*श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लाइव प्रसारण को देख भावुक हो गए नगरवासी, जगह-जगह आयोजित रहा पूजन कार्यक्रम*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। में अयोध्या के प्रभु श्रीराम में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को कालीन नगरी में हर तरफ उत्साह और उल्लास का माहौल है। भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरी तरह से रामरंग में रंगा है।

जिले के 16 मंदिरों में भजन-कीर्तन, सुंदरकांड पाठ व बाबा बर्फानी ग्रुप की ओर से 36 घंटे का श्रीरामचरितमानस मानस पाठ का आयोजन किया गया।

नगर सहित गांव- गांव में जगह-जगह से शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें शामिल युवा डीजे में बजते भक्ति गीतों पर झूमते और नाचते रहे। शोभायात्रा को लेकर भदोही नगर में सुरक्षा व्यवस्था के काफी कड़े बंदोबस्त किए गए थे। नगर पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवानों की तैनाती रही।

भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुबह से ही बाबा पांडवानाथ मंदिर, बाबा बड़े शिव धाम मंदिर, बाबा तिलेश्वरनाथ मंदिर,बाबा हरिहरनाथ मंदिर,राम जानकी मंदिर, सीतामढ़ी मां जानकी मंदिर समेत जिले के महाराजगंज दुर्गागंज सुरियावां, अभोली जंगीगंज क्षेत्र के मंदिरों में सुबह से भजन-कीर्तन प्रारंभ कर दिया था।

हरिहरनाथ मंदिर में राम प्राण प्रतिष्ठा को लाइव प्रसारण देखते हुए भावुक हो गए। कहा कि यह बहुत ही अद्भुत क्षण है की 500 साल बाद ऐसा मौका देखने मिला। इस दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन,व डीएम गौरांग राठी ने हर मंदिर का निरीक्षण किया।

राम भत्तों ने बताया कि भगवान श्रीरामलला अयोध्या में विराजमान हुए हैं। ऐसे में हम लोगों को अपार खुशी है। हम लोग उसके उपलक्ष्य में प्रसाद व भंडारे का आयोजन किया है।

*22 जनवरी को 115 घरों में गूंजेगी किलकारी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। कालीन नगरी में जिन महिलाओं की डिलीवरी ऑपरेशन के जरिए तीसरे और चौथे सप्ताह में होनी है। वह 22 जनवरी को ही प्रसव की तिथि तय की है।

सरकारी अस्पतालों में अब तक 44 महिलाओं का प्रसव तय हो चुका है। अगर निजी अस्पतालों को मिलाया जाए तो यह संख्या 115 तक पहुंच गई है।अयोध्या में जन्मभूमि पर प्रभु श्रीराम के बाल रूप विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन प्रसव के लिए गर्भवती महिलाओं को बेसब्री से इंतजार है।

अस्पतालों में प्रसव के लिए महिलाएं 22 जनवरी का दिन चुन रही हैं। मृगशिरा नक्षत्र में शिशुओं को जन्म देकर हर गर्भवती महिलाएं उस दिन को खास बनाना चाहती हैं। जिनके घरों में नए मेहमान की आमद होने वाली है, उन्हें इस विशेष दिन का इंतजार है।

गर्भवती महिलाएं इसी दिन अपने शिशु को जन्म देना चाहती हैं। इस कतार में वह महिलाएं विशेष रूप से शामिल हैं, जिनके प्रसव की तिथि जनवरी के अंतिम सप्ताह में है। ऐसी गर्भवती महिलाओं ने चिकित्सकों से इच्छा जताई है कि उनके बच्चे का जन्म 22 जनवरी को ही हो, ताकि घर में आने वाले शिशु का नाम राम या जानकी रखा जा सके।

वहीं, जिनकी तिथि पहले से प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन की तय है, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। जिले के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), 17 पीएचसी, दो जिला अस्पताल और 160 निजी अस्पताल हैं। सरकारी और निजी चिकित्सालयों को मिलाकर 22 जनवरी को 115 महिलाओं ने गर्भस्थ शिशुओं के जन्म लेने के लिए इच्छा जताई है।

