धनवा गांव में तीन घरों पर चला बुलडोजर, काफी संख्या में पुलिस बल की रही तैनाती

रफीगंज औरंगाबाद: प्रखंड के कासमा थाना क्षेत्र के धनवा गांव में प्रशासन के मौजूदगी में तीन घरों पर बुलडोजर चलाया गया। गांव के मौजा थाना नं 735 ,खाता नं 90, खेसरा 914 गैर मजरुआ आम किस्म 6 है। जिससे अतिक्रमण मुक्त किया गया। महेंद्र यादव, मोहम्मद नसीम ,मोहम्मद इलियास का घर का अतिक्रमण हटाया गया। 

अंचलधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि गांव के ही बुधराम कुमार सिंह अनुमंडलीय लोग शिकायत में अतिक्रमण के लिए दायर किया था। इसी के आलोक में 18/ 2017/18 अतिक्रमण वाद चला और आदेश पारित हुआ ।जिसके विरुद्ध मुजफ्फर आलम उच्च न्यायालय द्वारा सीडब्ल्यूजेसी /24522 /2018 दायर किया गया। जिसमें न्यायालय के द्वारा यथा स्थिति बहाल करने का आदेश दिया। पुनः बुधराम सिंह के द्वारा उच्च न्यायालय सीडब्लूजेसी/ 18621 /2018 दायर किया गया। जिसमें अतिक्रमण हटाने का आदेश हुआ। लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाने के कारण बुधराम सिंह के द्वारा न्यायालय में एमजेसी 513 /2021 दायर किया गया। जिसमें न्यायालय के द्वारा अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया ।

इसके आलोक में औरंगाबाद जिला अधिकारी का ज्ञापन 318 / विधि दिनांक 8/2/24 के द्वारा अतिक्रमण हटाने का आदेश प्राप्त हुआ ।लेकिन मुजफ्फर आलम के द्वारा दायर मामले में स्टे आर्डर के कारण उनके मकान पर अतिक्रमण खाली नहीं कराया गया। सिडब्लूजेसी /24522 /2018 मुजफ्फर आलम बनाम बिहार सरकार एवं अन्य में पारित स्टेटस को समाप्त करने हेतु उच्च न्यायालय में अंचल अधिकारी के द्वारा आई ए/ 2024 दायर किया गया । जिसमें इनको सुनवाई दिनांक 13/02 /24 को निर्धारित है। 

उसमें जो आदेश आएगा अगरतर करवाई किया जाएगा। इस मौके पर कार्यक्रम पदाधिकारी मिलन ,बीपीआरओ अमर कुमार, अंचल कर्मी , अमीन ज्योति नारायण, मुखिया प्रतिनिधि इमरान ताहिर, कासमा थानाध्यक्ष इमरान आलम ,एस आई अमोद कुमार, ललन प्रसाद यादव ,शेख शेरअली , गोह थाना के एस आई कृष्ण कुमार, देवकुंड थाना एस आई राम कुमार प्रसाद, सहित सलैया , रफीगंज, कासमा देवकुंड, गोह, के पुलिस बल तैनात थे।

पुलिस ने किया 20 एकड़ में लगे अफीम पोस्ता की खेती को नष्ट, सात गिरफ्तार


औरंगाबाद। एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम के निर्देश पर औरंगाबाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।पुलिस ने भरी मात्र में अफीम के फसल को नष्ट करते हुए इस नशे के कारोबार से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

जानकारी देते हुए एसपी से बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना प्राप्त हुई की मदनपुर के निमिडीह एवं ढकपहरी पहाड़ पर बड़े पैमाने पर अफीम पोस्ता की खेती की जा रही है।इस सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मुकेश कुमार, औरंगाबाद प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमुद रंजन पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार, मदनपुर थानाध्यक्ष, मध निषेध एवं वन विभाग के साथ टीम का गठन कर निमिडीह गांव में छापेमारी की गई।

इस छापेमारी के दौरान निमिडीह में बड़े पैमाने पर खेत में अफीम पोस्ता की खेती की जा रही थी जिसमें फूल एवं फल पूर्ण रूप से तैयार थे। जिसे पुलिस के सहयोग से 20 एकड़ में लगे अफीम पोस्ता की खेती को औरंगाबाद पुलिस,वन विभाग एवं उत्पाद विभाग की टीम के द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई कर उसे विनिष्ट किया गया तथा इससे जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

