*आजमगढ़:-युवक का शव मिलने के 15 दिन बाद भी मुकदमा दर्ज कराने को भटक रहे परिजन*
वी कुमार यदुवंशी
फूलपुर(आजमगढ़)। भाई की मौत विगत 29 दिसंबर को हो गयी थी तभी से बड़ा भाई मुकदमा दर्ज कराने के लिए पवई थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसका मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है। पवई पुलिस को लगता है कि उसकी स्वाभाविक मौत हुई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को विगत 8 जनवरी को दिए गए प्रार्थनापत्र में जितेंद्र पुत्र रामलखन यादव ने आरोप लगाया है कि उसके छोटे भाई हरेन्द्र की हत्या कर दी गयी है। जितेंद्र की फत्तनपुर में माहुल पवई मार्ग पर बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान है। उसी दुकान पर उसका छोटा भाई हरेन्द्र यादव रहकर पढ़ाई के साथ ही दुकान भी देखता था। रात में दुकान पर ही रहता था। विगत 29 दिसंबर की सुबह लगभग 9 बजे प्रार्थी की पत्नी साधना ने दुकान के कमरे में जैसे ही स्कूटी निकालने गयी तो देखा कि हरेन्द्र मुंह के भल लेटा था।
साधना के चिल्लाने पर प्रार्थी जब मौके पर गया तो देखा कि हरेन्द्र के गले में चद्दर मुडेरकर कसा था। उसकी जीभ बाहर निकली थी। आनन फानन में माहुल के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को सूचना दी गयी तो पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोप लगाया है कि कुछ लोगों द्वारा मेरे भाई की हत्या की गई है। लेकिन पवई पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। इस संबंध में एसओ पवई अनिल कुमार का कहना है कि पोस्टमार्टम में कुछ नहीं आया है।
किस आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाए। बिसरा सुरक्षित है। जांच के लिए भेजा गया है।
Jan 14 2024, 18:57