मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के स्मृति दिवस 11 फ़रवरी को बगिया कैंप कार्यालय में उनके छायाचित्र पर मुख्यमंत्री ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि एकात्म मानववाद की विचारधारा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद है जो समाजवाद और व्यक्तिवाद से अलग सोचने की आजादी देता है।

एकात्म मानववाद एक वर्गहीन, जातिविहीन तथा संघर्ष मुक्त सामाजिक व्यवस्था जो साम्यवाद से अलग है उसके रूप में परिभाषित किया गया। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक तरीके से भारतीय संस्कृति का एकीकरण होना चाहिए।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मुख्य विचारों को उनकी भारतीयता, संस्कृति और अंत्योदय की संकल्पना में देखा जा सकता है। 'सभी के लिए शिक्षा' और 'हर हाथ को काम, हर खेत को पानी' के उनके दृष्टिकोण को आर्थिक लोकतंत्र के उनके विचार में परिणित होते देखा गया। आर्थिक लोकतंत्र के अपने विचार को समझाते हुए वे कहते हैं, ''यदि सभी के लिए वोट राजनीतिक लोकतंत्र की कसौटी है, तो सभी के लिए काम आर्थिक लोकतंत्र का माप है। उन्होंने बड़े पैमाने के उद्योग आधारित विकास, केंद्रीकरण और एकाधिकार के विचारों का विरोध करते हुए स्वदेशी और विकेंद्रीकरण की वकालत की। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी व्यवस्था जो रोजगार के अवसर कम करती हो वह अलोकतांत्रिक है. उन्होंने सामाजिक असमानता से मुक्त एक ऐसी व्यवस्था की वकालत की जहां पूंजी और शक्ति का विकेंद्रीकरण हो।

पंडित दीन दयाल उपाध्याय का कहना था कि भारतीय संस्कृति की नींव पर एक मजबूत और समृद्ध भारतीय राष्ट्र का निर्माण करना है, जो सभी को स्वतंत्रता, समानता और न्याय (धर्मराज्य), सभी के लिए अधिकतम भलाई (सर्वोदय और अंत्योदय) और संश्लेषण, न कि संघर्ष को आधार बनाए।

*मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता से आग से झुलसी सुकान्तिबाई के पैरों की सफल सर्जरी हुई*

रायपुर-  सहज, सरल व्यक्तित्व के धनी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से उनके क्षेत्र के लोगों का आत्मीय संबंध है, छोटी-मोटी कोई भी जरूरत होने पर ये लोग बिना किसी संकोच के मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें अपनी परेशानी बताते हैं, मुख्यमंत्री भी लोगों की परेशानियां दूर करने के लिए भरसक प्रयास करते हैं।

बगिया के कैंप कार्यालय में कुछ समय पूर्व कुनकुरी तहसील के ग्राम गोरिया निवासी नंदकुमार चौहान ने बताया था कि उनकी पत्नी सुकांती बाई 2019 में आग से झुलस जाने से चल-फिर नहीं सकती है ।

मुख्यमन्त्री श्री साय ने सुकांती बाई के पैर के इलाज के लिए एम्बुलेंस भेज कर रायपुर के डीकेएस अस्पताल में भर्ती कराया और चिकित्सकों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज कैंप कार्यालय के शुभारंभ के मौके पर सुकान्ति बाई जिनके दोनो पैर की सर्जरी हो गई है, उनसे फोन के माध्यम से हाल-चाल लेकर उनके शीघ्र स्वास्थ्य होने की कामना की। मुख्यमंत्री जरूरतमंद लोगों के मसीहा के रूप में सभी की सहायतार्थ कार्य कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कैम्प कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति का किया अनावरण

जशपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बगिया के कैम्प कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की मूर्ति का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि जनता के बीच अटल बिहारी वाजपेयी अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे।