इस बड़े पैमाने पर अफीम की खेती के विनष्टीकरण होने से नक्सलियों को करारा झटका लगा है। लगातार पुलिसिया कार्रवाई से नक्सली काफी टूट चुके हैं। वह अपनी रोजमर्रा की जरूरत को पूरी करने के लिए इस तरह के अफीम की खेती किया करते हैं। और नक्सलियों के मांद में जाकर इस तरह के करवाई औरंगाबाद पुलिस के लिए काबिले तारीफ है।

बड़े पैमाने पर अफीम विनिष्टीकरण से युवाओं का भविष्य बच गया क्योंकि किसी न किसी रूप में नक्सली इसे आसपास के जिले में ही खपाते है। गिरफ्तार अभियुक्तों में विनय रिकियासन, सत्येंद्र भुइया,अजय भुइया, उपेंद्र प्रसाद गुप्ता, मोहम्मद दानिश अनवर, उमाशंकर साव, गोविंद साव है।

इनकी गिरफ्तारी के बाद मदनपुर थाना कांड संख्या 37/24 धारा 8B/18B/20/B (2)/(C)/22/29NDPS एक्ट दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों में मोहम्मद दानिश अनवर उर्फ टिंकू एवं उमाशंकर साव का अपराधिक इतिहास रहा है उसे छकरबांधा थाना कांड संख्या 06/23 दिनांक 5/4/2023 धारा 08/17(C)/18(C)N,D,P,S एक्ट में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

मोदीमय हो चुका है पूरा देश, 400 से ज्यादा सीट जीतकर एनडीए तीसरी बार फिर केंद्र में बनाएगी सरकार : चंद्रभूषण सिंह

औरंगाबाद : शहर के डीएम आवास के सामने स्थित लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की जिला इकाई की एक बैठक आज शुक्रवार को पार्टी के नव नियुक्त जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह उर्फ सोनू सिंह के आवास पर संपन्न हुई। बैठक में विभिन्न प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। 

पार्टी की नीतियों एवं सिद्धांतों को जन जन तक पहुंचाने एवं संगठन के विस्तार में अहम भूमिका निभाकर और उसे हर स्तर पर मजबूती प्रदान करने के कारण जिलाध्यक्ष बनाए जाने के बाद श्री सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय बहुत कम है और हमें अपनी ऊर्जा दुगुने उत्साह से लगाना है। ताकि लोकसभा की दो एवं विधानसभा की छह सीट एनडीए की झोली में डालें। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व का डंका पूरे विश्व में बज रहा है और यही कारण है कि हम इस बार लोकसभा की 400 एवं विधानसभा की 200 से अधिक सीटों पर कब्जा जमाकर केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार बनायेंगे। 

श्री सिंह ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशन में पार्टी नई सोच के साथ साथ बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट के साथ हर वर्ग ले लोगों में अपनी पकड़ बना चुकी है। उन्होंने कहा अब पार्टी के सभी कार्यकर्ता पंचायत स्तर पर जन समस्याओं को दूर करने में लगी हुई है और यह देखने का काम कर रही है कि लोगों के कार्य कहां और किस वजह से रुके हुए है।उसका निराकरण करने में लगी हुई है।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर पार्टी की नीति स्पष्ट है और वह जीरो टॉलरेंस के आधार पर काम कर रही है। यदि किसी का काम भ्रष्ट आचरण वाले पदाधिकारियों की वजह से लंबित है तो उसके लिए सड़क पर संघर्ष कर पूरा कराने का काम किया जाएगा। श्री सिंह ने कहा कि पार्टी ने जिस सोच के तहत उन्हें जिलाध्यक्ष की जिम्मेवारी दी है उसे पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ करने में पीछे नहीं हटेंगे।

बधाई देने वाले में ,अभिषेक सिंह, निखिल सिंह एवं कई लोजपा नेता शामिल थे

औरंगाबाद से धीरेन्द्र्

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की हुई समीक्षा बैठक, डीएम ने दिए कई निर्देश

औरंगाबाद : जिलाधिकारी श्री कांत शास्त्री द्वारा समाहरणालय के सभा कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा जिला स्तरीय पदाधिकारीयों सहित, जिले के सभी उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं डेवलपमेंट पार्टनर प्रतिनिधियों को विभिन्न समीक्षित बिंदुओं पर निर्देश दिए गए।

उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि जिला पदाधिकारी द्वारा इस विषय पर जोर दिया गया कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों की सेवाओं को सुदृढ़ किया जाए तथा निर्धारित समय के अनुसार खुलवाया जाए। इस क्रम में किसी भी स्तर पर होने वाली लापरवाही के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। 

लिंगानुपात की समीक्षा के क्रम में अवैध क्लिनिकों एवं अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों को चिंहित कर विधिसम्मत कार्रवाई करने का निर्देश जिला पदाधिकारी द्वारा दिया गया। 

इस क्रम में सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में सिजेरियन सेक्शन की संख्या में कमी को लेकर अप्रसन्नता व्यक्त की गई तथा निर्देश दिया गया कि हर जरूरतमंद को ऑपरेशन की सुविधा मिलनी चाहिए। 

सदर अस्पताल सहित सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केदो के लिए यह निर्देश दिया गया कि इंज्यूरी एवं पोस्टमार्टम का रिपोर्ट यथाशीघ्र तैयार कराया जाए तथा हर संभव अद्यतन रखा जाए।

स्वास्थ्य सेवाओं के कंप्यूटरीकरण की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना का इंप्लीमेंटेशन प्रभावी तरीके से कराने का निर्देश दिया गया। इस क्रम में यदि किसी चिकित्सक को कंप्यूटर संबंधित काम में दिक्कत हो रही हो तो उन्हें हैंड होल्ड सपोर्ट करवाने का निर्देश दिया गया।

ओपीडी कार्यों में रुचि नहीं देने वाले चिकित्सकों का वेतन स्थगित रखने का निर्देश दिया। प्रसव पूर्व जांच एवं प्रसव की उपलब्धि में संख्या कम होने को लेकर नबीनगर एवं दाउदनगर के प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरकों का मानदेय स्थगित रखने का निर्देश दिया गया।

टीकाकरण सत्रों को निर्धारित कार्य योजना के अनुसार संचालित करने तथा सत्र के दौरान प्रसव पूर्व जांच की व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया। 

मिशन बुनियाद के तहत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के सुदृढ़ीकरण हेतु कार्य योजना की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया गया कि अपर मुख्य सचिव बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिए गए निर्देशों का बिंदु बार अनुपालन कराया जाए। 

इस बैठक में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला लेखा प्रबंधक मोहम्मद अफरोज हैदर, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चौबे, डीसीएम आनंद प्रकाश, आरबीएसके कोऑर्डिनेटर नीलम रानी, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, जिला एमई पदाधिकारी अविनाश कुमार सहित जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद के तमाम अधिकारी एवं डेवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि, सभी उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं अन्यान्य उपस्थित रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

NSTPS नबीनगर ने शुरू किया गांवो में सड़क एवं खेल मैदान का निर्माण कार्य, मुख्य महाप्रबंधक और नबीनगर विधायक ने संयुक्त रुप से किया उद्घाटन

औरंगाबाद : जिले में N S T P S नबीनगर के मुख्य महाप्रबंधक चन्दन कुमार सामंता एवं नबीनगर विधायक विजय कुमार सिंह ने गांवों में सड़क एवं खेल मैदान के निर्माण का उद्घ घाटन किया।

N S T P S नबीनगर नैगमिक सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत परियोजना परिसर के निकटतम गाँवो में यह निर्माण कार्य कर रही है। लखैपुर में बनाए जा रहे सड़क निर्माण का अनुमानित खर्च 30 लाख रुपए है, वही तेतरहर गांव में खेल मैदान 80 लाख की लगत से बनकर तैयार होगा। तेतरहर गाँव नबीनगर प्रखंड में स्थित है वही, लखैपुर बारुण प्रखंड के अंतर्गत आता है। 

ज्ञात हो की N S T P S नबीनगर ने सिमरा दुसाध, ओबीपुर गांव सहित अनेको गाँवो में सड़क एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं का निर्माण कार्य कर रहा है।

खेल मैदान के निर्माण कार्य का शुभारम्भ करते हुए मुख्य महाप्रबंधक चन्दन कुमार सामंता ने गांववासियों को बधाई दी और स्थानीय विधायक डब्लू सिंह से आग्रह किया कि वे युवाओं और ख़ास करके महिलाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहित करे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

