*देशभर में सभी मुख्यालयों पर आंगनवाड़ी कर्मचारियों का प्रदर्शन, सहारनपुर में भी दिखा असर*
अंकुर सैनी
सहारनपुर- आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया गया। संघ की जिला अध्यक्ष कुर्रत के नेतृत्व में सैंकड़ों आंगनवाड़ी, आशा वर्कर और रसोइयों ने अपने मानदेय की वृद्धि और परीक्षा न कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कुर्रत ने कहा कि आंगनवाड़ी कर्मचारियों की मांगों को लेकर देशभर में सभी मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जा रहा है।
आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन की जिलाध्यक्ष कुर्रत ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्षों से सरकार का उत्पीड़न सहती आ रही हैं। अब सब्र का बांध टूट चुका है। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की परीक्षा कराए जाने को लेकर जो आदेश जारी हुआ है। वह सरासर नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आंगनवाड़ियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना काल में भी काम किया। लेकिन अभी तक मानदेय देने के नाम पर उन्हें आश्वासन ही मिला है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं, आशा कार्यकर्ताओं, मिड डे मील वर्कर्स और अन्य योजना कर्मियों को नियमित किया जाए। सरकारी कर्मचारियों की तरह सभी लाभों का भुगतान कराया जाए। वेतन वृद्धि के बाद भी अभी तक बढ़ा हुआ वेतन नहीं दिया जा रहा है। विभाग में कार्यकत्री सहायिकाओं का आर्थिक उत्पीड़न चरम सीमा पर है। बार-बार लिखित और मौखिक प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद भी जिलाधिकारी ने समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया है,
जिला महामंत्री पूनम शर्मा ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने अपने चुनावी पत्र में सम्मान जनक मानदेय देने की बात कही थी। 2019 में केंद्र सरकार ने केवल 1500 रुपए बढ़ाया था। अर्थात 1500 रुपए राज्य सरकार और 4500 रुपए केंद्र सरकार देती है। 2021 में राज्य सरकार ने 500 रुपए मानदेय बढ़ाया था, जो आज तक नहीं मिला। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की ग्रेच्युटी पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को तुरंत लागू करने की मांग की गई। उन्होंने अतिरिक्त कार्य बंद कराने की भी मांग की।
Feb 17 2024, 13:21