अटलजी एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता, प्रखर राजनीतिज्ञ, नि:स्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, सशक्त वक्ता, कवि, साहित्यकार, पत्रकार और बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। अटलजी जनता की बातों को ध्यान से सुनते थे और उनकी आकाँक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करते थे। उनके कार्य राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण को दिखाते हैं।

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस की घोषणा की

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखण्ड के ग्राम कंडोरा में आयोजित मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा से बढ़कर कुछ भी नहीं है, इसलिए हम सभी को प्रतिदिन अपने माता-पिता का चरण छूकर आशीर्वाद लेना और उन्हें प्रणाम करना चाहिए। उन्हें खुश रखेंगे, तो जीवन सफल होगा। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप मनाने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आयोजकों को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में कार्यक्रम आयोजित करने पर बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके गुरु ने कहा था कि माता-पिता भगवान से बड़े होते हैं। माता जन्म देती है। गर्भ में 9 माह तक रखने के बाद पालन-पोषण करती है। यदि माता-पिता खुश नहीं हैं, तो सभी पूजा-पाठ सभी व्यर्थ है। वेदों में भी माता-पिता का स्थान सर्वाेच्च है। मुख्यमंत्री ने धार्मिक कथाओं का उदाहरण देते हुए माता-पिता के महत्व को रेखांकित किया और सभी बेटे-बेटियों को अपने माता-पिता को खुश रखते हुए उनसे आशीर्वाद लेने और उनका आदर और सम्मान करने की अपील की। कार्यक्रम को राजीव रंजन नन्दे और वनवासी आश्रम के योगेश बापट ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने माता-पिता का महत्व बताते हुए उनका आशीर्वाद लेने और पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहकर अपने माता पिता की सेवा करने और उनका नाम रोशन करने की बात कही। इस दौरान पद्मश्री जागेश्वर यादव, राम प्रताप सिंह, संभाग आयुक्त जी.आर. चुरेंद्र, जनसंपर्क आयुक्त मयंक श्रीवास्तव, आई.जी. अंकित गर्ग, कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल, पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह आदि उपस्थित थे।

मैं भी अपने माता-पिता के आशीर्वाद से आज मुख्यमंत्री हूँ

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में सम्मिलित होने के पश्चात भावुकता के साथ अपने माता-पिता को याद करते हुए बताया कि बचपन में उनके सिर से पिता का साया उठ जाने के पश्चात अपनी माता में ही पिता औऱ माता का रूप देखते थे और निरंतर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते रहे। उन्होंने बताया कि आज भी उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेता हूँ और मुझे लगता है कि आज मैं जिस मुकाम पर हूँ, मुख्यमंत्री हूँ उसमें मेरे माता-पिता का ही आशीर्वाद है।

बच्चों ने की माता-पिता की पूजा

कार्यक्रम में शामिल बच्चों ने अपने माता-पिता की विधि विधान से पूजा की और माता पिता की सेवा करने का संकल्प भी लिया। मंच पर मुख्यमंत्री श्री साय सहित अन्य अतिथियों का भी बच्चों ने अभिनन्दन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ग्राम लोधमा में आयोजित श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में शामिल हुए

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज जशपुर जिला अंतर्गत ग्राम लोधमा में ग्रामवासियों द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सनतान-धर्म ज्ञान का महासागर है। जिसमें जितनी क्षमता हो, वह उतने गहरे उतर सकता है। ज्ञान की इस परंपरा का न आदि है और न ही अंत है। यदि हम केवल श्रीमद् भागवत की ही बात कर लें, तो इसकी गहराई को छूने के प्रयास में ही सारा जीवन बीत जाता है। उल्लेखनीय है कि जशपुर जिला ग्राम लोधमा में 10 फरवरी से 17 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। जिसमे वृंदावन से पहुंचे श्रद्धेय पंडित श्री बलराम शास्त्रीजी कथा वाचन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने यहां श्री राम मंदिर में भगवान राम का दर्शन कर पूजा अर्चना भी की। ज्ञात है कि ग्राम लोधमा राम वन गमन क्षेत्र अंतर्गत शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम वन गमन परिपथ को भी विकसित किया जाएगा।