हत्यारोपी को आजीवन कारावास, शादी में डांस के दौरान युवक की गोली मारकर कर दी थी हत्या

औरंगाबाद : आज व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे दस रत्नेश्वर सिंह ने ओबरा थाना कांड संख्या -97/19 में सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए एकमात्र काराधीन अभियुक्त अभिषेक कुमार उर्फ अभिषेक गिरी रामपुर ओबरा को भादंवि धारा -302/34 में आजीवन कारावास और पच्चीस हजार जुर्माना लगाया है। जुर्माना न देने पर छः माह अतिरिक्त कारावास होगी। 

एपीपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अभियुक्त को आर्म्स एक्ट में भी सज़ा सुनाई गई है। आर्म्स एक्ट की धारा 25(1- बी) ए में तीन साल की सजा और पांच हजार जुर्माना लगाया है। जुर्माना न देने पर तीन माह अतिरिक्त कारावास होगी। 

धारा 26 में तीन साल की सजा और पांच हजार जुर्माना, जूर्माना न देने पर तीन माह अतिरिक्त कारावास होगी। आर्म्स एक्ट की धारा 27 में तीन साल की सजा और पांच हजार जुर्माना लगाया गया है। जूर्माना न देने पर तीन माह अतिरिक्त कारावास होगी। सभी सजाएं साथ साथ चलेंगी। अभियुक्त को 06/02/24 को दोषी ठहराया गया था।  

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी सूचक चितरंजन दुबे रामपुर अरंडा ओबरा ने 17/ 04/ 19 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था कि गांव में बराती आई थी। रात 10 बजे कुछ ग्रामीणों के साथ मेरा पुत्र बबलू दूबे भी नाच रहा था। नाचते समय अभियुक्त के साथ बबलू दूबे का विवाद हो गया था तो अभियुक्त ने देशी कट्टा से गोली मारकर बबलू दूबे को बुरी तरह से ज़ख्मी कर दिया। 

घायल बबलू दूबे क सदर अस्पताल से जमुहार अस्पताल गए। जहां से बेहतर इलाज के लिए बनारस जाते समय रास्ते में बबलू दूबे की मृत्यु हो गई थी। जप्ति सूची मनोज कुमार पांडेय पु. अ. नि.ओबरा ने बनाया था। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

फिर चर्चा में आए नबीनगर विधायक और अंचलाधिकारी, लगा स्टेडियम के लिए तेतरहट गांव में जबरन भूमि पूजन कराने का आरोप

औरंगाबाद ; अपने कार्यों एवं बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहने वाले नबीनगर के राजद विधायक डबलू सिंह एक बार फिर सुर्खियों में आ गए। इस बार वे जनहित के कार्यों को लेकर सुर्खियों में आए हैं और उन पर तेतरहट गांव में स्टेडियम बनाने के नाम पर तीन किसानों की जमीन को जबरन कब्जा कर भूमि पूजन करने का आरोप लगा है। हालांकि यह आरोप उन पर अकेले नहीं बल्कि इसमें नबीनगर के अंचलाधिकारी को भी शामिल किया गया है। 

आज गुरुवार के अपराहन तेतरहट गांव के किसान शंकर साव, संतोष साव एवं कन्हैया साव द्वारा डीएम के जनता दरबार में पहुंचकर एक आवेदन देते हुए उक्त जमीन को कब्जे से मुक्त कराने की मांग की गई है। 

डीएम को दिए गए आवेदन में किसानों ने बताया है कि उक्त जमीन महुआंव पंचायत के मौजा तेतरहट, खाता संख्या -100, प्लॉट नंबर - 262 रैयती भूमि है और उक्त भूमि रघुवीर साव के नाम से 8 बीघा जमीन 1357 फसली वर्ष 1950 से बंदोबस्त है। बंदोबस्ती के वर्ष से वर्ष 2023 तक उसका रिटर्न भी अध्ययन है और उक्त जमीन में दो कट्ठा जमीन बिक्री भी हुई है। मगर सरकार द्वारा वहां स्टेडियम निर्माण का आदेश दिया गया है। लेकिन विधायक एवं अंचलाधिकारी के द्वारा जबरन इस जमीन को कब्जे में लेकर भूमि पूजन कर दिया गया। 

