सरायकेला :गम्हरिया बाजार में लॉटरी को लेकर एसडीओ ने की छापेमारी कब होगा चांडिल में भी कारवाई।


Image 2Image 3Image 4Image 5

सरायकेला : एसडीओ पारुल सिंह ने गम्हरिया बाजार में दबिश दी। जहां से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। सभी से पूछताछ चल रही है। बताया जा रहा है कि गम्हरिया बाजार में अवैध लॉटरी के खेल को लेकर मिल रहे गुप्त सूचना पर एसडीओ ने यह छापेमारी की है।

छापेमारी के दौरान कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर उनके घरों में छापेमारी करने पहुंची जहां से कुछ आपत्तिजनक समान जब्त किए हैं। साथ ही संदिग्धों के पास से मिले मोबाईल से भी कुछ साक्ष्य हाथ लगे हैं। फिलहाल सभी संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। इसमें नव पदस्थापित थानेदार नितिन कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।

 एसडीओ के औचक छापेमारी के बाद गम्हरिया बाजार में हड़कंप मच गया है। हालांकि सरगना का सुराग लगा पाना एसडीओ के लिए बड़ी चुनौती होगी।

सरायकेला : जैक के सदस्य डॉक्टर अरुण कुमार महतो ने संचालित हो रहे मैट्रिक की परीक्षा केंद्र का किया निरीक्षण।


Image 2Image 3Image 4Image 5

सरायकेला :- झारखंड अधिविद परिषद, जैक के सदस्य डॉक्टर अरुण कुमार महतो ने सरायकेला जिला के तिरुलडीह थाना क्षेत्र में संचालित हो रहे तीन मैट्रिक की परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया। 

सबसे पहले उन्होंने मध्य विद्यालय तिरुलडीह, उसके बाद मध्य विद्यालय कूदा औऱ अंत हाई स्कूल तिरुलडीह के परीक्षा केंद्र का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने वीक्षकों और प्रबंधन को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। 

परीक्षा केंद्र के निरीक्षण के दौरान उन्होंने संतुष्टि जताई और व्यवस्था की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित हो रही है।

चाईबासा:विधायक दशरथ गगराई के संबधी से एक करोड़ का ठगी करने वाला सुरेस हाईबुरू गिरफ्तार।


Image 2Image 3Image 4Image 5

तांतनगर ओपी प्रभारी राहुल राम नें जगन्नाथपुर में वाहन सीसी चेकिंग के दौरान खदेड़ कर पकड़ा,दो साल से चल रहा था फरार

चाईबासा : खरसांवा विधायक दशरथ गगराई के सबंधी से मार्कस छोटे लाल देवगम से एक करोड़ का ठग्गी करने वाला सुरेस हाईबुरू को रविवार को तांतनगर ओपी प्रभारी राहुल राम नें जगन्नाथपुर में चल रहे वाहन चेकिंग के दौरान खदेड़ कर पकड़ा।बाद में गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रसतुत कर जेल भेज दिया साथ ही रिमांड पर लेने की अर्जी दी।इस सबंध में मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार सुरेस हाईबुरू पिता हरिचरण हाईबुरू नें खरसांवा धियाक दशर गगराई के सबंधी मर्कस छोटेलाल देवगम को रूपये दुगना तीगुना करने का झांसा देकर सुरेश हाईबुरू नें अपने एकाउंट में एक करोड़ रूपया ठग कर डालवा लिया था।