इस अवसर पर कथावाचक पंडित बलराम शास्त्री ने मुख्यमंत्री को तुलसी माला और श्री राम गमछा पहनाकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री में वृंदाबिहारी लाल की जयकारे के साथ उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने गांव वालों को इस भक्तिमय आयोजन की शुभकामना देते हुए कहा की यह भव्य आयोजन करते आ रहे है। आगे भी होता रहे। उन्होंने कहा कि वृंदावन बिहारी और राधा रानी के आशिर्वाद से मुझे मुख्यमंत्री का दायित्व मिला।

हम सबके विश्वास पर खरा उतरें यही विश्वास है

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी दो दिन पहले बजट में कुनकुरी में अस्पताल की सौगात दी गई है, जिससे अंचल में स्वास्थ की सुविधाएं बढ़ेगी। लोगों को दूर नहीं जाना पड़ेगा। इसके अलावा इस अंचल को अनेकों सौगातें दी है। आगे भी अंचल के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री ने यहां भागवत भवन के लिए 20 लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही हाई स्कूल को हायर सेकेंडरी स्कूल में उन्नयन की घोषणा की गई।

इस अवसर पर कमिश्नर जी.आर. चुरेन्द्र, जनसंपर्क विभाग के आयुक्त मयंक श्रीवास्तव, आई.जी. अंकित गर्ग, कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल, एस.पी. शशि मोहन सिंह सहित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवम श्रद्धालु गण बड़ी संख्या में मौजूद थे।

गरीबों की सेवा से मिलती है सुखद अनुभूति: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज जशपुर जिले में अपने गृहग्राम बगिया में निजी चैनल के ‘इमर्जिंग जशपुर‘ कार्यक्रम में शामिल हुए। एक प्रश्न के जबाव में मुख्यमंत्री ने कहा कि ग़रीबों की सेवा से सुखद अनुभूति होती है। हम सभी को स्वास्थ्य सुविधा दिलाने प्रयासरत रहेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि जशपुर जिले के ट्रक ड्राईवर का एम्स दिल्ली में इलाज कराया हैं। उसके पेट में ट्यूमर था, इलाज के बाद वह स्वास्थ्य होकर वापस आया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से सहयोग लेकर ज़रूरतमंद लोगों का इलाज ज़्यादा से ज्यादा कराया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मदद से प्रधानमंत्री सहायता कोष से भी ईलाज कराया गया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वे अपने अतित को भूले नहीं है। पक्का मकान होने पर पुराने मकान को तोड़ा नहीं है। उसे संजो कर रखा है। उन्होंने कहा कि पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण खेल नहीं पाया, किन्तु हॉकी, फुटबॉल खेला, उन्होंने कहा कि जशपुर में धनुर्विद्या (निशानेबाजी) को प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनकी खेती में काफी दिलचस्पी है। उन्होंने कहा कि इस बार हमने समर्थन मूल्य पर 144 लाख मीटरिक टन धान की ऐतिहासिक खरीदी की है। उन्होंने कहा कि किसानों को धान के मूल्य की अंतर राशि 917 रूपए प्रति क्विण्टल के मान से शीघ्र दी जाएगी। खेती-किसानी को बेहतर बनाने के लिए सिंचाई के साधनों का भरपूर उपयोग किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार बनने के एक महीने में ही सीजी पीएससी में भर्ती के शिकायत के मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। हमारी सरकार ने मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाई है। वनोपज का आदिवासी भाईयों को कैसे लाभ मिले इसके लिए भी उनकी आर्थिक स्थिति बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी क्षेत्रों में विकास किया जाएगा। मुख्यमंत्री 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के अवसर पर पूरा छत्तीसगढ़ रामललामय हो गया था। इस ऐतिहासिक अवसर पर मैं स्वयं शिवरीनारायण जाकर कार्यक्रम से ऑनलाईन शामिल हुआ।

