओपीडी की संख्या सीमित नहीं करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मरीज के इलाज के दौरान उससे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को नोट करने की आदत डालनी चाहिए। इसका अध्ययन कर जो निष्कर्ष निकले, उस पर सरकार के साथ मिलकर आगे बीमारियों के इलाज और उन्मूलन की कार्ययोजना को आगे बढ़ाना चाहिए। सीएम योगी ने एम्स और बीआरडी के चिकित्सकों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की जरूरत बताई। कहा कि प्रतिस्पर्धा में जो आगे बढ़ेगा, वह लंबी दूरी तय करेगा।

एम्स एक ब्रांड, साबित भी करना होगा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा एम्स एक ब्रांड है और उसके अनुरूप कार्य दिखने भी चाहिए। जन सामान्य की धारणा होती है कि एम्स के नाम से ही बीमारी दूर भागती है। इसे साबित भी करना होगा। पूरे देश में एम्स की बहुत डिमांड है। नई दिल्ली में पहले एम्स की स्थापना के बाद दशकों तक दूसरा एम्स नहीं बना था। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अपने प्रधानमंत्री काल में देश को 6 एम्स दिए। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में एम्स की संख्या अब 22 हो चुकी है।

सरकार हर सुविधा देने को तत्पर

सीएम योगी ने कहा कि सरकार जनता के इलाज के लिए चिकित्सा संस्थानों हर सुविधा देने को तत्पर है। बताया कि उत्तर प्रदेश में पांच करोड़ परिवारों को दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम आयुष्मान योजना का लाभ उपलब्ध कराया गया है। सरकार सभी 75 जिलों में किसी न किसी अस्पताल के जरिये निशुल्क डायलिसिस की सुविधा भी उपलब्ध करा चुकी है।

इंसेफेलाइटिस और कोरोना नियंत्रण का अनुभव साझा किया सीएम ने

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनौपचारिक अंदाज में मेडिकल फील्ड से अपने जुड़ाव, इंसेफेलाइटिस और कोरोना नियंत्रण के अनुभव को विस्तार से साझा किया। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में पहला ब्लड सेपरेटर यूनिट, डायलिसिस यूनिट सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर ट्रस्ट से संचालित गुरु गोरखनाथ चैरिटी हॉस्पिटल में लगाया गया।

2007 में जब गोरखनाथ हॉस्पिटल में ब्लड सेपरेटर यूनिट लगाने की बात हुई तो उस समय के भारत के ड्रग कंट्रोलर चौंक गए थे। उन्होंने बताया कि 1977-78 में दस्तक देने वाली इंसेफेलाइटिस को लेकर 20 साल किए गए संघर्ष से ही वह इसके नियंत्रण का मॉडल तैयार करने में सफल हो पाए। आज इंसेफेलाइटिस पूरी तरह नियंत्रित है। अंतर विभागीय समन्वय के जिस मॉडल से इंसेफेलाइटिस को नियंत्रित किया गया, उसी मॉडल को अपनाकर वैश्विक महामारी कोरोना को भी सफलता से काबू में कर लिया गया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि जब कोरोना की दस्तक हुई थी तब प्रदेश के 36 जिलों के सरकारी अस्पतालों में आईसीयू बेड नहीं थे। इस कमी को महज एक माह में दूर कर लिया गया। यूपी ने चीन को छह हजार रुपये कीमत वाली पीपीई किट की जगह ढाई सौ रुपये की किट बनवा दी। चीनी मिलों से इतना सेनेटाइजर बनवाया की 27 राज्यों में भी फ्री सप्लाई दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब सुदृढ़ इच्छाशक्ति का नतीजा था। यदि इच्छाशक्ति से प्रयास किए जाएंगे तो परिणाम भी दिखेगा।

ब्लड बैंक व डायलिसिस यूनिट के लोकार्पण समारोह को सांसद रविकिशन शुक्ल, एम्स गोरखपुर के चेयरमैन देश दीपक वर्मा, कार्यकारी निदेशक व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रो. गोपाल कृष्ण पाल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, समेत कई जनप्रतिनिधि, एम्स फैकल्टी, विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।