श्री गोबिंदराम शदाणी शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय को शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का तोहफा

रायपुर-    जब एक बेटी पढ़ती है, तो वह न केवल अपने लिए, बल्कि अपने परिवार और समाज के लिए भी बेहतर भविष्य का निर्माण करती है। महिलाएं परिवार की नींव होती हैं महिलाएं अपने परिवारों की देखभाल करने और उन्हें शिक्षा और संस्कार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने श्री गोबिंदराम शदाणी शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय के प्रतिभा सम्मान समारोह "सांझ" एवं नामकरण समारोह के दौरान यह बात कही। उन्होंने वहां संबोधित करते हुए कहा कि, पहले लोग बेटियों की शिक्षा दिलाने में आनाकानी करते थे। लेकिन आज बेटियों ने शिक्षा, खेल और दूसरी क्षेत्रों में अपना मुकाम हासिल कर सबको बता दिया वो किसी से कम नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमको परेशानियों से घबराना नहीं है। जब हम कुछ बड़ा हासिल करने की सोचते है तो समयाएं आती हैं। हर समस्या का एक समाधान होता है। लेकिन जब एक समस्या का समाधान मिलता है तो दूसरी समस्या आ जाती है और शायद यही जिंदगी है अगर समस्याओं से मुक्ति मिल जाए तो हमारे जीवन का उद्देश्य ही खत्म हो जाएगा। बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षा में तकनीकी के इस्तेमाल पर जोर देते हुए कहा कि, आज के आधुनिक समय में तकनीकी के सही इस्तेमाल ही हम आगे बढ़ सकते हैं। अब आईटी के बाद एआई का समय आ गया है। अगर हमको विश्व स्तर की शिक्षा चाहिए तो तकनीकी का सही इस्तमाल करना पड़ेगा। शिक्षा मंत्री ने स्कूल में स्मार्ट क्लास के निर्माण के लिए 25 लाख रुपए देने की घोषणा की एवं कमरों के निर्माण के लिए 75 लाख रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को पुरुस्कृत किया। छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में संत श्री युधिष्ठिर महाराज, प्राचार्य डॉ अमिताभ बनर्जी,  शरद मोदी, ललित जयसिंह, चेतन, लल्लू लाल, समाज के गणमान्य लोग समेत स्कूली छात्राएं, शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।
शिक्षा जीवन में सफल होने और सपनों को पूरा करने के लिए आधार प्रदान करती है:बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर-  स्कूल शिक्षा बच्चों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह उन्हें जीवन में सफल होने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए आवश्यक आधार प्रदान करता है। यह न केवल उन्हें ज्ञान और कौशल प्रदान करती है, बल्कि उन्हें सामाजिक और भावनात्मक रूप से भी विकसित करने में मदद करती है। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल शुक्रवार को रायपुर पब्लिक स्कूल के 10वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे। अपने संबोधन में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि स्कूल, बच्चों को दूसरों के साथ बातचीत करने, दोस्त बनाने, और टीम वर्क करने का अवसर प्रदान करते हैं। स्कूल बच्चों को अपनी भावनाओं को समझने और उन्हें स्वस्थ तरीके से व्यक्त करने में भी मदद करते हैं। इसके साथ ही बच्चों को नैतिक मूल्यों जैसे ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, और सहिष्णुता का विकास करने में मदद करते हैं। वे बच्चों को अच्छे नागरिक बनने के लिए आवश्यक मूल्य और सिद्धांत प्रदान करते हैं। स्कूल बच्चों को आत्मविश्वास विकसित करने में मदद करते हैं। साथ ही अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने और अपनी कमजोरियों को दूर करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। स्कूल बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करते हैं।
मुख्यमंत्री कांसाबेल के मुडाटोली में आयोजित अंचल स्तरीय कंवर समाज के सम्मेलन में हुए शामिल

जशपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज जशपुर जिले के कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम मुडाटोली में आयोजित अखिल भारतीय कंवर समाज के अंचल स्तरीय वार्षिक सम्मेलन सह मिलन समारोह 2024 में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा ही किसी समाज के विकास का मूलमंत्र है। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में विकास के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। शिक्षा सिर्फ नौकरी तक ही सीमित नहीं है, बेहतर जीवनयापन के साथ समाज सेवा, राजनीति, व्यापार के क्षेत्र में जाने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण साधन है। आज सरकार द्वारा बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने के बेहतर प्रबंध किए गए हैं। सभी अभिभावकों का दायित्व है कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करें। मुख्यमंत्री श्री साय ने युवाओं में बढ़ते नशा के प्रकोप को रोकने और युवाओं को सही दिशा में ले जाने की अपील की। सम्मेलन में समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का गज माला के साथ स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपके कँवर समाज और आदिवासी समाज पर भरोसा जताते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है। यह समाज के लोगों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि समाज का आशीर्वाद उन पर बना रहे। मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि इस तरह के सम्मेलन के माध्यम से समाज कैसे मजबूत हो इस पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी सरकार बने दो माह ही हुए हैं। इस दौरान 18 लाख से अधिक लोगों के पीएम आवास की स्वीकृति, दो वर्ष के धान के बकाया बोनस की राशि किसानों के खाते में अंतरित की गई है। उन्होंने इस साल धान की बम्फर खरीदी की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना से अगले माह से विवाहित महिलाओं के खाते में पैसा आना शुरू हो जाएगा। आप सभी पात्र महिलाएं अपना आवेदन जरूर भरें। मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रति मानक बोरा में वृद्धि करते हुए 5500 रुपये करने और संग्राहकों को बोनस, चरणपादुका का वितरण, परिवार के बच्चों को छात्रवृत्ति सहित अन्य लाभ देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमिहीन मजदूरों को साल में 10 हजार की सहयोग राशि भी देने की योजना है। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती है। अयोध्या में भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सरकारी खर्चे पर रामलला का दर्शन कराने की बात भी उन्होंने कही। कार्यक्रम में पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने कहा कि समाज का यह सम्मेलन साल में एक बार अवश्य किया जाना चाहिए ताकि समाज की नई पीढ़ी को समाज की संस्कृति से जोड़ते हुए समाज को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाया जा सके। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय, समाज के अध्यक्ष भरत साय, आर पी साय सहित  अशोक साय, सालिक साय, आर एन साय, शिवशंकर साय समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे। *समाज के भवन के लिए 20 लाख देने की घोषणा-* मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कँवर समाज के सम्मेलन में समाज के पदाधिकारियों की मांग पर सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख की राशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री की घोषणा पर समाज के लोगों ने आभार जताया। केंद्रीय कार्यालय कंवर समाज पमशाला के पूर्व अध्यक्ष अशोक साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज हम अपनों के बीच अपने मुख्यमंत्री को पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
अमर शहीद गुंडाधुर का बलिदान सदा अमर रहेगा: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भूमकाल स्मृति दिवस पर आज जशपुर जिले के विकासखंड कांसाबेल ग्राम मुंडाटोली में आदिवासी जननायक अमर शहीद गुंडाधुर के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का आगाज करने वाले जननायक वीर गुंडाधुर का बलिदान इतिहास में सदा अमर रहेगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हजारों आदिवासियों के प्रेरणास्त्रोत वीर गुंडाधुर ने बस्तर को अंग्रेजों की हुकूमत से आजादी दिलाने के लिए अपना बलिदान दिया। इसलिए आज भी उन्हें बस्तर में देवता की तरह पूजा जाता है। हर साल भूमकाल दिवस के मौके पर 10 फरवरी को उन्हें याद किया जाता है और श्रद्धांजलि दी जाती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आदिवासी चेतना के प्रतीक के रूप में शहीद गुंडाधुर जनमानस में हमेशा जीवित रहेंगे। उनकी स्मृति में मनाया जाने वाला भूमकाल दिवस सदा हमें शोषण के विरूद्ध आवाज बुलंद करने का साहस देता रहेगा। उन्होंने कहा कि अमर शहीद गुंडाधुर ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आदिवासी जनमानस में जो अलख जगाई है, वह हमेशा प्रज्ज्वलित रहेगी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर के एक छोटे से गांव में पले-बढ़े गुंडाधुर ने अंग्रेजों को इस कदर परेशान किया था कि कुछ समय के लिए अंग्रेजों को गुफाओं में छिपना पड़ा था। अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाले क्रांतिकारी अमर शहीद गुंडाधुर आज भी लोगों के दिलों में बसे है। इतिहास के पन्नों में दर्ज शहीद गुंडाधुर का व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी को प्रेरणा देता है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव में हुए शामिल