रूपये नहीं देने पर मर्कस छोटेलाल देवगम मंझारी अंतर्गत संचालित तांतनगर ओपी थाना में 13/4/2022 को सुरेस हाईबुरू के बिरूद्व कांड संख्या 4/22 धारा 420/34 भदवी के तहत दर्ज किया गया था।इसके बाद पुलिस सुरेस हाईबुरू को तलाश कर रही थी. रविवार को तांतनगर ओपी प्रभारी को गुप्त सुचना मिली की सुरेस हाईबुरू जगन्नाथपुर की ओर जा रहा है,इधर सुचना मिलते ही जगन्नाथपुर पुलिस के सहयोग से वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया सुचना के अनुसार सुरेस हाईबुरू जगन्नाथपुर की ओर आ रहा था कि पुलिस को देख कर गाड़ी छोड़ भागने लगा इसी दौरान पुलिस नें सुरेस को दौड़ा कर पकड़ा।

पुछ ताछ के दौरान पुलिस को बताया की मैं सुरेस हाईबुरू पिता हरिचरण हाईबुरू मधुबन गोबरघाटीथाना कलिंगानगर जिला जजपुर निवासी बताया गया उसके बाद पुलिस नें उसे गिरफ्तार कर लिया।वहीं पुछ ताछ के दौरान सुरेस हाईबुरू ने बताया की मर्कस छोटेलाल देवगम जो काटभारी गांव थाना मंझारी तांतनगर ओपी क्षेत्र का रहने वाला है।मर्कस छोटेलाल देवगम से सुरेस हाईबुरू नें बैंक के माध्यम से अपने एकाउंट में जालसाजी कर और एक करोड़ रूपये को तीन गुना करने का प्रलोभन देकर डलवा लिया।लेकिन निर्धारित समय के अनुसार सुरेस हाईबुरू नें मर्कस छोटेलाल देवगम से लिया वापस नहीं लौटाया और ना रूपये तीन गुना हुआ।रूपये नहीं लौटाने के बाद मर्कस छोटेलाल देवगम नें सुरेस हाईबुरू के बिरूद्द 420 का मामला दर्ज कराया तांतनगर ओपी में 13/4/2022 में।उसके बाद से पुलिस कई बार छापेमारी भी की लेकिन सुरेस हाईबुरू भागा फिर रहा था।इधर पुलिस सुरेस को पकड़ने के लिए कई जाल बिछा रखा था।और अंततः आज सुरेस हाईबुरू तांतनगर ओपी प्रभारी राहुल राम के द्वारा बुने गये जाल में फस गया और गिरफ्तार हो गया।

बताया गया मर्कस छोटेलाल नौकरी करता था और वह सेवानिवृत होने बाद उन्हे 60 लाख रूपया रिटायरमेंट में मिला तथा 40 लाख रूपया लौन लेकर सुरेस हाईबुरू के झांसे में आकर सुरेस को दे दिया इसी चाहत में की एक करोड़ का तीन करोड़ हो जायेगा।ज्ञांत हो की इस कड़ी का मुख्य सुत्रधार धनुज केराय जिला छोड़ कर फरार है और इसी धनुज केराई का सुत्रधार सुरेस हाईबुरू भी है।इनलों नें ज्यादा तर रेटायरमेंट कर्मी और शिक्षक को ही अपने झाँसा में लेकर फसाने का काम करता है और झांसा देकर रूपये ठगने का काम करता है।इधर सुरेस हाईबुरू की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है।

सरायकेला :विधायक सविता महतो ने स्वतंत्रता सेनानी वीर शहीद तिलका मांझी को दिया श्रद्धांजलि।


Image 2Image 3Image 4Image 5

सरायकेला : स्वतंत्रता सेनानी वीर शहीद बाबा तिलका मांझी के जयंती के अवसर पर रविवार को विधायक सविता महतो व जिला परिषद सदस्य पिंकी लायेक ने चांडिल प्रखंड के चिलगु, गांगुडीह पुनर्वास स्थल व लेंगडीह स्थित बाबा तिलका मांझी के मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया। 

इस दौरान विधायक सविता महतो ने कहा स्वतंत्रता सेनानी बाबा तिलका की जीवन कथा से प्रेरणा लेकर हमें चलने की आवश्यकता है। इस दौरान विधायक ने तिलका कल्याण समिति गांगुडीह पुनर्वास स्थल व लेंगडीह में आयोजित एक दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता में भी शामिल हुए। 

