जदयू को लगा बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता डॉ. सुनील कुमार ने पार्टी छोड़ने का किया एलान

डेस्क : जदयू को आज बड़ा झटका लगा है। जदयू के वरिष्ठ नेता डॉ सुनील कुमार ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जदयू से इस्तीफा देने सम्बंधी पोस्ट में लिखा है, ‘ॐ, श्री गणेशाय नमः।।आज पूरा भारतवर्ष राममय है। जय श्री राम के उद्घोष से, गीत-संगीत से सर्वत्र हर्षोल्लास है। जिनके नाम के जयकारे मात्र से हम भारतवासी स्वयं को धन्य अनुभव कर रहे है। मैं अकिंचन भी उन प्रभु श्री राम के समक्ष नतमस्तक हूँ। 

आज के पावन दिन प्रभु श्री राम जी के आदर्शों का अनुसरण करते हुए प्रभु श्री राम जी के आदेश से मैं अपनी जदयू की प्राथमिक सदस्यता एवं प्रवक्ता पद से त्यागपत्र को सार्वजनिक करता हूँ। आगे कर्तव्य पथ का दिशा निर्देश प्रभु श्री राम करेंगे। जय श्री राम !’ 

वहीं जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को भेजे इस्तीफा में डॉ सुनील ने लिखा है। ‘मैं डॉ. सुनील कुमार सिंह व्यक्तिगत कारण से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ प्रदेश प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देता हूं। पार्टी के सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री बिहार, श्री नीतीश कुमार जी, बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा जी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरसीपी सिंह जी, पूर्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री बशिष्ठ नारायण सिंह जी (दादा) के मार्गदर्शन में काम करने का और बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। 

कोविड 19 जैसे विषम काल के समय चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पार्टी के बैनर तले समाज सेवा करने का मौका मिला। टीकाकरण शिविर, जागरूकता अभियान, निःशुल्क टेली कंसल्टेशन, वेबिनार, जागरूकता रथ सहित अनको काम किया जिस से राज्य की जनता को लाभ मिला। पार्टी के बैनर तले इस पुनीत कार्य को हम कभी भूल नहीं सकते। पार्टी के सभी प्रवक्ता गण, नेता और कार्यकर्ता का प्यार और साथ देने के लिय शुक्रिया। पार्टी के विभिन्न पदों पर रह कर काम किया, मेरे लिए सुखद अनुभव रहा।‘

श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के मौके राष्ट्रवाद मूवी का किया गया शुभ मुहूर्त, कहा-खून से लिखे गए इतिहास पर आधारित है फ़िल्म

गया : शहर के विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर 'राष्ट्रवाद' मूवी का शुभ मुहूर्त किया गया। इस मौके पर मूवी से जुड़े कलाकारों ने विधि विधान से शुभ मुहूर्त में हिस्सा लिया। इस दौरान फ़िल्म के डायरेक्टर जितेंद्र जैश, जितेंद्र बिहारी व कलाकारों ने कहा कि यह मूवी हिन्दू-राष्ट्रवाद को प्रेरित करने वाली है। वास्तविकता यह है कि भारत का इतिहास स्याही से नहीं बल्कि खून से लिखा गया है। खून से लिखे गए इतिहास को ही इस मूवी का थीम है। यह मूवी अन्य मूवी से अलग है। 

इसमें धर्म और राष्ट्रवाद को समाहित किया गया है। क्योंकि 500 साल के संघर्ष के बाद आज देश अपनी उपलब्धि पर गर्व कर रहा है। इन सभी तथ्यों को मूवी के स्क्रिप्ट में बड़ी खूबसूरती के साथ पिरोया गया है। यह मूवी आम बम्बइया मूवी से अलग जो वास्तविकता पर आधारित है। यही वजह है कि लोगों को खूब पसंद आएगी। खास बात यह भी की इस मूवी फिल्मी दुनिया के बड़े व नामचीन एक्टर के अलावा मगध के कलाकारों को भी तरजीह दी गई है। इस बात को लेकर सभी कलाकारों में गजब की खुशी है। 

कलाकार जितेंद्र बिहारी ने कहा कि इस मूवी में मुझे एक पागल का रोल मिला है जिसकी भूमिका फ़िल्म के शुरू से लेकर अंत तक है। इसमें एक पागल कैसे लोगों को राष्ट्रवाद के प्रति प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि इससे अधिक अभी नहीं बताया जा सकता है। क्योंकि मूवी इसी वर्ष अगस्त में रिलीज होगी। 

उन्होंने कहा कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर मूवी का शुभ मुहूर्त श्री हरि विष्णु की चरणस्थली से किया गया है। श्री हरि विष्णु से कामना की गई है कि फ़िल्म को अपार सफलता मिले।

गया से मनीष कुमार

राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर आमस के विभिन्न स्थानों पर निकाली गई झांकी