रायपुर-   प्रदेश के वाणिज्य उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने आज कोरबा के एक निजी श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न परीक्षा में उत्तीर्ण मेघावी छात्राओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज के बच्चे देश के भविष्य है। ऐसे आयोजन से बच्चों में उत्साहवर्धन होता है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बच्चों में छिपी हुई प्रतिभा सामने आती है। कैसे अच्छा हो सके इसके लिए वे प्रयास करते है। श्री देवांगन ने कहा कि कोरोना काल में जिनके माता पिता का निधन हो गया था इस महाविद्यालय द्वारा ऐसे बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है। यह एक सराहनीय प्रयास है। आयोजकों ने बताया कि इस कॉलेज की स्थापना वर्ष 1999 में हुई थी, जिसके आज 25 वर्ष पूरे होने जा रहे है। वर्तमान में यहां 1200 बच्चे अध्ययनरत है। केबिनेट मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि निश्चित तौर पर संस्कार व शिक्षा से बच्चों का भविष्य बेहतर बनाया जा सकता है। उद्योग संघ के जिला अध्यक्ष श्रीकांत बुधिया ने प्रदेश सरकार के बजट में एल्युमिनियम पार्क के लिए उद्योग मंत्री का आभार जताया। इस अवसर पर मंत्री ने शोध पर आधारित 2 पुस्तकों का विमोचन भी किया। समारोह में श्री अग्रसेन शिक्षण समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल के अलावा भगवान दास अग्रवाल, संजय बुधिया, श्यामलाल अग्रवाल, शिव अग्रवाल एवं मनोज गोयल सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत कैंटीन का वित्त मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री ओ पी चौधरी ने किया शुभारंभ

जांजगीर-चांपा- जाजल्यदेव लोक महोत्सव एवं एग्रीटेक कृषि मेला 2024 के अवसर पर वित्त मंत्री और जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी मंत्री ओ पी चौधरी ने आज शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत जिला मुख्यालय जांजगीर के निकट स्थित एफसीआई गोदाम के पास स्थित नया बस स्टैंड परिसर पर कैंटीन का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत आज प्रभारी मंत्री के द्वारा जिले का पहला कैंटीन का शुभारंभ किया गया है। इस कैंटीन के माध्यम से निर्माणी, संगठित एवं असंगठित वर्ग के श्रमिको को मात्र 5 रुपए में चावल, दाल, सब्जी, आचार या चटनी के साथ गरम और ताजा भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

प्राप्त जानकारी अनुसार इस योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन (श्रम विभाग) तथा आर के एसोसिएट्स नई दिल्ली के मध्य एमओयू हस्ताक्षर हुए हैं। जाँजगीर के इस कैंटीन में सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक गर्म भोजन उपलब्ध कराया जायेगा तथा भोजन का समय श्रमिकों के आधार पर परिवर्तन किया जा सकता है। इसमें खाने हेतु 400 ग्राम चावल, 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्ज़ी तथा 10 ग्राम आचार या चटनी एवं आरओ का पानी पीने के लिए उपलब्ध कराया जायेगा। इस योजन के तहत भोजन सप्ताह में 6 दिन उपलब्ध कराया जाएगा तथा श्रमिकों की आवश्यकता अनुसार 7वें दिन भी उपलब्ध कराया जा सकता है। एमओयू के अनुसार एक थाली भोजन की राशि 52.65 रुपये निर्धारित है। जिसमें 5 रुपये श्रमिक द्वारा तथा शेष 47.65 रुपये श्रम विभाग द्वारा प्रदान किया जाता है। उल्लेखनीय है की शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना वर्ष 2017 से छत्तीसगढ़ में प्रारंभ होकर संचालित है। यह योजना रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, राजनांदगाँव, महासमुंद तथा अंबिकापुर में पूर्व से संचालित है। श्रमिक कैंटीन के शुभारम्भ अवसर पर कलेक्टर आकाश छिकारा, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर के खुटे, श्रम विभाग के घनश्याम पाणिग्रही एवं विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