इस दौरान विधायक ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका हौसला बुलंद किया। विधायक ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा खेल जीवन का एक अभिन्न अंग है। खिलाड़ी मन लगाकर खेल को खेले निश्चय ही लक्ष्य की प्राप्ति होगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय खिलाड़ियों में प्रतिभा की कमी नहीं है। 

मौके पर जिला परिषद सदस्य पिंकी लायेक, झामुमो केंद्रीय सदस्य पप्पू वर्मा, झामुमो नेता ओमप्रकाश लायेक, झामुमो केंद्रीय सदस्य काबलु महतो, प्रखंड अध्यक्ष कृष्णा किशोर महतो, श्यामल मार्डी, धर्मू गोप, बैद्यनाथ टुडू, राजू किस्कु, सुदामा हेम्ब्रम, अवधेश मुर्मू, दीनबंधु महतो,कलेबर हेम्ब्रम,कालिया बेसरा, सुमित टुडू, संजय हांसदा आदि ने भी बाबा तिलका के मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।

सरायकेला:कोल्हान के नारायण प्राइवेट आईटीआई लूपुंगडीह परिसर में तिलका माझी की जयंती मनाई गई।


Image 2Image 3Image 4Image 5

सरायकेला :- कोल्हान के नारायण प्राइवेट आईटीआई लूपुंगडीह परिसर में तिलका माझी की जयंती मनाई गई इसमें उपस्थित संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडे ने कहा कि तिलका माँझी, (11 फ़रवरी 1750 - 13 जनवरी 1785) तिलका मांझी उर्फ जबरा पहाड़िया जिन्होंने राजमहल, झारखंड की पहाड़ियों पर ब्रिटिश हुकूमत से लोहा लिया। 

इनमें सबसे लोकप्रिय तिलका मांझी हैं। तिलका मांझी संतालों के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ने में कभी पीछे नहीं हटे है। संताल एवं आदिवासी समुदाय में इतिहासकारों की कमी होने के कारण दूसरे जाति समुदाय के इतिहासकारों द्वारा इस संथाल समुदाय के इतिहास को तोड़ मरोड़ा जा रहा है इतिहास के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है, इसलिए ही तिलका मांझी को पहाड़िया जनजाति के साथ कुछ इतिहासकारों द्वारा जोड़ा जा रहा है जो गलत जानकारी है। 

मांझी और मुर्मू सरनेम संतालों का है और तिलका, पानो और सुंदरा नाम भी अभी भी संतालों के बीच मौजूद हैं। तिलका मांझी का असली नाम तिलका मुर्मू है जबरा पहाड़िया नहीं। तिलका मांझी संतालो के बीच काफी लोकप्रिय है और उनका पुजा भी किया जाता है लेकिन पहाड़िया जनजाति के लोग तिलका मांझी का पुजा पाठ या कोई अन्य उनके नाम पर समारोह आयोजित नहीं देखने को मिलता है। 

संथालों के अनेकों लोक गीतों में उनका नाम हैइसमें उपस्थित कॉलेज के प्राचार्य जयदीप पांडे , शान्ति राम महतो,कृष्ण चंद्र महतो ,देव कृष्णा महतो अजय कुमार मंडल ,गौरव महतो , संदीप नायक आदि उपस्थित थे ।

आगामी 16 फरवरी को ईचागढ़ में एक दिवसीय निशुल्क मोतियाबिंद जांच शिविर का आयोजन


Image 2Image 3Image 4Image 5

सरायकेला : ईचागढ में आगामी 16 फरवरी 2024 को एक दिवसीय नि: शुल्क मोतियाबिंद जांच एवं आपरेशन शिविर का आयोजन टाटा स्टील रूरल डेवलपमेंट के सौजन्य से किया गया है। 