गया : आमस प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर राममंदिर प्राणप्रतिष्ठा को लेकर राम भक्तों ने सभी मंदिरों में पूजा-पाठ कर तरह तरह के झांकी, कीर्तन एवं शोभा यात्रा निकाली।

वहीं, आमस के सांवकला, नारायणपुर, बड़की चिलमी के भूईयाडीह में राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान भगवान के रूप मनमोहित झांकी निकाली गई एवं डीजे के साथ सभी स्थानों पर भक्तो ने ठुमके लगाया। जय श्री राम के नारे से पूरा दिन गूंजता रहा है।

इस मौके पर भाजपा प्रखंड अध्यक्ष रौशन गुप्ता, समनारायण भुईयां, पप्पू शर्मा, कमलेश शर्मा, संदीप शर्मा, मृत्युंजय सिंह, रूपलाल चौहान, धनंजय सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थें। वहीं, झांकी को लेकर स्थानीय प्रशासन के द्वारा कड़ी व्यवस्था किया गया था।

रिपोर्ट: धनंजय कुमार

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने तोड़ा 11 दिन का उपवास,

#pm_modi_broke_his_11_day_fast

अयोध्या राम मंदिर का उदघाटन हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी समेत संत समाज की उपस्थिति में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अनुष्ठान संपन्न हो चुका है। इस दौरान गर्भ गृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में यह अनुष्ठान पुरा हुआ है। जैसे ही अनुष्ठान पूरा हुआ पीएम मोदी ने अपना उपवास तोड़ा। महंत गोविन्द देव गिरि ने उनका उपवास तोड़ा है।

आपको बता दें कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पीएम मोदी यम नियमों का पालन कर रहे थे। जिसके तहत वो 11 दिनों के विशेष अनुष्ठान पर थे। अपने विशेष अनुष्ठान के तहत पीएम मोदी यम-नियम का कठोरता से पालन कर रहे थे। पीएम प्राण प्रतिष्ठा के यजमान के अति आवश्यक नियमों का विशेष ध्यान रख रहे थे। फर्श पर सोते थे, आहार सिर्फ नारियल पानी 12 जनवरी से शुरू हुए उनके यम-नियम अनुष्ठान अब पूरा हो चुका है। ऐसे में इन 11 दिनों तक पीएम मोदी ने अन्न नहीं खाया। यह नियम कठोर तपस्या के समान होते हैं, जिसके तहत पीएम मोदी उपवास पर थे और वो सिर्फ दिन में 2 बार नारियल पानी ही पीते थे। साथ ही जमीन पर फर्श पर सोते थे।

राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला विराजमान हो गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में पीएम नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख भागवत, और सीएम योगी आदित्यनाथ यजमान बने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की। इस भव्य और दिव्य समारोह का साक्षी पूरा देश बना। इस दौरान अयोध्या में समारोह स्थल पर बॉलीवुड, क्रिकेट और उद्योग जगत के साथ तमाम सेक्टर्स से जुड़े दिग्गज मौजूद रहे. इस पल को देश दुनिया भर से लोगों ने लाइव देखा है।

एलिजा टूर एंड ट्रेवल्स की पहली वर्षगांठ केक काटकर मना : मिर्ज़ा ग़ालिब कॉलेज के सचिव हुए शामिल

गया। शहर के एपी कॉलोनी स्थित एलिजा टूर एंड ट्रेवल्स की पहली वर्षगांठ केक काटकर बड़े ही धूमधाम से मनाई गई।

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मिर्ज़ा ग़ालिब कॉलेज के सचिव शबी आरफीन शम्सी शामिल हुए। इस दौरान मुख्य अतिथि के हाथों द्वारा फीता काटकर पहली वर्षगांठ मनाया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि 

मिर्ज़ा ग़ालिब कॉलेज के सचिव ने कहा कि एलिजा टूर एंड ट्रेवल्स का आज पहली वर्षगांठ के काटकर मनाई जा रही है। यहां पर बहुत ही कम कीमत पर लोगों को उमरा कराया जा रहा है। इसलिए तमाम लोगों से अपील है कि एक बार आप ही यहां आकर विजिट करें।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

सदियों की प्रतिक्षा के बाद हमारे राम आ गए, प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी

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अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो गई है। इसी के साथ रामभक्तों का 500 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया है।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि सदियों के इंतजार के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं। वो अब टेंट में नहीं रहेंगे। वो भव्य मंदिर में रहेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि गर्भगृह में साक्षी बनकर आपके सामने खड़ा हूं। ये क्षण आलौकिक है। उन्होंने कहा कि ये क्षण पवित्र है। प्रभु राम का हम सबपर आर्शीवाद है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह सामान्य समय नहीं है। यह काल के चक्र पर सर्वकालिक स्याही से अंकित हो रही अमिट स्मृति रेखाएं हैं। साथियों हम सब जानते हैं कि जहां राम का काम होता है, वहां पवनपुत्र हनुमान अवश्य विराजमान होते हैं। मैं रामभक्त हनुमान को प्रणाम करता हूं। मैं माता जानकी, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को प्रणाम करता हूं। मैं सबको प्रणाम करता हूं। मैं इस पल दैवीय अनुभव कर रहा हूं। वे दिव्य आत्माएं, वे दैवीय विभूतियां भी हमारे आसपास उपस्थित हैं। मैं इन सबको नमन करता हूं। मैं प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य नहीं कर पाए।

हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की चर्चा करेंगे-पीएम मोदी

अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे। ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं। मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे।

अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा-पीएम मोदी

लंबे वियोग से आई आपत्ति का अंत हो गया। त्रेता युग में तो वह वियोग केवल 14 वर्षों का था, तब भी इतना असह्य था। इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई-कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। भारत के तो संविधान की पहली प्रति में भगवान राम विराजमान है। संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं भारत की न्यायपालिका का आभार व्यक्त करूंगा, जिसने न्याय की लाज रख ली। न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना।

राम मंदिर आंदोलन की वो दो नायिकाएं, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मिलीं तो गले लगकर रो पड़ी, जानें आंसू के पीछे की कहानी

#sadhvi_ritambhara_get_emotional_after_she_hugged_uma_bharti

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। आज के दिन का सपना देश के लाखों लोगों ने देखा था। इसके लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाले लोग इस दौरान श्रीरामलला की धरती पर मौजूद हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती भी पहुंची हैं। साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती ने अपने सपने को भव्य राम मंदिर के रूप में साकार होता देख अपने आंसू नहीं रोक पाई और दोनों एक दूसरे को गले लगकर खूब रोईं। दोनों की तस्वीरें सामने आईं हैं। 

आज अयोध्या में राम मंदिर परिसर के भीतर जब उमा भारती और साध्‍वी ऋतंभरा ने एक दूसरे से मुलाकात की तो यह पल भावुक कर देने वाला था। साध्‍वी ऋतंभरा और उमा भारती ने एक दूसरे को गले लगाया। इस दौरान साध्‍वी ऋतंभरा रोने लगीं।90 के दशक में दोनों ने राम मंदिर आंदोलन को एक अलग स्वरूप दिया था। राम के मुद्दे को घर-घर तक पहुंचने में दोनों की बड़ी भूमिका थी।  

राम मंदिर के लिए जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी देने की बात हो या फिर कारसेवा करने का काम रहा हो, दोनों साध्‍वी पीछे नहीं रहीं।6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में लाखों कारसेवक पहुंचे थे तो उनके बीच साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती के भाषणों का प्रभाव था। लोग बार- बार उग्र हो गए। लाखों कारसेवक जब उग्र हो गए। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अशोक सिंघल जब कारसेवकों को नियंत्रित करने में विफल हो गए। उस समय उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा और आचार्य धर्मेंद्र ने मंच से कारसेवकों को कंट्रोल किया। 

राम मंदिर आंदोलन के दौरान उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा के भाषणों ने अलग माहौल बनाया। दोनों नेताओं के भाषण के ऑडियो कैसेट उस समय बनाए जाते थे। हिंदू वर्ग के बीच इन कैसेटों को बांटा जाता था। विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ता गुपचुप तरीके से इन कैसेटों को लोगों को पहुंचाते थे। उनके भाषणों का ऐसा प्रभाव था, जिसने हिंदुओं को राम के प्रति आकर्षित किया। लोगों में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक अलग भावना पैदा हुई।

खत्म हुआ 500 सालों का इंतजार, गर्भगृह में विराजे राम, पीएम मोदी ने की प्राण प्रतिष्ठा

#ram_mandir_pran_pratishtha

आज अयोध्या में करीब 500 सालों का लंबा इंतजार खत्म हो गया। भगवान रामलला अपने भव्य मंदिर में विराज चुके हैं। अभिजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है। 84 सेकंड के मुहूर्त में पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की।

प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में पीएम मोदी, आरएसएस भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पाटिल मौजूद रहे।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाएंगे आडवाणी, खराब मौसम बनी वजह

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बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे।उन्हें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दिया गया था लेकिन मौसम खराब होने की वजह से आडवाणी इस समारोह में भाग नहीं लेंगे। 96 साल के लालकृष्ण आडवाणी की सेहत को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक के पदाधिकारी कृष्ण गोपाल, रामलाल और आलोक कुमार ने लालकृष्ण आडवाणी को उनके घर जाकर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दिया था। तब आयोजकों ने कहा था कि आडवाणी को हर जरूरी मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जाएगी। हालांकि, उत्तर प्रदेश में मौसम खराब है और कम तापमान को देखते हुए उनका अयोध्या दौरा कैंसिल कर दिया गया है।