कहा गया है कि यदि जमीन में स्टेडियम निर्माण होता है तो तीन परिवार भुखमरी के कागार पर आ जायेंगे। ऐसी स्थिति में उक्त जमीन को कब्जे से मुक्त कराकर तीन परिवारों को न्याय देने की कृपा करें। 

इधर इस मामले में विधायक डबलू सिंह एवं अंचलाधिकारी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नही हो सका।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में गजब का खेल : पुराने जेल से लाखों की संपत्ति की हुई चोरी, तिरंगे का भी हुआ अपमान, जेल अधीक्षक को नहीं है इसकी कोई खबर, पढ़िए पूरी

औरंगाबाद : बिहार के जहानाबाद जिले में 15 नवंबर 2005 को नक्सलियों ने हमला बोल जहानाबाद जेल ब्रेक को अंजाम दिया था। जिससे पूरा प्रदेश ही नहीं देश में भी हड़कंप मच गया था। लेकिन 19 साल बाद जो औरंगाबाद में हुआ है वह तो गजब का खेल है। खेल ऐसा हुआ कि जेल अधीक्षक को न तो घटना की अभी ठीक से तारीख मालूम है और न ही अपराधियों का कोई सुराग मिला है। बावजूद पुलिस अंधेरे में तीर दाग रही है, यानी लकीर जरूर पीट रही है। सुखद बात यह है कि यहां से कैदी भागे नही क्योकि मामला ही कुछ और है।

दरअसल महज 8 महीने पहले यानि कि 01 मई 2023 को जिले के पुराने जेल को नए बिल्डिंग जो मुफ्फसिल थाने के बगल में है वहां सारे कैदियों को शिफ्ट कर दिया गया। क्योंकि पुराने जेल में लगभग 400 कैदियों के रहने की जगह थी और इससे 4 गुना कैदी यहाँ रहा करते थे। 

पूराने जेल की देख रेख जेल अधीक्षक के जिम्मे थी और उन्होंने पुराने जेल को अभी हैंड ओवर भी नही किया था। इसी बीच चोरों ने जेल में लगे जेन सेट, महंगे बिजली उपकरण, पंखे, सोलर, वायरिंग में लगे तार की चोरी कर ली। यहां तक की लकड़ी के मोटे दरवाजे को भी जला डाला। हद तो यह है कि इसकी भनक जेल अधिक्षक को नहीं लगी और पूलिस के घर चोरों ने डाका डाल दिया। 

पूराने जेल में राष्ट्र की पहचान देने वाली तिरंगे का भी अपमान किया गया है। अपराधियों ने न केवल जेल गेट को फूंका है बल्कि थोक के भाव में लाखों के साजो सामान भी गायब और क्षतिग्रस्त किए है। इतना ही नही जेल प्रशासन की लापरवाही से देश की आन, बान और शान तिरंगे झंडें का भी अपमान हुआ है। 

जेल शिफ्ट करने के बाद जेल सुप्रीटेंडेंट सुजीत झा ने पुराने जेल की किसी तरह की भी सुध नहीं ली। उन्होंने पुलिस बल की कमी बताते हुए सुरक्षा में लगे जवानों को भी नए जेल में शिफ्ट करा देने बात कही। इधर चोरों ने पुराने जेल से लाखो की सरकारी संपत्ति उड़ा डाली। हद तो तब है कि जेल अधीक्षक मामले में अनजान बने रहें। 

जेल प्रशासन ने तो पुराने जेल को लॉक कर रखा था। कही से किसी के घुसने की गुंजाईश नही थी, लेकिन गुंजाईश बनाई गई। पहले पुराने जेल के मेन गेट के बगल में बने सिपाही बैरक की खिड़कियों की सरिया उखाड़ ली गई। फिर खिड़कियों के पल्ले उखाड़ लिए गए। मतलब पुराने जेल परिसर के अंदर जाने का चोर दरवाजा खुल गया।

वैसे तो शिफ्टिंग के बाद से पुराने जेल का मेन गेट रोज ही बंद नजर आता है लेकिन मीडियाकर्मियों की नजर अचानक से खुले गेट पर पड़ी। कैम्पस के अंदर कुछ हलचल दिखी। लिहाजा कौतूहल वश मीडियाकर्मी पुराने जेल परिसर के अंदर घुस गए। पता चला कि भवन निर्माण विभाग के लोग है, जो इस पूरे परिसर को किसी दूसरे सरकारी विभाग को सौंपे जाने के लिए सर्वे कर रहे है। इसके बाद जब मीडिया ने पूरे जेल परिसर का चप्पा चप्पा छान मारा। इसके बाद जो सब कुछ उजागर हुआ, वह अब सबके सामने है।