वहीं जिन गर्भवती महिलाओं के प्रसव की तिथि 22 जनवरी के आसपास है, वह प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन को चुन रही हैं। ताकि, प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन ही उनके आंगन में किलकारी गूंजे।

दो जिला अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में 22 जनवरी के दिन 44 गर्भवती महिलाओं की तिथि तय हो गई है। निजी अस्पतालों को मिलाकर संख्या 115 के करीब हो जाएगी।

- डॉ. संतोष कुमार चक, सीएमओ भदोही

*सेहत के लिए नुकसानदेह है मौसम*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। यह मौसम स्वास्थ्य के लिहाज से नुकसानदेह है। ऐसे मौसम में जरा सी लापरवाही बरतने पर तत्काल बीमार पड़ सकते हैं। जिला चिकित्सालय के ओपीडी में 410 मरीज देखे गए। जिन्हें जांच पड़ताल कर दवाएं उपलब्ध कराई गई।

चिकित्सक डाॅ. प्रदीप यादव ने बताया कि ऐसे मौसम में गर्म कपड़ा पहने, गुनगुना पानी पीएं, कान को बांधकर रखे, बिना कामों के घर से बाहर न निकले। लापरवाही बरतने पर बीमार पड़ सकते हैं।

*रामनामी पटके, झंडे और रामदरबार की मूर्तियों से सजा बाजार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आते ही जिले का माहौल राममय हो गया है। रामोत्सव मनाने की तैयारियों को लेकर दुकानों पर रामनामी पटके, झंडे और रामदरबार की मूर्तियों की डिमांड बढ़ गई है। दुकानदार भी भगवान राम से जुड़ी सामग्री दुकानों में सजाकर रखने लगे हैं।

 22 जनवरी को भगवान राम का उत्सव ऐतिहासिक बनाने के लिए घरों से लेकर मंदिरों तक तैयारी चल रही है। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का असर बाजार में देखने को मिल रहा है। हर तरफ सभी सरकारी विभाग राम जन्मोत्सव को सफल बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। जिले के भदोही, ज्ञानपुर, गोपीगंज और सुरियावां जैसे इलाके भगवा झंडे और पटके से पट गए हैं। भगवा झंडे की खूब डिमांड देखने को मिल रही है।

लोग आस्था के साथ आकर झंडे, पटका, मूर्ति आदि खरीद रहे हैं।

बड़े झंडों के साथ बाइ क पर छोटे झंडों की मांग

बाजार में छोटे और बड़े भगवा झंडों की डिमांड बढ़ी है। ज्ञानपुर के व्यापारी कृष्णा देववंशी ने बताया कि रामोत्सव को लेकर लोगों में इतना उत्साह कभी देखने को नहीं मिला। इस समय सबसे ज्यादा बड़े झंडों और बाइक पर लगाने वाले झंडों की मांग बाजार में है। वहीं रामनामी पटका, मूर्ति भी खूब मांगी जा रही है।

20 रुपये से 500 रुपये तक हैं झंडे

दुकानों पर भगवान राम से जुड़ी हर सामग्री की मांग है। खासकर राम उत्सव को लेकर झंडे, पटका, फोटो, फ्रेम आदि की मांग जोरों से बढ़ी है। शहर की बुक मार्केट में 20 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के झंडे उपलब्ध हैं। इन दुकानों पर सुबह से लेकर शाम तक सामान खरीदने वालों की भीड़ रहती है। इस समय 50 और 100 रुपये कीमत के झंडे खूब बिक रहे हैं।

*नाबालिग से छेड़खानी में दो को तीन साल का कारावास*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। अपर सत्र न्यायाधीश एवं विशेष न्यायाधीश पाक्सो श्रीमती मधु डोगरा की अदालत ने नाबालिग से छेड़खानी के दो दोषियों को तीन-तीन साल कारावास एवं सात हजार अर्थदंड की सजा सुनाई। तीन साल पूर्व औराई के एक गांव में हुए मामले में कोर्ट ने फैसला सुनाया। अभियोजन के मुताबिक आठ अगस्त 2020 को नाबालिग के पिता ने औराई कोतवाली में तहरीर दिया कि उसकी बेटी के साथ दो लोगों ने छेड़खानी की।