चंपत राय ने किया था अनुरोध

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एल.के. आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से पहले महीने मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा था, दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया। चंपत राय ने कहा था कि स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से आडवाणी और जोशी अभिषेक समारोह में शामिल नहीं हो सकते हैं।. आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे।

राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में हैं आडवाणी

बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में शामिल रहे हैं। उन्होंने राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर बहुचर्चित रथयात्रा निकाली थी। उनकी मौजूजगी में ही अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों ने विवादित ढांचा गिरा दिया था।

भगवान श्री राम के स्वागत में जुटा पूरा देश, ‘श्रीराम, जय राम, जय जय राम’ के जाप से गूंजयान राजधानी पटना

डेस्क : आज अयोध्या में एकबार फिर भगवान श्रीराम का आगमन होने जा रहा है। अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो गया है। इधर राजधानी पटना भी रामधुन में रम गया है। शहर के मंदिरों से लेकर घरों तक में श्रीराम के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं। मंदिरों में अखंड कीर्तन, अष्टयाम शुरू हो गया है। ‘श्रीराम, जय राम, जय जय राम’ के जाप से पूरा शहर गूंजने लगे हैं।

डाकबंगला चौराहा पर स्थापित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्रतिकृति देखने वालों का तांता बीते रविवार की देर शाम तक लगा रहा। मंत्रोच्चार एवं पूजा पाठ के साथ बांकीपुर विधायक नितिन नवीन व पूजा कमेटी के अध्यक्ष जगजीवन बबलू की मौजूदगी में डाकबंगला चौराहा पर रविवार को 24 घंटा तक चलने वाले अष्टयाम की शुरुआत की। अभिनंदन समिति के बैनर तले सवा लाख दीपकों का वितरण कार्यक्रम देर शाम तक हुआ। शहर में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भंडारा से लेकर भोग प्रसाद बांटने की तैयारियां की जा रही है। इस्कॉन मंदिर, पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर, विजय नगर मानस मंदिर सहित शहर के तमाम मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व विशेष आयोजन के साथ-साथ प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है।

एलईडी पर सीधा प्रसारण 

शहर के मठ-मंदिरों के साथ-साथ मोहल्लों के अपार्टमेंट भी बड़े एलईडी स्क्रीन के माध्यम से अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोहों से जुड़ेंगे। इसके लिए अपार्टमेंटों के बेसमेंट और छतों पर बडे़ एलईडी स्क्रीन लगाया जा रहा है। अभय अमन सेवा संस्थान के जगत नंदन प्रसाद कहते हैं कि उनके मानसरोवर कॉलोनी स्थित दुर्गा पूजा स्थल पर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण प्रोजेक्टर के माध्यम से बड़े स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इसी तरह राजीव नगर के घुड़दौड़ रोड के अशोक कुमार बताते हैं कि प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर वनशक्ति मंदिर में दीप जलाया जाएगा और भंडारा का आयोजन होगा।

पंचरुपी हनुमान मंदिर में अखंड कीर्तन राजवंशीनगर स्थित पंचरूपी हनुमान मंदिर में 24 घंटे का अष्टजाम सह अखंड कीर्तन रविवार से शुरू हो गया। मनेर(पटना) से आए सुशील व्यास एवं सुपन राय के नेतृत्व में कीर्तन मंडली ने राम नाम कीर्तन शुरु किया। मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेन्द्र दुबे एवं उपमुख्य पुजारी संतोष तिवारी ने बताया कि अष्टजाम के पहले मंदिर में महावीर जी की विशेष पूजा अर्चना की गयी। सोमवार सुबह में अष्टजाम की पूर्णाहूति होगी। सोमवार शाम को मंदिर में 11 सौ दीया जलाया जाएगा। इस मौके पर ओम प्रकाश शर्मा, पुजारी बिरजू मिश्रा, राजेश झा, अजय झा, श्रीकांत झा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। राजवंशीनगर शिवशक्ति हनुमान मंदिर में रविवार कीर्तन हुआ। मंदिर से जुड़े अशोक सिंह ने बताया कि गुंबद पूजन पर विशाल भंडारा का आयोजन होगा।

राम की बनाई रंगोली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर रविवार को पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के बैनर तले सांस्कृतिक चेतना जागृत करने के उद्देश्य से चित्र कला व रंगोली कार्यक्रम आयोजित की गयी। इसमें 22 बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर अध्यक्ष बिनोद कुमार, महासचिव शशि कुमार, राजेश कुमार जाडिया, मनोज कुमार, अजय कुमार, राजीव कुमार, आलोक कुमार, संजय सर्राफ सहित कई लोग मौजूद रहे।