बापू को नमन कर राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में शुरू की भारत जोड़ो न्याय यात्रा, अगले तीन दिनों तक इन जिलों में करेंगे पदयात्रा…

रायपुर- कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा रायगढ़ जिले से छत्तीसगढ़ में आज प्रवेश कर गई. दर्रामुंडा में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ उन्होंने प्रदेश में चार दिवसीय यात्रा की शुरुआत की. रास्ते में उनके स्वागत के लिए कांग्रेस का झंडा लिए कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बड़ी संख्या में आम लोग मौजूद हैं.

तय कार्यक्रम के अनुसार, राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा रायगढ़ से शुरू होकर खरसिया होते हुए आज सक्ती पहुंचेगी. सक्ती के अग्रसेन चौक में राहुल गांधी आम लोगों को संबोधित करेंगे. सक्ती के बाद राहुल गांधी कोरबा के लिए प्रस्थान करेंगे. रात्रि विश्राम भैसमा स्थित शासकीय प्यारेलाल महाविद्यालय के पास होगा.

12 फरवरी को राहुल गांधी कोरबा के सीतामढ़ी चौक से पदयात्रा शुरू करेंगे. रात्रि विश्राम शिवनगर थाना तारा के पास सुरजपुर जिला में होगा. 13 फरवरी को सरगुजा जिला के रायगढ़ बस स्टैंड चौक (उदयपुर) से पदयात्रा प्रारंभ होगी और रात्रि विश्राम बलरामपुर जिला के झींगो में होगा. 14 फरवरी को बलरामपुर के पुराना सर्किट हाउस से पदयात्रा प्रारंभ होगी, जिसका समापन छत्तीसगढ़ की सीमा बलरामपुर जिला के रामानुजगंज में होगा.

सीमा पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को राष्ट्रीय ध्वज को प्रदान करेंगे. रायगढ़ खरसिया, सक्ती, कोरबा से लेकर अंबिकापुर, रामानुजगंज तक ऐतिहासिक स्वागत की तैयारियां की गई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज स्वंय एवं वरिष्ठ नेतागण यात्रा की तैयारियों को स्वयं निगरानी कर रहे है. पूरे मार्ग में अलग-अलग पदाधिकारियो को जिम्मेदारियां दी गयी है.

बता दें कि 14 जनवरी 2024 को मणिपुर से शुरू हुई यह न्याय यात्रा 67 दिनों में 110 जिलों से गुजरते हुये 6700 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करेगी. छत्तीसगढ़ में यह यात्रा राज्य के 7 जिलों से होकर गुजरेगी तथा 536 किलोमीटर 4 दिनों तक राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में पैदल चलेंगे.

हितेंद्र तिवारी बने रायपुर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष

रायपुर- रायपुर अधिवक्ता संघ के चुनाव में कांटे की टक्कर में हितेंद्र तिवारी अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी दिनेश देवांगन को 18 मतों से पराजित किया। हितेंद्र को 741 और दिनेश को 723 मत मिले। इसी तरह से उपाध्यक्ष (पुरुष) पद के लिए किशोर ताम्रकार, उपाध्यक्ष (महिला) पद पर रितु बुंदेल और सचिव अरुण कुमार मिश्रा निर्वाचित घोषित किए गए, जबकि अन्य पदों के पदाधिकारियों को विजयी घोषित कर प्रमाण पत्र निर्वाचन अधिकारियों ने सौंपा।

रायपुर अधिवक्ता संघ के 11 पदों के लिए 56 अधिवक्ता प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। पदाधिकारी चुनने शुक्रवार को मतदान की प्रक्रिया संपन्न हुई थी। संघ में पंजीकृत कुल 2,368 अधिवक्ता मतदाताओं में से 2,002 अधिवक्ताओं ने मताधिकार (84.54 प्रतिशत) का प्रयोग किया था। शनिवार सुबह से कोर्ट परिसर में शुरू हुई मतगणना की प्रक्रिया देर रात तक निर्वाचन अधिकारियों की उपस्थिति में चलती रही। इस दौरान अध्यक्ष पद के मतों की गणना को लेकर प्रत्याशियों के बीच विवाद भी सामने आया।

