*आजमगढ़ :किसान-मजदूर गणतंत्र पर खिरिया बाग में निकला परेड*
के एम उपाध्याय
निजामाबाद (आजमगढ़)। 75वां गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर खिरिया बाग धरना स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को फहराया गया। राष्ट्रगान और भारतीय संविधान प्रस्तावना का सामूहिक पाठन ंबचाई जा सकती थी।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की "वर्ष 2022-23 के लिए खाते पर एक नजर" शीर्षक वाली रिपोर्ट से पता चला है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 2018-19 से पिछले पांच वर्षों के दौरान 105543.71 करोड़ रुपये जो कि कृषि मंत्रालय को आवंटित किये गए थे, बिना खर्चे वापस लौटा दिए है।
उक्त रिपोर्ट के अनुसार, 2018-19 में कृषि मंत्रालय के लिए कुल आवंटन 54,000 करोड़ रुपये था। उस साल 21,043.75 करोड़ रुपये बिना खर्चे वापस लौटाए गये थे। इसके बाद के वर्षों 2019-20 में 34,517.7 करोड़ रुपये, 2020-21 में 23,824.53 करोड़ रुपये, 2021-22 में 5,152.6 करोड़ रुपये और 2022-23 में 21,005.13 करोड़ रुपये वापस लौटाए गये।
यह कुल मिलाकर 2018-19 से 2022-23 तक के वर्षों में कृषि के लिए कुल आवंटन से भी अधिक है।
कृषि, पशुपालन और खाद्य प्रसंस्करण पर स्थायी समिति ने यह भी बताया है कि आवंटित धन का इस तरह लौटना उत्तर पूर्वी राज्यों, अनुसूचित जाति उपयोजना और अनुसूचित जनजाति उपयोजना पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने का वादा किया था। मोदी सरकार ने पिछले दस साल में बड़े कॉरपोरेट घरानों का 14.56 लाख करोड़ रुपये बकाया माफ कर दिया है। लेकिन किसानों का एक भी रुपये का कर्ज माफ नहीं किया।
वक्ताओं ने संकटग्रस्त किसानों के प्रति भाजपा-आरएसएस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की इस भारी असंवेदनशीलता और इसके पीछे की कृषि जमीन को कॉरपोरेट्स को सौंपने की किसान-मजदूर विरोधी असली मंशा की आलोचना किया । लोगों से कॉर्पोरेट लूट को खत्म करने, कृषि बचाने तथा भारत को बचाने के संघर्ष का समर्थन करने की अपील की।
परेड में रामकुमार यादव, राम नयन यादव, दुखहरन राम,राजेश आज़ाद,का वेदप्रकाश उपाध्याय,फूलमती,तारा, सुशीला, विद्या, रामराज, रामशबद निषाद त्रिलोकी सरोज, फिरोज, सतवीर हिमांशु,दुलारे ,लालजीत,रामधनी,दयाराम भास्कर, प्रेमनारायण, नरोत्तम यादव कवि आदि सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
धरने में जनसभा का संचालन राम शब्द निषाद और रामकुमार यादव ने की।
Jan 26 2024, 19:31