पुलिस ने दलित उत्पीड़न एवं छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर आरोपपत्र न्यायालय में भेजा। जहां दोनों पक्ष के वकीलों ने अपने-अपने तर्क रखे। पुलिस की मॉनिटरिंग सेल एवं विशेष लोक अभियोजक कौलेश्वरनाथ पांडेय की पैरवी से कोर्ट ने दोनों को छेड़खानी का दोषी माना। न्यायाधीश श्रीमती मधु डोगरा ने दोषी पिंटू बिंद और दिनेश पटेल निवासी नारायणपुर को तीन-तीन साल कारावास और सात हजार अर्थदंड की सजा सुनाई।

*सोशल मीडिया पर गलत टिप्पणी में जाएंगे जेल*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पुलिस सख्त हो गई है। सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्मों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही खुफिया विभाग के जवानों को भी मैदान में उतार दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने जिले के लोगों से फेसबुक,वाट्स‌अप, इंस्टाग्राम एक्स आदि सोशल प्लेटफार्मों पर सोच समझ कर ही पोस्ट करने का आह्वान किया।

कहा कि शांति में खलल, भड़काऊ, आदि पोस्ट करने पर संबंधित जेल रवाना किया किया जाएगा। इसके लिए जिला मुख्यालय पर सोशल मीडिया सेल को और भी सक्रिय कर दिया है। इसके अलावा एल‌आईयू, एसबाईबी समेत सभी खुफिया एजेंसियों के जवानों को भी सक्रिय रहने का आदेश दे दिया गया है। सोशल मीडिया पर गलत टिप्पणी पर लोगों की पैनी नजर रहेगी।

*कांशीराम आवास परिसर में कूड़ा डंप होने से बढ़ी लोगों की नाराजगी*

भदोही- विकास भवन के बेहद करीब स्थित कांशीराम शहरी आवास में कूड़ा डंप होने से लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। कचरा से उठा रहा दुर्गंध लोगों का जीना दुश्वार कर दी है। चेताया कि शीघ्र ही डंप कचरा को नहीं हटाया गया तो लोग हर स्तर से आवाज उठाने को बाध्य होंगे।

लोगों ने बताया कि कांशीराम शहरी आवास में रहना मुहाल हो गया है। घर से निकला कूड़ा-कचरा मनमाने ढंग से डंप किया जा रहा है। कचरा से उठा रहा दुर्गंध लोगों को बीमार न कर दे यह चिंता सताए जा रही है। उपेक्षा का दंश झेल रहे करीब 12 सौ परिवार का रहना मुश्किल हो गया है। ऐसे में डंप कचरा को उठाकर निर्धारित स्थान पर रख दी जाए तो लोगों को काफी राहत मिलेगी।

*1 करोड़ 75 लाख से पूर्ण होगा अधूरे सीएचसी का निर्माण कार्य, लाखों लोगों को मिल सकेगी बेहतर उपचार की सुविधा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- एक दशक से अधूरा पड़ा अभोली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य जल्द ही शुरु होगा। निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए शासन स्तर से एक करोड़ 75 लाख रुपए बजट स्वीकृत किया गया है। सीएचसी बन कर तैयार होने के बाद क्षेत्र के करीब 10 दर्जन गांव के लाखों लोगों को बेहतर उपचार मिलेगा। अभोली में स्वास्थ्य केंद्र न होने के कारण लोगों को ज्ञानपुर, सुरियावां जाना पड़ता है। इससे मरीजों को परेशानी तो होती ही है, बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ता है।