स्थान: S. M. Public school ramnagar Bistatand ईचागढ़ परिसर में होगा । इस आशय की जानकारी रामप्रसाद महतो ने दी है।

उन्होंने ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र आम जनता से अपील किया है कि इस शिविर में आएं और आखों की जांच कराए जिससे आपको लाभ मिलेगा ।

सरायकेला:ईचागढ़ शैक्षिक समुदाय ने दिवंगत पारा शिक्षक के आश्रितों को दी आर्थिक सहयोग।


Image 2Image 3Image 4Image 5

सरायकेला:- ईचागढ़ प्रखंड के नव प्राथमिक विद्यालय,सालगाडीह के दिवंगत पारा शिक्षक अनादि कुमार महतो के परिजनों को ईचागढ़ शैक्षिक समुदाय ने शनिवार को सहयोग राशि प्रदान की तथा मौके पर दिवंगत पारा शिक्षक को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

शैक्षिक समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल पारा शिक्षकों के प्रखंड अध्यक्ष पुस्तम हजाम के नेतृत्व में अनादि कुमार महतो के सालगाडीह, चिपड़ी स्थित पैतृक आवास जाकर यह सहयोग प्रदान किया। 

मौके पर उपस्थित पारा शिक्षक-गैर पारा जेटेट सफल अभ्यर्थी संघ झारखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल दास ने संबोधित करते हुए कहा कि सूबे के पारा शिक्षक विगत बीस सालों से प्रदेश की प्रारंभिक शिक्षा की बागडोर संभाले हुए हैं। बावजूद इसके सरकार की ग़लत नीतियों की वजह से आज़ भी उपेक्षित हैं। 

पारा शिक्षकों की मौत के बाद उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित नहीं है। उन्होंने सरकार से यथाशीघ्र पारा शिक्षकों के लिए ठोस समाधान की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने ईचागढ़ के तमाम सहायक शिक्षक-शिक्षिकाओं, सहायक अध्यापक-अध्यापिकाओं, शिक्षा विभाग से जुड़े कर्मियों एवं शिक्षाविदों को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि वरीय शिक्षक एवं कर्मियों ने हमेशा से बड़े भाई की भूमिका में शैक्षिक समुदाय को एक परिवार की तरह समेटकर रखा है। इसके लिए पारा शिक्षक समूह उनके आभारी हैं।इस अवसर पर काफ़ी संख्या में शैक्षिक समुदाय के सदस्य उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री को पलामू पहुंचने पर सचिव,आयुक्त,आईजी, उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने किया स्वागत


Image 2Image 3Image 4Image 5

पलामू: मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन को पलामू पहुंचने पर चियांकी स्थित हवाई अड्डा पर जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त दशरथ चन्द्र दास, पलामू प्रक्षेत्र के आईजी राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त शशि रंजन, पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन आदि ने स्वागत किया।साथ ही जिला प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 

मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, गढ़वा विधायक मिथलेश ठाकुर, मनिका विधायक रामचंद्र सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे सहित अन्य पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं जवान आदि उपस्थित थे।

सडक़ सुरक्षा माह के अवसर पर दुर्घटना में पीड़ित व्यक्तियों के मदद के लिए चलाया गया जागरूकता अभियान


Image 2Image 3Image 4Image 5

सरायकेला :सड़क सुरक्षा माह 15 जनवरी 2024 से 14 फरबरी 2025 तक निर्धारित है।

ज़िला परिवहन पदाधिकारी सरायकेला-खारसवाँ के निर्देशानुसार आज दिनांक 10 फ़रवरी 2024 को ज़िला सड़क सुरक्षा टीम द्वारा सड़क दुर्घटना में पीड़ितों को मदद करने हेतु सदर अस्पताल मे जागरूकता अभियान चलाया गया।