मतगणना के बाद सभी विजयी प्रत्याशियों ने अपनी जीत का जश्न भी कोर्ट परिसर में मनाया। समर्थक अधिवक्ताओं ने जहां जमकर पटाखे फोड़कर खुशी का इजहार किया, वहीं फूल मलाओं से निर्वाचित पदाधिकारियों का स्वागत किया।

कांग्रेस का जनता करेगी पूरा सफाया’: भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर CM साय का तंज,

जशपुर- छत्तीसगढ़ में आज से यानी 11 फरवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत होगी. यात्रा को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने तंज कसा है. सीएम साय ने कहा, पहले राहुल गांधी अपनी ही पार्टी में अन्याय के शिकार नेताओं को न्याय दिलाने की पहल करें. क्योंकि इस देश ने उनकी दक्षिण से उत्तर तक भारत जोड़ो यात्रा का भी हश्र देख लिया है. जिसके बाद जनता ने कांग्रेस को तीन राज्यों से अलग कर दिया था. इस बार राहुल गांधी अपनी न्याय यात्रा को लेकर छत्तीसगढ़ में है. यहां भी लोकसभा चुनाव में राज्य की जनता कांग्रेस पार्टी का पूरा सफाया करने का मन बना चुकी है.

आगे सीएम साय ने कहा, पीएम मोदी की गांरटी के सभी कार्य प्राथमिकता के साथ पूरे किए जा रहे हैं. यहां 18 लाख पीएम आवास और महतारी वंदन योजना का जल्द लाभ दिलाने के लिए काम शुरू कर दिया है. किसानों से इस बार 145 मीट्रिक टन बंपर मात्रा में धान की खरीदी की गई है. किसानों को धान की अंतर राशि का भी जल्द भुगतान करा दिया जाएगा.

आगे उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. अभी तेन्दूपत्ता का सीजन आ रहा है. इस बार तेन्दूपत्ता की बढ़ाकर 5500 रुपए करने का निर्णय ले लिया है. इससे वनोपज संग्राहकों को लाभ मिलेगा.

CG में खुलेगी ‘मोहब्बत की दुकान’: भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर पूर्व CM बघेल का बयान, कहा- लोगों में भारी उत्साह, 5 न्याय को लेकर चल रहे राहु

रायपुर- भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बयान सामने आया है. यात्रा को लेकर उन्होंने कहा, राहुल गांधी कल से यात्रा शुरू करेंगे. लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. पांच न्याय को लेकर राहुल गांधी चल रहे हैं. 13 फरवरी को अंबिकापुर में सभा होगी, जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी आ सकते हैं. राहुल गांधी की यात्रा राजनीतिक यात्रा नहीं है, लेकिन इसका फायदा लोकसभा में मिलेगा.

लोकसभा के पहले पूरे देश में गृहमंत्री ने सीएए लागू करने की बात की है, जिसको लेकर भूपेश बघेल ने तंज कसा है. उनका कहना है कि इसका नुकसान छत्तीसगढ़ को होगा. यहां तो आपको सर्टिफिकेट से साबित करना पड़ेगा कि आप भारतीय हैं या नहीं. असम और अन्य जगह लोगों ने सर्टिफिकेट बना दिए, लेकिन गरीब आदिवासी कैसे साबित करेंगे ?

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री साय की कानून व्यवस्था की बैठक और बयान पर भी भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा, सही कह रहे हैं कि अपराध में कमी आनी चाहिए. लेकिन दूसरों को अंदर करें और अपनों को छोड़ दें। यह नहीं होना चाहिए.