इस बारे में जब जेल अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने बताया की मुझे आपके मध्यम से चोरी की वारदात की जानकारी मिली है। मैंने आज ही प्राथमिकी दर्ज करवाई है। जब तिरंगे की अपमान की बात कही गई की आपके जेल में तिरंगे का अपमान किया गया है। तो उन्होंने किसी के द्वारा तिरंगे फेक देने की बात कही। जब पूछा गया की इसके लिए दोषी कौन है ? तब उन्होंने थाना प्रभारी को गस्ती न करने की बात कहकर अपना ठीकरा थाना प्रभारी के माथे पर फोड़ते नजर आए।

 

जब मामले को स्ट्रीट बज्ज की टीम ने संज्ञान में लिया और हर गतिविधि को कैमरे में कैद किया तब जेल सुप्रीडेंडे ने प्राथमिकी दर्ज़ करने की बात कहीं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

अपहरण के आरोपी महिला समेत तीन अभियुक्त को कोर्ट ने दिया दोषी करार, 15 फरवरी को सुनाई जाएगी सजा

औरंगाबाद : आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सह स्पेशल पोक्सो कोर्ट ने कासमा थाना कांड संख्या 77/20 में निर्णय पर सुनवाई करते हुए एक महिला समेत तीन अभियुक्तों को दोषी करार दिया। 

स्पेशल पीपी शिवलाल मेहता ने बताया कि अभियुक्त रोहित कुमार ग्राम लोहरा,सोनु कुमार ग्राम लोहरा, और मानमति देवी ग्राम चंद्रोली , थाना कासमा को आज भादंवि के विभिन्न धाराओं और पोक्सो एक्ट में दोषी ठहराया गया है। वहीं सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई की तिथि -15/02/25 निर्धारित किया गया है।  

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि अभियुक्त सोनू कुमार काराधीन है, जबकि रोहित कुमार और मानमति देवी के बंधपत्र विखंडित कर आज जेल भेज दिया गया है। 

उन्होंने आगे बताया कि प्राथमिकी सूचक पीड़िता के पिता ने 13/09/20 को बताया था कि शादी और ग़लत काम के नियत से तीनों अभियुक्तों ने 08/09/20 को कासमा बाजार से बच्ची का अपहरण कर लिया था। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बांध से बरामद हुआ नर कंकाल, इलाके में मचा हड़कंप

औरंगाबाद: जिले के नगर थाना स्थित शाहपुर मुहल्ले के बांध से एक नर कंकाल पुलिस ने बरामद हुआ। नर कंकाल मिलने से शहर में हड़कंप मच गया। नर कंकाल देखने के लिए लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस नर कंकाल के ऊपर पड़े कपड़े से पहचान कराने की कोशिश में जुट गई है। पुलिस समझना चाह रही है कि आखिर यह किसका शव है। 

बताया जाता है कि कुछ बच्चे बांध के पास मैदान में क्रिकेट खेल रहे थे। खेलने के क्रम में बच्चों की नजर वहां पड़े कंकाल पर पड़ी और उनकी चीख निकल पड़ी। फिर उन बच्चों ने आवाज लगाकर स्थानीय लोगों को बुलाया। काफी लोग वहां इकट्ठा हो गए। स्थानीय जब नजदीक गए तो देखा कि बांध पर पड़े कंकाल के हाथ में एक नीडल लगा हुआ है।

लोगों ने आशंका जताई कि व्यक्ति बीमार होगा और स्लाइन चढ़ाने के दौरान उसकी मौत हो गई होगी,क्योंकि उसके हाथ में ड्रिप निडिल लगा हुआ था। नर कंकाल की सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई। कुछ ऐसे परिवार भी वहां आ पहुंचे जिनका सगा महीनों से गायब है। मगर ऐसी अवस्था में शव की पहचान पाना नामुमकिन था। 

भीड़ ने इसकी सूचना नगर थाने की पुलिस को दी। सूचना मिलते ही एएसआई चंदन अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और कंकाल को जब्त कर लिया। वहीं पुलिस मामले की जांच मे जुटी है। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र