 जिसमे लोगों को एक नेक नागरिक होने के लिए सड़क सुरक्षा टीम द्वारा प्रेरित किया गया, जिससे ज़िला अंतर्गत हो रहे सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ितों को मदद मिल पाये और समय रहते अस्पताल तक पहुँचाया जाये ताकि उनकी जान बच पाये।

 इस जागरूकता कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से सड़क सुरक्षा प्रबंधक कुन्दन वर्मा, सड़क अभियांत्रिकी विशलेषक आशुतोष कुमार सिंह और IT सहायक धृत कुमार मौजूद रहे ।

हाथी के आतंक और किसानों के रौंदे गए फसलों का मुआवजा भुगतान करने में वन विभाग की लापरवाही, किसानों में आक्रोश*

Image 2Image 3Image 4Image 5

सरायकेला : कोल्हान के नीमडीह थाना क्षेत्र के हाथी प्रभावित क्षेत्र लाकड़ी बागड़ी और चिंगड़ा पाड़कीडीह के ग्रामीण हाथी की आतंक से बारहों महीना भयभीत रहते हैं। 

इस क्षेत्र में हाथी का झुंड पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला के बाघमुंडी स्थित अयोध्या पहाड़ और चांडिल क्षेत्र के दलमा सेंचुरी से पहुंचकर छोटे बड़े जंगल में डेरा डाले रहते हैं, और शाम होते ही जंगल से हाथी गांवों में प्रवेश करके उपद्रव मचाते हैं। 

घर और खेत खलिहान में रखे अनाज को टारगेट करते हैं। और इस क्षेत्र में विचरण करते रहते हैं। शाम होते हीं ग्रामीण आपने घर से बाहर जाने की हिम्मत नही कर पाते।

 इस क्षेत्र में कुटुम बंधु आने में कतराते हैं । जहां चांडिल वन क्षेत्र के पदाधिकारी वा वनकर्मी को सूचना देने के बावजूद ग्रामीणों को सुरक्षा की दृष्टिकोण के तहत सुरक्षा उपकरण मुहैया नही कराते हैं।  

जिसके कारण आज हाथी प्रभावित गांव के ग्रामीण वन विभाग के प्रति नाराजगी प्रकट कर रहे हैं।

स्थानीय झामुमो के वरिष्ठ नेता सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेंब्रम द्वारा आपने आवास कार्यालय में आए ग्रामीणों के बीच हाथी झुंड की आतंक से सुरक्षा के लिए टॉर्च लाईट,ओर फटाखे बितरण किया गया।साथ हीं उन ग्रामीणों की बाते सुने साथ ही आश्वासन दिया गया । उच्च पदाधिकारी से बाते करके इस आतंक से निजात दिलवाने की काम करेंगे ।

आज एक तरफ सरकारी सुविधा से वंचित हो जाने के कारण आज ग्रामीणों को समाजसेवी और नेता पर विश्वास रहा तथा मजबूर रहने लगा ।

लोग,क्योंकि। वन क्षेत्र पदाधिकारी की मनमानी के कारण हाथी से प्रभावित लोगों को। क्षतिपूर्ति की मुआवजा भी कई वर्ष बीत जाने के बाद नही मिला है।

यह एक विकट समस्या उत्पन्न करता है।कड़ी मेहनत और परिश्रम करके खेत में फसल उत्पादन करना और हाथी के झुंड द्वारा फसल को नष्ट कर देना,उसे निवाला बना लेना जिससे गरीब किसान को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

 वन विभाग द्वारा समय पर क्षति पूर्ति और मुआवजा की राशि नही मिलने पर उन लोगो पर क्या गुजरता है यह पीड़ित के दर्द देखकर महसूस किया जा सकता है।

आज केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा प्रति वर्ष वन एवं पर्यावरण विभाग को करोड़ों रुपये मुहैया कराया जाता है फिर भी वन विभाग द्वारा गरीब किसानों को समय पर मुआवजा नही दिया जाता है।जिसके कारण किसान में वन विभाग के प्रति नाराजगी है।