व्हाट्सएप्प पर रायपुर कलेक्टर को मिली शिकायत, तुरंत हुआ सुधार

रायपुर- कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह को एनजीओ समर्थ जन कल्याण समिति की अध्यक्ष जया द्विवेदी ने 8 जनवरी को व्हाट्सएप्प संदेश भेजकर अभनपुर विकासखंड के ग्राम हसदा की वृद्ध महिला अजीत बाई रात्रे की समस्या से अवगत कराया था कि नल जल कनेक्शन हेतु गढ्ढा खोदकर ठेकेदार द्वारा छोड़ दिया गया है एवं गढ्ढे को ढंकने की बजाय लगातार आनाकानी की जा रही है। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर डॉ. सिंह ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी रायपुर खंड के कार्यपालन अभियंता को तलब किया और तत्काल समस्या का निदान करने निर्देशित किया। कलेक्टर के कड़े निर्देश के उपरांत निर्माण एजेंसी ने तत्काल अपनी त्रुटि सुधार की एवं वृद्ध महिला को हुई असुविधा के लिए माफी भी मांगी। पीएचई अधिकारियों ने इस संबंध में अपना पालन प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया है। एनजीओ और पीड़ित महिला ने त्वरित पहल के लिए कलेक्टर डॉ. सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया, वहीं कलेक्टर ने ऐसे स्वयंसेवी संगठन की सराहना करते हुए कहा कि आम नागरिकों को सुविधा व सहायता पहुंचाने में एनजीओ की भूमिका बड़ी होती है एवं प्रशासन को जानकारी देकर लोगों को मदद पहुंचाने में समर्थ की तरह सभी एनजीओ भी हमेशा आगे रहें। प्रशासन हर सूचना, शिकायत व सुझाव पर त्वरित कार्यवाही करता है।
मुख्यमंत्री खाद्यान्न सुरक्षा योजना के तहत मिलेगा निःशुल्क चावल, खाद्य विभाग के बजट में 3 हजार 400 करोड़ रूपए का प्रावधान

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार के वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना अंतर्गत 3 हजार 400 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री खाद्यान्न सुरक्षा योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को आगामी पांच वर्ष तक निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है।

खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयालदास बघेल ने बताया कि महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए फोर्टिफाइड राईस के वितरण के लिए 209 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार शक्कर वितरण के लिए 150 करोड़ रूपए, गुड़ वितरण के लिए 81 करोड़ रूपए, अंत्योदय अन्न योजना के अंतर्गत चना वितरण के लिए 400 करोड़ रूपए, रियायती दर पर आयोडिन नमक वितरण के लिए 139 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार उपभोक्ता कल्याण अंशदान फंड योजना के अंतर्गत 20 करोड़ रूपए दिया गया है।

मुख्यमंत्री की संवेदनशील पहल : मस्कट में बंधक बनाई गई जोगी दीपिका सुरक्षित छत्तीसगढ़ लौटी

रायपुर-   प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की त्वरित पहल से मस्कट में बंधक बनाई गई छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के खुर्सीपार निवासी जोगी दीपिका मानव तस्करों से बचकर सुरक्षित छत्तीसगढ़ पहुंच गई हैं। मुख्यमंत्री श्री साय को जब इस प्रकरण की जानकारी उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा से मिली तो उन्होंने उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा को जोगी दीपिका को भारत वापस लाने के लिए हर संभव पहल करने के निर्देश दिए थे। छत्तीसगढ़ वापस आने के बाद जोगी दीपिका ने उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ सरकार के संवेदनशील पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री साय, उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा और वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के प्रति आभार जताया।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मस्कट में बंधक बनाई गई जोगी दीपिका के मामले में ओमान स्थित इंडियन एम्बेसी से संपर्क कर जोगी दीपिका की मदद का आग्रह किया। उप मुख्यमंत्री सतत रूप से इंडियन एम्बेसी के संपर्क में रहे और लगातार अपडेट लेते रहे। इस दौरान उन्होंने दूरभाष पर मस्कट में जोगी दीपिका से बातचीत कर उन्हें भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ सरकार उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। जल्द ही उनकी छत्तीसगढ़ सुरक्षित वापसी होगी।

उप मुख्यमंत्री के लगातार प्रयासों से ओमान स्थित इंडियन एम्बेसी ने त्वरित कार्रवाई की, जिसके परिणाम स्वरूप दीपिका को सुरक्षित एम्बेसी लाया गया। इन प्रयासों का यह सुखद परिणाम रहा कि दीपिका सुरक्षित भारत पहुंची। छत्तीसगढ़ पहुंचकर जोगी दीपिका सबसे पहले उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से मिलने पहुंची और उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। जोगी दीपिका ने कहा कि आपकी मदद से ही आज मैं अपने वतन सुरक्षित लौट पाई हूँ नहीं तो मैं वहां जीवन भर बंधक ही रह जाती। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय, उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा और विधायक रिकेश सेन के प्रति आभार प्रकट किया।

उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले के निवासी जे. मुकेश ने पुलिस को आवेदन दिया था कि उनकी पत्नी जोगी दीपिका को घरेलू काम दिलाने के बहाने हैदराबाद निवासी अब्दुल्ला ने ओमान देश की राजधानी मस्कट निवासी हाफिजा के घर गत वर्ष मई 2023 में भेजा था, जहां जोगी दीपिका को बंधक बनाकर रखा गया था। दीपिका का पासपोर्ट, वीजा संबंधित सारे दस्तावेज़ भी रख लिए गए थे। उसे भारत वापस भेजने रकम की भी मांग की जा रही थी।

यह विषय जैसे ही उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के संज्ञान में आया। उन्होंने पुलिस को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मस्कट में मानव तस्करो के चंगुल से बचकर भारत पहुची जोगी दीपिका ने वैशालीनगर विधायक रिकेश सेन के साथ उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से मिलकर अपनी आपबीती सुनाई व उनके पहल व मदद के लिए आभार जताया।

गौरतलब है कि परित्राणाय साधुनाम, गीता के इस वाक्य को छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपना ध्येय वाक्य रखा है। उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा छत्तीसगढ़ में ही नहीं, छत्तीसगढ़ के बाहर विदेशों में भी फंसे लोगों की मदद के लिए पहल कर इस वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं।

महतारी वंदन योजना के लिए राज्य में 35 लाख 49 हजार से अधिक महिलाओं ने भरा आवेदन

रायपुर-  महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आरंभ की गई महतारी वंदन योजना के लाभ के लिए बड़ी संख्या में आवेदन भरने का सिलसिला जारी है। इस योजना के तहत प्रदेश में 35 लाख 49 हजार 561 आवेदन प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार महतारी वंदन योजना के तहत पात्र महिलाओं से आवेदन लिए जा रहे है। प्रदेश भर में फार्म भरने के लिए महिलाएं बड़ी संख्या में आवेदन कर रही हैं। महिलाओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। सभी जिलों में लग रहे कैंपों में महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। महिलाओं का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से हर महीने मिलने वाली एक हजार रूपए की राशि से वह अपनी छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगी और सम्मानजनक जीवन निर्वाह कर सकेंगी। महतारी वंदन योजना के तहत वर्ष 2024-25 के बजट में 117 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। प्रतिवर्ष महिलाओं को 12000 रूपए मिलेगा। जिलावार प्राप्त आवेदन- महतारी वंदन योजना के अंतर्गत अब तक बालोद जिले में एक लाख 24 हजार 986, बलौदाबाजार में एक लाख 40 हजार 06, बलरामपुर में एक लाख 12 हजार 561, बस्तर में एक लाख 22 हजार 610, बेमेतरा में एक लाख 54 हजार 61 आवेदन जमा किए जा चुके हैं। इस प्रकार बीजापुर में 10011, बिलासपुर में एक लाख 67 हजार 48, दंतेवाड़ा में 45 हजार 39, धमतरी में एक लाख 10 हजार 49, दुर्ग में दो लाख 24 हजार 303, गरियाबंद में एक लाख 18 हजार 939, जांजगीर में एक लाख 85 हजार 144, जशपुर में एक लाख 11 हजार 260, कांकेर में 66 हजार 594, कवर्धा में एक लाख 16 हजार 592, कोंडागांव में 91 हजार 76, कोरबा में एक लाख 13 हजार 219, कोरिया में 39 हजार 672, महासमुंद में दो लाख 59 हजार 976, मुंगेली में एक लाख 7 हजार 365, नारायणपुर में नौ हजार 947, रायगढ़ में 86 हजार 312, रायपुर में दो लाख 79 हजार 857, राजनांदगांव में एक लाख 24 हजार 712, सरगुजा में एक लाख 10 हजार 871, सुकमा में 26 हजार 412, सूरजपुर में एक लाख 35 हजार 320, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 68 हजार 302, सक्ती में 82 हजार 763, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई में 66 हजार 181, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी में 24 हजार 39, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 26 हजार 43, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में एक लाख 33 हजार 291 आवेदन आज तक प्राप्त हो चुके हैं।