*चौथा बेटा किया सब रजिस्ट्रार की कुर्सी हासिल,एक ही परिवार के बने 4 पीसीएस*
यूपी सुल्तानपुर जिले के कादीपुर में गांव बरवारीपुर के 'बंशराज द्विवेदी' परिवार हैं,जो LIC में कार्यरत हैं। लेकिन बच्चों को अच्छी शिक्षा दीक्षा दिलाना उनकी जिंदगी का बड़ा मकसद रहा। जो साकार भी ऐसा हुआ कि 5 बेटों में 3 के बाद चौथा बेटा भी PCS अधिकारी बन गया है। कहा जाता जा कि हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती।क्षेत्र में उनके परिवार को पीसीएस परिवार कहा जाता है। कल आए रिजल्ट में उनके चौथा बेटा शिवम द्विवेदी का चयन सब रजिस्ट्रार पद पर चयन हुआ है। ऐसे में परिवार में हर ओर हर्ष और उल्लास देखने को मिल रहा है।
कोई भाई डीपीआरओ तो कोई रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर,और तो और तो कोई चकबंदी अधिकारी बंशराज द्विवेदी के बड़े पुत्र रविशंकर द्विवेदी पांच वर्षों से डीपीआरओ के पद पर हैं। वे अभी कौशांबी में तैनात हैं। उसके बाद के निखिल रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर आजमगढ़ और उनके बाद के निर्भय द्विवेदी अमेठी में चकबंदी अधिकारी हैं। अब चौथे बेटे शिवम द्विवेदी का चयन सब रजिस्ट्रार पद पर हुआ है। शिवम द्विवेदी का चयन वर्ष 2021 में संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में प्रवर्तन अधिकारी पद पर हुआ था। एक भाई इधर ही पढ़ रहा। दो बहनों में छोटी प्रिया द्विवेदी दिल्ली से यूपीएससी की तैयारी कर रही है।
इलेक्ट्रानिक की शिक्षा के साथ कर रखा है एलएलबी शिवम ने कादीपुर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर से हाईस्कूल की परीक्षा में 86 और इंटर में 91 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रानिक में ग्रेजुएशन किया। साल 2020 में उन्होंने एलएलबी भी पास किया। वाद-विवाद प्रतियोगिता यानी डिबेट चैपियन भी शिवम रह चुके हैं। शिवम ने बताया कि पीसीएस परीक्षा में मेन्स के बाद करीब 40 मिनट इंटरव्यू चला।
20 से अधिक सवाल हुए। स्मार्ट स्टडी है मस्त, सिर्फ कोचिंग में जाने से कोई फायदा नहीं मुझसे सवाल हुआ आपके ऊपर मंत्री दबाव बना रहे तो क्या करेंगे? इस पर मैने जवाब दिया मंत्री को पहले कांफिडेंस में लेंगे। कहूंगा पेपर वैरिफाई करा रहा हूं। उनसे संविधान की बात कहकर अपील करूंगा और अंत में सरकार की प्राथमिकता के आधार पर ही काम करूंगा। उन्होंने बताया कि मैने 6-8 घंटे स्टडी की। अब स्मार्ट स्टडी ज्यादा मस्त है। सिर्फ कोचिंग संस्थान में जाने से कोई फायदा नहीं। और सबसे बड़ी चीज धैर्य रखना होगा।
Jan 25 2024, 10:36