अभोली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण की स्वीकृति 2009 में हुई थी। 2010 में निर्माण शुरू किया गया। तत्कालीन शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्रा ने भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। इसके लिए 3 करोड़ 25 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया था, लेकिन कार्यदायी संस्था और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते कार्य पूरा नहीं हो सका। सिर्फ बिल्डिंग बनकर तैयार है लेकिन प्लास्टर नहीं हुआ है। निर्माण कार्य में धांधली को लेकर तत्कालीन परियोजना प्रबंधक, एकाउटेंट को जेल भी जाना पड़ा था। इसके बाद से निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। जिसे बनवाने के लिए ग्रामीणों ने कई बार सांसद, विधायक से मांग किया, लेकिन वह सिर्फ एक औपचारिकता बन कर रह गया।

ब्लॉक में सीएचसी न होने के कारण लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा था। बेहतर उपचार के लिए मरीजों को ज्ञानपुर 25 किमी, तो सुरियावां 18 किमी जाना पड़ता था। इससे मरीज को परेशानी के साथ ही आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता था। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके चक ने बताया कि कार्यदायी संस्था से बात हुई है। टेंडर हो चुका है। जिसके लिए एक करोड़ 75 लख रुपए की स्वीकृति मिली है।

*जानलेवा हमले के आरोप में सात को तीन-तीन साल के कारावास की सजा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम शैलोज चंद्रा की अदालत ने जानलेवा हमले के सात दोषियों को तीन-तीन साल कारावास एवं अर्थदंड की सजा सुनाई। करीब एक दशक पूर्व के मुकदमें में कोर्ट ने फैसला सुनाया।

अभियोजन के मुताबिक दिसंबर 2012 में कोइरौना के हरिरामपुर गांव निवासी रामआसरे खड़ंजे पर बाजरा रखा था। हटाने के विवाद को लेकर दो पक्षों के मारपीट हो गई। इसमें पुलिस ने रामआसरे, संदीप कुमार, श्याम कुमार और लाल साहब के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपपत्र न्यायालय में भेजा। जहां दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद न्यायाधीश ने चारों दोषियों को तीन-तीन साल कारावास एवं नौ-नौ हजार अर्थदंड की सजा सुनाई।

इसी तरह उसी मुकदमें में दूसरे पक्ष के लाल बहादुर, जैनेंद्र कुमार और मंजू लाल को भी जानलेवा हमले का दोषी मानते हुए कोर्ट ने तीन-तीन साल कारावास और 38-38 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई। अभियोजन पक्ष से पैरवी अपर जिला शासकीय अधिवक्ता विकास नारायण सिंह ने की।

*अयोध्या उत्सव का साक्षी बनेगा सुंदरवन, 120 स्कूली बच्चे प्रस्तुत करेंगे रामायण की जीवंत झांकी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कालीन नगरी में भी उत्साह है। ज्ञानपुर- भदोही के मध्य स्थित राम जानकी मंदिर सुंदरवन भी अयोध्या उत्सव का साक्षी बनेगा। यहां 120 स्कूली बच्चे रामायण की जीवंत झांकी को प्रस्तुत करेंगे। राम जन्म से लेकर राम-रावण युद्ध और राम के राज्याभिषेक की तैयारी की गई है।

राम जानकी मंदिर की माता साध्वी राजलक्ष्मी मांडा ने पत्रकारों से रूबरू होकर आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रभु श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। मंदिर के पास स्थित जंगल में रामायण से जुड़ी जीवंत झांकिया एवं दृश्य प्रस्तुत किए जाएंगे। सुंदरवन के इस जंगल के कंकड़ और पत्थर प्रभु श्रीराम के जीवन गाथा को सुनाएंगे। प्रभु श्रीराम के जन्म, दीक्षा, विवाह, वनगमन, सीताहरण, सबरी आश्रम, सुग्रीव मिलन, अशोक वाटिका, राम-रावण युद्ध की झांकी स्कूली बच्चों की तरफ से प्रस्तुत किया जाएगा।

इस कार्यक्रम को लेकर जंगल को पूरी तरह आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां भगवान शिव का विशाल मंदिर स्थापित होने जा रहा है। दो से तीन साल में यह जन आस्था का प्रमुख केंद्र होगा। उनका कहना है कि सुंदरवन को लेकर मान्यता है कि प्रभु श्रीराम सीतामढ़ी पैदल जाते समय सुंदरवन होकर ही गुजरे थे।